मंगलवार, 9 अक्टूबर 2012

जैसलमेर की पहचान है एक वेश्या की प्रोळ..



सिकंदर शैख़||
हमारे देश के राजा महाराजों, नवाबों, बादशाहों तथा बड़े बड़े सेठ साहूकारों ने अपनी आन और शान के मुताबिक़ कई इमारतें बनवाई थी. पर सोने की नगरी जैसलमेर की एक वेश्या ने क्या गजब की इमारत बनवाई कि वह अमर हो गयी. उस वेश्या का नाम था टीलों. टीलों ने जैसलमेर के किले के पास गडसिसर तालाब के किनारे एक प्रोल बनवाई इस प्रोल या पोल का बहुत ही दिलचस्प इतिहास है और यह इमारती कला के लिहाज से भी बहुत खूबसूरत है. आज टीलों कि यही अनमोल प्रोल सैलानियों का ख़ास आकर्षण बनी हुई है. जब उगते हुए सूरज कि किरणे इस पोल पर पड़ती है तो बहुत ही सुनहरा नज़ारा पेश करती है. जिसे देखने के लिए देसी और विदेशी सैलानी अपने कैमरे लिए तैयार रहते हैं. भले ही टीलों एक वेश्या थी पर उस के दिल में कला के लिए बेहद प्यार था. वह एक होशियार औरत और रूप की मल्लिका थी.

कहा जाता है कि उस का रंगरूप कमल के सरीखा था. जब वह मुस्कुराती थी तो मानो उस के होंठों से शहद टपकता था. उस कि जवानी पर आसपास के सेठ साहूकार ही नहीं बल्कि उस समय के जैसलमेर राज्य के दीवान भी लट्टू थे. टीलों ने बड़ी चतुराई से देह का धंधा किया और खूब धन कमाया. जैसलमेर कि वेश्याएं बहुत ही धनवान थी और अपनी कमाई का कुछ लोगों कि भलाई में लगाना अपनी शान समझती थी. जैसलमेर में ऐसी बहुत सी इमारतें है जिसे वेश्याओं ने बनवाया था. लेकिन टीलों कि ये प्रोल देश दुनिया के नक्शों पर अमिट छाप छोडती है.

कहानी तब शुरू होती है जब वेश्या टीलों कि जवानी ढलने लगी तो उस के मन में जनहित कि भावना उमड़ पड़ी. उस ने आम लोगों के लिए एक प्रोल बनाने कि सोची. वह भी गडसिसर तालाब के मुख्य मार्ग पर. ऐसी जगह पर एक वेश्या प्रोल बनवाए ये हंसी मजाक का खेल नहीं था. पर एक रात उस वेश्या ने दीवान से मदद कि अर्ज़ कर ही दी. टीलों के देह जाल में फंसे दीवान ने बिना हिचक मंज़ूरी दे दी. क्योंकि उस समय के महारावल शालिवाहन सिंह अभी बालक ही थे. इसलिए राज्य का सारा काम काज दीवान ही करता था. फिर क्या? टीलों ने सेंकडों मजदूर और कारीगर एक साथ लगा दिए. काम दिनरात चलने लगा.

कुछ ही दिनों में टीलों कि कलाप्रियता व सौंदर्य और प्रेम की मिसाल एक प्रोल के रूप में सजीव हो उठी. टीलों को क्या मालूम था कि उसकी प्रोल नगरवासियों के लिए अपमान बन जायेगी. कारण- जो भी गडसिसर तालाब से पानी लेने जाता, उसे वेश्या कि प्रोल के नीचे से हो कर जाना व आना पड़ता था. लोगों ने उस पर एतराज जताया पर टीलों के मोह में फंसे दीवान ने कोई ध्यान नहीं दिया. फिर महाराज शालिवाहन सिंह कुछ बड़े हुए. उन्होंने प्रजा कि आवाज़ सुन ली और हुक्म दिया कि वेश्या के कलंक को धो दिया जाए. टीलों पर भारी मुसीबत आ पड़ी. पर वह भी कम नहीं थी. उसने भी अपनी जवानी शाही लोगों को लुटाई थी. उसने अपने चहेतों की सलाह एवं सहयोग से रातों रात प्रोल पर सत्यनारायण का मंदिर बनवा दिया. अब भला भगवान् के मदिर को गिराने कि हिम्मत किस में थी. प्रोल बच गयी. फिर तो टीलों ने अपने नाम का पत्थर ( शिलालेख) भी लगवा दिया. टीलों कि प्रोल के स्थापत्य सौंदर्य की बात निराली है. तीन मंजिल की बनी इस प्रोल में तीन खुले रास्ते है. एक बड़ा और दो छोटे. ऊपर महल में जाने के लिए दोनों और घुमावदार सीढियां बनी हुई है. तथा सब से ऊपर कि मंजिल के दोनों कोनों पर गोल छतरियां व बीच में मंदिर है.

भाजपा विधायक दल की बैठक स्थगित



भाजपा विधायक दल की बैठक स्थगित

जयपुर। प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह होने वाली भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक स्थगित हो गई। गुजरात के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता 87 वर्षीय पंडित नवल किशोर शर्मा (बाउजी) के निधन पर दो मिनट के मौन के बाद बैठक अगले दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

पार्टी सूत्रों के अनुसार 10 अक्टूबर से शुरू हो रहे सत्र के लिए मंगलवार को भाजपा अपनी व्यूहरचना तैयार करने वाली थी। वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में अब यह बैठक बुधवार को होगी।

उल्लेखनीय है कि सोमवार को भाजपा की कोर कमेटी की बैठक हुई थी। जिसमें निर्णय लिया गया था कि,नदी-नाले और बांध के बहाव क्षेत्र में यदि सरकार से आवंटित जमीन पर बसे घरों को हटाया गया तो भारतीय जनता पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी। पार्टी ने सीधे सरकार या आवासन मण्डल, रीको अथवा अन्य सरकारी एजेंसियों से पूर्व में आवंटित भूमि पर काबिज लोगों को हटाने से पहले उनके पुनर्वास का बंदोबस्त करने और मुआवजा देने की मांग उठाई।

भाजपा कोर कमेटी की सोमवार को हुई बैठक में इस प्रकरण पर विस्तार से चर्चा कर पार्टी ने अपना रूख तय किया। पार्टी के राजस्थान प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी की मौजूदगी और प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रतिपक्ष की नेता वसुंधरा राजे भी शामिल हुई। बैठक में कोर कमेटी के सभी सदस्य शामिल हुए जिनमें ओमप्रकाश माथुर, घनश्याम तिवाड़ी, गुलाब चंद कटारिया व राजेन्द्र राठौड़ शामिल हैं। बैठक के बाद चतुर्वेदी ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि बीपीएल, अजा-जजा और छोटे किसानों को सरकार पहले पट्टे देकर अब पानी के प्रवाह के नाम पर उजाड़ने का काम कर रही है।

"सेज में वाड्रा का 50 फीसदी हिस्सा"


 

नई दिल्ली। आईएसी के सदस्य अरविंद केजरीवाल मंगलवार को एक बार फिर डीएलएफ और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा पर हमला बोला। इस बार उनके निशाने पर हरियाणा सरकार भी आ गई।

केजरीवाल ने कहा एक संवाददाता सम्मेलन में कुछ कागजात पेश करते हुए कहा कि वाड्रा को उपकृत करने के लिए हरियाणा सरकार ने सारे कानून कायदे ताक पर रख दिए। सरकार ने अस्पताल की जमीन सस्ते दामों में सेज के लिए दे दी। सेज में वाड्रा की 50 फीसदी हिस्सेदारी है।अस्पताल की जमीन पर सेज मानेसर के किसानों के साथ धोखा है। केजरीवाल ने दावा किया कि इसके उनके पास सबूत हैं जो उन्हें किसानों ने उपलब्ध कराए हैं। जमीन के इस लेनदेने में वाड्रा और हरियाणा सरकार में साठगांठ तो है ही साथ ही सरकार वाड्रा की एजेंट बन गई है।

मालूम हो कि शुर्कवार को भी केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि वाड्रा ने गुड़गांव में और अन्य स्थानों पर बाजार दर से कम कीमत पर सम्पत्तियां खरीदी और भारी मुनाफे पर उन्हें बेची। केजरीवाल ने बताया कि डीएलएफ ने कहा कि उसने वाड्रा को कोई भी जोखिम भरा ऋण नहीं दिया। लेकिन कम्पनीज ऑफ रजिस्ट्रार से मिले कागज कुछ और कहानी कह रहे हैं। डीएलएफ ने 65 करोड़ रूपए नहीं बल्कि 85 करोड़ रूपए जोखिम वाला ऋण दिया।

ये हुआ था खेल
केजरीवाल का कहना था कि किसानों से 20 लाख रूपए एकड़ के हिसाब से जमीन ली और डीएलएफ को बेचा 5 करोड़ रूपए एकड़ के हिसाब से। हुaा ने 75 एकड़ जमीन किसानों से ली कि वे सड़क और नाले बनाएंगे लेकिन ये सारी जमीन डीएलएफ को दे दी गई। हरियाणा सरकार ने डीएलएफ को जमीन मिले इसलिए किसानों को जमीन अधिग्रहण का नोटिस जारी कर दिया जिससे किसानों ने घबराकर अपनी जमीनें कम दामों में डीएलएफ को बेच दी ताकी सरकार उनकी जमीनें कम से कम मुफ्त में अधिग्रहित न कर पाएं।

350 एकड़ जमीन सिरफ 1700 करोड़ में

केजरीवाल ने कहा कि हुडा ने 75 एकड जमीन डीएलएफ को दे दी। इसी तरह 350 एकड़ जमीन 1700 करोड़ में दे दी। जबकि इस जमीन की नीलामी के समय तीन कंपनियों ने आवेदन किया था। इनमें से दो कंपनियों के आवेदन रदद कर दिए। डीएलएफ की 6 कंपनियों ने किसानों से सीधे जमीन खरीद की। केजरीवाल ने सवाल किया कि आखिर वाड्रा ने एडवांस देने के बाद जमीन क्यों नहीं ली।

बन गए 50 फीसदी हिस्से के मालिक




केजरीवाल का कहना था कि 2 फरवरी ए 2007 को डीएलएफ ने कंपनी बनाई। बाद में रॉबर्ड वाड्रा इस कंपनी के 50 पसेंüट शेयर होल्डर बन गए।

बनना था अस्पताल,बना सेज

गुड़गांव में 30 एकड़ जमीन में अस्पताल बनाना था, जिसके लिए अधिसूचना भी जारी हो चुकी थी। लेकिन अस्पताल बनाने के बजाए हरियाणा सरकार ने 9 मार्च 2007 को यह जमीन सेज बनाकर डीएलएफ को सौंप दी। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने इसे फैसले को रद्द करते हुए कहा था कि इस केस के तथ्यों से साफ होता है कि हरियाणा सरकार और डीएलएफ के बीच में साठगांठ है।

