शुक्रवार, 3 मई 2013

उदयपुर में बाड़मेर आ रहे 1067 बॉक्स शराब-बीयर जब्त

उदयपुर में बाड़मेर आ रहे 1067 बॉक्स शराब-बीयर जब्त 

उदयपुर। शहर की प्रतापनगर थाना पुलिस ने बीती रात नाकाबंदी के दौरान लाखो रूपए कीमत की शराब से भरे दो ट्रक पकड़ उनके चालक व खलासी को गिर तार किया। जब्त शराब तस्करी कर बाड़मेर से गुजरात पहुंचाई जाने वाली थी।


जिला पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि मुखबीर की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) व पुलिस उपअधीक्षक (पूर्व) के निर्देशन में प्रतापनगर थानाधिकारी मनजीत सिंह के नेतृत्व में कांस्टेबल सत्यप्रकाश,उपनिरीक्षक भरत योगी,सहायक उपनिरीक्षक मांगीलाल,हैडकांस्टेबल अर्जुन सिंह,पर्वतसिंह, बुटीराम,बाबूलाल,किशनदास,धर्मेन्द्र,कालू,महिपाल की टीम ने देबारी घाटे में नाकाबंदी कर उदयपुर नंबर के ट्रक को रोक तलाशी ली।


इसमें हरियाणा निर्मित विभिन्न ब्राण्डों की 767 कर्टन अंग्रेजी शराब व 300 कर्टन बीयर जब्त की। यह शराब केवल हरियाणा में ही बिक्री के लिए थी। शराब के अवैध परिवहन के आरोप में चिकारड़ा (चित्तौड़गढ़) निवासी चालक नारायणलाल पुत्र वजेराम मेनारिया व खलासी मुन्ना पुत्र घीसु फकीर को गिर तार किया।


इसी प्रकार एक अन्य सूचना पर इसी टीम ने प्रतापनगर चौराहा पर नाकाबंदी करते हुए हरियाणा नंबर के कंटेनर को रोक तलाशी ली,जिसमें विभिन्न ब्राण्डों की अंग्रेजी शराब के 858 कर्टन व 195 कर्टन बीयर जब्त की। इस मामले में कंटेनर चालक ईसरोल थाना चौहटन (बाड़मेर) व भाजभर थाना रामसर (बाड़मेर) निवासी खलासी रायचंद पुत्र बालाराम जाट को गिर तार किया। इनसे पूछताछ की जा रही है।
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चित्तौड़ के मयूर को आईएएस में 11वीं रैंक

चित्तौड़ के मयूर को आईएएस में 11वीं रैंक

चित्तौड़गढ़. भारतीय संघ लोक सेवा आयोग द्वारा शुक्रवार को घोषित परीक्षा परिणामों में चित्तौड़गढ़ के मयूर दीक्षित ने राष्ट्रीय स्तर पर 11वीं रैंक हासिल की है। यह उसका दूसरा प्रयास था। गत वर्ष मयूर 263वीं स्थान पर रहा और कस्टम कमीशन में उसका चयन हो गया।

मेहनत व भाग्य का खेल

फरीदाबाद में 4 माह की कस्टम सर्विस की ट्रेनिंग ले चुके मयूर ने राजस्थान पत्रिका को दूरभाष पर इस कामयाबी को मेहनत व भाग्य का खेल बताया। उसने ट्रेनिंग के दौरान घर पर ही कड़ी मेहनत की। अपरान्ह बाद इंटरनेट पर जैसे ही परिणाम आया, उसके मोबाइल फोन पर बधाइयों का तांता लग गया।

देश सेवा ही मकसद

मयूर ने बताया कि बचपन से ही उसका सपना कलक्टर बनकर सेवा करना रहा है। इसी कारण उसने पहली प्राथमिकता आईएएस को दी। विदेश सेवा को दूसरी प्राथमिकता में रखा।

