शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

यूपी में स्कूल की छत गिरने से 6 बच्चों की मौत


Roof of school collapses in UP, 6 children killed 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बिजनौर में शुक्रवार को एक सरकारी सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूल की छत गिरने से छह बच्चों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए।

हादसा चांदपुर थाना क्षेत्र के जलीलपुर गांव स्थित मंशा देवी जूनियर हाई स्कूल का है, जहां आज दोपहर को पांचवीं कक्षा के कमरे की छत ढहने से वहां पढ़ाई कर रहे बच्चे उसकी चपेट में आ गए। कक्षा में मौजूद बच्चों की संख्या करीब 22 बताई जा रही है।

चांदपुर थाना प्रभारी एस. पी. राय ने बताया कि अब तक छह बच्चों की मौत की पुष्टि हो गई है, जबकि सात अन्य बच्चों की हालत गंभीर है, जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। राय ने बताया कि मलबा हटाकर राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है। कुछ और छात्र मलबे में दबे हो सकते हैं, इसकी आशंका हालांकि कम है।

उन्होंने कहा कि जिस कमरे में बच्चे पढ़ रहे थे, उसके ऊपर चार-पांच दिन पहले एक कमरे का निर्माण हुआ था। उसी नए कमरे की छत गिरने से नीचे के कमरे की छत भी ढह गई, जिसमें बच्चे पढ़ रहे थे।

उधर, परिजनों ने आरोप लगाया है कि निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण छत गिरी। उधर, घटना के बाद से स्कूल का प्रबंधक फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है।

महिला ने 11 वर्ष तक मासूम के साथ किया यौन शोषण

 

भारतीय मूल की अमेरिकी महिला लीना सिन्हा को एक मासूम बच्चे के साथ यौन शोषण के आरोप में 2 से 7 वर्ष की सजा सुनाई गई है।

46 वर्षीय लीना एक टीचर रह चुकी है और उन पर आरोप है कि उन्होंने तकरीबन 11 वर्ष तक 13 वर्ष के एक मासूम बच्चे के साथ यौन संबंध बनाए।

रिपोर्ट के मुताबिक न्यूयॉर्क के एक मोंटेसरी स्कूल की पूर्व प्राचार्या रही लीना ने इस मामले में अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।

'न्यूयार्क डेली न्यूज' के मुताबिक लीना सिन्हा को 5 साल पहले इस अपराध का दोषी पाया गया था, लेकिन वह विभिन्न अपीलों के जरिए अब तक जेल से दूर रही।

हालांकि गत सोमवार को लीना के वकील जेरी शरगेल ने न्यायाधीश कैरॉल बर्कमैन से उसकी सजा पर दोबारा विचार करने का अनुरोध किया है। बर्कमैन का कहना है कि लीना पर बढ़ा-चढ़ाकर आरोप लगाए गए हैं।

बर्कमैन ने कहा कि उनके बीच प्रेम का रिश्ता था, जो नौ साल तक कायम रहा। उन्होंने कहा कि आपने सुना होगा कि पीड़ित छात्र ने सुनवाई के दौरान कहा था कि वह इस रिश्ते का आनंद लेता था। उसे यह रिश्ता आनंददायक लगता था।

लेकिन न्यायाधीश ने बर्कमैन की दलील अस्वीकार करते हुए मूल सजा कायम रखने की बात कही है। न्यायाधीश ने कहा कि इस दौरान पीड़ित छात्र बहुत कठिन समय से गुजरा, क्योंकि उसके अभिभावकों में पहले ही अलगाव हो चुका है।

न्यायाधीश ने कहा कि उन्होंने एक बच्चे के रूप में उसका जीवन छीन लिया। प्रतिवादी एक महिला है, जिसने सालों तक उसका शोषण किया और उसे नष्ट करने की कोशिश की।

असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट एटॉर्नी रॉबर्ट हेटलमैन ने बताया कि सिन्हा उसके अभिभावकों द्वारा चलाए जा रहे स्कूल में शिक्षिका थी। उसने सबसे पहले 1996 में छात्र के साथ यौन सम्बंध बनाए। बाद में वह मिडिल स्कूल व हाई स्कूल के दौरान छात्र का यौन शोषण करती रही।

सिन्हा को अप्रैल 2007 में इस छात्र व एक अन्य युवक के साथ यौन सम्बंध बनाने का दोषी पाया गया था। उसे चार से 14 साल तक की सजा सुनाई गई थी।

राजस्थानी मान्यता के लिए नेपाल में जन-जागरण

राजस्थानी मान्यता के लिए नेपाल में जन-जागरण

संघर्ष समिति के दल का सात दिवसीय दौरा

नागौर. अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के 16
सदस्यीय दल ने नेपाल का दौरा कर प्रवासी राजस्थानियों से मातृभाषा
राजस्थानी को संवैधानिक मान्यता के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने का
आह्वान किया।
शुक्रवार को नागौर लौटे दल के सदस्यों ने बताया कि इस दौरान नेपाल की
राजधानी काठमांडु में नेपाल राष्ट्रीय मारवाड़ी परिषद की ओर से मारवाड़ी
सेवा सदन में आयोजित बैठक में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए समिति के
संस्थापक एवं अन्तरराष्ट्रीय मुख्य संगठक लक्ष्मणदान कविया ने कहा कि अब
राजस्थान की जनता जाग चुकी है तथा हम अपनी भाषा को संवैधानिक मान्यता
लेकर रहेंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि देश की राजनीतिक परिस्थितियां
अनुकूल रहीं तो सरकार को राजस्थानी एवं भोजपुरी को शीघ्र मान्यता देनी
पड़ेगी। कविया ने संघर्ष की जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षा प्रणाली ने
हमारी युवा एवं बाल पीढ़ी को पूरी तरह से राजस्थानी से काटने के कुत्सित
प्रयास किए, लेकिन साहित्यकारों व राजस्थानी जनता ने आज भी अपनी भाषा की
पहचान को कायम रखा है। बैठक में आनन्द कविया व कैलास नवलखा ने राजस्थानी
गीत सुनाए। अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष पवन मित्तल ने की। विशिष्ट अतिथि
दिनेश नवलखा थे। बीएल शर्मा, जगदीश खेतान, ऊषा चैनवाला, जयप्रकाश
चैनवाला, पदम धनावत, ओम नवलकरण, महेश मोदी, कैलाश गोयल, केशव घीमेल, किरण
सरावगी आदि प्रवासी राजस्थानियों ने भी विचार रखे। परिषद की ओर से कविया
का अभिनन्दन किया गया। इस दौरान कविया के एकल काव्यपाठ के भी आयोजन हुए।
दल ने पशुपतिनाथ की यात्रा कर राजस्थानी मान्यता की मन्नत मांगी। दल में
श्रीराम वैष्णव, सुरजाराम ईनाणिया, शैतानराम टाक, श्रवण वैष्णव, आनन्द
कविया, हरिराम भाणु, रामनिवास ईनाणिया, चिमनाराम ईनाणिया, भंवरलाल
कासणिया, सुखाराम रोज, बुधाराम सारस्वत, देवकिशन टाक व सीताराम भाटी
शामिल थे।
फोटो : काठमांडु में नेपाल राष्ट्रीय मारवाड़ी परिषद की ओर से कविया को
सम्मानित करते हुए पवन मित्तल व दिनेश नवलखा। उद्बोधन करते हुए कविया।
दर्शक दीर्घा।

पाक टीवी पर लाइव,"हिंदू से मुस्लिम"

पाक टीवी पर लाइव,"हिंदू से मुस्लिम"
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक टेलीविजन चैनल ने एक हिंदू लड़के का इस्लाम में धर्म परिवर्तन किए जाने का सीधा प्रसारण दिखाया। इस घटना पर एक प्रमुख दैनिक अखबार ने कहा है कि यह घटना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि पाकिस्तान में अन्य धर्मो को इस्लाम जैसा दर्जा हासिल नहीं है।

एक पाकिस्तानी दैनिक ने अपने सम्पादकीय में कहा है कि कुछ समय से यह साफ हो गया है कि देश का इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मसालेदार खबरों के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

अखबार ने लिखा है, मीडिया उद्योग के व्यवसायिक लक्ष्य किस तरह नैतिकता, खुलेपन और सामान्य समझ की खिल्ली उड़ाते हैं, इसका एक और उदाहरण यह है कि मंगलवार को एक टेलीविजन शो में एक इमाम द्वारा एक हिंदू लड़के का इस्लाम में धर्म परिवर्तन किए जाने का सीधा प्रसारण किया गया। यह धर्म परिवर्तन शो का हिस्सा था, जो स्टूडियो में ही सम्पन्न हुआ। यह आयोजन दर्शकों द्वारा धर्म परिवर्तित लड़के का नाम सुझाए जाने के साथ पूरा हुआ।

अखबार ने लिखा है, ऎसा सोचने का कोई कारण नहीं है कि लड़के का धर्म परिवर्तन उसकी मर्जी से नहीं हो रहा था, लेकिन पूरा कार्यक्रम दर्शकों को कुछ नया और अलग हटकर देने की अनोखी मंशा के साथ था, भले ही उसका अर्थ किसी व्यक्तिगत व धार्मिक अनुभव की जानबूझकर सार्वजनिक çख्ंाचाई ही क्यों न हो।

बाड़मेर अवेध शराब बरामदगी सहित कई मामले दर्ज

बाड़मेर अवेध शराब बरामदगी सहित कई मामले दर्ज 

आबकारी अधिनियम के तहत दो प्रकरणों में अवेध शराब बरामद



बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की मोहनसिंह हैड कानि. पुलिस थाना बालोतरा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर गांधीपुरा बालोतरा में मुलजिम श्रवण पुत्र जसराज माली निवासी बालोतरा के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 60 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।
श्री विरधाराम हैड कानि. पुलिस थाना बीजराड़ मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर सईद का तला में मुलजिम मोहन पुत्र तेजाराम भील नि. सईद का तला को दस्तयाब कर इसके कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 2 बोतल हथकड़ी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बीजराड़ पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।
पिछले 24 घण्टो में दर्ज प्रकरण
1.प्रार्थी श्री धर्माराम पुत्र कानाराम जाट नि. खुडासा ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात मुलजिम द्वारा शिवनगर में मुस्तगीस के घर के आगे खड़ी बोलेरो नम्बर आरजे 04 टीए 2682 को रात्रि में चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
2.प्रार्थी श्री अमराराम पुत्र गिरधारीराम मेगवाल नि. सणफा ने मुलजिम मानाराम पुत्र चैनाराम मेगवाल नि. कोशलू के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा वाहन संख्या आरजे 04 जीए 2645 को तेजगति व लापरवाही से चलाना जिससे वाहन में बेैठी मुस्तगीस की पत्नि श्रीमति ममता नीचे गिरने से घायल हो जाना व दौराने ईलाज उसकी मृत्यु होना जाना वगेरा पर पुलिस थाना सिणधरी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

