गुरुवार, 28 जून 2012

दारिया एनकाउंटर: राठौड़ के खिलाफ दारा की पत्नी ने दायर की याचिका

जयपुर। दारा सिंह एनकाउंटर केस के आरोपी पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ को आरोप मुक्त करने के फैसले को सीबीआई के बाद दारा सिंह की पत्नी सुशीला देवी ने भी हाईकोर्ट में निगरानी याचिका दायर कर चुनौती दी है। सीबीआई व सुशीला की याचिकाओं पर हाईकोर्ट में सुनवाई तीन जुलाई को होगी।

याचिका में जिला व सेशन न्यायाधीश जयपुर जिला के 31 मई के उस फैसले को चुनौती दी गई है जिसमें राजेन्द्र राठौड़ के खिलाफ कोई सबूत नहीं पाए जाने के आधार पर उन्हें आरोप मुक्त कर दिया था। गौरतलब है कि इससे पहले सीबीआई ने भी राठौड़ को आरोप मुक्त करने के फैसले को चुनौती देते हुए मंगलवार को हाईकोर्ट में निगरानी याचिका दायर की थी। सीबीआई ने भी निगरानी में राठौड़ को आरोप मुक्त करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों का उल्लंघन बताते हुए जिला व सेशन न्यायाधीश के फैसले को निरस्त करने की गुहार की है।

पेट्रोल के दाम 2 रूपए 46 पैसे घटे

पेट्रोल के दाम 2 रूपए 46 पैसे घटे

नई दिल्ली। तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल के दामों में 2 रूपए 46 पैसे प्रति लीटर की कमी की है। कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में गिरावट के बाद कंपनियां का यह कदम आम आदमीं को राहत देने वाला साबित होगा। यह घटी कीमतें आधी रात के बाद से लागू हो जाएंगी।

तेल कंपनियों के उच्च अधिकारियों ने यह भी संकेत दिए है कि पेट्रोल की कीमतें पूरी तरह से कच्चे तेल के वैश्विक भाव और रूपए-डॉलर की एक्सचेंज रेट निर्भर करेंगे। तेल कंपिनयों के अनुसार, तेल कंपनियां डालर के मुकाबले रूपए और वैश्विक तेल कीमतों पर निरंतर निगाह रखे हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि 23 मई को पेट्रोल की कीमतों में 7.54 रूपए की अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी की गई थी। इसके बाद 2 जून को पेट्रोल के दामों में 2.02 रूपए की कटौती की गई। अब यदि पेट्रोल 4 रूपए सस्ता होता है तो मई में बढ़ाए गए दामों के बोझ से आमआदमी को काफी हद तक राहत मिलेगी।

दाने-दाने को मोहताज लोकगायिका

दाने-दाने को मोहताज लोकगायिका

रायपुर। लोककला व लोक कलाकारों के संरक्षण के लिए करोड़ों रूपए खर्च करने वाले छत्तीसगढ़ में लोक कलाकारों के सामने खाने के लाले पड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ी लोकसंस्कृति को देशभर में प्रसिद्घि दिलाने वाली 68 वर्षीय लोक गायिका किस्मतबाई देवार की किस्मत क्या रूठी, सरकार भी इस कलाकार से रूठी हुई है।

"चौरा मा गोंदा रसिया" लोक गीत से प्रसिद्ध किस्मत की मारी किस्मतबाई लकवा से पीडित हैं और इस वजह से बोल और चल नहीं पातीं। लिहाजा, उनकी बड़ी बेटी दुर्ग के रेलवे स्टेशन पर भीख मांगकर मां का भरण-पोषण और इलाज करा रही है। प्रदेश के लोक कलाकारों ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को किस्मतबाई की इस स्थिति से अवगत कराया था। उनकी खस्ता हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री ने फरवरी-2012 में उन्हें 40 हजार रूपए की सहायता राशि मंजूर की। साथ ही संस्कृति विभाग ने भी प्रतिमाह डेढ़ हजार रूपए पेंशन देने की घोषणा की। लेकिन आज चार माह बाद भी किस्मतबाई को न तो सहायता राशि मिली और न ही पेंशन। किस्मतबाई देवार ने लोकगायिकी के माध्यम से देशभर में छत्तीसगढ़ को पहचान दी।

