एफबीआई की मोस्ट वांटेड एक महिला
वाशिंगटन। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है। अमरीकी जांच एजेंसी एफबीआई को इस महिला की सरगर्मी से तलाश है। इसका सुराग देने वाले व्यक्ति को 11 करोड़ रूपए का इनाम दिया जाएगा। एफबीआई ने इनामी राशि में दोगुना इजाफा किया है।
यह कोई मामूली महिला नहीं है, अमरीका में 1970 के दशक में सक्रिय रहे ब्लैक लिबरेशन आर्मी ग्रुप की इस महिला का नाम है जोएन केसिमर्ड। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है।
जोएन पर 40 साल पहले न्यू जर्सी के में एक व्यक्ति की हत्या करने का आरोप है। मामले में उसे उम्रकैद दी गई थी जिसके बाद वह 1979 से न्यू जर्सी की ही एक जेल से फरार है।
माना जा रहा है कि जोएन अब भी क्यूबा में रहती हैं। उन्हें क्यूबा में राजनीतिक शरण मिली हुई है। अमरीका की क्यूबा के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है। ऎसे में उसे वापस गिरफ्त में ले पाना सहज नहीं। कहा जाता है कि क्यूबा में करीब ऎसे 70 लोगों को पनाह मिली हुई है जिनकी अमरीका को तलाश है।
जोएन ब्लैक लिबरेशन आर्मी की नेता थीं। एफबीआई इसे कट्टरपंथी संगठन मानता है जो 70 और 80 के दशक में कई अमरीकी पुलिस अधिकारियों की मौत के लिए जिम्मेदार है।
1973 में जोएन और उसके दो साथियों को न्यूजर्सी पुलिसकर्मियों ने रोका था। एफबीआई के मुताबिक जवाब में जोएन और साथियों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई,इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। इस मुठभेड़ में जोएन के एक साथी की भी मौत हो गई थी और दूसरा जेल में है।
जोएन को भी जेल हुई थी लेकिन ब्लैक लिबरेशन आर्मी के लोगों की मदद से वह भाग निकलने में सफल हो गई। उसके साथी एक वैन लेकर जेल में आए और जोएन को भगा ले गए। वह कुछ साल अमरीका में ही छिप कर रही उसके बाद उसे क्यूबा में देखा गया।
शनिवार, 4 मई 2013
किन्नरों ने रचाया ब्याह
किन्नरों ने रचाया ब्याह
बिलासपुर।सरकार और अदालत में समलैंगिकता कानून पर भले ही बहस होती रहे लेकिन शहर में गुरू परम्परा की खातिर शुक्रवार को किन्नरो के दो जोड़ों ने ब्याह रचाया और गाजे-बाजे के साथ बारात निकाली। किन्नरों ने सुबह देवी पूजा की और शाम को दरगाह पर चादर चढ़ाकर सामाजिक सद्भाव का उदाहरण पेश किया। मसानगंज में रहने वाले किन्नर राजा खान ने यहीं रहने वाली दो बालाओं रजिया और रूखसाना से हिन्दू रीति रिवाजों के तहत ब्याह रचाया।
विवाह के लिए अग्रसेन चौक के पास शादी घर "भगवान मंगलम" बुक करके देश भर से किन्नर परिवार के लोगों को बारात का न्यौता भेजा गया। यहां से सुबह गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकली और मुहल्ले के ईमलीपारा रोड स्थित गणेश मंदिर पंहुची। दोपहर में देवी विजराता की पूजा की गई। कुआं पूजन के बाद गुरू राजा के साथ दुल्हन की तरह सजीं दोनों बालाओं ने बारी- बारी से फेरे लिए।
शाम को विवाह पंडाल सजा करके यहां गीत-संगीत के साथ अपने चिरपरिचितों के लिए रात्रिभोज का इंतजाम किया गया । इसके पहले सामाजिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए ब्रहन्नलाओं ने पुलिस लाइन स्थित दरगाह पर संदल(चादर) चढ़ाने जुलूस निकाला।
बिलासपुर।सरकार और अदालत में समलैंगिकता कानून पर भले ही बहस होती रहे लेकिन शहर में गुरू परम्परा की खातिर शुक्रवार को किन्नरो के दो जोड़ों ने ब्याह रचाया और गाजे-बाजे के साथ बारात निकाली। किन्नरों ने सुबह देवी पूजा की और शाम को दरगाह पर चादर चढ़ाकर सामाजिक सद्भाव का उदाहरण पेश किया। मसानगंज में रहने वाले किन्नर राजा खान ने यहीं रहने वाली दो बालाओं रजिया और रूखसाना से हिन्दू रीति रिवाजों के तहत ब्याह रचाया।
विवाह के लिए अग्रसेन चौक के पास शादी घर "भगवान मंगलम" बुक करके देश भर से किन्नर परिवार के लोगों को बारात का न्यौता भेजा गया। यहां से सुबह गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकली और मुहल्ले के ईमलीपारा रोड स्थित गणेश मंदिर पंहुची। दोपहर में देवी विजराता की पूजा की गई। कुआं पूजन के बाद गुरू राजा के साथ दुल्हन की तरह सजीं दोनों बालाओं ने बारी- बारी से फेरे लिए।
शाम को विवाह पंडाल सजा करके यहां गीत-संगीत के साथ अपने चिरपरिचितों के लिए रात्रिभोज का इंतजाम किया गया । इसके पहले सामाजिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए ब्रहन्नलाओं ने पुलिस लाइन स्थित दरगाह पर संदल(चादर) चढ़ाने जुलूस निकाला।
प्रियंका चौधरी ने ग्रामीणों की सुनी समस्याए
कांग्रेस सरकार का दोगला चेहरा सामने आया
