शनिवार, 27 अक्टूबर 2012

राजस्थानी भाषा के मुद्दे को जन जन तक पहुंचा रहे हें देवी सिंह भाटी

राजस्थानी भाषा के मुद्दे को जन जन तक पहुंचा रहे हें देवी सिंह भाटी


मालिक बनो यात्रा में राजस्थानी को मान्यता का मुद्दा छाया रहा

बाड़मेर भाजपा के वरिष्ठ नेता और कोलायत विधायक देवी सिंह बहती की मालिक बना यात्रा के प्रथम चरम में औरन गोचर के मुद्दे के साथ राजस्थानी भाषा को मान्यता का मुद्दा प्रमुखता से जनता के सामने स्वयं देवी सिंह ने तो रखा ही साथ ही मंच से बोले अधिकाँश वक्तो ने राजस्थानी भाषा को मान्यता का मुद्दा राजनितिक दलों के घोषणा पत्र में डालने की मांग राखी .देवी सिंह भाटी की सभाओ में राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता देने की पुरजोर बात राखी .इस मुद्दे पर आम जनता ने भी अपनी सहमति जाहिर कर अगले विधानसभा चुनावो में राजनितिक दलों को अपने घोषणा पत्र में राजस्थानी भाषा के मुद्दे को शामिल करने पर ही समर्थन दिया जाएगा ,आम जन का यह रुख था की राजस्थानी संस्कृति और परम्परा के साथ हम अपनी भाषा को भूलते जा रहे हें ,देवी सिंह बहती के साथ बीकानेर विधायक गोपाल जोशी ने भी राजस्थानी भाषा को मान्यता के मुद्दे की जोरदार पेरवी जनता के बीच की .गोपाल जोशी ने बताया की उन्होंने तो विधानसभा में राजस्थानी भाषा में शपथ लेने की जिद कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष देवी सिंह भाटी के सामने राखी थी मगर संवेधानिक मान्यता के आभाव में में सफल नहीं हुआ मगर विधानसभा में राजस्थानी भाषा की बात जरीर राखी ,देवी सिंह भाटी ने बताया की उन्हें दामोदर थानवी ने प्रस्ताव दिया की वो राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाएँगे तो भाटी को उनकी पार्टी में शामिल होना पड़ेगा ,देवी सिंह ने बताया की उन्होंने दामोदर थानवी का प्रस्ताव स्वीकार कसरते हुए कहा था की मायद भाषा ने मान्यता दीरा दो में थारी पार्टी में शामिल हो जासूं .उन्होंने बताया राजस्थानी भाषा के बिना हम राजस्थान की कल्पना ही नहीं कर सकते ,राजस्थानी संस्कृति ,इतिहास परंपरा भाषा के बिना शुन्य हें ,उन्होंने बातचीत में बताया की उनकी मालिक बना यात्रा के शेष तीन चरणों में भी राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता का मुद्दा प्रमुखता से जनता के बीच रखेंगे ,हमारा प्रयास हें की हर राजनितिक दल इसे अपने घोषणा पत्र में शामिल करे ,,भाटी ने बताया की आम जनता इसे स्वीकार कर , हें जनता खुद इस बार राजनीति दलों पर इसे घोषणा पत्र में शामिल करने का दबाव बनेगी .

एडिशनल कलक्टर ने लगाई फांसी

एडिशनल कलक्टर ने लगाई फांसी

नारायणपुर/जगदलपुर। रमन राज में भ्रष्टाचार, पदस्थापना में भेदभाव और काम के अनावश्यक दबाव के चलते सरकारी कर्मचारियों की हताशा का एक और मामला सामने आया है। नारायणपुर जिले के एडिशनल कलक्टर हिजिरियस कुजूर (52) ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट से पता चला है कि उन्होंने काम के दबाव में आत्महत्या की।

इस जिले में तीन माह में प्रथम श्रेणी के दूसरे अफसर ने आत्महत्या की है। सूत्रों के मुताबिक अपर कलक्टर कुजूर आरईएस कॉलोनी में अकेले रहते थे। शुक्रवार की सुबह जब उनकी नौकरानी घर गई। तो अंदर से दरवाजा बंद था। खटखटाने पर भी उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। कुजूर शुक्रवार को कार्यालय नहीं गए थे। नौकरानी दोपहर को फिर उनके घर गई और दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुलने पर उसने इसकी जानकारी पड़ोस में रहने वाले एसडीएम के परिवार को दी। पीछे से झांकने पर कुजूर क्वार्टर में फांसी लगाए हुए हालत में देखे गए।