उन्होंने विश्वविख्यात रंगनिदेशक स्व. हबीब तनवीर के साथ कई नाटकों में लोकगायन किया व प्रस्तुतियां दीं। वही किस्मतबाई इन दिनों दुर्ग की देवार बस्ती में दुर्दिन काट रही है। उनकी चार बेटियां जतन, रतन, कीर्तन और सबसे छोटी विर्तन है। बड़ी बेटी जतनबाई देवार बस्ती व रेलवे स्टेशन पर भीख मांगकर अपनी मां का पेट भरती है।
संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बनाई पार्टी : छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए किस्मतबाई ने 70 के दशक में "आदर्श देवार पार्टी" की शुरूआत की। पार्टी के माध्यम से रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर, कांकेर के अलावा कई विभिन्न प्रांतों में प्रस्तुति देती थी। पार्टी के शुरूआती दिनों में गिने-चुने कलाकार हुआ करते थे, लेकिन कुछ महीनों बाद पार्टी में कलाकारों का आना शुरू हो गया। हालत खराब होने के बाद संस्था बंद हो गई।
सरकार क्यों करती है घोषणा? : किस्मतबाई की पेंशन के सम्बंध में संस्कृति विभाग के अधिकारियों से कलाकार बात करने के लिए जाते हैं, तो विभागीय अधिकारी बात करने से कतराते हैं। लोकगायिका रमादत्त जोशी का कहना है कि घोषणा के बाद भी सरकार पैसा नहीं दे पाती, तो घोषण ही क्यों करती है? किस्मतबाई ने अपना पूरा जीवन लोककला व लोकसंस्कृति के लिए समर्पित कर दिया, लेकिन आज जब किस्मतबाई को लोगों की जरूरत है, तो कोई भी साथ चलने को तैयार नहीं है।

ये गाने हैं चर्चित
चौरा मा गोंदा रसिया, मोर बारी मा पताल रे...
चल सभी जुर मिल कमाबो रे...
करमा सुने ला चले आवे गा, करमा तहूं ला मिला लेबो...
मैना बोले सुवाना के साथ
रे मैना बोले...

किस्तमबाई प्रसिद्ध लोकगायिका हैं। उनकी ओर से आवेदन आता है, तो जरूर मदद की जाएगी। बात पेंशन की करें, तो विभाग की ओर से कलाकारों को हर महीने 1500 रूपए पेंशन दी जाती है। आवेदन आने पर किस्मतबाई को मुख्यमंत्री सहायता कोष या अन्य किसी मद से सहायता राशि दी जाएगी।
बृजमोहन अग्रवाल,
संस्कृति मंत्री, छत्तीसगढ़

पेट भरने के लिए मांगती हूं भीख
किस्मतबाई की बड़ी बेटी जतनबाई ने बताया कि घर में न राशन है और न ही मां के इलाज कराने के लिए रूपए। सरकार ने पैसा देने की घोषणा तो की थी, लेकिन चार माह बीतने के बाद भी हाथ में कुछ नहीं आया है। रेलवे स्टेशन व देवार बस्ती में भीख मांगने के बाद बड़ी मुश्किल से सिर्फ एक समय का पेट भरता है।

छह वर्ष पुराने ज्यादती के मामले में प्रशासनिक अधिकारी को अग्रिम जमानत नहीं

जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट ने छह वर्ष पुराने एक सामूहिक ज्यादती के मामले में दो प्रशासनिक अधिकारियों को जमानत देने से इनकार कर दिया है। गौरतलब है कि दोनों अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत के 26 जुलाई 2011 को खारिज होने के बाद पहले सेशन कोर्ट व बाद में हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन पेश किया था।
यह आदेश अवकाश कालीन न्यायाधीश गोपाल कृष्ण व्यास ने प्रार्थी आरोपियों बामणवास सवाईमाधोपुर निवासी बच्चूसिंह मीणा व मडी सवाईमाधोपुर निवासी ओंकारसिंह की ओर से पेश अग्रिम जमानत आवेदन की सुनवाई में दिए।
अदालत में सरकारी अधिवक्ता महीपालसिंह विश्नोई ने बताया कि हनुमानगढ़ पुलिस थाना में 26 अप्रैल 2006 को सुनीता देवी ने एक रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा कि वह एक विधवा असहाय महिला है। 11 माह पूर्व वह हनुमानगढ़ स्थित डीपीईपी कार्यालय में कार्यालय सहायक के अस्थाई पद पर नियुक्त हुई थी। वहां निदेशक ओंकारसिंह मीणा जानबूझ कर उसकी गलतियां निकालने लगा पूछने पर उसने घर पर आकर जवाब देने का कहा। उसके घर पर जाने पर अधिकारी ने जबरदस्ती उसके साथ ज्यादती की और किसी से कहने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी।
इसके बाद विधवा कोटे में नौकरी लगाने के नाम पर जयपुर साथ ले गया। जहां बच्चूसिंह, गुरूदेव सिंह आदि ने भी उसके साथ ज्यादती की। बाद में हनुमानगढ़ में ये अधिकारी उसके साथ मनमानी करते रहे और अपने मित्रों के पास जाने को भी कहने लगे। इस पर उसने विरोध किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट में मिली थी अंतरिम जमानत, खारिज होने पर सरेंडर नहीं किया
विश्नोई ने बताया कि पुलिस ने 27 अप्रैल 2006 को इन अधिकारियों को गिरफ्तार करने के लिए वारंट प्राप्त किए। लेकिन इन अधिकारियों ने सर्वोच्च न्यायालय से 16 अक्टूबर 2006 को अंतरिम जमानत प्राप्त कर ली। बाद में 26 जुलाई 2011 को सुप्रीम कोर्ट ने इनकी अंतरिम जमानत को खारिज कर दिया। लेकिन अधिकारियों ने पुलिस के सामने समर्पण नहीं किया। बाद में इन्होंने फिर से सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई। जिसे सेशन कोर्ट ने 20 जून 2012 को खारिज कर दिया। लिहाजा इन अधिकारियों ने हाईकोर्ट की शरण ली।

