शनिवार, 9 जून 2012

सेना ने मानी हार तो विरान बर्फ में पति को खोजने निकली नेहा

केलांग. आठ माह पहले मिग-29 की दुर्घटना में लापता हुए पायलट और स्क्वाड्रन लीडर धमेंद्र सिंह तोमर की पत्नी को अपने पति के जीवित होने की उम्मीद भले ही धूमिल हो गई हो लेकिन आस्था और विश्वास ने उन्हें एक ओर प्रयास करने की शक्ति दी है। इसी उम्मीद और विश्वास के साथ वह शीत मरुस्थल लाहौल में अपनी पति की तलाश में निकली हैं।  
उनका मानना है कि पति भले ही जीवित न मिलें लेकिन उनकी अस्थियां मिलने पर वह उनका हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार अंतिम संस्कार कर पत्नी धर्म को पूरा करेंगी। धर्मेद्र की पत्नी नेहा तोमर कहती हैं कि ‘उनके’ जीवित होने की उम्मीद तो बहुत कम है। क्योंकि जिस क्षेत्र में मिग गिरा वह बहुत ही बीहड़ और बारह महीनों बर्फ से ढका रहता है। जिंदा न सही तो उनका शव मिल जाए तो वे हिंदु धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कर सकें।

वह अपने परिवार के कुछ लोगों के साथ लाहौल पहुंची हैं और स्थानीय प्रशासन की मदद से सर्च अभियान में जुट गई हैं। जिला के स्थानीय ट्रेकरों से मदद की गुहार लगाकर किसी भी सूरत में पायलट को ढूंढ निकालना चाहती हैं।

मिग के दुर्घनाग्रस्त होने के बाद से लापता हैं धर्मेंद्र

18 अक्टूबर 2011 की रात को लाहौल में मिग-29 मौसम खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में पायलट एवं स्क्वाड्रन लीडर धर्मेंद्र सिंह तोमर का कोई पता नहीं लगा। सेना ने उस दौरान सर्च अभियान भी चलाया लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। सेना के जवानों को उस समय मांस के कुछ टुकड़े मिले थे जिसे फॉरेंसिक लैब भेजा गया लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली। धर्मेद्र के परिवार वाले इस बारे में किसी गुरु की शरण में गए थे। गुरु ने उनके मन में उम्मीद की किरण जगा दी। गुरु ने कहा कि वे तलाश करें ऐसा लगता है कि धर्मेंद्र जिंदा है और वह बारालाचा की तरफ चले गए हों। हालांकि इतनी लंबी अवधि के दौरान धर्मेद्र के बारे में कोई पुख्ता जानकारी न मिलना भी परिवारवालों के मन में शक पैदा करता है लेकिन उम्मीद एक बार फिर उन्हें लाहौल स्पीति की घाटियों में ले आई।

सरहदी बाड़मेर जिले में कई मामले दर्ज


 सरहदी बाड़मेर जिले में कई मामले दर्ज 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के विभिन्न थानों में पिछले चौबीस घंटो में मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू की गयी .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की बगदाराम पुत्र छोगाराम प्रजापत नि. चाडो की ़ाणी ने मुलजिम जालमसिंह पुत्र गोपालसिंह राजपूत निवासी वेरापुरा सिरोही के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा गाड़ी नम्बर आरजे 24 टी 1825 को तेजगति व लापरवाही से चलाकर मुस्तगीस की जीप एमएच 4 जेड 5265 के टक्कर मारना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सिणधरी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह मालाराम  पुत्र जेठाराम जाट नि. झुण्ड दक्षिण ने मुलजिम विरधाराम पुत्र सोनाराम मेगवाल निवासी झुण्ड दक्षिण वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस को रोककर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।इधर  प्रतिनसिंह पुत्र इन्द्रसिंह जाट हाल जेईएन निम्बडी ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात मुलजिम राणी गांव के पास लगा सिंगल फैस का ट्रासफार्मर चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। 

VC पर प्रोवोसी का आरोप - वह चाहते हैं कि मैं शरीर सौंपने के लिए तैयार हो जाऊं

 

जमशेदपुर. कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति (वीसी) डॉ. सलिल कुमार राय और प्रतिकुलपति (प्रोवीसी) डॉ. लक्ष्मीश्री बनर्जी का विवाद अब सीमा तोडऩे लगा है। दोनों एक-दूसरे पर मर्यादा खराब करने की कोशिश का आरोप लगा रहे हैं।
दोनों के बीच का विवाद दो साल पुराना है। 16 नवंबर 2010 को डॉ. सलिल कुमार राय वीसी बने थे, तभी से कलह शुरू हो गया था। लेकिन 4 जून 2012 को राज्यपाल को लिखे पत्र में डॉ. लक्ष्मीश्री बनर्जी ने कहा, ‘कुलपति बनने के बाद से ही डॉ. सलिल कुमार राय मुझ पर सैक्रिलिजस (अपवित्रीकारी, देवद्रोही, धर्मविरोधी) आक्रमण कर रहे हैं।’

