बुधवार, 9 मई 2012

कन्या भ्रूण हत्या केस के लिए बनेंगे फास्ट ट्रैक कोर्ट

जयपुर। शो ‘सत्यमेव जयते’ से कन्या भ्रूण हत्या के मामले को उठाने के बाद आज अभिनेता आमिर खान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिले। आमिर ने शाम पांच बजे गहलोत से मुलाकात की। गहलोत ने आमिर खान से वादा किया है कि वो कन्या भ्रूण हत्या के मामलों के निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की जल्द से जल्द व्यवस्था करेंगे। कन्या भ्रूण हत्या केस के लिए बनेंगे फास्ट ट्रैक कोर्ट  
दूसरी तरफ अशोक गहलोत भी आमिर से मिलने को बेताब थे। आमिर खान ने रविवार को प्रसारित हुए शो में कन्या भ्रूण हत्या का मुद्दा उठाया था। शो में दिखाया गया कि कैसे एक स्टिंग ऑपरेशन में 140 डॉक्टरों को लिंग परीक्षण करते हुए दिखाया गया था। बावजूद किसी भी डाक्टर के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। कुछ ऐसा ही हाल सामाजिक संगठनों की इस मामलों में शिकायतों को लेकर है। शो में ही आमिर ने वादा किया था कि वे राजस्थान की सीएम को कार्रवाई के लिए कहेंगे।

आज के मुलाकात के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आमिर से कहा कि वो मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि आमिर खान ने शो ‘सत्यमेव जयते’ के द्वारा जो मुद्दा उठाया है मैं उसका स्वागत करता हूं और ये कार्यक्रम लोगों के दिलों पर प्रभाव डालेगा। लोग आगे आएंगे।

जैसलमेर पुलिस फेसबुक पर उपलब्ध ..

जैसलमेर पुलिस फेसबुक पर उपलब्ध ..

जनता सीधे समस्याओ से अवगत  कराएँगे 

जैसलमेर ई संचार के इस युग में जैसलमेर पुलिस भी सीधे जनता से जुड़ गयी हें जैसलमेर पुलिस सोसिअल साईट फेसबुक  पर उपलब्ध हे जन्हा जनता की समस्याओ को सीधे सुनेंगे .जिला पुलिस अधिक्षक्ल ममता विश्नोई ने बताया की इ संचार के इस युग में आम जनता सोसिअल साईटों के माध्यम से अक्सर अपनी बात रखती हे ऐसे में जैसलमेर पुलिस ने फसबूक पर सीधे जनता से संवाद के उद्देश्य से नाम से  [अपने पेज बनाया हें जहां जनता अपराध से जुडी समस्याए तथा सुझाव सीधे लिख सकते हें उन्होंने बताया की आम जनता की सोसिअल साईट के माध्यम से सीधे पहुँच बनाई हे .इस पेज पर आने वाली समस्त समस्याओ तथा सुझावों पर अमल कर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी .उन्होंने बताया की जैसल्न्मेर पुलिस की गतिविधियों को लेकर एक ब्लॉग भी बनाया गया हें .उन्होंने बताया की इसके माध्यम से जैसलमेर पुलिस सीधे जनता से जुड़ेगी  http:// jaisalmerpolice.blogspot.com http://www.facebook.com/spjaisalmer  

अपहरण और बलात्कार के दो आरोपी बरी

अपहरण और बलात्कार के दो आरोपी बरी
 बाड़मेर जिले की एक अदालत ने अपहरण और बलात्कार के एक मामले के दो आरोपियों को संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया .बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित अतिरिक्त जिला एवम सत्र न्यायाधीस फास्ट ट्रेक ने ग्यारह अक्टूबर 2008 को आदुराम नामक व्यक्ति द्वारा अपनी भाजी के साथ हुई अपहरण और बलात्कार के मामले पर आज बड़ा फेसला सुनाया . परिवादी द्वारा पंजाब के रहने वाले कुलदीप सिंह और जस्सा राम पर उसकी भांजी के साथ अपहरण और बलात्कार का मामला दर्ज करवाया था . जिस पर गुढ़ामालानी पुलिस ने प्रकरण संख्या 158 /08 धरा संख्या 366 ,376 ,120 -13 ,366a के तहत मामला दर्ज क्र जाच शरू की . शिकायत करता द्वारा कहा गया था की आरोपियों द्वारा उसकी नाबालिक भांजी का अपहरण किया गया और फिर अलग अलग राज्यों में ले जाकर उसका बलात्कार किया गया . रिपोर्ट पर पुलिस ने पीडिता को गंगानगर से बरामद किया गया . जिसके बाद चले मानले में आज कोर्ट ने फेसला सुनाया जिसमे कोर्ट ने पीडिता को मेडिकल बोर्ड द्वारा करे जाच में बालिग पाया और उसके आरोपियों के साथ गुजरात , उतरप्रदेश , दिल्ह्ही , पंजाब सहित पांच राज्यों में कई दिनों तक साथ रहना साबित हुआ साथ ही इस दोरान उसके द्वारा किसी तरह का कोई विरोध दर्ज नही करवाया गया इसे में मामले में अपहरण और बलात्कार साबित नही होता . युवती द्वारा इन लोगो के साथ रजामंदी से जाना पाया गया . जिस पर कोर्ट ने दोनों आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुई बरी कर दिया . आरोपियों की तरफ से उनकी पेरवी वकील करनाराम चोधरी और शिकायतकर्ता के वकील कन्हेयालाल जैन ने की .