पेप्सी,कोका कोला में मिली हुई है शराब!

पेप्सी,कोका कोला में मिली हुई है शराब!

लंदन। अगर आप पेप्सी और कोका कोला पी रहे हैं तो आपके लिए यह चौंकाने वाली खबर है। हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि दोनों शीतय पेय में अल्कोहल मिला हुआ होता है। डेली मेल की खबर के मुताबिक पेरिस की एक रिसर्च फर्म ने यह खुलासा किया है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कंजम्पशन के मुताबिक कोका कोला के आधे से ज्यादा उत्पादों में अल्कोहल की मात्रा पाई गई है।

फ्रांस की एक मैगजीन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक प्रति लीटर शीतल पेय में 10 मिलीग्राम अल्कोहल मिला हुआ पाया गया (जो 0.001 फीसदी) है। रिपोर्ट के मुताबिक अल्कोहल की इतनी सी मात्रा भी उन हजारों मुस्लिमों के लिए काफी है जो हमेशा कोका कोला पीते हैं क्योंकि उनका धर्म उन्हें शराब पीने की इजाजत नहीं देता है। रिपोर्ट कहती है कि 19 शीतल पेय उत्पादों का टेस्ट किया गया। इनमें से नौ में अल्कोहल की मात्रा नहीं पाई गई। रिपोर्ट के मुताबिक सस्ते सुपर मार्केट वाले वर्जन अल्कोहल फ्री हैं।

इनमें है अल्कोहल
जिन उत्पादों में अल्कोहल की मात्रा पाई गई उनमें कोका,पेप्सी,कोका कोला क्लासिक लाइट और कोक जीरो शामिल है।

इनमें नहीं है अल्कोहल
जिन उत्पादों में अल्कोहल की मात्रा नहीं पाई गई उनमें ओचान,कोरा,केसिनो,लीडर प्रिंस और मैन यू कोला के ब्रांड शामिल है।

रिपोर्ट के मुताबिक कोका कोला फ्रांस के साइंटिफिक डायरेक्टर माइकल पेपिन ने बताया कि शीत पेय बनाने की प्रक्रिया के दौरान अल्कोहल की मात्रा मिल सकती है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि कोका कोला के उत्पाद सॉफ्ट होते हैं। सरकार ने उनको रिकोग्नाइज किया है।

जूडो प्लेयर से कैंप के बहाने रेप

जूडो प्लेयर से कैंप के बहाने रेप

अमृतसर। पंजाब की एक नवोदित जुडो खिलाड़ी के साथ ट्रेनिंग के बहाने उसी का कोच रेप करता रहा। 10वीं क्लास की यह लड़की 8 दिन तक कोच की हैवानियत का शिकार होती रही और अस्मत लूटा कर किसी तरह घर पहुंची। घटना यहां अमृतसर के छेहरता इलाके की है। घटना के बाद पीडित जुडो प्लेयर के मां-बाप ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है और अब पुलिस आरोपी कोच की धरपकड़ के लिए छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।