अंग्रेजी में लिखे एक पेज के पत्र में डॉ. बनर्जी ने कहा है:‘डॉ. राय इसलिए प्रताडि़त कर रहे हैं कि मैं थक-हार कर शरीर सौंपने के लिए तैयार हो जाऊं’(...सो दैट आई मे बी पुट टू सेक्सुअल ह्रासमेंट एंड एक्सप्लाइटेशन आलसो)

वीसी ने कहा कि वे विश्वविद्यालय को आगे ले जाने की दिन रात कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में काम न करने वाले लोग उनपर आरोप लगा कर माहौल खराब कर रहें है।

सुर्खियों में रहने वालीं डॉ. लक्ष्मीश्री बनर्जी प्रोवीसी बनने से पहले जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में पदस्थापित थीं, जहां क्लास नहीं लेने के कारण प्रिंसिपल से उनकी नहीं बनती थी। इसके अलावा प्रोवीसी पर जन्म तिथि में छेड़छाड़ करने के आरोप लगे हैं। इस मामले में छह माह तक उनके वेतन पर भी रोक लगी थी। प्रोवीसी यूजीसी की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रत्नावली बनर्जी की बहन हैं।

पैसे की हेराफेरी के भी लग चुके हैं आरोप: महालेखाकार द्वारा विवि का ऑडिट कराया गया। इसके आधार पर प्रोवीसी समेत विवि के अन्य पूर्व अधिकारियों पर पैसे की हेराफेरी की शिकायत की गई थी।

राज्यपाल से दो बार मिला है शो-कॉज: वीसी की शिकायत के बाद राजभवन द्वारा दो अलग-अलग कमेटी बनाकर मामले की जांच कराई गई। अब तक प्रोवीसी को दो बार शो-कॉज जारी कर जवाब मांगा गया है।


वह मेरी मर्यादा पर आघात कर रही हैं "डॉ. लक्ष्मीश्री बनर्जी क्या हैं, यह दुनिया जानती है। उनके कह देने से मैं गलत नहीं हो जाऊंगा। वे काम नहीं करती हैं। विश्वविद्यालय नहीं आती हैं। मेरी उनसे मुलाकात सिर्फ मीटिंग में होती है। आरोप बेबुनियाद व गलत है। वे मेरी मर्यादा पर आघात कर रही हैं।" - (डॉ. सलिल कुमार राय

प्रेमी संग मिल पति को मौत के घाट उतारा

अमृतसर. तीन मार्च को थाना रामबाग के इलाका पवन नगर में रहने वाले पवन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का खुलासा भले ही तीन माह बाद हुआ, लेकिन यह खुलासा सबको हैरान कर देने वाला था। पवन की हत्या हुई थी और हत्यारी निकली उसके साथ जीने मरने की कसमें खाने वाली उसकी पत्नी तनु शर्मा। तनु ने अपने प्रेमी अमित शर्मा उर्फ अशोक निवासी विजय नगर बटाला रोड के साथ मिल कर इस वारदात को अंजाम दिया था। 

फिलहाल पुलिस ने तनु और अमित के खिलाफ हत्या व लाश को खुर्दबुर्द करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है, लेकिन दोनों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। तीन मार्च को पवन के संदिग्ध हालात में मौत के बाद थाना रामबाग की पुलिस ने पवन का शव कब्जे में ले 174 (पोस्टमार्टम) की कार्रवाई की थी। हालांकि उस समय पवन के परिजनों का आरोप था कि पवन की हत्या की गई है।


जांच में सामने आया कि तनु के अमित उर्फ अशोका के साथ लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। पवन को पहले तो इसकी भनक नहीं लगी, लेकिन जब उसे अपनी पत्नी के अवैध संबंधों के बारे पता चला तो उसने तनु को अमित के साथ रिश्ता खत्म करने के लिए कहा। यह बात तनु ने अमित को बताई और दोनों ने मिल पवन की हत्या की साजिश रच ली। उन्होंने पवन को जहर दे दिया और जब जहर ने पूरा असर न दिखाया तो दोनों ने मिल उसका गला घोंट उसे मौत के घाट उतार डाला।

पिता की परेशानी बर्दास्त न कर सकी बेटी इसलिए कर दिया बड़ी मां का कत्ल

जोधपुर.रामपुरा गांव में सोमवार को खेत में काम कर रही महिला की हत्या का खुलासा स्थानीय पुलिस ने बुधवार को कर दिया। महिला की हत्या उसके देवर की बेटी ने ही की थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार व खून से सने कपड़े बरामद कर लिए। मामले का अनुसंधान कर रहे प्रशिक्षु आरपीएस विजयसिंह मीणा ने बताया कि साउड़ी (48) पत्नी मदनलाल जाट की हत्या के आरोप में मृतका के देवर जगदीश की विवाहिता बेटी सीमा उर्फ अनोपी को गिरफ्तार किया है। उसने जुर्म कबूल किया है। पूछताछ में आरोपी सीमा ने बताया कि उसके पिता जगदीश और तीन अन्य भाईयों में जमीन को लेकर रंजिश है।  

