शनिवार, 23 फ़रवरी 2013

pict..जैसलमेर में अन्तर्राष्ट्रीय मरु महोत्सव की धूम शुरू राज्यपाल ने ढोल पर थाप से किया महोत्सव का आगाज






जैसलमेर में अन्तर्राष्ट्रीय मरु महोत्सव की धूम शुरू
राज्यपाल ने ढोल पर थाप से किया महोत्सव का आगाज
विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं ने बिखेरा रोमांच
महोत्सव की झलक पाने देशी-विदेशी सैलानियों का ज्वार उमड़ा
       
जैसलमेर, 23 फरवरी/जैसलमेर में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति के परंपरागत एवं तीन दिवसीय मरु महोत्सव की धूम शनिवार को शुरू हो गई।
       महोत्सव की मुख्य अतिथिराजस्थान की राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा ने जैसलमेर के शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में आयोजित भव्य उद्घाटन समारोह में ढोल पर थाप देकर महोत्सव का आगाज किया।
       राज्यपाल श्रीमती आल्वा तथा अन्य अतिथियों ने महोत्सव की विभिन्न रोमांचक स्पर्धाओं में अव्वल रहने वाले देशी-विदेशी विजेताओं को खिताब प्रदान किए। इस अवसर पर राजस्थान पर्यटन विभाग के प्रमुख शासन सचिव राकेश श्रीवास्तवजिला कलक्टर शुचि त्यागीजिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुलजैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटीजिलाप्रमुख अब्दुला फकीरनगर परिषद सभापति अशोक तंवरनगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवरपर्यटन विभाग के उप निदेशक घनश्याम गंगवालसहायक पर्यटक अधिकारी-बीकानेर पुष्पेन्द्र प्रतापउप निदेशक हनुमानमल आर्य सहित जिलाधिकारीगणकलाकार और बड़ी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी उपस्थित थे।
       आरंभ में राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा को पर्यटन विभाग के प्रमुख शासन सचिव राकेश श्रीवास्तव ने गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया तथा निरंजन आल्वा को राजस्थानी पगड़ी पहनायी जबकि जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने राज्यपाल को शॉल ओढ़ायी। राज्यपाल श्रीमती आल्वा महोत्सव के उद्घाटन समारोह में प्रस्तुत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तथा रोमांचक प्रतिस्पर्धाओं को देख अभिभूत हो उठी।
      सोनार किले से निकली भव्य शोभायात्रा
       इससे पूर्व ऎतिहासिक सोनार किले के अखे प्रोल से भव्य शोभायात्रा निकली। जिसे हरी झण्डी दिखाकर नगर विकास न्यास अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने रवाना किया। इस मौके पर पर्यटन विभाग के प्रमुख शासन सचिव राकेश श्रीवास्तवबाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अशोक मोदीनगर परिषद आयुक्त आरके माहेश्वरी सहित अनेक अधिकारीजन प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में कलाकारनागरिकगणस्कूली बच्चे आदि उपस्थित थे।
       शोभायात्रा मुख्य मार्गों से होकर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में पहुंच कर शुभारंभ समारोह में परिवर्तित हो गई। जहां विभिन्न प्रतिस्पर्धाएं और सांस्कृतिक आयोजनों की खासी धूम रही।

वर्ल्ड सूफी स्पिरिट फेस्टिवल का शानदार आगाज

जोधपुर । सूर्यनगरी के 554 साल प्राचीन मेहरानगढ़ में छह दिवसीय वर्ल्ड सूफी स्पिरिट फेस्टिवल का शानदार आगाज किया गया। पहले ही दिन सूफियाना सफर का हर कोई दीवाना बना नजर आया। मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट जोधपुर एवं राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित फेस्टिवल में सूफी के 150 से अघिक देशी-विदेशी नामचीन कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से मंत्रमुग्ध किया। उत्सव का शुभारंभ सुबह जसवन्त थड़ा पर सूर्योदय के दौरान भक्ति गायन से हुआ। बाड़मेर के कलाकार हरजीराम व ओंकारराम ने अपने भजनों से समूचे माहौल में अध्यात्म की खुशबू बिखेरी। किले के अन्दर स्थित भूरेखां की मजार पर पंजाब के रजा खान, चिश्तिया कव्वाल समूह व इरफान तुफैल ने सूफियाना कलाम पेश कर दर्शकों की खूब दाद लूटी। किले के नागणेचिया मंदिर में बाड़मेर की पानी देवी व मीरां देवी ने पारम्परिक भक्तिगीत पेश किए। केरल के असीम संस्थान के कलाकारों ने किले के दौलतखाना चौक में कलारीपयट्ट मार्शल आर्ट की प्रस्तुति से रोमांचित किया। मेहरानगढ़ के मोती महल में आगा खां म्युजियम ट्रस्ट फॉर कल्चर की ओर से बार्दिक डिवास की प्रस्तुति में उल्जान बैबुस्सिनोवा व रौशन ओराजबेवा कजाकिस्तान व उज्बेकिस्तान की नादिरा पिर्मतोवा ने लोककला की प्रस्तुति दी। इजिप्ट के कलाकारों ने श्ृंगार चौक में दी नाइल सूफी की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध किया।

