सोमवार, 21 मई 2012

पाकिस्‍तान: गोरखनाथ मंदिर पर हमला, पवित्र ग्रंथ-तस्‍वीरों को लगाई आग

इस्‍लामाबाद. पाकिस्‍तान के पेशावर शहर में स्थित गोरखनाथ मंदिर को एक बार फिर से तहस-नहस कर दिया गया है। आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है। मंदिर पर बीते दो महीने के भीतर यह तीसरा हमला है। मंदिर को पिछले साल कोर्ट के आदेश पर फिर से खोला गया था।
 
हमलावरों ने मंदिर परिसर के भीतर घुसकर कुछ तस्‍वीरों को आग लगा दी और वहां रखी मूर्तियां चुरा ले गए। हिंदू समुदाय के नेताओं का कहना है कि गोर गठरी इलाके में पुरातत्‍व विभाग के परिसर में रविवार को इस वारदात को अंजाम दिया गया।

मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। स्‍थानीय हिंदू नेताओं ने पुलिस से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए जाने की मांग की है। मंदिर के कस्‍टोडियन ने पुलिस को बताया कि जब वह शाम के साढे छह बजे मंदिर में पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद आठ लोग दिखे। इन लोगों ने मंदिर में रखी तस्‍वीरें और पवित्र ग्रंथों को आग के हवाले किया। इसके बाद हमलावर वहां रखी कुछ मूर्तियां भी ले गए।

घटना के बाद अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के लोग मंदिर पहुंच रहे हैं। टीवी पर दिखाए जा रहे फुटेज में जले हुए कागज और मंदिर के फर्श पर पड़े हुए बर्तन नजर आ रहे हैं। भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद से बंद पड़े 160 साल पुराने इस मंदिर को पेशावर हाई कोर्ट के आदेश पर पिछले वर्ष खोला गया था। इस मंदिर को खोलने के लिए उसके पुजारी की बेटी फूलवती ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।

भाई की हत्‍या के आरोप में पॉल बाबा गिरफ्तार

आंध्र प्रदेश के प्रकासम से ईसाई धर्म प्रचारक पॉल बाबा को गिरफ्तार किया गया है। उनपर संपत्ति के चक्‍कर में अपने छोटे भाई की हत्‍या का आरोप लगा है। करीब दो साल पहले पॉल के भाई डेविड राजू का शव महबूबनगर से बरामद हुआ था। पॉल बाबा का पूरा नाम पॉल दिनाकरन जोकि ईसाई धर्म के प्रचारक डॉक्‍टर डीजीएस दिनाकरण के बेटे है।  
गौरतलब है क‍ि डॉक्टर डीजीएस ‌दिनाकरन ने दावा किया था कि मैंने ईसा मसीह को साक्षात अपनी आंखों से देखा है। इनका कहना था कि जब ये जीवन से तंग आकर सुसाइड करने जा रहे थे, तब क्राइस्ट ने खुद इनके सामने आ कर इनको सुसाइड करने से रोका था। उन्‍होंने अपने बेटे की बात भी ईसा मसीह से कराई थी तथा उसको भी ज्ञान दिलाया था।

4 सितंबर 1962 को जन्मे डॉक्टर पॉल दिनाकरन ने भी धर्म प्रचार की शुरुआत कुछ इसी अंदाज में की। पॉल ने कहा कि जब वे युवा थे तो अपने भविष्य को लेकर परेशान थे। पॉल के मुताबिक उस दौरान उनके पिता ने उनकी बात ईसा मसीह से कराई और उन्हें ज्ञान दिलाया। अपने पिता के निधन के बाद पॉल ने भी ईसाई धर्म के प्रचार के नाम पर सभाएं करनी शुरू कर दी।

ध्‍यान देने वाली बात यह है कि पॉल बाबा अपनी प्रार्थनाओं की शक्ति से अनुयायियों को शारीरिक और अन्य समस्याओं से निजात दिलाने का दावा करते हैं। पॉल भक्तों को प्रीपेड कार्ड की तरह प्रेयर पैकेज बेचते हैं। यानी, वे जिसके लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं, उससे इसके लिए मोटी रकम भी वसूलते हैं। पॉल की सभाओं में 3000 रुपए में बच्चों और परिवार के लिए प्रार्थना करने की व्यवस्‍था है। पॉल दिनाकरन का सालाना टर्नओवर 5 हजार करोड़ से ज्यादा का है।

आपको मालूम हो कि पॉल बाबा के पास निर्मल बाबा से 17 गुना दौलत है और व‍ह चेन्‍नई के ईसाई धर्म प्रचारक है।

2 महीने के भीतर रजिस्‍टर्ड कराएं शादी नहीं तो 10 हजार जुर्माना



नई दिल्‍ली. राजधानी में शादी का रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी हो गया है। ऐसा नहीं करने पर शादी करवाने वालों पर जुर्माना लगेगा। शादी के 60 दिन के भीतर शादी का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। ऐसा न करने पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा। वैसे सरकार इस रजिस्ट्रेशन को आसान भी करने जा रही है, ताकि शादी करने वालों के उपलब्ध न होने पर उनके परिजन यह रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। रजिस्ट्रेशन में गलत जानकारी देने पर सजा का भी प्रावधान है।

 

अगले हफ्ते शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र में इस बिल को पास कर दिया जाएगा इसके बाद राजधानी में शादी का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो जाएगा। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पिछले साल अगस्त में दिल्ली विधानसभा में दिल्ली मैरिज रजिस्ट्रेशन बिल 2012 पारित किया था। जिस पर अंतिम मुहर लगाने के लिए उसे केंद्रीय गृह मंत्रालय में भेजा गया था। वहां से यह बिल पास होकर दिल्ली सरकार के पास आ चुका है। इस बिल को दिल्ली सरकार के कानून विभाग के पास भेज दिया गया है, ताकि उसे कानून का रूप दिया जा सके।



सूत्र बताते हैं कि सरकार ने इस बिल को मंत्रालय में भेजते वक्त कुछ कड़े प्रावधान किए थे, लेकिन मंत्रालय ने उसे आसान बनाने की सलाह दी। इसके बाद उसमें कुछ बदलाव किए गए। नए प्रावधान हैं कि नवविवाहितों की मौजूदगी के बिना भी उनकी शादी का रजिस्ट्रेशन हो सकेगा। उनके परिजन उनकी लिखित मंजूरी से सरकार के कार्यालयों में रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। रजिस्ट्रेशन में गलत जानकारी देने पर तीन महीने की जेल हो सकती है। सरकार का मानना है कि शादी का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किए जाने से महिलाओं व उनके बच्चों को अपना हक पाने में आसानी रहेगी।

सड़क दुर्घटना में एक की मौत

सड़क दुर्घटना में एक की मौत 
बाड़मेर बाड़मेर बालोतरा मार्ग पर दुदू गाँव के समीप सोमवार को एक बोलेरो और ट्रक की भिडंत में एक जाने की मौत हो गयी ,पुलिस सूत्रों के अनुसार बालोतरा  से बाड़मेर जा रही बोलेरो गाडी दुदू गाँव की गोलाई पर एक खड़े ट्रक से भीड़ गयी जिसके चलते बोलेरो में सवार इस्माईल निवासी देरासर बाड़मेर की मौके पर ही मौत हो गई .पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरम्भ कर दी हें 