अमृतसर पुलिस ने बुधवार को बताया कि आरोपी जुडो कोच प्लेयर के मां-बाप से सुंदरनगर(हिमाचल) में ट्रेनिंग के बहाने लड़की को अपने साथ ले गया। मां-बाप को बताया कि 7 जून से सुंदरनगर में ट्रेनिंग कैंप चल रहा है और लड़की की अन्य दोस्त भी जा रही हैं। परिवारवालों के राजी होने पर कोच 9 जून को उसे यह कह कर घर से ले गया कि बाकी लड़कियां उसका रेल्वे स्टेशन पर इंतजार कर रही हैं।

पुलिस के अनुसार रेल्वे स्टेशन के बहाने से कोच ने लड़की को अपने घर ले जाकर रेप किया। यहां से उसे हिमाचल स्थित कंगरा ले जाया गया। कोच ने लड़की को वहां 2 रात और 3 दिन जबरदस्ती अपने साथ रखा और ज्यादती करता रहा।

पुलिस के अनुसार 17 जून को लड़की वापस अपने घर लौटी और घरवालों को आपबीती सुनाई। इसके बाद घरवालों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी कोच की धरपकड़ के लिए छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है।

जिला कलेक्टर बाड़मेर फेसबुक पर सीधे जनता से जुडी

जिला कलेक्टर बाड़मेर फेसबुक पर सीधे जनता से जुडी

जिला कलेक्टर बाड़मेर फेसबुक पर सीधे जनता से जुडी


बाड़मेर सरहदी जिले के पुलिस अधीक्षक बाड़मेर और जैसलमेर के सोसियल साईट फेसबुक पर अपना खाता खोल सीधे जनता से जुड़ने के बाद अब बाड़मेर की जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने फेस बुक का रूख किया तथा सीधे जनता से जुड़ आम जनता की समस्याओ से रूबरू होगी .बाड़मेर के जिला प्रशासन द्वारा सोसियल साईट फेस बुक पर डी एम बाड़मेर के नाम से अपना खता खोला हें जिसका मकसद आम जनता से सीधे जुड़ कर उनकी समस्याओ से रूबरू होना .जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान के अनुसार संचार क्रांति के इस युग में सोसियल साईटे प्रभावशाली साबित हो रही हें बड़ी तादाद में इससे जुड़े हुए हें .सोसियल साईट के माध्यम से आम जनता से जुड़कर उनकी समस्याओ को सुनेंगे ,नियमानुसार प्रभावी कार्यवाही की जायेगी ,साथ ही जिले में चल रहे विकास कार्यो की जानकारी से जनता को अवगत कराया जा सके .जिले में चल रहे विकास कार्यो का व्यापक प्रचार प्रसार हो सके ज्ञात रहे इससे पूर्व बाड़मेर जिले के पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने फेस बुक पर एस पी बाड़मेर के नाम से पग बना कर लोगो को उनसे सीधे जुड़ने का अवसर प्रदान किया ,बाड़मेर पुलिस का यह प्रयोग काफी सफल रहा

सामने आई तालिबान की बेरहमी, 17 पाकिस्तानी सैनिकों के सिर कलम



इस्लामाबाद. पाकिस्तान में तहरीक ए तालिबान ने रविवार को 17 पाकिस्तानी सैनिकों का सिर कलम कर दिया। तालिबान ने अब सैनिकों के कटे सिरों का वीडियो जारी करके सनसनी मचा दी है।
 
तालिबान ने वीडियो में पाक सेना को चेतावनी देते हुए कहा है कि जब तक पाकिस्तानी फौज अमेरिका का साथ देती रहेगी तब तक वो तालिबान के निशाने पर रहेगी। वीडियो में यह भी कहा गया है कि तालिबान का मकसद पाकिस्तानी में इस्लामी हकूमत वापस लाना है।


वीडियो में एक सफेद चादर पर रखे गए पाक सैनिकों के कटे सिर दिखाए गए हैं। इस वीडियो को उमर स्टूडियो ने रिलीज किया है। पाक सेना के अधिकारियों ने भी 17 सैनिकों के कत्ल की बात स्वीकारी है।

जालोर राजन विशाल ने कलेक्टर का पदभार ग्रहण किया

राजन विशाल ने कलेक्टर का पदभार ग्रहण किया




जालोर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजन विशाल ने गुरुवार को कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट जालोर का पदभार किया। राजन जयपुर विकास प्राधिकरण के सचिव पद से स्थानांतरित होकर यहां आए हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2008 के अधिकारी राजन विशाल ने बुधवार को अतिरिक्त कलेक्टर चुन्नीलाल सैनी से कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट का पदभार लिया। विशाल मूलत: पंजाब प्रांत के रहने वाले हैं तथा जयपुर विकास प्राधिकरण में सचिव एवं जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस के प्रबंध निदेशक के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। जालोर में पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों से जिले की विभिन्न जानकारी ली। इस मौके उन्होंने कहा कि जिले में पानी की समस्या के समाधान और अच्छी सड़कों का निर्माण करना उनकी पहली प्राथमिकता होगा।