उसके बड़े पिता मदनलाल, बड़ी मां साउड़ी आदि उसके पिता जगदीश को आए दिन सताते रहते थे। बड़े पिता और बड़ी मां द्वारा उसके पिता को आए दिन सताने से वह बहुत दुखी हो गई थी। उसके कोई भाई नहीं होने से उसने ही अपने पिता को इस परेशानी से मुक्त करने की ठान ली। जिसके चलते सोमवार को जब उसके माता-पिता अपने-अपने काम से बाहर गए हुए थे, उस समय वह उचित मौके की लाश में जुट गई। इस दौरान जब उसकी बड़ी मां साउड़ी खेत चली गई और दोपहर में जब साउड़ी खेत में काम करते-करते थककर वहीं सो गई, तो उसने सोती हुई साउड़ी पर पशुओं का चारा काटने के काम में ली जाने वाली झाबड़ से सिर पर वार कर हत्या कर दी।

यही नहीं, उसने इस घटना को लूट दर्शाने के लिए मृतका के सिर का बोर व कान की टोटी निकालकर बाड़े में बने पशुओं के गोबर के ढेर में और झाबड़ को संदूक में छिपा दिया। इस घटना में मृतका को धारदार हथियारों से काटने के साथ ही उसके शरीर पर पहने हुए कुछ जेवरात भी गायब थे। मृतका के बेटे ओमप्रकाश ने भी जमीनी विवाद को लेकर चल रहे पारिवारिक रंजिश की वजह से अपने चाचा जगदीश पर शक जाहिर किया था।

मीणा ने बताया कि मृतका और उसके देवर के बीच पुश्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर पिछले कई बरसों से विवाद और आपसी रंजिश होने की वजह से पुलिस ने इसी आधार पर तहकीकात शुरु की। मृतका के देवर जगदीश, उसकी पत्नी व बेटी आदि से पूछताछ शुरु की। जिसमें जगदीश की विवाहिता बेटी सीमा उर्फ अनोपी ने इस वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया।

डॉ वीणा प्रधान ने प्रदूषित जल लूनी नदी में प्रवाहित करने को लेकर नाराजगी

 डॉ वीणा प्रधान ने प्रदूषित जल लूनी नदी में प्रवाहित करने  को लेकर नाराजगी

बाड़मेर जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान ने आज बालोतरा में लूनी नदी में औदौगिक इकाईयों द्वारा जल प्रवाहित करने को गंभीरता से लेते हुए लोनी नदी का दौरा कर अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए की न्यायलय के आदेशो की कडाई से पालना की जाए .डॉ वीणा प्रधान ने न्यायलय के आदेशो के बावजूद फेक्टरियो द्वारा प्रदूषित जल लूनी नदी में प्रवाहित करने को लेकर नाराजगी जताई . प्रदुसित जल लूनी नदी में प्रदूषित पानी प्रवाहित पर लगी रोक को प्रभावी रूप लागु करने के लिए जिला कलेक्टर ने आज बालोतरा में लूनी नदी जायजा लिया कलेक्टर ने गांधीपुरा, क्षत्रियो का मोर्चा क्षेत्र में लूनी नदी में जाँच की और अधिकारिओ को दिशा निर्देश दिए !हल में कलेक्टर ने बालोतरा में अनधिकृत रूप से संचालित हो रही इकाईयों को सीज करने और लूनी नदी में प्रदूषित पानी के प्रवाह पर सख्ती से निपटने के भी आदेश दिए थे !

जोधपुर के सेना भर्ती रैली में टोकन सुविधा


जोधपुर के सेना भर्ती रैली में टोकन सुविधा 
 
सेना भर्ती कार्यालय, जोधपुर की सेना भर्ती रैली का आयोजन राजकीय शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय, जोधपुर में 02 जुलाई 2012 से 08 जुलाई 2012 तक किया जा रहा है। सेना भर्ती में प्रवेश के लिए टोकन सुविधा किया गया है। सेना भर्ती प्रकि्रया में भाग लेने के लिये अभ्यार्थियों को अपने तहसील कार्यालय से टोकन लेना अनिवार्य है। यह टोकन योग्य अभ्यार्थी को नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। टोकन जारी करते समय अभ्यार्थी को योग्यता के आधार पर ही जारी होगा। सेना भर्ती के लिए अनिवार्य योग्यता निम्न प्रकार से है। अभ्यार्थी को सेना भर्ती प्रकि्रया के लिए तहसील द्वारा जारी टोकन के बिना प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 