थार की धार बाड़मेर आज के समाचार।., 21 मई, 2012 प्रशासन की बात


शहर में दुरस्त होगी जलापूर्ति 


बाडमेर, 21 मई। जिला मुख्यालय पर लोगों को राहत पहुंचाने के लिए पेयजल आपूर्ति व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। न केवल जलापूर्ति की आवर्ती सही की जाएगी अपितु जलापूर्ति के समय को भी बाया जाएगा। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जिला मुख्यालय पर समेत जिले भर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि जिला मुख्यालय पर पेयजल की समस्या काफी विकट है तथा इसमें सुधार की जरूरत है। उन्होने निर्दो दिए कि शहर के सभी भागों में निर्धारित समय पर जलापूर्ति की जाए तथा कहीं पर भी न्यूनतम एक घण्टे से कम पानी की आपूर्ति नहीं रह पाए। उन्होने जलापूर्ति आरम्भ करते समय संबंधित जोन के प्रभारी अधिकारी को भी सूचित करने के निर्दो दिए ताकि वह स्वयं मौके पर जाकर भौतिक सत्यापन कर सकें। 
जिला कलेक्टर ने शहर की कच्ची बस्तियों में विोश ध्यान देने की आवयकता जताते हुए यहां पर पर्याप्त जलापूर्ति के निर्दो दिए। उन्होने सभी अवैद्य कनेकन हटानें की हिदायत देते हुए जलापूर्ति के लिए नियमित बिजली आपूर्ति के निर्दो दिए। इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि यह समय पेयजल की दृश्टि से चुनौती पूर्ण है, ऐसे में अधिकारी अधिकाधिक क्षेत्र भ्रमण कर व्यवस्थाओं को सुचारू बनाये रखने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत स्टॉफ को मुख्यालय पर रहकर मुश्तैदी के साथ कार्य करने हेतु पाबन्द करे ताकि लोगों को पेयजल संबंधी कठिनाईयों का सामना नहीं करना पडें। 
बैठक में जिला कलेक्टर द्वारा मौसमी बीमारियों तथा पाु चिकित्सा इन्तजामों की विस्तार के साथ समीक्षा की गई। बैठक में उन्होने जिले में नियमित तथा सुचारू पेयजल आपूर्ति सुनिचत करने के निर्दो दिए। उन्होने जिले के पेयजल स्त्रोतों के पानी की समय समय पर जांच करवाकर इसमें बिलीचिंग पाउडर आदि डालने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने जिले में पेयजल की आपूर्ति को सर्वोच्य प्राथमिकता देते हुए निर्दो दिए है कि पेयजल के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा तथा इसमें लापरवाही बरतने पर कडी कार्यवाही की जाएगी। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में पेयजल की समस्या प्रमुख है तथा इसके निवारण में तत्परता की आवयकता है। उन्होने पेयजल से संबंधित स्वीकृत कार्य हर हाल में पूर्ण करने के निर्दो दिए। डॉ. प्रधान ने बाडमेर की पेयजल योजनाओं के पृथक फिडरों पर बिजली की कटौती नहीं करने को कहा। बैठक में जिला कलेक्टर ने उपखण्ड वार पेयजल आपूर्ति की विस्तृत समीक्षा की तथा उपखण्ड अधिकारियों से जलापूर्ति के बारे में फीडबैक लिया। उन्होने पेयजल आपूर्ति के लिए नियुक्त सेक्टर अधिकारियों तथा कलस्टर प्रभारी अधिकारियों को क्षेत्र में जाकर जलापूर्ति की स्थिति देखने तथा हालात से अवगत कराने को कहा। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित सहित उपखण्ड अधिकारी, प्रभारी अधिकारी तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
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 पॉलिथीन का प्रयोग महापाप   डॉ. प्रधान 


बाडमेर, 21 मई। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने कच्ची बस्तियों में सफाई का कार्य प्राथमिकता से कराने के निर्दो दिए है ताकि गरीब लोगों को स्वास्थ्य के साथ खिलवाड नहीं करना पडे तथा वे अनुकूल परिस्थितियों में जीवन यापन कर सकें। वह सोमवार को साप्ताहिक बैठक में नगर पालिका के कार्यो की समीक्षा कर रही थी। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि पोलिथीन थैलियों के कारण नालियां अवरूद्ध हो रही है तथा जगह जगह गन्दगी फैल रही हैं। उन्होने कहा कि पॉलिथीन का प्रयोग महापाप है तथा इसके उपयोग से गायों की हत्या हो रही है जिससे बकर कोई बुरा कार्य नहीं है इसलिए पॉलिथीन का प्रयोग रोक कर पुण्य किये जाने जैसे कार्यो तथा अपीलों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। उन्होने भाहर में सफाई व्यवस्था में सुधार के निर्दो दिए। उन्होने नगर में दुकानदारों को अपनी दुकानों के आगे कचरा पात्र रखकर उसमें कचरा संग्रहित करने के निर्दो दिए तथा सडक पर कचरा फैलाने वाले दुकानदारों के विरूद्ध जुर्माना लगाने के निर्दो दिए। 
जिला कलेक्टर ने नगर में आमजन को परोानी से बचाने तथा यातायात सुगम बनाने के लिए आवारा पाुओं की धडपकड हेतु अभियान चलाने के निर्दो दिए। उन्होने बाडमेर भाहर में निर्माणाधीन ऑवर ब्रिज, ऑवर हैड टैंक आदि कार्यो की प्रगति की समीक्षा की तथा कहा कि निर्माणाधीन विकास कार्यो की गति बाकर उन्हें भाीध्र पूर्ण कराया जाए। उन्होने सार्वजनिक प्रका व्यवस्था का कार्य बेहतर बनाने के निर्दो दिए। उन्होने सडकों पर निर्माण सामग्री रखकर यातायात बाधित करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा निर्माण सामग्री जब्त करने के निर्दो दिए। 
जिला कलेक्टर ने बैठक में अतिक्रमण हटाने के बारे में विस्तृत समीक्षा की तथा चिन्हित अतिक्रमणों को हटाने को कहा। बैठक में ट्रान्सपोर्ट नगर के लिए जमीन चिन्हित करने, नयी आवासीय योजनाएं विकसित करने, आदार स्टेडियम के निमार्णाधीन कार्यो तथा भगवान महावीर टाउन हॉल के आधुनिकीकरण के कार्यो पर चर्चा की गई। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, उपखण्ड अधिकारी सी.आर. देवासी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। 
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उपखण्ड स्तर पर पेयजल समीक्षा समिति का गठन 


