मंगलवार, 9 अक्टूबर 2012

सबसे ऊंची कूद: 1.20 लाख फुट की ऊंचाई से जंप के लिए तैयार हैं फेलिक्स

सबसे ऊंची कूद: 1.20 लाख फुट की ऊंचाई से जंप के लिए तैयार हैं फेलिक्स   सबसे ऊंची कूद: 1.20 लाख फुट की ऊंचाई से जंप के लिए तैयार हैं फेलिक्स 

रॉसवेल (न्यू मैक्सिको, अमेरिका). आज अंतरिक्ष विज्ञान के लिए ऐतिहासिक दिन है। भारतीय समय के मुताबिक शाम को 6 बजे हीलियम गैस से उड़ने वाली गुब्बारे की मदद से ऑस्ट्रिया के फेलिक्स बॉमगार्टनर उस जगह पर जाने के लिए न्यू मैक्सिको के रॉसवेल से रवाना होंगे, जो धरती की सतह से 36.5 किलोमीटर (1.20 लाख फुट) की ऊंचाई पर मौजूद है। उस जगह पर पहुंचने में फेलिक्स को 3 घंटे का समय लगेगा। वहां पहुंचने के बाद फेलिक्स धरती की तरफ छलांग लगाएंगे।

निर्वात में (जहां हवा नहीं है) इस ऊंचाई से कूदने पर 40 सेकेंड के भीतर उनकी गिरने की गति 1,110 किलोमीटर प्रतिघंटे की हो जाएगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो धरती के रेगिस्तान पर पहुंचने से डेढ. किलोमीटर पहले ही उनका पैराशूट खुल जाएगा और फेलिक्स बॉमगार्टनर आसानी से उतर जाएंगे।

43 साल के फेलिक्स बॉमगार्टनर गगनचुंबी इमारतों से कूदने के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन वे इस कूद के खतरों से अंजान नही हैं। वे जहां जा रहे हैं वहां हवा का दबाव समुद्र के स्तर से दो फीसदी कम है और ऐसे में चुनौती सांस लेने की है क्योंकि यहां बिना ऑक्सीजन की आपूर्ति के बिना सांस लेना असंभव है। सबसे ऊंची जगह से कूदने के मौजूदा रिकॉर्ड को जिन लोगों ने तोड़ने की कोशिश की है वे अपनी जान गंवा चुके हैं।


फेलिक्स बॉमगार्टनर ने कहा, 'अगर कुछ गलत होता है, तो केवल एक ही चीज है जो आपकी मदद कर सकती है और वे हैं भगवान।' बॉमगार्टनर कहते हैं कि अगर किस्मत ने साथ छोड़ दिया और कार्य कुशलता खत्म हो गई तो आपके पास कुछ नही बचेगा। उम्मीद है कि ऐसा कुछ नही होगा। ऑस्ट्रिया के इंजीनियरों ने फेलिक्स बॉमगार्टनर को हीलियम बैलून तक पहुंचाने के लिए एक विशेष दबाव कैप्सूल बनाया है। फेलिक्स बॉमगार्टनर एक विशेष दबाव सूट भी पहनेंगे ताकि उन पर कोई असर ना पड़े, क्योंकि जब वो छलांग लगाएंगे तो संभव है कि ध्वनि की गति से भी तेज़ गति से वे पृथ्वी की ओर आएं। इस सूट में विशेष एयर प्रेशर बनाकर रखा जाएगा। नासा के वैज्ञानिकों की मदद से ऐसा सूट तैयार किया गया है जो 400 डिग्री सेल्सियस का तापमान झेल सकता है। ये उसी तरह का सूट होगा जैसा अंतरिक्ष यात्री पहनते हैं, लेकिन ये उससे ज़्यादा पुख़्ता होगा। यदि बॉमगार्टनर का सूट ठीक से काम नहीं करता तो उतनी ऊंचाई पर उनका ख़ून उबलकर भाप बन सकता है। हालांकि ये कूद फेलिक्स बॉमगार्टनर के स्टंट का एक और कारनामा है, लेकिन उनकी टीम का कहना है कि उन्हें तनाव पसंद आता है।अब तक सबसे अधिक ऊंचाई से कूदने का रिकॉर्ड अमेरिकी वायु सेना के रिटायर हो चुके कर्नल जो किटिंगर के नाम पर है। अगस्त, 1960 में वे गुब्बारे की मदद से 31.3 किलोमीटर की ऊंचाई से धरती पर कूदे थे। अब किटिंगर बॉमगार्टनर टीम का हिस्सा है और वे रेडियो के जरिए उनसे संपर्क में रहेंगे। इस ऊंची कूद के खतरों को कम करने कि लिए इंजीनियरों ने हर संभव कोशिश की है।

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