इसकी जानकारी आला अफसरों को दी गई। कलक्टर भुवनेश यादव व एसपी मयंक श्रीवास्तव तत्काल मौके पर पहंुचे। डॉक्टरों का अनुमान है कि एडिशनल कलक्टर ने शुक्रवार को सुबह या उसके बाद फांसी लगाई।


पत्नी नई दिल्ली में डॉक्टर : उनकी पत्नी नईदिल्ली में महानगरपालिका में डॉक्टर हैं। घटना की सूचना उन्हें दे दी गई है। कुजूर मूलत: जशपुर जिले के झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र लोदाम के पास ग्राम किरला बरटोली के रहने वाले हैं। 2010 से यहां पदस्थ थे। चर्चा है कि उन्हें हाल ही में आईएएस अवार्ड मिलने वाला था, लेकिन फिलहाल यह लंबित था।
नहीं मिल रहा इंसाफ : खु दकुशी के ज्यादातर प्रकरणों में मृतकों ने सुसाइड नोट छोड़े। ज्यादातर सुसाइड नोट में मौत के जिम्मेदार लोगों का जिक्र है। इसके बावजूद, अब तक किसी मामले में दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई। मरनेवालों को न्याय नहीं मिला। इससे भी निराशा बढ़ी है। वर्ष 2008 से लेकर 2011 तक कुल 187 सरकारी कर्मचारी मौत को गले लगा चुके हैं। इनके प्रकरण लंबित हैं।


जान देते अफसर : 22 जनवरी - छोटेडोंगर में पदस्थ एसडीओपी प्रखर शर्मा ने की खुदकुशी की 12 मार्च - बिलासपुर एसपी राहुल शर्मा ने गोली मारी 29 मई - मुंगेली के कोतवाली थाना प्रभारी जेपी माहिले ने आत्महत्या की 30 मई - रायपुर के खरोरा थाना में पदस्थ अफसर आरआर सिंह ने जान दी 29 जुलाई - जल संसाधन विभाग में इंजीनियर किशोर शर्मा ने खुदकुशी की 28 अगस्त - ग्रामीण यांत्रिकी सेवा में इंजीनियर आरपी सोनी ने की आत्महत्या

अवकाश पर थे


कुजूर 23 अक्टूबर को परामर्शदात्री समिति की बैठक में शामिल हुए थे। 24 व 25 अक्टूबर को अवकाश पर थे और कहीं गए थे। वे कहां गए थे, इस बारे में कोई नहीं जानता। 25 अक्टूबर की शाम नारायणपुर पहंुचे। इसके बाद घर से नहीं निकले।

ये है सुसाइड नोट

एडिशनल कलक्टर का सुसाइड नोट उनकी जेब से बरामद हुआ। उन्होंने लिखा है कि वे शासकीय जानकारियों को देने और जाति प्रमाण पत्र के सत्यापन से तनाव में थे। कुजूर के पास जनशिकायत निवारण विभाग था।

योग्यता की उपेक्षा ले रही है जान


वर्तमान और पूर्व नौकरशाहों के इशारे पर चल रहे रमनराज में सरकारी सेवकों में हताशा लगातार बढ़ रही है। योग्यता की उपेक्षा, पदस्थापना में भेदभाव और ईमानदारो की अनदेखी ने कर्मचारियों को इस तरह निराश किया है कि वे जान देने पर विवश होने लगे हैं। कुजूर तीन महीने के दौरान खुदकुशी करने वाले तीसरे गजेटेड अफसर हैं। उनसे पहले दो इंजीनियरों ने आत्महत्या कर ली थी। इस वर्ष मार्च में बिलासपुर के एक आईपीएस और जनवरी में जगदलपुर में एक डीएसपी खुदकुशी कर चुके हैं।

एक माह, चार मौतें

बिलासपुर- सीएमडी कॉलेज के प्रोफेसर प्रकाशचंद चतुर्वेदी
गरियाबंद - प्रधानपाठक शंकरलाल सेन, स्कूल में लगाई फांसी
मानपुर- ग्रामीण विस्तार अधिकारी मिलन हल्बा, पेड़ पर फांसी लगाई
रायपुर- पुलिस आरक्षक पुरऊराम यादव ने दी जान

गडकरी से गुजरात भाजपा का किनारा

गडकरी से गुजरात भाजपा का किनारा

अहमदाबाद। वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों का सामना कर रहे भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से गुजरात भाजपा किनारा करती नजर आ रही है। भ्रष्टाचार मामले में संघ के बाद गडकरी को गुजरात भाजपा में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मोदी सहित कई नेता नहीं चाहते कि विधानसभा चुनावों के दौरान गडकरी गुजरात आए और उनके कारण पार्टी को कांग्रेस से नुकसान उठाना पड़े।

