शनिवार, 8 सितंबर 2012

चोरियों की रोकथाम के लिए पुलिस के पुख्ता इंतजाम,

 जैसलमेर पुलिस ने डाली चोरो के नकेल 

चोरियों की रोकथाम के लिए  पुलिस के पुख्ता इंतजाम, 

जनता को सतर्क रहने की अपील



जैसलमेर हाल ही के दिनों में जिला जैसलमेर में चोरियो की वारदातो को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियों,थानाधिकारियों को अपने अपने हल्खा क्षैत्र में चोरियो पर अंकुश लगाने हेतु पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी अपने हल्खा क्षैत्र में रात्रि कालीन गश्त एवं नाकाबंदी पर विशेष ध्यान देवे तथा ज्यादा से ज्यादा गश्त एवं नाकाबंदी करे। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकारियों को निर्देशित किया कि हाल ही में जिस भी थाना क्षैत्र में चोरी की वारदाते हुई है। उनका शीघ्रातिशीघ्र खुशाला किया जाकर बरामदी की जाकर चोरो को पकडने के हरसंभव प्रयास किये जावे। जिले में चोरियो की रोकथाम हेतु पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में हर सप्ताह सम्पूर्ण जिले में ॔॔ए क्लास॔॔ की नाकाबंदी करवाई जाती है। जिसको वृताधिकारियों द्वारा चैक किया जाकर पुलिस अधीक्षक को नाकाबंदी की सुचना दी जाती है। जिससे जिले में चारियों को रोकने में काफी सहायक हुई है।

पुलिस द्वारा चोरियों की रोकथाम एंव हो चुकी चोरियों के खुलाशे हेतु हर सम्भव प्रयास किये जा रहे। उक्त प्रयासो से पुलिस ने जिले में काफी चोरियों को खोलने में कम्याबी हासिल कि है तथा चोरियों पर अंकुश भी लगा है। फिर भी पुलिस अधीक्षक द्वारा जिलेवासियों से अपील की गई है, कि वह भी पुलिस का हरसंभव सहयोग करे कयोकि बिना जनता के सहयोग के पुलिस किसी भी अपराध को रोकने में कम्याब नहीं हो सकती तथा जनता को भी चोरियो पर अंकुश लगाने हेतु अपने स्तर पर निम्नलिखित बातो का ध्यान देना चाहिए :

1- जनता अपना किमती सामान स्वंय के पास रखकर ही सोऐ तथा सतर्क रहे।

2 किसी भी अंजान व्यक्ति को अपनी गल्ली/मोहल्ले में घुमता हुआ पाये तो अपने नजदीकी थाना या पुलिस कंट्रोल रूम को सुचित करें।

3 किसी अंजान व्यक्ति को अपने घर में प्रवेश ना दे।

4 अपने घर पर नौकर रखने से पहले उसकी पुलिस जॉच जरूर करवावे।

5अगर कही घूमने या किसी कारणवंश शहर से बाहर जाये तो अपने पडोसियों एवं बीट अधिकारी को उसकी जानकारी दे कर जावे।

6 मोटर साईकिल/कार/अन्य वाहन को अपने घर के पार्किग में खडा करे तथा लॉक लगाना ना भूले।

7 किसी भी अंजान व्यक्ति से किसी भी प्रकार की कोई भी चीज ना खावे।

8 पुलिस का हरसंभव सहयोग करे।

तीस किलो अवैध डोडा पोस्त बरामद, दो गिरफतार

तीस  किलो अवैध डोडा पोस्त बरामद, दो  गिरफतार




जैसलमेर पुलिस थाना फलसुंड में दो जनों से तीस किलो अवेध डोडा बरामद कर गिरफ्तार किया हें .पुलिस अधीक्षक ममता राहुल ने बताया की पुलिस थाना फलसुण्ड के हल्खा क्षैत्र में सरहद रातडियो के पास दौराने नाकाबंदी कमलकिशोर उनि थानाधिकारी पुलिस थाना फलसुण्ड मय जाब्ता द्वारा एक जीप को आते हुए देखा तथा उसे रूकने का इशारा किया लेकिन जीप नहीं रूकी तो पुलिस जाब्ता द्वारा उक्त जीप नम्बर आरजे 04 सी1078 का पीछा कर रूकवाकर चैक किया गया तो जीप में 30 किलो अवैध डोडा पोस्त मिली जिसको अवैध होने से बरामद किया गया तथा जीप में सवार भागीरथ पुत्र हरीराम तथा हरिराम पुत्र कानाराम जाति विश्नोई नि0 भीम सागर कलाउ को अवैध डोडा पोस्त का परिवहन करने से कमलकिशोर उनि थानाधिकारी मय जाब्ता द्वारा गिरफतार किया गया। मुकदमा में अनुसंधान एवं पुछताछ जारी है।

