सोमवार, 5 मार्च 2012

11वीं से 18वीं सदी के शिलालेख मिले

रियां सेठों की, पीपाड़, खारिया, अरटिया कलां, संखवास, हुरड़ी, सिलारी व बुचकला आदि गांवों से करीब 22 अप्रकाशित शिलालेख खोजे गए हैं। ये शिलालेख 11वीं से 18वीं शताब्दी के हैं। ये शिलालेख मोहणोत परिवार, चौहान, मेड़तिया राठौड़, चंपावत राठौड़, श्रीमाली ब्राह्मण व भाटी वंश से संबंधित हैं।

इंटेक द्वारा स्वीकृत प्रोजेक्ट के तहत विशेषज्ञ डॉ. विक्रमसिंह भाटी ने इन गांवों से शिलालेख खोजे हैं। रियां सेठों की स्थित मोहणोत परिवार की 20 स्तंभों की कलात्मक छतरी का भी पता लगाया गया।

इसके बाहरी स्तंभों में लगे अभिलेख से पता चलता है कि गोरधनदास ने विक्रम संवत 1841 की फाल्गुन सुदी 1 को छतरी की नींव रखी। रघुनाथदास हरजीमल ने इसका निर्माण कराया। मोहणोत सेठ जीवणदास ने विक्रम संवत 1844 की माघ सुदी 15 को छतरी पर कलश चढ़ाया था।

दस दिन में गिरा दूसरा मिराज



जयपुर। सवाई माधोपुर बामनवास के भांवरा गांव की पहाडिय़ों में वायु सेना का लड़ाकू विमान मिराज- 2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान मध्यप्रदेश के ग्वालियर एयरबेस से उड़ा था।

 

विमान के दोनों पायलट सुरक्षित बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक तौर पर विमान के इंजन में फ्यूल लीकेज होना दुर्घटना का कारण माना जा रहा है। वायुसेना ने मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं।

जानकारी के अनुसार दोपहर 12.40 पर ग्रामीणों ने पहाडिय़ों में जोरदार धमाके की आवाज सुनी। वहां आग की लपटें और धुआं भी उठ रहा था। सूचना मिलने पर बामनवास के सीओ नरेंद्र सिंह व थानाप्रभारी सुरेश चंद मौके पहुंचे।



रास्ता दुर्गम होने के कारण बचाव के लिए दुर्घटनास्थल तक पहुंचने में पुलिस को काफी परेशानी हुई। वायुसेना अपने हेलीकॉप्टरों की सहायता से दुर्घटना स्थल पर उतरने की तैयारी कर रही है।





पिछले 10 दिनों में मिराज-2000 की यह दूसरी दुर्घटना है। इस श्रेणी का एक प्रशिक्षण विमान 24 फरवरी को मध्य प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, लेकिन विमान के दोनों पायलट जान बचाने में कामयाब रहे थे।

एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 संयुक्त भारतअमरिका अभ्यास राजस्थान में प्रारंभ


एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 
संयुक्त भारतअमरिका अभ्यास राजस्थान में प्रारंभ 

एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 की शुरूआत, आज सुबह महाजन, राजस्थान में दोनों देशों के राष्ट्र ध्वजों के फहराने एवं ॔॔जन गण मन ... ’’ व ॔॔द स्टार स्पेन्गल्ड बैनर’’ की धुनों के साथ एक संक्षिप्त व प्रभावी उद्घाटन समारोह में हुई। भारतीय और अमरीकी सैनिक, अपने प्दिंदजतल ब्वउइंज टमीपबसमे ;प्ब्टद्ध एवं ।तउवनतमक च्मतेवददमस बंततपमत ;।च्ब्द्ध के साथ दोनों तरफ खड़े हुए और परेड का निरीक्षण कर रहे भारत एवं अमरीका के दो वरिष्ठतम अधिकारियों की विधिपूर्वक सैल्यूट किया। 

अमरीकी टोली का प्रतिनिधित्व कर्नल थॉमस जे रॉय, कमाण्डर द्धितीय इंजीनियर ब्रिगेड, संयुक्त राज्य सेना ने किया। उनके भारतीय समकक्ष ब्रिगेडियर बी एस थनोआ ने अपने उद्घाटन भाषण में दोनों देशों के सामुहिक व महत्वपूर्ण सहभागी विचारों प्रजातन्त्र, स्वतंत्रता, समानता व न्याय को रेखांकित किया। 