पद 
शैक्षणिक योग्यताऐं 
शारीरिक योग्यताऐं 
जन्म तिथि 
उंचाई 
वजन 
सीना 
उम्र 
सैनिक सामान्य 
45:अंकों के साथ 10वीं कक्षा पास और प्रत्येक विषय में 32: अनिवार्य। अगर अभ्यार्थी 12वीं कक्षा पास है तो 45: अंक अनिवार्य नहीं है। 
170 
से.मी. 
50 
कि.ग्रा. 
77/82 
से.मी. 
171/221 से.मी. 
03 जुलाई 1991 से 01 जनवरी 1995 के अन्दर 
सैनिक क्लर्क/एस.के.टी. 
50:अंकों के साथ 12वीं कक्षा पास और प्रत्येक विषय में 40: अनिवार्य। अंग्रेजी, गणित/बुक कीपिंग/एकाउटेंसी विषय अनिवार्य। 
162 
से.मी. 
50 
कि.ग्रा. 
77/82 
से.मी. 
171/223 से.मी. 
03 जुलाई 1989 से 01 जनवरी 1995 के अन्दर 
सैनिक तकनीकी 
अंग्रेजी, गणित, भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान के साथ 12वीं कक्षा पास होना चाहिए। 
170 
से.मी. 
50 
कि.ग्रा. 
77/82 
से.मी. 
171/223 से.मी. 
03 जुलाई 1989 से 01 जनवरी 1995 के अन्दर 
सैनिक नर्सिंग सहायक 
50:अंकों के साथ 12वीं कक्षा पास और प्रत्येक विषय में 40: अनिवार्य। अंगेजी, भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान विषय अनिवार्य। अगर उच्च शिक्षा प्राप्त है तो 12वीं में 50: अंक अनिवार्य नहीं है। 
170 
से.मी. 
50 
कि.ग्रा. 
77/82 
से.मी. 
171/223 से.मी. 
03 जुलाई 1989 से 01 जनवरी 1995 के अन्दर 


एस. डी. गोस्वामी 
रक्षा प्रवक्ता ;रक्षा मंत्रालयद्ध 

गुर्जरों ने कुशालीदर्रा में लगाया जाम

गुर्जरों ने कुशालीदर्रा में लगाया जाम

सवाईमाधोपुर। पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला की अगुवाई में गुर्जरों का कुशालीदर्रा में महापड़ाव शनिवार को भी जारी है। सैकड़ों गुर्जर यहां मध्यप्रदेश जाने वाले रास्ते पर जमा हैं और आवागमन बुरी तरह से बाधित है। जिला प्रशासन ने भी एहतियात के तौर पर सवाईमाधोपुर से श्योपुर (मध्यप्रदेश) और खण्डार की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही बंद कर दी। बसों को खंडार बस स्टैंड पर ही रोका जा रहा है।

आरक्षण पर ही आंदोलन वापस

महापड़ाव पर डटे कर्नल बैंसला ने कहा है कि सरकार समझौता करना चाहती है, लेकिन हम इसके लिए तैयार नहीं हैं। सरकार सहमत होगी तब ही वे अपना आंदोलन वापस लेंगे।

चौथे दिन भी जारी है महापड़ाव

पांच फीसदी आरक्षण की मांग पर राज्य सरकार की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला के नेतृत्व में गुर्जरों ने शुक्रवार को आंदोलन के तीसरे दिन छाण गांव से पड़ाव उठाकर 15 किमी. दूर टोंक-शिवपुरी हाईवे पर कुशालीदर्रा में डेरा डाल दिया। यह चौथे दिन शनिवार को भी जारी है।

ऑनलाइन "पोर्नोग्राफी" के चंगुल में बच्चे

ऑनलाइन "पोर्नोग्राफी" के चंगुल में बच्चे

वाशिंगटन। उत्तरी अमरीका, यूरोप और एशिया में चाईल्ड पोर्नोग्राफ्री कार्रवाई में अमरीकी सुरक्षा अधिकारियों ने 190 लोगों को गिरफ्तार किया और 18 पीडित बच्चों को गिरोह के चंगुल से छुड़वाया। अमरीका के अलावा स्पेन, अजेंüटिना, ब्रिटेन और फिलीपिंस में भी कार्रवाई की गई। । इन लोगों के खिलाफ बच्चों को अश्लील हरकतें करने के लिए प्रेरित करने का आरोप है।

