रविवार, 23 दिसंबर 2012
वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान:
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने वनडे से संन्यास
मुंबई। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने वनडे से संन्यास ले लिया है। सचिन ने आज बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को पत्र लिखकर वनडे क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है। सचिन टी-20 से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। गौरतलब है कि आज ही पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले टी-20 मैच के लिए टीम इंडिया का चयन होना है।
गौरतलब है कि आज सुबह एन श्रीनिवासन को पत्र लिखकर सचिन ने बताया कि वनडे से वो संन्यास लेना चाहते हैं। उन्होंने पत्र में साल 2011 में वर्ल्ड कप टीम का सदस्य बनने पर खुद को गौरांवित बताया है। टीम चयन के लिए आज बोर्ड की बैठक होने वाली है। लेकिन बैठक से पहले सचिन ने अपना फैसला बीसीसीआई को बता दिया।
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मालूम हो कि सचिन ने सबसे ज्यादा वनडे मैच खेले हैं और 463 वनडे में 18426 रन बनाए हैं। जिसमें 49 शतक और 96 अर्धशतक बनाए हैं। सचिन के इस फैसले पर पूर्व सिलेक्टर के श्रीकांत ने हैरानी जताई है। वहीं पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी कीर्ति आजाद ने कहा है कि सचिन ने क्रिकेट पर उपकार किया है।
बधाई हो, दस लाख से ज्यादा हुए बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक परिवार के सदस्य
राजस्थान का गौरव बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक
बधाई हो, दस लाख से ज्यादा हुए बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक परिवार के सदस्य
चन्दन सिंह भाटी
बधाई हो, दस लाख से ज्यादा हुए बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक परिवार के सदस्य
चन्दन सिंह भाटी
बधाई हो, आपके मंच पर आने वालों की संख्या दस लाख से ज्यादा हो गई है. यहां यह बताने की शायद आवश्यकता ही नहीं कि बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक न्यूज के लिए यह सबसे पहला, एकमात्र ऐसा माध्यम है जो अपने पाठकों को केवल पाठक के दायरे तक सीमित नहीं रखता, बल्कि समाचार का माध्यम मानता है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पूरा अधिकार देता है।
बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक की टीम को यह घोषणा करने में हमेशा गर्व होता है कि हम किसी भी व्यक्ति या समाज पर अपनी सोच या जांच के नतीजों को थोपते नहीं हैं, बल्कि पाठकों को जागरुक बनाकर उन्हें प्रेरित करते हैं कि वे जांच करें।
मुख्यत: यह भारत के संविधान द्वारा प्रत्येक नागरिक को दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उपयोग करने की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास है, इसके अलावा हम लोगों को इसके लिए भी जागृत करने का प्रयास करते हैं, कि भारतीय संविधान के अनुसार वह भारत के आम नागरिकों को यह अनुमति कतई नहीं देता कि वे किसी भी मामले की जांच के लिए किसी भी व्यक्ति या संस्था को अपना जांच अधिकारी नियुक्त करे। व्यक्ति को स्वयं समझदार होना होगा और उसे समझना पड़ेगा कि क्या सही है और क्या गलत।
भारत का कानून लोगों को यह अनुमति बिल्कुल नहीं देता कि आप अज्ञानतावश या जानकारी के अभाव में किसी भी प्रकार के अपराध में शामिल हों। कानून यह मानता है कि भारत के प्रत्येक नागरिक को नियमों की जानकारी है और यदि वह उल्लंघन कर रहा है तो वह दण्ड का अधिकारी है। अर्थात यदि किसी व्यक्ति या संस्था के बहकावे में आकर आप किसी आपराधिक कृत्य को आगे बढ़ाने में सहायता करते हैं तो आप भी उस अपराध के शेयर होल्डर हो जाते हैं।
हम हमेशा यह बताने का प्रयास करते हैं कि बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक कोई जांच ऐजेन्सी नहीं है, बल्कि यह तो केवल एक मंच है जहां विभिन्न विशेषज्ञ अपनी बात रखते हैं, राय प्रकट करते हैं, समाचारों का आदान प्रदान करते हैं। खुशियां और दुख बांटते हैं। कई बार ऐसे लोग भी आपको इस मंच पर मिलेंगे जिनसे आप सहमत न हों, परंतु हमारी या आपकी सहमति से उस व्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रभावित नहीं किया जा सकता जिसने भारत में जन्म लिया है।
इस अवसर पर बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक उन सभी लोगों को विशेष बधाई प्रेषित करता है जो जाने अनजाने इस मंच के स्थाई सदस्य बनते जा रहे हैं। हम सबसे ज्यादा आभारी हैं उन लोगों के जो केवल इसे पढ़ते नहीं हैं बल्कि लिखते हैं और सूचनाएं सार्वजनिक करने का प्रयास करते हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि बोलना दुनिया का सबसे आसान काम है और लिखना उतना ही मुश्किल। जो लोग बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक को सुधारने में जुटे हैं, हम वचन देते हैं कि ऐसे हर अभियान में बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक हमेशा साथ रहेगा।
ज्यादा लम्बा भी लोग नहीं पढ़ते, इसलिए आप सभी को बधाई, बधाई, बधाई।
बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक की टीम को यह घोषणा करने में हमेशा गर्व होता है कि हम किसी भी व्यक्ति या समाज पर अपनी सोच या जांच के नतीजों को थोपते नहीं हैं, बल्कि पाठकों को जागरुक बनाकर उन्हें प्रेरित करते हैं कि वे जांच करें।
