मर्लिन मुनरो की इसी मुस्कुराहट पर पूरी दुनिया फिदा थी। उन्होंने अपनी यह मुस्कान अंतिम वक्त में भी नहीं छोड़ी थी।
यह अब भी बरकरार है। शरीर के दो टुकड़े हो जाने पर भी। उन्होंने शिखर को छुआ। अब जमीन पर आकर भी मुस्कुरा रही हैं। वैसे ही, जैसे शिखर पर थीं।
सोमवार को एक बार फिर मर्लिन का अंतिम दिन था। शिकागो में। अब उनका नया घर कैलिफोर्निया में होगा। उन्हें कहीं भी ले जाया जाए, वे हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी।
अपने स्टैच्यू के नाम को सार्थक करतीं 'फोरएवर मर्लिन'। अब इसे पाम स्प्रिंग्स में लगाया जाएगा। यह स्टैच्यू शुरू से ही विवादों में रहा था।
टूरिस्ट डॉट कॉम नाम की वेबसाइट ने इसे कला की दुनिया का सबसे खराब नमूना बताया था। कारण था उनका पोज।
यह अब भी बरकरार है। शरीर के दो टुकड़े हो जाने पर भी। उन्होंने शिखर को छुआ। अब जमीन पर आकर भी मुस्कुरा रही हैं। वैसे ही, जैसे शिखर पर थीं।
सोमवार को एक बार फिर मर्लिन का अंतिम दिन था। शिकागो में। अब उनका नया घर कैलिफोर्निया में होगा। उन्हें कहीं भी ले जाया जाए, वे हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी।
अपने स्टैच्यू के नाम को सार्थक करतीं 'फोरएवर मर्लिन'। अब इसे पाम स्प्रिंग्स में लगाया जाएगा। यह स्टैच्यू शुरू से ही विवादों में रहा था।
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