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार बच्चों की अश्लील सामग्री तैयार करने वाले गिरोह को निशाना बनाने के लिए "आपरेशन ओरियन" के जरिए जांच शुरू की गई। जांच में सामने आया कि बच्चों ने आनलाइन किसी अज्ञात व्यक्ति से चैटिंग की और उन बच्चों को शिकार बनाया गया। मामले का खुलासा तब हुआ जब एक अधिकारी ने स्वयं को इन्टरनेट पर एक बच्ची के रूप में पेश किया। तब अज्ञात व्यक्ति ने उसे वे सारी अश्लील हरकतें करने को कहा जो वह अन्य बच्चों को कहा करता था।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन लोगों के गिरफ्तार किया गया है उनमें बच्चों की देखभाल करने वाला 35 साल का एक व्यक्ति भी शामिल हैं। वहीं मिशिगन में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया जिसके कंप्यूटर अन्य उपकरणों पर बच्चों की 1200 अश्लील तस्वीरें और 109 विडियो मिले।

आओ बचाए जल , जंगल और जमीन : शम्मा खान

आओ बचाए जल , जंगल और जमीन : शम्मा खान 

 देश को आजादी मिलने के समय मध्यप्रदेश में जमीन के अंदर भूजल १५ फीट की गहराई पर मिल जाता था । जनसंख्या बढ़ने तथा खेती और उद्योगों के विस्तार के कारण जमीन के पानी का अत्यधिक दोहन प्रारंभ हुआ । इससे तेजी से हालात बिगडे और कई नदियों का अस्तित्व संकट में आ गया । प्रदेश सरकार ने चयनित नदियों के १५-२० किलोमीटर के क्षेत्र में नदी उपचार कार्य करने का तय किया है । इनमें नदियों के जलागम क्षेत्र में कन्ट्ररट्रेंच, परकोलेशन टैंक, तालाब, मेढ़बंधान, मृदा बांध, स्टापडेम, पहाड़ पठार पर गली प्लग जैसी संरचना बनाई रही है , इसके अलावा पौधारोपण भी किया जा रहा है । हमे सरकार की ईन योजनाओ में ना केवल भागीदारी करनी चाहिए साथ ही इसकी सफलता के लिए अपना साथ देना चाहिए यह कहना हें चोहटन प्रधान शम्मा खान का . प्रधान चोहटन ऩे अपने यह विचार स्थानीय बालिका उच्च माद्यमिक विधालय में सी सी डी यू , भारत स्काउट गाइड बाड़मेर इकाई और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के विश्व पर्यावरण सप्ताह के समापन और पुरुस्कार समारोह में बतोर मुख्य अतिथि के तोर पर कही . चोहटन प्रधान ऩे कहा कि कम आबादी के कारण प्राचीन भारत वन बाहुल्य था । भारतीय संस्कृति में वनस्पति को सजीव माना है, जिस कारण हमारी संस्कृति में वृक्षों और वनों को संरक्षण दिया गया है । इसीलिए प्राचीन भारत देश का ५० प्रतिशत से अधिक भू-भाग हमेशा वनाच्छादित रहा है । हरे-भरे वनों के कारण ही इस देश में भरपूर वर्षा होती थी, बारहमासी नदी-नाले और झरने पूरे देश में मौजूद थे, भू-जल का कोई अभाव नहीं था, जिस कारण भरपूर कृषि उत्पादन होता था। कृषि एवं वन क्षेत्रों में पशुआें के लिए पर्याप्त् चारा उपलब्ध होने के कारण दूध-दही का भी भरपूर उत्पादन होता था । शायद यही कारण था कि प्राचीन भारत में दूध-दही की नदियां बहने की कहावत चरितार्थ हुई । आज से ५० साल पूर्व तक भी खेती को ही उत्तम कर्म माना जाता था। हरियाणा और पंजाब जैसे कृषि प्रधान प्रांतों में वन भूमि नहीं के बराबर है, क्योंकि यहां बहुत पहले वनों का सफाया करके वन भूमि को कृषि भूमि में बदल लिया गया है । आज जिन प्रांतों में वन बचे हैं, वहां बढ़ती आबादी एवं निजी तथा राजस्व भूमि की अनुपलब्धता के कारण वन भूमि पर लोगों की गिद्धदृष्टि हमेशा बनी रहती है । सी सी डी यू के आई ई सी कंसलटेंट अशोक सिंह ऩे बताया कि स्थानीय बालिका उच्च माद्यमिक विधालय में सी सी डी यू , भारत स्काउट गाइड बाड़मेर इकाई और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग कि तरफ से विश्व पर्यावरण सप्ताह का समापन समारोह आयोजित किया गया . इस मोके जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के साहयक अभियंता सुनील राजवंशी के कहा की ग्लोबल वार्मिंग के लिए उतरदायी गैसों के उत्सर्जन में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है । संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएन) के जलवायु विशेषज्ञ वैज्ञानिकों ने बताया कि एंडीज, अलास्का और द. पैसेफिक में स्थित मौसम केन्द्रों (वेदर स्टेशन) से जमा डाटा से साफ है कि यह बढ़ोतरी रिकॉर्ड लेवल से हो रही है । विश्व मौसम विज्ञान केन्द्र (डब्ल्यूएमओ) के अनुसार हवा में मौजूद हीट ट्रैपिंग कार्बन डाइऑक्साइड के कण १७५० के बाद अभी सबसे ज्यादा ३९ प्रतिशत की मात्रा में मौजूद है ।उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के दूरगामी प्रभावों को अंदाज कर यूएन (संयुक्त राष्ट्र संघ) अपने सदस्य देशों के सहयोग से यूएन फ्रेमवर्क कंवेन्शन्स ऑन क्लाइमेट चेज के तत्वाधान में वैशिवक सम्मेलनों के जरिए इसके उपाय ढूंढने की कोशिश में लगी है । हालांकि सम्मेलनों के मुद्दे राजनैतिक फायदे के कारण अमल में कम ही लाए जा रहे है और यह समस्या विश्व समुदाय के लिए अधिक भयावह होता चली जा रही है । वही बच्चों को वंदना गुप्ता , मुकेस व्यास , मुख्त्यार खिलजी ऩे सम्बोधित किया . इस मोके पर प्रीटी तातेड , दीपिका मालू , पूजा मालू और निकिता सोनी ऩे अपने काव्य अंदाज में पर्यावरण कि महता बताई .

