रविवार, 26 अगस्त 2012

सिद्व श्री खेमा बाबा लिफ्ट केनाल परियोजना करवाने को लेकर मुहिम तेज



मोहनगढ बाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना का नाम 

सिद्व श्री खेमा बाबा लिफ्ट केनाल परियोजना करवाने को लेकर मुहिम तेज


उपखण्ड अधिकारी बायतू को सौपा ज्ञापन


बाड़मेर महाराजा सूरजमल व आम समुदाय किसानों ने उपखण्ड अधिकारी बायतू को महामहिम राश्ट्रपति महोदयजी, प्रधानमंत्री, श्रीमति सोनिया गांधी अध्यक्षा यूपीए,महामहिम राज्यपाल महोदयाजी, मुख्यमंत्री, श्री हेमाराम चौधरी, राजस्व, जल संसाधन मंत्री, श्री हरि चौधरी सांसद,बाड़मेरजैसलमेर, जिला कलेक्टर महोदयाजी, कर्नल सोनाराम चौधरी, विधायक, बायतू, श्री मेवाराम जैन विधायक, बाड़मेर,श्रीमति मदन कौर, जिला प्रमुख, बाड़मेर के नाम का ज्ञापन सौपकर मोहनगबाड़मेर लिफ्ट केनाल का नाम सिद्व श्री खेमा बाबा लिफ्ट केनाल परियोजना जल्दी से जल्दी करवाने का मांग पत्र सौपां।

महाराजा सूरजमल फाउण्डोन के प्रभारी चौधरी देव पाबड़ा ने बताया कि ज्ञापन में लिख कि बाड़मेर जिले की महत्वी पेयजल परियोजना मोहनगबाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना का कार्य सितम्बर 2008 को आरम्भ हुआ । 1 सितम्बर 2008 को तत्कालीन मुख्यमंत्री महोदयाजी, जल संसाधन मंत्री ने कार्य भाुभारंभ किया इस दौरान महाराजा सुरजमल फाउण्डोन ने आम जन की भावना को देखते हुए जल संसाधन मत्री, मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपकर इस परियोजना का नाम सिद्व श्री खेमा बाबा लिफ्ट केनाल परियोजना करने की मांग की जा चुकी है। सिद्ध श्री खेमा बाबा बाड़मेर जैसलमेर जिले के आम जन के आराध्य देव है । हर गांव में आराधना की जाती है। सर्व समाज के लोग बाबा की पुजा करते है।

लिफ्ट केनाल के भाुरूआत मोहनग में भी सिद्ध श्री खेमा बाबा का मंदिर है तथा हर गांव कस्बें में सिद्ध श्री खेमा बाबा का नाम है। आम जन की भावना को देखते हुए महाराजा सूरजमल फाउण्डोन की ओर से लिफ्ट केनाल भाुरू होने पर ही नाम सिद्ध श्री खेमा बाबा करने हेतू मोहनगबाड़मेर लिफ्ट केनाल का नाम सिद्ध श्री खेमा बाबा करने की मांग की जा चुकी है। सिद्ध श्री खेमा बाबा सर्व समाज के लोकप्रिय देवता है तथा सर्व धर्म के लोग सिद्ध श्री खेमा बाबा को सर्प देवता के रूप पुजते है।

महाराजा सूरजमल फाउण्डोन सर्व समाज धर्म की भावना के मध्यनजर इस केनाल परियोजना का नाम आराध्य देव सिद्ध श्री खेमा बाबा लिफ्ट केनाल परियोजना करने की मांग करता है।महाराजा सूरजमल फाउण्डोन व आम जन मांग करता है कि ऐसी महत्वकांक्षी परियोजना का नाम किसी व्यक्ति विोश के नाम न होकर जन आराध्य देव के नाम हो।

ज्ञापन सौपनें में महाराजा सूरजमल फाउण्डोन के प्रभारी चौधरी देव पाबड़ा, बायतू भोपजी संरपंच आसूराम, अति. मुख्य संगठक सेवादल मुलाराम गोदारा(पूर्व पं.स. सदस्य), कुम्भाराम धतरवाल, नेनाराम अध्यक्ष युवा किसान विकास समिति, कपूरड़ी, चौधरी चरणसिह विचार मंच के संभागीय प्रवक्ता पुरखाराम चौधरी, डाउराम चौधरी सचिव बाड़मेर ट्रक आ., सुरो बेनिवाल, हरिराम, चनणाराम चाधरी कपूरड़ी, खेताराम, जगराम, किनाराम, नारायणराम सहित अनेक किसान व जन प्रतिनिधियों शामिल थे।

आरक्षण के नाम पर अन्याय को रोके ...किशोर शर्मा

आरक्षण के नाम पर अन्याय को रोके ...किशोर शर्मा 
बाड़मेर सरकारी नौकरियों में मिलने वाले प्रमोशन में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को आरक्षण देने के मुद्दे पर सरकार संविधान में बदलाव करेगी तो उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा यह बात समता आन्दोलन समिति के जिला अध्यक्ष किशोर शर्मा ने सेवा सदन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही ,उन्होंने बताया की आज आरक्षण के नाम पर अनारक्षित वर्ग के साथ लगातार घोर अन्याय किया जा रहा हें ,अनारक्षित वर्ग के त्याग के कारन ही नौकरी पा चुके आरक्षित वर्ग बिना किसी न्यायपूर्ण अधिकार के तथा प्राकृतिक न्याय सिदांत को तिलांजलि देते हुए पद्दोनती में आरक्षण का लाभ ले रहे हें ,उन्होंने बताया की पद्दोनती में आरक्षण के लाभ की व्यवस्था किसी भी देश में नहीं हें ,शर्मा ने बताया की समता आन्दोलन समिति ने राजस्थान के पांच लाख अनारक्षित वर्ग के अधिकारी कराम्चारियो के हक़ में पद्दोनती के बिंदु पर लम्बी लड़ाई लड़ कर माननीय सर्विच न्यायलय से ऐतिहासिक निर्णय प्राप्त किया था की .सरकार इस निर्णय को राजनीतिक कारणों से लागू नहीं कर रही हें जिससे अनारक्षित वर्ग का हक़ छिना जा रहा हें ,जिसे कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ,उन्होंने कहा की सरकारे जातिगत भेदभाव और द्वेष फेलाने का प्रयास कर रही हें जिसे बर्दास्त नहीं कियास जायेगा उन्होंने बताया की इस व्यवस्था को निजी क्षेत्रो में भी लागू कतरने की त्यारिया सरकार कर रही हें जिससे समाज में द्वेष बढेगा ,उन्होंने बताया की समता समिति तीस अगस्त को सोनिया गांधी को ज्ञापन सौंप कर अपनी मांगे मनवाने का प्रयास करेगी .

