बाड़मेर में मनाई जा रही हें ईद ..ईदगाह में अदा हुई नमाज़
क्या है ईद-उल-जुहा का अर्थ : मुस्लिम समुदाय का यह पर्व अरबी में ईद-उल-जुहा और भारत में बकरीद के नाम से जाना जाता है। मुस्लिम समाज द्वारा इस पर्व पर कुर्बानी देने की परंपरा निभाई जाती है। ईद-उल-जुहा में ईद शब्द अरबी भाषा के आईद से बना है जिसका अर्थ है उत्सव और जुहा शब्द अरबी भाषा के उज्जहैया से बना है जिसका अर्थ होता है बलिदान या कुर्बान। ईद-उल-जुहा का पर्व इस्लामी कैलेंडर के जिलहज मास के दसवें व बारहवें दिन मनाया जाता है। यह पर्व विभिन्न देशों में तीन दिन या उससे भी अधिक दिनों तक मनाया जाता है। कुर्बानी के तीन हिस्से होते है एक हिस्सा स्वयं के लिए, दूसरा परिजनों के लिए और तीसरा हिस्सा गरीबों व यतीमों को दिया जाता है।
बाजार में की खरीदारी: ईद को लेकर बाजार में खरीदारी की गई। दिन भर मुस्लिम समाज के लोगों ने बाजार में कपड़े, गहने और अन्य सामग्री खरीदी। खरीदारी को लेकर मुस्लिम महिलाओं में उत्साह नजर आया।
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