बाड़मेर | भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रियंका चौधरी ने शुक्रवार को बाड़मेर विधानसभा के मलवा ,गुडीसर ,जुना ,जसाई सहित कई गाँवो का दौर कर जनता की समस्याए सुनी .प्रियंका का गाँवो में ढोल थाली के साथ स्वागत किया गया .जुना और गुडीसर में आयोजित सभाओ को संबोधित करते हुए प्रियंका चौधरी ने कहा की राज्य की गहलोत सरकार आम जन के साथ छलावा कर रही हें ,उन्होंने आरोप लगाया की सरकार की दोगली निति का उदाहरण हाल ही में स्वीकृत किये डेढ़ सौ विद्यालय बंद करना उन्होंने कहा की शिक्षा के क्षेत्र में इससे भद्दा मजाक हो नहीं सकता .जन प्रतिनिधियों की आपसी लड़ाई में छात्रो का भविष्य दांव पर लगा दिया ,उन्होंने कहा की इन दिनों विद्युत् विभाग बी पी एल परिवारों से विद्युत् कनेक्सन के डिमांड जारी कर पैसे वसूल कर रहे हें ,जबकि सरकार ढोल पीट रही बी पी एल को निशुल्क कनेक्सन दिए जा रहे हें ,उन्होंने कहा की पुरे ग्रामीण क्षेत्रो में पानी की भयंकर किल्लत बनी हुई हें ,लोगो को पानी के टेंकर हज़ार रुपये देकर डलवाने पद रहे हे जो दुर्भाग्यपूर्ण हें उन्होंने कहा की सुराज यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में बाड़मेर पहुँच अशोक गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का बिगुल बजा दे .इस अवसर पर रहमान जायडू ने कहा की भाजपा के राज में विकास के बहुत से काम हुए ,भाजपा महामंत्री हेमाराम खडींन भी उनके साथ थे ,
पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव का एक्सीडेंट, चार टांके लगे
नागौर जिले की तीन प्रतिभाएं आईएएस
नागौर जिले की तीन प्रतिभाएं आईएएस
नागौरभारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम नागौर जिले के लिए भी खुशियां लेकर आए। इसमें नागौर के निकटवर्ती डीडिया खुर्द जैसे छोटे से गांव के नथमल डिडेल और डीडवाना के खोजास मूल के व कुचामन में रह रहे पुनीत बिजारणिया को आईएएस बनने का सौभाग्य मिला। डिडेल को 35वीं तथा बिजारणिया को 813वीं रैंक मिली है। दोनों ने ही प्रथम प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की है। परबतसर के लिखियास गांव के गंगाराम पूनिया ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। उसे 287वीं रैंक मिली है। एक स्कूल में प्रधानाध्यापक सीताराम के बेटे नथमल ने परिणाम की घोषणा के बाद भास्कर से बातचीत में कहा कि बिना मेहनत सफलता संभव नहीं है। पहले लक्ष्य निर्धारित करें फिर लगातार अध्ययन करते रहें तो निश्चित रूप से सफलता कदम चूमती है। जायल तहसील के डीडिया खुर्द निवासी नथमल डिडेल ने जिले का नाम रोशन करते हुए अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। पिता सीताराम डिडेल रूपाथल गांव की एक स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। वहीं माता नारायणी देवी गृहिणी है। साथ ही छोटा भाई नेमीचंद डिडेल, बहिन मंजू स्नातक में अध्ययनरत है। माता पिता व परिवार में शिक्षित भाइयों को प्रेरणा का श्रेय देने वाले नथमल ने बताया कि उन्होंने भूगोल विषय में लगातार रोजाना 8 से 12 घंटे तक पढाई करते हुए तैयारी की है। साथ ही उन्होंने लक्ष्य निर्धारण कर आगे बढऩे की सीख दी।
बधाइयां देने वालों तांता
आईएएस का परिणाम जारी होते ही चयनित प्रतिभाओं के परिवारों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नथमल डिडेल के घर पर दिनभर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। परिचितों और रिश्तेदारों ने फोन पर बधाइयां दी। एक दूसरे का मुंह मीठा का खुशी का इजहार किया। नथमल के भाई देवकरण डिडेल व शिवपाल ने बताया कि नथमल शुरू से ही मेहनती छात्र रहा है। भाई की सफलता उन्हें गर्व है। पूरे गांव में जश्न का माहौल है।
नागौरभारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम नागौर जिले के लिए भी खुशियां लेकर आए। इसमें नागौर के निकटवर्ती डीडिया खुर्द जैसे छोटे से गांव के नथमल डिडेल और डीडवाना के खोजास मूल के व कुचामन में रह रहे पुनीत बिजारणिया को आईएएस बनने का सौभाग्य मिला। डिडेल को 35वीं तथा बिजारणिया को 813वीं रैंक मिली है। दोनों ने ही प्रथम प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की है। परबतसर के लिखियास गांव के गंगाराम पूनिया ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। उसे 287वीं रैंक मिली है। एक स्कूल में प्रधानाध्यापक सीताराम के बेटे नथमल ने परिणाम की घोषणा के बाद भास्कर से बातचीत में कहा कि बिना मेहनत सफलता संभव नहीं है। पहले लक्ष्य निर्धारित करें फिर लगातार अध्ययन करते रहें तो निश्चित रूप से सफलता कदम चूमती है। जायल तहसील के डीडिया खुर्द निवासी नथमल डिडेल ने जिले का नाम रोशन करते हुए अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। पिता सीताराम डिडेल रूपाथल गांव की एक स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। वहीं माता नारायणी देवी गृहिणी है। साथ ही छोटा भाई नेमीचंद डिडेल, बहिन मंजू स्नातक में अध्ययनरत है। माता पिता व परिवार में शिक्षित भाइयों को प्रेरणा का श्रेय देने वाले नथमल ने बताया कि उन्होंने भूगोल विषय में लगातार रोजाना 8 से 12 घंटे तक पढाई करते हुए तैयारी की है। साथ ही उन्होंने लक्ष्य निर्धारण कर आगे बढऩे की सीख दी।
बधाइयां देने वालों तांता
आईएएस का परिणाम जारी होते ही चयनित प्रतिभाओं के परिवारों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नथमल डिडेल के घर पर दिनभर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। परिचितों और रिश्तेदारों ने फोन पर बधाइयां दी। एक दूसरे का मुंह मीठा का खुशी का इजहार किया। नथमल के भाई देवकरण डिडेल व शिवपाल ने बताया कि नथमल शुरू से ही मेहनती छात्र रहा है। भाई की सफलता उन्हें गर्व है। पूरे गांव में जश्न का माहौल है।
द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज
द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज
अहमदाबाद. गुजरात उच्च न्यायालय ने जाने-माने तीर्थस्थल द्वारकाधीश मंदिर के मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज कर दी।
मुख्य न्यायाधीश भास्कर भट्टाचार्य व न्यायाधीश जे बी पारडीवाला की खंडपीठ ने इस संबंध में दायर जनहित याचिका पर फैसला देते हुएकहा कि सुरक्षा मुद्दे को देखते हुए द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार नहीं खोले जाने का निर्णय पूरी तरह प्रशासनिक है। इससे किसी के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं हो रहा है। इसलिए यह जनहित याचिका खारिज की जाती है। द्वारका के न्यू मर्चेन्ट एसोसिएशन के सदस्य अनिल लाल ने याचिका दायर कहा था कि द्वारकाधीश देव स्थानम समिति ने सुरक्षा के नाम पर मंदिर के मुख्य द्वार को बंद कर दिया है जिससे आम भक्तों विशेषकर वृद्धजनों, विकलांगों को प्रवेश में परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से इस द्वार को बंद किए जाने की बात कही गई। याचिकाकर्ता के अनुसार यह फैसला उचित नहीं है। इसलिए इस द्वार को खोलना चाहिए। उधर राज्य सरकार ने दलील दी थी कि द्वारका का मंदिर देश भर में धार्मिक रूप से काफी अहम स्थल है। यह आतंककारियों के निशाने पर है। इसके मद्देनजर गत वर्ष जुलाई महीने में राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) खुफिया की अध्यक्षता में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। इसके बाद इस द्वार को बंद करने की सिफारिश की गई थी।
अहमदाबाद. गुजरात उच्च न्यायालय ने जाने-माने तीर्थस्थल द्वारकाधीश मंदिर के मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज कर दी।
मुख्य न्यायाधीश भास्कर भट्टाचार्य व न्यायाधीश जे बी पारडीवाला की खंडपीठ ने इस संबंध में दायर जनहित याचिका पर फैसला देते हुएकहा कि सुरक्षा मुद्दे को देखते हुए द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार नहीं खोले जाने का निर्णय पूरी तरह प्रशासनिक है। इससे किसी के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं हो रहा है। इसलिए यह जनहित याचिका खारिज की जाती है। द्वारका के न्यू मर्चेन्ट एसोसिएशन के सदस्य अनिल लाल ने याचिका दायर कहा था कि द्वारकाधीश देव स्थानम समिति ने सुरक्षा के नाम पर मंदिर के मुख्य द्वार को बंद कर दिया है जिससे आम भक्तों विशेषकर वृद्धजनों, विकलांगों को प्रवेश में परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से इस द्वार को बंद किए जाने की बात कही गई। याचिकाकर्ता के अनुसार यह फैसला उचित नहीं है। इसलिए इस द्वार को खोलना चाहिए। उधर राज्य सरकार ने दलील दी थी कि द्वारका का मंदिर देश भर में धार्मिक रूप से काफी अहम स्थल है। यह आतंककारियों के निशाने पर है। इसके मद्देनजर गत वर्ष जुलाई महीने में राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) खुफिया की अध्यक्षता में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। इसके बाद इस द्वार को बंद करने की सिफारिश की गई थी।
जैसलमेर अब हर हरकत पर रहेगी एसपी की नजर
अब हर हरकत पर रहेगी एसपी की नजर
जैसलमेर पुलिस ने शहर के पांच संवेदनशील एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लगाए सीसीटीवी कैमरे, हाई रेज्युलेशन एवं
जैसलमेर शहर में होने वाली हर छोटी से छोटी हरकत पर टाइगर की पैनी नजर रहेगी। एसपी पंकज चौधरी ने शहर में बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए शहर में जगह-जगह तीसरी आंख लगाई गई है। इस अभियान के पहले चरण में शहर में छह स्थानों पर कैमरे लगाए गए है। जिनके द्वारा एसपी पंकज चौधरी अपने कार्यालय में ही बैठ कर पूरी हरकत पर नजर रखेंगे। पहले चरण में अमरसागर गेट रोड, कचहरी रोड, गीता आश्रम चौराहा, कोतवाली रोड, हनुमान चौराहा तथा पुलिस चौकी पर कैमरे लगाए गए है। यह कैमरे इंटरनेट के माध्यम से एसपी कार्यालय से जुड़े हुए है। अभियान के अगले चरण में अति संवेदनशील एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कैमरे लगाए जाएंगे।
अपराध पर लगेगा अंकुश
पुलिस द्वारा लगाई गई तीसरी आंख पर त्वरित कार्रवाई हो सकेगी। कोतवाली के सामने के कैमरे में असामाजिक तत्वों द्वारा बवाल करने की घटनाओं पर एसपी की नजर रहेगी। वहीं चौराहों पर जुलूस, दुर्घटना, व्यक्ति वाहन सहित अन्य हलचल पर एसपी की सीधी नजर रहेगी। जिससे पुलिस को असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी होगी। साथ ही सीजन के दौरान शहर के मुख्य मार्गों पर सैलानियों को परेशान करते लपके व वाहनों से पीछा करने वाले लपकों को भी पकड़ा जा सकेगा।
त्वरित कार्रवाई हो सकेगी
आए दिन शहर में होने वाले छोटे मोटे अपराध व लड़ाई झगड़े, शराबी सहित अन्य छोटी मोटी घटना होने पर मौके पर पुलिस पहुंचती थी तब तक आरोपी भाग निकलते थे। लेकिन कैमरा उन अपराधियों की तस्वीर निकालेगा तथा घटना होते ही पुलिस को जानकारी मिल जाएगी। जिससे त्वरित कार्रवाई को अंजाम दिया जा सकेगा। वहीं वाहन दुर्घटनाओं में पुलिस वाहनों के नंबर देखकर सीधे मालिक के खिलाफ कार्रवाई कर सकेगी। इसके साथ ही अवैध वाहनों पर भी लगाम लगेगी। साथ ही लापरवाही से वाहन पार्क करने वालों पर भी कार्रवाई होगी।