गुजरात में समुद्री सीमा की निगरानी के लिए स्टेशन शुरु


 
पोरबंदर . कोस्ट गार्ड के गुजरात मुख्यालय में शनिवार से आधुनिक रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन ने काम करना शुरू कर दिया। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आधुनिक सिस्टम का लोकार्पण किया। यह सुविधा मुंबई पर आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा बलों के आधुनिकीकरण की मुहिम का हिस्सा है। गुजरात के अलावा मुंबई में भी रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन शुरू किया गया है। इनकी मदद से समूची समुद्री सीमा पर पैनी नजर रखी जा सकती है। कोस्ट गार्ड मुख्यालय के अलावा आने वाले समय में दीव, पोरबंदर, हजीरा, मांगरोल, द्वारका, दमण बंदरगाह क्षेत्रों पर रिमोर्ट कंट्रोल सिस्टम लाइट हाउस के साथ जोड़े जाएंगे। इस आधुनिक व्यवस्था में राज्य सरकार, बीएसएनएल, एमटीएनएल, इसरो का सक्रिय सहयोग है।


एवं सेना की तीनों इकाइयों की भागीदारी है। गुजरात की बड़ी समुद्री सीमा है। पेट्रोलियम रिफाइनरी, सुमुद्री सीमा, मत्स्य उद्योग और मछुआरों की सुरक्षा सहित हमारे व्यापक हित और सुरक्षा जरूरतों को यह सिस्टम पूरा करने में मदद करेगा।


मछुआरों का अपहरण चिंताजनक: एंटनी ने पाकिस्तान द्वारा भारतीय मछुआरों के अपहरण की घटनाओं को चिंताजनक बताया। साथ ही कहा कि सिरक्रिक विवाद के बारे में पाकिस्तान से बातचीत चल रही है।


इंद्रदेव की बेरुखी से जूझ रहे गुजरात के कच्छ अंचल से पशुपालकों ने पलायन शुरू कर दिया है। अलग-अलग समूहों में ये लोग अपने पशुधन को लेकर निकल पड़े हैं। कुछ समूह जिले के बावला तहसील क्षेत्र में पहुंचे हैं। पशुओं लेकर आए कच्छ के जसापर निवासी जवाभाई विहाभाई का कहना है कि हमारे क्षेत्र में इस साल बारिश नहीं हुई है। पानी और चारे की कमी हो गई है। इसलिए पशुओं को बचाने के लिए हमें पलायन कर यहां आना पड़ा है। हमें लगभग अगले चार-पांच महीने यूं ही बिताने पड़ेंगे।

दो गर्भाशय के साथ जी रही थी महिला


डीसा (गुजरात) . यहां एक महिला के दो गर्भाशय होने का मामला सामने आया है। इनमें से एक को निकाल दिया गया। यह अल्पविकसित अवस्था में था। इसमें भ्रूण विकसित होने के बाद से लगातार रक्त स्त्राव हो रहा था। शल्यक्रिया दो घंटे चली। राजस्थान के जालोर जिले के सुराणा गांव की सूरज कुंवर को छुट्टी दे दी गई है। दो बच्चों की मां यह महिला अभी तक इस बात से अनजान थी। तीसरी गर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव होने पर 19 अगस्त को उसे इलाज के लिए लाया गया था। परीक्षण के दौरान दो गर्भ होने की बात पता चली। एक गर्भाशय विकसित तथा दूसरा अविकसित स्थिति में था। दो बच्चों का जन्म विकसित गर्भाशय से हुआ। हालांकि इस बार भ्रूण ने अविकसित गर्भ में आकार ले लिया, जिससे रक्तस्राव हो रहा था। डाक्टर को अविकसित गर्भाशय व गर्भस्थ भ्रूण व निकालना पड़ा है।

जैसलमेर दो लपके गिरफ्तार . पर्यटको को .करते थे परेशान

दो लपके गिरफ्तार . पर्यटको   को .करते थे परेशान



जैसलमेर आगामी पर्यटक सिजन को देखते हुए ममता राहुल पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर द्वारा लपको के विरूद्ध कार्यवाही करने एव शहर से बाहर हाईवे नम्बर 15 पर पर्यटको के वाहनो के पिछे लपको द्वारा अपनी मोटर साईकिल भगाकर परेशान करने की वारदातो को रोकने एवं उनके विरूद्ध कार्यवाही के निर्देशो के शनिवार को ओमप्रकाश गोदारा निपु थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड को सूचना मिली कि जैसलमेर शहर से कुछ मोटर साईकिल लपके गुजरात पासिंग पर्यटक वाहनो के पिछे मोटरसाईकिल भगा रहे है। कुल लपके वाहनो को रूकवाकर अपनी होटलो के ब्रोसेस देकर जबरदस्ती होटल में रूकने के लिए परेशान कर रहे है। जिस पर थानाधिकारी गोदारा ने लपको की पहचान हेतु पर्यटक सहायता बल के प्रभारी शैतानसिंह महेचा से बाद दोपहर जरिये मोईबाईल सम्पर्क कर थाना सांगड पहूचने के निर्देश दिये। जिला पर पर्यटक पुलिस के प्रभारी महेचा ने अपने अधीनस्थ जाब्ते में से कानि0 जालमसिंह, देवेन्द्रसिंह एंव भंवरसिंह को थाना सांगड रवाना किया। जिस पर पुलिस थाना सांगड स्टॉफ एवं पर्यटक सहायता बल के स्टॉफ की सांझा कार्यवाही करते हुए दौराने पुलिस थाना सांगड के हल्खा में सरहद लखमानो का फांटा से आलमखॉ पुत्र पोपट खॉ मुसलमान निवासी छत्रेल हाल होटल मरीना पेलैस जैसलमेर एवं सरहद डांगरी फांटा से ईशाक खॉ पुत्र लालेखॉ निवासी सामियो की ढाणी सांकडा हाल बरियाम टूर धिब्बा पाडा जैसलमेर को पर्यटको के वाहनो का पिछा कर पर्यटको को परेशान करते हुए पाये जाने पर दोनो को पर्यटक अधिनियम के तहत गिरफतार किया जाकर पुलिस थाना सांगड में मुकदमा दर्ज कर दोनो प्रकारणो का अनुसंधान गिरधरसिंह सउनि प्रभारी पुलिस चौकी देवीकोट को सूपूर्द किया गया तथा उनके कब्जा से दो मोटर साईकिल ओर सम्बंधी होटलो के ब्रोसेस बरामद किया गये। --