नकली सोने की चैन बेचता युवक जोधपुर में गिरफ्तार

नकली सोने की चैन बेचता युवक जोधपुर में गिरफ्तार
बाड़मेर जिले के नोखड़ा गांव से आए एक युवक को एमडीएम अस्पताल जोधपुर के निकट एक व्यक्ति ने अपनी मां के इलाज की मजबूरी बताकर सोने की नकली चेन बेचने का प्रयास किया, लेकिन पोल खुलने के डर से वह भागने लगा तो पुलिस ने पकड़ लिया। शास्त्री नगर थानाधिकारी सुभाष शर्मा ने बताया कि बाड़मेर के गुढ़ा मालानी थानांतर्गत नोखड़ा निवासी जैसाराम पुत्र केशाराम मेघवाल सोमवार को जोधपुर आया था। बारहवीं रोड पर वह बस से उतर कर मथुरादास माथुर अस्पताल जा रहा था, तब उसे एक युवक ने अपने पास बुलाया। उसने खुद का नाम पांचाराम बताया और अपनी बीमार मां के उपचार के लिए रुपयों की जरूरत बताते हुए सोने की चेन 20 हजार रुपए में बेचने की मजबूरी बताई। आरोपी का कहना था कि उसे यह चेन गडरा रोड पर खुदाई के दौरान मिली थी। जैसाराम ने कहा कि अभी तो उसके पास इतने रुपए नहीं हैं। उसने पांच सौ रुपए पेशगी देकर उसने शेष राशि दोस्त से मंगवाने के लिए फोन लगाया। इसी दौरान पांचाराम वहां से भागा और एमडीएमएच परिसर में चला गया। जैसाराम चिल्लाते हुए उसके पीछे भागा। अस्पताल परिसर में पुलिस ने उसे पकड़ लिया

सबसे ऊंची कूद: 1.20 लाख फुट की ऊंचाई से जंप के लिए तैयार हैं फेलिक्स

सबसे ऊंची कूद: 1.20 लाख फुट की ऊंचाई से जंप के लिए तैयार हैं फेलिक्स   सबसे ऊंची कूद: 1.20 लाख फुट की ऊंचाई से जंप के लिए तैयार हैं फेलिक्स 

रॉसवेल (न्यू मैक्सिको, अमेरिका). आज अंतरिक्ष विज्ञान के लिए ऐतिहासिक दिन है। भारतीय समय के मुताबिक शाम को 6 बजे हीलियम गैस से उड़ने वाली गुब्बारे की मदद से ऑस्ट्रिया के फेलिक्स बॉमगार्टनर उस जगह पर जाने के लिए न्यू मैक्सिको के रॉसवेल से रवाना होंगे, जो धरती की सतह से 36.5 किलोमीटर (1.20 लाख फुट) की ऊंचाई पर मौजूद है। उस जगह पर पहुंचने में फेलिक्स को 3 घंटे का समय लगेगा। वहां पहुंचने के बाद फेलिक्स धरती की तरफ छलांग लगाएंगे।

निर्वात में (जहां हवा नहीं है) इस ऊंचाई से कूदने पर 40 सेकेंड के भीतर उनकी गिरने की गति 1,110 किलोमीटर प्रतिघंटे की हो जाएगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो धरती के रेगिस्तान पर पहुंचने से डेढ. किलोमीटर पहले ही उनका पैराशूट खुल जाएगा और फेलिक्स बॉमगार्टनर आसानी से उतर जाएंगे।

43 साल के फेलिक्स बॉमगार्टनर गगनचुंबी इमारतों से कूदने के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन वे इस कूद के खतरों से अंजान नही हैं। वे जहां जा रहे हैं वहां हवा का दबाव समुद्र के स्तर से दो फीसदी कम है और ऐसे में चुनौती सांस लेने की है क्योंकि यहां बिना ऑक्सीजन की आपूर्ति के बिना सांस लेना असंभव है। सबसे ऊंची जगह से कूदने के मौजूदा रिकॉर्ड को जिन लोगों ने तोड़ने की कोशिश की है वे अपनी जान गंवा चुके हैं।