7 साल की बेटी ने दिलवाई पिता को उम्रकैद

शेखपुरा। बिहार में शेखपुरा की एक फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 7 साल की बच्ची की गवाही पर उसके पिता को उम्रकैद की सजा सुनाई। इस व्यक्ति पर अपनी ही पत्नी की हत्या का आरोप था। जज केएम तिवारी ने बुधवार को भरत साव को उम्र कैद की सजा सुनाते हुए कहा कि उसकी बेटी शोभा की गवाही पर अदालत भरोसा करती है। वह घटना की चश्मदीद गवाह थी।
 

अभियोजन पक्ष के अनुसार भरत साव ने दो साल पहले लोहे की मोटी छड़ से अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। एक अन्य घटना में फास्ट कोर्ट-1 के जज रामदरथ ने एक व्यक्ति की हत्या के आरोप में 10 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई।

21 साल की पत्रकार पर टूटी भीड़, न्‍यूड कर बुरी तरह की छेड़छाड़,

 

लंदन.मिस्र की राजधानी काहिरा के तहरीर चौक पर एक ब्रिटिश पत्रकार के साथ भीड़ द्वारा जानवरों जैसा सुलूक करने का मामला सामने आया है। पत्रकार का शारीरिक शोषण उस दौरान हुआ, जब तहरीर चौक पर मिस्र के राष्ट्रपति चुनावों के परिणाम घोषित होने पर जश्न मनाया जा रहा था।
डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक 21 साल की नताश स्मिथ ने बताया कि तहरीर चौक पर रिपोर्टिंग के दौरान उस पर कई पुरुषों ने हमला कर दिया। नताशा ने बताया कि हमलावरों ने जबरन उसके कपड़े फाड़ दिए और उसके साथ जानवरों जैसा सुलूक किया। नताशा ने बताया कि लोगों ने उसके पूरे कपड़े उतार दिए और वे जानवरों की तरह उसके निजी अंगों को नोचने लगे। स्मिथ का यह भी कहना है कि भीड़ में मौजूद लोगों ने उसके निजी अंगों से बुरी तरह छेड़छाड़ की।
ब्रिटेन के एक अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार नताशा दो अन्य लोगों की मदद से बुर्का पहनकर वहां से बचकर निकल पाई। इस वाकये के बारे में अपने ब्लॉग पर लिखते हुए उसने बताया, 'मैं वहां पर केवल बुरी नजर वाले लोगों को देख पा रही थी। लोग मुझपर ऐसे टूट पड़े थे, जैसे मैं ताजा मांस हूं।'
गौरतलब है कि यह हादसा बीते रविवार को घटित हुआ, जब पूरे मिस्र में मोहम्मद मुर्सी के राष्ट्रपति चुने जाने पर जश्न का माहौल था। देश के पहले लोकतांत्रिक ढंग से नेता चुने जाने के मौके पर काहिरा के तहरीर चौक पर भी जश्न मनाया जा रहा था और हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।


स्मिथ, फालमाउथ यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल जर्नलिज्म में मास्टर्स हैं और वे तहरीर चौक पर भीड़ की रिकॉर्डिंग कर रही थी। स्मिथ महिला अधिकारों के मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए मिस्र में थी।
स्मिथ पहली पश्चिमी महिला नहीं है जिसका मिस्र में शोषण किया गया है। सीबीएस न्यूज की लारा लोगन पर भी वर्ष 2011 में हमला हो चुका है। मिस्र की पत्रकार मोना एल्टाहवे पर भी भी बीते नवंबर मिस्र के सिक्योरिटी फोर्स द्वारा हमला किया जा चुका है।

घर पहुंचे सुरजीत रिहाई के बाद भी नहीं खोली सुरजीत की हथकड़ी

 