देशी कट्टे व् धारदार हथ्यार सहित दो गिरफ्तार

देशी कट्टे व् धारदार हथ्यार सहित दो गिरफ्तार
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट द्वारा जिले में अवेध हथियारों की धरपकड़ के लिए दिये गये निर्देशानुसार श्री निरंजन प्रतापसिंह उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना समदड़ी मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर कर्मावास रोड़ पर महेन्द्रसिंह पुत्र कनेराजसिंह राजपूत नि. कुबड़ीया को दस्तयाब कर उसके कब्जा से बिना लाईसेन्स का देशी कट्टा बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना समदड़ी पर आम्र्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई। इसी तरह जीवणाराम उ.नि. पुलिस थाना कोतवाली बाड़मेर मय पुलिस पार्टी द्वारा चौहटन चौराया पर मुलजिम मोहनलाल पुत्र दानाराम बागरी निवासी भाखरपुरा को सार्वजनिक स्थान पर लोहे का धारदार छुरा लेकर घुमते पाये जाने पर दस्तयाब कर उसके कब्जा से बिना लाईसेन्स का धारदार छुरा बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर आम्र्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।

आंगनवाडी कार्यकर्ता को चलते वाहन से गिरी बहार .हुई मौत

 आंगनवाडी कार्यकर्ता को चलते वाहन से गिरी बहार .हुई मौत

ग्रामीणों ने शव उठाने से किया इनकार ,कलेक्टर एस पी से मिले ग्रामीण ,न्याय की गुहार की


बाड़मेर बाड़मेर जिले के सिनधरी थाना क्षेत्र में आंगनवाडी कार्यकर्ता को चलते वाहन से बाहर गिरने से कार्यकर्ता की मौत हो गयी .जिस गाडी से कार्यकर्ता बाहर गिरी उसमे महिला बाल विकास अधिकारी सिंधारी बेठे थे .सूत्रानुसार सिनधरी के तांती गाँव की आंगनवाडी कार्यकर्ता ममता देवी किसी राजकीय कार्य से ब्लोक मुख्यालय नौसर आई थी .कार्य निपटने के पश्चात् वह सी डी पि ओ के साथ निजी वाहन से अपने गाँव वापस जा रही थी .इसी बीच वाहन से ममता बाहर गिर जाने से घायल हो गयी .जिसे उपचार के लिए सिनधरी अस्पताल में भारतीकरने ले जाया गया जहां उसे बालोतरा रेफर किया बीच रस्ते उसने दम तोड़ दिया गया .महिला की मौत के बाद गुसाए ग्रामीणों ने शव को उठाने से इनकार कर दिया .इसी बीच ग्रामीण बाड़मेर मुख्यालय पर पहुँच जिला कलेक्टर से मिल कर मेडिकल बोर्ड बिठा कर मौत के कारन पता करने की मांग की हें.इस मामले में समाचार लिखे जाने तक पुलिस कार्यवाही जारी थी ,सी डी पि ओ उम्मीद सिंह भाटी ने बताया की मै आगे की सीट पर बेठा था महिला पीछे बेठी थी अचानक वह निचे गिर गयी .इलाज़ के दौरान उसकी मौत हो गयी .जबकि ग्रामीणों ने आरोप लगाया की ममता को गलत नियत से अपहरण कर भगा कर लेर जाना चाहते थे .उन्होंने मामले की जांच की मांग भी की .ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक को सौंपे ज्ञापन में बताया की ममता सरकारी बैठक में भाग लेने नौसर गयी थी .बैठक समाप्ति के बाद ममता सी डी पी ओ के साथ बोलेरो केम्पर में बैठ कर सनपा गाँव के पास उतरने के लिए निवेदन किया .मगर ममता के बार बार निवेदन करने पर भी उन्होंने गाडी को रोका नहीं .ममता चिल्लाई जिसको सड़क पर बकरिया चरते रबारियो ने आवाज़ सुनी .इसी बीच इन लोगो की गलत नियत भांप कर ममता ट्रोले से बाहर कूद गयी .जिससे वह घायल हो गयी .घायलावस्था में उसे सी डी पी ओ ने उसे उठाकर उसके घर ले जाकर उसके पति अमराराम को साथ ले कर सिनधरी अस्पताल ले गए जहां उसे बालोतरा के लिए रेफर किया बीच रास्ते में उसकी मौत हो गयी .ग्रामीणों ने सी डी पी ओ तथा चालक के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें गिरफ्तार करने तथा दुबारा मेडिकल बोर्ड से पोस्ट मार्टम करने की मांग की .

पति ‘‘परमेश्वर’’ से हारी पाकिस्तान की ‘‘भक्ति’/हिंदुस्तान में मिली बेवफाई/अंधी आँखों से पाकिस्तान जाने की कर रही गुहार/


पति ‘‘परमेश्वर’’ से हारी पाकिस्तान की ‘‘भक्ति’/हिंदुस्तान में मिली बेवफाई/अंधी आँखों से पाकिस्तान जाने की कर रही गुहार/