फेलिक्स बॉमगार्टनर ने कहा, 'अगर कुछ गलत होता है, तो केवल एक ही चीज है जो आपकी मदद कर सकती है और वे हैं भगवान।' बॉमगार्टनर कहते हैं कि अगर किस्मत ने साथ छोड़ दिया और कार्य कुशलता खत्म हो गई तो आपके पास कुछ नही बचेगा। उम्मीद है कि ऐसा कुछ नही होगा। ऑस्ट्रिया के इंजीनियरों ने फेलिक्स बॉमगार्टनर को हीलियम बैलून तक पहुंचाने के लिए एक विशेष दबाव कैप्सूल बनाया है। फेलिक्स बॉमगार्टनर एक विशेष दबाव सूट भी पहनेंगे ताकि उन पर कोई असर ना पड़े, क्योंकि जब वो छलांग लगाएंगे तो संभव है कि ध्वनि की गति से भी तेज़ गति से वे पृथ्वी की ओर आएं। इस सूट में विशेष एयर प्रेशर बनाकर रखा जाएगा। नासा के वैज्ञानिकों की मदद से ऐसा सूट तैयार किया गया है जो 400 डिग्री सेल्सियस का तापमान झेल सकता है। ये उसी तरह का सूट होगा जैसा अंतरिक्ष यात्री पहनते हैं, लेकिन ये उससे ज़्यादा पुख़्ता होगा। यदि बॉमगार्टनर का सूट ठीक से काम नहीं करता तो उतनी ऊंचाई पर उनका ख़ून उबलकर भाप बन सकता है। हालांकि ये कूद फेलिक्स बॉमगार्टनर के स्टंट का एक और कारनामा है, लेकिन उनकी टीम का कहना है कि उन्हें तनाव पसंद आता है।अब तक सबसे अधिक ऊंचाई से कूदने का रिकॉर्ड अमेरिकी वायु सेना के रिटायर हो चुके कर्नल जो किटिंगर के नाम पर है। अगस्त, 1960 में वे गुब्बारे की मदद से 31.3 किलोमीटर की ऊंचाई से धरती पर कूदे थे। अब किटिंगर बॉमगार्टनर टीम का हिस्सा है और वे रेडियो के जरिए उनसे संपर्क में रहेंगे। इस ऊंची कूद के खतरों को कम करने कि लिए इंजीनियरों ने हर संभव कोशिश की है।

STING: मैच के बाद कमरे में कॉल गर्ल्‍स ले जाते थे पाकिस्‍तानी क्रिकेटर!




नई दिल्ली. आईसीसी की तमाम कोशिशों के बावजूद क्रिकेट में फिक्सिंग का सिलसिला जारी है। कम से कम निजी टीवी चैनल के ताज़ा स्टिंग ऑपरेशन से तो यही साबित होता है। लेकिन चिंता की बात यह है कि अब सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं बल्कि इसके फंदे में अंपायर भी फंसे हुए नज़र आ रहे हैं।



स्टिंग में श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान के 6 अंपायरों के अलावा पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ियों पर तमाम तरह के आरोप लगे हैं। बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खेलने वाली वहां की टीम ढाका ग्लेडिएटर्स के मीडिया मैनेजर मिन्हाजुद्दीन खान ने ताज़ा स्टिंग में कई सनसनीखेज दावे किए हैं। खान ने कैमरे पर माना है कि पाकिस्तानी खिलाड़ी अजहर महमूद श्रीलंका प्रीमियर लीग में मैच फिक्सिंग कर रहा था।

मिन्हाजुद्दीन ने यह दावा भी किया है कि पाकिस्तान के क्रिकेटर शाहिद अफरीदी, राणा नावेद (दोनों तस्वीर में)और अहमद शहजाद आफ्टर मैच पार्टियों के बाद कॉल गर्ल्स को अपने कमरों में ले जाते थे। मिन्हाज ने यह दावा भी किया है कि बांग्लादेश के ओपनर तमीम इकबाल अक्सर दुबई और मलेशिया छुट्टियां मनाने जाते हैं और बांग्लादेश से हवाला के जरिए पैसे मंगाते हैं।

रेप तो पूरे देश में हो रहे हैं: सोनिया

जींद. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को सच्चा खेड़ा का दौरा किया। उन्‍होंने गैंगरेप के बाद आत्मदाहकरने वाली दलित किशोरी के परिजनों से मुलाकात की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया। एक टीवी चैनल के मुताबिक सोनिया ने आत्‍मदाह करने वाली लड़की की मां से कहा, 'वह तुम्‍हारी ही नहीं, मेरी भी लड़की थी।' बाद में पत्रकारों से बातचीत में सोनिया ने कहा कि ये सच है कि बलात्‍कार की घटनाएं बढ़ी हैं लेकिन ऐसा सिर्फ हरियाणा में नहीं देश के सभी राज्‍यों में हैं।
सोनिया ने सूबे की हुड्डा सरकार पर पूछे गए सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। सोनिया के जींद पहुंचने से ऐन पहले सूबे में बलात्‍कार के दो नए मामले सामने आए। इस बार पानीपत में 12 साल की एक लड़की से रेप जबकि अम्‍बाला में एक विधवा से रेप की खबर है।

एक माह में हरियाणा में गैंगरेप व दुष्कर्म की 13 घटनाएं हो चुकी हैं। 9 सितंबर को हिसार के डाबड़ा में गैंगरेप के बाद अपराधों का सिलसिला शुरू हो गया। इसके साथ ही कांग्रेस नीत सरकार की फजीहत होनी शुरू हो गई। 6 अक्टूबर को सच्चा खेड़ा में पीड़ित किशोरी द्वारा खुदकुशी कर लेने से पानी सिर से ऊपर निकल गया। यह दौरा दलितों व गरीबों की हिमायती बनने वाली कांग्रेस के लिए डैमेज कंट्रोल की तरह है।

यूपी में भी इस साल नौ महीनों में 1040 महिलाओं से रेप की घटनाएं सामने आई हैं। राज्‍य की पूर्व सीएम मायावती ने मंगलवार को महारैली में यूपी को 'क्राइम स्‍टेट' करार दिया।