प्रतिभाओं का परिवार

आईआईटी कानपुर से गोल्ड मेडलिस्ट मयूर ने बाद में आईआईएम बंग्लौर से एमबीए किया। इसके बाद गत वर्ष उसने आईएएस परीक्षा में भाग लिया और कस्टम सर्विस में चयन हो गया। इसके बाद भी मयूर भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बनने के लक्ष्य में जुटा रहा और इस वर्ष फिर से परीक्षा दी। मयूर के अग्रज मधुर आईआईटी चैन्नई से क?प्यूटर इंजीनियर होकर पिछले दस साल से माइक्रोसॉ?ट क?पनी हैदराबाद में बतौर सॉ?टवेयर इंजीनियर है। छोटा भाईमनुज कोटा में 12वीं कक्षा में अध्ययनरत है। पिता डॉ. उमेश दीक्षित पशुपालन विभाग में संयुक्त निदेशक व माता कल्याणी दीक्षित यहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बालिका शहर में बतौर प्रधानाचार्य है।

फूफा बना हैवान,बच्ची से रेप फिर हत्या

फूफा बना हैवान,बच्ची से रेप फिर हत्या

शहडोल। गोहपारू थाना के उमरिया गांव में छह वर्षीय मासूम के साथ उसके फूफा ने ही पहले दुष्कर्म किया और फिर पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी। दोपहर से ही घर से लापता मासूम का क्षत-विक्षत शव गुरूवार देर रात गांव के खेत से मिला। आरोपी फूफा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी ने बताया कि ग्रामीणों ने रात 10.30 बजे बच्ची के गुम होने की सूचना दी। बच्ची गुरूवार की दोपहर 12 बजे जंगल की ओर महुआ बीनने गई थी। शाम तक बच्ची के नहीं लौटने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम को जंगल में बच्ची का शव मिला।

उसका सिर पत्थर पटककर कुचला गया था। पुलिस के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि मासूम के जंगल जाते समय उसका फूफा भी पीछे से गया था। पुलिस ने संदेह के आधार पर फूफा को गिरफ्तार किया। उसने जुर्म कबूल कर लिया।

आईजी वेद प्रकाश शर्मा व एसपी जीजी पांडेय ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले की जांच के लिए विशेष दल गठित किया है। मासूम के शव का पोस्टमार्टम तीन सदस्यीय डॉक्टरों के दल ने गोहपारू सामुदायिक अस्पताल में किया। इसमें ज्यादती की पुष्टि हुई है। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी से पूछताछ कर रही है।

हरिता ने किया आईएएस में टॉप

हरिता ने किया आईएएस में टॉप

नई दिल्ली। इस साल की आईएएस परीक्षा के अंतिम परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए। यूपीएससी की ओर से आयोजित परीक्षा में केरल की हरिता वी.कुमार ने टॉप किया है। टॉप 10 में 5 लड़कियां शामिल हैं।

करीब 20 साल बाद केरल के किसी उम्मीदवार ने आईएएस परीक्षा में टॉप किया है। इससे पहले 1991 में केरल के उम्मीदवार अव्वल रहा था। हरिता के पास इस परीक्षा में पास होने का चौथा और आखिरी मौका था।

फरीदाबाद में आईआरएस अधिकारी की ट्रेनिंग ले रही हरिता ने अपनी सफलता के लिए टीचरों और घरवालों को धन्यवाद कहा है। केरल के ही श्रीराम वी ने दूसरी और जॉन वर्गीज ने चौथी रैंक हासिल की है।

स्तुति चरण तीसरे स्थान पर रही। परीक्षा में कुल 998 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। इनमें जनरल के 457,295 अन्य पिछड़ा वर्ग के,169 एससी के,77 एसटी के उम्मीदवार शामिल हैं।

ये रहे टॉप 10

1.हरिता वी कुमार(केरल)

2.श्रीराम वी(केरल)

3.स्तुति चरण

4.ए.जॉन वर्गीज(केरल)