मोशन सहित नई तकनीक युक्त कैमरों पर एसपी की रहेगी नजर
॥ शहर में बढ़ते अपराधों एवं असमाजिक गतिविधियों पर कैमरों के द्वारा सीधी नजर रखी जाकर कार्रवाई की जाएगी। आगामी दिनों में शहर के संवेदनशील स्थानों पर कैमरे लगाएं जाएंगे।ञ्जञ्ज
पंकज चौधरी, एसपी जैसलमेर
पांच प्रमुख स्थानों पर लगे कैमरे
पुलिस द्वारा पहले चरण में हनुमान चौराहा, पुलिस कोतवाली, गीता आश्रम चौराहा, कचहरी रोड, अमरसागर गेट रोड पर कैमरे लगाए गए है। हनुमान चौराहा पर मोशन कैमरा लगाया गया है जो चारों तरफ घूम सकता है तथा किसी भी एंगल पर स्थिर किया जा सकता है। साथ ही जूम करके भी स्पष्ट तस्वीर निकाली जा सकती है। यह सभी स्थान शहर के सबसे व्यस्तम क्षेत्रों में आते है। जहां आए दिन कोई न कोई दुर्घटना सहित अन्य घटनाएं होती है। कैमरे लगने से किसी भी घटना पर त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी।
हाई सेंसर के हैं कैमरे
पुलिस द्वारा जो कैमरे लगाए गए है वह हाई रेज्युलेशन के है। जिनके द्वारा स्पष्ट तस्वीर निकाली जा सकेगी। सभी कैमरे एसपी कार्यालय से सीधे जुड़े हुए है। ऑनलाइन होने के कारण सीधे ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हर स्थिति में नजर रखी जाएगी। साथ ही पुलिस कोतवाली का कैमरा भी ऑनलाइन होने से कोतवाली के आगे होने वाले धरने प्रदर्शन पर भी नजर रहेगी। साथ ही रिकॉर्डिंग भी देख कर कार्रवाई हो सकेगी।
जैसलमेर पुलिस ने शहर के पांच संवेदनशील एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लगाए सीसीटीवी कैमरे, हाई रेज्युलेशन एवं
जैसलमेर शहर में होने वाली हर छोटी से छोटी हरकत पर टाइगर की पैनी नजर रहेगी। एसपी पंकज चौधरी ने शहर में बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए शहर में जगह-जगह तीसरी आंख लगाई गई है। इस अभियान के पहले चरण में शहर में छह स्थानों पर कैमरे लगाए गए है। जिनके द्वारा एसपी पंकज चौधरी अपने कार्यालय में ही बैठ कर पूरी हरकत पर नजर रखेंगे। पहले चरण में अमरसागर गेट रोड, कचहरी रोड, गीता आश्रम चौराहा, कोतवाली रोड, हनुमान चौराहा तथा पुलिस चौकी पर कैमरे लगाए गए है। यह कैमरे इंटरनेट के माध्यम से एसपी कार्यालय से जुड़े हुए है। अभियान के अगले चरण में अति संवेदनशील एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कैमरे लगाए जाएंगे।
अपराध पर लगेगा अंकुश
पुलिस द्वारा लगाई गई तीसरी आंख पर त्वरित कार्रवाई हो सकेगी। कोतवाली के सामने के कैमरे में असामाजिक तत्वों द्वारा बवाल करने की घटनाओं पर एसपी की नजर रहेगी। वहीं चौराहों पर जुलूस, दुर्घटना, व्यक्ति वाहन सहित अन्य हलचल पर एसपी की सीधी नजर रहेगी। जिससे पुलिस को असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी होगी। साथ ही सीजन के दौरान शहर के मुख्य मार्गों पर सैलानियों को परेशान करते लपके व वाहनों से पीछा करने वाले लपकों को भी पकड़ा जा सकेगा।
त्वरित कार्रवाई हो सकेगी
आए दिन शहर में होने वाले छोटे मोटे अपराध व लड़ाई झगड़े, शराबी सहित अन्य छोटी मोटी घटना होने पर मौके पर पुलिस पहुंचती थी तब तक आरोपी भाग निकलते थे। लेकिन कैमरा उन अपराधियों की तस्वीर निकालेगा तथा घटना होते ही पुलिस को जानकारी मिल जाएगी। जिससे त्वरित कार्रवाई को अंजाम दिया जा सकेगा। वहीं वाहन दुर्घटनाओं में पुलिस वाहनों के नंबर देखकर सीधे मालिक के खिलाफ कार्रवाई कर सकेगी। इसके साथ ही अवैध वाहनों पर भी लगाम लगेगी। साथ ही लापरवाही से वाहन पार्क करने वालों पर भी कार्रवाई होगी।
मोशन सहित नई तकनीक युक्त कैमरों पर एसपी की रहेगी नजर
॥ शहर में बढ़ते अपराधों एवं असमाजिक गतिविधियों पर कैमरों के द्वारा सीधी नजर रखी जाकर कार्रवाई की जाएगी। आगामी दिनों में शहर के संवेदनशील स्थानों पर कैमरे लगाएं जाएंगे।ञ्जञ्ज
पंकज चौधरी, एसपी जैसलमेर
पांच प्रमुख स्थानों पर लगे कैमरे
पुलिस द्वारा पहले चरण में हनुमान चौराहा, पुलिस कोतवाली, गीता आश्रम चौराहा, कचहरी रोड, अमरसागर गेट रोड पर कैमरे लगाए गए है। हनुमान चौराहा पर मोशन कैमरा लगाया गया है जो चारों तरफ घूम सकता है तथा किसी भी एंगल पर स्थिर किया जा सकता है। साथ ही जूम करके भी स्पष्ट तस्वीर निकाली जा सकती है। यह सभी स्थान शहर के सबसे व्यस्तम क्षेत्रों में आते है। जहां आए दिन कोई न कोई दुर्घटना सहित अन्य घटनाएं होती है। कैमरे लगने से किसी भी घटना पर त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी।
हाई सेंसर के हैं कैमरे
पुलिस द्वारा जो कैमरे लगाए गए है वह हाई रेज्युलेशन के है। जिनके द्वारा स्पष्ट तस्वीर निकाली जा सकेगी। सभी कैमरे एसपी कार्यालय से सीधे जुड़े हुए है। ऑनलाइन होने के कारण सीधे ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हर स्थिति में नजर रखी जाएगी। साथ ही पुलिस कोतवाली का कैमरा भी ऑनलाइन होने से कोतवाली के आगे होने वाले धरने प्रदर्शन पर भी नजर रहेगी। साथ ही रिकॉर्डिंग भी देख कर कार्रवाई हो सकेगी।
"वयस्क" एक साल से किशोर गृह में!
"वयस्क" एक साल से किशोर गृह में!