मुख्यत: यह भारत के संविधान द्वारा प्रत्येक नागरिक को दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उपयोग करने की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास है, इसके अलावा हम लोगों को इसके लिए भी जागृत करने का प्रयास करते हैं, कि भारतीय संविधान के अनुसार वह भारत के आम नागरिकों को यह अनुमति कतई नहीं देता कि वे किसी भी मामले की जांच के लिए किसी भी व्यक्ति या संस्था को अपना जांच अधिकारी नियुक्त करे। व्यक्ति को स्वयं समझदार होना होगा और उसे समझना पड़ेगा कि क्या सही है और क्या गलत।
भारत का कानून लोगों को यह अनुमति बिल्कुल नहीं देता कि आप अज्ञानतावश या जानकारी के अभाव में किसी भी प्रकार के अपराध में शामिल हों। कानून यह मानता है कि भारत के प्रत्येक नागरिक को नियमों की जानकारी है और यदि वह उल्लंघन कर रहा है तो वह दण्ड का अधिकारी है। अर्थात यदि किसी व्यक्ति या संस्था के बहकावे में आकर आप किसी आपराधिक कृत्य को आगे बढ़ाने में सहायता करते हैं तो आप भी उस अपराध के शेयर होल्डर हो जाते हैं।
हम हमेशा यह बताने का प्रयास करते हैं कि बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक कोई जांच ऐजेन्सी नहीं है, बल्कि यह तो केवल एक मंच है जहां विभिन्न विशेषज्ञ अपनी बात रखते हैं, राय प्रकट करते हैं, समाचारों का आदान प्रदान करते हैं। खुशियां और दुख बांटते हैं। कई बार ऐसे लोग भी आपको इस मंच पर मिलेंगे जिनसे आप सहमत न हों, परंतु हमारी या आपकी सहमति से उस व्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रभावित नहीं किया जा सकता जिसने भारत में जन्म लिया है।
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ज्यादा लम्बा भी लोग नहीं पढ़ते, इसलिए आप सभी को बधाई, बधाई, बधाई।
जैसलमेर पुलिस अधीक्षक ममता राहुल की पहल
पुलिस अधीक्षक ममता राहुल की पहल
महिलाओ की सुरक्षा के प्रति सजग हुआ पुलिस प्रशासन
जैसलमेर। जैसलमेर मे महिला वर्ग की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन सजग हो गया है। दिल्ली दुष्कर्म मामले से सबक लेते हुए पुलिस महकमे की ओर से कड़े कदम उठाए गए है। पुलिस अधीक्षक ममता राहुल ने जिला जैसलमेर में महिलाओं व छात्राओं की सुरक्षा के लिए जिले के सभी वृत्ताधिकारियों व थानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षेत्रों में विशेष कदम उठाए जाने के लिए निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक की ओर से महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। एसपी ने सभी थाना क्षेत्रो के बस स्टैण्ड, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन, सिनेमा घर, पार्क, सार्वजनिक परिवहन के वाहनों, पूजा स्थलों आदि पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं की निगरानी व उनके पर्यवेक्षण के लिए सादा वस्त्रों में महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों और अन्य पुलिसकर्मियो को तैनात करने के आदेश जारी किए है।
उन्होने छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने लिए हर संभव उपाय करने की हिदायत देने के साथ ही इस संबंध में कोई जानकारी मिलने पर नजदीकी पुलिस थाने व महिला सहायता केन्द्र को भिजवाने के लिएभी कहा है। इसके अलावा एसपी ने वृत्ताधिकारियो व थानाधिकारियो को आदेश जारी किए हैं कि थाना क्षेत्रो में सार्वजनिक यातायात के वाहनों में यात्रियों व वाहन परिचालकों की ओर से छेड़छाड़ की जाती है या पीडित की ओर से शिकायत मिलती है तो वाहन चालक वाहन को नजदीकी पुलिस थाने में ले जाएगा और वाहन का परमिट भी निरस्त किया जा सकता है।
जैसलमेर। जैसलमेर मे महिला वर्ग की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन सजग हो गया है। दिल्ली दुष्कर्म मामले से सबक लेते हुए पुलिस महकमे की ओर से कड़े कदम उठाए गए है। पुलिस अधीक्षक ममता राहुल ने जिला जैसलमेर में महिलाओं व छात्राओं की सुरक्षा के लिए जिले के सभी वृत्ताधिकारियों व थानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षेत्रों में विशेष कदम उठाए जाने के लिए निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक की ओर से महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। एसपी ने सभी थाना क्षेत्रो के बस स्टैण्ड, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन, सिनेमा घर, पार्क, सार्वजनिक परिवहन के वाहनों, पूजा स्थलों आदि पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं की निगरानी व उनके पर्यवेक्षण के लिए सादा वस्त्रों में महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों और अन्य पुलिसकर्मियो को तैनात करने के आदेश जारी किए है।
उन्होने छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने लिए हर संभव उपाय करने की हिदायत देने के साथ ही इस संबंध में कोई जानकारी मिलने पर नजदीकी पुलिस थाने व महिला सहायता केन्द्र को भिजवाने के लिएभी कहा है। इसके अलावा एसपी ने वृत्ताधिकारियो व थानाधिकारियो को आदेश जारी किए हैं कि थाना क्षेत्रो में सार्वजनिक यातायात के वाहनों में यात्रियों व वाहन परिचालकों की ओर से छेड़छाड़ की जाती है या पीडित की ओर से शिकायत मिलती है तो वाहन चालक वाहन को नजदीकी पुलिस थाने में ले जाएगा और वाहन का परमिट भी निरस्त किया जा सकता है।