विश्व की एकमात्र ऊंट बैंड जिसकी धुनें राष्ट्रभक्ति का ज़ज्बा पैदा करती हें




विश्व की एकमात्र ऊंट बैंड जिसकी धुनें राष्ट्रभक्ति का ज़ज्बा पैदा करती हें
चन्दन सिंह  भाटी 
जैसलमेर भारतीय सरहदों की निगेहबान सीमा सुरक्षा बल के जवान देश की सुरक्षा के साथ देश की लोक संस्कृति के सरंक्षण के प्रयासों में जुटी ,हें सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने कमल टेटू शो और कैमल बंद के  विश्व में ना केवल अपनी अलग पहचान बने अपितु कैमल बंद को गिनीज बुक्स ऑफ़ वर्ड्स रिकोर्ड में दर्ज करा लिया .देश की सुरक्षा में जुटे सीमा सुरक्षा बल के जवान राजस्थान की संस्कृति को भी विश्व पटल पर ले आये हें ,जवानों ने देश की सुरक्षा और संस्कृति के सरंक्षण का अनूठा प्रयोग किया जो गिनीज बुक ऑफ़ वर्ड रिकोर्ड्स तक पहुंचा , चटख राजस्थानी रंगों से सजे धजे और गिनीज बुक ऑफ रिकार्डस में स्थान बनाने वाले दुनिया के एक मात्रा ऊंट बैंड (कैमल बैंड) की छटा देखते ही बनी। 1986-87 में स्थापित हुआ यह ऊंट बैंड दस्ता सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) के जवानों से सुसज्जित था। दुनिया के इस अनूठे और अद्वितीय कैमल बैंड द्वारा राजपथ पर छोड़ी जाने वाली राष्ट्रभक्ति की शिहरण पैदा करती हें ,देशभक्ति का ज़ज्बा भी । कैमल बैंड दस्ते के साथ ही रेगिस्तान का जहाज माने जाने वाले ऊॅंटों पर राजस्थान-गुजरात के परिवेश में सुसज्जित उॅंट परेड दस्ता’ शामिल होता हें । कैमल माउंटेन बैंड में एक बैंड मास्टर और 34 अन्य कार्मिक होते हैं, जो ऊंटों पर सवारी करते हुए वाद्ययंत्र पर धुन बजाते हैं।सीमा सुरक्षा बल के विश्व के एक मात्र केमल माउंटेन बैंड की धुन पर उप समादेष्टा अमोल सिंह राठौड़ के निर्देशन में सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों ने राजस्थानी गीतों की सुमधुर धुनों पर विभिन्न रोमांचकारी करतब प्रस्तुत कर देशी-विदेशी सैलानियों को अचंभित कर देते हें ।राजस्थानी लोक संस्कृति की पहचान बने इस बैंड ने राजपथ पर अपनी भागीदारी हर साल निभाई ,राजपथ से राजस्थानी संस्कृति का जलवा पुरे विश्व में दिखाया .राष्ट्रिय कार्यक्रमों और लोक मेलो में अपनी सुखद उपस्थिति का अहसास करते हें सीमा सुरक्षा बल के जवान .

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रेल आंदोलन जारी, आज किसान बैठेंगे अनशन पर



रेल आंदोलन जारी, आज किसान बैठेंगे अनशन पर 

पश्चिमी राजस्थान परिषद की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन को जिले के लोग दे रहे हैं समर्थन, जिला मुख्यालय पर आमरण अनशन जारी, 250 घंटों से अधिक समय हुआ आमरण अनशन को 