पति ने भारत लाकर छोड़ा साथ
जैसलमेर-27 जुलाई
कहते हैं जोडियां भगवान बनाता है और भारतीय संस्कृति में भगवान की बनाई गई जोडियों के साथ सात जन्म का बंधन तक बांध दिया जाता है लेकिन भगवान की बनाई जोडियों के साथ अगर इन्सान दखल अंदाजी करता है तो सात जनम तो क्या एक जीवन भी जीना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही मामला है पाकिस्तान की एक अबला नारी भक्ति का है जिसे उसके पति ने दूसरी औरत के लिये छोड दिया है और इतना ही नहीं वह इसकी बेटी को भी अपने साथ लेकर भूमिगत हो गया है ऐसे में आज दर दर की ठोकरें खा रही यह भक्ति, अंधी आँखों से गुहार लगा रही है अपने पति व बेटी की जिसे वह अपने साथ वापिस पाकिस्तान ले जाना चाह रही है लेकिन उसकी सुनवाई कहीं नही हो पा रही है जैसलमेर से जोधपुर तक पुलिस अधिकारियों से लेकर जिला कलक्टर तक को यह अबला अपनी पीडा सुना चुकी है लेकिन बेवफा पति की तरह जमाना भी बेवफा हो गया है इसके दर्द से......
आंगन में बैठी पथराई आंखों के साथ हर आने जाने वाले की आहट पर उम्मीद की आस लेकर अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लिये बैठी भक्ति को लगता है कि कोई ना कोई जरूर आयेगा जो उसकी मदद करेगा और उसके परिवार को जोड कर उनमें खुशियों के रंग भरेगा और ऐसा ही हुआ जब हमने इस महिला की पीडा को सुनने के लिये इससे संपर्क किया। सरकार से आस खो चुकी यह महिला कैमरे के सामने हमसे बात करते करते ही फफक पडी और उसके आंसू साफ बयां कर रहे थे कि अपने पति व बेटी को खोने का दर्द क्या है। आंखों से कम देखने वाली भक्ति अपनी किस्मत पर आंसू बहाती हुई बताती है कि केवल नजर कमजोर होने की कमी के कारण उसके पति ने उसे छोड दिया लेकिन आंखों की बजाय अगर उसके दिल की नजर की बात की जाये तो आज भी उसमें उसका वह बेवफा पति व मासूम बेटी ही दिखाई देते हैं जिन्हें वह अपने साथ पाकिस्तान ले जाना चाह रही है।
मामला है पाकिस्तान निवासी पारो पुत्र गिरधारी लाल भील पासपोर्ट संख्या एएस 3993672, भक्ति पत्नी पारो भील पासपोर्ट संख्या एएफ 3349152 और हरि पुत्री पारो भील पासपोर्ट संख्या एबी 6995092 का जो कि पिछले दिनों धार्मिक वीजा पर एक संघ के साथ भारत आये थे और भारत में प्रवेश के साथ ही आमद दर्ज करवा कर ये लोग हरिद्वार के लिये रवाना हुए। वहां पर धार्मिक स्थलों केे दर्शनों के साथ गंगा स्नान करने बाद इस परिवार ने जैसलमेर में रह रहे अपने रिश्तेदारों से मिलने का मन बनाया और जैसलमेर पहुंच गये लेकिन भक्ति को क्या मालूम था कि जिस गंगा नदी में इंसान के पाप धुल जाते हैं वहीं उसके पति के पाप यहां पर स्नान करने के बाद जाग जायेंगे और जैसलमेर पहुंचने पर पारो को मिली अपनी पहली पत्नी लूणी जिसे वह बीस साल पहले मनमुटाव के कारण सामाजिक पंचायत में छुटपल्ला कर के छोड चुका था लेकिन अपनी पहली पत्नी लूणी से मिलने के बाद इस पारो भील ने अपनी पत्नी भक्ति व बेटी को हरि को भारत में स्थाईवास करने का झांसा देकर पहली पत्नी लूणी के घर पर रखा, लेकिन कहते हैं ना कि एक म्यान में दो तलवारें नहीं रह सकती है और ऐसा ही हुआ पति की शह पर पहली पत्नी लूणी ने आंखों से लाचार इस भक्ति के साथ मारपीट की और इसके गहने व पासपोर्ट छीन कर इसे सडकों पर धक्के खाने के लिये छोड दिया। आंखों से कम देखने वाली यह भक्ति कुछ दिन भूखी प्यासी जैसलमेर की सडकों पर भटकती रही और उसकी हालत पागलों जैसी हो गई।
ये तो इस भक्ति की किस्मत अच्छी थी कि उसे पाकिस्तान में रह रहे अपने परिजनों के फोन नम्बर याद थे और उसने इन नम्बरों पर संपर्क कर अपनी आपबीती उन्हें सुनाई जिस पर पाकिस्तानी परिजनों द्वारा जैसलमेर में रह रहे अन्य रिश्तेदारों को फोन कर भक्ति की सुध लेने फरियाद की जिस पर रिश्तेदारों ने सडक पर पडी बेहाल भक्ति को अपने घर में शरण दी। रिश्तेदारों से मिलने व समाज में अपनी फरियाद सुनाने के बाद समाज के लोगों द्वारा पंचायत बुला कर इसके पति की तलाश की गई और उसे समझाने के प्रयास किये गये लेकिन लूणी के प्रेम में पडे पारो भील ने समाज की एक ना सुनी और भक्ति को अपनाने से साफ इन्कार कर दिया। अपने पति से न्याय की उम्मीद छोड चुकी यह भक्ति सरकार के पास न्याय की उम्मीद लिये पहुंची और सबसे पहले जैसलमेर पुलिस कोतवाली में शरण ली लेकिन पाकिस्तानी नागरिक का मामला होने का हवाला देकर कोतवाली पुलिस ने इसे सीआईडी के पास जाने को कहा। सीआईडी ने भी मामले में पेंचीदगी देखते हुए टालमटोल करते हुए इस महिला को जोधपुर स्थित सीआईडी पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेज दिया लेकिन यहां भी इसे न्याय नहीं मिला। थक हार कर यह महिला जोधपुर आईजी कार्यालय व जैसलमेर जिला कलक्टर कार्यालय भी अपनी पीडा लेकर पहुंची लेकिन कानूनन न्याय तो दूर की बात है किसी ने मानवीयता के नाते भी इस अबला की मदद करना उचित नहीं समझा।
हमको जब इस महिला के बारे में जानकारी मिली तो अपने सामाजिक सरोकारों को लेकर जब हम इस महिला की पीडा सुनने के लिये पहुंचे तो निराशा से घिरी बैठी यह भक्ति फफक फफक कर रो पडी और एक ही रट लगाने लगी कि मुझे पाकिस्तान भेज दो। अपनी बेटी व पति को अपने साथ ले जाने की आस लगाये यह महिला अब बहरी सरकार के आगे हार चुकी है और मजबूरन अकेले ही पाकिस्तान जाने को तैयार हो रही है लेकिन सरकार की ओर से कोई हाथ इसकी मदद के लिये उठता दिखाई नहीं दे रहा है। कहने को तो सरकारें महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता की बातें करती है लेकिन इस मामले में सरकार क्यों संवेदनाहीन हो गई है जिसे इस अबला की पुकार सुनाई नहीं दे रही है अब देखना यह है कि क्या इस भक्ति की किस्मत में अपने परिवार के साथ पाकिस्तान जाना लिखा है या नहीं या फिर इसे अकेले ही जीना पडेगा अपना बाकी जीवन.......

