नेताओं को लाल प्लेट का शौक, पब्लिक को प्रेस का
बाड़मेर। ग्राम सेवा सहकारी सेवा समिति के अध्यक्षों से लेकर विधायकों तक सभी ने अपने वाहनों के आगे लाल रंग की प्लेट लगा रखी है। जिसमें पीतल जडित स्वर्णिम आभा बिखेरता उनका ओहदा यातायात नियमों की बखियां उधेड़ता हुआ सड़क पर सरपट दौड़ता रहता है और जनता को अपने वाहनों पर प्रेस लिखने का बड़ा शौक चर्राया हें .अवेध धंधे करने वाले लोग प्रेस का इस्तेमाल अपनी गाडीयों पर खुलेआम करते हें पुलिस व परिवहन महकमा लम्बे समय से मूकदर्शक बने यह सब देख रहे हैं।
जिले में वाहनों के आगे लाल रंग की पट्टी लगाने का शौक इस कदर सिर चढ़ा हुआ है कि अब तो गली मौहल्ला स्तर पर बने छोटे-मोटे संगठनों के पदाधिकारियों ने भी अपने वाहनों पर लाल प्लेट लगाना शुरू कर दिया है। बाड़मेर जिले में मल्टीनेशनल कम्पनियों के आगमन के साथ आई आर्थिक आजादी से दस से पंद्रह लाख रूपए मूल्य तक के वाहनों की कतार लग गई है।
कईयों के लिए वाहन रूतबा दिखाने का जरिया बन गए हैं। रूतबा बढ़ाने के लिए देखा देखी लगभग सभी ने अपने निजी वाहनों के आगे लाल पियां लगा दी है, जो कायदे से केवल सरकारी वाहनो के आगे लगाई जा सकती है, लेकिन जिले में स्थिति इसके उलट है। सरकारी वाहनों की लाल पियां धुंधली हो चुकी है और निजी वाहनों पर लालपियों की चमक उजली होती जा रही है। इनकी संख्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
सरकारी वाहन है अधिकृत
लालपट्टी के लिए केवल सरकारी ही अधिकृत है। अनुबंध पर लगे सरकारी वाहनों पर भी लाल पट्टी का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन निजी वाहन लालपट्टी के लिए अधिकृत नहीं है। मोटर व्हीकल नियमों में यह प्रावधान स्पष्ट है, लेकिन इसकी पालना नहीं हो रही है।
क्यों नहीं काटते चालान?
आम आदमी के वाहन के संबंधित कागजातों में छोटी-मोटी खामी निकालकर अकसर चालान काटने को आतुर रहने वाला पुलिस व परिवहन महकमा इस मामले में खामोश है। शायद ये महकमे नेताओं से पंगा नहीं लेना चाहते और नेता है कि कानून को ताक पर रखकर अपनी चलाते जा रहे हैं।
कार्रवाई की जाएगी
यातायात नियमों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। नए यातायात प्रभारी को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए जाएंगे।राहुल बारहट पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर
बाड़मेर। ग्राम सेवा सहकारी सेवा समिति के अध्यक्षों से लेकर विधायकों तक सभी ने अपने वाहनों के आगे लाल रंग की प्लेट लगा रखी है। जिसमें पीतल जडित स्वर्णिम आभा बिखेरता उनका ओहदा यातायात नियमों की बखियां उधेड़ता हुआ सड़क पर सरपट दौड़ता रहता है और जनता को अपने वाहनों पर प्रेस लिखने का बड़ा शौक चर्राया हें .अवेध धंधे करने वाले लोग प्रेस का इस्तेमाल अपनी गाडीयों पर खुलेआम करते हें पुलिस व परिवहन महकमा लम्बे समय से मूकदर्शक बने यह सब देख रहे हैं।
जिले में वाहनों के आगे लाल रंग की पट्टी लगाने का शौक इस कदर सिर चढ़ा हुआ है कि अब तो गली मौहल्ला स्तर पर बने छोटे-मोटे संगठनों के पदाधिकारियों ने भी अपने वाहनों पर लाल प्लेट लगाना शुरू कर दिया है। बाड़मेर जिले में मल्टीनेशनल कम्पनियों के आगमन के साथ आई आर्थिक आजादी से दस से पंद्रह लाख रूपए मूल्य तक के वाहनों की कतार लग गई है।
कईयों के लिए वाहन रूतबा दिखाने का जरिया बन गए हैं। रूतबा बढ़ाने के लिए देखा देखी लगभग सभी ने अपने निजी वाहनों के आगे लाल पियां लगा दी है, जो कायदे से केवल सरकारी वाहनो के आगे लगाई जा सकती है, लेकिन जिले में स्थिति इसके उलट है। सरकारी वाहनों की लाल पियां धुंधली हो चुकी है और निजी वाहनों पर लालपियों की चमक उजली होती जा रही है। इनकी संख्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
सरकारी वाहन है अधिकृत
लालपट्टी के लिए केवल सरकारी ही अधिकृत है। अनुबंध पर लगे सरकारी वाहनों पर भी लाल पट्टी का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन निजी वाहन लालपट्टी के लिए अधिकृत नहीं है। मोटर व्हीकल नियमों में यह प्रावधान स्पष्ट है, लेकिन इसकी पालना नहीं हो रही है।
क्यों नहीं काटते चालान?
आम आदमी के वाहन के संबंधित कागजातों में छोटी-मोटी खामी निकालकर अकसर चालान काटने को आतुर रहने वाला पुलिस व परिवहन महकमा इस मामले में खामोश है। शायद ये महकमे नेताओं से पंगा नहीं लेना चाहते और नेता है कि कानून को ताक पर रखकर अपनी चलाते जा रहे हैं।
कार्रवाई की जाएगी
यातायात नियमों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। नए यातायात प्रभारी को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए जाएंगे।राहुल बारहट पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर
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