सोमवार, 7 मई 2012

मारवाड़ के मेवे पीलू की आई बहार


मारवाड़ के मेवे पीलू की आई बहार

पश्चिमी राजस्थान के धोरों में जहां गर्मी के मौसम में पानी के लिए आमजन को तरसना पड़ रहा है, वहीं इस मौसम में मारवाड़ के मेवे के रूप में जाने जाने वाले पीलू की बहार आई हुई है।

ग्रामीण इलाके के लोग आज भी इसे बड़े चाव से खाते हैं। जाल के पेड़ पर लगने वाले फल पीलू के लिए अल सवेरे से ही युवाओं से लेकर वयस्क भी झुंड बनाकर घरों से निकल पड़ते हैं। बड़े-बुजुर्गों का मानना है कि तेज गर्मी और लू के दौरान पकने वाले इस फल का सेवन करने से लू नहीं लगती है। वहीं इससे शरीर को पौष्टिक तत्व भी मिलते हैं। चने की दाल के आकार के इस फल को इकट्ठा करने के लिए ग्रामीणों को जाल के पेड़ पर चढ़कर काफी मशक्कत करनी पड़ती है। गले में धागे के सहारे लोटा बांधकर या पेड़ पर कपड़ा टांगकर एक एक कर पीलू को इकट्ठा किया जाता है। घंटों मशक्कत के बाद यह फल इकट्ठा हो पाता है, जिसे गांव के लोग आज भी बड़े चाव से खाते हैं। क्षेत्र के खेतों में स्थित जाल के पेड़ इन दिनों पीलू से लदे हुए नजर आ रहे हैं। राह चलते किसी भी व्यक्ति की इस पर नजर पड़ते ही वह इसका स्वाद चखने को लालायित हो उठता है। इस बार पीलू की बंपर आवक होने से अल सवेरे से लोगों का झुंड पीलू के लिए घरों से निकल पड़ता है।

स्वादिष्ट है मारवाड़ का मेवा

जाल के पेड़ पर लगने वाला यह फल देखने में जितना रसीला लगता है, उतना ही खाने में स्वादिष्ट होता है। यह फल हमें राजस्थान की पश्चिमी सभ्यता की याद दिलाता है। बड़े बुजुर्गों का मानना है कि भीषण गर्मी में पीलू खाने से हैजे जैसी बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर रास्ते में थके यात्रियों के लिए पीलू ऊर्जा का संचार करते हैं। पीलू व इसके सूखने के बाद बनने वाली कोकड़ लू व गर्मी से बचाव के लिए रामबाण से कम नहीं है।


ऐसे करते हैं इकट्ठा

अक्सर मई-जून में जाल के पेड़ पर लगने वाले पीलू को बीनने के लिए स्थानीय लोग अलग-अलग अंदाज में जुट जाते है। इसे इकट्ठा करने के लिए लोटा या केतली पर पक्का धागा बांधकर उसे कमर पर टांग दिया जाता है। इसके बाद तेज गति से पीलू बीनने का कार्य किया जाता है। वहीं पीलू की सीजन के अंतिम पड़ाव पर तेज आंधी और हवा के दौरान ग्रामीण जाल के पेड़ के नीचे चादर बिछाकर पीलू एकत्रित करते हैं।

धार्मिकता में रंगी स्वर्णनगरी

धार्मिकता में रंगी स्वर्णनगरी


जैसलमेर। समय में आए बदलाव से जहां शहर का नजारा बदला है, वहीं लोगों की मानसिकता भी आधुनिक हुई है। बावजूद इसके आज भी लोग अपनी परम्पराओं, रीति रिवाज व संस्कृति को नहीं भूल पाए हैं। लोगो की यही धार्मिक भावना इन दिनों शहर में सभी जगह देखने को मिल रही है। वैशाख महीने में स्वर्णनगरी इन दिनों धार्मिकता के रंग में रंगी नजर आ रही है। जहां एक ओर धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अपने ईष्ट को प्रसन्न करने के लिए जतन करते लोग देखे जा सकते हैं। पूर्वजों की याद में पुनीत कार्य हो या परोपकार के लिए गोपनीय दान। वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष से शुरू हुआ धार्मिक आयोजनों व क्रियाकलापों का दौर अभी भी बना हुआ है। पौ फटते ही स्वर्णनगरी में धार्मिकता का ज्वार उमड़ पड़ता है।

मंदिरों में चहल पहल

वैशाख महीने में इन दिनों मंदिरों में भक्तों की संख्या एकाएक बढ़ गई है। शहर के विभिन्न मंदिरों व पूजनीय स्थलों पर भक्तों का तांता लग रहा है। धार्मिक कार्यो के लिहाज से महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस माह में न केवल वृद्ध महिलाएं बल्कि युवा व बच्चे भी मंदिरों में दर्शन कर ईष्ट को प्रसन्न करने के लिए जतन करते देखे जा सकते हैं।

यहां सोनार दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर, घंटियाली मंदिर, रतनेश्वर महादेव मंदिर, सूर्य मंदिर, बाबा रामदेव मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर सहित शहर के बिजलीघर स्थित गजटेड हनुमान मंदिर, सिद्धेश्वर मंदिर, मुक्तेश्वर मंदिर, हिंगलाज मंदिर, वरूणेश्वर मंदिर, गज मंदिर, गणेश मंदिर सहित विभिन्न देवी मंदिरों व थानों में लोग दर्शनार्थ पहुंचने शुरू हो गए हैं। लोग गरीब, कुष्ठ रोगी व जरूरतमंदों को दान पुण्य कर रहे हैं। इन दिनों बहिन-बेटी पक्ष के परिवार जनों के लिए दही, शक्कर, छाछ आदि भेंट सामग्री देने का प्रचलन भी है।

सरोवर स्नान

स्वर्णनगरी के ऎतिहासिक सरोवर तालाबों में भी ब्रह्म मुहुर्त में लोग स्नानादि कर्म कर सूर्य देव की स्तुति करते देखे जा सकते हैं। वे तालाब के पानी को पवित्र व साक्षी मानकर अपने बुरे कर्मो के लिए क्षमा याचना एवं सद्बुद्धि व पवित्र विचारों आत्मसात करने के लिए भी ईष्ट से प्रार्थना कर रहे हैं।

ग्रामीणांचल में भी हुए धार्मिक आयोजन

जैसलमेर के ग्रामीणांचलो मे भी वैशाख पूर्णिमा के दौरान धार्मिक आयोजन हुए। लोगो ने दान-पुण्य किए। दिन भर मंदिरो मे चहल-पहल देखने को मिली। जैसलमेर के अलावा पोकरण, फतेहगढ़, रामदेवरा, नाचना, मोहनगढ़, रामगढ़, नोख, फलसूंड, सांकड़ा, रूपसी सहित आसपास के ग्रामीणांचलो मे वैशाख पूर्णिमा के दिन धार्मिकता से परिपूर्ण माहौल देखने को मिला।

फतेहगढ़. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्रों में रविवार को वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर लोगों ने दान-पुण्य किए। रविवार को कस्बे में स्थित मंदिरों में ग्रामीण महिलाओं व बालिकाओं की भीड़ देखने को मिली। वैशाख पूर्णिमा के दिन महिलाएं पूजा-अर्चना करने के लिए वैशाखी स्थित पवित्र धाम के लिए रवाना हुई। दिनभर वैशाखी जाने के लिए महिलाओं की बसों में भीड़ लगी रही।

मोहनगढ़. कस्बे में वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को ग्रामीणों ने व्रत रखकर पूजा अर्चना की और दान-पुण्य भी किए। वैशाख माह का व्रत करने वाली बालिकाओं व महिलाओं ने वैशाखी धाम जाकर पूजा अर्चना की। साथ ही पवित्र धाम में डुबकी भी लगाई। वैशाखी की ओर जाने वाली बसों में दिनभर भीड़ देखने को मिली।

पूर्णिमा की चांदनी में वन्य जीवों की हुई गणना


पूर्णिमा की चांदनी में वन्य जीवों की हुई गणना


रविवार शाम 5 बजे शुरू हुई गणना सोमवार शाम 5 बजे तक चलेगी

जैसलमेर   जिले के वन क्षेत्रों में पूर्णिमा की चांदनी में वन्य कर्मियों ने वन्य जीवों की गणना की। ग्रीष्मकालीन वन्यजीव गणना रविवार शाम 5 बजे शुरू हुई। रात्रि में वन्यकर्मियों ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में नजरें गड़ाए रखी। जानकारी के अनुसार जिले में कई ऐसे वन्य जीव हैं जो लुप्त होने के कगार पर है, ग्रीष्मकालीन गणना के तहत इन वन्य जीवों के दिखने के आसार हैं। वन विभाग के माध्यम से डीएनपी, डीडीपी, विश्व खाद्य कार्यक्रम विभाग अपने अपने क्षेत्रों में वन्य जीवों की गणना करने में जुटा है। रविवार की शाम यह गणना शुरू हो गई।

24 घंटे में एक बार आते हैं पानी पीने

वन विभाग के अनुसार ऐसा माना जाता है कि 24 घंटे में एक बार कोई भी जीव पानी पीने वाटर हॉल पर जरूर आता है। इसलिए यह गणना एक रात व एक दिन के लिए होती है। 24 घंटे वन विभाग की टीमें वाटर हॉल की निगरानी करेंगी और वन्य जीवों की गणना करेंगी।

वन्य क्षेत्रों में तैनात हुए वन्यकर्मी

जिले में वैशाख पूर्णिमा पर वन्यजीवों की गणना के तहत विभिन्न वाटर हॉल पोइंट के रूप में निर्धारित किए गए हैं। करीब 100 से अधिक कर्मचारी अलग अलग क्षेत्रों में रविवार की शाम से गणना में जुट गए। कहीं मचान बनाए गए हैं तो कहीं ऊंचाई पर केन्द्र बनाया गया है। डीएफओ वी.के. बिस्सा ने कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं कि वे अपने अपने क्षेत्रों में पूर्णिमा की रात में लगातार वाटर हॉल पर नजर रखें।

॥ग्रीष्मकालीन वाटर हॉल पद्धति से वन्यजीवों की गणना रविवार की शाम से शुरू हो गई है। पूर्णिमा की रात्रि में सीधे तौर पर वन्य जीव दृष्टिगत होते हैं, वाटर हॉल पर वन्यकर्मियों की पूरी नजर रहेगी।

वी.के. बिस्सा, डीएफओ, डीएनपी

थार की धार जैसलमेर आज के अपराधसमाचार।., 7मई, 201२

अपराध ......पति ने पत्नी को चाकू मारा 

बाड़मेर। शहर के शास्त्रीनगर में रविवार दोपहर पति ने पत्नी पर चाकू व कैंची से ताबड़तोड़ प्रहार किए, जिससे वह लहूलुहान हो गई। घायल महिला को राजकीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है।

पुलिस ने बताया कि तुलसीदास पुत्र मिश्रीमल निवासी जटियों का वास ने मामला दर्ज कराया कि शास्त्रीनगर निवासी उसकी बहन पपू के साथ सास शांति व पति हरफूल ने मारपीट की। दोपहर करीब दो बजे गुस्साए हरफूल ने चाकू, कैंची व हण्टर से पपू पर ताबड़तोड़ प्रहार किए, जिससे वह लहूलुहान होकर गंभीर घायल हो गई। गंभीर घायल अवस्था में उसे राजकीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है और हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। प्रांरभिक जांच में पति पत्नी के बीच अनबन के कारण घटना होना सामने आया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।


डीजीपी को तलब किया तो मिल गई महिला

सिणधरी/ बाड़मेर ।बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के एक मामले में हाईकोर्ट द्वारा कुछ दिन पहले पुलिस महानिदेशक हरीशचन्द्र मीणा को तलब करने के बाद बाड़मेर पुलिस ने घर से भगाई गई महिला को गुजरात से बरामद किया, जिसे सोमवार को हाई कोर्ट में पेश किया जाएगा।

सड़ा गांव की विवाहिता कमला देवी व उसकी ढाई साल की पुत्री के गुम होने की रिपोर्ट उसके पति चेलाराम द्वारा सिणधरी थाने में पिछले वर्ष बीस अगस्त को दर्ज करवाई गई। उसके बाद तेईस अगस्त को उसने सड़ा गांव के भलाराम पर संदेह जताते हुए कमला व उसकी पुत्री को भगाने का मामला दर्ज करवाया। सिणधरी पुलिस ने इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की। पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर चेलाराम ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दर्ज करवाई। गौरतलब है कि उच्च न्यायालय ने पुलिस अधीक्षक बाड़मेर, आईजी रैंज जोधपुर व डीजीपी को तलब किया। इसमें पुलिस ने एक माह की मोहलत मांगी, तब न्यायालय ने उन्नतीस मई तक समय दिया। पुलिस ने गुजरात से कमलादेवी व उसकी पुत्री को बरामद कर भलाराम को गिरफ्तार किया। सोमवार को न्यायालय मे पेश करेंगे।

रविवार, 6 मई 2012

राज्य कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के गृह जिले से भरी हुंकार



जोधपुर. एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष महेंद्रसिंह चौधरी ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि कर्मचारी अपनी 11 मांगों को लेकर इस गर्मी में बहाए पसीने का हिसाब लेंगे।
 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के सम्मेलन का निमंत्रण ठुकरा कर मारवाड़ सहित पूरे प्रदेश के कर्मचारियों का अपमान किया है। उन्होंने कहा है कि सरकार ने संविदा कर्मियों, नरेगा, कंप्यूटर आपरेटर एनआरएचएम, पैराटीचर्स, प्रबोधक, आशा सहयोगिनियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित नहीं करने और राज्य कर्मचारियों को केंद्र के समान छठें वेतन आयोग का लाभ नहीं दिया तो आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए कर्मचारियों ने उनके गृह जिले और विधानसभा क्षेत्र से मारवाड़ संभागीय सम्मेलन आयोजित किया।


अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेशाध्यक्ष चौधरी रविवार को स्थानीय गौशाला मैदान में आयोजित मारवाड़ संभाग स्तरीय अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जहां बड़ी संख्या में उपस्थित कर्मचारियों के हाथ खड़े करवा एक के बाद एक 8 प्रस्ताव पारित करवाए। वहीं, 11 सूत्री मांग पत्र पर सरकार द्वारा विचार नहीं करने पर आर-पार की लड़ाई लडऩे की घोषणा की।
भाजपा नेताओं ने दर्ज कराई उपस्थिति


संभागीय सम्मेलन में भाजपा के देहात अध्यक्ष गजेसिंह सरेचा, विधायक कैलाश भंसाली, सूर्यकांता व्यास, पूर्व विधायक जालम सिंह रावलोत, पूर्व जिला प्रमुख अमिता चौधरी, बोहरा राम सिहांल ने संबोधित किया। इन नेताओं ने सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई में साथ देने का भरोसा दिया।



वसुंधरा का पत्र पढ़ा


एकीकृत महासंघ के प्रदेश महामंत्री सैयद अबुबकर नकवी ने अपने संबोधन में विपक्ष की नेता वसुंधरा राजे का पत्र पढ़ा। राजे ने पत्र में कहा कि जनता को प्रशासन देने में कर्मचारियों की भूमिका होती है। कर्मचारियों के बिना किसी भी प्रदेश का विकास संभव नहीं है।