बाडमेर, 21 मई। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदो जारी कर उपखण्ड स्तर पर पेयजल की समस्या के निराकरण हेतु संबंधित उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में पेयजल समीक्षा समिति का गठन किया है। समीक्षा समिति में संबंधित विकास अधिकारी सदस्य तथा सहायक अभियन्ता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग सदस्य सचिव होंगे। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने बताया कि उक्त समिति का दायित्व होगा कि उनके उपखण्ड क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति निर्बाद रूप से चालू रहें। पेयजल आपूर्ति की प्रति सप्ताह गुरूवार को समिति द्वारा बैठक आयोजित कर पेयजल आपूर्ति की समीक्षा की जाएगी तथा बैठक कार्यवाही भानिवार सायं तक जिला कार्यालय को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होने बताया कि पेयजल परिवहन हेतु स्थान का चयन उपखण्ड स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। कमेटी द्वारा अधिकृत स्थानो ंपर अनुज्ञेय दिनांक से अनुज्ञेय मात्रा में प्रतिदिन पेयजल परिवहन ग्राम पंचायत/जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग द्वारा करवाया जाएगा। 
उन्होने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग द्वारा जिन स्थानों पर पेयजल परिवहन आवयक हो उनकी सूची तत्काल उक्त समिति को प्रस्तुत कीे जाएगी। उक्त समिति द्वारा अविलम्ब समीक्षा कर पेयजल परिवहन हेतु स्वीकृति प्रदान की जाएगी। समिति यह विोश रूप से ध्यान रखेगी कि पेयजल परिवहन में अनावयक विलम्ब ना हो। 
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श्रम  सलाहकार समिति अध्यक्ष गफूर अहमद आज बाडमेर आएगें 


बाडमेर, 21 मई। राज्य सलाहकार समिति अध्यक्ष गफूर अहमद आज बाडमेर आएगें। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राज्य सलाहकार समिति अध्यक्ष गफूर अहमद मंगलवार प्रातः 7.00 बजे राजकीय वाहन द्वारा जोधपुर से प्रस्थान कर प्रातः 11.00 बजे बाडमेर पहुंचेगे तथा स्थानीय स्वागत समारोह में भाग लेंगे। वे दोपहर 2.00 बजे बाडमेर से प्रस्थान कर 3.00 बजे चौहटन पहुंचेगे तथा पंचायत समिति चौहटन में आयोजित स्वागत समारोह में भाग लेंगे। इसके पचात वे सायं 5.00 बजे चौहटन से प्रस्थान कर 7.30 बजे बुरहान का तला पहुंचेगे तथा रात्रि विश्राम बुरहान का तला में करेंगे। 
राज्य सलाहकार समिति अध्यक्ष गफूर अहमद 23 से 26 मई तक चौहटन तहसील के विभिन्न गांवों का दौरा व जनसभाएं करने के बाद 27 मई को प्रातः 8.00 बजे बुरहान का तला से जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 
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सनावडा में रात्रि चौपाल 25 को 
बाडमेर, 21 मई। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान द्वारा बाडमेर तहसील के ग्राम सनावडा में रात्रि चौपाल का आयोजन 25 को किया जाएगा। 
जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने बताया कि पूर्व में 25 मई को बाडमेर तहसील के ग्राम पंचायत राणीगांव में रात्रि चौपाल निर्धारित की गई थी जिसे अपरिहार्य कारणों से निरस्त की गई है एवं उसके स्थान पर 25 मई को ग्राम सनावडा में रात्रि चौपाल आयोजित की जाएगी। 
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महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत समय में परिवर्तन 
बाडमेर, 21 मई। ग्रीश्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत कार्य का समय 25 मई से प्रातः 6.00 बजे से दोपहर 3.00 बजे तक (एक घण्टे के मध्यान्ह विश्राम 12.00 से 1.00 बजे सहित) निर्धारित किया गया है। 
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि आयुक्त नरेगा ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग जयपुर द्वारा महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 9 घण्टे की कार्य अवधि निर्धारित है। ग्रीश्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए योजनान्तर्गत कार्य का समय 25 मई से प्रातः 6.00 बजे से दोपहर 3.00 बजे तक (एक घण्टे के मध्यान्ह विश्राम 12.00 बजे से 1.00 बजे सहित) निर्धारित किया गया है। 
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जैसलमेर अवैध शराब रखने एवं विक्रय करने वालो के विरूद्ध पुलिस की कार्यवाही ,


अवैध शराब रखने एवं विक्रय करने वालो के विरूद्ध पुलिस की कार्यवाही , 


जैसलमेर ममता बिश्नोई पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के निर्देशानुसार जिले में अवैध शराब तस्करों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत विभिन्न थानों के अंतर्गत की जाने वाली कार्यवाही में अलगअलग जगह पर अवैध शराब बरामद की गई। जिसमें पुलिस थाना नाचना में जरिये मुखबिर ईतला मिलने पर जैफाराम सउनि मय जाब्ता द्वारा दौराने हल्खा गस्त चक नम्बर 2 आरएएम से मूरलीराम पुत्र जालाराम मेघवाल नि0 नाचना के कब्जा से अवैध अंग्रेजी शराब के 30 पव्वे एवं 120 देशी शराब के पव्वे जब्त कर मूरलीराम को गिरफतार किया गया। 
वही दूसरी तरफ पुलिस थाना खुहडी के हल्खा क्षैत्र में नारायणसिंह हैड कानि0 मय जाब्ता द्वारा आबादी हटार में भैराराम पुत्र छोटूराम मेघवाल नि0 हटार के कब्जा से अवैध रूप से 12 बोतल हरियाणा निर्मित शराब अपने कब्जा में रखने एवं बेचने के जूर्म में अवैध शराब जब्त कर छोटूराम को गिरफतार किया गया। 


सार्वजनिक स्थान पर तेजगति से टेप बजाने वाला पुलिस की गिरफ्त में 


जैसलमेर पुलिस थाना नाचना के हल्खा क्षैत्र में गौतम डोटासरा उनि थानाधिकारी पुलिस थाना नाचना मय जाब्ता द्वारा दौराने हल्खा गस्त गॉव नाचना में होस्पीटल के पास तेजगति से टेप बजाते हुऐ जाये जाने पर स्वरूपाराम पुत्र रामचंद्र मेघवाल नि0 भाप हाल नाचना को गिरफतार किया गया। जहॉ से उसको पुलिस जमानत पर रिहा किया गया। 


सार्वजनिक स्थान पर गुबाखाई करते हुऐ, एक  पुलिस की गिरफ्त में 


जैसलमेर पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में आम्बाराम सउनि मय जाब्ता द्वारा जरिये मुखबिर ईतला पर नगर पालिका के पास सार्वजनिक स्थान पर एक व्यक्ति को लाभ एवं दूसरे को हानि पहॅूचाने की नियम जूआ खेलते हुए भोजराज पुत्र हरिसिंह जाति हजुरी नि0 ब्बि पाडा को गिरफतार किया गया। बाद में उसे पुलिस जमानत पर छोडा गया। 


अवैध रूप से टोपीदार बन्दूक रखने वाला पुलिस की गिरफ्त 


जैसलमेर पुलिस थाना मोहनग के हल्खा क्षैत्र में शेराराम सउनि मय जाब्ता द्वारा दौराने हल्खा गस्त अवैध रूप से टोपीदार बन्दूक रखने वाले गणपतसिंह पुत्र नखतसिंह नि0 अर्जना पुथा मोहनग के कब्जा से अवैध हथियार जब्त कर आम्र्स एक्ट के तहत गिरफतार किया गया। 


पुलिस थाना झिझनियाली एवं जैसलमेर में शांति भंग के आरोप में एक एक   गिरफतार 


जैसलमे पुलिस थाना झिझनियाली के हल्खा क्षैत्र में आबादी झिझनियाली में कानून एवं शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में अलसीसिंह पुत्र दानसिंह नि0 झिझनियाली को शेराराम सउनि मय जाब्ता द्वारा गिरफतार किया गया। 
इसी तरह पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में आबादी अमरसागर में कानून एवं शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में भारतनाथ पुत्र शम्भूनाथ जोगी नि0 अमरसागर को प्रेमशंकर हैड कानि0 मय जाब्ता द्वारा गिरफतार किया गया। 

बाड़मेर पुलिस ने जावेद शराब के खिलाफ चलाया सघन अभियान ....