रेलवे मंत्री ने कहा शीघ्र होगा रेलवे समस्या का समाधान


जालोर सांसद पटेल की रेल मंत्री मुकुल रॉय से मुलाकात



रेलवे मंत्री ने कहा शीघ्र होगा रेलवे समस्या का समाधान



नई दिल्ली, 08 सितम्बर, 2012, भानिवार। जालोरसिरोही सांसद देवजी पटेल ने मानसून सत्र समाप्ति के पचात शुक्रवार को रेलवे अध्यक्ष विनय मितल के जबाब से नाराज होकर दोपहर को रेलवे मंत्री माननीय मुकुल रॉय से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सांसद पटेल ने संसदीय क्षैत्र जालोरसिरोही की रेलवे समस्याओं की वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया।



सांसद पटेल ने मंत्री रॉय से जालोरसिरोही जिले में लम्बे समय से चली आ रही समस्याओं के बारे में अवगत करवाते हुए कहा कि जालोर जिले में पूर्व में मीटर गेज पर जो सवारी गाड़ी चलती थी, लेकिन ब्रॉडगेज बनने पर उन्हें बंद कर दिया, अतः उक्त सवारी गाड़ी को पुनः भाुरू किया जायें। सिरोही जिले के पिण्डवाड़ा एवं स्वरूपगंज में भाहर में अतिीघ्र आरोबी (ऑवर ब्रिज) या आयुबी (अण्डर ब्रिज) का निर्माण किया जायें।



सांसद पटेल को आवस्त करते हुए रेल मंत्री मुकुल रॉय ने कहा कि रेल मंत्रालय की और से अतिीघ्र संसद सदस्य (सांसद) की अध्यक्षता में निरीक्षण समिति गठन कर उक्त स्थानों की जॉच कर अग्रीम कार्यवाही की जायेंगी।



सांसद पटेल ने रेल मंत्री से कहा कि यदि स्वरूपगंज एवं पिण्डवाड़ा भाहर में आयुबी (अण्डर ब्रिज) निर्माण की कुल लागत मय तकनीकी रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करें ताकि उक्त निर्माण कार्य में 50 प्रतित राि प्रदो सरकार तथा भोश राि अन्य योजनाओं (महानरेगा, सांसद कोश आदि) से डवटेल करके उक्त आमजनहितार्थ कार्य को अतिीघ्र पूर्ण करवाया जायें।

वेस्ट नील वायरस से 49 की मौत

वेस्ट नील वायरस से 49 की मौत

वाशिंगटन। अमेरिका और सर्बिया में इस वर्ष मच्छर जनित वेस्ट नील वायरस से कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका का टेक्सास राज्य इस वायरस से ज्यादा प्रभावित है, और वहां इस वर्ष इस बीमारी से कम से कम 46 लोगों की मौत हो चुकी है।

,स्त्र स्थानीय टीवी चैनल के अनुसार, इस वायरस से मौत की ताजा खबर डालास काउंटी और एल पासो काउंटी से आई है। प्रत्येक काउंटी में इस वायरस से एक-एक मौत हुई हैं। वायरस के देशव्यापी प्रकोप के बीच टेक्सास सर्वाधिक पीडित है और देश के 45 प्रतिशत मामले यहां सामने आए हैं, जबकि आधी मौतें इसी राज्य में हुई हैं।

इस वर्ष टेक्सास में वायरस के कुल 1,013 मामले सामने आए हैं, जिनमें कम से कम 523 मामले वेस्ट नील के थे। यह अत्यंत गम्भीर बीमारी है, क्योंकि यह तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है। 2003 में टेक्सास में 439 वेस्ट नील वायरस के मामले सामने आए थे।

अधिकारियों के अनुसार, 1999 में देश में जब से इस बीमारी के बारे में पता चला है, पूरे अमेरिका में भी सितम्बर तक वेस्ट नील वायरस के सर्वाधित मामले सामने आए हैं। चार सितम्बर तक 48 राज्यों में वेस्ट नील वायरस के संक्रमण सामने आए। 70 प्रतिशत से अधिक मामले छह राज्यों से सामने आए हैं। इनमें टेक्सास, साउथ डेकोटा, मिसिसिपी, ओकलाहोमा, लुसियाना और मिशिगन शामिल हैं।

अमेरिका के अलावा सर्बिया में भी वेस्ट नील वायरस से इस वर्ष तीन लोगों की मौत हो गई है। सर्बिया में इस वायरस से पहली मौत अगस्त में हुई थी और सितम्बर के प्रथम सप्ताह में दो और लोगों की मौत हो गई। बेलग्राद इनफेक्टिव क्लिनिक के निदेशक ओल्गा जुलोविक ने कहा है कि वायरस से संक्रमित कम से कम 30 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चिकित्सकों का कहना है कि यह वायरस पक्षियों के माध्यम से यूरोप पहुंचा है, लेकिन अभी तक यूरोप में इसके गिने-चुने मामले ही सामने आए हैं। हालांकि क्रोएशिया और सर्बिया में पशुओं व पक्षियों में वायरस के सक्रमण सामने आए हैं।

