शनिवार, 22 दिसंबर 2012
शिंदे ने कहा, संसद करेगी फांसी पर फैसला
नई दिल्ली. विजय चौक पर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद अब सरकार ने बलात्कारियों को फांसी की सजा पर संसद में विचार करने की बात कही है। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पीसी में प्रदर्शनकारियों से आंदोलन वापस लेते हुए घर लौटने की अपील भी की। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा को और बढ़ाने का आश्वासन देते हुए कहा कि रात में ज्यादा देर तक बसें नहीं चलेंगी ओर बसों में जीपीएस सिस्टम भी लगाया जाएगा।
दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के बाहर हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारियों ने गैंगरेप के आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की। फिल्मकार शेखर कपूर ने ट्वीट किया, 'दिल्ली काहिरा का तहरीर चौक नजर आ रही है।'
जनता का आक्रोश सिर्फ सड़कों पर ही नहीं उतरा बल्कि लोग ट्विटर और फेसबुक पर भी राजपथ की तस्वीरें साझा कर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस पर सिक्के और चूड़ियां भी उछालीं।
दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित रही। पहले पुलिस ने उनके ऊपर पानी की बौछार की थी, लाठियों से भी वार किया था और आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे। लेकिन वे काबू में नहीं आए। तब पुलिस भी नरम पड़ गई। प्रदर्शनकारियों के गुस्से के बाद सरकार लोगों से बातचीत के लिए तैयार हो गई है।
रात 8.25 बजे
शिंदे ने कहा बलात्कारियों की सजा बढ़ाने कानून में होगा संशोधन। फांसी पर संसद में होगा विचार। रात में ज्यादा नहीं चलेंगी बसें, लगेंगे जीपीएस सिस्टम। महिलाओं की सुरक्षा के लिए उठाए जाएंगे कदम। बलात्कार की सजा के लिए प्रदर्शनकारियों से आंदोलन वापस लेने की अपील। घटना के लिए जिम्मेदार किए जाएंगे सस्पेंड।
रात 8.10 बजे
शिंदे के वादे का प्रदर्शनकारियों पर असर नहीं। इंडिया गेट पर नारेबाजी तेज। प्रदर्शनकारियों के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से की थी मुलाकात। शिंदे की पीसी शुरू
रात 8.00 बजे
प्रदर्शनकारियों से मिले गृहमंत्री शिंदे, मांगे माने जाने का दिलाया भरोसा
शाम 7.45 बजे
सरकार बदल सकती है कानून। इंडियागेट पर ठंड के बावजूद लोगों की संख्या में नहीं आ रही कमी। शिंदे के बयान का इंतजार।
शाम 7.30 बजे
जांच के लिए न्यायिक आयोग बना सकती है सरकार। शिंदे की प्रेस कॉन्फ्रेंस कुछ देर में। राजघाट पर नारेबाजी जारी।
शाम 7. 20 बजे
सोनिया ने की प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से बात। 7.30 बजे शिंदे देंगे बयान।
शाम 6.55 बजे
देश के गुस्से के आगे सरकार ने दिए झुकने के संकेत। लाठीचार्ज में 25 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर। आरएमआई अस्पताल पहुंचे घायल।
शाम 6.45 बजे
फास्ट ट्रेक कोर्ट का हो सकता है ऐलान, सुरक्षा गश्त बढ़ाने की भी हो सकती है घोषणा। सख्त कानून बनाने की भी दे सकते हैं आश्वासन। दिल्ली पुलिस ने लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील। भीड़ हटने को तैयार नहीं।
शाम 6.35 बजे
कुछ देर में गृहमंत्री देंगे बयान। प्रधानमंत्री आवास पर मनमोहन सिंह के साथ हुई थी बैठक। इंडिया गेट पर लोगों की नारेबाजी तेज।
शाम 6.25 बजे
पीएम-गृहमंत्री की बैठक खत्म। डेढ़ घंटे चली बैठक। इंडिया गेट पर लोगों की भारी भीड़। लाठीचार्ज पर नाराजगी।
शाम 6.15 बजे
विजय चौक पर आरएएफ तैनात। राजघाट पर नारेबाजी शुरू। लोग हटने को तैयार नहीं।
शाम 6.00 बजे
पुलिस ने विजय चौक खाली कराया। प्रदर्शनकारियों को राजपथ की ओर खदेड़ा। राजपथ पर अफरा-तफरी का माहौल।
शाम 5.51 बजे
पुलिस ने विजय चौक खाली कराया। प्रदर्शनकारियों को राजपथ की ओर खदेड़ा। राजपथ पर अफरा-तफरी का माहौल। पुलिस ने लाठीचार्ज तेज किया। पुलिस बल की संख्या बड़ी। भिड़ंत जारी
शाम 5.50 बजेः पुलिस ने दिन में 6ठी बार लाठीचार्ज करके प्रदर्शनकारियों को विजय चौक से खड़ेदा। प्रदर्शनकारी पीछे हटे। प्रदर्शनकारी इंडिया गेट की ओर भागे।