बाड़मेर मुस्लिम समाज सोनिया गांधी के दौरे का करेंगे बहिष्कार

सांजटा प्रकरण में मुस्लिम समाज का महापड़ाव 29 को


सांजटा में 33 मुस्लिम परिवार के घरों पर बुलडोजर चलाने के विरोध में।


मुस्लिम समाज सोनिया गांधी के दौरे का करेंगे बहिष्कार



बाड़मेर सांजटा में द्वेश भावना से 33 मुस्लिम परिवारों को बेघर व 503 दिन से जिला मुख्यालय पर चल रहा धरने के बावजूद जिला प्रषासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा न्याय नहीं दिलाने पर जिले के मुंिस्लम समाज के मौजिज लोगों ने बैठक कर निर्णय लिया। 29 अगस्त को जिला मुख्यालय पर जिले के मुस्लिम समाज की तरफ से महापड़ाव देगंे व 30 अगस्त को काग्रेंस के राश्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाॅधी के बाड़मेर प्रवास के दौरान कार्यक्रम का बहिश्कार किया जाएगा।
इस सभा को सबोंधित करते हुए रानीगाॅव के पूर्व सरपंच चने खाॅ ने कहा 33 मुस्लिम परिवारों के घरों पर बुलडोजर चला कर उनको बेघर करने व इस कार्यवाही के खिलाफ 503 दिन के धरने के बावजूद कोई न्याय नहीं होना इस लोकतंत्रात्मक व्यवस्था के प्रति आस्था को कमजोर कर रहा है। लोकतंत्र जनता का जनता के लिए जनता के द्वारा होता है लेकिन आज के दौर में यह राजषाही व्यवस्था के समान हो गई है जो लोकतंत्र के लिए गलत है।
मुस्लिम समाज के पूर्व सदर अषरफ अली ने कहा जिस तरह मुस्लिम परिवारों के साथ अन्याय हुआ है इसे बर्दाष्त नहीं किया जाएगा। उन्होनें आवहान् किया कि भारी तादाद में न्याय के लिए इस महापड़ाव में भाग लें।
पूर्वसरपंच दुदाबेरी रहमान खाॅ ने कहा कि 1977 में जारी हुए पट्टे होने के बावजूद इनके आषियाने पर बुलडोजर चला दिया गया। यह कतई बर्दाष्त नहीं किया जाएगा। गुलाम मोहम्मद भैया ने कहा राजनैतिक दबाव के कारण प्रषासन आज दिन तक न्याय नहीं कर पाया। बैठक में पूर्वसरपंच जबलखाॅ नोहड़ी, सरपंच उम्मेद अली राजड़, पूर्वसरपंच आरबखाॅ रामदिया, पूर्वसरपंच खमीषा खाॅ, हाजी अब्बास, हकीम खाॅ मंगलिया, युसुफखाॅ जोरानाडा, हाजी दायम खाॅ सौपरू, पंचायत समीति सदस्य सुमारखाॅ, हाजी दौस्त अली लाखेटाली, कवरसी खाॅ धोलका, इलियास खाॅ बोथिया, हाजी कण्डेखाॅ बादंरा, गुलमोहम्मद भाड़खा, इसाक फकीर धनोड़ा, बच्चुखाॅ कुम्भार , षकुर खाॅ, दोदे खाॅ गुडि़सर, रहमान खाॅ जायडु, जानुखाॅ बेषाला, हाजी गनीखाॅ तेली, मास्टर सिद्दिक, दिलबरखाॅ राजड़, जुडि़या खाॅ सोपरू, रहमान खाॅ सोपरू, हयात खाॅ बलाउ, मेहरदीन सरपंच स्वामी का गाॅव, रहीम खाॅ सरपंच झाबली, जुमे खाॅ मालपूरा सहित मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे।

महिलाओं पर फेंका खौलता तेल


महिलाओं पर फेंका खौलता तेल

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के रीवा जिले के गंगेव गांव में नशा मुक्ति आन्दोलन चला रही महिलाओं पर शराब माफिया ने जमकर जुल्म ढहाया। महिलाओं पर खौलता तेल फेंककर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए एक तथ्यान्वेषी दल गंगेव भेजने का फैसला किया है।

आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने बताया कि आयोग का एक केंद्रीय दल जल्द ही गंगेव जाकर पीडिताओं से मुलाकात करेगा तथा जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आयोग को मिली शिकायत के अनुसार 18 अगस्त को गंगेव गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम में एकत्रित आन्दोलनकारियों पर शराब माफिया ने लाठी,रॉड और धारदार हथियार से हमला किया। महिलाओं को घसीट-घसीट कर उनसे मारपीट की। जाते-जाते महिलाओं पर खौलता तेल फेंक दिया।

शराब माफिया के इस तांडव में दो महिलाएं गंभीर रूप से झुलस गई। घटना के करीब एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी अब तक सिर्फ तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है जबकि मुख्य अभियुक्त समेत नामजद 28 फरार हैं। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि एक स्थानीय दंबग विधायक और मेडिकल ऑफिसर के दबाव के कारण पुलिस और प्रशासन कार्रवाई में हीलाहवाली कर रहा है।

दरअसल भगवती मानव कल्याण संगठन की ओर से पिछले कुछ माह से राज्य के कई जिलों में नशामुक्ति आन्दोलन के तहत अवैध शराब का जखीरा पकड़ावाया जा रहा है,नशाखोरी से परेशान महिलाएं इस अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। घटना से एक दिन पहले शराफ माफिया ने लोगों से अभियान बंद करने या खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहने की धमकी दी थी। संगठन के महासचिव अजय योगभारती ने घायलों का रीवा के एसजीएमएस अस्पताल में इलाज करवाने तथा अपराधियों के खिलाफ कडी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

बीकानेर में सैनिक ने बीवी,बच्चों को चाकू मारा

बीकानेर में सैनिक ने बीवी,बच्चों को चाकू मारा

बीकानेर। बीकानेर में एक सैनिक ने अपनी पत्नी और दो बच्चों पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में तीनों बुरी तरह से जख्मी हो गए। तीनों को पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपी सैनिक को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि सैनिक अपनी बीवी पर शक करता था। इसको लेकर दोनों में अक्सर
झगड़ा होता रहता था। रोज रोज की कहासुनी से तंग आकर शायद सैनिक ने पत्नी और बच्चों पर हमला किया।

यहां लगती हैं कुंवारी लड़कियों की बोलियां!

भोपाल।क्या कोई अपनी बेटी को देह बेचने के लिए प्रेरित करेगा? निःसंदेह नहीं, लेकिन मध्यप्रदेश के पचासों गांवों में ऐसा गंदा काम हो रहा है। देह बेचकर घर-बार चलाना उनकी मजबूरी है, जो परंपरा बनकर वर्षों से चली आ रही है।
तस्वीरों में देखिए, यहां लगती हैं कुंवारी लड़कियों की बोलियां! 
कई गांवों में सिर्फ बेटियों से ही देह व्यापार कराया जाता है, बहूओं को इससे दूर रखते हैं। बेड़िया जाति का परंपरागत नृत्य राई भी इसी कारण से बदनाम हुआ है। इसकी आड़ में देह व्यापार किया जाता है। बेड़िया जाति की इसी राई नृत्य और देह व्यापार परंपरा पर जीटी चैनल पर इन दिनों एक सीरियल फिर सुबह होगी प्रसारित हो रहा है।
मध्यप्रदेश के रायसेन, विदिशा, राजगढ़ जिले में ऐसे दर्जनों गांव हैं, जहां खुलेआम देह-मंडी सजती है। यहां रहने वालीं नट, बेड़िया, बछड़ा, कंजर और सांसी जाति के तमाम महिलाएं अपने परिवार का पेट भरने वेश्यावृत्ति करती हैं।

यह उनकी मजबूरी भी है और अशिक्षा और जागरुकता के अभाव में वर्षों से चली आ रही एक गंदी परपंरा भी। हैरानी की बात यह है कि यहां के मर्द स्वयं अपने घर की महिलाओं को देह व्यापार में उतारते हैं। इसका उन्हें कोई पछतावा भी नहीं होता।
राजधानी से सटे रायसेन जिले के तमाम गांवों में भी देह व्यापार रोजी-रोटी का मुख्य जरिया है। यहां के गांव सूखा और पठारी में बेड़िया जाति की नाबालिग लड़कियां ऊंची रेट पर बेची जाती हैं।