जन प्रतिनिधियों को काली पट्टिया की भेंट ,सहयोग देंगे जन प्रतिनिधि


जन प्रतिनिधियों को काली पट्टिया की भेंट ,सहयोग देंगे जन प्रतिनिधि


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल नहीं करने के विरोध में रविवार को मनाये जाने वाले काला दिवस में समस्त जनप्रतिनिधियों से शनिवार को समिति काली पट्टिया भेंट कर सहयोग की मांग की ,शनिवार को समिति के कार्यकर्ताओ के राजस्थानी भाषा के जज्बे को भारी बरसात भी डिगा नहीं पाई तेज़ बारिश के चलते बड़ी तादाद में संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ,मोटियार परिषद् के पाटवी रघुवीर सिंह तामलोर ,राजस्थानी चिंतन परिषद् के अध्यक्ष रमेश गौड़ ,राजस्थानी छात्रा परिषद् के अध्यक्ष अशोक सारला ,मोटियार परिषद् के नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ,हिन्दू सिंह तामलोर ,सिवाना ब्लोक अध्यक्ष कल्याण सिंह दाखा ,भवानी सिंह लखा ,आवड सिंह सोधा ,भोम सिंह बलाई ,दिनेशपाल सिंह लखा ,,विजय सिंह खारा ,ओम प्रकाश जांगिड ,सुरेश जांगिड ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,अवतार सिंह इन्द्रोई ,चोखाराम चौधरी ,तेजाराम हुड्डा ,खान मोहम्मद ,रतन सिंह आगोर ,कैलाश परिहार ,शामाराम सारण ,भूर चाँद जांगिड ,अभिषेक गोस्वामी, खेतदान चारण देरेन्द्र अनखिया ,सहित कई कार्यकर्ताओ के दलो ने सबसे पहले क्षेत्रीय विधायक मेवाराम जैन को काली पट्टी भेंट कर सहयोग माँगा ,विधायक मेवाराम जैन ने समिति के पदाधिकारियों को कहा की मै आपके साथ हूँ पूरा सहयोग करूंगा आज जयपुर जा रहा हूँ मुख्यमंत्रीजी से भी इस बारे में बात करूंगा ,समिति के कार्यकर्ताओ ने बाड़मेर प्रधान मूलाराम को काली पट्टी भेंट की तो उन्होंने काली पट्टी तुरंत बांह पर बाँध सहयोग की घोषणा कर दी ,समिति ने जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर को कार्यालय में जाकर काली पट्टी भेंट की,नगर पालिका उप सभापति चैन सिंह भाटी को भी काली पट्टी भेंट कर सहयोग की मांग की वंही भाजपा जिला अध्यक्ष मेजर पर्वत सिंह ,मरदुरेखा चौधरी ,प्रियंका चौधरी ,स्वरुप सिंह राठोड ,तेजदान चारण ,वीर सिंह भाटी ,लक्षमण वडेरा ,राम सिंह बोथिया ,सहित कई जन प्रतिनिधियों को काली पट्टिया भेंट कर सहयोग माँगा ,समस्त जन प्रतिन्बिधियो ने राजस्थानी भाषा के मुद्दे पर पूर्ण सहयोग की बात कही , समिति के कार्यकर्ताओ ने आज बाड़मेर के लेखको ,और साहित्यकारों से भी भेंट कर सहयोग माँगा ,समिति कार्यकर्ताओ ने चौथे स्तम्भ पत्रकारों को भी कार्यालय जाकर काली पट्टिया भेंट कर मायड़ भाषा के लिए सहयोग की मांग की ,,भारी बरसात के बीच समिति कार्यकर्ताओ ने समस्त जन प्रतिनिधियों के पास पहुँचाने का प्रयास किया ,राजथानी भाषा को आर टेट में शामिल करने के मुद्दे पर बाड़मेर एक नज़र हाथ सहयोग के लिए तत्पर थे ,जिससे कार्यकर्ताओ का हौंसला बुलंद हुआ ,

युद्ध के दौरान रेल लाइन ठी करते हुए शहीद हुए थे रेलकर्मी



युद्ध के  दौरान रेल लाइन ठी करते हुए शहीद हुए थे रेलकर्मी

शहीदों की चिताओं  पर ,हर वर्ष लगेंगे मेले

बाड़मेर। भारतपाक 1965 के  युद्ध में टैंकों की गर्जना,लड़ाकू विमानों की बमबारी के धमाको  और चारों ओर गोलियों की बौछारें,सैनिकों की रेलमपेल का दृश्य रोंगटे खड़े करने वाला था। ऐसे में वीर सपूतों का हौंसला कम होने े बजाय दुगुना हो गया था। क्षतिग्रस्त रेल लाइन की मरम्मत करने की समस्या आई तो कई रेलकर्मी ेसरिया साफा पहनकर आगे आए। इनमें से 17 रेलकर्मी शहीद हुए। इनकी याद में सालाना गडरारोड़ कस्ब्ो में शहीद मेला लगता है।