दो सप्ताह लम्बे अभ्यास में एक अमरीकी सैनिक कम्पनी और इतने ही दक्षिण पश्चिम कमान के भारतीय सैनिक भाग ले रहे हैं। इससे उन्हें संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक, जिसमें मैकनाइज्ड बल शामिल होते हैं, के रूप में अपनी युक्ति एवं तकनीकी कौशलों को निखारने में मदद मिलेगी। दोनों तरफ से निगरानी एवं ट्रेनिंग के लिए उन्नत उपकरण, आतंकवादियों से आमनेसामने की लड़ाई के लिए विशेष हथियार, विस्फोटक व प्उचतवअपेमक म्गचसवेपअम क्मअपबम ;प्म्क्द्ध का पता लगाने वाले उपकरण तथा अत्याधुनिक संचार उपकरणों को लगाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र शांति कार्यवाहियों के दौरान आने वाले संभावित खतरों से निपटने के लिए दोनों दलों द्वारा तैयार की गई टैक्टिकल डि्र्लों का संयुक्त अभ्यास मार्च के दूसरे सप्ताह में होगा। 

रविवार, 4 मार्च 2012

अर्धनग्न महिलाओं ने किया पुलिस के सामने प्रदर्शन

मास्को.रूस के प्रधानमंत्नी और राष्ट्रपति चुनाव में यूनाईटेड रशिया पार्टी के उम्मीदवार व्लादीमीर पुतिन जैसे ही रविवार अपना मत देकर मतदान केन्द्र से बाहर निकले वैसे ही उनके शासन से खिन्न अर्धनग्न महिला प्रदर्शनकारियों ने मतदान केन्द्र पर धावा बोल दिया।

 



रूस के रशिया टुडे टेलीविजन नेटवर्क की रिपोर्ट के मुताबिक ये महिलाएं 'फेमेन' नामक महिला अधिकारों के लिये काम करने वाले समूह से जुड़ी हुई थीं। इन प्रदर्शनकारियों ने मतदान केन्द्र से मत-पेटियों को चुराने का प्रयास किया।





इनके सीनों पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ था 'मैं पुतिन के लिए चोरी करूंगी' इस नारे को पुतिन समर्थक आंदोलनकारियों के खिलाफ् एक कटाक्ष के तौर पर लिया जाता है जो महिलाओं के सौंदर्य का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने के लिए करते आए हैं।





महिला प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही मतदान केन्द्र में अपने ओवरकोट उतारकर पुतिन विरोधी नारे लगाने शुरु किए वैसे ही वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी हरकत में आ गए और प्रदर्शनकारियों को तुरंत हिरासत में ले लिया गया।





फेमेन की स्थापना 2008 में यूक्रेन में हुई थी। इस संगठन से जुडे कार्यकर्ता इससे पहले भी महिलाओं से जुडे विभिन्न मुद्दो पर अर्धनग्न प्रदर्शन करते रहे हैं। फेमेन यूक्रेन में बढ़ रहे सेक्स-पर्यटन के खिलाफ् भी समय-समय पर आवाज उठाता आया है।





उल्लेखनीय है कि रूस में रविवार को राष्ट्रपति चुनावों के लिए मतदान प्रक्रिया चल रही है। इस चुनाव में पुतिन के जीतने की पूरी संभावना जताई जा रही है।





पुतिन के अलावा रूसी कम्युनिस्ट पार्टी (केपीआरएफ्) की ओर से गेन्नादी झिगानोव,दक्षिणपंथी दल लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से व्लादीमिर झिरीनोवस्की,सोशल डेमोक्रेटिक दल जस्ट रशिया की ओर से सेर्गेई मिरोनोव और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मिखाईल प्रोखोरोव मैदान में हैं।


प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये

 प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये 

बाड़मेर दोहरे हत्याकांड के बाद आज सुबह दोनों मृतकों का पोस्ट मार्टम बालोतरा के नाहटा अस्पताल में हुआ सुबह मृतकों के परिजनों ने शव लेने से मन कर दिया सुबह तक सेकड़ो की संख्या में विश्नोई समाज के लोग अस्पताल पहुचने लगे और उन्होंने बालोतरा थाना धिकारी पर हत्यारों का साथ देने के आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की और मृतकों के परिजनों को मुआवजा व् सरकारी नौकरी की मांग की और सेकड़ो की संख्या में उपखंड कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए स्तिथि को देखते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर व् पुलिस अधीक्षक सभी अधिकारिओ के साथ वहा पहुचे जहा उन्होंने समाज के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर उचित कार्यवाही की बात कही दिन भार चले इस घटना क्रम के बाद करीब चार बजे अधिकारिओ ने धरने पर बैठे लोगो को थानाधिकारी को बल्त्र से हटा कर उनका मुख्यालय बाड़मेर करनी की बात कही और अपराधियों की मोबाईल की काल डिटेल में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के बात होने जाँच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वाशन दिया !अतिरक्त जिला कलेक्टर ने मुआवजे के लिए जिला प्रशासन की और हर संभव मदद का भरोषा दिलाया तब जाकर धरना समाप्त हुआ और प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये !

होली का आगाज आज, पाट बैठेंगे घुंघराले भैरुजी





होली का आगाज आज, पाट बैठेंगे घुंघराले भैरुजी



बालोतरा
होली के देवता घुंघराले भैरुजी के विवाह को लेकर पाट बिठाने की रस्म के साथ ही रविवार सुबह 10 बजे पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ होली का आगाज होगा। श्रद्धालु मगराज जिंदल ने बताया कि पाट मुहूर्त के समय भैरुजी का शृंगार करने के साथ फूल बंगला, धूप व अगरबत्ती पूजन के साथ श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया जाएगा। पाट बिठाने की रस्म अदायगी के साथ होली पर्व का आगाज किया जाएगा। इसके तहत रविवार से होली तक प्रतिदिन धूप, आरती व प्रसादी का वितरण कार्यक्रम होगा। प्रतिदिन दोपहर 3 से शाम 5.30 तथा रात 9 से 12.30 बजे तक नृत्य कलाकारों की ओर से होली फाग के गीतों के साथ रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जाएगी। सात मार्च की रात 8.30 बजे भैरु बाजार से बैंड बाजों की धुन पर घुंघराला भैरुजी की बारात रवाना होगी। बारात जूनाकोट, श्रीमालियों का चौक होते हुए लोहाणा चौक पहुंचेगी। यहां पर नृत्य कलाकार फाग गाएंगे। बारात लोहाणों का चौक से संभवनाथ चौक, श्री नृसिंह मंदिर, श्री केसरियानाथ मंदिर व सायर थाना होकर बलदेवजी की पोल में शाह हस्तीमल मदनलाल हीरालाल श्रीश्रीमाल के यहां जाएगी। तोरण व मिलनी की रस्म के बाद बाराती भैरु बाजार जानीवासा में विश्राम करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर मनोज कांकरिया, गौतमचंद गोलेच्छा, रमेश कोठारी, सोहनलाल कंदोई, महावीर सालेचा व जिनेश सालेचा सहित कई कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं।

जैसलमेर. पुस्तक का लोकार्पण करते अतिथि।

जैसलमेर. पुस्तक का लोकार्पण करते अतिथि।

शोध का अपना एक दर्शन होता है

जैसलमेर. एसबीके राजकीय महाविद्यालय में शनिवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में आधुनिक शोध प्रविधियां एवं प्रक्रियाएं विषय पर बोलते हुए मुख्य अतिथि प्राचार्य डा. जेके पुरोहित ने कहा कि शोध का अपना एक दर्शन होता है। अनुसंधान की प्रेरणा से लेकर परिणति तक शोधार्थी को प्रविधि एवं प्रक्रियाओं को आत्मसात करना होता है। विशिष्ट अतिथि उपपंजीयक बाड़मेर बद्रीनारायण बिश्नोई ने कहा कि सामाजिक अनुसंधान समाज के विद्वानों को नई दिशा देता है। सेमिनार संयोजक डा. उम्मेदसिंह इंदा ने कहा कि आधुनिक शोध सुनियोजित, सुनिश्चित कार्य विधि, विशिष्ट उद्देश्यों के लिए किए जा रहे है। मॉडल कॉलेज प्रभारी एमआर सोऊ ने सेमिनार की विषय वस्तु एवं मॉडल कॉलेज की जानकारी दी। इस अवसर पर डा. स्नेहलता की पुस्तक गठबंधन सरकार में प्रधानमंत्री की भूमिका का लोकार्पण भी किया गया। इस अवसर पर डा. अरुण जाखड़, भंवरीदेवी, सुनीता शर्मा, विरेन्द्रसिंह, अमित कुमार, पीआर चौधरी, विजय कुमार कांटीवाल, अनिल मीणा, रविशंकर सैनी, डा. मुरलीधर कटारिया, डा. चित्रा छीपा, डा. नवीन जोशी, तेजस हिरानी आदि ने शोधपत्र का वाचन किया। कार्यक्रम का संचालन डा. अशोक तंवर ने किया अंत में संयोजक डा. इंदा ने आभार प्रकट किया।

स्वर्णनगरी में होली के दिन बादशाह व जिंदा-ङ्क्षजदी के स्वांग रचने की चली आ रही है परंपरा होली के दिन दुर्ग के व्यासा पाड़ा में सजेगा दरबार तो चैनपुरा में बनेंगे जिंदा-जिंदी


एक तरफ सजता है बादशाह का दरबार तो दूसरी तरफ जिंदा-जिंदी के स्वांग



स्वर्णनगरी में होली के दिन बादशाह व जिंदा-ङ्क्षजदी के स्वांग रचने की चली आ रही है परंपरा
होली के दिन दुर्ग के व्यासा पाड़ा में सजेगा दरबार तो चैनपुरा में बनेंगे जिंदा-जिंदी