बाड़मेर पुलिस ने जावेद शराब के खिलाफ चलाया सघन अभियान ....

बाड़मेर बाड़मेर जिले के विभिन्न थानों में आज लगभग दो दर्जन मुकदमे दर्ज किये जाकर जांच शुरू की गयी .पुलिस कप्तान राहुल बारहट ने बताया की 


1.श्री गोमाराम स.उ.नि. पुलिस थाना चौहटन मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम ौराराम पुत्र बाबूराम देशान्तरी नि. घोनिया के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 4 बोतल हथकड़ी ाराब बरामद कर पुलिस थाना चौहटन पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


2.श्री हुकमाराम हैड कानि. पुलिस थाना चौहटन मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम तखतसिंह पुत्र ईश्वरसिंह राजपूत नि. चौहटन के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 3 बोतल हथकड़ी ाराब बरामद कर पुलिस थाना चौहटन पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


3.श्री अनोपाराम हैड.कानि. पुलिस थाना गिड़ा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम चन्दनसिंह पुत्र राणिंसह राजूपत नि. केरली नाडी के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 5 बोतल हथकड़ी बरामद कर पुलिस थाना गिड़ा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


4.श्री कल्लाराम हैड. कानि. पुलिस थाना गिड़ा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम सोनाराम पुत्र आसूराम जाट नि. खारड़ा भारतसिंह के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 48 पव्वे सादा देशी मदिरा बरामद कर पुलिस थाना गिड़ा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


5.श्री मगाराम हैड. कानि. पुलिस थाना गिड़ा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम नखतसिंह पुत्र मेघसिंह राजपूत नि. सिमरखिया के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 48 पव्वे सादा देशी मदिरा बरामद कर पुलिस थाना गिड़ा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


6.श्री सुरेन्द्रसिंह उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना सिणधरी मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम खंगाराराम पुत्र हरजीराम जाट नि. निम्बली पाना के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 124 बौतल व 506 पव्वे अंग्रेजी ाराब बरामद कर पुलिस थाना सिणधरी पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


7.श्री कालुराम स.उ.नि. पुलिस थाना सिणधरी मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम पदमाराम पुत्र खैराजराम जाट नि. खारा महैचान के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 40 पव्वे अंग्रेजी ाराब बरामद कर पुलिस थाना सिणधरी पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


8.श्री ौराराम सहा.उ.नि. थाना बालोतरा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम धनाराम पुत्र राणाराम भील नि. असाड़ा के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 48 पव्वे देशी ाराब बरामद कर पुलिस थाना बालोतरा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


9.श्री नरपतदान उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना रामसर मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम चेलाराम पुत्र दमाराम मेगवाल नि. हाथमा के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 86 पव्वे अंग्रेजी ाराब बरामद कर पुलिस थाना रामसर पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


10.श्री नेनाराम हैड.कानि. पुलिस थाना गडरारोड मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम भवानीसिंह पुत्र स्वरूप सिंह राजपूत नि. गडरारोड़ के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 5 बोतल हथकड़ी ाराब बरामद कर पुलिस थाना गड़रारोड़ पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


11.श्री चुन्नीलाल स.उ.नि. पुलिस थाना गडरारोड मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम राजेश पुत्र टीकमाराम गर्ग नि. गडरारोड़ के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 4 बोतल हथकड़ी ाराब बरामद कर पुलिस थाना गड़रारोड़ पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


12.श्री गुलाबराम हैड. कानि. थाना सेड़वा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम नारायणसिंह पुत्र मगसिंह राजपूत नि. गंगासरा के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 14 पव्वे अंग्रेजी ाराब बरामद कर पुलिस थाना सेड़वा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


13.श्री दूर्गाराम हैड. कानि. पुलिस थाना धोरीमन्ना मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम मानाराम अर्जुनराम जाट नि. बाछडाउ के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 4 बोतल अंग्रेजी ाराब बरामद कर पुलिस थाना धोरीमना पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


14.श्री हरीराम हैड. कानि. पुलिस थाना बायत मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम बाबूलाल पुत्र मेहराणाराम जाट नि. बायतु के कब्जा से बिना लाईसेंस व परमिट के 28 पव्वें अंग्रेजी ाराब बरामद कर पुलिस थाना बायतू पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


15.श्री पदमसिंह स.उ.नि. पुलिस थाना सदर मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम नारायणसिहं पुत्र चन्दन सिंह राजपूत नि. मिठड़ा के कब्जा से वाहन संख्या आर.जे.04जी.ए.4168 में परिवहन कर ले जा रही बिना लाईसेंस व परमिट के 12 बोतल अंग्रेजी ाराब बरामद कर पुलिस थाना सदर पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। 


16.प्रार्थी श्री चेनाराम पुत्र चुतराराम जटिया नि. लीलसर ने मुलजिम चोलाराम मुलाराम जाट नि. लीलसर के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्त. के साथ मारपीट कर जातिगत ाब्दो से अपमानित करना वगेरा पर पुलिस थाना चौहटन पर मुकदमा दर्ज किया गया। 


17.प्राथीया श्रीमती कमलादेवी पत्नि छगन लाल जटिया नि. जटियो का वास ने मुलजिम चेनीदेवी पत्नि खेता राम मेगवाल जटियो का वास वगेरा 04 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्त. को रोककर मारपीट करना गली की चेन व घड़ी खोसकर ले जाना वगेरा पर पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया गया। 


18.प्रार्थी श्री मखीराम पुत्र मलूकाराम मेगवाल नि. गडरारोड़ ने मुलजिम सुखदेव पुत्र हीरालाल माली नि. गडरारोड़ वगेरा 02 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्त. के खेत में प्रवेश कर मारपीट कर जातिगत ाब्दो से अपमानित करना वगेरा पर पुलिस थाना गड़रारोड़ पर मुकदमा दर्ज किया गया। 


19.प्रार्थी श्री प्रकाश पुत्र चम्पालाल माली नि. उतरलाई ने मुलजिम अर्जुनराम लेगा वगेरा 10 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुल. द्वारा मुस्त. की गाड़ी को रूकवाकर ड्राईवर के साथ मारपीट करना व जातिगत ाब्दो से अपमानित करना व गाड़ी के कॉच तोड़ना वगेरा पर पुलिस थाना नागाणा पर मुकदमा दर्ज किया गया। 


20.प्रार्थी श्री पुखराज पुत्र भीखाराम भील निवासी भागवा ने मुलजिम गणपतसिंह पुत्र कानसिंह राजपूत निवासी मवडी वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुल. द्वारा मुस्त. से ाराब के पैसे मांगना नही देने पर मारपीट कर गाली गलोच करना व जान से मारने की धमकियां देना वगेरा पर पुलिस थाना सिवाना पर मुकदमा दर्ज किया गया। 


21.प्रार्थी श्री भंवरसिंह पुत्र सवजी राजपुरोहित निवासी महिलावास ने मुलजिम देवीसिंह पुत्र सवजी राजपुरोहित निवासी महिलावास वगेरा 8 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुल. द्वारा एक राय होकर मुस्तगीस के घर में प्रवेश कर मुस्तगीस व उसकी पत्नी के साथ मारपीट कर कठी चोरी कर ले जाना वगेरा पर पुलिस थाना सिवाना पर मुकदमा दर्ज किया गया। 