भारतपाक युद्ध े दौरान पाकिस्तानी सेना ने कच्छ े नगरपार इलो में अपना दावा पेश किया। बदले में भारत ने पाक सेना को खदेड़ने तथा बाड़मेर से पाक कूच करने े लिए सिन्ध से मोर्चा खोलने े आदेश दिए। विकट परिस्थितियों में सैनिकों ने बहादूरी का परिचय देते हुए गडरासिटी में प्रवेश कर 8 सितंबर 1965 को तिरंगा फहरा दिया। भारतीय सेना की इस कार्रवाई से हतप्रत पाक ने भविष्य े संदर्भ में आंलन कर गडरारोड़ कस्ब्ो की रेल लाईन को बम वर्षा से क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे परिणामस्वरूप अग्रिम मोर्चो पर डटी भारतीय सेना े लिए आवश्यक वस्तुओं और सामग्री का संकट खड़ा हो गया। इसे बावजूद शौर्य,साहस,संयम और अनुशासन पर टिकी भारतीय सेना का मनोबल कायम रहा। भारत े अनेक सपूत विकट परिस्थिति में भी अग्रिम मोर्चो पर शत्रुओं से भिड़ते रहे। हमारे शुरवीरों का मनोबल बनाए रखने और युद्ध जीतने े लिए गडरारोड़ की रेलवे लाईन अर्थान जीवन रेखा को दुरुस्त करने की आवश्यकता को पहली प्राथमिकता दी गई। सैनिकों को आवश्यक वस्तुएं एवं युद्ध सामग्री पहुंचाने की रेल ले जाने े लिए रेलवे े साहसी कर्मचारी आगे आए। किसी कवि े शब्दों में......

जननी ऐसो जन्म दे का दाता या शूर।

नहीं तो रहीजे बांजणी मत गवाईजे नूर॥

राजस्थान की इस मरुभूमि में ऐसे वीरों की कोई कमी नहीं थी। देश पर मरमिटने का ऐसा सुनहरा अवसर पाकर रेलवे कर्मचारी तत्काल रेलवे लाईन को दुरुस्त करने े लिए ेसरिया साफा बांधकर एवं देश भिक्त े गीत गाते हुए गडरा रोड़ पहुंचे। हवाई हमलों एवं गोलाबारी े सिहरन भरे माहौल में अपने काम पर जुट गए। यह वह क्षण था जब हर कर्मचारी अपने आप को गौरवांवित महसूस कर रहा था। पाक को अपने घुसपैठियों की मदद से रेलवे लाईन ठीक करने की सूचना मिल चूकी थी। भारत े लिए जीवन रेखा पाकिस्तान े लिए मृत्यु रेखा साबित होगी। यह सोचकर पाकिस्तान ने इस मरम्मत कार्य को निशाना बनवाने का आदेश दिया। उधर हवाई हमलों से बेखबर रेलवेकर्मियों ने भारत माता े उद्घोष े साथ काफी तेजी से कार्य करते हुए रेलवे लाईन को ठीक कर दिया। जब ये रेलवे कर्मचारी काम खत्म करे वापिस रवाना हो रहे थे, इस दौरान पाक े विमानों ने बमबारी करना शुरू कर दी। इस अप्रत्याशित हमले में रेलवे े 14 बहादूर कर्मचारी मातृभूमि की वेदी पर बलिदान हो गए। शहीद होने वालों में मुल्तानाराम खलासी,भंवरिया कांटेवाला, करना ट्रालीमेन, नंदराम गेंगमेन, हेमाराम खलासी, माला गैंगमेन, मघा गेंगमेन, हुकमा गेंगमेन, रावता गैंगमेन, चीमा, खीमराज गैंगमेन, लाला गैंगमेन, जेहा गैंगमेन तथा देवीसिंह खलासी शामिल थे। इस दौरान सैनिकों को खाद्य सामग्री एवं युद्ध सामग्री पहुंचाने े लिए रेल ले जाना अति आवश्यक था। ऐसे माहौल में वीर सपूत चालक चुन्नीलाल, फायरमैन चिमनसिंह तथा माधोसिंह ने देश सेवा का बीड़ा उठाया। ये सीमा पर रेल े जरिए सामग्री पहुंचाने े लिए स्वेच्छा से आगे आए। जब ये गडरारोड़ पहुंचने े बाद वापिस बाड़मेर े लिए रवाना हुए तो दुश्मन ने चालबाजी से संचार व्यवस्था कट कर दी। पाकिस्तानी घुसपैठिए े गलत सिगनल देने से बाड़मेर की तरफ से आने वाली मालगाड़ी गडरारोड़ से आने वाले इंजन से टकरा गई। इससे सवार रेल तीन रेल कर्मचारी देश की खातिर शहीद हो गए। रेलवे लाईन साफ हो जाने े बाद सेना े आयुध एवं आवश्यक सामग्री गडरारोड़ स्टेशन पर पहुंची तो शहीद रेलवे कर्मचारियों की निष्ठा और बलिदान को याद कर सैन्य अधिकारियों े गले रूंध गए। भारत माता की जय एवं अमर शहीदों की जय जयकार से गडरारोड़ स्टेशन गूंज उठा। गैर सैनिकों की कुर्बानी की खबर जब मोर्चे पर डटे सैनिकों को मिली तो वे दुगुने जोश से दुश्मनों पर टूट पड़े। इसमें से शहीद माधोसिंह की शादी हुए महज 15 दिन ही हुए थे। विभाग को आवश्यकता होने पर वे अपनी छुट्टियां निरस्त कर डयूटी पर आए थे। रेलवे विभाग ने इन शहीदों की याद में सालाना 9 सितंबर को शहीद दिवस मनाने का निर्णय लिया। इसे अलावा गडरारोड़ से बाड़मेर की ओर करीब आधाआधा किमी की दूरी पर अविस्थत शहीद घटनास्थलों पर रेलवे लाइन े पास स्मारक बनाने का भी निर्णय लिया गया। तब से प्रतिवर्ष इस शहादत स्थल पर हजारों लोग एकत्रित होकर शहीदों को याद करते है। गडरारोड़ रेलवे स्टेशन भवन की दीवार पर संगमरमर े एक शिलाखंड पर भी इन 17 अमरशहीदों का सामूहिक नामपट्ट स्थापित है। इसे सम्मुख प्रति वर्ष श्रद्घाजंलि अर्पित की जाती है।