बाड़मेर खेल मैदान में मेर्रिज हॉल निर्माण का विरोध

बाड़मेर खेल मैदान में मेर्रिज हॉल निर्माण का विरोध 

बाड़मेर बाड़मेर जिला प्रशासन द्वारा हल ही में जिले  के एक मात्र खेल स्टेडियम आदर्ष स्टेडियम में व्यावसायिक मेर्रिज हल के निर्माण के निर्णय का खिलाडियों और खेल संगठनो ने विरोध शुरू कर दिया हे .बाड़मेर जिले में खिलाडियों के खेलने के लिए एक मात्र जगह आदर्ष स्टेडियम हे जिसको बड़े नाज़ से तत्कालीन जिला कलेक्टर आदर्श किशोर ने बनाया बाड़मेर की जनता ने उनके सम्मान में स्टेडियम का नामकरण भी उनके नाम से किया बाड़मेर सरहदी जिला हे खिलाडियों को संबल प्रदान करने के लिए एक मात्र स्टेडियम में जिला प्रशासन द्वारा व्यावसायिक मेर्रिज हल के निर्माण की तयारी कर रहा हे जो एक गलत परम्परा को जन्म देगी .बाड़मेर आज खेल जगत में काफी नाम कर रहा हे क्रिकेट में रणजी ट्रोफी स्तर के मेच यंहा आयोजित हो चुके हे यहाँ से रणजी खिलाड़ी भी अपना दम भरते हे ,राजस्थान क्रिकेट एसोसिएसन में बाड़मेर जिले का दबदबा रहा हे संजय दिक्सित ,देवाराम चौधरी  आज़ाद सिंह राठोड  भवेंद्र झाखाद डॉ लाक्स्मिनारायण जोशी ने अपनी मेहनत और पसीने से आदर्श स्टेडियम को सींचा हे गत तीन चार सालो में स्टेडियम में करोडो रुपये खेल और खिलाडियों के विकास पर खर्च किये गए हें ,मेर्रिज हॉल नगर पालिका और जिला प्रशासन किसी और जगह भी बना सकता हें खिलाडियों की भावना की क़द्र करते हुए जिला प्रशासन को खेल के मैदान को व्यावसायिक स्थल बनाने का निर्णय तुरंत प्रभाव से बदल लेना चाहिए .ताकि खेल का मैदान सिर्क खेल और खिलाडयों के ही काम आ सके मेर्रिज हॉल बन गया तो स्टेडियम का स्वरुप ही ख़त्म हो जाएगा .बाड़मेर जिले में जब बड़े मेच आयोजित होंगे तो कई तरह के नए निर्माण करने पड़ेंगे वो फिर कहाँ होंगे जिला प्रशासन को दूरदर्शी सोच के साथ कामं कर अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए 

विकास के लिए सरकार कृत संकल्पित अमीन


विकास के लिए सरकार कृत संकल्पित अमीन 


बाडमेर, 6 मई। वक्फ एवं अल्पसंख्यक मामलात मंत्री अमीन खां ने कहा है कि राज्य सरकार आमजन के साथ है और वह विकास के लिए कृत संकल्पित है। आधुनिक युग में संचार की महत्ती भूमिका है तथा भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र इस दि में गांवों में फायदे मंद साबित होंगे। वह रविवार को बाडमेर पंचायत समिति में पॉच पंचायत मुख्यालयों पर राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। 
लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए खान ने कहा कि राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के निर्माण से ग्रामीणों को एक ही छत के नीचे आवयक सेवाएं, बिजलीपानी के बिल का जमा होना, जीएसएस िफ्ट होने से बैकिंग सुविधा का भी इसी केन्द्र पर मिलना नामान्तरण संबंधी जानकारी इंटरनेट से प्राप्त करना आदि सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। खान ने बताया कि राज्य सरकार ने बिजली, पानी एवं सड़क निर्माण सहित ग्रामीण विकास के सपने को पूर्ण किया है। बीपीएल चयनित परिवारों का राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है। 
इस मौके पर वक्फ एवं अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने कहा कि वे क्षेत्र के विकास को लेकर कोई कमी नहीं आने देगें। उन्होने िक्षा को बावा देने की बात कही। उन्होने कहा कि आने वाला समय िक्षा का है इसलिए अपने बच्चों को अधिक से अधिक िक्षा से जोड़े। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय से कुरीतियों को त्याग कर िक्षा से जुड़ने की अपील की। उन्होंने कार्यक्रम में गरड़िया एवं भीडे का पार व सज्जन का पार में उच्च प्राथमिक विद्यालयों की घोशणा की। उन्होने कहा कि राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के भाुभारम्भ के साथ ही दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन का काम आसान होगा। 
इस मौके पर भूमि विकास बैक के अध्यक्ष फतेह खां कहा कि राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन गांवों में विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। राजीव गांधी सेवा केन्द्रों में कम्प्यूटरों के माध्यम से भुमि संबंधी कार्यो की सूचनाएं सुलभ हो सकेगी। बाडमेर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बबूगुलेरिया, गागरिया, पांधी का पार, गरडिया तथा भिण्डे का पार में निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का रविवार को लोकार्पण किया गया। इससे पूर्व ग्रामीणों ने अतिथियों का साफा पहनाकर तथा माल्यार्पण कर स्वागत किया। कार्यक्रम में बाडमेर पंचायत समिति की प्रधान श्रीमती धाई देवी, उप प्रधान मोतीलाल मालू, उपखण्ड अधिकारी मेहताबसिंह उज्जवल, तहसीलदार जगदीा प्रसाद आचार्य, सहायक अभियन्ता हनुमानराम चौधरी उपस्थित थे। अन्त में विकास अधिकारी आईदानसिंह सोलंकी ने आभार जताया। 


आज इन राजीव सेवाकेन्द्र भवनों का उद्घाटन 
अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ़ राज्यमंत्री अमीन खान सोमवार को बाड़मेर पंचायत समिति के पॉच स्थानों पर नवनिर्मित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवनों का उद्घाटन करेंगे तथा लोगों के अभाव अभियोग सुनेंगे। 
अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री खान सोमवार को देताणी से प्रातः 10.00 बजे प्रस्थान कर 10.30 बजे बूठिया पहुंचेगे। इसके पचात वे प्रातः 11.00 बजे भाचभर, दोपहर 1.00 बजे सेतराऊ, 2.30 बजे हाथमा तथा सायं 4.00 बजे सियाणी में राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवनों का उद्घाटन करेंगे तथा रात्रि विश्राम देताणी में करेंगे। 

