सोलंकी-चतुर्वेदी पर गिर सकती है गाज
जयपुर/नई दिल्ली। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पहले गुलाब चंद कटारिया की जन जागरण यात्रा स्थगित करवाई।
बाद में आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने के लिए अपने समर्थक विधायकों से इस्तीफे दिलवाए, अब उनके निशाने पर प्रदेश भाजपा प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी और प्रदेशाध्यक्ष अरूण चर्तुवेदी हैं। वसुंधरा खेमे ने मांग की है कि कप्तान सिंह सोलंकी को प्रदेश प्रभारी पद और अरूण चतुर्वेदी को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाया जाए।
वसुंधरा को स्टेट इंचार्ज बनाने की मांग
कटारिया की यात्रा की खिलाफत करने वाली किरण माहेश्वरी के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमणडल ने सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली से मुलाकात की। प्रतिनिधिमण्डल में किरीट सोमैया शामिल थे।
भाजपा नेताओं ने वसुंधरा को स्टेट इंचार्ज बनाने की मांग की है। इस बीच प्रदेश प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी पार्टी में मचे घमासान पर अपनी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को सौंपेंगे। कहा जा रहा है कि गडकरी ने जेटली को राजस्थान भाजपा का संकट दूर करने का जिम्मा सौंपा है।
ये भी है समर्थकों की मांग
वसुंधरा खेमे का कहना है कि राजे के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ा जाए। आगमी विधानसभा चुनाव में राजे को मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया जाए।
आलाकमान को दिखाया ठेंगा
गुलाब चंद कटारिया की जन जागरण यात्रा के विरोध में इस्तीफे की पेशकश करने वाली नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे ने पार्टी आलाकमान को ठेंगा दिखाते हुए सोमवार को दिल्ली जाने से मना कर दिया है। भाजपा आलाकमान ने वसुंधरा राजे को दिल्ली तलब किया था लेकिन राजे ने दिल्ली जाने से इनकार कर दिया। हालांकि राजे समर्थकों का कहना है कि उन्हें दिल्ली तलब नहीं किया गया है।
63 विधायकों ने राजे को सौंपे इस्तीफे
वसुंधरा राजे आलाकमान पर दबाव बनाने और अपनी ताकत दिखाने के लिए अब तक 63 विधायकों के इस्तीफे दिलवा चुकी है। सोमवार को तीन और विधायकों ने राजे को अपने इस्तीफे सौंपे। इनमें छोटू सिंह,राजेन्द्र राठौड़ और हबीबुर्र रहमान शामिल है। रविवार तक 60 विधायकों ने इस्तीफे दिए थे। इनमें 2 निर्दलीय विधायक भी शामिल थे।
जयपुर/नई दिल्ली। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पहले गुलाब चंद कटारिया की जन जागरण यात्रा स्थगित करवाई।
बाद में आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने के लिए अपने समर्थक विधायकों से इस्तीफे दिलवाए, अब उनके निशाने पर प्रदेश भाजपा प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी और प्रदेशाध्यक्ष अरूण चर्तुवेदी हैं। वसुंधरा खेमे ने मांग की है कि कप्तान सिंह सोलंकी को प्रदेश प्रभारी पद और अरूण चतुर्वेदी को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाया जाए।
वसुंधरा को स्टेट इंचार्ज बनाने की मांग
कटारिया की यात्रा की खिलाफत करने वाली किरण माहेश्वरी के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमणडल ने सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली से मुलाकात की। प्रतिनिधिमण्डल में किरीट सोमैया शामिल थे।
भाजपा नेताओं ने वसुंधरा को स्टेट इंचार्ज बनाने की मांग की है। इस बीच प्रदेश प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी पार्टी में मचे घमासान पर अपनी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को सौंपेंगे। कहा जा रहा है कि गडकरी ने जेटली को राजस्थान भाजपा का संकट दूर करने का जिम्मा सौंपा है।
ये भी है समर्थकों की मांग
वसुंधरा खेमे का कहना है कि राजे के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ा जाए। आगमी विधानसभा चुनाव में राजे को मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया जाए।
आलाकमान को दिखाया ठेंगा
गुलाब चंद कटारिया की जन जागरण यात्रा के विरोध में इस्तीफे की पेशकश करने वाली नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे ने पार्टी आलाकमान को ठेंगा दिखाते हुए सोमवार को दिल्ली जाने से मना कर दिया है। भाजपा आलाकमान ने वसुंधरा राजे को दिल्ली तलब किया था लेकिन राजे ने दिल्ली जाने से इनकार कर दिया। हालांकि राजे समर्थकों का कहना है कि उन्हें दिल्ली तलब नहीं किया गया है।
63 विधायकों ने राजे को सौंपे इस्तीफे
वसुंधरा राजे आलाकमान पर दबाव बनाने और अपनी ताकत दिखाने के लिए अब तक 63 विधायकों के इस्तीफे दिलवा चुकी है। सोमवार को तीन और विधायकों ने राजे को अपने इस्तीफे सौंपे। इनमें छोटू सिंह,राजेन्द्र राठौड़ और हबीबुर्र रहमान शामिल है। रविवार तक 60 विधायकों ने इस्तीफे दिए थे। इनमें 2 निर्दलीय विधायक भी शामिल थे।