बालोतरा में राजस्थानी भाषा चिंतन परिषद् की कार्यकारिणी घोषित

बालोतरा में राजस्थानी भाषा चिंतन परिषद् की कार्यकारिणी घोषित 
बालोतरा अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के सम्भाग उप पाटवी चन्दनिंसह भाटी के निर्देशानुसार घटक राजस्थानी चिंतन परिषद के बालोतरा ब्लॉक अध्यक्ष राजेन्द्रिंसह कंवरली ने कार्यकारिणी का गठन किया। अध्यक्ष ने अपनी कार्यकारिणी में संरक्षक देवदत त्रिपाठी, सालगराम परिहार, देवीसिंह महेचा, माधोसिंह चारण, उपाध्यक्ष कैलाश महेश्वरी, कपिल श्रीमाली, महामंत्री नारायणसिंह भाटी, जोगेन्द्रिंसह सो़ा, सचिव जेठूलाल कुमावत, संयुक्त सचिव राजीव सारण, मंत्री प्रेमिंसंह सिसोदिया, खेतिंसह महेचा, विजयसिंह चौधरी, भगवतसिंह चारण, श्रवण कुमार सोनी, प्रवक्ता कमलिंसह पंवार को मनोनीत किया गया। चिंतन परिषद की कार्यकारिणी ने शपथ ग्रहण कर कहा कि पूरे राजस्थान में राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। बाड़मेर जिले में मायड़ भाषा को मान्यता दिलाने के लिए जनजन को जोड़ा जाएगा। इस अवसर पर उपखंड अध्यक्ष भीखदान चारण ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए जल्द ही मोटियार परिषद व छात्र संघ परिषद का गठन किया जाएगा। राणीदान रावल ने कहा कि बालोतरा में राजस्थान भाषा अभियान के लिये पूरे प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने छात्रों को मायड़ भाषा से जोड़ने की बात कही। बैठक में बालोतरा में जल्द राजस्थानी भाषा सम्मेलन आयोजित करने पर चर्चा की गई।





बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक पांच लाख लोगो तक पहुंचा डेढ़ साल में

बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक पांच लाख लोगो तक पहुंचा डेढ़ साल में

दोस्तों आज फिर आप सभी का शुक्रिया ..आज आपके सहयोग से बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक के पांच लाख विवर्स पुरे हुए अब तक इस न्यूज़ बलोग  को पांच लाख पांच हज़ार लोग देख चुके हें ,दो रोज पूर्व इसका कलेवर कुछ बदला हें .जिसके बाद पार्टी दिन इसे देखने वालो की संख्या छः से सात हज़ार पहुच गई ,मुझे ख़ुशी हें की राजस्थान के सरहदी जिलो सहित स्तरीय समाचार आप तक पहुँचाने में सफल रहा .दोस्तों कुछ समाचार होते हें जो नहीं चाहते हुए देने पड़ते हें समाचार समाचार होते हें अछे बुरे सभी को समाज के सामने रखने होते हें ,इसके अतिरित मेरा पूरा प्रयास रहा की राजस्थान की लोक कला ,संस्कृति ,साहित्य ,इतिहास ,लोक जीवन की विविधाताओ को आप तक पंहुचाया जाये धार्मिक स्थलों की जानकारियों भी इस न्यूज़ ब्लॉग के माध्यम से आप तक पहुँचाने की छोटीसी कोशिश की ,आगे भी महत्वपूर्ण जानकारियों के साथ तत्काल समाचार आप तक पहुचने का पूरा प्रयास रहेगा ,कुछ सुझाव हो तो आप जरुर दिरावे


स्सनेह आपका दोस्त 
Chandan Singh Bhati
चन्दन सिंह भाटी

जैसलमेर भारतीय को पाकिस्तान जाते मार गिराया



जैसलमेर भारतीय को पाकिस्तान जाते मार गिराया

जैसलमेर सीमावर्ती जैसलमेर जिले के नाचना के समीप सीमा सुरक्षा बल की पोस्ट के समीप से पाकिस्तान जाने के प्रयास में एक भारतीय नागरिक को सीमा सुरक्षा बल के जवानो ने म,आर गिराया .सूत्रों के अनुसार जिले के नाचना सरहद के पास सीमा सुरक्षा बल की पोस्ट के समीप से तारबंदी पार कर पाकिस्तान जाने के प्रयास में एक व्यक्ति को जवानो ने मार गिराया .घटना की विस्तृत जानकारी आना शेष हें

:एक पुलिस स्टेशन जहां जाने के लिए लगा लोगों का तांता

PHOTOS:एक पुलिस स्टेशन जहां जाने के लिए लगा लोगों का तांता


पुणे. पुणे शहर का 'बंद गार्डन पुलिस स्टेशन' पूरे देश के लिए भले ही न सही लेकिन, पुणेवासियों के लिए अचानक एक पिकनिक स्पॉट में बदल गया.

