शनिवार, 23 फ़रवरी 2013

वर्ल्ड सूफी स्पिरिट फेस्टिवल का शानदार आगाज

जोधपुर । सूर्यनगरी के 554 साल प्राचीन मेहरानगढ़ में छह दिवसीय वर्ल्ड सूफी स्पिरिट फेस्टिवल का शानदार आगाज किया गया। पहले ही दिन सूफियाना सफर का हर कोई दीवाना बना नजर आया। मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट जोधपुर एवं राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित फेस्टिवल में सूफी के 150 से अघिक देशी-विदेशी नामचीन कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से मंत्रमुग्ध किया। उत्सव का शुभारंभ सुबह जसवन्त थड़ा पर सूर्योदय के दौरान भक्ति गायन से हुआ। बाड़मेर के कलाकार हरजीराम व ओंकारराम ने अपने भजनों से समूचे माहौल में अध्यात्म की खुशबू बिखेरी। किले के अन्दर स्थित भूरेखां की मजार पर पंजाब के रजा खान, चिश्तिया कव्वाल समूह व इरफान तुफैल ने सूफियाना कलाम पेश कर दर्शकों की खूब दाद लूटी। किले के नागणेचिया मंदिर में बाड़मेर की पानी देवी व मीरां देवी ने पारम्परिक भक्तिगीत पेश किए। केरल के असीम संस्थान के कलाकारों ने किले के दौलतखाना चौक में कलारीपयट्ट मार्शल आर्ट की प्रस्तुति से रोमांचित किया। मेहरानगढ़ के मोती महल में आगा खां म्युजियम ट्रस्ट फॉर कल्चर की ओर से बार्दिक डिवास की प्रस्तुति में उल्जान बैबुस्सिनोवा व रौशन ओराजबेवा कजाकिस्तान व उज्बेकिस्तान की नादिरा पिर्मतोवा ने लोककला की प्रस्तुति दी। इजिप्ट के कलाकारों ने श्ृंगार चौक में दी नाइल सूफी की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध किया।

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