उल्लेखनीय है कि गुजरात भाजपा की ओर से हाल ही विधानसभा चुनाव के दौरान अपने स्टार प्रचारकों में गडकरी को तरजीह देते हुए ईसी को सौंपी लिस्ट में सबसे ऊपर रखा था। लेकिन इसके बिल्कुल उल्टे अब कई नेता नहीं चाहते कि गडकरी की छाया भी गुजरात में पड़े। उधर,गडकरी का पहला चुनावी दौरा शनिवार से हिमाचल प्रदेश के लिए प्रस्तावित है। हालांकि,पार्टी में अपने पद को लेकर असमंजस की स्थिति में पड़े गडकरी खुद इस दौरे पर नहीं जाना चाहते हैं।


इस्तीफा नहीं देंगे गडकरी: भाजपा

गडकरी के निवास पर शुक्रवार को पार्टी के प्रमुख नेताओं की बैठक के बाद पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि पूरी भाजपा गडकरी के साथ है। साथ ही पार्टी ने अध्यक्ष पद से उनके इस्तीफे की पेशकश संबंधी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया।

गडकरी के लिए पार्टी एकजुट

बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि गडकरी पहले भी जांच की बात कह चुके हैं। यहां आकर उन्होंने पदाधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया। इस पर सभी ने उनका साथ देने का फैसला किया। बैठक में पार्टी की लोेकसभा में नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता अरूण जेटली सहित सभी महामंत्री और पार्टी प्रवक्ता मौजूद थे। इससे पूर्व गडकरी ने वरिष नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। हालांकि पार्टी ने एकजुटता शाम को दिखाई। इसकी पटकथा गडकरी के नागपुर छोड़ने से पहले लिखी जा चुकी थी।


संघ ही बना संकटमोचक

संघ के वरिष पदाधिकारियों ने आडवाणी और सुषमा स्वराज सरीखे वरिष नेताओं को फोन पर निर्देश दिया कि पूरी पार्टी गडकरी के बचाव में उतरे। इसके बाद ही दिल्ली की बैठक की रूपरेखा बनी। पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि मीडिया में प्रसारित गडकरी के इस्तीफे की खबरें पूरी तरह बेबुनियाद और निराधार हैं। गडकरी पार्टी के अध्यक्ष हैं और बने रहेंगे।

अपह्वत बच्ची सानवी की अमरीका में हत्या

अपह्वत बच्ची सानवी की अमरीका में हत्या

हैदराबाद/फिलेडेल्फिया। अमरीका के पेनसिल्वेनिया क्षेत्र स्थित प्रशिया एरिया में सोमवार दोपहर को अगवा की गई 10 माह की बच्ची सानवी का अमरीकी पुलिस को शव मिला है। अपहर्ता ने परिवार से 50000 हजार डॉलर की फिरौती भी मांगी। अपहर्ताओं ने सानवी का उस वक्त अपहरण किया था, जब वह अपनी दादी सत्वती वेन्ना के साथ थी।

आंध्रप्रदेश की 61 साल की एक महिला की गोली मार कर हत्या कर दी गई। हमलावर इस महिला की 10 माह की पोती सांसी वेन्ना का अपहरण कर रहे थे। दादी ने अपहरणकर्ताओं से मुकाबला किया तो उन्होंने उसे गोली मार दी। मालूम हो कि आंध्रप्रदेश के प्रकाशम जिले के कुडमुलकुंतला गांव की रहने वाली सत्यवती छह माह पहले अपने बड़े बेटे शिवप्रसाद रेड्डी के यहां आई थीं। सत्यवती के दोनों बेटे शिवप्रसाद व कृष्णा रेड्डी सॉफ्टवेयर कंपनियों में काम करते हैं। शिवप्रसाद की पत्नी लता सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।


जानकारी के अनुसार तीन हमलावर शिव प्रसाद के घर आए और बच्ची को ले जाने लगे। सत्यवती ने उनसे मुकाबला किया जिस पर उन्होंने उसे गोली मार दी। हादसे के समय प्रसाद व लता घर पर नहीं थे। बच्ची के अपहरण के बाद अमरीकी पुलिस ने बच्ची सानवी को खोजबीन में पूरी ताकत झोंक रखी थी। इसी बीच शुक्रवार को बच्ची का शव मिला।

