रविवार, 6 मई 2012

राज्य कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के गृह जिले से भरी हुंकार



जोधपुर. एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष महेंद्रसिंह चौधरी ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि कर्मचारी अपनी 11 मांगों को लेकर इस गर्मी में बहाए पसीने का हिसाब लेंगे।
 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के सम्मेलन का निमंत्रण ठुकरा कर मारवाड़ सहित पूरे प्रदेश के कर्मचारियों का अपमान किया है। उन्होंने कहा है कि सरकार ने संविदा कर्मियों, नरेगा, कंप्यूटर आपरेटर एनआरएचएम, पैराटीचर्स, प्रबोधक, आशा सहयोगिनियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित नहीं करने और राज्य कर्मचारियों को केंद्र के समान छठें वेतन आयोग का लाभ नहीं दिया तो आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए कर्मचारियों ने उनके गृह जिले और विधानसभा क्षेत्र से मारवाड़ संभागीय सम्मेलन आयोजित किया।


अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेशाध्यक्ष चौधरी रविवार को स्थानीय गौशाला मैदान में आयोजित मारवाड़ संभाग स्तरीय अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जहां बड़ी संख्या में उपस्थित कर्मचारियों के हाथ खड़े करवा एक के बाद एक 8 प्रस्ताव पारित करवाए। वहीं, 11 सूत्री मांग पत्र पर सरकार द्वारा विचार नहीं करने पर आर-पार की लड़ाई लडऩे की घोषणा की।
भाजपा नेताओं ने दर्ज कराई उपस्थिति


संभागीय सम्मेलन में भाजपा के देहात अध्यक्ष गजेसिंह सरेचा, विधायक कैलाश भंसाली, सूर्यकांता व्यास, पूर्व विधायक जालम सिंह रावलोत, पूर्व जिला प्रमुख अमिता चौधरी, बोहरा राम सिहांल ने संबोधित किया। इन नेताओं ने सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई में साथ देने का भरोसा दिया।



वसुंधरा का पत्र पढ़ा


एकीकृत महासंघ के प्रदेश महामंत्री सैयद अबुबकर नकवी ने अपने संबोधन में विपक्ष की नेता वसुंधरा राजे का पत्र पढ़ा। राजे ने पत्र में कहा कि जनता को प्रशासन देने में कर्मचारियों की भूमिका होती है। कर्मचारियों के बिना किसी भी प्रदेश का विकास संभव नहीं है।

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