डोडा पोस्त से भरा कंटेनर पकड़ा, चालक समेत दो गिरफ्तार

जयपुर. प्याज की बोरियों के बीच छिपाकर लाखों रुपए की डोडा पोस्त को निवाई से पंजाब ले जा रहे एक कंटेनर को पुलिस ने चाकसू थाने के समीप हाइवे पर शनिवार देर रात को नाकाबंदी कर पकड़ लिया। जबकि, कंटेनर के आगे एक कार में चले हथियारबंद बदमाश भागने में कामयाब हो गए। उन्हें पकडऩे के लिए जयपुर व आसपास के जिलों में सशस्त्र नाकाबंदी कराई गई। जो कि करीब छह घंटे चली। जिसमें खुद अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर से लेकर थानाप्रभारी जुटे रहे।
पुलिस ने डोडा पोस्त से भरी 69 बोरियों को जब्त कर लिया है। इसमें करीब 17 सौ 60 किलो पीसा हुआ गांजा भरा था। जिसकी अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में लाखों रुपए कीमत है। भागते हुए कंटेनर को रुकवाकर चालक को पकडऩे में चाकसू थाने के एक कांस्टेबल ने बहादुरी दिखाई।
पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने बताया कि गिरफ्तार कंटेनर चालक तरसेन सिंह (35) व खलासी सुखविंदर सिंह (36) है। दोनों पंजाब में मोगा कस्बे में एक गांव के रहने वाले है। शनिवार रात करीब 10:30 बजे अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर डॉ. गिर्राज लाल मीणा को भारी मात्रा में डोडा पोस्त से भरे एक कंटेनर के निवाई से पंजाब तस्करी कर जाने की सूचना मिली थी। इस पर उन्होंने जयपुर, दौसा तथा आसपास के क्षेत्र में सशस्त्र नाकाबंदी करा दी।
देर रात करीब 12:30 बजे कंटेनर चाकसू थाने के समीप पहुंचा। वहां मौजूद थानाप्रभारी शिवकुमार भारद्वाज ने आगे चल रहे एक ट्रक को रुकवाया। इससे कंटेनर चालक ने गति धीमी कर ली। तभी चालक को पकडऩे के लिए कांस्टेबल दिलीप कंटेनर पर चढऩे का प्रयास किया।
चालक तरसेन ने नाकाबंदी तोड़कर बचने के लिए कंटेनर को कच्चे रास्ते में उतार लिया। फिर कांस्टेबल दिलीप पर कंटेनर चढ़ाने का प्रयास किया। लेकिन, सफल नहीं हुआ। इसके बाद दिलीप हौंसला दिखाकर कंटेनर पर चढ़ गया और चालक तरसेन सिंह को दबोच लिया। इसके बाद पुलिस ने कंटेनर को रुकवाकर चालक व खलासी को पकड़ लिया।

प्रह्लाद सिंह ने महिला बल विकास जिला अधिकारी का पद भार संभाला

प्रह्लाद सिंह ने महिला बल विकास जिला अधिकारी का पद भार  संभाला  

जैसलमेर राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी प्रह्लाद सिंह राजपुरोहित ने शनिवार को महिला एवम बाल विकास जिला अधिकारी के पद पर कार्यभार ग्रहण किया .प्रहलाद सिंह 2010 बेच के आर ऐ एस अधिकारी हें .प्रहलाद सिंह ने बताया की इससे पूर्व वो प्रशिक्षण काल में जयपुर थे ,प्रथम पोस्टिंग जैसलमेर में महिला बाल विकास जिला अधिकारी पद पर नियुक्त किया हे .उन्होंने  शनिवार को  पद भार ग्रहण करने के बाद बताया की जैसलमेर जिले में महिला एवम बाल विकास क्षेत्र में प्रभावी कार्य करने की मंशा रखते हें उन्होंने बताया की आंगनवाडी केन्द्रों का वे शीघ्र निरिक्षण कर उन्हें सुचारू रखने तथा उनका लाभ वास्तविक लोगो तक पहुंचे पूरा प्रयास किया जाएगा प्रहलाद सिंह बाड़मेर जिले के शिव तहसील के फोगेरा गाँव के निवासी हें 

सेक्‍स से इनकार किया तो पत्‍नी ने लिया तलाक



नई दिल्ली. दिल्ली हाईकोर्ट का मानना है कि शादीशुदा जिंदगी में सामान्य शारीरिक संबंध बनाने से मना करना बिल्कुल गलत है। शादीशुदा जिंदगी में पति-पत्नी के बीच शारीरिक संबंध बहुत मायने रखते हैं और दोनों में से किसी के भी द्वारा इससे इनकार करना दूसरे पर प्रताड़ना है।
 
हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति कैलाश गंभीर ने इसी टिप्पणी के साथ उस महिला की तलाक की याचिका कबूल कर ली, जिसके पति ने यह कहते हुए यौन संबंध बनाने से इनकार कर दिया था कि पहले वह अपनी शैक्षणिक योग्यता और नौकरी को साबित करे।

याचिकाकर्ता महिला ने शादी से पहले दिए गए अपने बायोडाटा में खुद के नौकरी में होने की बात कही थी, जबकि वह नौकरी नहीं करती थी। इसके बाद पति ने उसके साथ यौन संबंध बनाना छोड़ दिया। इसी को आधार बनाकर महिला ने निचली अदालत से तलाक ले लिया था।