ये रहे इनामो के हकदार ... स्थानीय बालिका उच्च माद्यमिक विधालय में सी सी डी यू , भारत स्काउट गाइड बाड़मेर इकाई और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग कि तरफ से विश्व पर्यावरण सप्ताह के समापन समारोह में मुख्य अतिथि शम्मा खान , जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के साहयक अभियंता सुनील राजवंशी , सी सी डी यू के आई ई सी कंसलटेंट अशोक सिंह ऩे बीते सप्ताह भर में आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताओ के विजेताओ को इनामो से नवाजा . निबंध प्रतियागिता में पहले स्थान पर मुमताज बानो , दुसरे स्थान पर नेहा सिहल , भाषण प्रतियागिता में पहले स्थान पर दीपिका मालू , दुसरे स्थान पर दीपिका भंसाली , कविता प्रतियागिता में पहले स्थान पर मनीष कुमार , दुसरे स्थान पर निकिता सोनी , चित्रकला प्रतियागिता सीनियर वर्ग में पहले स्थान पर उषा , दुसरे स्थान पर दिव्या , चित्रकला प्रतियागिता जूनियर वर्ग प्रतियागिता में पहले स्थान पर पायल भूतड़ा , दुसरे स्थान पर दीपिका सोनी रहे जिन्हें इनामो से नवाजा गया . विश्व पर्यावरण सप्ताह के आयोजन और पुरुष्कारो कि व्यवस्था सी सी डी यू कि बाड़मेर इकाई द्वारा किया गया .

नेताओं को लाल प्लेट का शौक, पब्लिक को प्रेस का

नेताओं को लाल प्लेट का शौक, पब्लिक को प्रेस का     


बाड़मेर। ग्राम सेवा सहकारी सेवा समिति के अध्यक्षों से लेकर विधायकों तक सभी ने अपने वाहनों के आगे लाल रंग की प्लेट लगा रखी है। जिसमें पीतल जडित स्वर्णिम आभा बिखेरता उनका ओहदा यातायात नियमों की बखियां उधेड़ता हुआ सड़क पर सरपट दौड़ता रहता है और जनता को अपने वाहनों पर प्रेस लिखने का बड़ा शौक चर्राया हें .अवेध धंधे करने वाले लोग प्रेस का इस्तेमाल अपनी गाडीयों पर खुलेआम करते हें पुलिस व परिवहन महकमा लम्बे समय से मूकदर्शक बने यह सब देख रहे हैं।

जिले में वाहनों के आगे लाल रंग की पट्टी लगाने का शौक इस कदर सिर चढ़ा हुआ है कि अब तो गली मौहल्ला स्तर पर बने छोटे-मोटे संगठनों के पदाधिकारियों ने भी अपने वाहनों पर लाल प्लेट लगाना शुरू कर दिया है। बाड़मेर जिले में मल्टीनेशनल कम्पनियों के आगमन के साथ आई आर्थिक आजादी से दस से पंद्रह लाख रूपए मूल्य तक के वाहनों की कतार लग गई है।

कईयों के लिए वाहन रूतबा दिखाने का जरिया बन गए हैं। रूतबा बढ़ाने के लिए देखा देखी लगभग सभी ने अपने निजी वाहनों के आगे लाल पियां लगा दी है, जो कायदे से केवल सरकारी वाहनो के आगे लगाई जा सकती है, लेकिन जिले में स्थिति इसके उलट है। सरकारी वाहनों की लाल पियां धुंधली हो चुकी है और निजी वाहनों पर लालपियों की चमक उजली होती जा रही है। इनकी संख्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।