पुलिस स्टेशन, जहां जाने से हर कोई कतराता है वहां जाना लोगों के लिए एक शगल बन जाए यह बात थोडा अजीब सी लगती है. लेकिन इस अजीब सी घटना के पीछे है दो बहनों की ऐसी दास्तान जिसे पढ़कर आप भी चौंक सकते हैं... 2008 में पुणे के 'बुंद गार्डन पुलिस स्टेशन' में सब-इंस्पेक्टर के तौर पर रोहिणी और मोहिनी सोनार की नियुक्ति हुई. ये दोनों पुलिस अधिकारी न सिर्फ एक ही मां-बाप की संतान हैं बल्कि, जुड़वां भी हैं और इनका प्रोफ़ाइल भी एक ही है. इनके पिता विजय दत्तात्रय सोनार भी मुंबई पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. दोनों बहनें महज पांच सेकेण्ड के अंतराल पर पैदा हुईं थीं. दोनों की लंबाई भी समान (159 सेमी)है. दोनों अंग्रेजी साहित्य में स्नातक हैं. इत्तेफाकों का दौर यहीं समाप्त नहीं होता. दोनों बहनों ने पुलिस की परीक्षा में भी एक साथ ही भाग लिया था और इन्हें मिलने वाले अंक भी लगभग समान ही थे. 2008 में जब इन दोनों बहनों को एक ही पुलिस स्टेशन पर तैनात किया गया तो उनके सहयोगियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा. लेकिन इन दोनों बहनों की पोस्टिंग ने अचानक ही इस थाने को पिकनिक स्पॉट में तब्दील कर दिया. लोग सिर्फ इस जोड़ी की झलक पाने के लिए इस थाने के चक्कर लगाने लगे. दोनों बहनों ने एक ही विषय (अंग्रेजी साहित्य) में अपना स्नातक पूरा किया. पोस्ट ग्रैजुएशन के पहले साल में ही दोनों बहनें महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा में शामिल हुईं और लगभग समान अंकों के साथ एग्जाम पास किया. 2005 में महाराष्ट्र पुलिस अकादमी में चुने जाने के बाद इन्हें ट्रेनिंग के लिए नाशिक भेजा गया जहां सितंबर 2007 में इनका प्रशिक्षण पूरा हुआ. इन दोनों बहनों ने एक ही पुलिस स्टेशन में पोस्टिंग के लिए अधिकारियों से विशेष अनुरोध किया. काफी प्रयास के बाद अधिकारी इस बात पर सहमत हुए और 2008 में दोनों बहनों की पोस्टिंग बंद गार्डन पुलिस स्टेशन में की गई. इनके पिता विजय दत्तात्रय सोनार को उनके सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से नवाजा जा चुका है. इन्होने ही दोनों बहनों को पुलिस सेवा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. दोनों ने कॉलेज के दिनों में भी एनसीसी में बढ़-चढ़ कर भाग लिया. इस दौरान जहां मोहिनी ने नौसेना में सर्वोच्च प्रदर्शन किया वहीं रोहिणी ने एनसीसी की सेना विंग में टॉप किया.

कोर्ट से भागा कैदी लाल बत्ती की गाड़ी में गिरफ्तार

गुजरात पुलिस ने 29 सितंबर को किया था गिरफ्तार, पुलिस दबाए बैठी रही मामले को 


कोर्ट से भागा कैदी लाल बत्ती की गाड़ी में गिरफ्तार 


भीनमाल कोर्ट परिसर से पिछले माह पेशी के दौरान फरार हुए एक कैदी भरतकुमार पुत्र छगताराम को पुलिस ने गुजरात के जामनगर जिले से पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया है। ये पांचों अभी गुजरात पुलिस के रिमांड पर चल रहे हैं और भीनमाल पुलिस शीघ्र ही इन्हें गिरफ्तार करेगी।

गिरफ्तारी के समय वह अपने चार अन्य साथियों के साथ लाल बत्ती लगी टवेरा गाड़ी में था। साथ ही इनके पास तीन देशी रिवॉल्वर और तीन जिंदा कारतूस भी थे। इनकी लोकेशन की जानकारी स्थानीय पुलिस ने गुजरात पुलिस को दी थी। जिसके आधार पर पिछली 29 सितंबर को पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। गुजरात पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय के आदेश पर 10 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान पांचों आरोपियों को तस्दीक के लिए रविवार को भीनमाल लाया गया था।

भरी कोर्ट से हुआ था फरार : आरोपी भरत कुमार धोखाधड़ी व फर्जी दस्तावेज के मामले में भीनमाल उप कारागृह में बंद था। गत 10 सितंबर को उसे चालानी गार्ड बेसराराम मेघवाल व विजय बहादूरसिंह उसे पेशी के लिए कोर्ट में लेकर आए थे। पेशी के बाद भरत पुलिस को चकमा देकर योजनाबद्ध तरीके से एक कार में सवार होकर फरार हो गया था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक दीपककुमार ने भीनमाल पुलिस उप अधीक्षक जयपालसिंह यादव के निर्देशन में एएसआई हुजूरखां के नेतृत्व में कांस्टेबल जगराम, रमेशचंद, पूनमचंद, बाबूलाल व किशनाराम की विशेष टीम का गठन किया था। यह टीम एक माह से इस पूरे मामले में छानबीन कर रही थी।
भरत को भगाने वाले गिरफ्तार 

टीम प्रभारी हुजूरखां ने बताया कि गत 10 सितंबर को आरोपी भरतकुमार को न्यायालय परिसर से पुलिस थाना जोधपुर अंतर्गत आसोप निवासी सुमेरसिंह पुत्र भंवरलाल चौधरी व बाड़मेर जिलांतर्गत रोहिणा निवासी ओमप्रकाश पुत्र लादूराम विश्नोई कार में बिठाकर ले गए थे। रास्ते में वाड़ाभाडवी निवासी सुनील उर्फ सुमका पुत्र हरिराम विश्नोई व खंगारा उर्फ छोटिया पुत्र बलवंता विश्नोई ने गुजरात तक पहुंचाने में सहयोग किया था। टीम प्रभारी हुजूरखां के अनुसार हत्या के मामले में गिरफ्तार ओमप्रकाश को पटियाला पुलिस चार माह पूर्व पेशी पर सांचौर लेकर आई थी। इस दौरान ओमप्रकाश ने योजनाबद्ध तरीके से पटियाला पुलिस को शराब पिलाकर हथकड़ी सहित फरार हो गया था।