22.प्रार्थी श्री ांकराराम पुत्र राणाराम गवारीया ने मुलजिम बालसिंह पुत्र नरसिंह राजपूत निवासी देदुसर के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा वाहन नम्बर आरजे 04 टीए 2724 को तेजगति व लापरवाही से चलाकर मुस्तगीस की पुत्री बादामी के टक्कर मारना जिससे मौके पर ही मृत्यु होना वगेरा पर पुलिस थाना चौहटन पर मुकदमा दर्ज किया गया। 

ज्यादती के आरोपी प्रधानाध्यापक को जेल भेजा

ज्यादती के आरोपी प्रधानाध्यापक को जेल भेजा

बाड़मेर गिड़ा थानातंर्गत एक बालिका के साथ ज्यादती के आरोपी प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश करने पर उसे जेल भेज दिया गया।

गिड़ा थानाधिकारी मनोज मूढ़ ने बताया कि मानपुरा गांव निवासी एक बालिका के साथ ज्यादती के मामले में रा.उ.प्रा.वि. मानपुरा (गिड़ा)गंगाराम मीणा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

॥दुराचार की रिपोर्ट बीईईओ को भेजी जाएगी। इसके बाद कार्रवाई शिक्षा विभाग ही करेगा।

मनोज मूढ़, थानाधिकारी पुलिस थाना गिड़ा।

॥हमारे पास अभी तक दुराचार की रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने पर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीईईओ को भेजी जाएगी।

रामलाल चौधरी, बीईईओ बायतु।

पानी के लिए मटकियां लेकर कलेक्टर आवास पहुंचीं महिलाएं

वार्ड न. 27 की महिलाओं ने रखी समस्या, कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को लगाई फटकार
 बाड़मेर शहर के नेहरू नगर में पेयजल की नियमित सप्लाई नहीं होने से परेशान महिलाएं रविवार को खाली मटकियां लेकर कलेक्टर आवास पहुंची। जहां पर अपना दर्द बयां किया। कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि नियमित जलापूर्ति शुरू करें। इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर के आश्वासन के बाद महिलाएं रवाना हो गईं। रविवार सुबह करीब 11 बजे नेहरू नगर से महिलाएं व बच्चे मटकियां लेकर कलेक्टर आवास पहुंचे। जहां महिलाओं ने अनियमित जलापूर्ति को लेकर अपनी बात कलेक्टर के समक्ष रखी। शेष त्नपेज १५

महिलाओं ने बताया कि नेहरू नगर के वार्ड संख्या 27 में लंबे समय से जलदाय विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते जलापूर्ति नहीं हो रही है। ऐसे में मोहल्लेवासियों को महंगे दामों में टैंकर से पानी मंगवाने पड़ रहे हैं। पेयजल समस्या को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी कई बार शिकायतें की गई, लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। कलेक्टर ने महिलाओं की समस्या सुनने के बाद नगरपरिषद आयुक्त व पीएचडी के अधिकारियों से फोन पर बात कर समस्याओं को त्वरित गति से समाधान करने के निर्देश दिए।

मरते है बेटे, जीती है बेटियां

मरते है बेटे, जीती है बेटियां



बाड़मेर ।हर आने जाने वाले राहगीर व वाहन चालक को वे रूकने का इशारा करती है गोया लिफ्ट मांग रही हो। इतने में एक वाहन रूकता है । उसमें सवार कुछ लोग नीचे उतर कर एक युवती से बात करते है । कुछ पलों की बातचीत के बाद युवती उन लोगों के साथ वाहन में सवार होजाती है। एक झटके के साथ रवाना होता वाहन क्षणांक में ही अन्धेरे का हिस्सा बनजाता है ।
अनजान लोगों को यह ाब्द चित्र किसी कहानी का हिस्सा लग सकता है लेकिन समदड़ी क्षैत्र के आधा दर्जन गांवो में यह रोजमर्रा की हकीकत है । जिस्मफरोशी के कारोबार ने यंहा इस कदर पैर फेला दिए है कि इन गावों में रहने वाले ग्रामीणों को अपने गांव का नाम बताने में भी ार्म महसुस होती है । जिस्मफरोशी की इस मण्डी से आसपास के ान्त वातावरण को जबरदस्त ठेस पहुंची है।

समदड़ी क्षेत्र के सांवरड़ा, करमावास, सुइली, मजलव लाखेटा इत्यादि गावों तक जिस्मफरोशी का कारोबार बेरोक टोक चलता है । इनमें से सावरड़ा और करमावास में एक जाति विशोा के लोगों की संख्या ज्यादा होने से यह धन्धा ब.ता ही जा रहा है। इससे आसपास की सामाजिक संस्कृति पर पड़ रहे दुप्रभाव से अधिकांश ग्रामीणों को तनाव का सामना करना पड़ रहा है । इन सभी गांवो में सड़कों के किनारे इस धन्धे में लिप्त युवतियां सजधज कर आने जाने वाले राहगीर को न्यौता देती है । युवा इनकी जद में फंस जाते है । एक बार कोई युवा भूल से भी समय व्यतीत करने इनके साथ हो लिया तो पुनः उसे इस जगह पर आना ही पड़ता है । दिन भर इन गावों में सुबह से लगा कर रात तक रंगरेलियां मनाने वालों का जमघट रहता है । इस जाति के लोगों के लिए जिस्मफरोशी जीवन यापन का जरिया है । पन्द्रह साल से लेकर चालीस साल तक उम्र की महिलाऐं इसमें लिप्त है । परिवार के पुरू एंव वृद्ध महिलाऐं ग्राहकों को तलाशने में मदद करती है।

पिछले कई वाोर्ं से वेश्यावृति में लिप्त होने से यहां की युवतियां एंव महिलाएं विभिन्न प्रकार की बीमारियों से भी ग्रसित रही है । इस वजह से भी ग्रामीणों में भय के साथ रोा भी व्याप्त है।

इस संबध में करमावास के सरपंच ने बताया कि इस अवैध धंधे में लिप्त डेरों पर समाजकंटकों का जमघट रहने से आसपास का वातावरण दूित हो रहाहै ।

उन्होने इस पर अंकुश लगाने की मांग भी की है। सावरड़ा ग्राम पंचायत की पूव र्महिला संरपच ने भी दो वार पूर्व वेश्यावृति के खिलाफ आवाज उठाई थी । उन्होने गांव में पुलिस चौकी स्थापित करने के लिए पंचायत का प्रस्ताव भेजकर प्रशासन से मदद की गुहार की थी । ंइस पर कोई ठोस कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई । स्थिति यह है कि इन गांवो के नाम दूसरे लोग घृणा से लेते है । जिस्म फरोशी के कारोबार ने इन गावों के नाम को बदनाम कर दिया है । ऐसे में शरीफ लोगों का यहां रहना मुश्किल हो गया है । कई बार शरारती तत्वों द्वारा शराब के नशे में चूर होकर ग्रामीणों सहित राहगीरों के साथ गालीगलौच भी की जाती रही है । वातावरण में चारो तरफ जहर घोल रहे इस अवैध धंधे पर पाबन्दी लगाना आवश्यक भी माना जाने लगा है ।

