एक करोड़ से अधिक की रॉयल्टी छिपाई
बाड़मेर। राज्य सरकार को रॉयल्टी के रूप में करोड़ों रूपए का चूना लग गया और किसी को पता तक नहीं चला। खान विभाग के विशेष अभियान के तहत तीन वेल पेड (तेल कुओं का समूह) का निरीक्षण किया, जिसमें करीब एक करोड़ रूपए से अधिक रॉयल्टी जमा नहीं होने का तथ्य उजागर हुआ है। इसे लेकर खान विभाग ने केयर्न इण्डिया को नोटिस दिया है।
अवैध खनन व निर्गमन की रोकथाम के लिए खान विभाग व प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान में केयर्न इण्डिया के ऎश्वर्या ऑयल फील्ड में वेल पेड देखने पर अधिकारियों को चौंकाने वाली जानकारी मिली। यहां पर खनन से संबंधित सामग्री का उपयोग हजारों टन की मात्रा में होना पाया गया, लेकिन रॉयल्टी से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिला।
खान विभाग की रिपोर्ट के अनुसार वेलपेड संख्या दो पर 1200 टन बजरी, 1040 टन मेसेनरी स्टोन, पांच हजार गे्रवल, एक हजार टन मूंगिया, पैंसठ हजार टन अर्थ वर्क (सेण्ड) का उपयोग हुआ। इसी तरह वेल पेड संख्या छह पर एक हजार टन बजरी, पांच सौ टन मेसेनरी स्टोन, दो हजार टन गे्रवल, दो सौ टन मूंगिया काम में लिया गया। वेलपेड संख्या आठ पर 1200 टन बजरी, 1474 टन मेसेनरी स्टोन, 2790 टन ग्रेवल, एक हजार टन मूंगिया, आठ सौ टन गिट्टी व नब्बे हजार टन अर्थ वर्क का उपयोग हुआ। इसी तरह पांच हजार मीटर सड़क निर्माण में 16 हजार 800 टन सामग्री काम में ली गई। उक्त सामग्री के खनन से संबंधित कोई रिकार्ड नहीं मिला।
रिकॉर्ड उपलब्ध कराने के लिए 3 दिन का समय
खान विभाग ने केयर्न इण्डिया लिमिटेड बाड़मेर को नोटिस भेजकर उक्त वस्तुस्थिति से अवगत करवाया है। साथ ही खनिज से संबंधित रिकार्ड तीन दिन के भीतर उपलब्ध करवाने को कहा है। सहायक खनि अभियंता ने सोमवार को यह नोटिस केयर्न इण्डिया, बाड़मेर के प्रोजेक्ट मैनेजर को भेजा है।
यह है प्रति टन रॉयल्टी
प्रति टन मेसेनरी स्टोन की रॉयल्टी 187 रूपए, ग्रेवल की 209 रूपए, अर्थ वर्क (रेत) की 25 रूपए एवं बजरी की 20 रूपए है। उक्त तीन वेल पेड की रॉयल्टी एक करोड़ रूपए से अधिक बनती है। बाड़मेर जिले के मंगला, ऎश्वर्या, भाग्यम, सरस्वती, कामेश्वरी व अन्य ऑयल फील्ड में पचास से अधिक वेल पेड हैं।
जवाब का इंतजार है
हमने विभाग की ओर नोटिस भिजवा दिया है। अब जवाब का इंतजार है। जवाब मिलने के बाद ही कुछ कहना संभव होगा।
पूर्णमल सिंघाडिया
सहायक खनि अभियंता, खान विभाग
नोटिस दिया है
विशेष अभियान के तहत मिली वस्तुस्थिति के आधार पर केयर्न को नोटिस दिया है। सरकार को राजस्व का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
डॉ. वीणा प्रधान जिला कलक्टर
बाड़मेर। राज्य सरकार को रॉयल्टी के रूप में करोड़ों रूपए का चूना लग गया और किसी को पता तक नहीं चला। खान विभाग के विशेष अभियान के तहत तीन वेल पेड (तेल कुओं का समूह) का निरीक्षण किया, जिसमें करीब एक करोड़ रूपए से अधिक रॉयल्टी जमा नहीं होने का तथ्य उजागर हुआ है। इसे लेकर खान विभाग ने केयर्न इण्डिया को नोटिस दिया है।
अवैध खनन व निर्गमन की रोकथाम के लिए खान विभाग व प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान में केयर्न इण्डिया के ऎश्वर्या ऑयल फील्ड में वेल पेड देखने पर अधिकारियों को चौंकाने वाली जानकारी मिली। यहां पर खनन से संबंधित सामग्री का उपयोग हजारों टन की मात्रा में होना पाया गया, लेकिन रॉयल्टी से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिला।
खान विभाग की रिपोर्ट के अनुसार वेलपेड संख्या दो पर 1200 टन बजरी, 1040 टन मेसेनरी स्टोन, पांच हजार गे्रवल, एक हजार टन मूंगिया, पैंसठ हजार टन अर्थ वर्क (सेण्ड) का उपयोग हुआ। इसी तरह वेल पेड संख्या छह पर एक हजार टन बजरी, पांच सौ टन मेसेनरी स्टोन, दो हजार टन गे्रवल, दो सौ टन मूंगिया काम में लिया गया। वेलपेड संख्या आठ पर 1200 टन बजरी, 1474 टन मेसेनरी स्टोन, 2790 टन ग्रेवल, एक हजार टन मूंगिया, आठ सौ टन गिट्टी व नब्बे हजार टन अर्थ वर्क का उपयोग हुआ। इसी तरह पांच हजार मीटर सड़क निर्माण में 16 हजार 800 टन सामग्री काम में ली गई। उक्त सामग्री के खनन से संबंधित कोई रिकार्ड नहीं मिला।
रिकॉर्ड उपलब्ध कराने के लिए 3 दिन का समय
खान विभाग ने केयर्न इण्डिया लिमिटेड बाड़मेर को नोटिस भेजकर उक्त वस्तुस्थिति से अवगत करवाया है। साथ ही खनिज से संबंधित रिकार्ड तीन दिन के भीतर उपलब्ध करवाने को कहा है। सहायक खनि अभियंता ने सोमवार को यह नोटिस केयर्न इण्डिया, बाड़मेर के प्रोजेक्ट मैनेजर को भेजा है।
यह है प्रति टन रॉयल्टी
प्रति टन मेसेनरी स्टोन की रॉयल्टी 187 रूपए, ग्रेवल की 209 रूपए, अर्थ वर्क (रेत) की 25 रूपए एवं बजरी की 20 रूपए है। उक्त तीन वेल पेड की रॉयल्टी एक करोड़ रूपए से अधिक बनती है। बाड़मेर जिले के मंगला, ऎश्वर्या, भाग्यम, सरस्वती, कामेश्वरी व अन्य ऑयल फील्ड में पचास से अधिक वेल पेड हैं।
जवाब का इंतजार है
हमने विभाग की ओर नोटिस भिजवा दिया है। अब जवाब का इंतजार है। जवाब मिलने के बाद ही कुछ कहना संभव होगा।
पूर्णमल सिंघाडिया
सहायक खनि अभियंता, खान विभाग
नोटिस दिया है
विशेष अभियान के तहत मिली वस्तुस्थिति के आधार पर केयर्न को नोटिस दिया है। सरकार को राजस्व का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
डॉ. वीणा प्रधान जिला कलक्टर
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