चार अन्य साथी भी गिरफ्तार, तीन देशी रिवॉल्वर व तीन जिंदा कारतूस भी बरामद, वाहन चोरी के अनेक मामले खुलने की संभावना




11 सितंबर को भागा था

पुलिस समेत जिलेवासियों को इस घटना ने चौंका दिया था। १० सितंबर को अचानक अनेक लोगों की मौजूदगी में भागा था आरोपी, कार में सवार थे अन्य साथी। पुलिसकर्मियों को दिखाई थी रिवॉल्वर।

> उठे थे सवाल

घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे, अगले ही दिन जब अन्य कोर्ट परिसर में देखा गया तो पुलिसकर्मी लापरवाही के साथ कैदियों को लाते ले जाते देखे गए। घटना के बावजूद हालात नहीं सुधरे थे।

> एक माह बाद गिरफ्तार

घटना का खुलासा करने में पुलिस को लगा एक माह, इस दौरान कई जगह दी गई दबिश, सर्च की गई मोबाइल लोकेशन, लेकिन नहीं लगा कोई सुराग, सप्ताह भर पूर्व पुलिस को मिली सूचना, गुजरात पुलिस ने दबोचा।

> खुलेंगे कई राज

पूछताछ में पुलिस को कई राज खुलने की उम्मीद, अधिकांश मामले वाहन चोरी के। गुजरात और जालोर जिले समेत जोधपुर, बाड़मेर, पाली और सिरोही में की हैं वारदातें। अन्य साथी भी इन वारदातों में शामिल।

> अधिकांश हैं भगोड़े

गिरफ्तार सभी आरोपी आला दर्जे के अपराधी, अधिकांश भाग चुके हैं जेलों से। जेलों में होती है मुलाकात और फिर बन जाते हैं एक दूसरे के सहयोगी। वारदातों में करते हैं सहयोग और भागने में करते हैं मदद।

> ऐसे बचते हैं अपराधी

सभी आरोपी मिले लाल बत्ती की कार में, जिले में भी घूमते हैं ऐसे कई संदिग्ध वाहन, जिन पर लिखे होते हैं बड़े पदनाम और लगी होती है लाल पट्टी। नहीं होती कोई रोक टोक। बच जाते हैं अपराधी।






हाईकोर्ट के आदेश पर रतनी गई परिजनों के साथ


हाईकोर्ट के आदेश पर रतनी गई परिजनों के साथ
परबतसर(नागौर) जिले के खोखर गांव के बहुचर्चित रतनी अपहरण मामले में सोमवार को नारी निकेतन से जोधपुर राजस्थान उच्च न्यायालय में पेश की अपह्त युवती रतनी ने न्यायालय के समक्ष अपने पिता के साथ रहने की इच्छा जताई। हाईकोर्ट के आदेश पर रतनी को उसके पिता रामेश्वर के साथ भेज दिया गया। अब इस मामले में परबतसर पुलिस रतनी के बयान लेगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर इस प्रकरण के मुख्य आरोपी रामनिवास जाट का अभी कोई सुराग नहीं लगा है।

प्रकरण के अनुसार अपह्त युवती रतनी को सोमवार को नारी निकेतन से उच्च न्यायालय में पेश किया। यहां रतनी ने न्यायालय के समक्ष इच्छा जताई कि वह अपने परिजनों के साथ जाना चाहती है। फिलहाल यह खुलासा नहीं हुआ है कि तीन माह की अवधि के दौरान लापता रतनी कहां कहां रही और उसके साथ क्या हुआ। उच्च न्यायालय के निर्देश पर परबतसर थानाधिकारी राजू राम ज्याणी ने युवती को उसके पिता रामेश्वर के सुपुर्द कर दिया।

थानाधिकारी ज्याणी ने बताया कि अब आगे की कार्रवाई के तहत युवती के 161 व 164 के तहत बयान करवाए जाएंगे। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी रामनिवास का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि रतनी एक जुलाई का लापता हुई थी। उसके बाद अपहरण की रिपोर्ट रामनिवास जाट के खिलाफ दी गई। कई दिन तक रतनी का पता नहीं लगने पर पीडि़त ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी।

आरोपी की कुर्क संपति मामले की सुनवाई 18 को

लापता युवती का पता नहीं लगने पर परबतसर थानाधिकारी के प्रार्थना पत्र पर गत 19 सितंबर को एसीजेएम नीरजकुमार ने आरोपी रामनिवास क ी संपति कुर्क करने क ा वारंट जारी कर थानाधिकारी को कार्यवाही के निर्देश दिए थे। रामनिवास का महादेव कॉलोनी परबतसर में निर्माणाधीन मकान कुर्क किया गया तथा रामनिवास की राजस्व भूमि को कुर्क करने के लिए जिला कलेक्टर को प्रार्थना पत्र दिया गया। पुलिस ने रामनिवास के तीन बैंक खाते भी सीज करा दिए हैं। कुर्की मामले में आगामी सुनवाई 18 अक्टूबर को होगी।

खोखर गांव से तीन माह पूर्व युवती के अपहरण का मामला, अपहरण का आरोपी अभी नहीं चढ़ा पुलिस के हत्थे, आगे की कार्रवाई के तहत युवती के 161 व 164 के तहत बयान करवाए जाएंगे