भीनमाल  समदड़ी-भीलड़ी रेलमार्ग पर यात्री गाडिय़ों में बढ़ोतरी की मांग को लेकर स्थानीय एसडीएम कार्यालय के समक्ष आयोजित धरना प्रदर्शन शुक्रवार को बारहवें दिन भी जारी रहा। शनिवार को क्षेत्र के किसान अनशन पर बैठेंगे। शुक्रवार को 1१ जने क्रमिक अनशन पर बैठे। इस दौरान नगरवासियों ने नारेबाजी करते हुए समदड़ी-भीलड़ी मार्ग पर यात्री गाडिय़ों का संचालन सुनिश्चित करने की मांग की। धरनार्थियों ने मांगों पर अमल नहीं होने तक धरना जारी रखने की बात कही। दोपहर बाद जुलूस के रुप में उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंच प्रधानमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी और रेलवे स्टेशन पहुंच रेलमंत्री और रेल विभाग के उच्च अधिकारियों के नाम स्टेशन मास्टर को ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में बताया कि जब तक उनकी मांगों पर अमल नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर समिति संयोजक कन्हैयालाल खंडेलवाल, हुकमराज मेहता, मोहनसिंह सिसोदिया, माणकमल भंडारी, भाजयुमो के अध्यक्ष भरतसिंह राव, दिनेश संघवी, चतुर्भुज याज्ञी, रतन बंजारा, रमेश सोलंकी, हेमराज मेहता, सुरेंद्र त्रिवेदी, घनश्याम सुथार, पारस परिहार, जबराराम भाटी, नगरपालिका उपाध्यक्ष जयरूपाराम माली, जोराराम, किशनाराम, आनंद माहेश्वरी, अमृतलाल, भरत कुमार, भरतसिंह भोजाणी, बद्रीनारायण गौड, अशोक कुमार, आबिद शेख और कृष्ण राजपुरोहित सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। 

११ जने बैठे क्रमिक अनशन पर

आंदोलन के बारहवें शिवसेना प्रदेश प्रमुख शेखर व्यास, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष ओमप्रकाश खेतावत, बस्तीमल वैष्णव, राजूभाई दिवाकर, लक्ष्मण चौधरी, शंकरदास वैष्णव, छोगालाल माली, नरोत्तम बोहरा, मोहनसिंह, शंकर व्यास, लब्धीराज भंडारी और भोलाराम क्रमिक अनशन पर रहे।

आज किसान देंगे समर्थन

राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रमसिंह राठौड़ ने बताया कि रेल सुविधाओं में विस्तार की मांग को लेकर आयोजित आंदोलन के समर्थन में शनिवार को दर्जनों किसान क्रमिक अनशन पर बैठेगें।

किन्नर के घर चोरों ने किया हाथ साफ


सवा दो लाख नगद व चार लाख के गहने चोरी

किन्नर के घर चोरों ने किया हाथ साफ 


जैसलमेर  शहर के गफूर भट्टा क्षेत्र में एक किन्नर के घर पर चोरों ने हाथ साफ कर लाखों की नगदी व गहने पार कर लिए। गुरुवार की रात्रि में चोरों ने किन्नर विस्की बाई के बंद मकान के ताले तोड़कर उसमें से सवा दो लाख रुपए नगद व 12 तोला सोने के गहने चुरा लिए। पुलिस ने मौका मुआयना कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। 

जानकारी के अनुसार विस्की बाई गफूर भट्टा क्षेत्र में अपने खुद केे मकान में रहती है। दो दिन पूर्व वह किसी काम से फलोदी चली गई थी। शुक्रवार को उसके घर पर काम करने वाली एक महिला जब सुबह पहुंची तो उसने ताले टूटे हुए देखे। उस महिला ने विस्की बाई को फोन पर सूचना दी। करीब साढ़े ग्यारह बजे विस्की बाई जैसलमेर पहुंची और पुलिस को सूचना दी। घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था और उसमें रखी अलमारी खुली थी और उसमें से सवा दो लाख रुपए नगद व 12 तोला सोने के गहने गायब थे। पुलिस ने मौका मुआयना कर मुकदमा दर्ज कर लिया और चोरों की तलाश शुरू कर दी है।

एक महिला व पुरुष को भागते हुए देखा

आसपास के लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में रात्रि में संदिग्ध रूप से एक महिला व पुरूष घूम रहे थे। अल सुबह एक युवक ने उस महिला और पुरूष को इसी मार्ग से भागते हुए देखा था। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है और आसपास के लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।

foto....आयरन फिस्ट गरजा थार, थर्राया पाक



















गरजा थार, थर्राया पाक 




दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर यूं हुई बमवर्षा।

बाड़मेर२३ फरवरी, २०१३ 

चांदनी रात में आतिशी नजारे 

सबसे पहले एएन 32 ने दुश्मन के सपोर्टिंग एरिया पर बम बरसाकर उसे तबाह किया। मिग-21 बायसन ने नीची उड़ान भरकर दुश्मन की इमारतें नष्ट कर दीं। मिग-27 ने मिसाइल व बम दागकर दुश्मन के हैंगर, मिराज ने बंकर तथा सुखोई ने सैन्य क्षेत्र को मिट्टी में मिला दिया।