मरते है बेटे, जीती है बेटियां

वेश्यावृति के दलदल में फंसे इस क्षैत्र की सबसे बड़ी ओर आश्चर्यजनक हकीकत की बात जान आप भी आश्चर्य चकित रह जाऐगें । यहां पर जो होता चला आ रहा है । वो निश्चित रूप से अशिक्षा, गरीबी का परिणाम है । क्षेत्र में देह व्यापार से जुड़ी महिलाएं लड़कों को लिंग परीक्षण के पश्चात गर्भ में ही खत्म कर देतीहै । और लड़की का जन्म इनके लिए खुशियां लेकर आता है। आमतौर पर लड़कों के जन्म पर राजस्थान में बनजे वाली थाली लड़की के जन्म पर बजाई जाती है । यही नहीं हालात यह है कि चार सौ घरों वाली आबादी वाले करमावास,सावरंड़ा क्षेत्र में मात्र ३० फीसदी ही पुरुष है बाकी सभी महिलाऐं है । जो अपने परिवार को देह बेच कर पालती है ।

लोग बताते है कि कई बार राज्य सरकार को इस गंदे धंधे के बारे में बताया गया लेकिन एक संस्था के अतिरिक्त यहां कोई नहीं आया जो इन्हे 21 वीं सदी के साथ जोड़ने की कोशिश करे ।


क्या है हकीकत


पश्चिमी सीमावर्ती बाड़मेर जिला विम भौगोलिक परिस्थतियों में बसा है । आर्थिक तथा सामाजिक रूप से पिछड़े होने के कारण तथा शिक्षा के प्रति जागरूक नहीं होने के कारण बाड़मेर जिला स्वास्थ्य की दृिट से बेहद कमजोर है । शिक्षा के प्रति अरूचि का मुख्य कारण सामाजिक रूविदिता है । बाड़मेर जिले में सामन्ती प्रवृति पुराने समय से रही है । जिले के सिवाना क्षेत्र के गांवो में जागीरदारी तथा जमींदारी ने अपनी अयाशी तथा ारीरिक आवश्यक्ताओं की पूर्ति के लिए गुजरात राज्य के कच्छ, भुज, गांधीधाम, हिम्मतनगर आदि क्षेत्रों से साहुकार जाति की महिलाओं को लाकर सिवाना के खण्डप, करमावास, सांवरड़ा,मजल,कोटड़ी,अमरखा आदि गावों में दशकों पूर्व लाकर बसाया था । जागीरदार इन महिलाओं के साथ अयाशियां करते, देख अखण्ड होने के साथ सामंतशाही तथा जागीरदारी प्रथा समाप्त होने के साथ गुजरात से लाई इन साहुकार साटिया जाति की महिलाओं में पेट पालने की मुसीबत हो गई, दो जून का खाना जुटाना मुश्किल हो गया । सामंतो ने निगाहें फेर ली। इन महिलाओं ने समूह बनाकर देह व्यापार का कार्य आरम्भ किया । साटिया जाति के ये महिलाऐं पिछले 40 वाोर्ं से देहव्यापार के धंधे में लिप्त है । इन महिलाओं द्वारा ादी नहीं की जाती। मगर ये अपनी बच्चियों को जन्म दे देती है । आज इन गावों में लगभग 450 महिलाऐं खुले आम देह व्यापार करती है ।


शिक्षा का अभाव

देह व्यापार में लिप्त महिलाऐं अशिक्षित है, जिसके कारण स्वास्थ्य सम्बधित जानकारियां उन्हे नहीं है । इन गावों में जाने से अक्सर जन प्रतिनिधी तथा प्रशासनिक अधीकारी परहेज करते है । जिसके कारण आज दिन तक इन नगर वधुओं के लिए किसी प्रकार के किसी प्रकार की योजना का प्रचारप्रसार, जन जागरण सम्बधित कार्यक्रम आयोजित नहीं हुए । ये महिलाऐं अक्सर बीमार पड़ती है । बीमार पड़ने पर पास स्थित समदड़ी कस्बे में स्थित राजकीय अस्पताल में उपचार के साथ साथ ये महिलाऐं जब गर्भवती होती है, लिंग परीक्षण भी आवश्यक रूप से कराती है, जिसका कारण उनके गर्भ से लड़का जन्म ना ले। ये लड़के के जन्म पर खुश नहीं होती है । लड़कियां पैदा होने पर ोलथाली बजाकर उसका स्वागत करती है ।

जागरूकता का अभाव

साटिया जाति कीदेह व्यापार से जुड़ी महिलाओं में जागरूकता का अभाव है । इनके यंहा आने वाले ग्राहकों का तांता लगा रहता है । ग्राहकों में अक्सर वाहन चालक होते है । जो अक्सर घरों से बाहर रहते है । तथा देह व्यावार से जुड़ी महिलाओं के पास आतेजाते रहते है । इन वाहन चालकों को विभिन्न बीमारियां होती है । कई मर्तबा यौन संसर्ग से संक्रामक बीमारियां इन देह व्यापार से जुड़ी महिलाओं को लग जाती है । मगर जागरूकता के अभाव में इसका उपचार नहीं करा पाती है । अक्सर अनजाने विभिन्न व्यक्तियों के साथ अवैध सम्बन्ध स्थापित करनेके कारण ये महिलाऐं बीमार रहती है । विशोाकर यौन रोग सम्बन्धित बीमारियां अधिकतर होती है । मगर विभागीय तौर पर इनके स्वास्थ्य की जांच के लिए शिविरों का आयोजन नहीं किया ।


इतिहास ने मजबूर किया

मूलतः गुजरात प्रदेश की साटिया जाति साहूकार की ये महिलाऐं देह व्यापार पर अपना तथा परिवार का भरण पोाण करतेहै । तीन गांवके 400 परिवारों में बड़ी मुश्किल से तीस व्यक्ति है । इन परिवारों में महिलाऐं ही है देह व्यापार से जुड़ी इन महिलाओं के घरों में लड़कियों को ही जन्म दिया जाता है । लड़कों का भ्रूण परीक्षण कराकर गर्भपात कराया जाता है । इन तीन गावों में इन नगर वघुओं के लगभग 176 बालिकाएं है । समाज में हेय दृिट से इन्हे देखा जाताहै । समाज से परिकृत इन बालिकाओं को शिक्षा का अभाव लाभ भी नहीं मिलता समाज की मुख्यधारा में से ये बालिकाऐं अलग है । तीन वार पूर्व सांवरड़ा गांव में राजीव गांधी स्वर्ण जंयती पाठशाला की स्थापना हुई यहां वर्तमानमें 28 छात्र छात्राऐं का नामांकन है । मगर औसत उपस्थिति 1314 से अधिक नहीं है । वेश्याओं का मानना है कि लड़कियों को पा लिखाकर क्या करना है । आखिर इन्हे देह व्यापार का ही कार्य करना है । जो बच्चे विद्यालयों में अध्यनरत है उन बच्चों के पिता के नाम की बजाए माता का नाम ही अभिभावक के रूप में दर्ज है । नगर वधुओं के बालिकाओं का पिता का नाम नसीब नहीं है । इन बालिकाओं के लिये आवासीय शिक्षण शिविर संचालित कर प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षा प्रदान की जा सकती है । सिवाना, पंचायत समिति क्षेत्र के समदड़ी क्षेत्र यंहा के पास करमावास, सांवरड़ा तथा मजल गांवों में लम्बे समय से नगर वधुओं द्वारा देह व्यापार किया जाता है । वहां इन सेक्स वर्कर के निवास है । उन स्थानों के आसपास समाज के लोग निवास नहीं करते । गांव के बाहर ही नगर वधुओं की बस्तीयां है । इन तीन गांवों में 400 परिवार नगर वधुओं के है । शिक्षित सेक्स वर्कर के नाम पर एक मात्र युवती है । जो राजीव गांधी पाठशाला में पैराटीचर नियुक्त है। नगरवधुएं बालिकाओं के साथ भेदभाव होता है । हेय दृिट से देखा जाता है । इस कारण बालिकाओं को विद्यालय भेजने में कोताही बरती जाती है । यदि इन बालिकाओं को अलग से शिक्षा की व्यवस्था मिलेगी तो आसानी से इनका उत्थान कर वहां उन्हे शिक्षित कर समाज तथा शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जा सकता है ।