जैसलमेर फर्जी खातों से डेढ़ करोड़ की हेराफेरी, बैंककर्मी को चार वर्ष की सजा

जैसलमेर स्थित एसबीबीजे की शाखा में कार्यरत विशेष सहायक डीपी मीणा को 4 वर्ष तथा जोधपुर निवासी मनोज सिंघवी को 3 वर्ष की सजा
 
जैसलमेर सीबीआई मामलात की विशेष अदालत ने स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर(एसबीबीजे) की जैसलमेर शाखा में गबन के आरोप में एक व्यक्ति को चार साल की और एक अन्य को तीन साल की सजा सुनाई है। एसबीबीजे में कार्यरत विशेष सहायक दुर्गाप्रसाद उर्फ डीपी मीणा को फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर फर्जी एंट्रियां कर बैंक को 1 करोड़ 54 लाख 73 हजार नौ सौ सैंतीस रुपए का चूना लगाया। इस घोटाले के आरोप में मीणा को 4 वर्ष कैद व उसके सहयोगी जोधपुर स्थित कमला नेहरू नगर निवासी मनोज सिंघवी को 3 वर्ष जेल की सजा सुनाई गई है।

विशिष्ट न्यायाधीश सीबीआई मामलात जेपी शर्मा ने यह आदेश भारत संघ जरिए केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो सीबीआई बनाम दुर्गा प्रसाद मीणा व अन्य के विरुद्ध दायर मामले का निस्तारण कर निर्णय सुनाते हुए दिया। अदालत में सीबीआई के वरिष्ठ लोक अभियोजक एसएस यादव ने कहा कि आरोपी डीपी मीणा ने बैंक में विशेष सहायक के पद पर रहते हुए अन्य लोगों के सहयोग से कई फर्जी खाते खोले व उनकी चैक बुक अपने पास रखी। उन खातों में बैंक के अन्य खातों से बिना वाउचर के फर्जी एंट्रियां कर लाखों रुपए के चैकों का आहरण किया व लॉटरियों के टिकट आदि की खरीद की।
अंत में ऑडिट रिपोर्ट में जब इस घोटाले का खुलासा हुआ तो जांच करने पर कुल घोटाला डेढ़ करोड़ से अधिक राशि का निकला। बचाव पक्ष की ओर से कहा गया कि घोटाला पूरी तरह से बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया है व उनको झूठा फंसाया गया है। जब कि अनुसंधान में आरोपियों के खिलाफ करीब आठ धाराओं इतनी ही उप धाराओं में दोषी पाए जाने पर अदालत ने प्रत्येक धारा के तहत 2 से 4 वर्ष के कठोर कारावास के दंड तथा एक हजार से 10 हजार रुपए तक का आर्थिक दंड भुगतान किए जाने की सजा सुनाई गई। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी।

yaar Me Laakhon Zakham Khaye Humne

Pyaar Me Laakhon Zakham Khaye Humne

Afsos Ushe Hum Par Aitbar Nahi

Mat Pucho Kya Gujarati Hai Dil Par

Jab Vo Kehti Hai Hame Tumse Pyaar Nahi !!






Keemt Palon Ko Yun N Bitana

Haste Rehna Ro Kar Hume Na Rulana



Hum Yaad Hai Aapko Itna Hi Kaafi Hai

Kabhi Bhool Bhi Jao To Hume Na Batana !!

