रविवार, 26 अगस्त 2012

गुजरात में समुद्री सीमा की निगरानी के लिए स्टेशन शुरु


 
पोरबंदर . कोस्ट गार्ड के गुजरात मुख्यालय में शनिवार से आधुनिक रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन ने काम करना शुरू कर दिया। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आधुनिक सिस्टम का लोकार्पण किया। यह सुविधा मुंबई पर आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा बलों के आधुनिकीकरण की मुहिम का हिस्सा है। गुजरात के अलावा मुंबई में भी रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन शुरू किया गया है। इनकी मदद से समूची समुद्री सीमा पर पैनी नजर रखी जा सकती है। कोस्ट गार्ड मुख्यालय के अलावा आने वाले समय में दीव, पोरबंदर, हजीरा, मांगरोल, द्वारका, दमण बंदरगाह क्षेत्रों पर रिमोर्ट कंट्रोल सिस्टम लाइट हाउस के साथ जोड़े जाएंगे। इस आधुनिक व्यवस्था में राज्य सरकार, बीएसएनएल, एमटीएनएल, इसरो का सक्रिय सहयोग है।


एवं सेना की तीनों इकाइयों की भागीदारी है। गुजरात की बड़ी समुद्री सीमा है। पेट्रोलियम रिफाइनरी, सुमुद्री सीमा, मत्स्य उद्योग और मछुआरों की सुरक्षा सहित हमारे व्यापक हित और सुरक्षा जरूरतों को यह सिस्टम पूरा करने में मदद करेगा।


मछुआरों का अपहरण चिंताजनक: एंटनी ने पाकिस्तान द्वारा भारतीय मछुआरों के अपहरण की घटनाओं को चिंताजनक बताया। साथ ही कहा कि सिरक्रिक विवाद के बारे में पाकिस्तान से बातचीत चल रही है।


इंद्रदेव की बेरुखी से जूझ रहे गुजरात के कच्छ अंचल से पशुपालकों ने पलायन शुरू कर दिया है। अलग-अलग समूहों में ये लोग अपने पशुधन को लेकर निकल पड़े हैं। कुछ समूह जिले के बावला तहसील क्षेत्र में पहुंचे हैं। पशुओं लेकर आए कच्छ के जसापर निवासी जवाभाई विहाभाई का कहना है कि हमारे क्षेत्र में इस साल बारिश नहीं हुई है। पानी और चारे की कमी हो गई है। इसलिए पशुओं को बचाने के लिए हमें पलायन कर यहां आना पड़ा है। हमें लगभग अगले चार-पांच महीने यूं ही बिताने पड़ेंगे।

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