बीपीएल सूची में सरपंच व ठेकेदार!


बीपीएल सूची में सरपंच व ठेकेदार!

बाड़मेर गरीबी का दंश भोग रहे परिवार बीपीएल सूची में शामिल होने को भले ही मोहताज हों, मगर कई रसूखदार गरीबों की योजनाओं की मलाई खा रहे हैं। जिले की बीपीएल सूची में कई करोड़पति, जनप्रतिनिधि व ठेकेदार तक शामिल हैं। जो सालों से सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। जिम्मेदार रसूखदारों के नाम बीपीएल सूची से हटाने की जहमत नहीं जुटा पा रहे हैं। नतीजतन गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवार सरकारी इमदाद से महरूम हैं।

दो जून की रोजी रोटी को मोहताज परिवारों को सरकारी योजनाओं से लाभांवित करने के लिए बीपीएल सूची में शामिल करने का प्रावधान है। मगर लचर व्यवस्थाओं का फायदा उठाते हुए रसूखदार भी बीपीएल बन रहे हैं। पैसे से करोड़पति हैं लेकिन वे बीपीएल सूची में शामिल होने से सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ उठा रहे हैं।

ग्राम पंचायत जाखड़ों की ढाणी सरपंच हेमंत कुमार बीपीएल सूची में हैं। इनका सर्वे फार्म क्रमांक 136576 दर्ज है। वरीयता सूची में प्राप्तांक 9 है। जिसके आधार पर चयन कर रखा है। इंदिरा आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत है। साथ ही अन्य योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। इसी तरह ग्राम पंचायत रमजान की गफन में सी क्लास ठेकेदार मुरीद खां भी बीपीएल सूची में हैं। वह पीएचईडी के ठेकेदार हैं। यह तो सिर्फ बानगी है जिले की बीपीएल सूची में दर्जनों रसूखदार शामिल हैं। वे पिछले कई वर्षों सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।

बीपीएल सूची में नाम जोडऩे की प्रक्रिया है। इसके लिए ग्राम पंचायत से प्रस्ताव तैयार कर तहसीलदार या एसडीएम के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया जाता है। इसके बाद आवेदन जिला परिषद को भेजना प्रस्तावित है। जिला परिषद में वरीयता सूची के आधार पर बीपीएल में चयन किया जाता है। संबंधित परिवार भूमिहीन होने के साथ वार्षिक आय 40 हजार रुपए से कम होनी चाहिए।




क्या है चयन प्रक्रिया



कर्मचारियों की मिलीभगत
॥सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत के बगैर रसूखदार बीपीएल की सूची में नहीं शामिल हो सकते। सर्वे आवेदन के मापदंडों में हकीकत को छिपाने व गलत आंकड़े दर्शाए बिना ऐसा नहीं हो सकता।बीपीएल सूची में मेरा नाम पहले से जुड़ा था। सरपंच बाद में बना हूं।
हेमंत कुमार, सरपंच ग्राम पंचायत जाखड़ों की ढाणी
॥बीपीएल सूची में रसूखदारों के नाम शामिल होने के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना गंभीर बात है। इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. वीणा, प्रधान कलेक्टर बाड़मेर।

शहर में आया बिज्जू, पकडऩे में लगे चार घंटे


जालोर शहर के भीनमाल रोड पर खादी विभाग के समीप रविवार सुबह भटककर आए एक जंगली जीव बिज्जू ने ऐसी मशक्कत करवाई कि सैंकड़ों लोगों ने उसे पकडऩे की कोशिश की, लेकिन बिज्जू कभी पेड़ पर तो कभी किसी भवन में यहां से वहां भागता रहा। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी, कार्मिक और पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे और बिज्जू को पकडऩे के प्रयास किए।

करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद बिज्जू स्कूल में रखे एक लोहे के पाइप में घुस गया और लोगों ने पाइप सहित ले जाकर उसे पहाड़ों में छोड़ा। जालोर रेंजर मदनसिंह बोडा ने बताया कि हालांकि यह जीव अधिकांशत: जंगलों में ही रहता है, लेकिन कभी कभार रास्ता भटककर आबादी की ओर आ जाता है।

सहमा सा रहा बिज्जू : जानकारी के अनुसार लोगों ने सबसे पहले उसे सुबह करीब छह बजे खादी भंडार के पास देखा। इस जानवर को देखकर एक बार तो लोग भी डर गए, लेकिन थोड़ी ही देर में मौके पर सैंकड़ों लोगों की भीड़ लग गई। जिन्हें देखकर यह वन्य जीव भी सहम गया और डर कर कभी पेड़ों पर तो कभी किसी भवन में घुसने लगा। एक दो बार तो वह जान जोखिम में डालकर भीड़ के बीच घुस गया, लेकिन लोग भी उससे डरकर भागते रहे।

...और फिर दौड़ पड़ा : लोगों ने जैसे ही पाइप से बिज्जू को बाहर निकाला। वह सामने खुले पहाड़ों को देखता हुआ दौड़ पड़ा। मानों उसे पता हो कि इधर ही कहीं उसका घर हो। इस दौरान रेंजर मदनसिंह बोडा, नारायणसिंह, गंगाराम, रूपाराम और मुकेश समेत पुलिसकर्मी प्रेमाराम, शैतानसिंह, मूलाराम, मोहनलाल और अजयपालसिंह मौजूद थे। इन सभी ने लोगों की मदद से बिज्जू को सुरक्षित छोड़ दिया।

बाल सुधार गृह से शनिवार रात भागे थे तीन बालअपचारी

तीन में से दो खुद ही लौट आए सुधार गृह

जालोर जिला मुख्यालय स्थित बाल सुधार गृह से शनिवार शाम चकमा देकर भागे तीन बाल अपचारी आखिरकार पकड़े गए। फरार हुए तीनों किशोरों में से दो स्वत:: ही लौट आए, जबकि तीसरे को काफी मशक्कत के बाद उसके घर से ही पकड़ा गया।

जानकारी के अनुसार शनिवार शाम छह बजे के करीब समाज कल्याण के बाल सुधार गृह से तीन बाल अपचारी भाग गए थे। इन अपचारियों में एक ज्यादती, दूसरा चोरी व तीसरा हत्या का आरोपी था। घटना के बाद इनमें से दो आरोपी रुपए और भागने का कोई जरिया नहीं होने के कारण खुद ही सुधार गृह में लौट आए। वहीं तीसरा आहोर स्थित अपने घर पर चला गया। जिसे पुलिस की सहायता से पुन: सुधार गृह लाया गया। इधर, विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि इस तरह की घटनाओं की मुख्य वजह कार्मिकों की कमी है। विभाग में कार्मिकों की संख्या काफी कम होने के कारण एक-एक कार्मिक को कई सारे कार्य दिए गए हैं। ऐसे में उन्हें भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

पहले भी भागा था

फरार हुए तीनों बाल अपचारी में से चोरी का आरोपी पूर्व में इसी बाल सुधार गृह से फरार हो चुका था। तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी ने इस आरोपी को पकडऩे में तत्परता दिखाई और कुछ ही समय बाद उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद एक बार फिर बीते शनिवार को यही किशोर चौकीदार को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया।

घर की याद आ रही थी...