पति को लेकर दो महिला आईपीएस में तकरार!

पटना. बिहार में दो महिला आईपीएस अधिकारियों के बीच पति को लेकर तकरार होने की खबर है। भागलपुर की एसएसपी के एस अनुपम ने पटना की सीटी एसपी किम से इस बात को लेकर शिकायत की है कि वह उनके पति से बहुत ज्‍यादा बात करती हैं। 


अनुपम और किम, दोनों की ही छवि कड़क और तेज तर्रार अफसर की है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को भागलपुर की एसएसपी अनुपम, किम के दफ्तर पहुंच गईं। अपने सीनियर को आते देख किम ने शिष्टाचार के नाते अपनी सीट छोड़कर उनका आवभगत करना चाहा, लेकिन अनुपम भड़क गईं। अनुपम ने सीधा सवाल किया कि किम तुम मेरे पति से इतना क्यों बात करती हो? ऐसे में किम कुछ जवाब नहीं दे पाईं।



अनुपम के पति अमृतराज पटना के एसएसपी हैं, और किम सीटी एसपी। ऐसे में इन दोनों के बीच अक्‍सर बातचीत होना स्‍वाभाविक है। लेकिन अनुपम को यह बात नागवार गुजरी और वे शिकायत लेकर किम के पास पहुंच गई। यही नहीं, उन्‍हें वहां से काफी गुस्‍से में लौटते देखा गया।



किम भी शादीशुदा हैं। उन्‍होंने हाल ही में शादी की है और उनके पति किसी अन्य राज्य में आईपीएस अधिकारी हैं। इससे पहले किम महिला को चांटा मारने के विवाद में भी पड़ चुकी हैं।



मंगलवार की इस घटना को लेकर एक स्‍थानीय चैनल में खबर भी चलाई गई। बुधवार को सोशल साइट फेसबुक पर भी लोग इसका जिक्र कर रहे हैं। भास्कर डॉट कॉम ने इन दोनों महिला पदाधिकारियों से बात करना चाहा, लेकिन बात नहीं हो सकी।

उरमूल का है ये सन्देश , बचाओं बेटी बढाओ देश


उरमूल का है ये सन्देश , बचाओं बेटी बढाओ देश 
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उरमूल ट्रस्ट और सेव द चिल्डन द्वारा काहला गांव में स्कुली छात्रछात्राओं ने कन्या भ्र्रुण हत्या और कुपोषण को रोकने के लिये जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस अभियान के अन्तर्गत काहला उच्च प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थीयों ने पुरे गांव में विभिन्न नारे ॔॔ उरमूल का है ये संदो, बचाओं बेटी और ब़ाओं दो॔॔ और ॔॔काका कैवे काकी ने मत मरने दो बाई ने॔॔ जैसे नारे लगा कर ग्रामीणों में कन्याओं के प्रति एक समान भावना अपनाने का प्रचार किया। काहला गांव में अभियान के दौरान चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्र और छात्राओं ने बालिका स्वास्थ्य, पोशण और िक्षा विशय पर विभिन्न संदों से पूर्ण चित्र उकेरें। चित्रकला प्रतियोगिता में कक्षा छश्ठम के छात्र उगम ने टीकाकरण की कृति बना कर प्रथम और कक्षा सप्तम की छात्रा हरकु ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। 


कन्या के अभाव में थम जायेगा वांवृद्धि का पहिया आोक व्यास 
अभियान के दौरान एक महिलापुरूश संगोश्ठी का भी आयोजन किया गया। काहला उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्रीआोक व्यास ने सगोंश्ठी को सम्बोधित करते हुये कहा कि यदि समाज मे व्याप्त इस कन्या भ्रुण हत्या को रोका नही गया तो वांवृद्धी का पहिया आगामी कुछ शताब्दीयों में थम जायेगा। उरमूल के जिला सम्वयक आोक भार्मा ने कहा कि कन्या भ्रुण हत्या के अलावा आजकल कन्याओं में कुपोशण की मात्रा ज्यादा हो रही है जिसें भी जनजागरूकता से समाप्त किया जासकता है। उरमूल के प्रतिनिधी पंकज केवलिया ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि गांव में जब भी कन्या का जन्म हो उसे भी उत्सव की तरह मनाया जाये जिससे कि समाज में कन्याओं को समान अधिकार प्राप्त का मार्ग प्रास्त हो सके। 


कार्यक्रम के दौरान स्कुल व्याख्याता हितो कुमार, आम्बाराम और उरमूल प्रतिनिधि जयराम और द्वारकाराम ने कन्या भ्रूण  हत्या और कुपोशण के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश  डाला। 

दो टुकड़े होने के बाद भी मुस्कुरा रहीं थीं मर्लिन मुनरो!

