हादसे में पति की मौत मां-बेटे गंभीर घायल
गुरुशिखर रोड पर टैंकर ने मारी बाइक को टक्कर, पहिए के नीचे फंसे मां-बेटे मदद के लिए चिल्लाते रहे
माउंटआबू पर्यटक स्थल के ओरिया मार्ग पर पानी के टैंकर की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। हादसे में उसकी पत्नी और पुत्र टैंकर के अगले पहिए में फंसे मदद के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन उनकी मदद के लिए करीब एक घंटे तक कोई नहीं आया। हादसे के बाद टैंकर चालक मौके से फरार हो गया।
पुलिस के अनुसार देलवाड़ा निवासी बाबूलाल परदेशी बाइक पर पत्नी पार्वती और पुत्र भरत को साथ लेकर ग्राम पंचायत ओरिया जा रहा था। रास्ते में छोटी नक्की लेक के पास अचलगढ़ की तरफ से पानी भर कर आ रहे टैंकर की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई। टैंकर बाइक को रौंदता हुआ आगे बढ़ गया। इससे बाइक पर सवार बाबूलाल की मौके पर ही मौत हो गई तथा उसकी पत्नी पार्वती के सिर में गंभीर चोट लगने से बेसुध हो गई। हादसे में उनके पुत्र भरत के दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए। टैंकर के अगले पहिए में फंसे मां-बेटे को राहगीरों ने निकालकर ग्लोबल अस्पताल पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अहमदाबाद रेफर किया गया। सूचना मिलने के काफी देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों वाहन जब्त कर मौके से हटवाएं। पुलिस फरार टैंकर चालक की तलाश कर रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। चिकित्सा प्रभारी जेएस चौहान ने बताया कि बाबूलाल के दोनों फेफड़े, लीवर व पसलियों की हड्डी टूटने से रक्त के अधिक बहाव के कारण मौत हो गई।
अर्से से लड़ रहा था विभाग से : देलवाड़ा निवासी बाबूलाल ग्राम पंचायत ओरिया में सफाई कर्मचारी के रूप में लंबे समय से अस्थाई तौर पर कार्य करते हुए नियुक्ति की मांग कर रहा था। इसी के चलते वह लंबे समय से घर से विभागों के चक्कर लगा रहा था। ग्राम पंचायत ओरिया सरपंच शंकर राम और उपसरपंच देवीसिंह ने पंचायत की तरफ से 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की।
बिना नंबर प्लेट का टैंकर
पर्यटक स्थल पर दौड़ रहे बिना नंबर के वाहनों की संख्या में पिछले कुछ समय में काफी इजाफा हुआ है। यातायात पुलिस अपने कार्य के प्रति कितनी संवेदनशील है, इसका खुलासा रविवार को ओरिया मार्ग पर हुए सड़क हादसे में हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे को अंजाम देने वाला टैंकर के आगे व पीछे की तरफ कोई नंबर प्लेट नहीं थी। यह टैंकर पिछले लंबे समय पानी सप्लाई करता आ रहा है, लेकिन उसके नंबरों पर यातायात पुलिस की आज तक निगाह नहीं पड़ी। ऐसे में कभी कोई आरोपी किसी गंभीर वारदात को अंजाम देकर ऐसे ही किसी वाहन से फरार हो जाए तो उसकी तलाश करना असंभव हो जाएगा।
माउंटआबू पर्यटक स्थल के ओरिया मार्ग पर पानी के टैंकर की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। हादसे में उसकी पत्नी और पुत्र टैंकर के अगले पहिए में फंसे मदद के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन उनकी मदद के लिए करीब एक घंटे तक कोई नहीं आया। हादसे के बाद टैंकर चालक मौके से फरार हो गया।
पुलिस के अनुसार देलवाड़ा निवासी बाबूलाल परदेशी बाइक पर पत्नी पार्वती और पुत्र भरत को साथ लेकर ग्राम पंचायत ओरिया जा रहा था। रास्ते में छोटी नक्की लेक के पास अचलगढ़ की तरफ से पानी भर कर आ रहे टैंकर की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई। टैंकर बाइक को रौंदता हुआ आगे बढ़ गया। इससे बाइक पर सवार बाबूलाल की मौके पर ही मौत हो गई तथा उसकी पत्नी पार्वती के सिर में गंभीर चोट लगने से बेसुध हो गई। हादसे में उनके पुत्र भरत के दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए। टैंकर के अगले पहिए में फंसे मां-बेटे को राहगीरों ने निकालकर ग्लोबल अस्पताल पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अहमदाबाद रेफर किया गया। सूचना मिलने के काफी देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों वाहन जब्त कर मौके से हटवाएं। पुलिस फरार टैंकर चालक की तलाश कर रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। चिकित्सा प्रभारी जेएस चौहान ने बताया कि बाबूलाल के दोनों फेफड़े, लीवर व पसलियों की हड्डी टूटने से रक्त के अधिक बहाव के कारण मौत हो गई।
अर्से से लड़ रहा था विभाग से : देलवाड़ा निवासी बाबूलाल ग्राम पंचायत ओरिया में सफाई कर्मचारी के रूप में लंबे समय से अस्थाई तौर पर कार्य करते हुए नियुक्ति की मांग कर रहा था। इसी के चलते वह लंबे समय से घर से विभागों के चक्कर लगा रहा था। ग्राम पंचायत ओरिया सरपंच शंकर राम और उपसरपंच देवीसिंह ने पंचायत की तरफ से 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की।
बिना नंबर प्लेट का टैंकर
पर्यटक स्थल पर दौड़ रहे बिना नंबर के वाहनों की संख्या में पिछले कुछ समय में काफी इजाफा हुआ है। यातायात पुलिस अपने कार्य के प्रति कितनी संवेदनशील है, इसका खुलासा रविवार को ओरिया मार्ग पर हुए सड़क हादसे में हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे को अंजाम देने वाला टैंकर के आगे व पीछे की तरफ कोई नंबर प्लेट नहीं थी। यह टैंकर पिछले लंबे समय पानी सप्लाई करता आ रहा है, लेकिन उसके नंबरों पर यातायात पुलिस की आज तक निगाह नहीं पड़ी। ऐसे में कभी कोई आरोपी किसी गंभीर वारदात को अंजाम देकर ऐसे ही किसी वाहन से फरार हो जाए तो उसकी तलाश करना असंभव हो जाएगा।
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