सोमवार, 21 मई 2012

श्रवण कुमारो की बाढ़ आई

श्रवण कुमारो की बाढ़ आई 

कोई खुद बीमार तो किसी के माता-पिता  
तबादले के लिए कर्मचारी बीमारियों को बता रहे कारण, आखिरी दिन तक शिक्षा विभाग के 125 से अधिक कार्मिकों ने किए आवेदन

जैसलमेर  शिक्षा विभाग में स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही द्वितीय श्रेणी अध्यापकों ने दौड़ लगानी शुरू कर दी। इस बार ऑनलाइन आवेदन होने से शिक्षकों को काफी मशक्कत भी करनी पड़ी। हालांकि प्रक्रिया काफी आसान रही। तबादले के लिए कोई खुद की बीमारी तो कोई माता-पिता की बीमारी को कारण बताया। रविवार को अंतिम तिथि तक जिले में कुल 125 कार्मिकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किए। रविवार को जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, प्रारंभिक व तीनों ब्लॉक कार्यालय खुले रहे। शनिवार को भी इन कार्यालयों को खुला रखने के निर्देश थे।

जिले में माध्यमिक सैटअप में 7 प्राचार्य, 9 प्रधानाध्यापक, दो व्याख्याता, 34 द्वितीय श्रेणी अध्यापक, 3 तृतीय श्रेणी अध्यापक, एक पीटीआई, एक कार्यालय सहायक, दो वरिष्ठ लिपिक, तीन एलडीसी व चार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किए। वहीं प्रारंभिक सैटअप में ब्लॉक सम में 17 द्वितीय श्रेणी अध्यापकों ने, ब्लॉक जैसलमेर में 12 और ब्लॉक सांकड़ा में 30 शिक्षकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किए।

सबके अलग-अलग कारण : ऑनलाइन आवेदन के तहत भरे जाने वाले कमेंट्स में सभी शिक्षकों ने अलग अलग कारण बताए हैं। किसी ने माता पिता के स्वास्थ्य का कारण बताया तो किसी ने पत्नी के स्वास्थ्य का कारण। कइयों ने खुद की बीमारी का भी बताया तो कई राज्य व मंडल स्तर पर पुरस्कृत होने की बात भी बताई है।

अधिकांश शहर के नजदीक आना चाहते हैं

गत वर्ष कई मिडिल स्कूलें सेकंडरी स्कूलों में क्रमोन्नत हुई है। इसमें शहर के नजदीक के भी कई विद्यालय है। ऐसे में हर किसी की पसंद शहर के नजदीक स्थित विद्यालय में नियुक्त होने की है। अधिकांश शिक्षकों ने शहर के नजदीक आने के लिए ही आवेदन किए हैं।

डिजायर भी लगा रहे हैं साथ

स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही नेताओं के यहां शिक्षकों का पहुंचना शुरू हो गया। विधायकों से डिजायर लिखवाई जाकर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में स्केन करके साथ लगाई जा रही है।

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