सुहाग के लिए "यमदूत" से जा भिड़ी

सुहाग के लिए "यमदूत" से जा भिड़ी

बैतूल। करवाचौथ से एक हफ्ते पहले एक विवाहिता ने अपने सुहाग की जान बचाकर "सती सावित्री" की कथा को चरितार्थ कर दिया। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को ग्राम गेहंूरास में जब मुन्ना (45) को दोपहर में सांप ने काट लिया, तो पत्नी कांती (30) ने अपनी जान की परवाह न करते हुए सांप का जहर अपने मुंह से निकाल दिया। दोनों की हालत बिगड़ते देख पड़ोसियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल बैतूल में डॉ. एके भट्ट ने बताया कि सांप ने पति के दाहिने पैर में घुटने के नीचे डसा था। कांती की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है,जबकि पति की स्थिति में सुधार हुआ है।

व्रत से ली प्रेरणा

कांती ने बताया कि शुक्रवार को उसने संतोषी माता का व्रत रखा था। इसी की कथा सुनने से यह प्रेरणा मिली कि पति ही सब कुछ है और कांती ने अपनी जान दांव पर लगा दी। कांती ने बताया कि उसे इस बात का कोई गम नहीं है कि पति को बचाने में उसकी जान चली जाए। वहीं पति मुन्ना का कहना है कि वह ऎसी पत्नी पाकर धन्य हो गया है।

बाबरी ढहाए जाने के लिए मैं जिम्मेदार: कल्याण

नई दिल्ली. देश के सबसे ज़्यादा आबादी वाले सूबे उत्तर प्रदेश की फिजाओं में फिर से सांप्रदायिकता घोली जा रही है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचे के ढहाए जाने के आरोपी कल्याण सिंह ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि अयोध्या का विवादित ढांचा उन्हीं के इशारे पर गिराया गया था। उत्तर प्रदेश के एटा में उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद गिराए जाने की पूरी जिम्मेदारी उनकी है।

बाबरी ढहाए जाने के लिए मैं जिम्मेदार: कल्याण 
कल्याण ने कहा कि उन्होंने ही आदेश दिया था कि कारसेवकों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। करीब 20 साल बाद कल्याण सिंह ने बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा, 'जहां तक 6 दिसंबर, 1992 को विवादित ढांचे को गिराए जाने का सवाल है, तो यह जिम्मेदारी मैं अपने ऊपर लेता हूं। मैंने ही आदेश दिया था कि कारसेवकों पर गोली नहीं चलेगी। इसीलिए प्रशासन ने गोली नहीं चलाई। मैंने यह आदेश भी दिया था कि अधिकारियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाए।' कल्याण सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने मामले की जांच कर रहे लिब्रहान कमिशन के सामने भी यही बयान दिया था।

दुष्कर्म कर नाबालिग को जहर देकर मारने का प्रयास


दुष्कर्म कर नाबालिग को जहर देकर मारने का प्रयास

पादूकलां/ रियां बड़ी गांव राजलोता गांव के एक व्यक्ति ने नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म कर जहर देकर मारने का प्रयास करने का मामला दर्ज कराया है। थानाधिकारी अमराराम विश्नोई ने बताया कि राजलोता गांव के एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दी कि 4 अक्टूबर को वह खेती करने डीडवाना गया हुआ था। इस दौरान उसकी पुत्री दादी के पास गांव में रह रही थी। वह 4 अक्टूबर की शाम को शौच करने के लिए घर से निकली इसी दौरान गांव का रघुनाथ व उसका साथी सुरेश नाथ उसे उठाकर ब्राह्मणों के कुएं पर ले गया और रघुनाथ ने उससे दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद नाबालिग को जहर देकर मारने का प्रयास किया गया। लड़की की तबीयत बिगडऩे पर उसे अजमेर उपचार के लिए ले गए। पीडि़ता के स्वस्थ होने तक आरोपी व अन्य ने पुलिस में मामला दर्ज नहीं दर्ज कराने के लिए दबाव बनाकर राजीनामा करने के लिए प्रयास किया गया। दुष्कर्म के आरोपी रघुनाथ ने प्रभुनाथ, सुरेश नाथ, किशन नाथ, सुरेश नाथ के साथ मिलकर राजीनामे का प्रयास किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर विवाहिता का मेडिकल करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो दुष्कर्म के इस दर्ज मामले में रोचक बात सामने आई। जांच में पता चला है कि 4 अक्टूबर की शाम को नाबालिग व रघुनाथ दोनों ने ही जहरीली दवा का सेवन किया था।

ईद की शुभकामनाएं


ईद की शुभकामनाएं

भाई चारे ,प्यार, सदभावना व प्रेम के त्यौहार ईद की आप सभी बलॉग प्रेमियों व सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं,बधाईया