वाघा बॉर्डर. 30 साल बाद सुरजीत सिंह पाकिस्‍तान की जेल से रिहा हो गए हैं। वाघा बार्डर पर पाकिस्‍तानी अफसरों ने उन्‍हें भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया है। उनके साथ कई मछुआरों को भी रिहा किया गया है। सुरजीत ने माना कि वह जासूसी के लिए पाकिस्‍तान गए थे। उन्‍होंने सरबजीत की रिहाई में मीडिया हाइप को बाधा बताया। सुरजीत के बयान से पाकिस्‍तान में सरबजीत की रिहाई के खिलाफ माहौल मजबूत होने का डर है।
भारत पहुंच कर सुरजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्‍तान सरकार की ओर से बुधवार को उनकी ही रिहाई का आदेश हुआ था, सरबजीत का नहीं। सरबजीत और सुरजीत उर्दू में लिखने पर एक जैसा ही पढ़ा जाता है जिस कारण गलतफहमी हुई। सुरजीत सिंह ने कहा, 'मैं सरबजीत को रिहा करवा लूंगा, कुछ न कुछ करेंगे, मंत्रियों से मिलेंगे। सरबजीत की दिमागी हालत बिलकुल ठीक है, वो हर किस्म की बात करते हैं लेकिन आज सुबह मैं आने से पहले उनसे नहीं मिल पाया।'
जब पत्रकारों ने सुरजीत से पूछा कि वो पाकिस्तान क्या करने गए थे तब उन्होंने कहा, 'मैं जासूसी करने पाकिस्तान गया था।' हालांकि जब इसके बाद पत्रकारों ने सवाल किए तो सुरजीत ने कहा, 'सरकार के खिलाफ कोई बात मत पूछो मैं कुछ भी नहीं बताऊंगा।' यह कहकर सुरजीत अचानक उठकर चले गए।
सुरजीत सिंह ने कहा कि अब वह कभी पाकिस्‍तान नहीं जाएंगे। उन्‍होंने कहा, 'मैं आऊंगा तो फिर शक होगा कि जासूसी के लिए आया हूं। इसलिए मैं पाकिस्‍तान नहीं आऊंगा।' उन्‍होंने अपील की कि सरबजीत को भी जल्‍दी से जल्‍दी रिहा किया जाए। जेल में हुए सुलूक के बारे में उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान की जेल में उनके साथ अच्‍छा सलूक किया गया।
हथकड़ियों में जकड़े वाघा बार्डर पहुंचे सुरजीत
सुरजीत सिंह आधिकारिक रूप से गुरुवार सुबह को ही जेल से रिहा हो गए थे लेकिन जब वो वाघा बार्डर पहुंचे तो उनके हाथ हथकड़ियों में जकड़े थे। हथकड़ी से बंधी लोहे की चेन पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी की बेल्ट से बंधी थी। 69 वर्षीय सुरजीत सिंह ने सफेद कुर्ता पाजामा पहन रखा था और उनके साथ दो बैग भी थे। जब पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी सुरजीत के साथ पुलिस वैन से उतरा तो उसने सुरजीत की हथकड़ियां नहीं खोली। सुरजीत को गुरुवार सुबह को ही लाहौर की कोट लखपत जेल से रिहा किया गया था।
पूरी तरह आजाद होते ही सबसे पहले सुरजीत सिंह ने अपने पाकिस्तानी वकील को गले लगाया। सुरजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्तान जेल में उनका सही से ख्याल रखा गया और वो इसके लिए पाकिस्तान अधिकारियों का शुक्रिया अदा करते हैं।
सुरजीत को 1982 में गलती से सीमा पार कर पाकिस्‍तान में दाखिल होने पर जासूसी के आरोप में पकड़ा गया था। लेकिन आतंकी विस्‍फोट के आरोप में पकड़े गए सरबजीत सिंह की रिहाई की उम्‍मीद अब भी नहीं जग रही है। इसके लिए सरबजीत के परिजन गुरुवार को जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। सरबजीत के परिजनों ने आज विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से भी मुलाकात करके रिहाई की गुहार लगाई।
बेटे को बाप की शक्ल तक याद नहीं...
11 बजकर 35 मिनट पर सुरजीत सिंह ने जब भारत की धरती पर कदम रखा तब उनके गृह जिले फिरोजपुर से वाघा बार्डर आए सैंकड़ों लोगों ने फूलमालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया। सुरजीत सिंह 30 साल पाकिस्तान की जेल में बिताकर लौटे हैं।
इस दौरान बहुत कुछ बदल चुका है। उनके एक बेटे की मौत हो गई है जबकि अन्य बच्चों की शादी हो गई है। सुरजीत सिंह के बेटे कुलविंदर सिंह तब मात्र तीन साल के थे जब सुरजीत सिंह गायब हो गए थे। कुलविंदर को अब अपने पिता का चेहरा भी याद नहीं है। कुलविंदर ने कभी सोचा भी नहीं था कि वो अपने पिता से मिल पाएंगे लेकिन अब वो उनका चेहरा देख सकेंगे।
सुरजीत के स्वागत के लिए उनके गांव में भी खास तैयारियां की गई हैं। गांव की महिलाएं सामूहिक रसोई लगाकर आने वालों के लिए खाना बना रही हैं। सुरजीत के स्वागत में पटाखें भी फोड़े जाएंगे और भांगड़ा भी किया जाएगा।
सुरजीत को मृत मान बैठे उनके परिजनों को साल 2004 तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। 2004 में पाकिस्तान की जेल से रिहा हुए एक कैदी ने सुरजीत का पत्र उनके परिजनों को सौंपा था। उस पत्र से ही परिवार को पता चला था कि सुरजीत पाकिस्तान की जेल में आजीवन कारावास काट रहे हैं। सुरजीत की सजा अक्टूबर 2010 में समाप्त हो गई थी।