हेमाराम चौधरी हो सकते हें कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष

हेमाराम चौधरी हो सकते हें कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष

बाड़मेर राजस्थान में कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव की तयारी पूरी होने के साथ डॉ चन्द्रभान की अध्यक्ष पद से विदाई तय मणि जा रही हें ,राजनितिक सूत्रों ने बताया की राजस्थान में राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ बार बार बयां देकर सरकार को सांसत में डालने वाले प्रदेश अध्यक्ष डॉ चन्द्रभान की इस पद से विदाई तय हो गयी .कांग्रेस हाई कमान ने राजस्थान में राजनितिक बदलाव के संकेत देने के साथ जल्द नयी नियुक्ति को हरी झंडी देने का मानस बना लिया हें .राजनितिक सूत्रों के अनुसार पश्चिमी राजस्थान के दमदार जाट नेता और राज्य सरकार मेर राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी का नाम अध्यक्ष पद के लिए सबसे प्राथमिकता में शुमार किया हें .बताया जा रहा हें विकल्प के तौर पर केंस्द्रिय मंत्री सचिन पायालोत का नाम भी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हें ,तीन दसक से कांग्रेस की राजनीति में शुमार हेमाराम चौधरी ससक्त दावेदार के रूप में उभरे हें उनके नाम पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी सहमति बताई जा रही हें

जेलर ने पत्नी को गोली मारी,फिर खुदकुशी

जेलर ने पत्नी को गोली मारी,फिर खुदकुशी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक जेल अधीक्षक ने शुक्रवार को अपनी पत्नी को गोली मार कर हत्या कर दी। पत्नी की मौत के बाद उसी रिवॉल्वर से गोली मार कर खुदकुशी कर ली। एक चैनल की रिपोर्ट के अनुसार अधीक्षक ने पहले पत्नी को गोली मारी और फिर सुसाइड कर लिया।

जानकारी के अनुसार मरने वाले बस्ती के जेल अधीक्षक का नाम आरके केसरवानी है और वह निलंबित चल रहे थे। उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष मार्च में बस्ती जेल में कैदियों और सुरक्षा प्रहरियों के बीच उपद्रव में एक जने की मौके पर ही मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हो गए थे। आरके केसरवानी उस समय वहां जेल अधीक्षक के रूप में कार्यरत थे। इस घटनाक्रम के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर गिरेगी गाज !

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर गिरेगी गाज !
जयपुर। केंद्र में कांग्रेस पार्टी महासचिव राहुल गांधी के महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाले जाने की घोष्ाणा के बाद से प्रदेश में भी पार्टी नेतृत्व में फेरबल की अटकले शुरू हो गई है। राहुल बाबा के एक्शन में आते ही यहां भी किसी युवा नेता को पार्टी की कमान सौंपी जाने की संभावनाएं बढ़ गई है और इसके चलते अपनी बेबाक बयानबाजी के चलते कइयों की आंख की किरकिरी बने प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान पर भी गाज गिर सकती है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार विधायकों के बगावती सुर,आलाकमान से शिकायत,राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग और अस्थिरता की स्थिति सहित विभिन्न मामलों में फजीहत करवा चुकी प्रदेश कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी है।

निशाने पर चंद्रभान !

पार्टी सूत्रों के अनुसार, वक्त बे वक्त बयानबाजी, पार्टी में अनुशासन कायम नहीं कर पाना, पार्टी को आगे बढ़ाने के नाम पर हुड़दंग से भरपूर संभाग स्तरीय कार्याशालाओं के आयोजन को लेकर प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान प्रदेश नेतृत्व के निशाने पर हैं। इस संबंध में प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत, केंद्रीय प्रभारी मुकुल वासनिक व अन्य प्रमुख नेता भी प्रदेशाध्यक्ष से खासे नाराज हैं। पीसीसी सूत्रों का कहना है कि अगस्त के पहले सप्ताह तक प्रदेश अध्यक्ष बदलने के फैंसले पर आला कमान अपनी मुहर लगा सकते हैं।


संभागीय कार्यशालाओं में अनुशासन

पीसीसी अध्यक्ष का पद संभालने के बाद डॉ चंद्रभान ने संभाग स्तरीय कार्यशालाओं के आयोजन किए लेकिन भरतपुर और जयपुर में कार्यशाला के दौरान ही कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। भरतपुर में तो कांगे्रसियों ने कांगे्रसियों के ही कपड़े फाड़ डाले। कार्यशालाओं के दौरान कार्यकर्ताओं का कोई अनुशासन देखने को नहीं मिला, जिससे पूरे प्रदेश में संभाग स्तरीय कार्यशालाओं के प्रति नकारात्मक फीडबैक आला कमान को मिला है। माना जा रहा है कि लगातार ऎसे ही फीडबैक से आलाकमान भी परेशान हो गया।