थम नहीं रही घटनाएं, एमपी में हाथ-पैर बांधकर किया रेप
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में चलती बस में गैंगरेप की घटना के बाद दिल्ली समेत देशभर में इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। लेकिन, ऐसी घटनाएं कम नहीं हो रही हैं।
एमपी के विदिशा और राजगढ़ में नाबालिग छात्राओं से ज्यादती के मामले सामने आए हैं।
विदिशा के अहमदपुर गांव में घर में सो रही एक नाबालिग को दो लोग घर से उठा कर ले गए। लड़की सुबह सड़क किनारे मिली। उसके हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए थे। परिजन ने गांव के इक्का और कल्लू लोधी पर लड़की के साथ ज्यादती का आरोप लगाया है। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने लड़की का मेडिकल चेकअप कराकर आरोपियों के खिलाफ अपहरण और छेडख़ानी का मामला दर्ज किया है। घटना शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात की है।
राजगढ़ के खुजनेर में एक महिला ने एक महीने पहले छेड़छाड़ और ज्यादती की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया तो तंग आकर उसने शनिवार को जहर पीकर खुदकुशी कर ली। मामला खुजनेर थाना क्षेत्र के लिंबोदा गांव का है। महिला के पति ब्रजकिशोर किरार ने बताया कि गांव के रामस्वरूप और राधेश्याम के खिलाफ
मामला दर्ज कराया गया था, पर कार्रवाई नहीं हुई। उधर, पुलिस इस मामले में पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। राजगढ़ के धार में एक शिक्षक द्वारा 15 वर्षीय आदिवासी छात्रा से ज्यादती का मामला सामने आया है। घर पर ही निजी कोचिंग चलाने वाले सरकारी स्कूल के शिक्षक नगेंद्र चावड़ा ने शनिवार को उक्त छात्रा को कोचिंग में अकेली पाकर दुष्कृत्य किया। पुलिस ने छात्रा के बयान के आधार पर ज्यादती का प्रकरण दर्ज कर आरोपी नगेंद्र को हिरासत में लिया है। छात्रा का मेडिकल कराया गया है। आरोपी शिक्षक ने मामले को साजिश बताया है।
एमपी के विदिशा और राजगढ़ में नाबालिग छात्राओं से ज्यादती के मामले सामने आए हैं।
विदिशा के अहमदपुर गांव में घर में सो रही एक नाबालिग को दो लोग घर से उठा कर ले गए। लड़की सुबह सड़क किनारे मिली। उसके हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए थे। परिजन ने गांव के इक्का और कल्लू लोधी पर लड़की के साथ ज्यादती का आरोप लगाया है। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने लड़की का मेडिकल चेकअप कराकर आरोपियों के खिलाफ अपहरण और छेडख़ानी का मामला दर्ज किया है। घटना शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात की है।
राजगढ़ के खुजनेर में एक महिला ने एक महीने पहले छेड़छाड़ और ज्यादती की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया तो तंग आकर उसने शनिवार को जहर पीकर खुदकुशी कर ली। मामला खुजनेर थाना क्षेत्र के लिंबोदा गांव का है। महिला के पति ब्रजकिशोर किरार ने बताया कि गांव के रामस्वरूप और राधेश्याम के खिलाफ
मामला दर्ज कराया गया था, पर कार्रवाई नहीं हुई। उधर, पुलिस इस मामले में पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। राजगढ़ के धार में एक शिक्षक द्वारा 15 वर्षीय आदिवासी छात्रा से ज्यादती का मामला सामने आया है। घर पर ही निजी कोचिंग चलाने वाले सरकारी स्कूल के शिक्षक नगेंद्र चावड़ा ने शनिवार को उक्त छात्रा को कोचिंग में अकेली पाकर दुष्कृत्य किया। पुलिस ने छात्रा के बयान के आधार पर ज्यादती का प्रकरण दर्ज कर आरोपी नगेंद्र को हिरासत में लिया है। छात्रा का मेडिकल कराया गया है। आरोपी शिक्षक ने मामले को साजिश बताया है।
शनिधाम ने मगरा क्षेत्र में भी दी राहत
शनिधाम ने मगरा क्षेत्र में भी दी राहत
बेटी है अनमोल, उसे बचाना जरूरी : राजस्थानी
507 गरीब महिलाओं में वितरण की कंबल
राहत शनिधाम ट्रस्ट के तत्वावधान में सत्संग में उमड़ी महिलाएं, जरूरतमंदों में कंबल वितरित
. देसूरी
शनिधाम ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को श्री गुरुलाल भेग नवल आश्रम देसूरी में महामंडलेश्वर दाती मदन राजस्थानी ने कहा कि बेटी अनमोल रत्न है, उसे बचाना हर मानव का मुख्य धर्म है। बेटा-बेटी में फर्क मत समझो वरना बेटी के अभाव में सृष्टि को बचाना मुश्किल हो जाएगा।
उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा से ज्ञान मिलता है और ज्ञान से जानकारी। बेटियों को शिक्षा ग्रहण कराए, जिससे दो परिवारों का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा से जो पुण्य मिलता है। वह किसी भी सेवा में नहीं मिलता है और सबसे बड़ी सेवा है माता पिता की सेवा उससे बड़ी कोई और सेवा नहीं हो सकती है।
एक एंबुलेंस देगा शनिधाम कैंप भी लगाएगा
करमाल चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में को समाजसेवी रूपसिंह रावत ने जब क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं के बारे में जानकारी दी तथा दुर्घटनाओं को लेकर यहां पर किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं होने पर दाती मदन महाराज ने हाथों-हाथ एक एंबुलेंस देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह एंबुलेंस सोमवार को करमाल चौराहे पर भेज दी जाएगी। एंबुलेंस का सारा खर्चा भी शनिधाम की तरफ से वहन किया जाएगा। उन्होंने यहां पर शीघ्र ही मेडिकल कैंप भी लगाने की घोषणा की।