जैसलमेर
स्वर्णनगरी जैसलमेर में होली का त्यौहार अपनी अनूठी परंपराओं के चलते काफी लोकप्रिय है। स्वर्णनगरी में होली की धूम फाल्गुन शुक्ला एकम से चैत्र कृष्ण एकम तक चलती है। गेरियों की ग्यारस से निकलने वाली गेरों की धूम तथा नगर अराध्य लक्ष्मीनाथ में फाग की धूम के साथ ही धूलंडी के दिन दो निराली परंपराओं का निर्वाह अभी भी हो रहा है। एक तरफ भगवान शंकर और पार्वती का स्वांग तो दूसरी तरफ दुर्ग के व्यासा पाड़ा में सजता है बादशाह का दरबार।

दुर्ग में सजता है दरबार:होली पर बादशाह का दरबार सजाने की एक दिलचस्प परंपरा है। सोनार दुर्ग के व्यासा पाड़ा में व्यास जाति के पुष्करणा ब्राह्मण ही होली पर बादशाह बनते है। इतिहासकार नंदकिशोर शर्मा बताते है कि इस संबंध में प्रचलित कथा के अनुसार महारावल लक्ष्मण के काल में पंजाब का एक ब्राह्मण रामरक्ष दिल्ली से भागकर जैसलमेर राज्य में शरण मांगता है। व्यास जाति का वह ब्राह्मण पेशे से वैद्य था। उसने दिल्ली के तत्कालीन बादशाह के साध्य रोग का इलाज किया था। इससे प्रसन्न होकर बादशाह अपनी पुत्री की शादी उससे करना चाहता था। इस शर्त पर रामरक्ष राजी न था और वहां से भाग निकला। जैसलमेर के महारावल से उसे सम्मान देकर यहां के कुल पुरोहित की पुत्री से शादी भी करवा दी। जब यह संदेश बादशाह तक पहुंचा तो रामरक्ष को पकडऩे के लिए जैसलमेर में सैनिक भेजे। संयोग से उस दिन धूलंडी थी। महारावल को विवाद टालने का बहाना मिल गया। उसे होली के स्वांग के रूप में बादशाह बनाकर बिठा दिया गया। जिससे संतुष्ट होकर सैनिक वहां से चले गए। रामरक्ष के एक पुत्र भी था उसे शहजादा बना दिया गया था। उसी दिन से होली के अगले दिन बादशाह का दरबार सजाने की परंपरा चल पड़ी।

बादशाही बरकरार-शहजादा सलामत: धूलंडी के दिन व्यासा पाड़ा में समस्त लोग एकत्र होकर सर्व सम्मति से बादशाह व शहजादे का चुनाव करते है। जिसके बाद व्यासा पाड़ा में बादशाह का दरबार सजाया जाता है। दरबार सजने के बाद बादशाह व शहजादे को पालकी पर बिठा कर व्यासा पाड़ा से जैन मंदिर, कुंड पाड़ा होते हुए सवारी निकाली जाती है। रास्ते में लोगों द्वारा बादशाह का स्वागत किया जाता है। इस दौरान बादशाह पर कोई भी गुलाल नहीं छिड़कता है। साथ ही बादशाही बरकरार व शहजादा सलामत का जयघोष किया जाता है। कालांतर में इसके साथ बादशाह बनने वाले को पूरी जाति को गोठ(पार्टी) देने की परंपरा जुड़ गई लेकिन वह आवश्यक नहीं है।

जिंदा-जिंदी का करते है पूजन

एक तरफ दुर्ग में बादशाह का दरबार सजता है वहीं दूसरी तरफ नगर के चैनपुरा मौहल्ला में जिंदा जिंदी का स्वांग रचाया जाता है। गिरधर लाल पुरोहित ने बताया कि धूलंडी के दिन दो युवकों को जिंदा-जिंदी बनाया जाता है। जिन्हें शिव व पार्वती का रूप माना जाता है। जिंदा-जिंदी के साथ ही चैनपुरे की गैर निकलती है जो पहले पूरे मौहल्ले में घुमती है। हर परिवार द्वारा उनका पूजन किया जाता है तथा गैरियों द्वारा हालरा(खुशी व उल्लास के गीत) गाए जाते है। साथ ही गोठ के लिए सहयोग राशि भी एकत्र की जाती है। शेष त्नपज १५

चैनपुरे की गैर दुर्ग से आने वाली लक्खूबीरे की गेर के साथ मिलकर महारावल के निवास पहुंचती है। वहां से चैनपुरे व लक्खूबीरे की गेर दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर जाती है जहां लक्ष्मीनाथजी के हालरा गाने के बाद गैर समाप्ति की घोषणा होती है। इसी के साथ धूलंडी का त्यौहार भी खत्म होता है।