हरक्युलिस ने हवा में तेल भरने का प्रदर्शन किया।

ये बने गवाह

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, रक्षा मंत्री एके एंटोनी, वायुसेना प्रमुख एनएके ब्राउन, राजस्थान की राज्यपाल मारग्रेट आल्वा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह।

भी शौर्य प्रदर्शन के इस विरले मौके के गवाह बने।

कौनसा विमान, कहां से उड़ा

> जैसलमेर से हरक्युलिस

> उत्तरलाई से मिग 21 बायसन व एएन 32 उड़े।

> फलौदी से हेलिकॉप्टर एमआई 17 वी 5 और मिग 29 विमान उड़े।

> भुज से जगुआर ने उड़ान भरी।

> हिंडन ने हरक्युलिस ने उड़ान भरी।

> अगरा, ग्वालियर, जामनगर, बड़ौदा व नाल से भी विमान उड़े।

> पालम से वीवीआईपी विमान से प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति आए।

किसने कैसे किया हमला

> मिग-27 लड़ाकू विमान ने पेट्रोलियम ठिकानों को नष्ट किया।

> मिग-21 बायसन ने गन पेट्रोलिंग पोजिशन को धूल चटाई।

> मिराज ने दुश्मन की राडार प्रणाली को मिसाइलें दागकर नष्ट किया।

> सुखोई-30 ने मिसाइल व बम डालकर दुश्मन की हवाई पट्टी ध्वस्त की।

> जगुआर ने बम से दुश्मन के बंकर तबाह किए।

> सुखोई 30 ने रिहायशी इलाकों में दुश्मन को सहायता पहुंचाने वाले ठिकाने उड़ाए।

सुखोई-३० ने बरसाए बम

चांधन फायरिंग रेंज में वायुसेना का युद्धाभ्यास

आयरन फिस्ट

चांधन फील्ड फायरिंग रेंज

भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों व हेलिकॉप्टरों ने शुक्रवार को एशिया की सबसे बड़ी फायरिंग रेंज पोकरण में दुश्मन का दिल दहला देने वाली मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। दुश्मन को 'फौलादी मुक्का' दिखाने की तर्ज पर वायुसेना के जांबाज पायलटों ने एक के बाद एक जैसे ही दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को नेस्तनाबूद करना शुरू किया, फायरिंग रेंज से लगभग सवा सौ किलोमीटर दूर सीमा पार बैठे पाकिस्तान के सैन्यकर्मियों का दिल दहल उठा। वायुसेना की इस सबसे बड़ी एक्सरसाइज में वायुसेना के लगभग सभी विमान शामिल हुए और हर एक विमान और उन्हें उड़ाने वाले पायलट्स ने अपनी जबर्दस्त मारक क्षमता दिखाई।

विमानों की अठखेलियां व करतब

फायरिंग रेंज में साढ़े तीन बजे बाद राष्ट्रपति के पहुंचते ही वायुसेना के विमानों की अठखेलियां शुरू हो गईं। मानव रहित विमान ने फायरिंग रेंज की टोह ली और लाइव प्रसारण शुरू किया। एमआई-8 हेलिकॉप्टर ने तिरंगा व मिग-27 ने आयरन फीस्ट का बैनर हवा में लहराया। विंटेज विमान टाइगर मोथ व ट्रेनर विमान पिलेट्स मार्क-2 ने हवा में कलाबाजियां दिखाई। मिग-29 ने आवाज की गति के बैरियर को तोड़कर 'सोनिक बूम' बनाया। लड़ाकू विमानों ने मिक्स फ्लाइ पास्ट किया। इसके बाद जगुआर, मिग-27, मिग-29, मिग-21 बायसन ने फ्लाइ पास्ट किया। अंग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई ने त्रिशूल फोर्मेशन बनाई। हेलिकॉप्टरों ने सामूहिक फ्लाइ पास्ट शुरू किया। स्वदेश निर्मित ध्रुव हेलिकॉप्टर की सारंग टीम ने प्रदर्शन दिखाए।