दो बार गर्भपात करवाने के बाद लगा रहीं कास्टिंग काउच का आरोप!

भोजपुरी फिल्म में एक बार फिर से कास्टिंग काउच का मामला सामने आया है। इस बार कथित रूप से कास्टिंग काउच की शिकार हुईं हैं भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री ट्यूलिप सिंह उर्फ पूनम सिंह उर्फ़ पूर्णिमा। उन्होंने यह दावा एक अखबार को दिए बयान में किया है।  
ट्यूलिप ने दिए बयान में कहा है कि गुजरात के एक बिजनेसमैन से उसके शारीरिक संबंध थे। बिजनेसमैन ने उनकी दो फिल्मों में पैसा भी लगाया था। पूनम ने ये भी कहा है कि उनका दो बार गर्भपात भी हो चुका है। पूनम की मानें तो 'पहले मैंने बर्दाश्त किया, लेकिन बाद में जब बिजनेसमैन ने यूनिट की अन्य लड़कियों को मेरे जरिए अपना शिकार बनाना चाहा तो मैंने मना कर दिया। ऐसे में बिजनेसमैन ने फिल्म में पैसा लगाने से भी मना कर दिया। अब वह मुझे झूठे केस में फंसा रहा है।'
बता दें कि लगभग दो माह पहले ही गुजरात के एक व्यवसायी ने अभिनेत्री पूनम सिंह और उनके लिव इन पार्टनर रमन नायर पर अहमदाबाद में 2.5 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप लगाया था।
ज्वैलर्स के अनुसार दोनों ने उससे 2.5 करोड़ का सोना और डायमंड खरीदे थे लेकिन पैसे नहीं चुकाए। बाद में ज्वैलर को फर्जी चेक पकड़ा दिया था। गुजरात पुलिस पूनम को काफी समय से तलाश कर रही है। वह फिलहाल फरार है।

सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के बकाया कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश


सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के बकाया कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश


जैसलमेर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनांतर्गत विकास कार्योंं की प्रगति समीक्षा बैठक में कलेक्टर शुचि त्यागी ने कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिए कि वे बकाया कार्योंं को प्राथमिकता से पूर्ण करवाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि जो कार्य पूर्ण हो गए हैं उनके उपयोगिता प्रमाण-पत्र तत्काल प्रस्तुत करें। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेवसिंह उज्जवल के साथ ही संबंधित कार्यकारी एजेंसी के अधिकारीगण उपस्थित थे।

पेयजल कार्यों को करें प्राथमिकता से: कलेक्टर ने वर्ष 2011-12 में जलदाय विभाग के स्वीकृत कार्यों की चर्चा करते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें ताकि लोगों को पीने का पानी उपलब्ध हो।

स्वीकृत नहीं होने योग्य कार्योंं पर टिप्पणी करें: मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेवसिंह उज्जवल ने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनांतर्गत प्रशासनिक स्वीकृति के बाद जो कार्य किसी कमी के कारण होने लायक नहीं है उनके संबंध में टिप्पणी सहित शीघ्र प्रस्तुत करें ताकि संबंधित सांसद को सूचित किया जा सके एवं उनसे दूसरे कार्य स्वीकृत करने के लिए लिखा जा सके।

विकास अधिकारी करें समीक्षा: उन्होंने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एम.पी व एम.एल.ए कोटे में स्वीकृत कार्यो की समीक्षा अपने स्तर पर करें एवं जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं उनमें उपयोगिता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत कर दें। अधिशाषी अभियन्ता फकीरचंद ने बैठक में सांसद स्थानीय विकास योजना में स्वीकृत कार्य, पूर्ण हुए कार्यो एवं बकाया कार्यो की विस्तार से जानकारी प्रदान की।बैठक में सम समिति के विकास अधिकारी रामनिवास बाबल, जैसलमेर रमेशचन्द्र माथुर, सांकड़ा छोगाराम विश्नोई, लेखाधिकारी शुभकरण रतनू, अधीक्षण अभियंता जलदाय मुकेश गुप्ता उपस्थित थे।