मानसिक विकास के लिए पढ़ें अच्छी पुस्तकें : कर्नल


  मानसिक विकास के लिए पढ़ें अच्छी पुस्तकें : कर्नल

वार्षिकोत्सव आयोजित
. भियाड़ मातेश्वरी विद्या मंदिर भियाड़ में शनिवार को वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर परेऊ मठ के महंत औंकार भारती ने कहा कि बच्चे की प्रथम गुरु मां व शिक्षक होता है। उन्होंने कहा कि बच्चों का मन कोमल होता है। बचपन में सिखाई बातें उनके भविष्य को प्रभावित करती है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बच्चों से कोई भी नशीली चीज नहीं मंगवाएं।

पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्रसिंह ने कार्यक्रम में देर से पहुंचने पर माफी मांगते हुए बच्चों से कहा कि ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ें, जिससे मानसिक विकास होता है। पढ़ाई के साथ खेलकूद पर भी ध्यान दें। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गोरधन लाल पंजाबी ने कहा कि आज के युग में गुणात्मक शिक्षा जरुरी है। हमें संस्कारवान बनकर प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर आगे बढऩा है। समाजसेवी नवलकिशोर गोदारा ने कहा कि हमें गांव के विकास के लिए शिक्षा केंद्रों की स्थापना सुदृढ़ करनी चाहिए। इस अवसर पर आजादसिंह राठौड़, बालसिंह मारुड़ी व स्वरूपसिंह चाडी ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। प्रबंधक राजेंद्रसिंह भियाड़ ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके नवलकिशोर गोदारा ने इक्कीस हजार व मोहनलाल सोनी ने पांच रुपए विद्यालय को देने की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन रघुवीरसिंह तामलोर ने किया।


शूटिंग चैम्पियनशिप में गुजरात फ्रंटियर ने जीती रैना ट्रॉफी

शूटिंग चैम्पियनशिप में गुजरात फ्रंटियर ने जीती रैना ट्रॉफी



बाड़मेर  अखिल भारतीय इंटर फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल शूटिंग चैम्पियनशिप सीएसड्ब्ल्यूटी इंदौर में आयोजित हुई। प्रतियोगिता में 123 अंक प्राप्त कर गुजरात फ्रंटियर की शूटिंग टीम ने बेहतर प्रदर्शन करने के साथ जनरल रैना ट्रॉफी पर कब्जा किया।

24 से 29 फरवरी तक चली प्रतियोगिता में सीमा सुरक्षा बल के सभी फ्रंटियर की टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में 107 अंक के साथ उत्तर बंगाल फ्रंटियर की टीम दूसरे स्थान पर रही, वहीं तीसरे स्थान पर 89 अंक प्राप्त करने वाली राजस्थान फ्रंटियर की टीम रही। टीम को पुरस्कार वितरण सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक यू.के बंसल भापुसे ने किया।गत वर्ष गुजरात फ्रंटियर की टीम आठवें स्थान पर रही। लेकिन इस बार कमांडेंट वीरेंद्र सिंह शेखावत के प्रशिक्षण व कोच एच.के हनीफ खान, सहायक कमांडेंट के निर्देशन में प्रतियोगियों ने कठिन परिश्रम व लगन के साथ इस बार पहला स्थान हासिल किया।प्रतियोगिता का सबसे अहम मैच जिसमें पूरा सेक्शन भाग लेता है उसमें 78 बटालियन जालीपा की टीम चैम्पियन रही।ओवरऑल जनरल रैना ट्रॉफी के अतिरिक्त मशीन कार्बाइन चैलेंज कप, कॉम्बेट ट्रॉफी व प्लाटून वेपन ट्रॉफी भी गुजरात फ्रंटियर की टीम ने जीती।

सेक्शन टीम के कप्तान शैलेंद्र सिंह यादव, सहायक कमांडेंट, कोच व फ्रंटियर के प्रतियोगियों को उनके आगमन पर 78 बटालियन जालीपा के प्रांगण में समादेष्टा वीरेंद्र सिंह शेखावत व सभी कार्मिकों का फूल मालाओं से स्वागत किया। यह पहला अवसर है जब गुजरात फ्रंटियर ने अखिल भारतीय स्तर की शूटिंग प्रतियोगिता जीती है। 78 बटालियन में प्रशिक्षित गुजरात फ्रंटियर की वालीबॉल टीम भी अंतर फ्रंटियर वालीबॉल चैंपियनशिप में हाल ही में विजेता रही। महानिरीक्षक गुजरात फ्रंटियर ए.के सिन्हा ने समादेष्टा 78 बटालियन को बधाई दी।

फिर तो हवलदार करेंगे थानेदारी?

