सोमवार, 7 मई 2012

धार्मिकता में रंगी स्वर्णनगरी

धार्मिकता में रंगी स्वर्णनगरी


जैसलमेर। समय में आए बदलाव से जहां शहर का नजारा बदला है, वहीं लोगों की मानसिकता भी आधुनिक हुई है। बावजूद इसके आज भी लोग अपनी परम्पराओं, रीति रिवाज व संस्कृति को नहीं भूल पाए हैं। लोगो की यही धार्मिक भावना इन दिनों शहर में सभी जगह देखने को मिल रही है। वैशाख महीने में स्वर्णनगरी इन दिनों धार्मिकता के रंग में रंगी नजर आ रही है। जहां एक ओर धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अपने ईष्ट को प्रसन्न करने के लिए जतन करते लोग देखे जा सकते हैं। पूर्वजों की याद में पुनीत कार्य हो या परोपकार के लिए गोपनीय दान। वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष से शुरू हुआ धार्मिक आयोजनों व क्रियाकलापों का दौर अभी भी बना हुआ है। पौ फटते ही स्वर्णनगरी में धार्मिकता का ज्वार उमड़ पड़ता है।

मंदिरों में चहल पहल

वैशाख महीने में इन दिनों मंदिरों में भक्तों की संख्या एकाएक बढ़ गई है। शहर के विभिन्न मंदिरों व पूजनीय स्थलों पर भक्तों का तांता लग रहा है। धार्मिक कार्यो के लिहाज से महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस माह में न केवल वृद्ध महिलाएं बल्कि युवा व बच्चे भी मंदिरों में दर्शन कर ईष्ट को प्रसन्न करने के लिए जतन करते देखे जा सकते हैं।

यहां सोनार दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर, घंटियाली मंदिर, रतनेश्वर महादेव मंदिर, सूर्य मंदिर, बाबा रामदेव मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर सहित शहर के बिजलीघर स्थित गजटेड हनुमान मंदिर, सिद्धेश्वर मंदिर, मुक्तेश्वर मंदिर, हिंगलाज मंदिर, वरूणेश्वर मंदिर, गज मंदिर, गणेश मंदिर सहित विभिन्न देवी मंदिरों व थानों में लोग दर्शनार्थ पहुंचने शुरू हो गए हैं। लोग गरीब, कुष्ठ रोगी व जरूरतमंदों को दान पुण्य कर रहे हैं। इन दिनों बहिन-बेटी पक्ष के परिवार जनों के लिए दही, शक्कर, छाछ आदि भेंट सामग्री देने का प्रचलन भी है।

सरोवर स्नान

स्वर्णनगरी के ऎतिहासिक सरोवर तालाबों में भी ब्रह्म मुहुर्त में लोग स्नानादि कर्म कर सूर्य देव की स्तुति करते देखे जा सकते हैं। वे तालाब के पानी को पवित्र व साक्षी मानकर अपने बुरे कर्मो के लिए क्षमा याचना एवं सद्बुद्धि व पवित्र विचारों आत्मसात करने के लिए भी ईष्ट से प्रार्थना कर रहे हैं।

ग्रामीणांचल में भी हुए धार्मिक आयोजन

जैसलमेर के ग्रामीणांचलो मे भी वैशाख पूर्णिमा के दौरान धार्मिक आयोजन हुए। लोगो ने दान-पुण्य किए। दिन भर मंदिरो मे चहल-पहल देखने को मिली। जैसलमेर के अलावा पोकरण, फतेहगढ़, रामदेवरा, नाचना, मोहनगढ़, रामगढ़, नोख, फलसूंड, सांकड़ा, रूपसी सहित आसपास के ग्रामीणांचलो मे वैशाख पूर्णिमा के दिन धार्मिकता से परिपूर्ण माहौल देखने को मिला।

फतेहगढ़. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्रों में रविवार को वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर लोगों ने दान-पुण्य किए। रविवार को कस्बे में स्थित मंदिरों में ग्रामीण महिलाओं व बालिकाओं की भीड़ देखने को मिली। वैशाख पूर्णिमा के दिन महिलाएं पूजा-अर्चना करने के लिए वैशाखी स्थित पवित्र धाम के लिए रवाना हुई। दिनभर वैशाखी जाने के लिए महिलाओं की बसों में भीड़ लगी रही।

मोहनगढ़. कस्बे में वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को ग्रामीणों ने व्रत रखकर पूजा अर्चना की और दान-पुण्य भी किए। वैशाख माह का व्रत करने वाली बालिकाओं व महिलाओं ने वैशाखी धाम जाकर पूजा अर्चना की। साथ ही पवित्र धाम में डुबकी भी लगाई। वैशाखी की ओर जाने वाली बसों में दिनभर भीड़ देखने को मिली।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें