शनिवार, 9 जून 2012

गैंगरेप के बाद किशोरी की धमकी से घबराकर की थी हत्या

गैंगरेप के बाद किशोरी की धमकी से घबराकर की थी हत्या




नागौर गांव नुवां की किशोरी के साथ गैंगरेप, हत्या कर कुएं में डालने के मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। इस मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। गत 1 मई की रात को गांव नुवां से एक किशोरी गायब हो गई थी। परिजनों ने 9 मई को मौलासर थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने किशोरी की तलाश के लिए कॉल डिटेल निकाली और 26 मई को छोटी बैरी के आरिफ पुत्र हाकम अली को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में बताई गई निशानदेही पर बनवासा के पास सुने कुएं से 26 दिन पुराना सड़ा-गला शव निकाला गया। शिनाख्त नुवां की गुमशुदा किशोरी सरिता उर्फ सुमन गोस्वामी के रूप में की गई। इस मामले को लेकर परिजनों ने नुवां के जस्सवीर पुत्र उमाराम रणवां, छोटी बैरी के आरिफ पुत्र हाकम अली, बड़ी बैरी के ताराचंद पुत्र मंगलपुरी, बावड़ी के राजू पुत्र हुसैन खां, छोटी बैरी के अनवर पुत्र अशरफ साई के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ।

बार बार बदल रहा है बयान

आरिफ ने रिमांड के दौरान बयानों को बार बार बदलकर पुलिस को भी गच्चा देने की कोशिश की। कभी शव को कार में डालकर ले जाने को कहा तो कभी जीप में। इधर जस्सवीर के परिजनों ने हत्या के दिन जायलो (कार) के बाहर होने के प्रमाण प्रस्तुत कर जायलो छुड़ा ली। साथ ही आसिफ के अलावा पकड़े गए चारों आरोपी मामले में शामिल होने से इनकार कर रहे हैं।



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