सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के बकाया कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश
जैसलमेर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनांतर्गत विकास कार्योंं की प्रगति समीक्षा बैठक में कलेक्टर शुचि त्यागी ने कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिए कि वे बकाया कार्योंं को प्राथमिकता से पूर्ण करवाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि जो कार्य पूर्ण हो गए हैं उनके उपयोगिता प्रमाण-पत्र तत्काल प्रस्तुत करें। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेवसिंह उज्जवल के साथ ही संबंधित कार्यकारी एजेंसी के अधिकारीगण उपस्थित थे।
पेयजल कार्यों को करें प्राथमिकता से: कलेक्टर ने वर्ष 2011-12 में जलदाय विभाग के स्वीकृत कार्यों की चर्चा करते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें ताकि लोगों को पीने का पानी उपलब्ध हो।
स्वीकृत नहीं होने योग्य कार्योंं पर टिप्पणी करें: मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेवसिंह उज्जवल ने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनांतर्गत प्रशासनिक स्वीकृति के बाद जो कार्य किसी कमी के कारण होने लायक नहीं है उनके संबंध में टिप्पणी सहित शीघ्र प्रस्तुत करें ताकि संबंधित सांसद को सूचित किया जा सके एवं उनसे दूसरे कार्य स्वीकृत करने के लिए लिखा जा सके।
विकास अधिकारी करें समीक्षा: उन्होंने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एम.पी व एम.एल.ए कोटे में स्वीकृत कार्यो की समीक्षा अपने स्तर पर करें एवं जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं उनमें उपयोगिता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत कर दें। अधिशाषी अभियन्ता फकीरचंद ने बैठक में सांसद स्थानीय विकास योजना में स्वीकृत कार्य, पूर्ण हुए कार्यो एवं बकाया कार्यो की विस्तार से जानकारी प्रदान की।बैठक में सम समिति के विकास अधिकारी रामनिवास बाबल, जैसलमेर रमेशचन्द्र माथुर, सांकड़ा छोगाराम विश्नोई, लेखाधिकारी शुभकरण रतनू, अधीक्षण अभियंता जलदाय मुकेश गुप्ता उपस्थित थे।
बीएडीपी योजना पर हुई विस्तृत समीक्षा: कलेक्टर शुचि त्यागी ने सीमाक्षेत्र विकास योजनांतर्गत स्वीकृत कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिए कि बकाया कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें। उन्होंने पूर्ण कार्यों के उपयोगिता प्रमाण-पत्र तत्काल पेश करने की हिदायत दी। कलेक्टर ने बीएडीपी योजना में वर्ष 2008-09, 2009-10, 2010-11 तथा 2011-12 के एजेंसी वार स्वीकृत कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए हिदायत दी की जिन एजेंसी ने वर्ष 2008-09 व 2009-10 में जो कार्य पूर्ण कर लिए हैं उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता से पूर्णता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें। उन्होंने वर्ष 2010-11 व 2011-12 में स्वीकृत कार्यों को शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए।
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