दो फोन, जिन पर लगी हैं दुनिया की निगाहें

दो फोन, जिन पर लगी हैं दुनिया की निगाहेंदो फोन, जिन पर लगी हैं दुनिया की निगाहें


नई दिल्‍ली. सैमसंग का गैलेक्सी नोट 2 और एपल का आईफोन 5 अगले 20 दिनों में लांच होने वाले हैं। इन पर दुनिया की निगाह टिकी है। दो ऐसे फोन जो आपकी जिंदगी आसान बना देंगे। दैनिक भास्कर ने दो महीने पहले ऐसी ही टेक्नोलॉजी और गैजेट के बारे में बताया था। आइए लोगों की नजर से जानते हैं, दुनिया की दस बड़ी टेक्नोलॉजी वेबसाइट इन दो स्मार्टफोन के जरिए कौन-से चमत्कार होने का दावा कर रही हैं। सैमसंग का गैलेक्सी नोट 2 दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन है। एप्पल का आईफोन 5 सबसे हल्का और पतला स्मार्टफोन बताया जा रहा है। गैलेक्सी नोट 2 आगामी 29 अगस्त 2012 को बर्लिन में लॉन्‍च होगा। जबकि आईफोन 5 आगामी 12 सितंबर 2012 को सैन फ्रांसिस्को में लॉन्‍च होगा। सैमसंग का स्मार्टफोन मार्केट में 33% हिस्सा है, जो पिछले साल 17% ही था। एपल का स्मार्टफोन मार्केट में 18% हिस्सा है, जो पिछले साल 19% था। एप्‍पल के साथ पेटेंट की कानूनी लड़ाई में सैमसंग ने नोट 2 को श्रेष्ठता साबित करने वाला बताया है। सैमसंग 5 करोड़ स्मार्टफोन बेचने वाली कंपनी के तौर पर सालभर से सिरमौर बनी हुई है। आईफोन 5 को कामयाब मानकर निवेशकों ने एप्‍पल के शेयर खरीदे। शेयर 40 प्रतिशत उछाले। एप्‍पल दुनिया की सबसे वैल्यू वाली कंपनी बनी।(स्रोत: सी-नेट, टेकराडार, पीसीमैग, जीएसएम एरिना, फोन एरिना, फोन्स रीव्यू, 9टू5 मैक, मेटाकैफे, एपल, सैमसंग)

पाकिस्तान में केस दर्ज कराने पर काटी गई महिला की नाक

लाहौर।। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में तीन लोगों ने एक महिला की इसलिए नाक काट दी, क्योंकि उसने इनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया था।

यह घटना कल लाहौर से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फैसलाबाद जिले में हुई। कल जब रूकैया बीबी नामक महिला अपने पति गुलाम कमर के साथ मेहर शहर से लौट रही थी, तो तीन लोगों ने उन्हें जबरन रोक लिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार इन लोगों ने रूकैया बीबी की नाक भी काट दी।

दोनों पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। कमर ने बताया कि कुर्बान अली, ताहिर महमूद और मोहम्मद सलीम ने उन पर हमला किया। उन तीनों ने कमर और रूकैया को धमकी भी दी कि वे इन तीनों के खिलाफ कोई मामला दर्ज न कराएं। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने इन तीनों लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इन्हें अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

टीम इंडिया फिर से बनी वर्ल्ड चैंपियन



टाउन्सविले.कप्तान उनमुक्त चंद के बेहतरीन शतक और समित पटेल के नाबाद अर्धशतक के दम पर टीम इंडिया ने अंडर-19 वर्ल्डकप का खिताब अपने नाम किया। फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए 226 रन के लक्ष्य को भारतीय बल्लेबाजों ने 47.4 ओवरों में ही हासिल कर लिया। कप्तान उनमुक्त चंद 111 और समित पटेल 62 रन बना कर नाबाद रहे।

टीम इंडिया फिर से बनी वर्ल्ड चैंपियन 

समित पटेल ने टर्नर के ओवर की चौथी गेंद पर चौका लगा कर टीम को जीत दिलाई।

टीम इंडिया को दूसरा झटका गुरिंदर संधू ने बाबा अपराजित को टर्नर के हाथों लपकवा कर आउट किया। अपराजित 5 चौकों की मदद से 33 रन बना कर आउट हुए। आउट होने से पहले बाबा और उनमुक्त चंद के बीच 73 रन की पार्टनरशिप हुई।

भारत का पहला विकेट 2 रन के योग पर गिरा। ओपनर प्रशांत चोपड़ा को स्टीकीटी ने आउट किया। वे खाता भी नहीं खोल सके।

226 रन का टार्गेट

विलियम बोसिस्टो के नाबाद अर्धशतक के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 226 रन का लक्ष्य रखा है।

टोनी आयरलैंड स्टेडियम में हो रहे खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट पर 225 रन बनाए। कप्तान बोसिस्टो 87 रन बना कर नाबाद रहे। एजे टर्नर ने 43 और ट्रेविस हेड ने 37 रन की उपयोगी पारी खेली। भारत के लिए संदीप शर्मा ने 54 रन दे कर 4 विकेट चटकाए। रविकांत और अपराजित को 1-1 विकेट मिला।

अस्पताल में मरीज से सेक्स की कोशिश

अस्पताल में मरीज से सेक्स की कोशिश
मुंबई। मुंबई के सेंट जॉर्ज अस्पताल के वॉर्ड ब्वॉय ने एक महिला मरीज की अस्मत लूटने की कोशिश की। सूत्रों के मुताबिक वॉर्ड ब्वॉय ने एक्स रे रूम में रेप की कोशिश की थी। पीडिता के परिजनों ने वॉर्ड ब्वॉय को उस वक्त पकड़ लिया जब वह अस्पताल से भागने की कोशिश कर रहा था। उसे एमआरए मार्ग पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने ले गई।

अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक वॉर्ड ब्वॉय सदाशिव जाधव आदतन बदमाश है। वह पहले भी कई बार इस तरह की हरकतें कर चुका है। अस्पताल प्रबंधन ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जिससे उसकी हिम्मत बढ़ती गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शनिवार रात 10.30 बजे कफ परेड इलाके में रहने वाली महिला चेस्ट का एक्स रे निकलवाने के लिए अस्पताई आई थी। नियम के मुताबिक एक्स रे के लिए महिला को कपड़े बदलने थे।

उसे अस्पताल की ओर से दी जाने वाली ड्रेस पहननी थी। जाधव ने महिला को पेटीकोट और अंडर गारमेंट उतारने को कहा। महिला ने जब कपड़े उतार दिए तो जाधव ने कई बार उसके निजी अंगो को छुआ। जब महिला को जाधव की नीयत पर शक हुआ तो उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। महिला के परिजनों ने जब आवाज सुनी तो वे तुरंत एक्स रे रूम की तरफ दौड़े। उस वक्त जाधव अस्पताल से भाग रहा था। परिजनों ने उसे पकड़ लिया। एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि पीडिता का बयान दर्ज करने के बाद जाधव को गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर छेड़खानी का केस दर्ज कर लिया गया है। घटना पर अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर जेबी भवानी ने बताया कि जाधव को निलंबित कर दिया जाएगा।

नहीं रहे शोले के "रहीम चाचा"

नहीं रहे शोले के "रहीम चाचा"