पाली एसपी अमेरिका में सीखेंगी आतंकवाद से लडऩे के गुर


पाली एसपी अमेरिका में सीखेंगी आतंकवाद से लडऩे के गुर


पाली आईपीएस अधिकारी एवं पाली एसपी केबी वंदना आतंकवाद निरोधक गतिविधियों की इंटरनेशनल ट्रेनिंग के लिए शुक्रवार को अमेरिका रवाना हुईं। वे वहां एक माह तक प्रशिक्षण लेंगी। अमेरिका सरकार की ओर से नॉर्थ केरोलिना स्टेट में मोयोक सिटी में आयोजित एंटी टेरेरिज्म ट्रेनिंग में हिस्सा लेने के लिए एसपी दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। वहां से वे पांच आईपीएस अधिकारियों के ग्रुप के साथ अमेरिका गई हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान से वह अकेली आईपीएस हैं, जो इस ट्रेनिंग में हिस्सा ले रही हैं। अमेरिका में एक माह की एंटी टेरेरिज्म ट्रेनिंग में आईपीएस अफसरों को आतंकवाद से निपटने, इंटेलीजेंसी नेटवर्क मजबूत करने, टेरेरिस्ट की ट्रेप कार्रवाई से लेकर बम डिफ्यूज करने के तौर तरीकों की बारीकी से जानकारी दी जाएगी।

एक माह की इस ट्रेनिंग में अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई के तौर तरीकों से भी उन्हें अवगत कराया जाएगा। इस दौरान अफसरों को अमेरिकी सैन्य शिविर के बंकरों में फील्ड ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

प्रदेश से एकमात्र आईपीएस का चयन

शरीर गला पर हौसले बुलंद मप्र में जल सत्याग्रह जारी, आज भोपाल में प्रदर्शन


खंडवा/हरदा. मध्यप्रदेश में ओंकारेश्वर व इंदिरा सागर बांध के डूब प्रभावितों का जल सत्याग्रह जारी है। खंडवा में लगातार 14वें दिन और हरदा में 10वें दिन प्रदर्शन किया गया। शनिवार को उनके समर्थक भोपाल में प्रदर्शन करेंगे। खंडवा के घोघलगांव में ओंकारेश्वर बांध के १,००० से अधिक डूब प्रभावित लोग धरने पर बैठे हैं। करीब 51 लोग पानी में धरना दे रहे हैं। हरदा जिले के कई गांव इंदिरा सागर बांध के पानी में डूब गए हैं। खरदना गांव में लोग इसके विरोध में 10 दिनों से सत्याग्रह कर रहे हैं। खंडवा-बुरहानपुर सांसद अरुण यादव ने कहा कि केंद्रीय अधिकारियों का दल सोमवार को घोघलगांव जाकर स्थिति का जायजा लेगा।

ऑनर किलिंग : यूपी-राजस्‍थान सीमा पर मार डाले गए प्रेमी-प्रेमिका

आगरा.राजस्‍थान की सीमा से सटे आगरा के शमशाबाद इलाके में कथित ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। एक दिन पहले प्रेमिका का शव खेत में मिला और शुक्रवार को प्रेमी की लाश पेड़ से लटकी मिली। युवक के परिवारवालों ने युवती के पिता और रिश्‍तेदारों पर ऑनर किलिंग का आरोप लगाया है। इस इलाके में पिछले चार साल में दिल दहलाने वाली ऐसी चौथी घटना हुई है। 
दोनों प्रेमी-प्रेमिका धौलपुर (राजस्‍थान) के गढ़ी जौनाबाद के रहने वाले हैं। भूपेंद्र और शिवना उर्फ शिवनारायण में काफी दिनों से प्रेम था। दोनों पांच सितम्‍बर को गायब हो गए थे। अगली रात छह सितम्‍बर को प्रेमिका भूपेंद्र का शव यूपी सीमा से सटे राजाखंड़ा में खेत में मिला। प्रेमिका के पिता रूपा सिंह ने धौलपुर में प्रेमी शिवना के खिलाफ हत्‍या के आरोप की एफआईआर दर्ज करवाई। उसी समय भाई सुनहरी ने धौलपुर के एसपी को फैक्‍स कर शिवना की जान बचाने की गुहार लगाई थी। उन्‍हें आशंका थी कि भाई को मार डाला जाएगा। शिवना पहले से शादीशुदा था।