फिर तो हवलदार करेंगे थानेदारी?
बाड़मेर। यदि यही हाल रहा तो फिर हवलदार थानों में थानेदारी करते नजर आएंगे। पुलिस उप निरीक्षक (सब-इंस्पेक्टर) के रिक्त पदों के चलते पुलिस महकमे को अनुसंधान अधिकारियों की कमी खल रही है और हवलदारों के कंधों पर थानेदारी आ गई है। हालत यह है कि पुलिस उप निरीक्षकों के करीब पचास फीसदी पद खाली चल रहे हैं।

पुलिस महकमे की महत्वपूर्ण कड़ी पुलिस उप निरीक्षक है। थानों में दर्ज होने वाले अधिसंख्य मामलों की जांच पुलिस उप निरीक्षक स्तर के अधिकारियों द्वारा की जाती है। राज्य में सब-इंस्पेक्टर की भर्ती अंतिम बार 2005 में हुई थी। वर्ष 2009 में निकली सब-इंस्पेक्टर की भर्ती अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। हालांकि यह भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद विभाग को 500 सब-इंस्पेक्टर मिल जाएंगे, लेकिन फिलहाल स्थिति यह है कि पुलिस महकमा गहरे संकट से जूझ रहा है।

यह है जोधपुर रेंज का हाल
जोधपुर रेंज में सब-इंस्पेक्टर के करीब एक सौ पद रिक्त चल रहे हैं। प्रत्येक रेंज में रिक्त पदों की संख्या का आंकड़ा एक सौ से अधिक ही है। जोधपुर रेंज में बाड़मेर जिले में सब-इंस्पेक्टर के 23, जैसलमेर में 14, सिरोही में 10, जालौर में 7, जोधपुर ग्रामीण में 12 व पाली में 20 पद रिक्त है। ये रिक्त पद पूरे महकमे के लिए सिरदर्द बने हुए हैं।

अब हवलदारों का सहारा
पुलिस उप निरीक्षक के अधिकारियों की कमी होने के कारण मामलों की जांच की भार हवलदारों के जिम्मे आ गया है। ए एस आई स्तर के अधिकारियों की अधिक उम्र व अन्वेषण में विशेषज्ञता नहीं होने के चलते ऎसी हकीकत बनी है। यदि यही हाल रहा तो कुछ थानों में हवलदारों को थानाधिकारी का दायित्व भी संभालना पड़ सकता है।

न्याय में देरी
पुलिस मुख्यालय के निर्देश है कि बकाया मामलों का आंकड़ा पांच प्रतिशत से अधिक नहीं रहना चाहिए, लेकिन सब-इंस्पेक्टर के रिक्त पदों के चलते यह आंकड़ा करीब पंद्रह प्रतिशत पर चल रहा है। इस हालत में पुलिस के स्तर पर ही न्याय में देरी हो रही है।

गंभीर समस्या है
रिक्त पदों की समस्या सब जगह है। बाड़मेर जिले में सब-इंस्पेक्टर के करीब पचास फीसदी पद रिक्त है। पुलिस महकमे के लिए यह गंभीर समस्या है। सब-इंस्पेक्टर भर्ती पूर्ण होने के बाद राहत मिलेगी।
-संतोष चालके, पुुलिस अधीक्षक, बाड़मेर

एक दिन की "बेटी"....

 एक दिन की "बेटी"....

बाड़मेर। निर्दयता व निर्ममता शब्द भी छोटा लगता है। जिसको नौ महीने तक कोख में पाला और जैसे ही पता चला कि वह "बेटी" है, जंगल में फैंक दिया, लेकिन कहते है मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है। रात भर यह नन्हीं जान गड्ढे मे पड़ी सांसे लेती रही और जीवन के लिए संघर्ष करती रही। सुबह इसकी आवाज किसी दूसरी बालिका ने सुनी वह दौड़ी दौड़ी घर गई। ढाणी के लोगों ने पुलिस को सुपुर्द किया और अब यह जिंदगी की जंग लड़ रही है।

सिणधरी क्षेत्र के गोलिया जीवराज गांव में शनिवार की सुबह एक बालिका को किलकारी सुनाई दी। उसने देखा तो एक नन्हीं बच्ची तड़प रही है। इसने अपने परिवार के लोगों को जानकारी दी। ग्रामीणों ने सिणधरी पुलिस को सूचना दी। एएसआई डूंगरसिंह और कांस्टेबल ताजाराम मौके पर पहुंचे। बच्ची को देखते ही तत्परता दिखाते हुए सिणधरी अस्पताल लाए। यहां सुविधा नहीं होने पर बालोतरा रेफर किया गया। बालोतरा के डॉ. एन एल गुप्ता बताते हंै कि उपचार प्रारंभ कर दिया है। बच्ची रात भर खुले में रहने से गंभीर है। उसे वेन्टीलेटर पर रखने की जरूरत है, इसलिए जोधपुर या जयपुर भेजना पड़ेगा।