दैनिक भास्कर की तरफ से चलाए जा रहे वस्त्रदान कार्यक्रम के तहत कस्बे में श्री शनिधाम ट्रस्ट द्वारा दाती महाराज ने कार्यक्रम में उपस्थित 507 गरीब लोगों को वितरण की गई। गरीब विधवाओं को कंबलों के साथ दाती महाराज ने आर्थिक सहायता के रूप में नगद राशि प्रदान की इस दौरान गुड़ा भोपसिंह,गरासिया कॉलोनी,दुदापुरा,जोबा,सुथारों गुडा,घाणेराव,ढालोप,आना,करणवा,देसूरी सहित आसपास गांवों के गरीब एवं विधवा महिलाओं को सर्दी से बचने के लिए कंबल वितरण की गई। इस दौरान दाती महाराज ने बताया कि इस वर्ष 7 हजार गरीब व विधवा महिलाओं को कंबल वितरण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान मां श्रृद्धा लाल महाराज, यशपालसिंह राजपुरोहित शिवतलाव,घाणेराव के उपसरपंच चंद्रशेखर मेवाड़ा, खुडाला-फालना नगरपालिका के अध्यक्ष खंगारराम मेघवाल,कांग्रेस नेता हितेश सिरोया फालना,राकेश मेवाड़ा सादड़ी व कुलदीपसिंह बग्गा समेत दर्जनों प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
मारवाड़ जंक्शन . समीपवर्ती मगरा (अरावली पर्वत माला क्षेत्र) में शनिवार को करमाल चौराहे पर दाती मदन राजस्थानी महाराज ने दाती महाराज ने वस्त्रदान अभियान के तहत 200 गरीब महिलाओं को कंबल वितरण किया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा करने से बड़ा पुण्य संसार में कोई नहीं होता है। वृद्घ माता-पिता भगवान का स्वरूप होते है,उनका भरण-पोषण करना प्रत्येक व्यक्ति का कत्र्तव्य तथा जिम्मेदारी होती है। इस मौके पर दाती महाराज ने 200 गरीब व विधवा महिलाओं को कंबल वितरण किया। इसके साथ ही उन्होंने हर माह यहां पर 200 परिवारों को 10 किलो गेहूं देने की घोषणा की। इसके साथ ही मांडा बस स्टैंड पर भी दाती महाराज ने सरपंच नोजी देवी मेघवाल की उपस्थिति में भी गरीब महिलाओं को सर्दी के बचाव के लिए गर्म कंबल बांटे। करमाल चौराहे पर कम्बल वितरण के समय समाजसेवी रूपसिंह रावत, मां श्रृद्धा,गोविंदसिंह,मोहब्बतसिंह रावत,अल्लारक पठान व खींवाराम चौधरी आदि कई प्रतिनिधि मौजूद थे।
मारवाड़ जंक्शन. सत्संग में उमड़ी महिलाएं व जरूरतमंदों को कंबल वितरित करते दाती मदन महाराज।
जवाई नहर में डूबी महिला लापता, बच्ची का शव दिखा
जवाई नहर में डूबी महिला लापता, बच्ची का शव दिखा
सुमेरपुरजवाईबांध से निकल रही नहर में शनिवार को बलवना गांव के गणेशराम देवासी की पत्नी लीला तथा उसकी डेढ़ साल की बच्ची डूब गई। मासूम बच्ची का शव तो बलवना गांव के पास नहर में पाइप में फंसा हुआ है। काफी मशक्कत के बाद मासूम का सिर पाइप से निकल गया, जबकि उसका धड़ वाला हिस्सा उसमें फंसा हुआ है। उसे निकालने के लिए नहर का पानी बंद कराया गया है। महिला के भी डूबने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन उसका शव नहीं मिल पाया है।
पुलिस के अनुसार बलवना गांव के गणेशराम देवासी हमेशा की तरह शनिवार सुबह मवेशियों को चराने खेतों में चला गया। सुबह 11 बजे तक उसकी पत्नी उसका खाना लेकर नहीं पहुंची तो गणेशाराम ने ससुराल में फोन किया। इस दौरान गणेशराम को सूचना मिली कि बलवना गांव से दो किलोमीटर दूर जवाई नहर में महिलाओं ने मासूम का शव तैरता देखा है। उधर, सुबह करीब 11 बजे बलवना गांव की महिलाओं ने जवाई नहर में एक मासूम का शव तैरता देख ग्रामीणों को बुलाया। सूचना मिलने पर प्रशिक्षु आरपीए डा. हरिप्रसाद सोमानी ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने नहर से जुड़े एक नाले (पानी निकासी के लिए बनाए गए होल) से पानी नहीं निकलता देखा, जिससे आंशका जताई गई कि संभवत: मासूम का शव यहीं पाइप में फंसा हो सकता है। तैराक प्रकाश हरिजन, हरीश भाई ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद पता लगाया कि पाइप के अंदर एक मासूम का शव फंसा हुआ है।
सूचना के बाद तहसीलदार शक्तिसिंह भाटी व सीआई पुष्पेंद्र वर्मा भी मौके पर पहुंच गए। तब तक पशुपालक गणेशराम देवासी भी मौके पर पहुंच गया, जिसने कपड़ों के आधार पर पाइप में फंसी बच्ची की शिनाख्त अपनी पुत्री के रूप में की। तब जाकर पता लगा कि बच्ची के अलावा गणेशराम की पत्नी लीला भी संभवत: नहर में डूब गई, जिसका शव नहर में तैरता हुआ कहीं फंस गया होगा।
रायपुर व लवाचा में सियार का हमला, ग्रामीणों ने मार डाला
रायपुर व लवाचा में सियार का हमला, ग्रामीणों ने मार डाला
रायपुर में एक खेत की लहलहाती फसल में छुपा था सियार, वृद्धा सहित दो जनों को किया घायल
. रायपुर मारवाड़
रायपुर तथा लवाचा ग्राम में शनिवार को दो अलग-अलग मामलों में एक सियार ने एक महिला एवं एक पुरूष पर हमला कर उन्हे जख्मी कर दिया। दोनो घायलो को उपचार के लिए सामुदायिक चिकित्सालय रायपुर में भर्ती कराया गया। घटना के बाद लवाचा गांव में ग्रामीणों ने लाठियों से पीट-पीटकर सियार को मार डाला।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रायपुर के बेरा रादुबा निवासी जेठादेवी (80 वर्ष) शनिवार की सांय करीब 5 बजे अपने कुए के निकट ही दिशा-मैदान के लिए गई थी। उसी समय पास के खेत में खड़ी रायड़े की फसल में छुपा हुआ एक सियार बाहर निकला और वृद्घा जेठा देवी पर हमला कर दिया, जिसके कारण महिला का हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गया। सियार के अचानक हमले के कारण वृद्घा बुरी तरह से घबरा गई और जोर जोर से चिल्लाने लगी जिस पर आस पास के बेरो पर रहने वाले लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। लोगो को अपनी आेर आता हुआ देख कर सियार वहां से भाग निकला।