मर्लिन मुनरो की इसी मुस्कुराहट पर पूरी दुनिया फिदा थी। उन्होंने अपनी यह मुस्कान अंतिम वक्त में भी नहीं छोड़ी थी।
दो टुकड़े होने के बाद भी मुस्कुरा रहीं थीं मर्लिन मुनरो! 
यह अब भी बरकरार है। शरीर के दो टुकड़े हो जाने पर भी। उन्होंने शिखर को छुआ। अब जमीन पर आकर भी मुस्कुरा रही हैं। वैसे ही, जैसे शिखर पर थीं।

सोमवार को एक बार फिर मर्लिन का अंतिम दिन था। शिकागो में। अब उनका नया घर कैलिफोर्निया में होगा। उन्हें कहीं भी ले जाया जाए, वे हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी।
दो टुकड़े होने के बाद भी मुस्कुरा रहीं थीं मर्लिन मुनरो! 
अपने स्टैच्यू के नाम को सार्थक करतीं 'फोरएवर मर्लिन'। अब इसे पाम स्प्रिंग्स में लगाया जाएगा। यह स्टैच्यू शुरू से ही विवादों में रहा था।

टूरिस्ट डॉट कॉम नाम की वेबसाइट ने इसे कला की दुनिया का सबसे खराब नमूना बताया था। कारण था उनका पोज।

अर्जुन मुंडा का हेलीकाप्टर क्रैश, अपोलो में भर्ती



रांची. मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को लेकर रांची से खरसांवा लेकर जा रहा हेलीकाप्टर आज दोपहर रांची एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही क्रैश कर गया। इसमें सीएम सहित चार लोग बैठे थे।
 


बताया जा रहा है कि उड़ान भरने के साथ ही हेलीकाप्टर के पंखे से एक चिड़िया टकरा गयी जिस कारण हेलीकाप्टर क्रैश कर गया। इस हादसे में सीएम अर्जुन मुंडा घायल हुए हैं। उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मालूम हो कि झारखण्ड सरकार ने यह हेलीकाप्टर भाड़े पर लिया है। इसकी देखरेख रांची एयरपोर्ट पर ही स्टेट हैंगर में होती है। सीएम को खरसांवां के कुचाई में एक विद्युत सब स्टेशन का शिलान्यास करना था।

केयर्न इण्डिया एक करोड़ से अधिक की रॉयल्टी छिपाई

एक करोड़ से अधिक की रॉयल्टी छिपाई
बाड़मेर। राज्य सरकार को रॉयल्टी के रूप में करोड़ों रूपए का चूना लग गया और किसी को पता तक नहीं चला। खान विभाग के विशेष अभियान के तहत तीन वेल पेड (तेल कुओं का समूह) का निरीक्षण किया, जिसमें करीब एक करोड़ रूपए से अधिक रॉयल्टी जमा नहीं होने का तथ्य उजागर हुआ है। इसे लेकर खान विभाग ने केयर्न इण्डिया को नोटिस दिया है।

अवैध खनन व निर्गमन की रोकथाम के लिए खान विभाग व प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान में केयर्न इण्डिया के ऎश्वर्या ऑयल फील्ड में वेल पेड देखने पर अधिकारियों को चौंकाने वाली जानकारी मिली। यहां पर खनन से संबंधित सामग्री का उपयोग हजारों टन की मात्रा में होना पाया गया, लेकिन रॉयल्टी से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिला।

खान विभाग की रिपोर्ट के अनुसार वेलपेड संख्या दो पर 1200 टन बजरी, 1040 टन मेसेनरी स्टोन, पांच हजार गे्रवल, एक हजार टन मूंगिया, पैंसठ हजार टन अर्थ वर्क (सेण्ड) का उपयोग हुआ। इसी तरह वेल पेड संख्या छह पर एक हजार टन बजरी, पांच सौ टन मेसेनरी स्टोन, दो हजार टन गे्रवल, दो सौ टन मूंगिया काम में लिया गया। वेलपेड संख्या आठ पर 1200 टन बजरी, 1474 टन मेसेनरी स्टोन, 2790 टन ग्रेवल, एक हजार टन मूंगिया, आठ सौ टन गिट्टी व नब्बे हजार टन अर्थ वर्क का उपयोग हुआ। इसी तरह पांच हजार मीटर सड़क निर्माण में 16 हजार 800 टन सामग्री काम में ली गई। उक्त सामग्री के खनन से संबंधित कोई रिकार्ड नहीं मिला।