पुलिस का अच्छा प्रयास
एएसआई डूंगरसिंह और ताजाराम ने न केवल इस बच्ची को अस्पताल मे दाखिल करवाया बल्कि वे तुरंत ऎसी संस्थान की तलाश में जुट गए जो बच्चों को पालती है। चाइल्ड लाइन बाड़मेर से जुड़े धारा संस्थान के महेश पनपालिया से मुलाकात की। पनपालिया के अनुसार अब इस बच्ची को चाइल्ड लाइन की देखरेख में लेकर जयपुर उपचार के लिए शीघ्र रेफर कर देंगे। हरसंभव कोेशिश कर इस नन्हीं जान को बचाया जाएगा।

व्यवस्थाओं की पोल खुली
सिणधरी और बालोतरा में वेन्टीलेटर की सुविधा नहीं होेने से नवजात शिशुओं को कई बार बचाना मुश्किल हो जाता है। इन बच्चों को जोधपुर जयपुर भेजना पड़ता है। वेन्टीलेटर मोबाइल वेन भी नहीं है। ऎसे में ये पूरी "रिस्क" में ये लंबा सफर तय करते है।

मामला दर्ज
पुलिस थाना सिणधरी में अणदा भारती पुत्र जीवा भरती की ओर से मिली इत्तिला के आधार पर मामला भी दर्ज किया गया है।

पाक में लड़की के प्रेम विवाह का बदला लड़के के घर की महिलाओं से लिया

लाहौर.पाकिस्तान के लाहौर में दिल दहला देने वाली घटना के तहत एक लड़की के प्रेम विवाह करने से नाराज उसके 100 से ज्यादा सम्बन्धियों ने उसके पति के घर पर हमला कर दिया और बदले में उसकी 50 वर्षीय मामी को अर्धनग्न कर उसे गलियों में घुमाया तथा अन्य महिलाओं को अपमानित किया और एक का अपहरण तक कर लिया।

 



पुलिस ने बताया कि यह घटना मुज्जफरगढ की बस्ती शेरवाली इलाके की है जहां अदरा नाम की इस लडकी ने कुछ दिनों पूर्व नादिर के साथ प्रेम विवाह कर लिया।





लड़की की इस हिमाकत से आग बबूला उसके गांव के 100 से ज्यादा लोगों ने आज लड़के के घर पर हमला बोल दिया। उन्होंने उसकी 50 वर्षीय मामी को अपमानित किया और अन्य महिलाओं को प्रताड़ित किया तथा एक का अपहरण भी कर लिया।





घटना की सूचना मिलने के बाद कुंडई पुलिस ने 61 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

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बाइक बोर्ड से टकराई, चालक की मौत

सिवाना. बालोतरा रोड स्थित पादरड़ी तिराहे पर शुक्रवार रात एक मोटरसाइकिल सांकेतिक बोर्ड से टकरा गई, इससे बाइक चालक की मौत हो गई। हेड कांस्टेबल अमराराम ने बताया कि रात करीब 9.30 बजे पादरड़ी तिराहे पर गाय को बचाने के चक्कर में बाइक फिसलते हुए सांकेतिक बोर्ड से टकरा गई। दुर्घटना में मोटरसाइकिल सवार ओमसिंह पुत्र कालूसिंह (23) रावणा राजपूत निवासी सिवाना की मौत हो गई। मृतक स्थानीय डिस्कॉम कार्यालय में हेल्पर के पद पर कार्यरत था। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को राजकीय अस्पताल पहुंचाया। शनिवार को मृतक का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया गया।

ढाणी जलाने का मामला दर्ज

बालोतरा. मंडली थानांतर्गत खेत में बनी ढाणी जलाने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार घीसाराम पुत्र मंगलाराम जाट निवासी वरलियावासजी थाना लूणी ने इस्तगासा पेश कर बताया कि नागाणा गांव सरहद में स्थित उसकी ढाणी में सूजाराम पुत्र पांचाराम मेघवाल निवासी रामदेवपुरा नागाणा वगैरह 4 ने मिलकर आग लगा दी।

बावड़ी कला सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज

बाड़मेर.चौहटन थानातंर्गत बावड़ी कला सरपंच के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत कर चुनाव लडऩे का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि कमल सिंह निवासी बावड़ी कला ने न्यायालय से इस्तगासे के जरिए मामला दर्ज करवाया कि बावड़ी कला सरपंच गोगी देवी ने सरपंच चुनाव के दौरान उम्मीदवार के तौर पर फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए। जबकि उसका वास्तविक नाम जोगी देवी है। वहीं उम्र संबंधी दस्तावेज भी झूठे प्रस्तुत किए । पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

वाहन भिड़ंत में एक घायल

गुड़ामालानी. मालियों की ढाणी में मेगा हाइवे पर एक ट्रक व बोलेरो के बीच भिड़ंत हो गई जिसमें एक जना घायल हो गया। लुणू खुर्द निवासी गणपत सिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि सड़क हादसे में बोलेरो चालक बांदरा निवासी खुमाण सिंह पुत्र प्राग सिंह घायल हो गया जिसे इलाज के लिए सामुदायिक अस्पताल गुड़ामालानी लाया गया।