'आयरन बम' की गूंज

हवाई कतरबत पूरे होने के बाद फायरिंग रेंज के आसमां पर लड़ाकू विमान मंडराने शुरू हो गए। सबसे पहले शमशेर यानी जगुआर व मिराज ने दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर लेजर गाइडेड बम दागने शुरू किए। मिग-21 बायसन, सुखोई-30 एमकेआई ने आयरन बम डालकर आवरण फैला दिया। मिग-27 ने व्हीकल कोन्वेसी, सुखोई व जगुआर ने भी दुश्मन के ऐे ही वाहन धूल में मिलाए। इन विमानों ने आयरन बम से कलस्टर फायर किए। यानी एक ही बम से कई बम निकले और दुश्मन को धूल चटा दी।

तेजस ने बरसाई हर तरफ तबाही

सूर्यास्त होने के साथ ही दुश्मन के ठिकानों पर पूरी तरह से तबाही बरसने लगी। मिग-21 बायसन ने दुश्मन के आयुध डिपो को नेस्तनाबूद कर दिया। स्वदेश निर्मित एलसीए तेजस ने पहली बार दुश्मन के कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम को मिसाइल दागकर नष्ट किया। अटैक हेलिकॉप्टर एमआई-25 व एमआई-35 ने दुश्मन के घर में घुसकर जबर्दस्त हमला किया। हॉक्स विमान ने फायरिंग से दुश्मन को दहला दिया।

दिखा कमांडो का गरुड़

विमानों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद हेलिकॉप्टर में आए कमांडो ने आतंकी हमले से निपटने की कला बताई। वायुसेना के गरुड़ कमांडो के साथ एनएसजी ने मुंबई हमले की तर्ज पर हुए हमले को नाकाम किया। इस दौरान पहली बार सी-130 जे हरक्युलिस मालवाहक विमान ने युद्ध क्षेत्र में लैडिंग कर सभी को चौंका दिया।

विमानों व हेलिकॉप्टर का डिस्प्ले

वार गेम में एयरफोर्स की कमांडो टीम गरुड़ को पैराशूट से उतारा गया। इस दौरान एयरोबेटिक्स सारंग टीम ने हवाई करतब दिखाए, तो सुखोई ने भी वर्टिकल चार्ली व त्रिशूल दिखाया। आकाश गंगा टीम भी हरक्युलिस विमान से सीधे रण क्षेत्र में उतारी गई।








शुक्रवार, 22 फ़रवरी 2013

पुलिस के सामने युवती को करा न्यूड!

पुलिस के सामने युवती को करा न्यूड!

अलवर। महिलाओं की सुरक्षा का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार के राज में अलवर शहर के एनईबी थाना क्षेत्र में चाय की थड़ी लगा कर परिवार का पेट पालने वाले एक गरीब व्यक्ति की पत्नी को लठैतों ने पुलिस की मौजूदगी में कथित रूप से नग्न करने की शिकायत पीडिता ने थाने में दर्ज कराई है।

पुलिस अधीक्षक ने पीडिता की शिकायत पर एनईबी थाने को मामला दर्ज कर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पीडिता के पति जगदीश यादव ने बताया कि वह थाने में गया लेकिन मामला दर्ज करने से भी मना कर दिया था।

पुलिस अधीक्षक को दी अर्जी में जगदीश यादव ने आरोप लगाया है कि गत 20 फरवरी को 30-40 लठैतों ने उस पर हमला किया और बीच बचाव करने आई उसकी पत्नी के कपडे फाड़ कर उसे नग्न कर दिया।

सरे राह महिला को बेइज्जत करने की इस घटना के समय मौके पर मौजूद तीन पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जांच पड़ताल शुरू कर दी है। प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि यह सारा घटनाक्रम जायदाद को लेकर हुआ है।

राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री दिल्ली रवाना, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने दी विदाई



राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री दिल्ली रवानाराज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने दी विदाई
     
  जैसलमेर, 22 फरवरी/राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी एवं प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह ने भारतीय वायुसेना के आयरीन फिस्ट-2013 में भाग लेने के बाद रात नौ बजे बाद जैसलमेर से दिल्ली के लिए प्रस्थान कर लिया।
       जैसलमेर एयरपोर्ट से राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी भारतीय वायु सेना के विमान से रात नौ बजकर पांच मिनट पर जैसलमेर से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान कर गए। उनके बाद रात सवा नौ बजे प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भारतीय वायु सेना के विमान से दिल्ली के लिए प्रस्थान किया।
       इससे पूर्व जैसलमेर एयरपोर्ट पर राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा तथा मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने उन्हें जैसलमेर से भावभीनी विदाई दी। भारतीय वायु सेना के युद्धाभ्यास के उपरान्त राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्रीराज्यपाल एवं मुख्यमंत्री तथा सभी अति विशिष्ट व्यक्ति चांधन फायरिंग रेंज से सड़क मार्ग द्वारा जैसलमेर पहुंचे।