बाड़मेर। हथियार तस्करी के संगीन मामले में पकड़ा गया एक बाल अपचारी संप्रेषण एवं किशोर गृह में रहते-रहते बालिग हो गया। नियमानुसार उसे केन्द्रीय कारागृह मे भेजना था, लेकिन विभाग को यह ध्यान ही नहीं रहा। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद उप निदेशक बाल कल्याण विभाग ने भी यह आदेश दे रखे हैं कि बाल अपचारी की उम्र 18 पार होते ही उसे कारागृह मे स्थानांतरित किया जाए।
जिले के मारूड़ी गांव के निकट वर्ष 2009 में हथियारों का जखीरा पकड़ा गया था। इसमें चार अन्य आरोपितों के साथ एक बाल अपचारी भी था। अन्य को जेल हो गई, लेकिन इसे 1 अगस्त 2011 को जिला मुख्यालय स्थित संप्रेषण एवं किशोर सुधार गृह में रखा गया। तब उसकी उम्र 17 वर्ष दर्ज है। अगले साल वर्ष 2012 में ही यह अपचारी 18 वर्ष का हो गया। उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार 2 जून 2004 को ही विभाग ने परिपत्र के जरिए निर्देशित कर दिया था कि 18 वर्ष का होते ही बाल अपचारी को केन्द्रीय कारागृह में स्थानांतरित करने की व्यवस्था करें लेकिन सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग के यह ध्यान में नहीं रहा। विभाग ने इसके लिए दुबारा मार्गदर्शन मांगा तो 14 फरवरी 2013 के अन्य स्मरण परिपत्र का हवाला देते हुए फिर यही निर्देश दिया गया कि 18 वर्ष का होते ही बाल अपचारी को केन्द्रीय कारागृह में स्थानांतरित किया जाए लेकिन अभी तक इस दिशा में कार्रवाई नहीं हुई है।
मासूम बच्चे भी यहीं
इसी किशोर संप्रेषण गृह में बाल सुधार गृह भी संचालित हो रहा है। जिसमे बाल अपचारियों के अलावा ऎसे बच्चे भी हैं जो गुमशुदा है या कोई सहारा नहीं होने से इधर उधर घूम रहे हैं। उनको सुधार के लिए यहां दाखिल किया गया है। इन बच्चों के साथ ही वयस्क हो चुका बाल अपचारी रह रहा है।
अन्य पर असर
जो बच्चे सामान्य अपराध और गुमशुदगी के कारण बाल सुधार गृह में रह रहे हैं, उन पर इसका असर होगा। वयस्क हो चुके बाल अपचारी को तत्काल यहां से स्थानांतरित किया जाए। महेश पनपालिया, सामाजिक कार्यकर्ता
किशोर न्याय बोर्ड को लिखा
यह बाल अपचारी पिछले साल ही 18 वर्ष का हो गया था। हमारे पास परिपत्र नहीं था। परिपत्र आने के बाद कार्रवाई के लिए किशोर न्याय बोर्ड को पत्र भेजा गया है। रेवंतसिंह, सहायक निदेशक, सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग
बाड़मेर। हथियार तस्करी के संगीन मामले में पकड़ा गया एक बाल अपचारी संप्रेषण एवं किशोर गृह में रहते-रहते बालिग हो गया। नियमानुसार उसे केन्द्रीय कारागृह मे भेजना था, लेकिन विभाग को यह ध्यान ही नहीं रहा। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद उप निदेशक बाल कल्याण विभाग ने भी यह आदेश दे रखे हैं कि बाल अपचारी की उम्र 18 पार होते ही उसे कारागृह मे स्थानांतरित किया जाए।
जिले के मारूड़ी गांव के निकट वर्ष 2009 में हथियारों का जखीरा पकड़ा गया था। इसमें चार अन्य आरोपितों के साथ एक बाल अपचारी भी था। अन्य को जेल हो गई, लेकिन इसे 1 अगस्त 2011 को जिला मुख्यालय स्थित संप्रेषण एवं किशोर सुधार गृह में रखा गया। तब उसकी उम्र 17 वर्ष दर्ज है। अगले साल वर्ष 2012 में ही यह अपचारी 18 वर्ष का हो गया। उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार 2 जून 2004 को ही विभाग ने परिपत्र के जरिए निर्देशित कर दिया था कि 18 वर्ष का होते ही बाल अपचारी को केन्द्रीय कारागृह में स्थानांतरित करने की व्यवस्था करें लेकिन सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग के यह ध्यान में नहीं रहा। विभाग ने इसके लिए दुबारा मार्गदर्शन मांगा तो 14 फरवरी 2013 के अन्य स्मरण परिपत्र का हवाला देते हुए फिर यही निर्देश दिया गया कि 18 वर्ष का होते ही बाल अपचारी को केन्द्रीय कारागृह में स्थानांतरित किया जाए लेकिन अभी तक इस दिशा में कार्रवाई नहीं हुई है।
मासूम बच्चे भी यहीं
इसी किशोर संप्रेषण गृह में बाल सुधार गृह भी संचालित हो रहा है। जिसमे बाल अपचारियों के अलावा ऎसे बच्चे भी हैं जो गुमशुदा है या कोई सहारा नहीं होने से इधर उधर घूम रहे हैं। उनको सुधार के लिए यहां दाखिल किया गया है। इन बच्चों के साथ ही वयस्क हो चुका बाल अपचारी रह रहा है।
अन्य पर असर
जो बच्चे सामान्य अपराध और गुमशुदगी के कारण बाल सुधार गृह में रह रहे हैं, उन पर इसका असर होगा। वयस्क हो चुके बाल अपचारी को तत्काल यहां से स्थानांतरित किया जाए। महेश पनपालिया, सामाजिक कार्यकर्ता
किशोर न्याय बोर्ड को लिखा
यह बाल अपचारी पिछले साल ही 18 वर्ष का हो गया था। हमारे पास परिपत्र नहीं था। परिपत्र आने के बाद कार्रवाई के लिए किशोर न्याय बोर्ड को पत्र भेजा गया है। रेवंतसिंह, सहायक निदेशक, सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग
प्रदेश में प्रथम रहीं टीपू का सम्मान
प्रदेश में प्रथम रहीं टीपू का सम्मान
बालोतरा त्न बीएचएमएस तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम में बालोतरा की टीपू सारण पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रही। श्रीगंगानगर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में पढऩे वाली टीपू को प्रथम स्थान पर रहने पर एनआईसी की वरिष्ठ तकनीकी निदेशक अरुणा चाबा ने सम्मानित किया। अव्वल रहने वाली छात्रा के पिता हीराराम सारण ने बताया कि टीपू बचपन से ही मेधावी छात्रा रही है। इसके अलावा हर कक्षा में हमेशा अव्वल रही है। टीपू की इस सफलता पर परिजनों और अन्य लोगों ने हर्ष जताया।