बाड़मेर में मनाई जा रही हें ईद ..ईदगाह में अदा हुई नमाज़

बाड़मेर में मनाई जा रही हें ईद ..ईदगाह में अदा हुई नमाज़ 
बाड़मेर कुर्बानी के पैगाम का पर्व ईद-उल-जुहा शनिवार को जिलेभर में अकीदत के साथ मनाया गया । सवेरे मुस्लिम समाज के लोगो ने  ईदगाह व मस्जिदों में जाकर ईद की नमाज अदा की . साथ ही एक दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाइयां दी । ईद को लेकर बाजारों में खरीदारों की भीड़ नजर आई । ईद को लेकर घरों में स्वादिष्ट पकवान बनाए गए । जिला मुख्यालय पर गेंहू रोड स्थित ईदगाह में सवेरे ईद की नमाज अदा की गई । जिले की सभी मस्जिदों में मोमिनों की भीड़ रही ।ईदगाह पर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ,सभापति उषा जैन ,सहित कई  प्रतिनिधियों ने मुस्लिम भाइयो को मुबारकवाद दी . 

क्या है ईद-उल-जुहा का अर्थ : मुस्लिम समुदाय का यह पर्व अरबी में ईद-उल-जुहा और भारत में बकरीद के नाम से जाना जाता है। मुस्लिम समाज द्वारा इस पर्व पर कुर्बानी देने की परंपरा निभाई जाती है। ईद-उल-जुहा में ईद शब्द अरबी भाषा के आईद से बना है जिसका अर्थ है उत्सव और जुहा शब्द अरबी भाषा के उज्जहैया से बना है जिसका अर्थ होता है बलिदान या कुर्बान। ईद-उल-जुहा का पर्व इस्लामी कैलेंडर के जिलहज मास के दसवें व बारहवें दिन मनाया जाता है। यह पर्व विभिन्न देशों में तीन दिन या उससे भी अधिक दिनों तक मनाया जाता है। कुर्बानी के तीन हिस्से होते है एक हिस्सा स्वयं के लिए, दूसरा परिजनों के लिए और तीसरा हिस्सा गरीबों व यतीमों को दिया जाता है।

बाजार में की खरीदारी: ईद को लेकर बाजार में खरीदारी की गई। दिन भर मुस्लिम समाज के लोगों ने बाजार में कपड़े, गहने और अन्य सामग्री खरीदी। खरीदारी को लेकर मुस्लिम महिलाओं में उत्साह नजर आया।

मेरा टिकट जनता के पास : सोनाराम


मेरा टिकट जनता के पास : सोनाराम

बायतु क्षेत्र की बायतु चिमनजी ग्राम पंचायत में स्थित खेमा बाबा अरणेश्वर धाम में शुक्रवार को विधायक कोटे से निर्मित सभा भवन का लोकार्पण विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी ने किया।समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा टिकट जनता के पास है, जनता जैसा कहेगी वैसा करूंगा। चौधरी ने कहा कि तेल की रॉयल्टी का हिस्सा यहां के जनता की मूलभूत आवश्यकताओं पर खर्च हो इसके लिए आवाज उठाई तो तीन प्रतिशत मंजूरी मिली। बायतु क्षेत्र के गांवों को दूसरे चरण में इंदिरा गांधी नहर के पानी के लिए प्रथम चरण से बाहर किया पानी यहां के जनता की पहली आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसानों का महापड़ाव चौखला में हुआ जिसका नतीजा आपके सामने है। विधायक ने कहा कि सोनिया गांधी के आने से पूर्व ही 156 करोड़ की मंजूरी दे दी गई। उन्होंने कहा कि परिवार एपीएल हो या बीपीएल लाइट की सभी को जरूरत रहती है। सभी के बच्चे पढ़ते है, उजाले के लिए हर परिवार को कनेक्शन मिलेगा।उन्होंने पेयजल परियोजनाओं पर अधिक अधिकारी लगा कर कार्य को जल्दी पूरा करना चाहिए ताकि आमजन को गर्मियों में राहत मिले। विधायक चौधरी ने उपस्थित ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि क्षेत्र का विकास करवाना उनकी प्राथमिकता है। समारोह में प्रधान सिमरथाराम चौधरी, बीसीसीबी अध्यक्ष डूंगरराम, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चेतन राम, व्यापार मंडल अध्यक्ष नेमीचंद, सरपंच बालीदेवी, रुपाराम जाणी, उपसरपंच मूलाराम सारण, समाजसेवी गोमा राम पोटलिया सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