रिकॉर्ड उपलब्ध कराने के लिए 3 दिन का समय
खान विभाग ने केयर्न इण्डिया लिमिटेड बाड़मेर को नोटिस भेजकर उक्त वस्तुस्थिति से अवगत करवाया है। साथ ही खनिज से संबंधित रिकार्ड तीन दिन के भीतर उपलब्ध करवाने को कहा है। सहायक खनि अभियंता ने सोमवार को यह नोटिस केयर्न इण्डिया, बाड़मेर के प्रोजेक्ट मैनेजर को भेजा है।

यह है प्रति टन रॉयल्टी
प्रति टन मेसेनरी स्टोन की रॉयल्टी 187 रूपए, ग्रेवल की 209 रूपए, अर्थ वर्क (रेत) की 25 रूपए एवं बजरी की 20 रूपए है। उक्त तीन वेल पेड की रॉयल्टी एक करोड़ रूपए से अधिक बनती है। बाड़मेर जिले के मंगला, ऎश्वर्या, भाग्यम, सरस्वती, कामेश्वरी व अन्य ऑयल फील्ड में पचास से अधिक वेल पेड हैं।

जवाब का इंतजार है
हमने विभाग की ओर नोटिस भिजवा दिया है। अब जवाब का इंतजार है। जवाब मिलने के बाद ही कुछ कहना संभव होगा।
पूर्णमल सिंघाडिया
सहायक खनि अभियंता, खान विभाग

नोटिस दिया है
विशेष अभियान के तहत मिली वस्तुस्थिति के आधार पर केयर्न को नोटिस दिया है। सरकार को राजस्व का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
डॉ. वीणा प्रधान जिला कलक्टर