युवा अध्यक्ष बन सकते हैं पायलट

प्रदेश में कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए वर्तमान में दो प्रमुख दावेदार सामने आ रहे हैं। इसमें केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट और राज्य के वरिष्ठ जाट नेता हेमाराम चौधरी का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। माना जा रहा है कि राहुल गांधी के केंद्र सरकार में सक्रिय होने की तैयारी के साथ ही यहां पर युवा नेता को प्रदेश का नेतृत्व सौंपे जाने की चर्चा आम है। इसमें सचिन पायलट को सबसे आगे बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि प्रदेश में विभिन्न मामलों में सरकार की बदहाल स्थिति को देखते हुए युवा नेतृत्व के जरिए पार्टी में जान फूंकने की कवायद की जा रही है।

पैसों लिए बेटी को जिस्म की मंडी में धकेला

पैसों लिए बेटी को जिस्म की मंडी में धकेला
अर्नाकुलम। केरल में एक पिता ने ही अपनी 14 साल की बेटी का रेप करा और पैसों के लिए जबरन उसे जिस्म की मंडी में उतार दिया तथा करीब 200 लोगों के साथ संबंध बनाने को मजबूर करा। बीते साल उजागर हुए इस मामले में आरोपी पिता को कोर्ट ने अब सजा सुनाई है।

फिलहाल किशोरों के लिए बने सरकारी आवास में रह रही इस लड़की ने बीते साल एक न्यूज चैनल से कहा था कि पहले मेरे पिता ने उस समय मेरे संग रेप करा जब मां घर पर नहीं थी। बाद में पिता मुझे अलग-अगल जगह यह कहकर ले जाने लगे कि मुझे फिल्मों में काम मिल जाएगा।

बेटी से रेप तथा छोटे बेटे को उल्टा लटकाकर जान से मारने की धमकी देने का आरोप सिद्ध हो जाने के बाद केरल की एक कोर्ट ने आरोपी पिता सुधीर को एक मामले में आजीवन कारावास की सजा दी है और उस पर 50 हजार रूपए जुर्माना भी लगाया गया है। उस पर 49 मामले अब भी चल रहे हैं। दीगर बात यह है कि कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के 46 गवाहों में से सुधीर की बीबी और छोटा बेटा बयान से पलट गए।

सुधीर की करतूतों का खुलासा खुद बेटी ने पुलिस को दिए बयानों में किया है। पुलिस का कहना है कि सुधीर अपनी बेटी को एक नदी के पुल पर ले गया और उसे नदी में फेंकने की धमकी दी। जब उसने पिता की बात नहीं मानी तो छोटे भाई को पुल से नीचे लटका दिया। मजबूरन उसे पिता की बात मानने को मजबूर होना पड़ा। इसके बाद उससे देह व्यापार करवाया जाने लगा।

पिता खुद भी उसके साथ रेप करता तथा अन्य लोगों के साथ जबरन सम्बंध बनाने को मजबूर करता था। जब पड़ोस के लोगों को शक होने लगा तो वह उनसे यह कह देता था कि उसकी बेटी को फिल्मों में छोटे रोल मिल रहे हैं इसलिए अकसर उसे लेकर बाहर जाना पड़ता है। लेकिन यह मामला ज्यादा दिन दबा नहीं रह सका। रिश्तेदारों के जरिए यह मामला पुलिस तक पहुंच गया।

कलयुगी पिताओं के 26 मामले
इस मामले में आरोपी पिता सुधीर को सजा सुनाने वाली अर्नाकुलम अतिरिक्त सत्र न्यायालय के जज पीजी अजित कुमार ने कहा कि कहा कि भारत में कुल 26 ऎसे मामले हैं जिसमें बेटियों से रेप किया गया। लेकिन सुधीर का मामला ऎसा है जिसमें न केवल उसने बेटी से रेप करा बल्कि पैसे के लिए उसे अन्य लोगों से भी शारीरिक संबंध बनाने को मजबूर करा। कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया है कि वह पीडित लड़की को जमीन आवंटित करे ताकि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। पूरे मामले में 44 गवाहों के बयान लिए गए तथा कोर्ट के सामने 43 दस्तावेज रखे गए। इस मामले में 106 लोग गिरफ्तार किए गए थे। गिरफ्तार लोगों में एक वकील, एक फिल्म प्रोडयूसर और कारोबारी भी शामिल है। कोर्ट ने इस पूरे मामले में 44 गवाहों और 43 दस्तावेजों के आधार पर फैसला सुनाया है।

पार्षदों ने लगाए अतिक्रमण को शह देने व घूसखोरी के आरोप


पार्षदों ने लगाए अतिक्रमण को शह देने व घूसखोरी के आरोप

बालोतरा  बालोतरा नगरपालिका की बैठक गुरुवार को अध्यक्ष महेश बी चौहान की अध्यक्षता में पालिका टाउन हॉल में आयोजित हुई। बैठक में इस बार भी जहां पार्टी के ही उपाध्यक्ष ने नगरपालिका में भ्रष्टाचार बढऩे की पोल खोली, वहीं प्रतिपक्ष ने भी जमकर आरोप लगाए। छुटपुट नोक-झोंक के साथ कई प्रस्तावों को ध्वनिमत से स्वीकृत भी किया गया। बैठक की कार्रवाई शुरू करने से पूर्व नगरपालिका के पूर्व सदस्य ओमप्रकाश दर्जी के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।