मुंबई। रंगमंच का मंझा हुआ कलाकार हमारे बीच नहीं रहा। गुजरे जमाने के मशहूर अभिनेता एके हंगल का रविवार सुबह निधन हो गया। मुंबई के आशा पारेख अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। हंगल के बेटे विजय ने यह जानकारी दी। हंगल ने फिल्म शोले में रहीम चाचा के किरदार से अपने अभिनय की छाप छोड़ी।

95 साल के हंगल को 16 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 13 अगस्त को हंगल गिर गए थे। पीठ में चोट लगने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां उनकी सर्जरी हुई। सर्जरी होने के बावजूद उनती सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। बाद में पता चला कि उन्हें सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ है। इसके बाद उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया लेकिन उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके चलते वेंटीलेटर हटा दिया गया।

उनके परिवार में एक बेटा विजय है। उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो गया था। उनका बेटा विजय हंगल बॉलीवुड में कैमरामैन व फोटोग्राफर है। विजय की पत्नी का भी 1994 में निधन हो गया था। उनके कोई संतान नहीं है।

थियेटर में अभिनय किया -
चरित्र अभिनेता पद्म भूषण अवतार किशन हंगल का जन्म एक फरवरी 1914 को कश्मीरी पंडित परिवार में अविभाजित भारत मे पंजाब राज्य के सियालकोट में हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित हरी किशन हंगल था। उनका बचपन पेशावर में गुजरा। वहां उन्होंने थियेटर में अभियन किया। पिता के रिटायरमेंट के बाद हंगल परिवार पेशावर से कराची आ गया था। बंटवारे के बाद हंगल परिवार 1949 में बंबई आ गया। हंगल तीन साल पाकिस्तान में जेल में भी रहे। साल 1966 से 2005 के अपने फिल्मी करियर में उन्होंने करीब 225 फिल्मों में काम किया। मुंबई में हंगल बलराज साहनी व कैफी आजमी के साथ इप्टा थियेटर से जुड़ गए।

हंगल ने फिल्मी करियर 50 साल की उम्र में शुरू किया। उनकी पहली फिल्म थी बासु भट्टाचार्य की तीसरी कसम (1966)। उन्होंने नमक हराम,शोले,शौकीन और आईना जैसी सुपर हिट फिल्मों में काम किया। वे हाल ही में टीवी सीरियल मधुबाला में दिखाई दिए थे।

अंतिम फिल्म -
हंगल आखिरी बार अमोल पालेकर की फिल्म पहेली (2005) में नजर आए।

रैंप पर भी आए -
आठ फरवरी 2011 को हंगल मुंबई में फैशन डिजाइनर रियाज गांजी के शो में व्हीलचेयर पर आए।

पद्म भूषण -
सरकार ने हंगल को 2006 में पद्म भूषण से सम्मानित किया।

आइये जाने की क्या हें गणेश चतुर्थी(गणेश चोथ)..केसे मनाएं......

आइये जाने की क्या हें गणेश चतुर्थी(गणेश चोथ)..केसे मनाएं........

पंडित दयानन्द शास्त्री


विनायक चतुर्थी व्रत भगवान श्री गणेश का जन्म उत्सव का दिन है. यह दिन गणेशोत्सव के रुप में सारे विश्व में बडे हि हर्ष व श्रद्वा के साथ मनाया जाता है.
इस वर्ष गणेश चतुर्थी 19 सितंबर,2012 को है। यह त्योहार इस बार ‘महाचतुर्थी’ के संयोग में मनेगा। इस दिन रिद्धि-सिद्धि के दाता का प्रिय दिन बुधवार भी है। पं. दयानंद शास्त्री(मोब.---09024390067 ) के अनुसार सामान्य रूप से 2008 में बुधवार को गणेश चतुर्थी आई थी। अब 2022 में ऐसा संयोग बनेगा। भाद्र अधिकमास के बाद आने वाली गणेश चतुर्थी की बात करें तो 152 साल के अंतराल में सिर्फ इसी बार बुधवार को चतुर्थी का विशेष संयोग बनेगा।
19 साल बाद भाद्र अधिकमास आया है। सन् 1936 से लेकर 2088 तक के पंचांगों की गणना करें तो सिर्फ इसी बार यह संयोग बन रहा है। पं. दयानंद शास्त्री(मोब.---09024390067 ) के अनुसार आमतौर पर भाद्र अधिकमास 18 अगस्त से 16 सितंबर के बीच ही आता है। भाद्र अधिकमास के बाद जब-जब गणेश चतुर्थी आती है वह 19 सितंबर के आसपास ही मनाया जाता है। 1955, 1974, 1993 में ऐसी स्थिति बनी। अब 2031, 50 में भी ऐसी स्थिति बनेगी।भगवान श्री गणेश को जीवन की विध्न-बाधाएं हटाने वाला कहा गया है. और श्री गणेश सभी कि मनोकामनाएं पूरी करते है. गणेशजी को सभी देवों में सबसे अधिक महत्व दिया गया है. कोई भी नया कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व भगवान श्री गणेश को याद किया जाता है.
पं. दयानंद शास्त्री(मोब.---09024390067 ) के अनुसार श्रीगणेश चतुर्थी विघ्नराज, मंगल कारक, प्रथम पूज्य, एकदंत भगवान गणपति के प्राकट्य का उत्सव पर्व है। आज के युग में यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि मानव जाति को गणेश जी के मार्गदर्शन व कृपा की आज हमें सर्वाधिक आवश्यकता है। आज हर व्यक्ति का अपने जीवन में यही सपना है की रिद्धि सिद्धि, शुभ-लाभ उसे निरंतर प्राप्त होता रहे, जिसके लिए वह इतना अथक परिश्रम करता है। ऐसे में गणपति हमें प्रेरित करते हैं और हमारा मार्गदर्शन करते हैं।
विषय का ज्ञान अर्जन कर विद्या और बुद्धि से एकाग्रचित्त होकर पूरे मनोयोग तथा विवेक के साथ जो भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु परिश्रम करे, निरंतर प्रयासरत रहे तो उसे सफलता अवश्य मिलती है। गणेश पुराण के अनुसार गणपति अपनी छोटी-सी उम्र में ही समस्त देव-गणों के अधिपति इसी कारण बन गए क्योंकि वे किसी भी कार्य को बल से करने की अपेक्षा बुद्धि से करते हैं। बुद्धि के त्वरित व उचित उपयोग के कारण ही उन्होंने पिता महादेव से वरदान लेकर सभी देवताओं से पहले पूजा का अधिकार प्राप्त किया।
पं. दयानंद शास्त्री(मोब.---09024390067 ) के अनुसार भारत में इसकी धूम यूं तो सभी प्रदेशों में होती है. परन्तु विशेष रुप से यह महाराष्ट में किया जाता है. इस उत्सव को महाराष्ट का मुख्य पर्व भी कहा जा सकता है. लोग मौहल्लों, चौराहों पर गणेशजी की स्थापना करते है. आरती और भगवान श्री गणेश के जयकारों से सारा माहौळ गुंज रहा होता है. इस उत्सव का अंत अनंत चतुर्दशी के दिन श्री गणेश की मूर्ति समुद्र में विसर्जित करने के बाद होता है.


