सोमवार, 5 मार्च 2012

कार्यकारिणी के चुनाव पर विरोध जताया

कार्यकारिणी के चुनाव पर विरोध जताया

बाड़मेर जैन श्री संघ कार्यकारिणी के चुनाव को लेकर रविवार को आयोजित बैठक में प्रतिनिधि सभा ने विरोध जताया। प्रतिनिधि सभा जैन श्री संघ के सदस्य पारसमल छाजेड़ एवं लूणकरण बोथरा की ओर से जारी विज्ञप्ति में उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव प्रक्रिया सर्वसम्मति से नहीं हुई क्योंकि दो-तिहाई कार्यकारिणी सदस्यों ने इस प्रक्रिया को मंजूर नहीं किया। उनके अनुसार यह प्रक्रिया विसंगति पूर्ण है। चुनाव का विरोध करने के साथ ही कार्यकारिणी की बैठक रद्द कर दी गई। सदस्यों ने पुरानी कार्यकारिणी एवं चुनाव अधिकारी को भी विरोध पत्र भेजा जिसमें सदस्यों ने चुनाव रद्द होने की बात कही।

जैन श्री संघ के निर्वाचन अधिकारी को प्रतिनिधि सभा के पारसमल छाजेड़, संपतराज छाजेड़, चंपालाल, शंकरलाल बोथरा, लूणकरण बोथरा, चंपालाल बोथरा, सजन राज मेहता, शंकरलाल मालू, सुखरामदास, रमेश धारीवाल, संपतराम सखलेचा, पारसमल सेठिया, लूणकरण नाहटा, बंशीधर, देवीचंद गुलेच्छा, प्रकाश व भगवानदास मालू ने विरोध जताते हुए कहा इस चुनाव प्रक्रिया को स्वीकार नहीं किया । इन्होंने नई कार्यकारिणी को चार्ज नहीं देने की बात कही है।

तस्करों ने कर दी थाना प्रभारी की पिटाई

तस्करों ने कर दी थाना प्रभारी की पिटाई

जयपुर। हरियाणा से आई शराब की तस्करी को रोकने वाले सांगानेर आबकारी थाना प्रभारी की तस्करों ने पिटाई कर दी। अब आलम यह है कि आबकारी थाना सहमा हुआ है और थाना प्रभारी आबकारी कमिश्नर के सामने फरियाद लेकर पहुंची है। उन्होंने इस मामले की लिखित शिकायत कमिश्नर दिनेश कुमार को दी है, जिसमें उसने खुद को पीटे जाने की बात भी लिखी है।

दरअसल, मुखबिर की सूचना मिलने पर राजापार्क स्थित एक दुकान के पास निरीक्षण करने पहुंची महिला थाना प्रभारी ने बड़ी मशक्कत के बाद हरियाणा मार्का शराब की करीब दो दर्जन बोतलें तो जब्त की हीं, साथ ही दो लोगों को पूछताछ के लिए थाने ले आई। यहां पहुंचने के कुछ ही देर बाद थाना प्रभारी के साथ जो कुछ हुआ, उसने न सिर्फ थाना प्रभारी के होश उड़ा दिए बल्कि शराब तस्करों के हौसले की भी कहानी कह दी।

राजधानी में शराब तस्करों के हौसले कितने बुलंद हैं, इस बात का अंदाजा सांगानेर आबकारी थाने के हालात से लगाया जा सकता है। दरअसल, शराब तस्करों ने यहां पहुंच कर न सिर्फ उत्पात मचाया, बल्कि थाना प्रभारी ममता सार्दुल पर घूंसे भी बरसाए। मामला शनिवार देर रात का है। हालांकि हंगामे की सूचना मिलते ही सांगानेर व प्रतापनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उसका जोर भी समझाइश पर ही रहा। बताया जाता है कि आरोपियों में से एक व्यक्ति तो अस्पताल में इलाज करवाने के नाम पर भर्ती हो गया है, जबकि दूसरा आबकारी थाने की हिरासत में है।

आबकारी थाना प्रभारी ममता सार्दुल ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि राजापार्क में राजस्थान आबकारी विभाग की दुकान के समीप ही हरियाणा निर्मित शराब का अवैध कारोबार चल रहा है। इस पर कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग के दस्ते ने तोलाराम परवानी व किशोर सिंधी को गिरफ्तार करते हुए दुकान के पास से करीब 24 बोतलें जब्त कीं। जब दल दोनों आरोपियों को लेकर सांगानेर थाने पहुंचे, तो वहां पर आरोपियों के परिजन थाने पर आ धमके और थाना प्रभारी ममता को दोनों हाथों से पकड़ कर उन पर घूंसे बरसाना शुरू कर दिया।