सी सी डी यू बाड़मेर होगा अभिनव आगाज

सी सी डी यू  बाड़मेर   होगा अभिनव आगाज
-जल चेतना पर होगी खास पहल
-बाड़मेर की जनता में फेलेगी जागरूकता
बाड़मेर
पानी की एक-एक बूंद की कीमत को समझना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और इसी बात को आम अवाम तक पहुचाने के लिए राजस्थान राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल गुणवत्ता जांच एवं निगरानी कार्यक्रम द्वारा आम जनता में जन जागरण के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है . उसी क्रम में गुरूवार को सी सी डी यू की टीम जल्द ही सदूर सरहदी इलाके में बसे गफन और पार में अपने चेतना कार्यक्रमों का आगाज करेगी . जल एवं स्वछता मिशन राजस्थान सरकार , पेयजल गुणवता मिशन सी सी डी यू के आई ई सी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ऩे बताया कि आज तक की तमाम खोजों के बाद भी हम पृथ्वी के सामान कोई अन्य गृह ढूंढने में असफल ही रहे है अंतरिक्ष में अब तक हम कई ग्रहों का पता लगा चुके हैं लेकिन इनमे से कोई भी दूर दूर तक प्रथ्वी जैसा नहीं है जहाँ जीवन संभव हो.पृथ्वी पर जीवन अनेक कारणों से संभव हो सका है जैसे सूर्य का पृथ्वी से एक ख़ास दूरी पर होना ,जिससे यहाँ पर जीवन की परिस्थितियाँ उत्त्पन्न हुई ! अगर ऐसा नहीं होता और पृथ्वी यदि सूर्य के निकट होती तो बहुत गर्म अगर दूर होती तो बहुत ठंडी होती किन्तु प्रकृति ने हमें सौगात के रूप में ऋतु,वनस्पति,मिटटी,जल,जैसे संसाधन, वरदान के रूप में दिए! विकास के नाम पर अगर इंसान यूं ही प्रकृति का विनाश करता रहा तो इंसानों के अस्तित्व पर भी संकट खड़ा हो जाएगा। अगर हमें अपनी आने वाली पीढि़यों को एक बेहतर कल देना है तो हमें आज से ही प्रयास करने होंगे।धरती से पानी खत्म होता जा रहा है। नदियां, नाले और झीलें सूख रही हैं। ग्लेशियर पिघल रहे हैं। जमीनी पानी दिनोंदिन नीचे खिसकता जा रहा है। पीने के पानी की विकराल होती समस्या के कारण मारपीट, धरना-प्रदर्शन, तोड़फोड़ की नौबत आने लगी है। दूसरी ओर हर वर्ष काफी बरसाती पानी यों ही बेकार चला जाता है, उसके प्रबंधन की समुचित व्यवस्था नहीं है। पानी के कुप्रबंधन के कारण प्रकृति की पूरी संरचना ही बिगड़ती लग रही है। जल संरक्षण में सामान्य जनमानस का सहयोग जरूरी है। ।जल एवं स्वछता मिशन राजस्थान सरकार , पेयजल गुणवता मिशन सी सी डी यू एक तरफ जहा शहर की जनता के बीच नुक्कड़ नाटक , स्कुल रेली , पपेट शो , वाद -विवाद प्रतियोगिता , चित्रकला प्रतियोगिता , मेला आयोजन सरीखे कई आयोजन करने जा रहा है वही सुर सरहद पर बसे बाड़मेर के कई पार और गफन नाम के गावो में पानी को लेकर जन चेतना की एक अभिनव पहल उतरने जा रही है . सी सी डी यू के आई ई सी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित के मुताबित इस पहल में जहा आम जनता को पानी की महता को लोकप्रिय तरीको से समझाया जायेगा वही दूसरी तरफ ईन इलाको के ग्रामीणों का साथ इस आयोजन को और ख़ास बनाएगा . ईन आयोजनों के जरिये जनता में इस बात को फेलाया जायेगा कि देश में अप्रैल 2009 में लागू हुए राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम में मानदंडों का निर्धारण किया गया है। इसके अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को 3 लीटर पेयजल, 5 लीटर खाना बनाने, स्नान के लिए 15 लीटर, घर धोने के लिए 7 लीटर व शौच के लिए 10 लीटर पानी दिया जाना है। आज जेसा भूजल दोहन जारी रहा तो 15 साल बाद तो और भी भयावह हालात होंगे। वैज्ञानिकों ने बताया कि बाड़मेर के कई क्षेत्र डार्क जोन में आते है। इसके बावजूद हम 138 फीसदी भूजल का दोहन कर रहे हैं। इसकी तुलना में भूजल पुनर्भरण नहीं हो रहा। चेतावनी दी गई है कि भूजल संरक्षण पर गंभीरता नहीं बरती, तो 15 साल बाद भूजल भंडार ही खत्म हो जाएंगे। जल संग्रहण जरूरी है। इसके लिए बारिश के पानी को व्यर्थ बहने से रोकने के साथ फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाना होगा। सभी को जागरूक होकर पानी बचाना होगा।

शिक्षक तबादला नीति जारी, अर्जी 20 तक

शिक्षक तबादला नीति जारी, अर्जी 20 तक

जयपुर। शिक्षा और पंचायत राज विभाग ने शिक्षकों के तबादलों के दिशा-निर्देश मंगलवार को जारी कर दिए। शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा और पंचायत राज मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय ने इस बारे में संयुक्त रूप से घोषणा की। तबादलों के लिए आवेदन 20 मई तक किए जा सकेंगे।

आवेदन व्यक्तिगत रूप से और ऑनलाइन दोनों तरीके से किए जा सकेंगे। ऑनलाइन के लिए शिक्षा विभाग की वेबसाइट्स पर सम्पर्क किया जा सकता है। मंत्री बृजकिशोर शर्मा ने बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों पर फिलहाल रोक रहेगी। तबादले केवल शिक्षा विभाग के तहत अध्यापनरत द्वितीय व प्रथम श्रेणी के शिक्षकों के ही होंगे। 2 जून को होने वाली 41 हजार शिक्षकों की भर्ती का परिणाम 30 जून को घोषित होगा। तब तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों के लिए आवेदन मांगे जाएंगे।

कुछ यूं रहेंगे बदली के नियम
हाल ही अनुदानित संस्थाओं से शिक्षा विभाग में समायोजित हुए शिक्षकों के तबादले नहीं होंगे।
अप्रेल 2010 के बाद से सीधी भर्ती से चयनित अध्यापकों को चूंकि अभी सेवा में दो वर्ष नहीं हुए हैं, तो उनके तबादले भी नहीं होंगे।
प्रतिबंधित श्रेणी के सिरोही, जालौर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, बारां, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और झालावाड़ जिलों में तबादले नहीं होंगे।