जनप्रतिनिधियों के सामने निरुत्तर हुए अफसर



जनप्रतिनिधियों के सामने निरुत्तर हुए अफसर


जिला परिषद की बैठक में बिजली व पानी के मुद्दे पर हंगामा, मंत्री ने कहा: अफसर बैठक में तैयारी के साथ आएं

बाड़मेरजिला परिषद की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने बिजली के मुद्दे पर अफसरों को आड़े हाथों लेते हुए खूब खरी खोटी सुनाई। मंत्री व जिला परिषद सदस्यों के सवालों की बौछार के आगे अफसर निरुत्तर हो गए। राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना की धीमी गति को लेकर जनप्रतिनिधियों ने अफसरों को जमकर लताड़ पिलाई। बिजली के कृषि कनेक्शनों में देरी को लेकर जनप्रतिनिधियों ने अफसरों पर गुस्सा झाड़ा। जलदाय विभाग के अफसरों की गैर मौजूदगी पर काफी देर तक शोर शराबा हुआ। यहां तक राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने जिम्मेदारों को फटकार लगाते हुए कहा कि बैठक में पूरी तैयारी के साथ आए। इसके अलावा पंचायत समितियों की बैठकों में जलदाय विभाग के अफसर उपस्थित नहीं रहने पर नाराजगी जाहिर की। जिला परिषद की बैठक शुक्रवार को जिला प्रमुख मदन कौर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने गत बैठक की कार्यवाही प्रस्तुत की, जिसका सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। बिजली के मुद्दे पर श्रम सलाहकार समिति के अध्यक्ष गफूर अहमद ने कहा कि राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना से बीपीएल परिवारों को लाभांवित करने में भेदभाव बरता जा रहा है। अभी तक पचास फीसदी परिवारों को भी बिजली के कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। जिला प्रमुख मदन कौर ने कहा कि राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना में पारदर्शिता की जरूरत है। जिस व्यक्ति के नाम से मीटर इश्यू हुआ है, उसके घर पर ही मीटर लगाया जाए, यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जनप्रतिनिधियों के सवालों का डिस्कॉम के अफसर जवाब नहीं दे पाए तो राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि आधी अधूरी तैयारी के साथ बैठक में आने की बजाय पूरी तैयारी के साथ आया करें। बायतु विधायक कर्नल सोना राम चौधरी ने कहा कि राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना का कार्य निर्धारित मापदंडों के अनुरूप किया जाए। शेष पेज त्न१९



पेयजल के मुद्दे पर जिला परिषद सदस्य गणपतसिंह भाटी ने कहा कि गांवों की जलप्रदाय योजना विफल साबित हो रही है। गांवों में नियमित जलापूर्ति ठप है। राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि पंचायत समितियों की बैठकों में जलदाय विभाग के अधिशाषी व अधीक्षण अभियंता अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे।शिव प्रधान गंगासिंह राठौड़ ने कहा कि सीएचसी शिव में सर्पदंश के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। बीपीएल व गैर बीपीएल परिवारों को महंगे दामों पर बाजार से इंजेक्शन खरीदने पड़ रहे हैं। इस मौके पर कलेक्टर भानु प्रकाश एटुरु ने योजनाओं की प्रगति से अवगत करवाया। इस दौरान एसपी राहुल बारहट, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल समेत अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

बिजली के कृषि कनेक्शनों का मुद्दा उठाया

जिला परिषद सदस्य गणपतसिंह भाटी ने कहा कि शिव क्षेत्र के किसानों ने सामान्य व स्पेशल बिजली कृषि कनेक्शन के लिए डिमांड राशि जमा करवा रखी है। मगर डिस्कॉम के पास सामग्री नहीं होने से कनेक्शन नहीं दिए जा रहे । सैकड़ों किसान लंबे समय से डिस्कॉम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। इस पर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता प्रेमजीत धोबी ने कहा कि डिमांड राशि जमा करवाने वाले किसानों को दीपावली से पहले बिजली के कनेक्शन जारी कर दिए जाएंगे।

कौन से थे फर्जी अफसर

जिला परिषद बैठक में फर्जी अफसर बनकर स्कूलों में पोषाहार की जांच करने का मुद्दा सामने आया। पोषाहार सप्लायर्स की ओर से तर्क दिया गया कि जिला परिषद के अधिकारियों की ओर से स्कूलों में पोषाहार का निरीक्षण नहीं किया जाकर कुछ लोग फर्जी अफसर बनकर स्कूलों में पहुंचे थे। इस आशय की बीईईओ ने भी शिकायत कर रखी है। जिसकी जांच मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर रहे हैं।