सरकारी वाहन है अधिकृत
लालपट्टी के लिए केवल सरकारी ही अधिकृत है। अनुबंध पर लगे सरकारी वाहनों पर भी लाल पट्टी का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन निजी वाहन लालपट्टी के लिए अधिकृत नहीं है। मोटर व्हीकल नियमों में यह प्रावधान स्पष्ट है, लेकिन इसकी पालना नहीं हो रही है।

क्यों नहीं काटते चालान?
आम आदमी के वाहन के संबंधित कागजातों में छोटी-मोटी खामी निकालकर अकसर चालान काटने को आतुर रहने वाला पुलिस व परिवहन महकमा इस मामले में खामोश है। शायद ये महकमे नेताओं से पंगा नहीं लेना चाहते और नेता है कि कानून को ताक पर रखकर अपनी चलाते जा रहे हैं।



कार्रवाई की जाएगी
यातायात नियमों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। नए यातायात प्रभारी को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए जाएंगे।राहुल बारहट पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर

सरकार ने कहा सोसायटीज में लगाया गया जनता का पैसा सुरक्षित नहीं।


सरकार ने कहा  सोसायटीज में लगाया गया जनता का पैसा सुरक्षित नहीं। 

शक के घेरे में के्रडिट सोसायटियां

जयपुर। जनता के 6 अरब 20 करोड़ रूपए पर खतरा मंडरा रहा है। खून-पसीना एक करके क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटीज में लगाया गया जनता का पैसा सुरक्षित नहीं। ...क्योंकि इन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटीज पर कोई नजर नहीं रखने वाला।

राज्य में पंजीकृत सोसायटीज में से ज्यादातर का ऑडिट ही नहीं हुआ। सोसायटियों का पंजीयन करने वाले सहकारिता विभाग की ओर से जारी चेतावनी के बाद जमाकर्ताओं की चिंता और बढ़ गई है। राज्य के विभिन्न जिलों में 817 सोसायटियां वर्तमान में पंजीकृत हैं, जिनमें से 2010-11 तक महज 264 सोसायटियों का ही ऑडिट हुआ। शेष 553 सोसायटियों के हिसाब-किताब पर कोई नजर ही नहीं है। ऑडिट नहीं कराने के बावजूद इनमें से अधिकांश सोसायटियां जनता से लगातार पैसा जमा कर रही हैं।

...और बंद हो गई सोसायटियां
सहकारिता विभाग की ओर से इन सोसायटियों के बारे में हाल ही में किए गए सर्वे की रिपोर्ट से पता चला है कि पंजीकृत सोसायटियों में से सैकड़ों ऎसी हैं, जो रिकॉर्ड में बन्द हैं, लेकिन इनमें भी सदस्यों से जमाएं ली जा रही हैं।जारी की थी अपीलएक पखवाड़े पूर्व सहकारिता विभाग ने आम जनता के नाम अपील जारी कर इस तरह की सोसायटियों से सावधान रहने की अपील की थी। जिसमें कहा गया था जनता सोसायटियों का पूरा अध्ययन व छानबीन के बाद ही इनसे लेनदेन करे।

कानून में प्रावधान हैं, जिससे विभाग इनका पंजीकरण करता है। पंजीकरण के बाद हर साल सोसायटीज को निजी ऑडिटर से ऑडिट कराकर रिपोर्ट विभाग को देने का भी प्रावधान है, लेकिन अधिकांश सोसायटी ऎसा नहीं कर रहीं। ऎसे में जनता को सोच समझकर अपना खून पसीने का पैसा इन सोसायटीज में जमा कराना चाहिए। परसादी लाल मीणा सहकारिता मंत्री

दा होते ही छा गया यह 'छुटकू', अख़बारों से लेकर हर तरफ इसकी ही चर्चा!

जोधपुर.आमतौर पर हाथ-पांव की कुल बीस अंगुलियां ही होती है। कभी कभार किसी बच्चे के एक हाथ या पांव में एक अंगुली अतिरिक्त होती है। उम्मेद अस्पताल में पांच जून को जिले के बालेसर क्षेत्र के बेलवा ग्राम निवासी रामसिंह की पत्नी छोटू कंवर के सर्जरी से जन्मे बेटे के चारों हाथ पांव में एक-एक अंगुली ज्यादा यानी छह-छह अंगुलियां हैं।  
जन्म के बाद से ही यह बालक चर्चा का विषय बना हुआ है। नर्सेज व डॉक्टरों का कहना है कि 24 अंगुलियों वाले बच्चे बहुत कम देखे हैं। हालांकि जन्म लेने के तुरंत बाद उसे तीन दिन तक नर्सरी में रखा गया। शुक्रवार को नर्सरी से उसे उसकी मां छोटू कंवर के पास वार्ड में शिफ्ट किया गया। रामसिंह ने बताया कि यह बेटा उसकी पहली संतान है।