विकलांग शिक्षक (पूर्णत: आंशिक नहीं, ट्राई साइकिल का प्रयोग करने वाले और नेत्रहीन आदि), विधवा, परित्यक्ता, तलाकशुदा, अविवाहित अध्यापिकाओं, एड्स, बे्रन टयूमर, कैंसर, बाइपास सर्जरी आदि से पीडित रोगी और राज्य-राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत शिक्षकों को वर्तमान पदस्थापन पर दो वर्ष से कम अवधि होने पर भी स्थानांतरण सुविधा।
इसी श्रेणी के शिक्षकों को समस्त प्रकार के तबादलों में इच्छित स्थान उपलब्ध करवाने को प्राथमिकता।
अगर कोई एक से अधिक श्रेणी में (रोगी भी और विधवा भी या रोगी भी और पुरस्कृत भी आदि) आवेदन करेंगे, तो उनमें से राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत शिक्षकों को पहली और वर्तमान पद पर अपेक्षाकृत अधिक अवधि से कार्यरत शिक्षक को दूसरी प्राथमिकता दी जाएगी।
सामान्य श्रेणी के शिक्षक के तबादले की अर्जी पर तभी विचार किया जाएगा, जब उसके द्वारा चाहे गए इच्छित स्थान पर पद रिक्त हों।
पति व पत्नी आस-पास स्थित स्कूलों में ही पदस्थापित होंगे।
चिन्हित श्रेणी (विकलांग, विधवा, पुरस्कृत आदि) के शिक्षकों का तबादला सामान्य शिक्षकों को हटाकर भी किया जा सकेगा।

लेकिन इसी श्रेणी के दूसरे शिक्षकों या जिनकी सेवानिवत्ति में दो वर्ष से कम समय रह गया हो उन्हें हटाकर तबादले नहीं किए जाएंगे।
किसी भी स्कूल विषय विशेष के शिक्षकों के तबादले अधिकतम ठहराव वाले शिक्षकों को हटाकर किए जा सकेंगे। उदाहरण के लिए किसी स्कूल में गणित विषय के तीन शिक्षक कार्यरत हैं और वहां किसी दूसरे स्कूल से किसी शिक्षक को लगाया जाएगा, तो उन तीन शिक्षकों में से उस शिक्षक का तबादला किया जाएगा, जो तीनों में लंबे समय से उसी स्कूल में कार्यरत है
ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी, अति. ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक पदों पर तबादले-पदस्थापन दो वर्ष से कम ठहराव होने पर भी किए जा सकेंगे
स्काउट, गाइड, एनसीसी आदि प्रशिक्षित शिक्षक के तबादले उन्हीं विद्यालयों में संभव होंगे, जहां यह गतिविधियां संचालित होती हों।

हथियार प्रकरण: 74 अफसर दोषी

हथियार प्रकरण: 74 अफसर दोषी

जयपुर/श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले में सेना के 74 अधिकारियों को अवैध रूप से सेना के हथियार बेचने का दोषी पाया गया है। सेना ने इनमें 33 के खिलाफ दंडात्मक व अनुशासनात्मक कार्रवाई की है और बाकी के खिलाफ कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।

मामले में राज्य के कई अफसर भी लिप्त थे। रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने सांसद बुधदेव चौधरी के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। श्रीगंगानगर में 2002 से 2004 के बीच हथियारों की बिक्री का यह मामला सामने आया था। इसके बाद सेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया था।

छह माह से अभियोजन स्वीकृति नहीं
श्रीगंगानगर हथियार प्रकरण में फंसे राज्य के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गेंद छह माह से सरकार के पाले में अटकी है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जांच में दोषी पाए गए राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 4 अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति के लिए कार्मिक विभाग को भेजे थे, लेकिन छह माह से स्वीकृति न मिलने से एसीबी इनके खिलाफ चालान पेश नहीं कर पाई है। चार अन्य मामलों में भी एसीबी ने जांच पूरी कर ली है और जल्दी ही चालान पेश किया जाएगा। जांच अधिकारी ने बताया कि मामले में श्रीगंगानगर कलक्टर रहे कुंजीलाल मीणा, सूरजमल मीणा एवं रामवतार रघुवंशी के खिलाफ भी जांच चल रही है। इनमें से सूरजमल एवं रामवतार सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