सड़क हादसे में दो की मौत, एक घायल
सड़क हादसे में दो की मौत, एक घायल
धानेरा के पास रोजड़े को बचाने के चक्कर में कार ने पलटी, पालनपुर से बाड़मेर लौट रहे थे कार सवार
बाड़मेर गुजरात के धानेरा के पास हाइवे पर कार पलटने से दो जनो की मौत हो गई। जबकि एक जना गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए डीसा लेकर गए। सूचना मिलने पर गुजरात पुलिस मौके पर पहुंची। शव मृतकों के परिजनों को सुपुर्द किए। ये लोग पालनपुर से बाड़मेर लौट रहे थे।
जानकारी के अनुसार भाखरसिंह (45) पुत्र करणसिंह रावणा राजपूत निवासी भाडखा, धर्मसिंह (25) पुत्र दुर्जनसिंह राजपूत निवासी बाड़मेर आगौर व गिरधरसिंह निवासी कुबडिय़ा गुरुवार को पालनपुर से बाड़मेर के लिए रवाना हुए। रात्रि 3 बजे धानेरा के पास हाइवे पर अचानक रोजड़ा आ गया। जिसे बचाने के चक्कर में कार का संतुलन बिगडऩे से पलटी खा गई। जिससे भाखरसिंह व धर्मसिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। गिरधसिंह घायल हो गया। हादसे की सूचना के बाद गुजरात पुलिस मौके पर पहुंची। घायल को उपचार के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया। सूचना मिलने पर मृतकों के परिजन पहुंचे। जिन्हें शव सौंपे दिए। ये लोग पालनपुर में गाड़ी खरीदने गए थे।
आगौर व भाडखा में शोक की लहर
हादसे में भाखरसिंह व धर्मसिंह की मौत के समाचार मिलते ही भाडखा व बाड़मेर आगौर में शोक की लहर दौड़ गई। घरों में चूल्हे तक नहीं जले। अंतिम संस्कार में बड़ी तादाद में लोग शरीक हुए।
बीस साल बाद मिला संतान सुख: भाडखा निवासी भाखरसिंह पैसे से ठेकेदार था। शादी के बीस साल बाद होली से कुछ दिन पहले घर में थाली बजी। बेटे की खुशी के उपलक्ष्य में होली पर ढूंढ का आयोजन किया गया। जिसमें परिजन व रिश्तेदार शरीक हुए थे।
गागरिया में मनरेगा व बीएडीपी में लाखों का गड़बड़झाला
गागरिया में मनरेगा व बीएडीपी में लाखों का गड़बड़झाला
स्कूल चार दीवारी, टांका व ग्रेवल सड़क निर्माण में भारी अनियमितताएं, कागजों में पूर्ण, धरातल पर अधूरे कार्यों का उठा लिया भुगतान
पंचायत कार्यों में भारी अनियमितताएं
बाड़मेर ग्राम पंचायत गागरिया में मनरेगा, बीएडीपी योजना से स्वीकृत कार्यों में गड़बड़झाला सामने आया है। अधूरे कार्यों का पूरा भुगतान उठा लिया तो कहीं पर कागजों में कार्य दर्शाते हुए बजट जीम गए। सामग्री सप्लायर्स के फायदे के लिए कायदों को कुर्बानी दी गई। कार्मिकों की कारस्तानी से लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया। मनरेगा से स्वीकृत ग्रेवल सड़क, टांका निर्माण समेत कई कार्यों में जमकर बंदरबांट की गई। मगर जिम्मेदारों ने अनियमितताओं की जांच तक की जहमत नहीं जुटाई। नतीजतन नियमों को ताक पर रखते हुए कार्य करवाए जा रहे हैं। बाड़मेर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत गागरिया में बीएडीपी योजना से 30 मार्च 2012 को राजकीय प्राथमिक विद्यालय राणा भील की ढाणी में चारदीवारी स्वीकृत की गई। जिसके लिए पांच लाख रुपए का बजट मंजूर किया गया। ग्राम पंचायत ने चार दीवारी का निर्माण अधूरा छोड़ दिया। जबकि कागजों में निर्माण पूर्ण बताते हुए बजट उठा लिया। सामग्री मद से 3.40 लाख रुपए खर्च किए जाने थे, पंचायत ने सामग्री सप्लायर्स महालक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी बाड़मेर को 4 लाख रुपए का भुगतान किया। जिसका इन्द्राज केश बुक में है। सार्वजनिक शौचालय मस्जिद के पास मदरूप का पार में निर्माण किए बिना ही सामग्री सप्लायर्स को 27217 रुपए का बजट जारी कर दिया। इसी तरह मथरा पुत्र सीवाराम निवासी कंटल का पार के नाम से स्वीकृत सार्वजनिक टांके के लिए गड्ढा खोदकर भुगतान उठा लिया। इतना ही नहीं आत्माराम पुत्र रूघाराम निवासी भीलो का पार में वर्ष 2012 में सार्वजनिक टांका स्वीकृत किया गया। पंचायत से एक भी किश्त जारी नहीं की गई। जबकि आत्मा ने अपने ही पैसों से टांका निर्माण पूरा करवा िया। इस तरह विभिन्न योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में भारी अनियमितताएं बरती गई।
ग्रेवल सड़कों में फर्जीवाड़ा
ग्राम पंचायत गागरिया में मनरेगा योजना से बिजरियाड़ सड़क से कासम की ढाणी एक किलोमीटर ग्रेवल सड़क स्वीकृत है। पंचायत ने आधा किलोमीटर ग्रेवल सड़क का आधा अधूरा कार्य करके कत्र्तव्य की इतिश्री कर दी। सड़क निर्माण में ग्रेवल अभे का पार का उपयोग में लिया गया, जबकि बिलों में दूसरे गांव से ग्रेवल परिवहन करने के बिल प्रस्तुत किए गए। इसी तरह मुनाबाव रोड से जेसाराम की ढाणी तक आधा किलोमीटर ग्रेवल सड़क स्वीकृत होने पर पूर्व में बनी खरंजा सड़क पर ग्रेवल बिछाकर भुगतान उठा लिया। जबकि यह सड़क पहले से बनी थी।
कैश बुक व रिकार्ड में हेरा फेरी
ग्राम पंचायत की कैश बुक में मनरेगा योजना के लिए सामग्री सप्लायर्स मैसर्स रहमान खां नोहड़ी एंड संस को एडवांस भुगतान किया गया। कार्य स्वीकृत होने पर शुरू किए बिना ही बैंक से अलग-अलग फर्मों को भुगतान दर्शा रखा है। इतना ही नहीं रिकार्ड में कांट छांट की गई। कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत है, मगर कार्य ठेकेदार से करवाए जा रहे हैं।
॥ मनरेगा व अन्य योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में लाखों रुपए का घोटला किया गया है। आधे अधूरे कार्यों को कागजों में पूर्ण दर्शाते हुए भुगतान उठा लिया। इस संबंध में शिकायत दर्ज करवा रखी है। कई कार्य तो हुए ही नहीं कागजों में दिखाकर भुगतान उठाया गया। इस मामले की जांच करने पर भारी अनियमितताएं सामने आएगी।
जीवाराम मेघवाल, पूर्व सरपंच गागरिया
॥ ग्राम पंचायत गागरिया में बीएडीपी से स्वीकृत स्कूल चारदीवारी निर्माण कार्य अधूरा है। जिसका भुगतान उठाने के बारे में जानकारी नहीं है। मौके पर ढ़ाई लाख का कार्य हो रखा है। अन्य योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में अनियमितता के मामले की जांच की जाएगी।
आईदानसिंह, विकास अधिकारी बाड़मेर
॥ मैने अभी कार्यभार ग्रहण किया है। गागरिया पंचायत के मामले को प्राथमिकता से लिया जाएगा। मनरेगा में भ्रष्टाचार के मामले की जांच करवाई जाएगी।
मांगीलाल गौड़, लोकपाल (मनरेगा), जिला परिषद बाड़मेर
॥ मनरेगा व अन्य योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में लाखों रुपए का घोटला किया गया है। आधे अधूरे कार्यों को कागजों में पूर्ण दर्शाते हुए भुगतान उठा लिया। इस संबंध में शिकायत दर्ज करवा रखी है। कई कार्य तो हुए ही नहीं कागजों में दिखाकर भुगतान उठाया गया। इस मामले की जांच करने पर भारी अनियमितताएं सामने आएगी।
जीवाराम मेघवाल, पूर्व सरपंच गागरिया
॥ ग्राम पंचायत गागरिया में बीएडीपी से स्वीकृत स्कूल चारदीवारी निर्माण कार्य अधूरा है। जिसका भुगतान उठाने के बारे में जानकारी नहीं है। मौके पर ढ़ाई लाख का कार्य हो रखा है। अन्य योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में अनियमितता के मामले की जांच की जाएगी।
आईदानसिंह, विकास अधिकारी बाड़मेर
॥ मैने अभी कार्यभार ग्रहण किया है। गागरिया पंचायत के मामले को प्राथमिकता से लिया जाएगा। मनरेगा में भ्रष्टाचार के मामले की जांच करवाई जाएगी।
मांगीलाल गौड़, लोकपाल (मनरेगा), जिला परिषद बाड़मेर
पारा 43 पार, गर्मी से बेहाल
पारा 43 पार, गर्मी से बेहाल
बाड़मेर। जिले में गर्मी और तेज हो गई है। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 43 डिग्री को पार कर गया। साथ में लू के थपेड़े चलने से आमजन की परेशानी और बढ़ गई। शुक्रवार इस गर्मी का अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। तापमान 43.2 डिग्री को छू गया। गर्मी के तेवर तीखे होने से आमजन की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है।
दोपहर में लोग घरों से बाहर निकलने की जगह सुस्ताने में भलाई समझ रहे है। सुबह के साथ ही गर्मी का असर दिखने लगा है। दोपहर में हाड़ जलाती गर्मी के साथ लू चलने से हवा भी शरीर को तपा देती है। ऎसे में दोपहर में चहुंओर सूनापन नजर आता है। आमतौर पर शहर के बाजार में नजर आने वाली रौनक गायब हो गई है। सड़कें पर वाहनों की आवाजाही थम सी जाती है। घरों में कूलर व एसी गर्मी से थोड़ी राहत दे रहे हैं।
शीतल पेय की मांग बढ़ी
गर्मी के तेवर तीखे होते ही बाजार में शीतल पेय की मांग बढ़ गई है। लोग चाय-कॉफी की जगह ठण्डे पेय, ज्यूस को पसंद कर रहे हंै।
बाड़मेर। जिले में गर्मी और तेज हो गई है। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 43 डिग्री को पार कर गया। साथ में लू के थपेड़े चलने से आमजन की परेशानी और बढ़ गई। शुक्रवार इस गर्मी का अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। तापमान 43.2 डिग्री को छू गया। गर्मी के तेवर तीखे होने से आमजन की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है।
दोपहर में लोग घरों से बाहर निकलने की जगह सुस्ताने में भलाई समझ रहे है। सुबह के साथ ही गर्मी का असर दिखने लगा है। दोपहर में हाड़ जलाती गर्मी के साथ लू चलने से हवा भी शरीर को तपा देती है। ऎसे में दोपहर में चहुंओर सूनापन नजर आता है। आमतौर पर शहर के बाजार में नजर आने वाली रौनक गायब हो गई है। सड़कें पर वाहनों की आवाजाही थम सी जाती है। घरों में कूलर व एसी गर्मी से थोड़ी राहत दे रहे हैं।
शीतल पेय की मांग बढ़ी
गर्मी के तेवर तीखे होते ही बाजार में शीतल पेय की मांग बढ़ गई है। लोग चाय-कॉफी की जगह ठण्डे पेय, ज्यूस को पसंद कर रहे हंै।
जांगिड़ को आईएएस परीक्षा में 689वीं रैंक
जांगिड़ को आईएएस परीक्षा में 689वीं रैंक
बाड़मेर भारतीय संघ लोक सेवा आयोग की ओर से शुक्रवार को घोषित हुए आईएएस परीक्षा के परिणाम में बाड़मेर के शंकरलाल जांगिड़ ने 689वीं रैंक हासिल की। जांगिड़ ने अपने पहले प्रयास में ही सफलता प्राप्त की। परिणाम घोषित होते ही जांगिड़ के परिवार व मित्रों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। मूल रूप से जांगिड़ चौहटन क्षेत्र के गंगाला गांव में रहने वाले सामान्य परिवार से है। पिता स्व. अर्जुनराम सामान्य किसान थे। वहीं बड़ा भाई जोगाराम जांगिड़ का 2006 बैच में आईएएस में चयन हुआ था। जोगाराम अभी कोटा के कलेक्टर पद पर कार्यरत है।
पीजी कॉलेज से ग्रेजुएशन
जिला मुख्यालय स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से नियमित विद्यार्थी के रूप में वर्ष 2010 में बीए का अध्ययन पूरा करने के बाद से ही शंकरलाल लगातार सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुटा था। उन्होंने जयपुर में ही रहकर इसकी तैयारी की।
आगे बढऩे का सपना
जांगिड़ ने बताया कि शुरूआत से ही उनका प्रशासनिक सेवा में जाने का लक्ष्य रहा है। अगली बार और ज्यादा अच्छी तरह से तैयारी कर आईएएस परीक्षा देकर अच्छी रैंक हासिल करने का प्रयास करुंगा। जांगिड़ के चयन पर कॉलेज व्याख्याता डॉ. हुकमाराम सुथार सहित अन्य लोगों ने गांधीनगर स्थित जांगिड़ के निवास पहुंच बधाई दी।
शुक्रवार, 3 मई 2013
अब तिहाड़ जेल में की कैदियों ने मारपीट, एक की मौत
नई दिल्ली. जम्मू की जेल में बंद एक पाकिस्तानी कैदी पर हुए हमले के बाद अब दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में भी कैदियों के बीच झड़प की खबर है। इस मारपीट में एक भारतीय कैदी की मौत हो गई है जबकि दो अन्य जख्मी हुए हैं। इन्हें दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक कैदी की हालत गंभीर है जिसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। ताजा घटना के बाद तिहाड़ जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है
जम्मू में पाकिस्तानी कैदी के सिर पर आपसी झड़प में ईंट और हथौड़े से हमला किया गया है। कैदी का नाम सनाउल्लाह हक (54) है और उस पर मर्डर के दोषी एक पूर्व फौजी ने हमला किया है। उसे जम्मू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था लेकिन गंभीर हालत होने की वजह से उसे चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। हालांकि केंद्रीय मंत्री फारुख अबदुल्ला ने दावा किया है कि घायल पाकिस्तानी कैदी की मौत नहीं होगी, लेकिन सरबजीत मारा गया। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि कम से कम भारत में हमले की जांच होती है और इसके कारण का पता चल जाएगा, पाकिस्तान में तो जांच भी नहीं होती है।
सनाउल्लाह जम्मू की कोट बलवाल जेल में 17 साल से बंद है। घटना को सरबजीत पर पाकिस्तानी जेल में हुए हमले का बदला माना जा रहा है। सनाउल्लाह हक पाकिस्तान के सियालकोट के पास दालोवाली का रहने वाला है। वह 1994 में जम्मू के पास एक बस को विस्फोट से उड़ाने का दोषी है। इस विस्फोट में 10 लोग मारे गए थे। उसे आजीवन कारावस की सजा मिली है। सूत्रों के मुताबिक सुबह ब्रेक के समय दोनों कैदी एक साथ बीड़ी पी रहे थे। दोनों के बीच विवाद होने पर विनोद ने उस पर गैंती से हमला कर दिया।
सनाउल्लाह पर हमले के तत्काल बाद पाकिस्तान ने तेवर दिखाए हैं। उसने मामले की जांच की मांग करते हुए यह भी मांग उठाई कि उसके राजनयिकों को कैदी से मिलने की इजाजत दी जाए। पाकिस्तान ने सनाउल्लाह को वापस भेजने की मांग भी की है। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि पाक नागरिक पर हमले की जांच की जा रही है। उसी के बाद कुछ कहा जा सकेगा। पाकिस्तान ने घटना की निंदा की है तो भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर खेद जाहिर किया है और कहा है कि इंलाज का इंतजाम पूरा हो जाने पर पाक अधिकारियों को घायल कैदी से मिलने की इजाजत दी जाएगी।
सनाउल्लाह पर हमले के मामले में जम्मू-कश्मीर सरकार ने कोट बलवाल जेल अधीक्षक रजनी सहगल और उनके स्टाफ को सस्पेंड कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पाकिस्तानी उच्चायोग ने विदेश मंत्रालय स्तर पर मामले को उठाया है औऱ अपने अधिकारियों की जम्मू में घायल कैदी से मुलाकात की इजाजत मांगी है। इस हमले के बाद कोट बलवाल जेल में बंद सभी पाकिस्तानी कैदियों को अलग सेल में रखने की तैयारी की जा रही है
न्यूड पेंटिंग्स बनाने वाली पाकिस्तानी बाला पर फिदा हुआ कट्टरवादी भारतीय नेता
दिल्ली। अलगावादी नेता और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक को गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ये अलगावादी नेता हमेशा से ही विवादों में रहा है। कभी भारत के मोस्ट वांटेड हाफिज सईद के साथ फोटो खिचवाने पर तो कभी अपने बयानों के कारण।
मलिक की शादी भी विवादों में रही है। यासीन ने एक पाकिस्तानी एक्टिविस्ट से निकाह किया है। 22 फरवरी 2009 को यासीन ने मुशाल हुसैन मलिक से निकाह किया। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की छात्रा रही मुशाल से अक्टूबर 2008 में यासीन मलिक ने सगाई की थी। मूलत: लंदन में रहने वाली मुशाला न्यूड पेंटिंग्स करती हैं।
मुशाल के पिता एम. ए. हुसैन अंतरराष्ट्रीय स्तर के अर्थशास्त्री थे, जबकि उनकी मां रेहाना हुसैन मलिक पाकिस्तान मुस्लिम लीग की विमिन विंग की सेक्रटरी जनरल रह चुकी हैं। मुशाल के भाई हैदर अली हुसैन मलिक वॉशिंगटन डीसी में साउथ एशिया पॉलिसी के एक्सपर्ट हैं। यासीन उन पांच आतंकवादियों में से एक हैं जिन्होंने कश्मीर में 1989 में आजादी के लिए अभियान शुरू किया था।
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