5.रूचिका कात्याल

6.अरूण थम्बुराज

7.टी.प्रभुशंकर

8.वंदना

9.चांदनी सिंह

10.आशीष गुप्ता

सरबजीत को दिया शहीद का दर्जा

सरबजीत को दिया शहीद का दर्जा
निर्दोष सरबजीत की हत्या, आरोपी मनजीत मजे में
चण्डीगढ़। पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में शुक्रवार को पाकिस्तान में कैदियों के जानलेवा हमले का शिकार हुए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए शहीद का दर्जा दिया गया।

विधानसभा ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें सरबजीत को "देश का शहीद" बताया गया। सदस्यों ने खड़े होकर और कुछ देर मौन रहकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। विधानसभा में इस मुद्दे पर कोई बहस नहीं हुई।

पाकिस्तान में दो बम विस्फोटों के लिए मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत पर लाहौर की कोट लखपत जेल के कैदियों ने 26 अप्रैल को जानलेवा हमला कर दिया था, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए थे। उन्हें लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार देर रात उनकी मौत हो गई।

पाक जेल 36 भारतीय कैदी,20 विक्षिप्त

पाक जेल 36 भारतीय कैदी,20 विक्षिप्त

नई दिल्ली/लाहौर। पाकिस्तान में लाहौर के हत्यारे कोट लखत जेल में 36 ऎसे कैदी हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वे भारतीय नागरिक हैं। इनमें से 20 कैदी विक्षिप्त हैं। भारत-पाकिस्तान की जेलों में बंद कैदियों की दशा का अध्ययन करने के लिए बनाई गई संयुक्त न्यायिक समिति ने अपने छठे दौरे में पाकिस्तान की विभिन्न जेलों का भ्रमण किया।

समिति के अनुसार पाकिस्तान जेलों में कुल 535 भारतीय कैदी हैं जिनमें से 483 मछुआरे हैं। पचास से अधिक ऎसे कैदी हैं जिनकी राष्ट्रीयता को लेकर विवाद की स्थिति है। न्यायिक समिति ने भारत की ओर से अवकाश प्राप्त न्यायाधीश एएस गिल एवं एमए खान तथा पाकिस्तान की ओर से अवकाश प्राप्त न्यायाधीश अबुल कादिर चौधरी, नासिर असलम जाहिद और मियां मुहम्मद अजमल शामिल थे।

भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर हुए हमले के मद्देनजर इस समितिने 26 अप्रेल से एक मई तक लाहौर सहित विभिन्न पाकिस्तानी जेलों का दौरा किया। ये दल जब लाहौर पहुंचा उस समय सरबजीत जिन्ना अस्पताल में कोमा में था। समिति ने कोट लखपत जेल में भारतीय कैदी चम्बैल सिंह पर हुए जानलेवा हमले के बारे में कहा कि इस कैदी के अंतिम अवशेषों को दो महीने के बाद भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया।

चम्बैल सिंह की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट अभी तक भारतीय अधिकारियों को नहीं दी गई है। समिति ने पाकिस्तान से कहा कि ऎसा तुरंत किया जाए। समिति के अनुसार कराची में एक, रावलपिंडी में दो और कोट लखपत जेल में 20 ऎसे कैदी हैं जो मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं। समिति ने इन कैदियों की राष्ट्रीयता तय करने के लिए भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों से आग्रह किया।

रिश्वत लेते कैंसर विभागाध्यक्ष गिरफ्तार

रिश्वत लेते कैंसर विभागाध्यक्ष गिरफ्तार

-जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज से किया था एमबीबीएस व एमडी
-पंद्रह वर्ष से उदयपुर में है सेवारत

उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने संभाग मु यालय के महाराणा भूपाल चिकित्सालय के कैंसर विभागाध्यक्ष को शुक्रवार सुबह एक महिला रोगी के इलाज के लिए पांच सौ रूपए रिश्वत लेते उनके कक्ष से रंगे हाथ गिर तार किया। ब्यूरो की एक टीम उसके सरकारी आवास पर तलाशी ले रही है।