बेहतरीन युद्ध कौशल,थर्रा उठा रेगिस्तान



बेहतरीन युद्ध कौशल,थर्रा उठा रेगिस्तान
चांधन फील्ड फायरिंग रेंज (जैसलमेर)। कई दिशाओं से एक साथ आते विमान तो कभी धमाकों की गूंज से थर्रा उठती धरती। टार्गेट पर काल्पनिक दुश्मन बन जाता निशाना। आसमान में कलाबाजियां दिखाते मिग, तेजस,सुखोई। यह नजारा था विश्व की सबसे शक्तिशाली वायुसेनाओ में शुमार भारतीय वायुसेना द्वारा शुक्रवार को जैसलमेर जिले के चांधन फील्ड फायरिंग रेंज मे अब तक के सबसे बड़े व दिन-रात के युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट (फौलादी मुक्का) का।

वायुसेना ने देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई हस्तियों के सामने अब तक के सबसे बड़े व दिन-रात के युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट (फौलादी मुक्का) का प्रदर्शन करा। जैसे ही आकाश से वार कर दुश्मनों का आकाशवीरों ने सफाया किया तो थार की धरती भी थर्रा उठी।

रेगिस्तान में बम वर्षा और लड़ाकू विमानों के अचूक निशानों से ध्वस्त होते टारगेट को देखकर हर कोई दंग रह गया। ठीक 4 बजकर 26 मिनट पर आकाश में धूम -धड़ाका शुरू हुआ जो 7 बजकर 39 मिनट पर अंजाम तक पहुंचा। सबसे पहले टारगेट संख्या 6 को मिराज 2000 ने ध्वस्त किया।

शाम के धुंधलके व रात के अंधेरे में हुई बम वर्षा से जहां जमीं पर रेत के गुबार उठे तो आसमां में विमानों की कलाबाजियों ने हैरत में डाल दिया। दोपहर, शाम व रात की अलग-अलग परिस्थतियों में वायु योद्धाओं ने दुनिया को अपनी हवाई ताकत का अहसास करवाया। इसमें वायुसेना के सबसे पुराने टाइगर माथ से लेकर अत्याधुनिक सुखाई-30 व तेजस आकाश में अठखेलियां कर अपना शक्ति प्रदर्शन करते नजर आए।

जैसलमेर के चांधन फायरिंग रेंज में हुआ भारतीय वायु सेना का बड़ा युद्धाभ्यास




जैसलमेर के चांधन फायरिंग रेंज में हुआ भारतीय वायु सेना का बड़ा युद्धाभ्यास
यादगार रहा आयरन फिस्ट -2013
राष्ट्रपतिप्रधानमंत्रीराज्यपाल एवं मुख्यमंत्री सहित देश की कई हस्तियां बनी साक्षी
       जैसलमेर, 22 फरवरी/जैसलमेर जिले के चांधन फायरिंग रेंज में भारतीय वायु सेना के चांधन में शुक्रवार युद्धाभ्यास आयरन फिस्ट-2013 ने भारतीय वायु सेना की ताकत से रूबरू कराते हुए अपनी क्षमताओं का वैविध्यपूर्ण बहुआयामी प्रदर्शन कर आज के दिन को ऎतिहासिक बना दिया।
       भारतीय सेना के इस युद्धाभ्यास आयरन फिस्ट -2013 के रोमांचक और शौर्य-साहय से भरे आकर्षक कार्यक्रमों और भारतीय सेना की महानतम क्षमताओं के साक्षी बने माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जीप्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंहराजस्थान की राज्यपाल श्रीमती मार्गेट आल्वा एवं मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोतकेन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री एके एंटोनीरक्षा राज्य मंत्री जितेन्द्रसिंह,उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीकसांसद हरीश चौधरीतीनों सेनाध्यक्षपूर्व केन्दि्रय मंत्री डॉ. मुरलीमनोहर जोशी एवं जसवन्तसिंहमुख्य सचिव सीके मैथ्यूपुलिस महानिदेशक हरीश मीणा,संभागीय आयुक्त हेमंत गेरापुलिस महानिरीक्षक डीसी जैनजिला कलक्टर शुचि त्यागीजिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुलएयरमार्शल अर्जुनसिंहनौसेना कमाण्डर देवेन्द्रकुमार जोशी सहित विभिन्न देशों के रक्षा विशेषज्ञोंसैन्य अधिकारियोंउद्योगपतियों आदि ने प्रदर्शनों को सराहा।
इस दौरान वायु सेना के जांबाजों ने युद्धाभ्यास से जुड़ी सभी गतिविधियाेंअत्याधुनिक संचार और तकनीकि      उपकरणोंसैन्य विधाओंवायुयानोंहैलिकॉप्टर्सएयरक्राफ्टबमवर्षक विमानों द्वारा लक्ष्यों के भेदन का बेहतर प्रदर्शन कर दिखा दिया कि भारतीय वायु सेना दुनिया में अपना विशेष स्थान रखती है।
       युद्धाभ्यास के दौरान एनएसी कमाण्डो कार्यवाहीहवाई योद्धाओं की ड्रीलपैराग्लाइडिंग आकाशगंगासिंफनी आर्केस्ट्रा तथा रात के अंधेरे में मारक क्षमताओंसर्च लाईट आपरेशन,प्राकृतिक आपदाओं के वक्त राहत व बचाव आदि का रोमांचक प्रदर्शन हुआ।