इसके साथ ही पार्षद पुष्पराज चौपड़ा ने आवश्यक बैठक बुलाने को लेकर सवाल किया। उन्होंने कहा कि जब मुद्दे विशेष नहीं है तो आवश्यक बैठक बुलाने का औचित्य क्या है। अध्यक्ष महेश बी चौहान ने बताया कि बालोतरा में सीवरेज के लिए अंशदान राशि जमा करवानी है। साथ ही बीपीएल क्वार्टरों के आबंटन को लेकर चर्चा जरूरी है। पार्षद नरसिंगराम प्रजापत ने आरोप लगाया कि रात को 8 बजे तक बैठकर पट्टे जारी किए जाते हैं, जबकि शहर में बढ़ रहे अतिक्रमण को लेकर नगरपालिका एकदम सुस्त है। उन्होंने कहा कि मीटिंग में दावे होते हैं कि अतिक्रमियों को बख्शा नहीं जाएगा और कार्रवाई रत्तीभर नहीं होती। महिला पार्षद जमनादेवी व सुशीला देवी ने घटिया काम करने वाले ठेकेदारों का पेमेंट रोकने की मांग की। उन्होंने बताया कि वार्डों में इतना घटिया काम हो रहा है, और इसकी जांच भी नहीं हो रही। पार्षद चंद्रा बालड़ ने विकास में भेदभाव का आरोप लगाया। बैठक में मां के कब्जे का पुत्र को पट्टा जारी करने पर भी हंगामा हुआ।

नगरपालिका की बैठक में पार्षदों ने उठाए सवाल, पार्षदों ने पूछा, रात को बैठकर पट्टे जारी होते हैं, अतिक्रमण हटाने में ढिलाई क्यों, विकास में भेदभाव के भी आरोप, जिला बनाने का प्रस्ताव भेजा कई प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित

बैठक में बालोतरा को जिला बनाने का प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया। वहीं नव निर्मित स्टेडियम का नाम महात्मा ज्योति बा फूले स्टेडियम करने, छतरियों का मोर्चा से तीसरी फाटक तक सड़क का नाम संत हरिदास मार्ग करने व पूर्व चेयरमैन नंदकिशोर खत्री की प्रतिमा पालिका परिसर में लगवाने के प्रस्ताव लेकर अनुमोदना के लिए जयपुर भिजवाने का निर्णय हुआ। इसके अलावा सीवरेज के लिए नगरपालिका की अंशदान राशि जमा करवाने का निर्णय लिया गया। नगरपालिका परिसर में सभा भवन के लिए आवास विकास संस्थान को राशि देने पर सहमति बनी। पट्टे देने के लिए ली जाती है घूस

नगरपालिका उपाध्यक्ष रामलाल पुरोहित ने कहा कि नगरपालिका में हर पट्टा जारी करने के लिए भारी चौथ वसूली का धंधा चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई पार्षद इस धंधे में लिप्त है। इस पर पार्षदों ने हंगामा करते हुए नाम उजागर करने के लिए कहा। पुरोहित ने कहा कि अगली बैठक में वे सबूतों के साथ नाम भी उजागर कर देंगे। उन्होंने कहा कि पट्टों के दलाल बैठे हैं, भ्रष्टाचार की जड़े गहरी चली गई है। वास्तविक गरीब को ही मिले आवास

बैठक में गरीबों को आवास आबंटन करने के मुद्दे पर काफी बहस चली। सभी पार्षदों की राय थी कि वास्तविक गरीब को ही आवास आबंटन होना चाहिए। इसके लिए एक टीम गठित करने का निर्णय लिया गया। साथ ही यह निर्णय लिया कि नगरपालिका आवास के लिए 25 हजार रुपए की राशि अपने कोष से भुगतेगी। साथ ही जिन आवेदकों ने पांच-पांच हजार रुपए जमा करवा दिए हैं, उनको वापस लौटाए जाएंगे।

डीएनपी से लगता क्षेत्र बनेगा ईको सेंसेटिव जोन


डीएनपी से लगता क्षेत्र बनेगा ईको सेंसेटिव जोन

एक तरफ डीएनपी की सीमाओं को छोटा करने की चर्चा थी वहीं केन्द्र सरकार ने इसे बढ़ाते हुए ईको सेंसेटिव जोन बनाने के निर्देश दे दिए हैं



बाड़मेर व जैसलमेरजिले के 3 हजार 162 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले राष्ट्रीय मरू उद्यान क्षेत्र की सीमाएं अब बढऩे वाली है। जहां अब तक इसकी सीमाओं को कम करने की चर्चा के साथ जनप्रतिनिधि व दोनों के जिलों वाशिंदे मांग कर रहे थे उसके विपरीत केन्द्र सरकार ने डीएनपी क्षेत्र के आसपास के इलाके को ईको सेंसेटिव जोन बनाने के निर्देश दे दिए हैं। केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार राज्य सरकार ने राजस्थान में वाइल्ड लाइफ को संरक्षित रखने तथा इसमें किसी भी प्रकार के मानवीय दखल को रोकने के लिए प्रदेश के सभी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी व नेशनल पार्क से लगते क्षेत्रों को ईको सेंसेटिव जोन बनाने की तैयारियां शुरू कर दी है। इसी क्रम में जैसलमेर व बाड़मेर जिले के 3162 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले डेजर्ट नेशनल पार्क के लिए जैसलमेर कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है। इस कमेटी की ईको सेंसेटिव जोन की सीमाओं के निर्धारण के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आगामी 9 अगस्त को होगी। कमेटी में जैसलमेर कलेक्टर अध्यक्ष तथा एसडीएम जैसलमेर व शिव, फोरेस्ट ऑफिसर जैसलमेर व बाड़मेर, प्रधान पंचायत समिति जैसलमेर व शिव सदस्य होंगे। सूत्रों के अनुसार वाइल्ड लाइफ सेंचुरी व नेशनल पार्कों के आसपास विभिन्न गतिविधियां बढऩे से पर्यावरण व वाइल्ड लाइफ को खतरा बढ़ता जा रहा था, इसके चलते केन्द्र सरकार ने ईको सेंसेटिव जोन बनाने के निर्देश दिए हैं। आगामी दिनों में होने वाली बैठक में कमेटी द्वारा ईको सेंसेटिव जोन डीएनपी पार्क से कितने किलोमीटर तक होगा, इसका निर्धारण किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार यह सीमा एक किलोमीटर तक हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ ईको सेंसेटिव जोन बनने से लोगों की मुश्किलें और बढऩे की संभावना है। वर्तमान में डीएनपी क्षेत्र में जैसलमेर के 34 व बाड़मेर के 52 गांवों का विकास रुका हुआ है। यहां किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य नहीं हो सकते हैं और नहर की गडरा शाखा का कार्य भी अधर झूल में लटका हुआ है। ऐसे में ईको सेंसेटिव जोन से मुश्किलों में इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है।