दहेज के लिए प्रताडि़त कर गहने हड़पने का आरोप

विवाहिता ने पति समेत तीन जनों के खिलाफ दर्ज करवाया दहेज प्रताडऩा का मामला

बाड़मेर

रामसर थानातंर्गत एक विवाहिता को दहेज के लिए प्रताडि़त करने का मामला न्यायालय के इस्तगासे के जरिए दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि सांजटा हाल भंवरलाई निवासी महिला ने न्यायालय में इस्तगासे के जरिए थाने में मामला दर्ज करवाया कि उसका पति पूनमाराम पुत्र गोरधनराम, जेठानी चंपा पत्नी भेराराम व मूलाराम पुत्र उदाराम ने उसे दहेज के लिए प्रताडि़त किया। बाद में गहने हड़पकर उसे घर से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया।

जब इस मशहूर एक्ट्रेस ने कुबूल ली थी वेश्यावृत्ति करने की बात!

सत्तर के दशक के शुरुआती दौर की बात है। उस समय धीरेंद्र किशन इंडस्ट्री के मशहूर फोटोग्राफर हुआ करते थे। उनका इतना ज्य़ादा नाम था कि इंडस्ट्री में न्यू एंट्री पाने वाला हर एक्टर धीरेंद्र जी से ही फोटोशूट करवाता था। उन्होंने माला सिन्हा, साधना, आशा पारेख, शर्मिला टैगोर, राखी, नंदा आदि उस दौर की फेमस अभिनेत्रियों के फोटोशूट किए थे। मैं जब मुंबई में नया-नया आया था तो धीरेंद्र जी ने मेरी काफी मदद की थी।
 

यहां तक कि मैं सांताक्रुज़ स्थित रंग महल गेस्ट हाउस में उनके साथ ही ठहरता था। मैं उनका थोड़ा-बहुत काम भी कर दिया करता था। $खैर, धीरेंद्र जी ने पहले कभी माला सिन्हा की फोटोशूट की थी, जिसके ७०० रुपए बाकी थे। उन्होंने मुझे बिल देकर माला जी के घर से रुपए लाने को कहा। मैं जब माला जी के घर पहुंचा तो वहां पर पहले से काफी भीड़ लगी थी।



माला जी तो मिलीं नहीं, लेकिन उनके पिता अल्बर्ट सिन्हा घर पर ही थे। मैंने उनके वाचमैन से मिलने का आग्रह किया तो उसने बोला कि साहब बिज़ी हैं, बाद में आना। जब वाचमैन से बात नहीं बनी तो मैंने वहां पर मौजूद उनके ड्राइवर से बात की। उनके ड्राइवर ने मेरा मैसेज़ अल्बर्ट तक पहुंचाया और वापस आकर बोला कि साहब फिल्म की स्क्रिप्ट में बिज़ी हैं, फिर किसी और दिन आना।



असल में अल्बर्ट जी किसी का बकाया पैसे देने में बहुत ना-नुकुर करते थे। खैर, मैंने परेशान होकर वहीं से धीरेंद्र जी को फोन किया और वहां की स्थिति से वाकिफ़ कराया तो धीरेंद्र जी ने कहा- 'वापस चले आओ, उनके यहां पर इन्कम टैक्स का छापा पड़ा है।' मैं वहां से वापस लौट आया। हैरत की बात तो यह है कि माला सिन्हा के घर में इन्कम टैक्स वालों ने उनके बाथरूम की एक दीवार से १२ लाख रुपए नकद बरामद किए थे।



उस दौर में इतनी रकम बहुत मायने रखती थी। अल्बर्ट जी उन रुपयों को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कोर्ट में गुहार लगाई। कोर्ट ने उनसे पूछा कि आपके घर इतनी बड़ी रकम कहां से आई...? जवाब मेें अल्बर्ट जी ने कहा- 'ये रुपए मेरी बेटी माला सिन्हा द्वारा फिल्मों से कमाए हुए हैं।'



कोर्ट ने माला सिन्हा से कहा- 'इन रुपयों की वापसी एक ही कंडीशन में हो सकती है। अगर तुम लिखित में यह स्वीकार करो कि यह रकम तुमने व्यक्तिगत तरीके (वेश्यावृत्ति) से कमाई है...!' उस दौर की इतनी बड़ी स्टार के लिए यह स्वीकार करना काफी मुश्किल था, लेकिन माला जी को भी अपने पिता की तरह रुपयों का बेहद मोह था। इसलिए माला जी ने कोर्ट की बात मान ली। इसके बाद उनके रुपए वापस कर दिए गए। इससे तो आपको अंदाजा लग ही गया होगा कि माला सिन्हा को पैसों से कितना प्यार रहा है!