शनिवार, 27 अक्तूबर 2012

सुहाग के लिए "यमदूत" से जा भिड़ी

सुहाग के लिए "यमदूत" से जा भिड़ी

बैतूल। करवाचौथ से एक हफ्ते पहले एक विवाहिता ने अपने सुहाग की जान बचाकर "सती सावित्री" की कथा को चरितार्थ कर दिया। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को ग्राम गेहंूरास में जब मुन्ना (45) को दोपहर में सांप ने काट लिया, तो पत्नी कांती (30) ने अपनी जान की परवाह न करते हुए सांप का जहर अपने मुंह से निकाल दिया। दोनों की हालत बिगड़ते देख पड़ोसियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल बैतूल में डॉ. एके भट्ट ने बताया कि सांप ने पति के दाहिने पैर में घुटने के नीचे डसा था। कांती की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है,जबकि पति की स्थिति में सुधार हुआ है।

व्रत से ली प्रेरणा

कांती ने बताया कि शुक्रवार को उसने संतोषी माता का व्रत रखा था। इसी की कथा सुनने से यह प्रेरणा मिली कि पति ही सब कुछ है और कांती ने अपनी जान दांव पर लगा दी। कांती ने बताया कि उसे इस बात का कोई गम नहीं है कि पति को बचाने में उसकी जान चली जाए। वहीं पति मुन्ना का कहना है कि वह ऎसी पत्नी पाकर धन्य हो गया है।

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