सरहदी रेगिस्तान में सूखे की दस्तक...देखिये सूखे की तस्वीरे

देखिये सूखे की तस्वीरे 

सप्ताह में बारिश न हुई तो हालत होंगे विकट 


सरहदी रेगिस्तान में सूखे की   दस्तक








बाड़मेर राजस्थान के रेगिस्तान में जिले बाड़मेर में सूखे ने दस्तक दे दी है. भारत -पाकिस्तान के लोग इन दिनों इस दशक के सबसे भयंकर अकाल के साये में हैं। मानसून मेहरबान नहीं होने से खेती से आजीविका करने वाले हजारों परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। तो कुछ गांवों में लोग बारिश की आस छोड़ रोजगार के लिए पलायन का मानस बना चुके हैं। सावन सूखा बीतने के बाद बुवाई की उम्मीदें तो खत्म हो गई है,नतीजतन गांवों में चारा, पानी का भीषण संकट खड़ा हो गया है। अगर सरकार ने अगले दो - तीन दिन में कोई चारे पानी का कोई इंतजाम नहीं किया तो मवेशियों के साथ इंसान का जीना भी द्रुभर हो जाएगा

ये बाड़मेर हैं सीमावर्ती गाँव जहां रेगिस्तान सैकड़ों मील तक अपने एकछत्र राज के कारण थार का नाम पा चुका हैं इस बार यहाँ बारिश न होने से यहां के खेत सूख गए हैं। जानवरों के लिए चरागाह भी नहीं बचे हैं। खेती और पशुपालन के सहारे अपनी जीविका चलाने वाले लोगों ने मवेशियों को किस्मत के सहारे छोड़ दिया है क्यूंकि यहाँ पानी तक नहीं बचा।दरअसल बाड़मेर जिले में कई गांवों के लोग सूखते कुओं के कारण अब प्रशासन के टैंकरों पर निर्भर हैं। बोर्डर के गाव में रहने वाले रेखाराम के अनुसार इस बार इंद्र देवता नाराज हो गए गई बारिस की एक बूंद नहीं हुई है मवेशियों के लिए चारा नहीं और हमारे कुए तालाब और नाडिया सुख गई है अब राम तो रूठ गया है अब तो सिर्फ राज से उम्मीद है कि वह हमारे लिए कोई रहात शिविर खोलो और मवेशियों के लिए चारे पानी का इंतजाम करे

पाक सरहद से लगे गाँवो में  रहने वाले ग्रमीणों का कहना है कि पुरे इलाके में बारिश कि एक बूंद नहीं हुई है इस बार भयंकर अकाल है पानी की एक बूंद के लिए भी तरसना पड़ रहा है खेतो की जमीने बंजर हो गई है अब बारिश कोई उम्मीद भी नजर नहीं नहीं आ रही है लक्ष्मी के अनुसार अब मवेशी मारने की कगार पर है सरकार इनके लिए कोई इंतजाम करे नहीं तो इनके मारने की खबरे रूज आने लगेगी



राजस्थान के सबसे सूखे जिले बाड़मेर के प्रशाशन स्तर पर सूखे के संकट से निपटने को लेकर कार्ययोजना तैयार नहीं की गई है। बाड़मेर के जिले कलेक्टर वीना प्रधान के अनुसार जिले में बारिश न के बराबर हुई है हालात बेहद चिंताजनक है अभी तक हमने कोई कार्य योजना नहीं बनाई है अब हम इस हालात के बारे में सरकार से बातचीत कर जल्द ही कोई कार्य योजना तैयार करगे



अकाल से उपजी निराशा के बीच ये लोग किसी राहत योजना कि उम्मीद कर रहे हैं यही उम्मीद लोगों के लिए आशा की किरण हैं। बताया जाता है कि अगर जल्दी ही योजनाएं नहीं शुरू हुई तो हजारों लोग और लाखों पशुओं का जीवन संकट में पड़ सकता हैं

आंकड़े 
बाड़मेर के कुल 17 लाख 26 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ बुवाई का लक्ष्य तय किया गया था। मगर मानसून की बेरुखी के चलते लक्ष्य पचास फीसदी घट गया है। साथ ही 95 फीसदी गांवों में बुवाई शुरू नहीं हो पाई हैं। इतना ही नहीं बाड़मेर में 5 हजार हेक्टेयर भूमि में बोई गई खरीफ की फसल भी बारिश के अभाव में सूखने लगी है। जबकि 95 फीसदी गांवों में बारिश के अभाव में खेत सूने है।