बाल सुधार गृह से फरार हुए किशोरों से जब भागने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि काफी समय से वे घर नहीं गए थे। इसलिए उन्हें घर वालों की याद आ रही थी। ऐसे में घर वालों से मिलने की चाह को लेकर वे सुधार गृह से भागे थे, लेकिन इस दौरान उनके पास रुपए और घर तक पहुंचने का कोई साधन नहीं मिलने के कारण फिर से लौटना पड़ा।

ऐसे दिया था चकमा

बाल सुधार गृह में तैनात चौकीदार ने बताया कि वह रोज की तरह इन बाल अपचारियों के कमरे में पानी की बाल्टी रखने के लिए गया था। पानी की बाल्टी रखने के लिए जैसे ही उसने कमरे का दरवाजा खोला तो तीनों ने उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया और मौके से फरार हो गए। चौकीदार ने उनको पकडऩे के लिए काफी मशक्कत की, लेकिन इसके बावजूद ये तीनों उसके हाथ नहीं लग पाए।

श्रवण कुमारो की बाढ़ आई

श्रवण कुमारो की बाढ़ आई 

कोई खुद बीमार तो किसी के माता-पिता  
तबादले के लिए कर्मचारी बीमारियों को बता रहे कारण, आखिरी दिन तक शिक्षा विभाग के 125 से अधिक कार्मिकों ने किए आवेदन

जैसलमेर  शिक्षा विभाग में स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही द्वितीय श्रेणी अध्यापकों ने दौड़ लगानी शुरू कर दी। इस बार ऑनलाइन आवेदन होने से शिक्षकों को काफी मशक्कत भी करनी पड़ी। हालांकि प्रक्रिया काफी आसान रही। तबादले के लिए कोई खुद की बीमारी तो कोई माता-पिता की बीमारी को कारण बताया। रविवार को अंतिम तिथि तक जिले में कुल 125 कार्मिकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किए। रविवार को जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, प्रारंभिक व तीनों ब्लॉक कार्यालय खुले रहे। शनिवार को भी इन कार्यालयों को खुला रखने के निर्देश थे।

जिले में माध्यमिक सैटअप में 7 प्राचार्य, 9 प्रधानाध्यापक, दो व्याख्याता, 34 द्वितीय श्रेणी अध्यापक, 3 तृतीय श्रेणी अध्यापक, एक पीटीआई, एक कार्यालय सहायक, दो वरिष्ठ लिपिक, तीन एलडीसी व चार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किए। वहीं प्रारंभिक सैटअप में ब्लॉक सम में 17 द्वितीय श्रेणी अध्यापकों ने, ब्लॉक जैसलमेर में 12 और ब्लॉक सांकड़ा में 30 शिक्षकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किए।

सबके अलग-अलग कारण : ऑनलाइन आवेदन के तहत भरे जाने वाले कमेंट्स में सभी शिक्षकों ने अलग अलग कारण बताए हैं। किसी ने माता पिता के स्वास्थ्य का कारण बताया तो किसी ने पत्नी के स्वास्थ्य का कारण। कइयों ने खुद की बीमारी का भी बताया तो कई राज्य व मंडल स्तर पर पुरस्कृत होने की बात भी बताई है।

अधिकांश शहर के नजदीक आना चाहते हैं

गत वर्ष कई मिडिल स्कूलें सेकंडरी स्कूलों में क्रमोन्नत हुई है। इसमें शहर के नजदीक के भी कई विद्यालय है। ऐसे में हर किसी की पसंद शहर के नजदीक स्थित विद्यालय में नियुक्त होने की है। अधिकांश शिक्षकों ने शहर के नजदीक आने के लिए ही आवेदन किए हैं।

डिजायर भी लगा रहे हैं साथ

स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही नेताओं के यहां शिक्षकों का पहुंचना शुरू हो गया। विधायकों से डिजायर लिखवाई जाकर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में स्केन करके साथ लगाई जा रही है।

थल सेनाध्यक्ष का जयपुर दौरा


थल सेनाध्यक्ष का जयपुर दौरा 
 
जनरल वी के सिंह, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ;सीओएएसद्ध ने श्रीमती भारती सिंह, अध्यक्षा केन्द्रीय सैनिक परिवार कल्याण संगठन ;सेन्ट्र्ल आवाद्ध के साथ आज मुख्यालय दक्षिण पश्चिम कमान का दौरा किया। लेफि्टनेन्ट जनरल ज्ञान भूषण, जीओसीइन-सी ;आर्मी कमाण्डरद्ध, दक्षिण पश्चिमी कमान तथा श्रीमती अंजू भूषण, प्रांतीय अध्यक्षा आवा द्वारा इनकी अगुवानी की गई। 

जनरल वी के सिंह दिनांक 31 मई 2012 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अपने इस दौरे के दौरान उन्होंने जयपुर छावनी के सभी अधिकारियों से विचारविमर्श किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारतीय सेना की ताकत एवं प्रतिबद्धता शानदार है, इसे अधिकारियों द्वारा उँचे दर्जे की व्यावसायिक दक्षता के साथ देश हित में काम करते समय मद्देनजर रखना है। उन्होंने भारतीय सेना की गौरवशाली परंपराओं एवं मूल्यों पर जोर देते हुए बताया कि सभी परिस्थितियों में हमेशा प्रतिबद्धता के साथ जिम्मेदारियों का निर्वाह करें। 

61वीं कैवलरी के कर्नल ऑफ द रेजिमेन्ट के नाते सेनाध्यक्ष ने 61वीं कैवलरी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों, जेसीओज व जवानों के साथ बातचीत की तथा जलपान किया। उन्होंने दोहराया कि भारतीय सेना को जीवंत रखने हेतु आवश्यक है कि हम सबको साथ मिलकर व्यवसायिक दक्षता के शिखर को छूने के लिए एवं नैतिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए भरसक प्रयास करने चाहिए। जयपुर से विदा होते समय सेनाध्यक्ष को सेना के हैलीपैड पर ॔गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। 

श्रीमती भारती सिंह, अध्यक्षा, केन्द्रीय आवा ने जयपुर सैन्य छावनी में सैनिकों के परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने आवा की गतिविधियों एवं कल्याणकारी योजनाओं को सुचारू रूप से लागू करवाने के लिए धन्यवाद दिया और सभी परिवारजनों की खुशहाली एवं प्रगतिमय जीवन की कामना की।