मामला हाईकोर्ट में आने पर न्यायमूर्ति कैलाश गंभीर ने निचली अदालत के फैसले को सही ठहराया और कहा कि शारीरिक संबंध बनाने से पहले शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण पत्र पेश करने की शर्त रखना निश्चित रूप से नृशंसता और क्रूरता है और हिंदू विवाह अधिनियम के तहत यह तलाक के आधारों में से एक है।



हाईकोर्ट में महिला के पति ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि उसने शादी के लिए अखबार में विज्ञापन दिया था। जिसके जवाब में महिला ने खुद के नौकरी में होने का दावा किया था। सुहागरात को दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने थे, लेकिन इसके बाद पति ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया। पति का कहना था कि शादी से पहले उसकी पत्नी नौकरी नहीं करती थी।



कई बार उसने शैक्षिक योग्‍यता के सर्टिफिकेट दिखाने के लिए भी कहा, लेकिन उसने सर्टिफिकेट नहीं दिखाया। पति का कहना था कि शहर में सहज जीवन-यापन करने के लिए उसे कामकाजी महिला की जरूरत थी। न्यायमूर्ति कैलाश गंभीर ने अपने आदेश में कहा है कि पति ने इस पवित्र रिश्ते को सामान खरीद-फरोख्‍त का सिस्‍टम बना दिया है। पति ने पत्नी की नौकरी को ज्यादा तवज्जो दी।

कोका कोला में क्लोरीन,चीन से मांगी माफी

कोका कोला में क्लोरीन,चीन से मांगी माफी
बीजिंग। अपने उत्पादों में क्लोरीन की मात्रा पाए जाने पर कोका कोला ने चीन से माफी मांगी है। चीन के एक समाचार पत्र ने खबर दी थी कि कोका कोला के उत्पादों में क्लोरीन की मात्रा पाई गई थी। कंपनी ने कोल्ड ड्रिंक की बोतल को साफ करने के लिए क्लोरीन का इस्तेमाल किया था। बोतलें साफ करने के बाद उनमें क्लोरिन की मात्रा रह गई थी।

इसको लेकर फरवरी में खबर छपी थी। खबर में कहा गया था कि 4 से 8 फरवरी के बीच पैक की गई बोतलों में क्लोरीन की मात्रा पाई गई थी। खबर छपने के बाद फूड एंड सेफ्टी वॉच डॉग ने इंस्पेक्शन किया था। इंस्पेक्शन में बोतलों में क्लोरीन की मात्रा पाए जाने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद कंपनी ने शांगजी प्रांत में 28 अप्रेल से अपने बोटलिंग प्लांट को बंद कर दिया था। चीन और दक्षिण कोरिया में कंपनी के प्रमुख डेवड डी ब्रूक्स ने बयान जारी कर कहा कि कंपनी का माफी मांगना जरूरी था क्योंक मामला उजागर होने के कंपनी ने तुरंत कार्रवाई नहीं की।

जूनागढ़ सामूहिक दुष्कर्म मामले में एसपी तलब

अहमदाबाद। जूनागढ़ के वडनगर सामूहिक दुष्कर्म मामले में गुजरात हाईकोर्ट ने जिला पुलिस अधीक्षक को तलब किया है। उन्हें सात मई को हाजिर रहने को कहा गया है। केस में पुलिस पर राजनीतिक दबाव में दुष्कर्म के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार न करने सहित कई आरोप हैं। इस मुद्दे को लेकर पीडि़ता की ओर से हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई गई है। इसमें पुलिस पर सवाल उठाने के साथ मामले की जांच आईपीएस रैंक के अधिकारी अथवा सीआईडी को सौंपने की मांग की गई है।


पीडि़ता ने दिए तीन नाम, दो गिरफ्तार

मामला जनवरी -2012 का है। आठवीं की छात्रा का तीन व्यक्तियों ने अपहरण कर लिया था। दुष्कर्म के बाद पीडि़ता को बाइक से ले जाकर झाडिय़ों में फेंक आए। घटना के बाद वह कोमा में चली गई थी। उपचार से स्वस्थ होने पर पीडि़ता ने पुलिस को तीन नाम दिए थे। कपिल बाबूभाई को छोड़ पुलिस ने दो आरोपियों को दबोच लिया। मुख्य आरोपी के पिता गांव के सरपंच तथा इलाके के रसूखदार हैं। आवेदक का आरोप है इसी वजह से पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया

महिला सफाईकर्मी की महिमा देख गर्म हुआ चर्चा का बाजार!