अब शुक्रवार को शिवना का शव शमशाबाद (आगरा) के राजाखेड़ा मार्ग पर नीम के पेड़ के नीचे मिला। उसके गमछे का हिस्‍सा पेड़ में बंधा था। शुरू में पुलिस ने इसे आत्‍महत्‍या मान रही थी। कुछ देर बाद मोबाइल फोन से पुलिस ने शिनाख्‍त की। उसके भाई सुनहरी ने युवती भूपेंद्री के परिवारवालों पर हत्‍या इल्‍जाम लगाया है।

शिवना के भाई सुनहरी ने आगरा पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि दोनों के प्रेम सम्‍बंध की जानकारी हुई तो लड़की वाले गुस्‍से से भड़क गए थे। उन्‍होंने शिवना को अपने कब्‍जे में कर लिया था। पहले भूपेंद्र और फिर शिवना को मार डाला गया इधर, शमशाबाद थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि जांच के बाद ही वे ऑनर किलिंग के बारे में कह पाएंगे। तहरीर पर देर शाम मुकदमा दर्ज कर लिया गया। प्रेमिका के पिता रूपा सिंह ने आरोप से इनकार किया है।

यूपी और राजस्‍थान सीमा के पास ऑनर किलिंग के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। चार महीने पहले इसी इलाके के निहोड़ा में प्रेमी-प्रेमिका को मारकर पेड़ से लटका दिया गया था। वर्ष 2009 में महरूमपुर में प्रेमी-प्रमिका को कुलहाड़ी से काटकर मार डाला गया था।

जल्द हो सकती है सरबजीत की रिहाई!

sarabjit will release soon 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान पहुंचे विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात कर पाक जेल में बंद सरबजीत की रिहाई पर उदारता से विचार करने की अपील की है। भारतीय विदेश मंत्री के अनुरोध पर पाक राष्ट्रपति ने अपने अधिकारियों को मामले की जाच कर विचारार्थ पेश करने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि सरबजीत की रिहाई अब जल्द हो सकती है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी ऐसा कुछ नहीं कहा गया है।

भारतीय सूत्रों के अनुसार शुक्रवार शाम जरदारी से मिलने पहुंचे कृष्णा ने सरबजीत का मुद्दा उठाया और उसकी जल्द रिहाई की अपील दोहराई। मामले पर जरदारी ने अपने मातहत अधिकारियों को निर्देश दिया कि मामले की जाच कर विचारार्थ पेश करें। इस बीच, पाकिस्तान ने कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत से भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को मिलने की इजाजत दे दी। उल्लेखनीय है कि सरबजीत ने बीते दिनों पत्र लिखकर बुरे सलूक की शिकायत की थी।

इस बारे में पूछे जाने पर मलिक ने कहा कि सरबजीत का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। हालाकि सरबजीत की रिहाई के बारे में पूछे जाने पर उनका कहना था कि इसका फैसला अदालतों को करना है। उन्होंने इस बात की उम्मीद जरूर जताई कि कानूनी तौर पर इसका कोई तरीका निकल जाना चाहिए।

नए वीजा समझौते पर दस्तखत आज

Pak to ink liberalised visa agreement today 

इस्लामाबाद [विशेष संवाददाता]। भारत और पाकिस्तान के बीच बीते चार महीने से लंबित रियायती वीजा व्यवस्था के समझौते पर शनिवार को दस्तखत होंगे। साथ ही, दोनों मुल्कों के बीच सीमा पर भरोसा बढ़ाने वाले उपायों के तौर पर सरहद के दोनों ओर आवाजाही बढ़ाने, व्यापार की अड़चनें दूर करने व संचार सुगम बनाने के समझौतों पर भी दस्तखत होने हैं। तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को पाकिस्तान पहुंचे भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने उम्मीद जताई कि दोनों देश दोस्ती व सहयोग का मुकाम हासिल कर पाएंगे।

पाकिस्तान के चकलाला वायुसेना स्टेशन पर विशेष विमान से पहुंचने के बाद मीडिया से रूबरू कृष्णा ने कहा कि हम ऐसे भविष्य की तलाश में हैं, जहा दोनों देश आतंक व हिंसा मुक्त माहौल में साथ रह सकें। दोनों मुल्कों के बीच संबंध सुधार की जरूरत पर जोर देते हुए पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के प्रभारी व आतरिक मामलों पर सरकार के सलाहकार रहमान मलिक ने कहा कि नए वीजा समझौते में 65 से अधिक उम्र के लोगों को खास सहूलियत मिल सकेंगी। महत्वपूर्ण है कि मई 2012 में भारतीय खेमा इस समझौते पर दस्तखत की तैयारी करके पहुंचा था लेकिन ऐन मौके पर पाकिस्तान ने इससे हाथ खींच लिए।

मंत्रियों की बातचीत से पहले विदेश सचिव रंजन मथाई और उनके पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के बीच दो घटे की मुलाकात में भारत ने आतंकवाद और मुंबई हमले की धीमी पड़ताल का मुद्दा उठाया। भारतीय खेमे का कहना है कि आतंकवाद उसके लिए मुख्य मुद्दा है, लिहाजा उस पर कोई समझौता संभव ही नहीं है। विदेश मंत्री स्तर वार्ता की मेज पर भी भारत इस विषय को उठाएगा। इस बारे में मीडिया के सवालों पर रहमान मलिक का कहना था कि मामला अदालत में है। इस कड़ी में अब हम दूसरी बार न्यायिक आयोग भारत भेजने के लिए तारीख का इंतजार कर रहे हैं। पाकिस्तान पहुंचने के बाद कृष्णा ने प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ के अलावा पीपीपी गठबंधन सरकार में शामिल मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम), आवामी नेशनल पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू) के नेताओं से भी मुलाकात की।