आधी रात को भिड़े दो ट्रक, तीन लोगों व 27 बछड़ों की मौत


आधी रात को भिड़े दो ट्रक, तीन लोगों व 27 बछड़ों की मौत
 
मौलासर (नागौर) जिले के मौलासर थाने से गुजरने वाले मेगा हाइवे पर कीचक गांव के पास रविवार आधी रात को दो ट्रकों में हुई जबरदस्त भिड़ंत में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि एक ट्रक में भरे 44 बछड़ों में से 27 बछड़ों की मौत हो गई। हादसे में दोनों ट्रकों में सवार तीन लोग व सात बछड़े भी घायल हुए। हादसा इतना जोरदार था कि टक्कर के बाद दोनों ट्रक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर बिखर गए और रास्ते पर जाम लग गया।

मौलासर थानाधिकारी दिलीप कुमार सोनी ने बताया कि रविवार रात को करीब 11:30 बजे कीचक गांव के पास दो ट्रकों की जोरदार टक्कर हुई। एक ट्रक डीडवाना से बछड़े भरकर भरतपुर की तरफ जा रहा था तो दूसरा ट्रक परबतसर से लकडिय़ां भरकर बीकानेर की तरफ जा रहा थ। जोरदार टक्कर में दोनों ट्रक बुरी तरह से बिखर गए और दोनों ट्रकों में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 27 बछड़े भी इस हादसे में मर गए। ट्रक में सवार तीन अन्य लोग भी घायल हुए। इनमें से दो लोगों को मामूली चोटें आई जो हादसे के कुछ देर बाद मौके से भाग गए।

इनकी हुई मृत्यु

हादसे में लकडिय़ों से भरे ट्रक के चालक अजमेर जिले के गेगल थानांतर्गत गांव बबाइचा निवासी नसरूद्दीन पुत्र बजूखां देशवाली (25) व परबतसर थाने के गांव झालरा निवासी तेजाराम पुत्र श्योकरण जाट (30) व यूपी के एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। हादसे का शिकार तीन लोगों में से दो की पहचान सोमवार सुबह तीसरे की शाम को हुई। थानाधिकारी सोनी ने बताया कि ट्रांसपोर्ट से मिले फोन नंबर के आधार पर तीसरे व्यक्ति की पहचान बछड़ों से भरे ट्रक के चालक के रूप में यूपी के फर्रुखाबाद जिले के फतेहसिंहपुरा थाने के घनसावा गांव निवासी मोहित कटियार पुत्र अजय कटियार के रूप में हुई। एएसआई भंवरलाल भांबू ने बताया कि नसरूद्दीन व तेजाराम के शव परिजनों को शिनाख्तगी के बाद पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार के लिये दे दिए गए ।

यह हुए घायल

हादसे में तीन लोगों के मरने के अलावा तीन लोग और थे जो घायल हुए। इनमें एक गंभीर घायल सुमित उर्फ कल्लू सिंह निवासी इटावा यूपी को मौलासर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्राथमिक उपचार के पश्चात अजमेर रेफर किया गया। जबकि पृथ्वी सिंह पुत्र महेश यादव निवासी इटावा यूपी व एक अन्य को मामूली चोटें आई जो घटना स्थल से भाग गए।

सड़क पर बिखर गए बछड़ों के शव

हादसा इतना जबरदस्त था कि ट्रक के क्षतिग्रस्त होने के बाद बछड़ों के शव निकलकर बाहर सड़क पर गिर गए और सड़क पर चारों तरफ खून बहने लगा। इसके अलावा करीब 10 बछड़े जिंदा बचे थे वे पास के खेतों में भाग गए। सात बछड़े घायल अवस्था में मिले। सोमवार सुबह उन्हें नागौर की श्रीकृष्ण गोशाला भेजकर उपचार शुरू किया गया।

एक ट्रक में भरे थे बछड़े, दूसरी ट्रक में थी बिना परमिट की लकड़ी, तेज गति की वजह से हुआ हादसा, हादसे में तीन अन्य लोग व 7 बछड़े घायल। चार घंटे रहा मेगा हाइवे जाम।






पाक ने सीमेंट की बोगी में भेजी 106 किलो हेरोइन

अमृतसर पाक से भेजी गई हेरोइन व कारतूसों की खेप दिखाते कस्टम अधिकारी।
 

500 जिंदा कारतूस भी मिले

अमृतसर केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के दौरे के एक दिन बाद कस्टम ने अमृतसर रेल कारगो से हेरोइन की सबसे बड़ी खेप बरामद की। सोमवार को ट्रेन जैसे ही अनलोडिंग के लिए पहुंची, कस्टम अधिकारियों ने उसे घेरे में ले लिया। गहन छानबीन के दौरान सीमेंट से लदी बोगी में से 106 किलो हेरोइन और 500 जिंदा कारतूस बरामद हुए। हेरोइन 101 पैकेटों में छुपाकर रखी गई थी। कस्टम को खबर मिली थी कि पाकिस्तान से बड़ी मात्रा में हेरोइन की तस्करी हो सकती है।

अबतक की सबसे बड़ी बरामदगी : कस्टम के डिप्टी कमिश्नर विजय बहादुर के अनुसार हेरोइन की यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है। इससे पहले सुरक्षा एजेंसियों ने 56 किलो हेरोइन जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में बरामद की थी।