क्यों मानती हें गणेश चोथ/चतुर्थी 


पं. दयानंद शास्त्री(मोब.---09024390067 ) के अनुसार हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल चतुर्थी को हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार गणेश चतुर्थी मनाया जाता है. गणेश पुराण में वर्णित कथाओं के अनुसार इसी दिन समस्त विघ्न बाधाओं को दूर करनेवाले, कृपा के सागर तथा भगवान शंकर और माता पार्वती के पुत्र श्री गणेश का आविर्भाव हुआ था. भगवान विनायक के जन्मदिवस पर मनाया जानेवाला यह महापर्व महाराष्ट्र सहित भारत के सभी राज्यों में हर्सोल्लास पूर्वक और भव्य तरीके से आयोजित किया जाता है. इस महापर्व पर लोग प्रातः काल उठकर सोने, चांदी, तांबे अथवा मिट्टी के गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर षोडशोपचार विधि से उनका पूजन करते हैं. पूजन के पश्चात् नीची नज़र से चंद्रमा को अर्घ्य देकर ब्राह्मणों को दक्षिणा देते हैं. इस पूजा में गणपति को 21 लड्डुओं का भोग लगाने का विधान है.
शिवपुराणके अन्तर्गत रुद्रसंहिताके चतुर्थ (कुमार) खण्ड में यह वर्णन है कि माता पार्वती ने स्नान करने से पूर्व अपनी मैल से एक बालक को उत्पन्न करके उसे अपना द्वारपालबना दिया। शिवजी ने जब प्रवेश करना चाहा तब बालक ने उन्हें रोक दिया। इस पर शिवगणोंने बालक से भयंकर युद्ध किया परंतु संग्राम में उसे कोई पराजित नहीं कर सका। अन्ततोगत्वा भगवान शंकर ने क्रोधित होकर अपने त्रिशूल से उस बालक का सर काट दिया। इससे भगवती शिवा क्रुद्ध हो उठीं और उन्होंने प्रलय करने की ठान ली। भयभीत देवताओं ने देवर्षिनारद की सलाह पर जगदम्बा की स्तुति करके उन्हें शांत किया। शिवजी के निर्देश पर विष्णुजीउत्तर दिशा में सबसे पहले मिले जीव (हाथी) का सिर काटकर ले आए। मृत्युंजय रुद्र ने गज के उस मस्तक को बालक के धड पर रखकर उसे पुनर्जीवित कर दिया। माता पार्वती ने हर्षातिरेक से उस गजमुखबालक को अपने हृदय से लगा लिया और देवताओं में अग्रणी होने का आशीर्वाद दिया। ब्रह्मा, विष्णु, महेश ने उस बालक को सर्वाध्यक्ष घोषित करके अग्रपूज्यहोने का वरदान दिया। भगवान शंकर ने बालक से कहा-गिरिजानन्दन! विघ्न नाश करने में तेरा नाम सर्वोपरि होगा। तू सबका पूज्य बनकर मेरे समस्त गणों का अध्यक्ष हो जा। गणेश्वर!तू भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को चंद्रमा के उदित होने पर उत्पन्न हुआ है। इस तिथि में व्रत करने वाले के सभी विघ्नों का नाश हो जाएगा और उसे सब सिद्धियां प्राप्त होंगी। कृष्णपक्ष की चतुर्थी की रात्रि में चंद्रोदय के समय गणेश तुम्हारी पूजा करने के पश्चात् व्रती चंद्रमा को अ‌र्घ्यदेकर ब्राह्मण को मिष्ठान खिलाए। तदोपरांत स्वयं भी मीठा भोजन करे। वर्षपर्यन्तश्रीगणेश चतुर्थी का व्रत करने वाले की मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है।


सफ़ेद आंकड़े/श्वेतार्क के गणेश जी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं -----


पं. दयानंद शास्त्री(मोब.---09024390067 ) के अनुसार भगवान गणेश के अनेक रुपों में आंकड़े के गणेश पूजा का बहुत महत्व है। आंकड़े के गणेश की पूजा धन, ऐश्वर्य, सफलता के लिए बहुत महत्व है। माना जाता है कि जिस परिवार में आंकड़े के गणेश की रोज पूजा हो वहां दरिद्रता, गरीबी, रोग और कष्टों का कोई स्थान नहीं होता बल्कि सुख और सफलता के साथ ही अपार धन का भण्डार होता है। गणेश उत्सव के दौरान यदि यदि आंकड़े के गणेश की विधि-विधान से पूजा की जाए तो सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस तरह आंकड़े के गणेश की पूजा-
---सफेद आंकड़े की जड़ मिलने पर उसकी सफाई कर साफ जल से स्नान कराएं। उसे लाल कपड़े पर रखकर लाल चन्दन, अक्षत, लाल फूल, सिन्दूर से पूजा करें। धूप-दीप जलाएं, भोग लगाएं साथ ही एक सिक्का भी चढाएं। इसके बाद कुछ विशेष गणेश मंत्रों की तय संख्या का जप करने के लिए संकल्प लें। इन मंत्रों 10 माला का जप लाल माला, रुद्राक्ष की माला या मूंगे की माला से करें। जप के लिए मंत्र है -
----ऊँ गं गणपतये नम:
----श्री गणेशाय नम:
----ऊँ भालचन्द्राय नम:
--ऊँ एकदन्ताय नम:
-----ऊँ लम्बोदराय नम:
आंकड़े के जड़ रूप में साक्षात गणेश की पूजा करने से विद्या, धन, संतान, प्रॉपर्टी, असुरक्षा के भय का अंत और शांति मिलती है।


------केसे करें श्री गणेश की पूजा---विधि---


1. दीप प्रज्ज्वलन एवं पूजन
2. आचमन
3.पवित्रकरण (मार्जन)
4. आसन पूजा
5. स्वस्तिवाचन
6. संकल्प
Sankalp संकल्प : (दाहिने हाथ में जल अक्षत और द्रव्य लेकर निम्न संकल्प मंत्र बोले-----


‘ऊँ विष्णु र्विष्णुर्विष्णु : श्रीमद् भगवतो महापुरुषस्य विष्णोराज्ञया प्रवर्त्तमानस्य अद्य श्री ब्रह्मणोऽह्नि द्वितीय परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पै वैवस्वत मन्वन्तरे अष्टाविंशतितमे युगे कलियुगे कलि प्रथमचरणे भूर्लोके जम्बूद्वीपे भारत वर्षे भरत खंडे आर्यावर्तान्तर्गतैकदेशे —— नगरे —— ग्रामे वा बौद्धावतारे विजय नाम संवत्सरे श्री सूर्ये दक्षिणायने वर्षा ऋतौ महामाँगल्यप्रद मासोत्तमे शुभ भाद्रप्रद मासे शुक्ल पक्षे चतुर्थ्याम्‌ तिथौ भृगुवासरे हस्त नक्षत्रे शुभ योगे गर करणे तुला राशि स्थिते चन्द्रे सिंह राशि स्थिते सूर्य वृष राशि स्थिते देवगुरौ शेषेषु ग्रहेषु च यथा यथा राशि स्थान स्थितेषु सत्सु एवं ग्रह गुणगण विशेषण विशिष्टायाँ चतुर्थ्याम्‌ शुभ पुण्य तिथौ —- गौत्रः —- अमुक शर्मा दासो ऽहं मम आत्मनः श्रीमन्‌ महागणपति प्रीत्यर्थम्‌ यथालब्धोपचारैस्तदीयं पूजनं करिष्ये।”