बीएडीपी योजना पर हुई विस्तृत समीक्षा: कलेक्टर शुचि त्यागी ने सीमाक्षेत्र विकास योजनांतर्गत स्वीकृत कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिए कि बकाया कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें। उन्होंने पूर्ण कार्यों के उपयोगिता प्रमाण-पत्र तत्काल पेश करने की हिदायत दी। कलेक्टर ने बीएडीपी योजना में वर्ष 2008-09, 2009-10, 2010-11 तथा 2011-12 के एजेंसी वार स्वीकृत कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए हिदायत दी की जिन एजेंसी ने वर्ष 2008-09 व 2009-10 में जो कार्य पूर्ण कर लिए हैं उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता से पूर्णता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें। उन्होंने वर्ष 2010-11 व 2011-12 में स्वीकृत कार्यों को शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए।

आखिरकार पुलिस ने हटवाए अस्थाई अतिक्रमण


आखिरकार पुलिस ने हटवाए अस्थाई अतिक्रमण

दुकानदारों को समझाते पुलिसकर्मी



जैसलमेर



शहर के मुख्य बाजार में बुधवार को पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए अस्थाई अतिक्रमण हटवाए। पुलिस ने दुकानदारों को हिदायत दी कि यदि दोबारा मुख्य बाजार में दुकानों के बाहर सामान रखा गया तो उसे जब्त कर लिया जाएगा। इस कार्रवाई से एकबारगी शहर का नजारा ही बदल गया। दुकानदारों ने आनन- फानन में दुकानों के बाहर रखे सामान को हटा लिया वहीं दुकानों के आगे खड़े दुपहिया वाहनों को भी हटवाया गया। पुलिस व प्रशासन के संयुक्त अभियान के तहत की गई कार्रवाई का कई जगहों पर व्यापारियों ने विरोध भी किया।

प्रोबेशनल आरपीएस सुनील कुमार, प्रोबे. आरएएस ओ.पी. विश्नोई व नरेश बुनकर के नेतृत्व में करीब एक दर्जन पुलिस कर्मियों का काफिला बुधवार सुबह मुख्य बाजार पहुंचा। टीम ने हर एक दुकानदार को अस्थाई अतिक्रमण नहीं करने की हिदायत देते हुए दुकानों के बाहर रखे सामान हटवाए। शेष त्नपेज १६

यहां हुई कार्रवाई

पुलिस व प्रशासन की इस टीम ने शहर के विभिन्न बाजारों में बुधवार को कार्रवाई की। मुख्य रूप से गोपा चौक, सदर बाजार, भाटिया मार्केट, गांधी चौक व हनुमान चौराहा पर कार्रवाई की गई।

पहले नगरपरिषद कर चुकी है कार्रवाई

गौरतलब है कि शहर में अस्थाई अतिक्रमण की समस्या लंबे अर्से से चली आ रही है। अतिक्रमणों के साथ ही दुकानों के आगे वाहनों की पार्किंग राहगीरों के लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं। इस संबंध में नगरपरिषद पूर्व में कई बार कार्रवाई कर चुकी है लेकिन कुछ दिनों बाद फिर वही हालात होते हैं।

कार्रवाई में नगरपरिषद की टीम नहीं दिखी

पूर्व में नगरपरिषद द्वारा की गई कार्रवाई का असर दिखाई नहीं देने पर बुधवार को प्रशासन व पुलिस ने जोर दिखाया। बुधवार को हुई कार्रवाई में नगरपरिषद का जाप्ता शामिल नहीं था और न ही नगरपरिषद का कोई अधिकारी शामिल था। इस बार केवल पुलिसकर्मी ही दिखाई दिए।

कई जगह हुआ विरोध

शहरी क्षेत्र में बुधवार को अस्थाई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कई जगह व्यापारियों ने विरोध भी किया। सदर बाजार में व्यापारियों ने दुकान के बाहर ओटो पर रखे सामान को नहीं हटाने की बात कही। उनका कहना था कि यदि सड़क पर सामान रखा हो तो हटवाएं। इसके अलावा गांधी चौक में कई लोगों ने वाहनों के लिए पहले पार्किंग स्थल और नो पार्किंग जोन में प्रवेश नहीं देने की बात कही।