इसी प्रकार शनिवार को ही लवाचा ग्राम निवासी लक्ष्मणसिंह (40 वर्ष) पुत्र केशरसिंह रावत एक खदान पर कार्य कर रहा था। उसी समय एक सियार ने झपट कर उस पर हमला कर दिया। जिसके कारण उसका हाथ जख्मी हो गया। लक्ष्मणसिंह द्वारा चिल्लाने पर खदान के निकट ही काम कर रहे लोग दौड़कर उसके पास पहुंचे और लाठियों एवं सरियों से सियार पर वार किया जिसके कारण सियार की मृत्यु हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि इस सियार ने दो कुत्तों को भी मार दिया था। सियार के हमले से घायल दोनो व्यक्तियों को उपचार के लिए रायपुर के सामुदायिक चिकित्सालय में लाया गया। डॉ$ लक्ष्मीनारायण सोलंकी ने दोनो घायलों का उपचार किया।
अज्ञात बीमारी से मर रही भेड़ें, पशुपालक चिंतित
अज्ञात बीमारी से मर रही भेड़ें, पशुपालक चिंतित
भेजी जाएगी टीम भेड़ों की जांच की जाएगी
कोई कार्रवाई नहीं हुई नहीं कराया था बीमा
जिला मुख्यालय से 11 किमी दूर कानीवाड़ा का मामला, एक के बाद एक भेड़-बकरियों के मरने से पशुपालकों की चिंता बढ़ी
जालोर
निकटवर्ती कानीवाड़ा गांव में पिछले पंद्रह दिन से गांव में फैली अज्ञात बीमारी के कारण रोजाना पांच से सात भेडें़ व बकरियां काल कवलित हो रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अज्ञात बीमारी से भेड़ों ने खाना-पीना छोड़ दिया है। मुंह में छाले होने के साथ भेड़ों के घुटने जाम होने से वे चल नहीं पाती। गांव के नाथाराम देवासी ने बताया कि चार वर्ष पहले इस तरह की बीमारी फैली थी, उस दौरान भी सैकड़ों भेड़ों की मौत हुई थी। गांव में पशु चिकित्सा सुविधा नहीं होने के कारण ग्रामीणों को पशुओं के इलाज के लिए जिला मुख्यालय या निकटस्थ आहोर कस्बे में जाना पड़ता है। ऐसे में तत्काल इलाज के अभाव में पशु काल कलवित हो रहे हैं। इधर, प्रशासन व पशु चिकित्साकर्मियों को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। पशु चिकित्सालय के कार्मिकों की मानें तो कानीवाड़ा क्षेत्र के पशुओं की देखरेख गोदन गांव के पशुधन सहायक द्वारा की जाती है, लेकिन काफी समय से यहां पद रिक्त होने से गांव में पशुओं का इलाज नहीं हो रहा है। फिलवक्त इस क्षेत्र का अतिरिक्त कार्यभार जालोर पशुपालन विभाग के पास ही है, लेकिन कर्मचारियों को इसकी जानकारी नहीं है। कानीवाड़ा क्षेत्र के पशुपालक जागरूकता की कमी के कारण विभाग को इसकी जानकारी तक नहीं दे पाए हैं।
नहीं लगाए गए टीके : पशु पालन विभाग की ओर से कानीवाड़ा गांव में पशुओं के निशुल्क टीकाकरण का कैंप काफी समय से नहीं लगाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि पशुओं को टीका लगाने के लिए बाजार से इंजेक्शन उन्हें ही लाना पड़ता है। विभाग की ओर से सालभर में एक बार भी टीकाकरण शिविर नहीं लगाया गया है। अज्ञात बीमारी के कारण भेड़ें मरने से ग्रामीण काफी चिंतित हैं। प्रतिदिन औसतन पांच से सात भेड़ें मर रही हैं। खास बात यह है कि इन मरने वाली भेड़ों व बकरियों एक साल से कम या करीब एक साल है। इसके अलावा कई भेड़-बकरियां बाड़े में अचेत अवस्था में हैं।
गांव में हैं करीब दो हजार भेड़ें : कानीवाड़ा गांव में करीब पंद्रह परिवार देवासी जाति के हैं। जिनकी आजीविका का मुख्य साधन भेड़-बकरियां ही हैं। इनसे मिलने वाले दूध और ऊन को बेचकर ये परिवार का गुजारा करते हैं। गांव में इन परिवारों के पास करीब दो हजार भेड़ें हैं। पिछले पंद्रह दिन लगभग 50 भेड़-बकरियां इस बीमारी से मर चुकी हैं। इसके अलावा बाड़े में मौजूद अन्य बीमार भेड़ें धीरे-धीरे इस बीमारी से निढाल पड़ी हैं।
नहीं मिलती निशुल्क दवाइयां
पशु चिकित्सक नहीं होने से यह परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि एक साल से न तो पशुओं का इलाज किया गया न ही दवाइयां दी गई। पशु जब भी बीमार होते हैं, तो बाजार से दवाइयां लाकर पशुओं को देनी पड़ती है। इधर, जिला मुख्यालय पर भी पशु चिकित्सा प्रभारी व वेटेरनरी का पद रिक्त होने से पशु चिकित्सालय में निशुल्क दवाइयां नहीं पहुंच रही हैं।
एक साथ दो बेटी, एक बेटे का जन्म, तीनों स्वस्थ
एक साथ दो बेटी, एक बेटे का जन्म, तीनों स्वस्थ सांचौर. नगर के निजी अस्पताल में शुक्रवार शाम को एक प्रसूता ने तीन बच्चों को जन्म दिया। डॉ. गोपीकिशन विश्नोई ने बताया कि अस्पताल में प्रसूता मदीना बानो पत्नी शकूर खान निवासी टांपी ने प्रसव के दौरान तीन बच्चों को दिया, जिसमें दो लड़की एवं एक लड़का हैं। तीनों बच्चों का जन्म केवल सात माह के गर्भ के दौरान होने के बावजूद भी जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। सांचौर. नगर के एक निजी अस्पताल में एक प्रसूता ने तीन बच्चों को जन्म दिया। इनमें दो बेटियां, जबकि एक बेटा है। |
नवजात को थैले में डालकर छोड़ दिया
नवजात को थैले में डालकर छोड़ दिया