इसके पश्चात्‌ हाथ का जल किसी पात्र में छोड़ देवें।
7. श्री गणेश ध्यान
8. आवाहन व प्रतिष्ठापन


आवाहन-----


नागास्यम्‌ नागहारम्‌ त्वाम्‌ गणराजम्‌ चतुर्भुजम्‌। भूषितम्‌ स्व-आयुधै-है पाश-अंकुश परश्वधैहै॥
आवाह-यामि पूजार्थम्‌ रक्षार्थम्‌ च मम क्रतोहो। इह आगत्व गृहाण त्वम्‌ पूजा यागम्‌ च रक्ष मे॥
ॐ भू-हू भुवह स्वह सिद्धि-बुद्धिसहिताय गण-पतये नमह, गणपतिम्‌-आवाह-यामि स्थाप-यामि। (गंधाक्षत अर्पित करें।)


प्रतिष्ठापन-----


आवाहन के पश्चात देवता का प्रतिष्ठापन करें-


अस्यै प्राणाहा प्रतिष्ठन्तु अस्यै प्राणाह क्षरन्तु च। अस्यै देव-त्वम्‌-अर्चायै माम-हेति च कश्चन॥ ॐ भू-हू भुवह स्वह सिद्धि-बुद्धि-सहित-गणपते सु-प्रतिष्ठितो वरदो भव।


9. स्नान
10. वस्त्र एवं उपवस्त्र
11. गंध व सिन्दूर
12. पुष्प एवं पुष्पमाला
13. दूर्वा
14. धूप
15. दीप
16. नैवेद्य
17. दक्षिणा एवं श्रीफल
18. पुष्पों के सात श्री गणेश पूजा किजि ये – Offer Flowers to lord ganesha


विनायक अश्तोत्ताराम्स 108 names of गणेशा----


श्री गणेश स्तुती , गणेशा अश्तोत्तारा सथानमा स्तोत्रं , श्री गणेशा पंचारातना स्तोत्रं----


18. आरती


19. पुष्पाँजलि


Pushpanjali Mantra पुष्पाञ्जलि समर्पण----


ॐ भूहू-भुवह सिद्धि-बुद्धि-सहिताय महा-गणपतये नमह्‌, मन्त्र-पुष्प-अंजलि समर्पयामि।


20. प्रदक्षिणा


21. प्रार्थना एवं क्षमा प्रार्थना


Pradikshna and Kshama Prarthana प्रदक्षिणा व क्षमाप्रार्थना-----


यानि कानि च पापानि ज्ञात-अज्ञात-कृतानि च। तानि सर्वाणि नश्यन्ति प्रदक्षिण-पदे पदे॥
आवाहनम्‌ न जानामि न जानामि तवार्चनाम्‌ । यत्‌-पूजितम्‌ मया देव परि-पूर्णम्‌ तदस्तु मे ॥
अपराध सहस्त्राणि-क्रियंते अहर्नीशं मया । तत्‌सर्वम्‌ क्षम्यताम्‌ देव प्रसीद परमेश्वर ॥


22. प्रणाम एवं पूजा समर्पण।


गणेश चतुर्थी/चोथ व्रत कथा – Ganesh Chaturthi Vrat Story --------


श्री गणेश चतुर्थी व्रत को लेकर एक पौराणिक कथा प्रचलन में है. कथा के अनुसार एक बार भगवान शंकर और माता पार्वती नर्मदा नदी के निकट बैठे थें. वहां देवी पार्वती ने भगवान भोलेनाथ से समय व्यतीत करने के लिये चौपड खेलने को कहा. भगवान शंकर चौपड खेलने के लिये तो तैयार हो गये. परन्तु इस खेल मे हार-जीत का फैसला कौन करेगा?
इसका प्रश्न उठा, इसके जवाब में भगवान भोलेनाथ ने कुछ तिनके एकत्रित कर उसका पुतला बना, उस पुतले की प्राण प्रतिष्ठा कर दी. और पुतले से कहा कि बेटा हम चौपड खेलना चाहते है. परन्तु हमारी हार-जीत का फैसला करने वाला कोई नहीं है. इसलिये तुम बताना की हम मे से कौन हारा और कौन जीता.
यह कहने के बाद चौपड का खेल शुरु हो गया. खेल तीन बार खेला गया, और संयोग से तीनों बार पार्वती जी जीत गई. खेल के समाप्त होने पर बालक से हार-जीत का फैसला करने के लिये कहा गया, तो बालक ने महादेव को विजयी बताया. यह सुनकर माता पार्वती क्रोधित हो गई. और उन्होंने क्रोध में आकर बालक को लंगडा होने व किचड में पडे रहने का श्राप दे दिया. बालक ने माता से माफी मांगी और कहा की मुझसे अज्ञानता वश ऎसा हुआ, मैनें किसी द्वेष में ऎसा नहीं किया. बालक के क्षमा मांगने पर माता ने कहा की, यहां गणेश पूजन के लिये नाग कन्याएं आयेंगी, उनके कहे अनुसार तुम गणेश व्रत करो, ऎसा करने से तुम मुझे प्राप्त करोगें, यह कहकर माता, भगवान शिव के साथ कैलाश पर्वत पर चली गई.
ठिक एक वर्ष बाद उस स्थान पर नाग कन्याएं आईं. नाग कन्याओं से श्री गणेश के व्रत की विधि मालुम करने पर उस बालक ने 21 दिन लगातार गणेश जी का व्रत किया. उसकी श्रद्वा देखकर गणेश जी प्रसन्न हो गए. और श्री गणेश ने बालक को मनोवांछित फल मांगने के लिये कहा. बालक ने कहा की है विनायक मुझमें इतनी शक्ति दीजिए, कि मैं अपने पैरों से चलकर अपने माता-पिता के साथ कैलाश पर्वत पर पहुंच सकूं और वो यह देख प्रसन्न हों.
बालक को यह वरदान दे, श्री गणेश अन्तर्धान हो गए. बालक इसके बाद कैलाश पर्वत पर पहुंच गया. और अपने कैलाश पर्वत पर पहुंचने की कथा उसने भगवान महादेव को सुनाई. उस दिन से पार्वती जी शिवजी से विमुख हो गई. देवी के रुष्ठ होने पर भगवान शंकर ने भी बालक के बताये अनुसार श्री गणेश का व्रत 21 दिनों तक किया. इसके प्रभाव से माता के मन से भगवान भोलेनाथ के लिये जो नाराजगी थी. वह समाप्त होई.
यह व्रत विधि भगवन शंकर ने माता पार्वती को बताई. यह सुन माता पार्वती के मन में भी अपने पुत्र कार्तिकेय से मिलने की इच्छा जाग्रत हुई. माता ने भी 21 दिन तक श्री गणेश व्रत किया और दुर्वा, पुष्प और लड्डूओं से श्री गणेश जी का पूजन किया. व्रत के 21 वें दिन कार्तिकेय स्वयं पार्वती जी से आ मिलें. उस दिन से श्री गणेश चतुर्थी का व्रत मनोकामना पूरी करने वाला व्रत माना जाता है.