सूरत। बीते गुरुवार नगर पालिका की एक महिला सफाई कर्मचारी ने ईमानदारी का ऐसा परिचय दिया कि इसकी चर्चा पूरे शहर में है। दरअसल महिलाकर्मी को सफाई के दौरान साढ़े तीन लाख रुपए के गहने पड़े मिले थे। लेकिन इस पर भी महिला कर्मी की नीयत नहीं डोली और उसने इन गहनों के मालिक को खोजकर गहने वापस किए। ये गहने एक हीरा व्यापारी की पत्नी के थी। महिलाकर्मी की इस ईमानदारी से खुश होकर हीरा व्यापारी ने उसे एक हीरेजड़ित अंगूठी उपहारस्वरूप दी है।
 
कतारगाम के नीलकंठ नगर इलाके में रहने वाले हीरा व्यापारी हितेशभाई ने बुधवार को अपने घर का साफ-सफाई करवाई थी। साफ-सफाई में कबाड़ और कचरे के साथ एक छोटे से पर्स में रखी उनकी पत्नी की चार सोने की अंगूठियां, चेन और कान के झुमके भी फिक गए। इन गहनों का वजन लगभग 13 तोले था।


दूसरे दिन गुरुवार को नगर पालिक की महिला सफाई कर्मी देवलबेन को सफाई के दौरान हीरा व्यापारी हितेशभाई के घर से कुछ ही दूरी पर यह पर्स मिल गया। हालांकि इस समय उन्हें यह नहीं पता था कि यह पर्स किसका है, इसलिए उन्होंने इसकी जानकारी इस समय किसी को नहीं दी और बस यही जानने की कोशिश करने लगी कि इसका मालिक खुद-ब-खुद उन्हें मिल जाए। शाम तक देवलबेन को यह बात मालूम चल गई कि ये गहने हीरा व्यापारी के हैं। वे सीधे उनके घर जा पहुंची और यह पर्स हितेशभाई के परिवार के सुपुर्द कर दिया।


हितेशभाई ने इस समय देवलबेन को 500 रुपए का पुरस्कार दिया। लेकिन बाद में परिवार ने सोचा कि उन्होंने देवलबेन को बहुत कम ईनाम दिया है इसलिए परिवार ने फिर देवलबेन को एक हीरेजड़ित अंगूठी उपहार में दी।

32 विधायकों ने राजे को सौंपे इस्तीफे

32 विधायकों ने राजे को सौंपे इस्तीफे

जयपुर/नई दिल्ली। गुलाब चंद कटारिया की यात्रा को लेकर राजस्थान भाजपा में पड़ी दरार बढ़ती जा रही है। कटारिया की यात्रा तो स्थगित हो गई है लेकिन नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे के तेवर नरम नहीं पड़े हैं।

पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाने और अपनी ताकत दिखाने के लिए वसुंधरा राजे ने अपने समर्थक विधायकों से इस्तीफे दिलवाने शुरू कर दिए हैं। 32 समर्थक विधायकों ने रविवार को वसुंधरा राजे को इस्तीफे सौंप दिए हैं। वसुंधरा ने 78 में से 45 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।

इन्होंने दिए इस्तीफे
कालीचरण सर्राफ,दिगंबर सिंह,ज्ञानदेव आहूजा,रोहिताश्व शर्मा, रामहेत यादव,ओम बिड़ला, प्रभूलाल सैनी,राजपाल सिंह शेखावत,भवानी सिंह राजावत,अशोक परनामी,रणवीर पहलवान,मोहनलाल गुप्ता, बाबूलाल बैरवा,जसवंत सिंह, कृष्णेन्द्र कौर,अब्दुल सगीर,बहादुर सिंह,कल्याण सिंह, रविन्द्र सिंह,जीवाराम चौधरी,अर्जुन लाल गर्ग,सुखराम मेड़तिया, बंशीधर खण्डेलवाल,सुखराम कोली,राधेश्याम गंगानगर सहित अन्य विधायकों ने अपने इस्तीफे वसुंधरा राजे को सौंप दिए हैं। विभिन्न जिलों के जिलाध्यक्षों ने भी वसुंधरा के समर्थन में इस्तीफें दिए हैं।

माथुर और राजे के घर बैठक

शनिवार के घटनाक्रम के बाद रविवार को नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे के घर बैठक हुई। इसमें वसुंधरा समर्थक विधायक और कार्यकर्ता मौजूद थे। उधर ओम माथुर के घर भी एक बैठक हुई। राज्यसभा सांसद भूपेन्द्र यादव और माथुर ने शनिवार के घटनाक्रम पर विचार विमर्श किया। उधर प्रदेश भाजपा प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी शनिवार के घटनाक्रम पर अपनी रिपोर्ट लेकर दिल्ली पहुंचे हैं।

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मौसी और भाभी के हत्यारे को आजीवन कारावास




सो रही सास व बहू पर किया था कुल्हाड़ी से वार

भीनमाल अपर जिला सत्र न्यायाधीश ओमकुमार व्यास ने अवैध संबंध के मामले को लेकर मौसी व भाभी की हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है।

मामले के अनुसार पुलिस थाना रानीवाड़ा अंतर्गत आजोदर निवासी गुलाबीदेवी पत्नी लाखसिंह व उसकी पुत्रवधु मंजू (३४) पत्नी परबतसिंह रावणा राजपूत और पौत्री रिंकू (८) पुत्री परबतसिंह ३ अक्टूबर २००९ की रात को उसके रहवासी मकान में सो रहे थे। रात करीब 12 बजे आजोदर निवासी हड़मतसिंह उर्फ हड़मता (३८) पुत्र सवसिंह रावणा राजपूत शराब के नशे में गुलाबीदेवी के घर पहुंचा। जहां हड़मतसिंह ने मंजू व उसकी सास गुलाबीदेवी पर कुल्हाड़ी से वारकर दोनों की हत्या कर दी। इस दौरान पास में सो रही रिंकू के चिल्लाने पर हड़मता वहां से भाग गया। मृतका मंजू के भाई पूरण निवासी आसूसिंह पुत्र धरमसिंह रावणा राजपूत की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। जांच के बाद आरोपी हड़मतसिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश जेल भेजा गया। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के विरुद्ध रानीवाड़ा कोर्ट में चालान पेश किया। जहां से मामला एडीजे कोर्ट भीनमाल को संप्रेषित किया गया।