बाड़मेर चौहटन,क्षेत्र के थानान्तर्गत बिसारणिया पंचायत के विरड़ो का तला राजस्व गांव में मेवाणियों की ढाणी के पास शनिवार देर शाम एक नवजात थैले में पड़ा मिला। बंद थैले को ग्रामीणों ने जब खोल कर देखा तो उसमें नवजात शिशु को देख चौक गए। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को देते हुए कहा कि साहब बंद थैले में टाबर है और वो भी जिंदा।
सूचना मिलते ही थानाधिकारी राजेंद्र चौधरी मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया। इसके पश्चात पुलिस नवजात बच्चे को लेकर चौहटन अस्पताल पहुंची जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.अल्ताफ हुसैन ने बच्चे की स्वास्थ्य जांच की। जांच के दौरान बच्चे का वजन 2 किलो 300 ग्राम पाया गया तथा बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। थानाधिकारी चौधरी ने बताया कि इस संबंध में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। सुनसान खेत में बच्चा डालने वालों का पता लगाया जाएगा।
सीमा पर तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए चौकसी बरतनी होगी
सीमा पर तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए चौकसी बरतनी होगी
महानिरीक्षक ने 153वीं वाहिनी का द्विवार्षिक निरीक्षण किया
जैसलमेरमहानिरीक्षक सीमांत मुख्यालय जोधपुर पी.सी. मीणा और उपमहानिरीक्षक पुष्पेंद्रसिंह राठौड़ ने 153वीं वाहिनी का द्विवार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान बार्डर भ्रमण किया और सीमा चौकी पर बने नए भवनों का उद्घाटन भी किया। अधिकारियों ने सैनिक सम्मेलन भी लिया। इस दौरान महानिरीक्षक मीणा ने कहा कि पिछले कुछ समय से राजस्थान सीमा पर तस्करी की घटनाएं बढ़ी है, जिसे रोकने के लिए हमें और चौकसी बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि सर्दी व धुंध का मौसम शुरू हो चुका है, जिसका तस्कर व घुसपैठिए लाभ उठा सकते हैं, इसलिए विशेष चौकसी बरतें। निरीक्षण अधिकारी ने इस इलाके में सीमा सुरक्षा बल को दिए गए ऊंटों की ऑपरेशनल तथा बंदोबस्ती संबंधी कार्यों के महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने जवानों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा तथा जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जवानों की शारीरिक क्षमता व निशानेबाजी को भी परखा तथा वाहिनी द्वारा सीमा पर किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जवानों को पुरस्कृत किया एवं सभी कार्मिकों को अच्छे कार्य के लिए बधाई दी।
बावा अध्यक्ष राजू मीणा द्वारा वाहिनी के परिवार कल्याण केन्द्र का दौरा किया जहां 153वीं वाहिनी की बावा अध्यक्ष श्रीमती सीमा बगडिय़ा तथा अन्य महिलाओं द्वारा उनका स्वागत किया गया। दौरे के दौरान श्रीमती मीणा ने परिवार कल्याण केन्द्र में आयोजित किए विभिन्न आयोजनों के बारे में जानकारी दी और बावा द्वारा किए जा रहे कार्यों की काफी सराहना की। श्रीमती मीणा ने सभी महिलाओं से उनकी समस्याओं एवं स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि महिलाएं वेलफेयर सेंटर में काम करके उनसे हुई आमदनी को अपने घरेलू स्तर के सुधार में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। उन्होंने सभी महिलाओं को बताया किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वो उनसे सीधे तौर पर संपर्क कर सकती है। श्रीमती मीणा ने महिलाओं एवं बच्चों द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रशंसा की।
शनिवार, 22 दिसंबर 2012
सरकार देगी 500 रु. में किराए पर मकान
जोधपुर.राज्य सरकार अब ऐसे लोगों को किराए पर मकान उपलब्ध कराएगी, जिनके पास न तो अपना आवास है और न ही खरीदने के लिए पैसा। किराया राशि भी केवल 500 से 600 रु. महीने होगी। इसमें उन्हें दो कमरे, किचन और बाथरूम उपलब्ध कराया जाएगा। इन किरायेदारों के पास यह विकल्प भी होगा कि वे 5 साल बाद उसी मकान को 20 से 25 प्रतिशत कीमत देकर खरीद सकेंगे।
देश में यह पहला मौका है जब राजस्थान सरकार किरायेदारों के लिए भी मकान बना रही है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसके तहत कोटा में 1528 मकान बनाए जाएंगे। राजीव आवास योजना के संबंध में शुक्रवार को दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक में केंद्र सरकार ने इस योजना को मंजूरी दे दी। बैठक में इसके अलावा जयपुर व अजमेर के प्रोजेक्ट को भी मंजूरी दी गई।
लुहारों को घर के आगे मिलेगा प्लेटफॉर्म
अजमेर के प्रोजेक्ट में पसंद नगर, लुहारू नगर और ईदगाह को शामिल किया गया है। इनके लिए 74 करोड़ रु. की लागत से 1048 मकान बनाए जाएंगे। इनमें लुहारू नगर के बाशिंदों घर के आगे व्यवसाय के लिए एक प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराया जाएगा।
कम आमदनी वालों को ही मिलेंगे
कोटा में बनने वाले 1528 किराए के मकान उन्हीं लोगों को उपलब्ध कराए जाएंगे जो परिवार सहित अलग-अलग क्षेत्रों में किराए पर रह रहे हैं। ऐसे परिवार की सालाना आय 1 लाख रु. होनी चाहिए। इन आवासों में जी-प्लस वन यानी ऊपर-नीचे दो यूनिट होंगी। इन पर कुल 72 करोड़ रु. खर्च होंगे।
जयपुर व अजमेर के प्रोजेक्ट भी मंजूर
बैठक में राजीव गांधी आवास योजना के तहत जयपुर के संजय नगर भट्टा बस्ती और अजमेर के प्रोजेक्टों को भी मंजूरी मिल गई। नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव जी.एस. संधू ने बताया कि भट्टा बस्ती में बनने वाले 12000 मकानों में से 2212 आवासों के पहले चरण को मंजूरी मिल गई है। करीब 96.61 करोड़ की लागत से बनने वाले ये डुप्लेक्स नुमा स्वतंत्र आवास होंगे। इस प्रोजेक्ट में पानी, बिजली, सीवर लाइन के साथ ही वाटर री साइक्लिंग की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी।