नानी बनी पोती की "मां"

नानी बनी पोती की "मां"
शिकागो। चौंक गए क्या! चौंकना लाजिमी भी है, क्योंकि मामला ही कुछ ऎसा है। शिकागो की रहने वाली 53 वर्षीय नानी किंडी रेयुट्जेल ने बेटी का अंडाशय धारण कर अपनी पोती को जन्म दिया। और इसी नाते वो नानी होते हुए भी जन्म देने वाली मां बन गई। इतनी अधिक उम्र में सरोगेसी के जरिए बच्चे को जन्म देने का यह दुर्लभ मामला है। किंडी की 32 वर्षीय बेटी एमिली जॉर्डन को तीन साल पहले सर्वाइकल कैंसर का पता चला। इसी दौरान एमिली को गर्भ से होने की खुशी मिली।

बच्चे का जन्म मुश्किल था और मां की जान खतरे में थी, इसलिए एमिली और उसके पति माइक ने सर्जरी का फैसला लिया। किंडी ने किताबों के जरिए 40 की उम्र के बाद मां बनने वाली महिलाओं के बारे में जाना और डॉक्टरों से खुद के लिए सलाह ली। शरीर की आंतरिक क्षमता अच्छी होने के चलते डॉक्टर ने उन्हें बच्चा पैदा करने की अनुमति दे दी। फिर क्या था। किंडी ने एमिली का अंडाशय पेट में फर्टाइल कराया और एक स्वस्थ बेबी को जन्म दिया।

पहले भी हुआ ऎसा

2007 में ब्राजील की एक दादी ने जुड़वा बच्चों को इसी तरह जन्म दिया। इसके बाद 50 और 60 की आयु में बच्चों को जन्म देने के भी मामले सामने आए।

बेहद जटिल है ऎसी डिलेवरी

- एक महिला की उत्पादकता 35 वर्ष की आयु के बाद कम हो जाती है।
- ऎसे में बच्चे को जन्म देना और उसका स्वस्थ रह पाना मुश्किल रहता है।
- यदि इससे अधिक उम्र मे मां बनते भी हैं तो बच्चा काफी हद तक असामान्य रहता है।
- डायबिटीज, ब्लड प्रेशर ऎसे बच्चे और उसकी मां के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं।
- शोध बताते हैं कि 40 से अधिक उम्र में मां बनने से या तो बच्चा समय पूर्व पैदा हो जाता है या फिर उसका वजन वेहद कम रहता है।

सीरियल किलर बने आशिक,ली 4 की जान

सीरियल किलर बने आशिक,ली 4 की जान

नई दिल्ली। राजधानी के दिल्ली के स्वरूपनगर में शुक्रवार शाम करीब पांच बजे प्रेम प्रसंग में दो दोस्तों ने फायरिंग कर अपनी कथित प्रेमिकाओं समेत आठ जनों को निशाना बनाया बल्कि खुद पर भी गोली चला ली। फायरिंग की इस घटना में चार व्यक्तियों की मौत हो गई तथा इतने ही अन्य घायल हो गए। घायलों को निकटवर्ती अस्पताल में भेजा गया है जबकि शवों को पोस्टमार्टम के लिए मुर्दाघर में रखा गया है। पुलिस मामले को प्रॉपर्टी विवाद और प्रेम प्रसंग से से जोड़कर जांच कर रही है।

भाई,बीबी बच्चे बने निशाना

पुलिस के फायरिंग की यह घटना गली नम्बर 3 में मकान संख्या 353 के निकट दोपहर बाद चार बजकर 40 मिनट पर हुई। दो दोस्त मनीष (25) और राजबीर (32) मोटरसाइकिल से आए और दोनों ने राजबीर के भाई कृष्ण को निशाना बनाया। उसके बाद दोनों ने ज्योति (24) और उषा यादव की हत्या कर दी। ज्योति मनीष की दोस्त थी,जबकि उषा यादव राजबीर की मित्र है। वहां से राजबीर घर गया और वहां उसने बीबी पूजा और दो बेटियों खुशी और राशि पर गोलियां चलाईं। खुशी मर गई जबकि पूजा और राशि जीवन और मौत से जूझ रही है। इसके बाद मनीष और राजबीर ने खुद पर भी गोली चला ली। दोनों में से एक की जान चली गई।

खानपुर में आशिक ने तीन को चाकू मारे

इसी तरह दिल्ली के खानपुर में भी एक सिरफिरे आशिक नीरज नागर ने अपनी प्रेमिका को दूसरे लड़के के साथ देख लिया। बाद में लड़की के घर जाकर झगड़ने लगा। बीच बचाव में लड़की की मां-बहन आई तो नीरज ने उन पर हमला बोल दिया। शोर सुनकर मौके पर पहुचे एकबुजुर्ग ने समझाने की कोशिश की तो उसे चाकू मार दिया। नीरज लड़की से एकतरफ प्यार करता था। चाकू के हमले में घायल बुजुर्ग की मौत हो गई।

