न वरीयता घोषित न पंचायत समिति आवंटित
बाड़मेर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा द्वितीय लेवल के चयनित अभ्यर्थियों की वरीयता सूची शुक्रवार को भी जारी नहीं हो सकी। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा अपनी ओर से रिक्त पदों की ब्लॉकवार सूचना दे दी गई है, लेकिन पंचायत समिति आवंटन का कार्य भी नहीं हुआ। स्थापना समिति की बैठक आयोजित कर विचार विमर्श किया गया। देर रात तक अभ्यर्थी बारिश में भी सूची जारी होने को लेकर इंतजार करते रहे। दिन में भी जिला परिषद ने सख्ती करते हुए अधिकांश अभ्यर्थियों को परिषद में प्रवेश करने से रोका। इधर बाहरी अभ्यर्थियों को नजदीकी विद्यालयों में नियुक्ति देने का विरोध प्रारंभ कर दिया है।
जिला परिषद की स्थापना समिति की बैठक में शुक्रवार को चयनित अभ्यर्थियों की अंतिम वरीयता सूची जारी करने और पंचायत समिति आवंटित करने का कार्य होना था। बैठक तो हुई लेकिन वरीयता देर रात तक जारी नहीं की गई। न ही पंचायत समितियों का आवंटन हुआ है। दिनभर जिला प्रमुख, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित अन्य लोग इसमें लगे रहे।
सिफारिशों से मुश्किल
सूत्रों की मानें तो बाहरी जिले से जितने अभ्यर्थी आए है उतनी ही सिफारिशें पहंुच रही है। इनको सुविधाजनक व नजदीकी स्थानों पर नियुक्ति देने के लिए दबाव बन रहा है। इधर स्थानीय अभ्यर्थी भी अपने जिले में चयनित होने के बाद नजदीक व सुविधाजनक जगह के लिए दबाव बनाए हुए है। शहरी क्षेत्रों व सड़क के नजदीक के खाली स्थानों की जानकारी प्राप्त हो जाने के बाद अब विद्यालय के नाम के साथ मंत्री, विधायक, अधिकारी और कई लोग सिफारिशों में लगे है। ऎसे में कार्य करने में मुश्किलें सामने आ रही है।
2508 पद रिक्त
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा की ओर से दी गई सूची में जिले में 2508 रिक्त पद दिए गए है,जबकि 2169 को ही नियुक्ति देनी है। बालोतरा में 255, बाड़मेर में 389, शिव में 327, सिणधरी में 376, बायतु में 273, चौहटन में 360, धोरीमन्ना में 324 एवं सिवाना में 204 पद रिक्त है।
बाहरी लोगों का विरोध
इधर, जिले से चयनित हुए अभ्यर्थियों ने बाहरी लोगों को नजदीक के विद्यालयों में नियुक्ति का विरोध प्रारंभ कर दिया है। विधायकों, जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्होंने विरोध दर्ज करवाया। इसके अलावा जिला प्रमुख के समक्ष भी उन्होंने मूल निवास के अनुसार पंचायत समिति आवंटित करने और स्थानीय लोगों को वरीयता देने की मांग की है।
बारिश में रहा इंतजार
वरीयता की जानकारी को लेकर जिला परिषद के बाहर इंतजार रहा। यहां बारिश में भी दर्जनों अभ्यर्थी और परिजन सूची के इंतजार में खड़े थे। सूची जारी नहीं होेन की जानकारी देने के बावूजद वे हटने को तैयार नहीं थे।
बाड़मेर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा द्वितीय लेवल के चयनित अभ्यर्थियों की वरीयता सूची शुक्रवार को भी जारी नहीं हो सकी। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा अपनी ओर से रिक्त पदों की ब्लॉकवार सूचना दे दी गई है, लेकिन पंचायत समिति आवंटन का कार्य भी नहीं हुआ। स्थापना समिति की बैठक आयोजित कर विचार विमर्श किया गया। देर रात तक अभ्यर्थी बारिश में भी सूची जारी होने को लेकर इंतजार करते रहे। दिन में भी जिला परिषद ने सख्ती करते हुए अधिकांश अभ्यर्थियों को परिषद में प्रवेश करने से रोका। इधर बाहरी अभ्यर्थियों को नजदीकी विद्यालयों में नियुक्ति देने का विरोध प्रारंभ कर दिया है।
जिला परिषद की स्थापना समिति की बैठक में शुक्रवार को चयनित अभ्यर्थियों की अंतिम वरीयता सूची जारी करने और पंचायत समिति आवंटित करने का कार्य होना था। बैठक तो हुई लेकिन वरीयता देर रात तक जारी नहीं की गई। न ही पंचायत समितियों का आवंटन हुआ है। दिनभर जिला प्रमुख, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित अन्य लोग इसमें लगे रहे।
सिफारिशों से मुश्किल
सूत्रों की मानें तो बाहरी जिले से जितने अभ्यर्थी आए है उतनी ही सिफारिशें पहंुच रही है। इनको सुविधाजनक व नजदीकी स्थानों पर नियुक्ति देने के लिए दबाव बन रहा है। इधर स्थानीय अभ्यर्थी भी अपने जिले में चयनित होने के बाद नजदीक व सुविधाजनक जगह के लिए दबाव बनाए हुए है। शहरी क्षेत्रों व सड़क के नजदीक के खाली स्थानों की जानकारी प्राप्त हो जाने के बाद अब विद्यालय के नाम के साथ मंत्री, विधायक, अधिकारी और कई लोग सिफारिशों में लगे है। ऎसे में कार्य करने में मुश्किलें सामने आ रही है।
2508 पद रिक्त
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा की ओर से दी गई सूची में जिले में 2508 रिक्त पद दिए गए है,जबकि 2169 को ही नियुक्ति देनी है। बालोतरा में 255, बाड़मेर में 389, शिव में 327, सिणधरी में 376, बायतु में 273, चौहटन में 360, धोरीमन्ना में 324 एवं सिवाना में 204 पद रिक्त है।
बाहरी लोगों का विरोध
इधर, जिले से चयनित हुए अभ्यर्थियों ने बाहरी लोगों को नजदीक के विद्यालयों में नियुक्ति का विरोध प्रारंभ कर दिया है। विधायकों, जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्होंने विरोध दर्ज करवाया। इसके अलावा जिला प्रमुख के समक्ष भी उन्होंने मूल निवास के अनुसार पंचायत समिति आवंटित करने और स्थानीय लोगों को वरीयता देने की मांग की है।
बारिश में रहा इंतजार
वरीयता की जानकारी को लेकर जिला परिषद के बाहर इंतजार रहा। यहां बारिश में भी दर्जनों अभ्यर्थी और परिजन सूची के इंतजार में खड़े थे। सूची जारी नहीं होेन की जानकारी देने के बावूजद वे हटने को तैयार नहीं थे।
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