सूत्रों ने बताया कि इस मामले की जांच में श्रीगंगानगर के तत्कालीन अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्र शेखर मक्कड़, लालचंद ओझा, जेपी बुनकर व हरलाल सहारण तथा अन्य लोगों को दोषी पाया था। प्रशासनिक सेवा में होने के कारण मक्कड़, ओझा, बुनकर एवं सहारण के खिलाफ चालान से पहले स्वीकृति अनिवार्य होने के कारण मामले कार्मिक विभाग के पास भेजे गए थे।

देशनोक थाने में फांसी लगाकर दी जान

देशनोक थाने में फांसी लगाकर दी जान

बीकानेर। बीकानेर जिले के देशनोक थाने में चोरी के आरोप में हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति ने फांसी लगा कर जान दे दी। मृतक का नाम डेराराम है। उसने देशनोक थाने में फांसी लगा ली।

डेराराम को चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। परिजनों का आरोप है कि डेराराम से पुलिस वालों ने मारपीट की थी। पुलिस शव का पोस्ट मार्टम करवा रही है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि उसने आत्महत्या की है या हत्या हुई है।

बाड़मेर में हुए ग्रामीण विकास के बेहतरीन कार्य: राव


बाड़मेर में हुए ग्रामीण विकास के बेहतरीन कार्य: राव 

राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान के महानिदोक एम.वी.राव ने बाड़मेर जिले में महात्मा गांधी नरेगा एवं अन्य 


ग्रामीण विकास योजनाओं में हुए कार्यों की सराहना की है। हैदराबाद में आयोजित प्रिक्षण कार्यक्रम के दौरान 

बाड़मेर जिले में हुए कार्यों एवं आईईसी गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। 
बाड़मेर, 08 मई। बाड़मेर जिले में ग्रामीण विकास के बेहतरीन कार्य हुए है। ग्रामीण विकास योजनाओं का आमजन को फायदा मिलने के साथ उनके जीवन स्तर में सुधार हुआ है। यह बात हैदराबाद में ग्रामीण विकास मंत्रालय के अन्तर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान की ओर से आयोजित प्रिक्षण कार्यक्रम के दौरान महानिदोक एम.वी.राव ने कही। 
राव ने कहा कि उनको बाड़मेर में ग्रामीण विकास कार्यों के बारे में जानकर खासी प्रसन्नता हुई। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास योजनाओं का प्रभावी कि्रयान्वयन करने के साथ वास्तविक लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए। इस दि में बाड़मेर जिले ने बेहतरीन कार्य किया है। महात्मा गांधी नरेगा योजना में हुए कार्यों विोषकर टांका निर्माण से पेयजल संकट से राहत मिलने के साथ व्यर्थ बहने वाले बारि के पानी को सहेजा गया है। हैदराबाद में आयोजित प्रिक्षण के दौरान आईईसी मैनेजर मदन बारूपाल एवं लेखा सहायक मुको जैन ने एनआईआरडी के महानिदोक एम’.वी.राव, प्रोफेसर सतीा चन्द्रा, जी.वी.सत्यनाराणयन, डीसीआर मूर्ति समेत कई अधिकारियों को बाड़मेर जिले में हुए विकास कार्यों एवं आईईसी गतिविधियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। इस दौरान इन अधिकारियों के अलावा प्रतिभागियों को बाड़मेर जिले में आईईसी के तहत मुद्रित की गई सामग्री वितरित की गई। प्रिक्षण के दौरान बाड़मेर जिले से संबंधित तीन डाक्यूमेट्री नया सवेरा, उड़ान एवं अपना घर प्रदिर्त की गई। डाक्यूमेट्री एवं अन्य आईईसी मेटेरियल प्रकान के लिए बधाई देते हुए इसको निरंतर जारी रखने को कहा गया। उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले में हुए इस तरह के प्रयास,सफलता की कहानियों से ग्रामीण विकास मंत्रालय को अवगत कराया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर के इस प्रिक्षण में बाड़मेर जिले से आईईसी मैनेजर मदन बारूपाल, लेखा सहायक मुको जैन के अलावा हनुमानग आईईसी मैनेजर पदमो सिहाग, बारा के आईईसी मैनेजर भरत कुमार गौतम के साथ आंधप्रदो, झारखंड, मध्यप्रदो के साथ अन्य राज्यों के प्रतिनिधि भाग ले रहे है। हैदराबाद में 7 मई से भाुरू हुए आईईसी संबंधित प्रिक्षण के दौरान ग्रामीण विकास योजनाओं के प्रभावी प्रचारप्रसार के विभिन्न पहलूओं से अवगत कराया जा रहा है।