आग से थान, अडाण व मशीनरी जली

आग से थान, अडाण व मशीनरी जली


घंटों छाए रहे धुएं के गुब्बार, उद्यमियों में मचा हड़कंप
 
आग पर काबू पाने के लिए दमकल को करनी पड़ी मशक्कत
 बालोतरा इंडस्ट्रीज एरिया के तीसरे फेज में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे डागा ग्लोसिन कपड़े की इकाई में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग से इकाई में लगी पैडिंग, टेबलें, अडाण, मशीनरी व ग्रे-माल के कई थान जलकर खाक हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल ने लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

उद्यमियों में मचा हड़कंप: आग की घटना से स्थानीय उद्यमियों में हड़कंप मच गया। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को सुबह से ही तेज हवाओं का दौर जारी था। ऐसे में स्थानीय उद्यमियों को यह चिंता सता रही थी कि हवा के कारण चिंगारी कई उनकी इकाई तक न पहुंच जाए। आग पर पूरी तरह नियंत्रण के बाद स्थानीय उद्यमियों ने चैन की सांस ली।

दमकल को करनी पड़ी काफी मशक्कत: औद्योगिक क्षेत्र के तृतीय चरण में लगी आग पर काबू पाने के लिए स्थानीय दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। औद्योगिक क्षेत्र के संकरे रास्तों से गुजर कर तीसरे चरण में पहुंचना भी इन कर्मचारियों के लिए चुनौती बनी। उल्लेखनीय है कि बालोतरा में दमकल विभाग के पास दो व ट्रस्ट के पास एक दमकल वाहन उपलब्ध है। तीन वाहन होने के बावजूद दमकलकर्मियों को आग पर काबू पाने के लिए करीब दो घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी।

धुएं के गुबार से ढक गया औद्योगिक क्षेत्र: अज्ञात कारणों से लगी आग ने थोड़े ही देर में इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि आग की लपटे काफी ऊंचाई पर उठने लगी। धुएं ने औद्योगिक क्षेत्र के चारों चरणों को मानो अपने आगोश में ले लिया हो। आग पर नियंत्रण होने के बावजूद भी क्षेत्र से गुजरने वाले लोगों को सांस लेने में तकलीफ महसूस होती देखी गई।

‘राजस्थानी को मान्यता दिलाना ही एक मात्र लक्ष्य’


‘राजस्थानी को मान्यता दिलाना ही एक मात्र लक्ष्य’


बालोतरा, राजस्थानी भाषा अभियान के मुख्य स्तंभ और इसरो के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. सुरेन्द्रसिंह पोखरणा के मुख्य आतिथ्य और जय कोठारी की अध्यक्षता तथा राजस्थानी साहित्यकार प्रेमचंद कोठारी व बालोतरा उपखंड अध्यक्ष भीखदान चारण के नेतृत्व में बुधवार को अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बालोतरा की बैठक का आयोजन जसोल में किया गया।
जोधपुर संभाग उप पाटवी चन्दनसिंह भाटी ने बताया कि राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए अंतरराष्टÑीय स्तर पर चलाये जा रहे अभियान के स्तंभकार और इसरो के पूर्व वैज्ञानिक सुरेन्द्रसिंह पोखरणा के मुख्य आतिथ्य में बालोतरा ब्लॉक की बैठक राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के संबंध में राजस्थान विधानसभा द्वारा 25 अगस्त 2003 को सर्व-सम्मति से एक संकल्प पारित कर केन्द्र सरकार को भेज दिया गया था और इसके पश्चात लगातार संसद और संसद के बाहर राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने के संबंध में अनुरोध किया जा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केन्द्र सरकार से इस बारे में आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जल्द भोजपुरी और राजस्थानी भाषा को मान्यता प्रदान करने के संबंध में केन्द्र स्तर पर आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा किए जाने की कार्यवाही जारी है। इस अवसर पर जय कोठारी ने कहा कि मायद भाषा का कर्ज उसे मान्यता दिला कर चुकाने का प्राय है। उन्होंने बाड़मेर जिले में चलाये जा रहे अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि राजस्थानी भाषा अभियान को जन अभियान में तब्दील करना सुखद है। बाड़मेर से पूरे राजस्थान को प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष में रह रहे राजस्थानियों के मन में राजस्थानी को मान्यता दिलाने की ललक है।
इस अवसर पर राजस्थानी भाषा के साहित्यकार और कवी प्रेम चांद कोठारी ने कहा कि राजस्थानी भाषा आजादी से पूर्व राजस्थान, मालवा, उमरकोट की राजभाषा थी जिसकी मेवाड़ी, ढूंढाड़ी, मेवाती, हाड़ौती, वागड़ी, मालवी, ब्रज, मारवाड़ी, भीली, पहाड़ी, खानाबदोषी आदि बोलियां एवं डिंगल-पिंगल शास्त्रीय कविता की शैलियां है। इसके लाखों हस्तलिखित ग्रंथ शोध संस्थानों में प्रकाषन की प्रतीक्षा कर रहे है। सिंधी, हिन्दी, पंजाबी, गुजराती, मराठी के आदिकाल, मध्यकाल राजस्थानी लिपि मुड़िया में ही है। इस मौके पर बालोतरा उपखण्ड अध्यक्ष भीखदान चारण ने बताया कि समिति जिले के सभी तहसीलों में कार्य कर रही है।

कवि व अभिनेता दोनों ही भूमिका में रहता हूं सहज : लोढ़ा


कवि व अभिनेता दोनों ही भूमिका में रहता हूं सहज : लोढ़ा



अभिनेता व हास्य कवि शैलेष लोढ़ा से प्रेस वार्ता

बालोतरा कविता के मंच से लंबे समय से रिश्ता रहा है। इन दिनों टीवी कार्यक्रमों में अभिनय करने का अवसर मिला है। मुझे दोनों कार्यों में सामंजस्य रखने में कोई दिक्कत नहीं आ रही है। मैं पूरी तरह से सहज रहता हूं। यह बात सब टीवी पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' फेम शैलेष लोढ़ा ने नाकोड़ा में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से मेरा विशेष जुड़ाव है, मेरा बचपन बालोतरा व जसोल की गलियों में बीता। अभी-भी में जब इस क्षेत्र में आता हूं तो मुझे आत्मीयता का अहसास होता है। उन्होंने कहा कि इन दिनों विभिन्न टीवी चैनलों पर ऐसे धारावाहिक आते हैं, उन्हें परिवार के साथ बैठकर देखना संभव नहीं होता है, लेकिन सब टीवी पर ऐसे धारावाहिकों का प्रसारण हो रहा है जिसे पूरे परिवार के साथ बैठकर देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि नीला टेलीफिल्म्स के बैनर तले इन दिनों 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा व वाह-वाह क्या बात है' धारावाहिकों का प्रसारण हो रहा है। आगे भी इसी प्रकार के मनोरंजक कार्यक्रम दर्शकों को देखने को मिलेंगे। साथ ही उन्होंने फिल्मों में बढ़ती फूहड़ता पर अफसोस जाहिर किया। लोढ़ा ने कहा कि आचार्य महाश्रमण के दर्शन के बाद मन में संतोष महसूस हो रहा है। उनसे मिलने के बाद आगे के दिनों के लिए पॉजिटीव एनर्जी मिली है। इस अवसर पर चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति के संयोजक गौतम चंद सालेचा, डूंगर चंद सालेचा, ओम बांठिया, गणपत भंसाली, गनी मोहम्मद सुमरो, कांतिलाल ढेलडिय़ा, पीयूष मेहता सहित नाकोड़ा ट्रस्ट मंडल के कर्मचारी मौजूद थे।

अब वाहनों पर लिखी जाएंगी राजस्थानी भाषा की पंक्तियां




अब वाहनों पर लिखी जाएंगी राजस्थानी भाषा की पंक्तियां



बाड़मेर
राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कर मान्यता दिलाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत अब वाहनों पर राजस्थानी भाषा की पंक्तियां लिखी जाएंगी। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति की शुक्रवार को आयोजित बैठक में इसको लेकर विस्तृत चर्चा करने के साथ ही जिलेभर में अभियान के तहत यह कार्य करने का निर्णय लिया गया। पहले चरण में बाड़मेर, बालोतरा, धोरीमन्ना, शिव व चौहटन तहसील में यह अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत सभी प्रकार के वाहनों पर राजस्थानी भाषा के शब्द, मुहावरा व लोकोक्ति लिखी जाएंगी, ताकि आमजन इससे ज्यादा से ज्यादा जुड़ सके। संघर्ष समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंद्रप्रकाश पुरोहित, संभाग उप पाटवी चंदनसिंह भाटी व सह संयोजक नरेश देव सारण ने अभियान के संबंध में अपनी बात कही। इस अवसर पर जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता, रमेश गौड़, पीजी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर, दुर्जनसिंह गुडीसर, अशोक सारला, राजेंद्रसिंह कंवरली, भीखदान चारण, कल्याणसिंह दाखा, भोमसिंह बलाई, नगर अध्यक्ष रमेशसिंह ईंदा, तेजाराम हुड्डा, आवड़सिंह जेकेबी व विजयसिंह खारा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।