शाम 5.30 बजेः विजय चौक पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हिंसक भिड़ंत। विजय चौक के आधे हिस्से को पुलिस ने खाली कराया। बसों के शीशे टूटे। लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को विजय चौक के कुछ हिस्से से हटाया।
शाम 5.25 बजेः पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में जुटी।
शाम 5.20 बजेः राजपथ पर भीड़ बढ़ी। भीड़ ने संसद भवन की ओर जाने की कोशिश की। पुलिस ने भीड़ को दौड़ाया। प्रदर्शनकारियों ने पानी की बोतलें पुलिस पर फेंकी। भगदड़ का माहौल।
शाम 5.12 बजे: सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'मैंने इस संबंध में महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ से भी बात की है।' सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके जानकारी दी कि प्रधानमंत्री संसद का विशेष सत्र बुलाने की उनकी पर विचार करने का भरोसा दिया है। सुषमा ने प्रधानमंत्री से संसद का विशेष सत्र बुलाकर महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए सख्त कानून लाने की मांग की थी।
शाम 5.10 बजे गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे प्रदर्शनकारियों से मुलाकात करेंगे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गृहमंत्री से मुलाकात के लिए प्रतिनिधिमंडल बनाने का आग्रह किया।
शाम 4.50 बजे टाइम्स नाऊ से बातचीत में बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा, 'जो लोग राष्ट्रपति भवन के सामने जुटे हैं वो भाजपा के नहीं है, वो देश के सामान्य नागरिक हैं जो अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। वो हमारे बच्चे हैं। और हमारी सरकार हमारे बच्चों पर ही बल प्रयोग कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को सभी राजनीतिक दलों से बात करके संसद में आपात सत्र बुला कर मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए। लेकिन इस सबके लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चुप्पी टूटनी जरूरी है। दुखद यह है कि वो देश के युवाओं से भी संवाद नहीं कर रहे हैं।'
शाम 4 बजकर 36 मिनट पर सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'ऐसे जघन्य अपराधों के मामले में सजा-ए-मौत देने के लिए कानून बनाने के लिए मैं प्रधानमंत्री से संसद के विशेष सत्र की मांग कर रही हूं।' इससे पहले सुषमा ने ट्वीट किया, 'मैं हमेशा कहती रही हूं कि बलात्कारी को सजा-ए-मौत दी जानी चाहिए। मैंने इसके लिए एक प्राइवेट मेंबर बिल भी संसद में पेश किया है। लोगों का गुस्सा जायज है।'
शाम 4.17 बजेः प्रधानमंत्री ने अपने फेसबुक पेज से देश को गृहमंत्री को दिए गए निर्देशों की जानकारी दी। पीएम के फेसबुक पेज पर एक तस्वीर भी साझा की गई। पीएम ने गृहमंत्री से कहा कि दिल्ली में सुरक्षा का भाव पैदा हो और ऐसी घटना दोबारा न हो।
शाम 4.09 बजेः पीटीआई की खबरः गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने प्रधानमंत्री से बात करके घटना पर चर्चा की। पीएम ने कहा है कि दोबारा ऐसी घटना न हो और लोगों में सुरक्षा का भाव पैदा हो। पीएम ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तमाम जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी गृहमंत्री को दिए।
शाम 4 बजे एबीपी न्यूज चैनल से बातचीत में गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि यदि सभी चाहेंगे तो दोषियों को फांसी देने पर भी विचार किया जाएगा। आरपीएन सिंह ने यह भी कहा कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले किसी भी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर नजर रखने के लिए दिन और रात में अकस्मात दौरे करने की बात भी कही।
शाम 3 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश शुरु की। दिल्ली पुलिस की ओर से घोषणा करते हुए कहा गया- दिल्ली पुलिस आपके साथ है, हम चाहते हैं कि हम आपसे बात करें, आपकी मांगों को सुने। हम निवेदन करते हैं कि आप शांति बनाकर रखें, व्यवस्था को भंग न करें। लोगों के बीच में से कुछ लोग आकर हमसे बात करें।
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