बताया जाता है कि नीरज लड़की का काफी समय से पीछा कर रहा था। उसने लड़की को कई बार प्रपोज भी किया। लड़की के इनकार के बावजूद नीरज बदस्तूर रोज उसका पीछा करता। शनिवार को लड़की एक लड़के के साथ ट्यूशन जा रही थी। यह देख नीरज भड़क गया और लड़की के घर जा पहुंचा। घर पर उसने चाकू की घटना को अंजाम दिया।

ट्रक ने महिला कांस्टेबल को कुचला

ट्रक ने महिला कांस्टेबल को कुचला
जैसलमेर। शहर की गांधी कॉलोनी में शुक्रवार सुबह ट्रक की चपेट में आने से महिला कांस्टेबल घायल हो गई। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जोधपुर रैफर किया गया।

पुलिस के अनुसार जैसलमेर की गांधी कॉलोनी में महिला कांस्टेबल देवी शुक्रवार को सामने से रहे ट्रक की चपेट में आ गई। हादसे में वह बुरी तरह से घायल हो गई। इस दौरान मौके पर काफी भीड़ जमा हो गई। उसे घायलावस्था में तुरंत जवाहर अस्पताल लाया गया।

उसका पैर बुरी तरह से जख्मी होने के कारण चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रैफर किया। पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है और खलासी को भी हिरासत में लिया है। पुलिस मौके से फरार ट्रक चालक की तलाश में जुटी हुई है।

न वरीयता घोषित न पंचायत समिति आवंटित

न वरीयता घोषित न पंचायत समिति आवंटित

बाड़मेर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा द्वितीय लेवल के चयनित अभ्यर्थियों की वरीयता सूची शुक्रवार को भी जारी नहीं हो सकी। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा अपनी ओर से रिक्त पदों की ब्लॉकवार सूचना दे दी गई है, लेकिन पंचायत समिति आवंटन का कार्य भी नहीं हुआ। स्थापना समिति की बैठक आयोजित कर विचार विमर्श किया गया। देर रात तक अभ्यर्थी बारिश में भी सूची जारी होने को लेकर इंतजार करते रहे। दिन में भी जिला परिषद ने सख्ती करते हुए अधिकांश अभ्यर्थियों को परिषद में प्रवेश करने से रोका। इधर बाहरी अभ्यर्थियों को नजदीकी विद्यालयों में नियुक्ति देने का विरोध प्रारंभ कर दिया है।

जिला परिषद की स्थापना समिति की बैठक में शुक्रवार को चयनित अभ्यर्थियों की अंतिम वरीयता सूची जारी करने और पंचायत समिति आवंटित करने का कार्य होना था। बैठक तो हुई लेकिन वरीयता देर रात तक जारी नहीं की गई। न ही पंचायत समितियों का आवंटन हुआ है। दिनभर जिला प्रमुख, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित अन्य लोग इसमें लगे रहे।

सिफारिशों से मुश्किल
सूत्रों की मानें तो बाहरी जिले से जितने अभ्यर्थी आए है उतनी ही सिफारिशें पहंुच रही है। इनको सुविधाजनक व नजदीकी स्थानों पर नियुक्ति देने के लिए दबाव बन रहा है। इधर स्थानीय अभ्यर्थी भी अपने जिले में चयनित होने के बाद नजदीक व सुविधाजनक जगह के लिए दबाव बनाए हुए है। शहरी क्षेत्रों व सड़क के नजदीक के खाली स्थानों की जानकारी प्राप्त हो जाने के बाद अब विद्यालय के नाम के साथ मंत्री, विधायक, अधिकारी और कई लोग सिफारिशों में लगे है। ऎसे में कार्य करने में मुश्किलें सामने आ रही है।

2508 पद रिक्त
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा की ओर से दी गई सूची में जिले में 2508 रिक्त पद दिए गए है,जबकि 2169 को ही नियुक्ति देनी है। बालोतरा में 255, बाड़मेर में 389, शिव में 327, सिणधरी में 376, बायतु में 273, चौहटन में 360, धोरीमन्ना में 324 एवं सिवाना में 204 पद रिक्त है।

बाहरी लोगों का विरोध
इधर, जिले से चयनित हुए अभ्यर्थियों ने बाहरी लोगों को नजदीक के विद्यालयों में नियुक्ति का विरोध प्रारंभ कर दिया है। विधायकों, जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्होंने विरोध दर्ज करवाया। इसके अलावा जिला प्रमुख के समक्ष भी उन्होंने मूल निवास के अनुसार पंचायत समिति आवंटित करने और स्थानीय लोगों को वरीयता देने की मांग की है।

बारिश में रहा इंतजार
वरीयता की जानकारी को लेकर जिला परिषद के बाहर इंतजार रहा। यहां बारिश में भी दर्जनों अभ्यर्थी और परिजन सूची के इंतजार में खड़े थे। सूची जारी नहीं होेन की जानकारी देने के बावूजद वे हटने को तैयार नहीं थे।