गणेश/विनायक चतुर्थी व्रत विधि (Vinayak Chaturthi Fast Method)----


श्री गणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन हुआ था. इसलिये इनके जन्म दिवस को व्रत कर श्री गणेश जन्मोत्सव के रुप में मनाया जाता है. जिस वर्ष में यह व्रत रविवार और मंगलवार के दिन का होता है. उस वर्ष में इस व्रत को महाचतुर्थी व्रत कहा जाता है.


पं. दयानंद शास्त्री(मोब.---09024390067 ) के अनुसार इस व्रत को करने की विधि भी श्री गणेश के अन्य व्रतों के समान ही सरल है. गणेश चतुर्थी व्रत प्रत्येक मास में कृ्ष्णपक्ष की चतुर्थी में किया जाता है,. पर इस व्रत की यह विशेषता है, कि यह व्रत सिद्धि विनायक श्री गणेश के जन्म दिवस के दिन किया जाता है. सभी 12 चतुर्थियों में माघ, श्रावण, भाद्रपद और मार्गशीर्ष माह में पडने वाली चतुर्थी का व्रत करन विशेष कल्याणकारी रहता है.
व्रत के दिन उपवासक को प्रात:काल में जल्द उठना चाहिए. सूर्योदय से पूर्व उठकर, स्नान और अन्य नित्यकर्म कर, सारे घर को गंगाजल से शुद्ध कर लेना चाहिए. स्नान करने के लिये भी अगर सफेद तिलों के घोल को जल में मिलाकर स्नान किया जाता है. तो शुभ रहता है. प्रात: श्री गणेश की पूजा करने के बाद, दोपहर में गणेश के बीजमंत्र ऊँ गं गणपतये नम: का जाप करना चाहिए.
इसके पश्चात भगवान श्री गणेश धूप, दूर्वा, दीप, पुष्प, नैवेद्ध व जल आदि से पूजन करना चाहिए. और भगवान श्री गणेश को लाल वस्त्र धारण कराने चाहिए. अगर यह संभव न हों, तो लाल वस्त्र का दान करना चाहिए.
पूजा में घी से बने 21 लड्डूओं से पूजा करनी चाहिए. इसमें से दस अपने पास रख कर, शेष सामग्री और गणेश मूर्ति किसी ब्राह्मण को दान-दक्षिणा सहित दान कर देनी चाहिए.


चन्द्र दर्शन निषेध(हमेशा बचिए चतुर्थी का चन्द्रमा देखने से)----
पं. दयानंद शास्त्री(मोब.---09024390067 ) के अनुसार प्रत्येक शुक्ल पक्ष चतुर्थी को चन्द्रदर्शन के पश्चात्‌ व्रती को आहार लेने का निर्देश है, इसके पूर्व नहीं। किंतु भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को रात्रि में चन्द्र-दर्शन (चन्द्रमा देखने को) निषिद्ध किया गया है।इस दिन चन्द्र दर्शन करने से भगवान श्री कृष्ण को भी मणि चोरी का कलंक लगा था।
जो व्यक्ति इस रात्रि को चन्द्रमा को देखते हैं उन्हें झूठा-कलंक प्राप्त होता है। ऐसा शास्त्रों का निर्देश है। यह अनुभूत भी है। इस गणेश चतुर्थी को चन्द्र-दर्शन करने वाले व्यक्तियों को उक्त परिणाम अनुभूत हुए, इसमें संशय नहीं है। यदि जाने-अनजाने में चन्द्रमा दिख भी जाए तो निम्न मंत्र का पाठ अवश्य कर लेना चाहिए-


'सिहः प्रसेनम्‌ अवधीत्‌, सिंहो जाम्बवता हतः। सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्वमन्तकः॥'


----गणेश चतुर्थी पर किन विशेष मंत्रो का करें जाप-
------शास्त्रोक्त वचन अनुसार यह गणेश मंत्र त्वरित, चमत्कारिक, आर्थिक प्रगति व समृध्दिदायक, समस्त बाधाएं दूर करने वाला हैं।
ॐ गं गणपतये नमः।
-----शत्रु द्वारा की गई तांत्रिक क्रिया को नष्ट करने व विविध कामनाओं कि शीघ्र पूर्ति हेतु यह मंत्र लाभकारी है।
ॐ वक्रतुंडाय हुम्‌।
-----आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप करें।
ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा।
-----मंत्र जाप से कर्म बंधन, रोगनिवारण, समस्त विघ्न, कुबुद्धि, कुसंगत्ति, दूर्भाग्य, से मुक्ति होती हैं व आध्यात्मिक चेतना, धन प्राप्त होता है।
ॐ गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:।
----जानिए की इस गणेश चतुर्थी पर आपकी राशी अनुसार क्या करें..??? क्या क्या नहीं करें..???
-----मेषःवाहन प्रयोग में सावधानी अपेक्षित है।
क्या करें-श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत्र का नित्य प्रात: पाठ करें।
क्या न करें-समय व्यर्थ ना गवाएं।
-----वृषभःआज कार्यक्षेत्र में व्यर्थ की भागदौड़ रहेगी।
क्या करें-शिव की अराधना करें।
क्या न करें-कार्य की रूकावट से तनाव ना लें।
-----मिथुनःनए व्यापारिक अनुबंध प्राप्त होंगे।
क्या करें-मुख में मिश्री रखें।
क्या न करें-कार्य की गुप्त बात हर किसी से चर्चा ना करें।
----कर्कःपारिवारिक जीवन सुखमय होगा।
क्या करें-ॐ बुं बुधाय नमः' का जाप करें।
क्या न करें-कार्य की अनदेखी ना करें।
----सिंहःआर्थिक योजनाएं सफल होंगी।
क्या करें-ॐ बम बटुकाय नमःका जाप करें।
क्या न करें-कटु वचन ना बोलें।
----कन्याःआय के नए स्रोत्र बनेंगे। लाभ मजबूत होगा।
क्या करें-काली वस्तु का दान करें।
क्या न करें-किसी की निंदा ना करें।
----तुलाःवाणी पर नियंत्रण रखना आवश्यक है।
क्या करें-लाल वस्तु का दान करें।
क्या न करें-आत्मविश्वास में कमी ना होने दें।
---वृश्चिकःआज परिवार से जुड़ा कोई महत्वपूर्ण निर्णय लें।
क्या करें-ॐ आदित्याय नमःका जाप करें।
क्या न करें-यात्रा से बचें।
----धनुःपरिवार में किसी छोटे बच्चे के स्वास्थ के प्रति सचेत रहें।
क्या करें-शिव चालीसा व अभिषेक लाभकारी होगा।
क्या न करें-गरीब का अनादर ना करें।
----मकरःआज व्यापार के कारण मानसिक उलझनें अधिक रहेगी।
क्या करें-भैरव अराधना करें।
क्या न करें-किसी का दिल ना दुखाएं।
----कुम्भःअपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।
क्या करें-धनदा स्तोत्र का पाठ करें।
क्या न करें-निवेश से बचें।
----मीनःदांपत्यजीवन में भी शांति और मेल-जोल बना रहेगा।
क्या करें-सफ़ेद वस्तु का दान करें।
क्या न करें-क्रोध नहीं करें।