उरमूल का है ये सन्देश , बचाओं बेटी बढाओ देश
उरमूल ट्रस्ट और सेव द चिल्डन द्वारा काहला गांव में स्कुली छात्रछात्राओं ने कन्या भ्र्रुण हत्या और कुपोषण को रोकने के लिये जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस अभियान के अन्तर्गत काहला उच्च प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थीयों ने पुरे गांव में विभिन्न नारे ॔॔ उरमूल का है ये संदो, बचाओं बेटी और ब़ाओं दो॔॔ और ॔॔काका कैवे काकी ने मत मरने दो बाई ने॔॔ जैसे नारे लगा कर ग्रामीणों में कन्याओं के प्रति एक समान भावना अपनाने का प्रचार किया। काहला गांव में अभियान के दौरान चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्र और छात्राओं ने बालिका स्वास्थ्य, पोशण और िक्षा विशय पर विभिन्न संदों से पूर्ण चित्र उकेरें। चित्रकला प्रतियोगिता में कक्षा छश्ठम के छात्र उगम ने टीकाकरण की कृति बना कर प्रथम और कक्षा सप्तम की छात्रा हरकु ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
कन्या के अभाव में थम जायेगा वांवृद्धि का पहिया आोक व्यास
अभियान के दौरान एक महिलापुरूश संगोश्ठी का भी आयोजन किया गया। काहला उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्रीआोक व्यास ने सगोंश्ठी को सम्बोधित करते हुये कहा कि यदि समाज मे व्याप्त इस कन्या भ्रुण हत्या को रोका नही गया तो वांवृद्धी का पहिया आगामी कुछ शताब्दीयों में थम जायेगा। उरमूल के जिला सम्वयक आोक भार्मा ने कहा कि कन्या भ्रुण हत्या के अलावा आजकल कन्याओं में कुपोशण की मात्रा ज्यादा हो रही है जिसें भी जनजागरूकता से समाप्त किया जासकता है। उरमूल के प्रतिनिधी पंकज केवलिया ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि गांव में जब भी कन्या का जन्म हो उसे भी उत्सव की तरह मनाया जाये जिससे कि समाज में कन्याओं को समान अधिकार प्राप्त का मार्ग प्रास्त हो सके।
कार्यक्रम के दौरान स्कुल व्याख्याता हितो कुमार, आम्बाराम और उरमूल प्रतिनिधि जयराम और द्वारकाराम ने कन्या भ्रूण हत्या और कुपोशण के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
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