शहर की ज्योतिष विशेषज्ञ रतन शर्मा व राजेंद्र पुरोहित बताते हैं कि सामान्य से अधिक अंगुलियांे वाले बच्चे तीव्र बुद्धि के होते हैं। गजकेसरी योग होने से नौकरी में बड़ा पद प्राप्त करते हैं। हमेशा लोगों पर प्रभाव रखने के साथ लक्ष्य के प्रति सजग रहते हैं।

चचेरी बहन से गैंगरेप, गंदी तस्‍वीरें खींचकर करता रहा ब्‍लैकमेल

गुड़गांव. पटौदी थाना क्षेत्र के गांव राजपुरा में एक युवक ने तीन अन्य दोस्तों के साथ चचेरी बहन से सामूहिक दुष्कर्म किया। उसने 20 वर्षीय बहन की अश्लील तस्वीरें खींची और उसे ब्लैकमेल करता रहा। पुलिस ने मामला दर्ज कर शुक्रवार सुबह तीनों को गिरफ्तार कर लिया।  
पटौदी थाना अंतर्गत गांव राजपुरा निवासी अंजलि (काल्पनिक नाम) गुड़गांव के रेलवे रोड स्थित डीएसडी कॉलेज से बीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई ओपन से कर रही है। रविवार को कॉलेज में उसकी क्लास लगती है। दिसंबर 2011 में रविवार के दिन वह कॉलेज आई थी। तभी मेडिसिटी अस्पताल में कार्यरत गांव के ही युवक मनीष ने उसे फोन कर नौकरी दिलाने की बात कही। मनीष ने युवती को राजीव चौक बुलाया। वहां बाइक पर बैठाकर सुभाष चौक के पास एक कमरे में ले गया और उससे दुष्कर्म किया।
युवती के मुताबिक, कुछ देर बाद युवती का चचेरा भाई भीम भी वहां आ गया। अंजलि की अश्लील तस्वीरें भीम ने खींच लीं और उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोप है कि बाद में वह लोग ब्लैकमेल करते रहे।फोन कर उसे बुलाते और दुष्कर्म करते। 1 जून को भी आरोपियों ने उसे फोन कर बुलाया और बसई गांव में ले गए। वहां राजपुरा के प्रवीन और एक अन्य रोहित के साथ मिलकर भीम और मनीष ने सामूहिक दुष्कर्म किया।
गुरुवार को राजस्थान में ट्रक चालक की नौकरी करने वाला युवती का भाई घर आया तो युवती ने उसे घटना की जानकारी दी। देर शाम दोनों सदर थाने पहुंचे और मामले की शिकायत दी। पुलिस ने चारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मनीष, भीम और प्रवीन को गिरफ्तार कर लिया।रोहित की तलाश की जा रही है। तीनों को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है।
चारों युवकों ने अपने गांव की ही युवती को हवस का शिकार बनाया। तीन को गिरफ्तार किया गया।चौथे की भी जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
यशवंत यादव,थाना प्रभारी, सदर

गैंगरेप के बाद किशोरी की धमकी से घबराकर की थी हत्या

गैंगरेप के बाद किशोरी की धमकी से घबराकर की थी हत्या




नागौर गांव नुवां की किशोरी के साथ गैंगरेप, हत्या कर कुएं में डालने के मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। इस मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। गत 1 मई की रात को गांव नुवां से एक किशोरी गायब हो गई थी। परिजनों ने 9 मई को मौलासर थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने किशोरी की तलाश के लिए कॉल डिटेल निकाली और 26 मई को छोटी बैरी के आरिफ पुत्र हाकम अली को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में बताई गई निशानदेही पर बनवासा के पास सुने कुएं से 26 दिन पुराना सड़ा-गला शव निकाला गया। शिनाख्त नुवां की गुमशुदा किशोरी सरिता उर्फ सुमन गोस्वामी के रूप में की गई। इस मामले को लेकर परिजनों ने नुवां के जस्सवीर पुत्र उमाराम रणवां, छोटी बैरी के आरिफ पुत्र हाकम अली, बड़ी बैरी के ताराचंद पुत्र मंगलपुरी, बावड़ी के राजू पुत्र हुसैन खां, छोटी बैरी के अनवर पुत्र अशरफ साई के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ।

बार बार बदल रहा है बयान

आरिफ ने रिमांड के दौरान बयानों को बार बार बदलकर पुलिस को भी गच्चा देने की कोशिश की। कभी शव को कार में डालकर ले जाने को कहा तो कभी जीप में। इधर जस्सवीर के परिजनों ने हत्या के दिन जायलो (कार) के बाहर होने के प्रमाण प्रस्तुत कर जायलो छुड़ा ली। साथ ही आसिफ के अलावा पकड़े गए चारों आरोपी मामले में शामिल होने से इनकार कर रहे हैं।