सात वर्ष बाद कोर्ट में एफआर पेश करने पर हाईकोर्ट नाराज
जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने गंगानगर जिलांतर्गत भादरा में वर्ष 1998 में हुए दहेज मृत्यु के एक मामले में पुलिस द्वारा पीडि़त पक्ष की ओर से रिपोर्ट दर्ज करने के पांच दिन बाद एफआर लगाने व उसे सात वर्ष बाद अदालत में पेश करने को गंभीरता से लिया है। न्यायधीश संदीप मेहता ने भादरा निवासी कृष्णा उर्फ किशना राम व सुरेन्द्र कुमार की ओर से दायर विविध आपराधिक याचिका की सुनवाई में गृह विभाग व पुलिस महानिदेशक डीजीपी को निर्देश जारी करते हुए मामले की जांच कराते हुए 21 मार्च 2013 तक अदालत में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं।
यह था मामला
मामले के अनुसार भादरा निवासी किशना राम के पुत्र सुरेन्द्र कुमार की पत्नी मनोज की अपने ससुराल में 18 अगस्त 1998 को जहर सेवन करने के कारण मृत्यु हो गई। इस पर जहां किशना राम की ओर की ओर से पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई वहीं मृतका मनोज के पिता मोहनलाल की ओर से भी लड़की के ससुराल वालों पर दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
पुलिस ने आईपीसी धारा 498 ए व 304 बी के तहत दर्ज की गई इस रिपोर्ट के दर्ज करने के पांच दिन बाद 23 अगस्त 1998 को ही पुलिस ने लड़की के पिता के आरोपों को सही नहीं मानते हुए अंतिम रिपोर्ट फाइल में लगा दी। हालांकि फाइल में एफआर लगाने के बाद 1 से 8 सितंबर 1998 तक विभिन्न गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए गए है जिन्होंने लड़की के ससुराल वालों को निर्दोष बताया गया है।
सात वर्ष बाद अदालत में पेश की एफआर
पुलिस ने अनुसंधान के बाद मामले की एफआर अदालत में 25 फरवरी 2005 को पेश की। इस पर पीडि़त पक्ष ने एसीजेएम भादरा के यहां प्रोटेस्ट पिटिशन फाइल की। अदालत ने किशनाराम व सुरेन्द्र कुमार आदि के खिलाफ प्रसंज्ञान लिया तो उन्होंने सेशन कोर्ट में निगरानी याचिका दायर की वह भी खारिज हो गई तो उसके खिलाफ हाईकोर्ट में विविध आपराधिक याचिका दायर की गई
शिंदे ने कहा, संसद करेगी फांसी पर फैसला
नई दिल्ली. विजय चौक पर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद अब सरकार ने बलात्कारियों को फांसी की सजा पर संसद में विचार करने की बात कही है। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पीसी में प्रदर्शनकारियों से आंदोलन वापस लेते हुए घर लौटने की अपील भी की। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा को और बढ़ाने का आश्वासन देते हुए कहा कि रात में ज्यादा देर तक बसें नहीं चलेंगी ओर बसों में जीपीएस सिस्टम भी लगाया जाएगा।
दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के बाहर हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारियों ने गैंगरेप के आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की। फिल्मकार शेखर कपूर ने ट्वीट किया, 'दिल्ली काहिरा का तहरीर चौक नजर आ रही है।'
जनता का आक्रोश सिर्फ सड़कों पर ही नहीं उतरा बल्कि लोग ट्विटर और फेसबुक पर भी राजपथ की तस्वीरें साझा कर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस पर सिक्के और चूड़ियां भी उछालीं।
दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित रही। पहले पुलिस ने उनके ऊपर पानी की बौछार की थी, लाठियों से भी वार किया था और आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे। लेकिन वे काबू में नहीं आए। तब पुलिस भी नरम पड़ गई। प्रदर्शनकारियों के गुस्से के बाद सरकार लोगों से बातचीत के लिए तैयार हो गई है।
रात 8.25 बजे
शिंदे ने कहा बलात्कारियों की सजा बढ़ाने कानून में होगा संशोधन। फांसी पर संसद में होगा विचार। रात में ज्यादा नहीं चलेंगी बसें, लगेंगे जीपीएस सिस्टम। महिलाओं की सुरक्षा के लिए उठाए जाएंगे कदम। बलात्कार की सजा के लिए प्रदर्शनकारियों से आंदोलन वापस लेने की अपील। घटना के लिए जिम्मेदार किए जाएंगे सस्पेंड।
रात 8.10 बजे
शिंदे के वादे का प्रदर्शनकारियों पर असर नहीं। इंडिया गेट पर नारेबाजी तेज। प्रदर्शनकारियों के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से की थी मुलाकात। शिंदे की पीसी शुरू
रात 8.00 बजे
प्रदर्शनकारियों से मिले गृहमंत्री शिंदे, मांगे माने जाने का दिलाया भरोसा
शाम 7.45 बजे
सरकार बदल सकती है कानून। इंडियागेट पर ठंड के बावजूद लोगों की संख्या में नहीं आ रही कमी। शिंदे के बयान का इंतजार।
शाम 7.30 बजे
जांच के लिए न्यायिक आयोग बना सकती है सरकार। शिंदे की प्रेस कॉन्फ्रेंस कुछ देर में। राजघाट पर नारेबाजी जारी।
शाम 7. 20 बजे
सोनिया ने की प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से बात। 7.30 बजे शिंदे देंगे बयान।
शाम 6.55 बजे
देश के गुस्से के आगे सरकार ने दिए झुकने के संकेत। लाठीचार्ज में 25 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर। आरएमआई अस्पताल पहुंचे घायल।
शाम 6.45 बजे