जग विख्यात मरु महोत्सव की धूम शनिवार से,


जग विख्यात मरु महोत्सव की धूम शनिवार से,
तीन दिन चलेगा उत्सवसभी तैयारियाँ पूर्ण
राज्यपाल श्रीमती मार्गेट आल्वा करेंगी शुभारंभ
       जैसलमेर, 22 फरवरी/जैसलमेर में पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में 23 से 25 फरवरी तक आयोजित होने वाले जगविख्यात मरु महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
       मरू महोत्सव के दौरान तीनों दिवस विभिन्न अंचलों के ख्यातनाम कलाकरों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये जायेंगे। जैसलमेर शहर को साफ-सुथरा कर संवारा गया है तथा पर्यटन स्थलों पर विशेष प्रबन्ध सुनिश्चित किए गए हैं। दुनिया भर में मशहूर मरु महोत्सव के आयोजनोें को देखने सालाना हजारों देशी-विदेशी सैलानियों का जमघट लगता है।
       जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि जैसलमेर में आयोजित होने वाले मरु महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
       पर्यटक स्वागत केन्द्र के सहायक निदेशक हनुमानमल आर्य ने बताया कि तीन दिवसीय मरु महोत्सव की श्रृंखला में प्रथम दिवस 23 फरवरीशनिवार को राजस्थान की राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा स्थानीय शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में प्रातः 11 बजे मरु महोत्सव का आगाज करेगी।
      इस बार सोनार दुर्ग से निकलेगी शोभायात्रा
       महोत्सव के दौरान सोनार दुर्ग के प्रवेश द्वार से शहीद पूनम सिंह स्टेडियम तक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जायेगा। इसमें सीमा सुरक्षा बल के सजे-धजे ऊँटमरूश्रीमूंछ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागी शरीक हाेंगे वहीं सिर पर मंगल कलश धारण किये हुई स्कूली छात्राएंमूमल-महेन्द्रा की सजी हुई झांकियों के साथ ही पर्यटन विभाग द्वारा आमंत्रित लोक कलाकारों के कला का प्रदर्शनपारम्परिक वेश भूषा में जैसलमेर के वाशिंदे शामिल होंगे।
       शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में मरु महोत्सव समारोह का उद्घाटन होगा। उसके बाद साफा बांध प्रतियोगिता देशी एवं विदेशीमूमल महेन्द्रामिस मूमलमिस्टर डेजर्टमूंछ प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में पहले दिन लोक कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जायेगा।
      रविवार को देदानसर में रहेगी धूम
       उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय मरु महोत्सव के दूसरे दिन 24 फरवरीरविवार को देदानसर मैदान में ऊँट श्रृगारशान-ए-मरुधरारस्सा कस्सी देशी एवं विदेशी पुरुष व महिलाओं के मध्यपणिहारी मटका रेसकेमल पॉलों मैच की प्रतियोगिताएं होंगी। इसके बाद पूनमसिंह स्टेडियम में सीमा सुरक्षा बल द्वारा आकर्षक केमल टेटू शो का प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही दूसरे दिन भी शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में रात्रिकालीन भव्य सांस्कृतिक एवं मनोहारी कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा।
      सोमवार को सम के रेतीले धोरों पर होगा समापन
       तीन दिवसीय मरू महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिन 25 फरवरी सोमवार को सम के रेतीले धोरों पर ऊँट दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन होगा वहीं पहली बार रेतीले धोराें पर पुरूष एवं महिलाओं की दौड़ का आयोजन होगा। इससे पूर्व देशी एवं विदेशी पर्यटक प्राचीन ऎतिहासिक गांव कुलधरा एवं खाभा में ग्रामीण संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। सम के लहरदार रेतीले धोराें पर ख्यातनाम कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जायेगा।  भव्य आतिशबाजी के साथ ही मरु महोत्सव का समापन होगा।
       जैसलमेर का जग विख्यात तीन दिवसीय मरु महोत्सव अपनी अलग पहचान रखता है और इसमें बडी संख्या में देशी-विदेशी मेहमानों का सैलाब उमड़ता है। मरु महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटकों का जैसलमेर में  जमघट लगा हुआ है वहीं पर्यटकों का आगमन लगातार जारी है।

सबसे बडे युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट भारतीय वायुसेना ने किया अपना शक्ति प्रदर्शन








भारतीय वायुसेना ने किया अपना शक्ति प्रदर्शन
आसमान में लड़ाकू विमानों का घमासान
तैयार है वायुसेना के जबाज


जैसलमेर/ पिछले महीने ही जम्मू के पूछ इलाके में भारतीय सेना के जवानो के पाक सेना द्वारा सर काटने के बाद ही पाकिस्तान से रिश्ते बिगड़ गए और उसके बाद दोनों देशो की सीमओं पर तनाव बढ़ गया था ऐसे माहोल में भारत अपने पडोसी देशो को अपनी ताकात का अहसास दिलाने के लिए भारतीय वायुसेना का युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट अहम माना जा रहा है लिहजा अब पडोसी मुल्क पाकिस्तान और चीन को मुह तोड़ जबाब देने के लिए हमारे वायुसेना के जबाब तैयार है अब पाकिस्तान संभल जाए क्योकि भारतीय वायुसेना अब किसी भी चुनोती का सामना करने के लिए हर पल पूरी तरीके से तैयार और मुश्तेद है भारतीय की तीन सेनाओ के सुप्रीम कमांडर श्री प्रणव मुखर्जी और प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह के सामने एशिया की सबसे बडी चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय वायुसेना के लडाकू विमानों और हेलीकॅाप्टरों द्वारा शुक्रवार को मिसाइल और बम बरसाकर काल्पिनिक दुश्मन के ठिकाने को नेस्तनाबूद करने का प्रदर्शन किया गया
दुश्मन के अनगिनत ठिकाने व उस पर गिरते बम। विस्फोट होते ही टारगेट ध्वस्त। पलभर मे विभिन्न दिशाओं से आते भारतीय वायुसेना के विमान, विस्फोट के बाद थर्राती धरती। ये नजारे शुक्रवार को चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में देखने को मिला
फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान अग्रिम पंक्ति के लडाकू विमान सुखोई- 30 एमकेआई समेत आधा दर्जन विमानों द्वारा वारगेम में दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को तबाह करने का प्रदर्शन किया गया । एमआई 35, एमआई 17, एमआई 17 वी 5 ने काफी नीचे उड़ान भर कर हमले करने का प्रदर्शनकिए । हरक्यूलिस से लडाकू विमानों में एयर फ्यूल देने का भी प्रदर्शन किया .सबसे बडे युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट में जोधपुर के अलावा उत्तरलाई, नाल, जैसलमेर, फलौदी और भुज से भी विमानों ने उड़ान भरकर अपनी अचूक निशानेबाजी का प्रदर्शन किया
इस अभ्यास में देश के सौ से अघिक विमान अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया । इसमें राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा रक्षा मंत्री एके एंटनी, रक्षा राज्य मंत्री जितेंद्रसिंह, एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन, थल सेनाध्यक्ष जनरल विक्रमसिंह, नौ सेनाध्यक्ष एडमिरल देवेंद्र जोशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह सहित 50 मित्र राष्ट्रों के रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख सम्मिलित हुए .
इससे पहले माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी एवं प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह के शुक्रवार को भारतीय वायु सेना के विमानों से जैसलमेर आगमन पर जैसलमेर एयरपोर्ट पर महामहिम राज्यपाल श्रीमती मार्गे्रट आल्वा एवं मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने उनकी अगवानी की और गुलदस्ते भेंट कर स्वागत किया।

इस अवसर पर भारतीय वायु सेना के एयरमार्शल ए.के. गोगाई तथा एयरकमाण्डो एस. रथ ने भारतीय वायु सेना की ओर से स्वागत किया। एयरपोर्ट
पर माननीय राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री का स्वागत राजस्थान के मुख्य सचिव सी.के. मैथ्यू, डीजीपी हरीश मीणा, श्रीमती गहलोत, जिला कलक्टर शुचि
त्यागी, जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल, नगर परिषद के सभापति अशोक तंवर आदि ने गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया।