रविवार, 4 मार्च 2012

मानसिक विकास के लिए पढ़ें अच्छी पुस्तकें : कर्नल


  मानसिक विकास के लिए पढ़ें अच्छी पुस्तकें : कर्नल

वार्षिकोत्सव आयोजित
. भियाड़ मातेश्वरी विद्या मंदिर भियाड़ में शनिवार को वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर परेऊ मठ के महंत औंकार भारती ने कहा कि बच्चे की प्रथम गुरु मां व शिक्षक होता है। उन्होंने कहा कि बच्चों का मन कोमल होता है। बचपन में सिखाई बातें उनके भविष्य को प्रभावित करती है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बच्चों से कोई भी नशीली चीज नहीं मंगवाएं।

पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्रसिंह ने कार्यक्रम में देर से पहुंचने पर माफी मांगते हुए बच्चों से कहा कि ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ें, जिससे मानसिक विकास होता है। पढ़ाई के साथ खेलकूद पर भी ध्यान दें। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गोरधन लाल पंजाबी ने कहा कि आज के युग में गुणात्मक शिक्षा जरुरी है। हमें संस्कारवान बनकर प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर आगे बढऩा है। समाजसेवी नवलकिशोर गोदारा ने कहा कि हमें गांव के विकास के लिए शिक्षा केंद्रों की स्थापना सुदृढ़ करनी चाहिए। इस अवसर पर आजादसिंह राठौड़, बालसिंह मारुड़ी व स्वरूपसिंह चाडी ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। प्रबंधक राजेंद्रसिंह भियाड़ ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके नवलकिशोर गोदारा ने इक्कीस हजार व मोहनलाल सोनी ने पांच रुपए विद्यालय को देने की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन रघुवीरसिंह तामलोर ने किया।


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