फास्ट ट्रेक कोर्ट का हो सकता है ऐलान, सुरक्षा गश्त बढ़ाने की भी हो सकती है घोषणा। सख्त कानून बनाने की भी दे सकते हैं आश्वासन। दिल्ली पुलिस ने लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील। भीड़ हटने को तैयार नहीं।
शाम 6.35 बजे
कुछ देर में गृहमंत्री देंगे बयान। प्रधानमंत्री आवास पर मनमोहन सिंह के साथ हुई थी बैठक। इंडिया गेट पर लोगों की नारेबाजी तेज।
शाम 6.25 बजे
पीएम-गृहमंत्री की बैठक खत्म। डेढ़ घंटे चली बैठक। इंडिया गेट पर लोगों की भारी भीड़। लाठीचार्ज पर नाराजगी।
शाम 6.15 बजे
विजय चौक पर आरएएफ तैनात। राजघाट पर नारेबाजी शुरू। लोग हटने को तैयार नहीं।
शाम 6.00 बजे
पुलिस ने विजय चौक खाली कराया। प्रदर्शनकारियों को राजपथ की ओर खदेड़ा। राजपथ पर अफरा-तफरी का माहौल।
शाम 5.51 बजे
पुलिस ने विजय चौक खाली कराया। प्रदर्शनकारियों को राजपथ की ओर खदेड़ा। राजपथ पर अफरा-तफरी का माहौल। पुलिस ने लाठीचार्ज तेज किया। पुलिस बल की संख्या बड़ी। भिड़ंत जारी
शाम 5.50 बजेः पुलिस ने दिन में 6ठी बार लाठीचार्ज करके प्रदर्शनकारियों को विजय चौक से खड़ेदा। प्रदर्शनकारी पीछे हटे। प्रदर्शनकारी इंडिया गेट की ओर भागे।
शाम 5.30 बजेः विजय चौक पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हिंसक भिड़ंत। विजय चौक के आधे हिस्से को पुलिस ने खाली कराया। बसों के शीशे टूटे। लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को विजय चौक के कुछ हिस्से से हटाया।
शाम 5.25 बजेः पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में जुटी।
शाम 5.20 बजेः राजपथ पर भीड़ बढ़ी। भीड़ ने संसद भवन की ओर जाने की कोशिश की। पुलिस ने भीड़ को दौड़ाया। प्रदर्शनकारियों ने पानी की बोतलें पुलिस पर फेंकी। भगदड़ का माहौल।
शाम 5.12 बजे: सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'मैंने इस संबंध में महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ से भी बात की है।' सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके जानकारी दी कि प्रधानमंत्री संसद का विशेष सत्र बुलाने की उनकी पर विचार करने का भरोसा दिया है। सुषमा ने प्रधानमंत्री से संसद का विशेष सत्र बुलाकर महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए सख्त कानून लाने की मांग की थी।
शाम 5.10 बजे गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे प्रदर्शनकारियों से मुलाकात करेंगे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गृहमंत्री से मुलाकात के लिए प्रतिनिधिमंडल बनाने का आग्रह किया।
शाम 4.50 बजे टाइम्स नाऊ से बातचीत में बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा, 'जो लोग राष्ट्रपति भवन के सामने जुटे हैं वो भाजपा के नहीं है, वो देश के सामान्य नागरिक हैं जो अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। वो हमारे बच्चे हैं। और हमारी सरकार हमारे बच्चों पर ही बल प्रयोग कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को सभी राजनीतिक दलों से बात करके संसद में आपात सत्र बुला कर मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए। लेकिन इस सबके लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चुप्पी टूटनी जरूरी है। दुखद यह है कि वो देश के युवाओं से भी संवाद नहीं कर रहे हैं।'
शाम 4 बजकर 36 मिनट पर सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'ऐसे जघन्य अपराधों के मामले में सजा-ए-मौत देने के लिए कानून बनाने के लिए मैं प्रधानमंत्री से संसद के विशेष सत्र की मांग कर रही हूं।' इससे पहले सुषमा ने ट्वीट किया, 'मैं हमेशा कहती रही हूं कि बलात्कारी को सजा-ए-मौत दी जानी चाहिए। मैंने इसके लिए एक प्राइवेट मेंबर बिल भी संसद में पेश किया है। लोगों का गुस्सा जायज है।'
शाम 4.17 बजेः प्रधानमंत्री ने अपने फेसबुक पेज से देश को गृहमंत्री को दिए गए निर्देशों की जानकारी दी। पीएम के फेसबुक पेज पर एक तस्वीर भी साझा की गई। पीएम ने गृहमंत्री से कहा कि दिल्ली में सुरक्षा का भाव पैदा हो और ऐसी घटना दोबारा न हो।
शाम 4.09 बजेः पीटीआई की खबरः गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने प्रधानमंत्री से बात करके घटना पर चर्चा की। पीएम ने कहा है कि दोबारा ऐसी घटना न हो और लोगों में सुरक्षा का भाव पैदा हो। पीएम ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तमाम जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी गृहमंत्री को दिए।
शाम 4 बजे एबीपी न्यूज चैनल से बातचीत में गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि यदि सभी चाहेंगे तो दोषियों को फांसी देने पर भी विचार किया जाएगा। आरपीएन सिंह ने यह भी कहा कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले किसी भी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर नजर रखने के लिए दिन और रात में अकस्मात दौरे करने की बात भी कही।
शाम 3 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश शुरु की। दिल्ली पुलिस की ओर से घोषणा करते हुए कहा गया- दिल्ली पुलिस आपके साथ है, हम चाहते हैं कि हम आपसे बात करें, आपकी मांगों को सुने। हम निवेदन करते हैं कि आप शांति बनाकर रखें, व्यवस्था को भंग न करें। लोगों के बीच में से कुछ लोग आकर हमसे बात करें।
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