ब्यूरो चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपालसिंह चुण्डावत ने बताया कि कांकरोली राजसमंद निवासी श्यामसुंदर सुथार ने एक मई को शिकायत की कि उसकी रिश्तेदार एमड़ी निवासी कंकूबाई पत्नी स्व. रूपलाल सुथार के स्तन कैंसर के उपचार के लिए गत 29 मार्च को उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय में डॉ. सुरेश कुमार डंगायच को दिखाया। तब डॉ. डंगायच ने उनसे दो सौ रूपए फीस ली।


इसके बाद नौ अप्रेल को दुबारा दिखाकर भर्ती कराने पर डॉ. डंगायच ने पांच सौ रूपए ले लिये। एक मई को दिखाने जाने पर उन्होंने और पांच सौ रूपए की मांग की। वह यह राशि नहीं देना चाहता। इस पर ब्यूरो की टीम ने शिकायत का सत्यापन किया, जिसमें रिश्वत राशि मांग की पुष्टि हुई।


ब्यूरो दल ने शुक्रवार सुबह करीब सवा नौ बजे पीडित का इशारा मिलते ही डॉ. डंगायच के चिकित्सालय स्थित कक्ष में दबिश दी और उनके कमीज की जेब से रिश्वत के 500 रूपए का नोट बरामद किया। उनके हाथ धुलवाने पर लाल रंग आ गया। मूलत: जयपुर जिले में चौमू निवासी डॉ. डंगायच ने एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर से एमबीबीएस व एमडी किया। वे पिछले पंद्रह वर्ष से उदयपुर में सेवारत हैं और वर्ष 2010 से यहां कैंसर विभागाध्यक्ष के रूप में नियुक्त हैं।


एएसपी चुण्डावत ने बताया कि रिश्वत लेने के आरोप में गिर तार डॉ. डंगायत के चिकित्सालय परिसर स्थित सरकारी आवास पर निरीक्षक दिनेश सुखवाल के नेतृत्व में टीम तलाश ले रही है।


उधर,डॉ. डंगायच का कहना है कि उन्हें रंजिश के चलते फंसाया गया है। शिकायतकर्ता ने पिछले दिनों भी चिकित्सालय में पहले उपचार पाने के लिए हंगामा किया था। उन्होंने रिश्वत की राशि नहीं ली बल्कि शिकायतकर्ता ने जबरन उनकी जेब में रूपए रखे, जो निकालकर वापस उसे देते समय उनके हाथ पर रंग आ गया।

जम्मू में पाक कैदी पर हमला,कोमा में गया

जम्मू में पाक कैदी पर हमला,कोमा में गया
जम्मू। पाकिस्तान में भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर लाहौर के कोट लखपत जेल में हमले से मौत के बाद जम्मू की कड़ी सुरक्षा वाली कोट बलवाल जेल में एक साथी कैदी ने एक पाकिस्तानी कैदी पर हमला कर दिया। सिर में गंभीर चोट आने से पाकिस्तानी कैदी कोमा में चला गया।



हमले के शिकार हुए पाकिस्तानी कैदी को फ्लाइट से चंडीगढ़ के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। इसी बीच भारत और पाकिस्तान के बीच इस मामले को लेकर तनाव बढ़ने लगा है। जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे एक पूर्व भारतीय सैनिक ने शुक्रवार को सनाउल्लाह के सिर में हथौडे से वार किया था। दोनों में किसी बात पर झगड़ा हुआ था। पाकिस्तान में सियालकोट के रहने वाले सनाउल्लाह को पहले जम्मू के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया। डाक्टरों ने बताया कि वह कोमा में चला गया है।


भारत ने इस हमले को दुखद बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, मामले की जांच की जा रही है तथा दोषी को सजा मिलेगी। वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा,"यह यकीनन भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की मौत का बदला लिया गया है।"


इसी बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह सुझाव दिया है कि दोनों देशों के अधिकारियों को मिलकर भारतीय और पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा और मानवीय व्यवहार को सुनिश्चित करना चाहिए।


जम्मू कश्मीर सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं और जेल अधीक्षक को निलंबित भी कर दिया है। इसके अलावा भारत में पाकिस्तान के राजनयिकों को सनाउल्लाह से मिलने दिया जाएगा।


17 साल से जेल में है -

यह पाकिस्तानी कैदी पिछले 17 साल से कोट बलवाल जेल में है। उसके खिलाफ हत्या सहित आठ मामले दर्ज हैं। दो मामलों में उसे उम्रकैद की सजा हो चुकी है। वहीं विनोद पिछले छह साल से जेल में है। वह हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है।

पाक घुसपैठिए "बिलाल" से पूछताछ शुरू

पाक घुसपैठिए "बिलाल" से पूछताछ शुरू
बीकानेर। गंगानगर जिले के रावला थाना क्षेत्र में अवैध रूप से भारतीय सीमा में प्र्रवेश करते पकड़े गए पाकिस्तानी घुसपैठिए से भारतीय खुफिया एजेंंसियों ने शुक्रवार को पूछताछ शुरू कर दी है।


उल्लेखनीय है कि गुरूवार को खुफिया सूत्रों के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) ने पाकिस्तानी नागरिक बिलाल हुसैन(50) को पूछताछ के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने जरूरी कागजी कार्रवाई के बाद पुलिस ने उसे खुफिया एजेंसियों के सुपुर्द करने के आदेश जारी कर दिए।


सूत्रोंं के मुताबिक शुरूआती पूछताछ में बिलाल ने रास्ता भटककर गलती से भारतीय सीमा में आना बताया है। उसके पास आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली।


ज्ञात हो कि गत एक मई को वर्षा सीमा चौकी के पिलर नं.390 के पास बिलाल को बीएसएफ के जवानोंं ने भारतीय सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करते पकडा था। उसने खुद को पाकिस्तान के भाकर जिले के कुंंदरावाली गांव का निवासी बताया है।


किशोर और युवती को लौटाया

हाल ही में जिले की अनूपगढ क्षेत्र में पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में गलती से घुस आए एक किशोर और पंजाब के फाजिल्का क्षेत्र में रास्ता भटककर भारतीय सीमा में आई एक युवती को बीएसएफ ने मानवीय नजरिया अपनाते हुए एक दिन बाद ही पाकिस्तानी रेंजर के सुपुर्द कर दिया था।

राजकीय सम्मान के साथ हुआ सरबजीत का अंतिम संस्कार



नई दिल्ली। पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में बर्बर तरीके से मारे गए सरबजीत सिंह का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। सरबजीत सिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव भिखीविंड में शुक्रवार को दो बजे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने सरबजीत को मुखाग्नि दी। अंतिम रस्म के वक्त सरबजीत की बेटियों समेत परिजनों को अधिकारी संभाल रहे थे। सरबजीत के अंतिम दर्शन को लेकर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। प्रकाश सिंह बादल, सुखवीर सिंह कई नेता मौजूद थे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे।
live: Sarabjit's funeral, rahul reaches
जिस शहर के बाशिंदे आज भी इस जुमले पर गुमान करते हैं कि जिसने लाहौर नहीं देखा वह जन्मा ही नहीं, उसने भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को तिल-तिल करते मरते हुए देखा भी और दुनिया को दिखाया भी। 49 साल के सरबजीत को कभी साझा रही सरहद को लांघने की गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। बीते शुक्रवार को लाहौर की कोट लखपत जेल में नफरत से भरे खूंखार कैदियों के सुनियोजित हमले में मरणासन्न हुए सरबजीत ने जिन्ना अस्पताल में बुधवार आधी रात के बाद भारतीय समयानुसार डेढ़ बजे इस बेरहम दुनिया से विदा ले ली। तरनतारन के भिखीविंड गांव के सिख दलित परिवार के किसान सरबजीत को पाकिस्तान ने जीते जी तो रहम की भीख देने से इन्कार किया, लेकिन उनके शव की सुरक्षा में तमाम तामझाम दिखाया। पाकिस्तान ने उन्हें सुरक्षा तब दी जब उनके प्राण पखेरू हो चुके थे।