यहां सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से २० गवाहों और बरियत में एक गवाह के बयान करवाए गए। दोनों पक्षों की बहस के बाद शनिवार को न्यायाधीश ओमकुमार व्यास ने हत्या के आरोपी हड़मतसिंह उर्फ हड़मता को धारा ३०२ में आजीवन कारावास व पांच हजार के अर्थदंड, ४६० में १० वर्ष कारावास व पांच हजार के अर्थदंड और ३०७ में ५ वर्ष का कारावास व दो हजार के अर्थदंड से दंडित किया। अभियोजन पक्ष की पैरवी अधिवक्ता कुलदीपसिंह व अपर लोक अभियोजक हुकमसिंह गहलोत ने की।

रिश्ते में मौसी व चाची थी

जानकारी के अनुसार आरोपी हड़मतसिंह की मां व मृतका गुलाबीदेवी दोनों सगी बहनें थी और गुलाबीदेवी का पति लाखसिंह व आरोपी का पिता सवसिंह दोनों सगे भाई थे। पति व पुत्र की मौत के बाद हड़मतसिंह पर गुलाबीदेवी भी अधिक विश्वास करती थी। इसी कारण उसकी विधवा पुत्रवधु मंजू को हड़मता के साथ बयानों सहित अन्य कार्य के लिए भेजती थी।

यह था मामला

मृतका मंजू के पति परबतसिंह की दुर्घटना में मौत हो गई थी। जिसके लिए न्यायालय में दावा चल रहा था। इस मामले में मंजू के साथ उसका देवर व आरोपी हड़मतसिंह उर्फ हड़मता साथ जाता था। इस दौरान दोनों के बीच निकटता बढ़ गई। एक दिन हड़मता ने मंजू पर अवैध संबंध का दबाव बनाया। जिसका मंजू द्वारा विरोध करने पर वह उससे नाराज था। इसी बात को लेकर आरोपी ने घटना को अंजाम दिया।

अस्पताल में वृद्धा की मौत परिजनों ने किया हंगामा



. जालोर



जिला मुख्यालय स्थित राजकीय अस्पताल में शनिवार देर शाम उपचार के लिए पहुंची एक वृद्धा ने दम तोड़ दिया। इस मामले में परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया।

जानकारी के अनुसार शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे सांस में तकलीफ होने पर गोडीजी निवासी महेंद्र जीनगर व उसका भाई अर्जुन जीनगर उनकी माता पार्वती देवी पत्नी फरसराम जीनगर को उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद डॉ. पूरणमल ने वृद्धा की जांच कर उसका उपचार शुरू किया। उपचार शुरू करने के कुछ देर बाद ही वृद्धा ने दम तोड़ दिया। इधर, वृद्धा के पुत्र अर्जुन ने बताया कि दो माह पूर्व उनके पिता को ब्लड प्रेशर की शिकायत होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दो दिन तक भर्ती रहने के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। भर्ती होने के दूसरी रात तबीयत बिगडऩे पर वार्ड में मौजूद चिकित्साकर्मियों को ईमरजेंसी कॉल पर डॉक्टर को बुलाने के बारे में कहा गया, लेकिन कोई डॉक्टर कॉल पर नहीं आया। ऐसे में उनके पिता की भी मौत हो गई थी। इसके बाद अब दोबारा जिला अस्पताल में लापरवाही के कारण उनकी माता की भी मौत हो गई।


इस मामले में ड्यूटी पर मौजूद डॉ. पूरणमल ने बताया कि मरीज अंतिम स्टेज में अस्पताल में लाया गया था और वृद्धा का समय पर उपचार शुरू कर दिया गया था। इसके कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया।

एसपी ने किया थाने का निरीक्षण

रानीवाड़ा  एसपी दीपककुमार ने शनिवार को स्थानीय पुलिस थाना का निरीक्षण किया। इस दौरान एसपी ने करीब दो घंटे तक पुलिस अधिकारियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर वार्ता की। उन्होंने पुराने केस फाइलों की गहन जांच की और कर्तव्य का पालन सक्रियता से करने के आदेश दिए। एसपी ने पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर संतोष जाहिर किया। निरीक्षण के बाद एसपी ने ग्रामीणों से भी मुलाकात कर समस्याएं जानी। इस मौके ग्रामीणों ने रानीवाड़ा मुख्यालय पर उपाधीक्षक कार्यालय स्वीकृत कराने के लिए राज्&52द्भ;य सरकार को पत्र लिखने का अनुरोध किया। साथ ही रात्रि गश्त बढ़ाने के लिए स्टाफ बढ़ाने की मांग रखी। इस अवसर पर थानाधिकारी रामचंद्र मीणा सहित अंबालाल जीनगर, सज्जनसिंह राव व पुरेश पटेल समेत कई जने मौजूद थे।

करड़ा . जालोर एस पी दीपक कुमार ने शनिवार दोपहर को करड़ा थाने का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें सलामी भी दी गई। एसपी ने भवन और आवश्यक रिकॉर्ड का अवलोकन कर अपराध की रोकथाम के लिए थानाधिकारी राजेंद्रसिंह को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने थाना क्षेत्र में हुए अपराधों पर भी चर्चा कर जानकारी ली। इस मौके भीनमाल उप अधीक्षक जयपालसिंह यादव, एएसआई बद्रीदान, हेड कांस्टेबल मोटाराम व मांगीलाल मौजूद थे।