पूरे देश में गम और गुस्से की लहर के बीच सरबजीत सिंह का अंतिम संस्कार हुआ।

अगस्त, 1990 की एक रात वह भटकर मुल्क की सीमा लांघकर पाकिस्तान पहुंच गए। इसके बाद 1991 में उन्हें जासूसी और लाहौर व फैसलाबाद में हुए बम धमाकों का दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुना दी गई। तमाम अपील, अनुरोध और इस पुख्ता दलील के बाद भी उन्हें माफी नहीं दी गई कि वह गलत पहचान का शिकार हुए हैं।

मई, 2008 में पाकिस्तान सरकार ने सरबजीत को फांसी दिए जाने पर अनिश्चितकालीन रोक लगा दी थी। लगता है भारत के दुश्मनों ने तभी सरबजीत को मौत की सजा देने का वैकल्पिक रास्ता खोज लिया था। उसी के तहत पिछले शुक्रवार को कोट लखपत जेल में छह कैदियों ने उन पर जानलेवा हमला किया, जिसकी परिणति आज पूरे देश के सामने है। शुक्रवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पाकिस्तानी जेल में अमानवीय व्यवहार का शिकार हुए सरबजीत सिंह की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा की है। सरबजीत को शहीद घोषित करते हुए बादल ने उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की बात कही। प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक रहेगा। इसके अलावा सरकार सरबजीत की दोनों बेटियों को सरकारी नौकरी भी देगी।

अंतिम संस्कार के मौके पर हजारों लोगों की आमद को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस जवान तैनात किए गए थे। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था।

पाकिस्‍तान ने दिल और किडनी निकाल कर भेजा सरबजीत का शव

लाहौर/नई दिल्ली। पाकिस्‍तान की जेलों में 22 साल गुजराने के बाद लाहौर के जिन्‍ना अस्‍पताल में आखिरी सांस लेने वाले सरबजीत सिंह का शव गुरुवार रात उनके पैतृक गांव भिखीविंड ले जाया गया। इससे पहले लाहौर से शव लेकर एयर इंडिया का विशेष विमान जब अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा तो वहां विदेश राज्‍य मंत्री परनीत कौर, पंजाब के डिप्‍टी सीएम सुखबीर सिंह बादल और पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष प्रताप सिंह बाजवा समेत कई नेता मौजूद रहे। लेकिन सरबजीत का शव लेकर लाहौर एयरपोर्ट से इस विमान के उड़ान भरने में वहां के अधिकारियों की वजह से देरी हुई। सरबजीत की लाश को भारत भेजते समय आखिरी वक्‍त में पाकिस्‍तान की लालफीताशाही आड़े आई। पहले पाकिस्‍तान के कस्‍टम अधिकारियों ने सरबजीत का शव भारत भेजने से रोका, फिर वहां की एंटी नारकोटिक्‍स फोर्स ने अड़ंगा डाला।
पाकिस्‍तान ने दिल और किडनी निकाल कर भेजा सरबजीत का शव
कस्‍टम अधिकारी शव को भारत भेजने से पहले एनओसी, पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस रिपोर्ट मांग रहे थे। पाकिस्‍तानी अधिकारी विदेश मंत्रालय से भी क्लियरेंस मांग रहे थे। इसके बाद एंटी नारकोटिक्‍स टीम ने सरबजीत का शव भारत भेजने की मंजूरी देने से पहले हॉस्पिटल की तरफ से क्लियरेंस की मांग की। इस तरह सरबजीत का शव लेने गया एयर इंडिया का विशेष विमान एयरबस 319 लाहौर एयरपोर्ट पर करीब तीन घंटे से अधिक समय तक खड़ा रहा। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद शव को भारतीय विमान में रखा जा सका

सरबजीत को शव को पोस्‍टमॉर्टम के लिए पहले पट्टी ले जाया जाएगा। इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। सरबजीत का परिवार दिल्‍ली से विमान के जरिये अमृतसर और फिर वहां से हेलिकॉप्‍टर के जरिये भिखीविंड पहुंचा जहां कल दोपहर दो बजे सरबजीत का अंतिम संस्कार होगा। लाहौर के जिन्‍ना अस्‍पताल में सरबजीत के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सरबजीत की मौत का कारण टॉर्चर को बताया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया। गत 26 अप्रैल को कोट लखपत जेल में पाकिस्‍तानी कैदियों के हमले में सरबजीत को गंभीर चोट आई थी जिसके बाद उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा था। गुरुवार आधी रात के बाद करीब डेढ़ बजे सरबजीत के मौत की खबर आई।

इस बीच, जीते जी सुध नहीं लेने वाली सरकार मरने के बाद सरबजीत और उनके परिवार वालों पर कृपा बरसा रही है। मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री राहत कोष से सरबजीत के परि‍वार वालों को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की तो पंजाब सरकार ने एक करोड़ रुपये देने का ऐलान कर दिया। पंजाब सरकार सरबजीत को शहीद का दर्जा देने के साथ सरबजीत की बेटियों को सरकारी नौकरी भी देगी। सरबजीत का अंतिम संस्‍कार भी पूरे राजकीय सम्‍मान के साथ किया जाएगा। पंजाब में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है।

जैसलमेर 27 साल से कराची जेल में बंद है जमालदीन


27 साल से कराची जेल में बंद है जमालदीन 
सरबजीत की मौत के बाद जमालदीन के घर वालों की भी बढ़ी चिंता, 27 सालों में एक ही खत आया था, उसके बाद से कोई अता पता नहीं है 
 जैसलमेर पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत की मौत के बाद बांधा गांव में भी माहौल चिंतनीय हो गया है। बांधा गांव का जमालदीन पिछले 27 साल से कराची जेल में बंद है। एक छोटी सी भूल के चलते वह सीमापार कर पाकिस्तान जा पहुंच तब से वह कराची जेल में बंद है।
सरबजीत पर हुए हमले तथा उपचार के दौरान हुई मौत से जमाल के परिजनों एवं गांव वालों में भी भय का माहौल है। उन्हें भी लगता है कि कहीं उनके जमाल की स्थिति सरबजीत की तरह न हो। जमाल के पुत्र हासम खां ने बताया कि 1986 में जमालदीन मवेशी चराते हुए भूलवश पाकिस्तान की सीमा में चला गया। जहां पाकिस्तान पुलिस ने पकड़ कर उसे जेल में डाल दिया। तब से लेकर अभी तक न तो सरकार ने कोई कार्रवाई की है और न ही उसे रिहा किया गया है। 12 साल पहले एक खत आया था जिसमें 15 दिन बाद रिहाई का लिखा था। उसके बाद से लेकर आज तक न तो खत है नहीं कोई संदेश।

27 साल से कराची जैल में है बंद 

जमालदीन 1986 में मवेशी चराते हुए भूलवश पाकिस्तान की सीमा में चला गया था। जहां उसे पुलिस ने पकड़ कर जेल में बंद कर दिया था। जमालदीन के पुत्र हासमखान का कहना है कि 26 मार्च 1991 को कराची की सेंट्रल जैल के वार्ड संख्या 6 से लिखा पत्र आया था। जिसमें लिखा था कि 15 दिन बाद रिहा कर दिया जाएगा। लेकिन उसके बाद से कोई जानकारी नहीं है। सरकार से मदद की गुहार भी की लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

कहीं मार तो नहीं दिया

जमालदीन के भाई कमाल दीन का कहना है कि उन्हें तो कभी- कभी डर भी लगता है कि कहीं उसे मार तो नहीं दिया गया है। पिछले 12 साल से कोई खबर नहीं आई है। कराची जैल में बंद है या कहीं और इसके बारे में भी कुछ नहीं जानते। 27 साल में मात्र एक पत्र ही पाकिस्तान से आया है। पाकिस्तान की कोट लखपत जैल में सरबजीत पर हुए हमले एवं उपचार के दौरान मौत के बाद से जमालदीन के घर वालों की चिंता और अधिक बढ़ गई है। गांव में भी लोग सहमे हुए है।

7 साल जेल के बाद तय हुआ नाबालिग है

7 साल जेल के बाद तय हुआ नाबालिग है
जोधपुर। सात साल जेल में बिताने के बाद दुष्कर्म के मामले में हाईकोर्ट ने तय किया कि घटना के समय आरोपी की उम्र 17 साल 2 माह थी, इसलिए अब मुकदमा किशोर कोर्ट में चलेगा।

नागौर जिले के पादुकलां थानान्तर्गत अरनियाला निवासी लुकमान खान को सेशन न्यायालय मेड़ता सिटी ने दस वर्ष के कारावास की सजा सुनाई थी। आरोपी की ओर से हाईकोर्ट में अपील दायर कर कहा कि घटना के वक्त आरोपी किशोर था।

स्कूल रिकॉर्ड के आधार पर आरोपी की आयु जांचने का अनुरोध किया। न्यायालय ने किशोर न्याय बोर्ड नागौर को आयु जांचने का आदेश दिया। जांच में स्पष्ट हुआ कि घटना के वक्त आरोपी की आयु 17 वर्ष 2 माह थी। न्यायाधीश कंवलजीत सिंह अहलूवालिया ने उसे किशोर मानते हुए मामले को निस्तारण के लिए किशोर न्याय बोर्ड को स्थानांतरित करते हुए अपील निस्तारित कर दी।

बाड़मेर रंगरेलिया मनाते एक महिला समेत ३ गिरफ्तार


बाड़मेर रंगरेलिया मनाते एक महिला समेत ३ गिरफ्तार

बाड़मेर धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के खरड़ गांव के धोरों में रंगरेलिया मनाते एक महिला के साथ दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि खरड़ गांव के धोरों में गोविंद पुत्र राणाराम सुथार निवासी खरड़, राजेश पुत्र प्रकाश निवासी बाछड़ाऊ, मोहनी पत्नी रेखाराम रंगरेलिया मना रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया।

सास की नाक काटने वाला जंवाई सहित चार जने गिरफ्तार


सास की नाक काटने वाला जंवाई सहित चार जने गिरफ्तार 

चारों आरोपी गिरफ्तार, दामाद ने बताई हकीकत 

बाड़मेर चार रोज पूर्व अपनी सास का नाक कटवाने वाले दामाद को चार जनों समेत गिरफ्तार कर लिया .जिले के गुड़ामालानी थाना क्षेत्र के गोलिया गर्वा के युवक की शादी खंडाली गांव की एक लड़की से हो रखी थी, मगर मुकलावा करने से सुसराल पक्ष ने इनकार कर दिया। इससे खफा हुआ दामाद अपने दो साथियों के साथ ससुराल जा पहुंचा। जहां पर उसने अपनी सास का नाक काट दिया। बाद में सोने की नथ छिनकर भाग गए। इस आशय का सास ने पुलिस थाना गुड़ामालानी में मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने नाक काटने के आरोपी दामाद समेत चार जनों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि शनिवार रात्रि को गोलिया गर्ग निवासी सुरजनराम विश्नोई की शादी खंडाली गांव निवासी परमेश्वरी पुत्र आसूराम से हो रखी थी। मुकालावे को लेकर दामाद ने ससुराल पक्ष के सामने प्रस्ताव रखा। इस पर ससुरालवालों ने फिलहाल मुकलावे से इनकार कर दिया। इससे गुस्साए दामाद सुरजनराम अपने साथी वागाराम, विरधाराम व मोहनराम पुत्र रूपाराम निवासी माणकी के साथ खंडाली गांव पहुंचा। जहां पर सास का नाक काट दिया। बाद में सोने की नथ छिनकर भाग गए। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।