सांगानेर आबकारी थाना प्रभारी ममता सार्दुल ने बताया कि गिरफ्तार शराब तस्करों के खिलाफ पूर्व में भी करीब सात मामले दर्ज किए जा चुके हैं। थाना प्रभारी ने आरोप लगाया कि गिरफ्तार किए गए शराब तस्करों के राजधानी के कई इलाकों में सरकारी शराब की दुकानों के लाइसेंस हैं।

गाजे-बाजे के साथ 'ईलोजी' को पाट बिठाया जयकारों व मंत्रोच्चार के साथ किया पूजन गाजे-बाजे के साथ 'ईलोजी' को पाट बिठाया जयकारों व मंत्रोच्चार के साथ किया पूजन


गाजे-बाजे के साथ 'ईलोजी' को पाट बिठाया

जयकारों व मंत्रोच्चार के साथ किया पूजन

बालोतरा

होली के देवता घुंघराले भैरुजी के विवाह को लेकर पाट बिठाने की रस्म रविवार सुबह 10 बजे पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार व श्रद्धालुओं के जयकारे के साथ अदा की गई। श्रद्धालु मगराज जिंदल ने बताया कि इस दौरान भैरूजी का फूल बंगला सजाने के साथ धूप व अगरबत्ती से पूजन किया गया। पाट बिठाने की रस्म के साथ होली पर्व का भी आगाज हो गया। जिंदल ने बताया कि पर्व के दौरान रविवार से होली तक प्रतिदिन धूप, आरती व प्रसादी का वितरण कार्यक्रम होगा। प्रतिदिन दोपहर 3 से सांय 5.30 तथा रात्रि में 9 से 12.30 बजे तक नृत्य कलाकारों द्वारा होली फाग के गीतों के साथ रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जाएगी। 7 मार्च को रात्रि में 8.30 बजे भैरु बाजार से बैंड बाजों की धुनों पर घुंघराला भैरुजी की बारात रवाना होगी। बारात जूनाकोट, श्रीमालियों का चौक होते हुए लोहाणा चौक पहुंचेगी। यहां पर नृत्य कलाकारों द्वारा फाग गीत पेश किए जाएंगे। बारात लोहाणों का चौक से संभवनाथ चौक, श्री नृसिंह मंदिर, श्री केसरियानाथ मंदिर व सायर थाना होकर बलदेवजी की पोल में शाह हस्तीमल मदनलाल हीरालाल श्रीश्रीमाल के यहां जाएगी। तोरण व मिलनी की रस्म के बाद बाराती भैरु बाजार जानीवासा में विश्राम करेंगे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में मनोज कांकरिया, गौतमचंद गोलेच्छा, रमेश कोठारी, सोहनलाल कंदोई, महावीर सालेचा व जिनेश सालेचा सहित कई कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं।

तुझे किन होरी खिलाई...बावरी बन आई...




तुझे किन होरी खिलाई...बावरी बन आई...
 

गेरियों की ग्यारस पर राज परिवार के सदस्यों ने लिया फाग में हिस्सा, बाद में विभिन्न समाजों की गेरें पूर्व महारावल के निवास पहुंची




जैसलमेर
वर्षों पुरानी परंपराओं को निभाने में जैसलमेरवासी सबसे आगे हैं। पारंपरिक होली उत्सव को भी यहां के लोग धूमधाम से परंपरा के अनुसार ही मनाते हैं। रविवार को फाल्गुनी ग्यारस के दिन लक्ष्मीनाथ के मंदिर में बड़ी तादाद में लोग एकत्र हुए और फाग महोत्सव में भाग लिया। परंपरा के अनुसार राजपरिवार के सदस्य विक्रमसिंह एवं दुष्यंतसिंह भी मंदिर परिसर में पहुंचे और लक्ष्मीनाथजी के साथ होली खेली। इसके बाद ब्राहमण समाज के विभिन्न धड़ों की अलग-अलग गेरे निकाली गई। लक्ष्मीनाथजी का मंदिर परिसर सोमवार को महिलाओं, पुरुषों और बच्चों से भरा हुआ था। मंदिर में भगवान की मूर्ति के सम्मुख कई युवा फाग के गीत गा रहे थे।

हर कोई रंगा था होली के गीतों में

रविवार को लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में फाग खेलने का सिलसिला दोपहर एक बजे शुरू हुआ। एक तरफ फाग के गीत गाए जा रहे थे, दूसरी ओर लक्ष्मीनाथजी के गुलाल लगाई जा रही थी और बाद में एक-दूसरे में गुलाल छिड़ककर माहौल को रंग-बिरंगा बना दिया गया। मंदिर का दृश्य देखने के लिए कई विदेशी पर्यटक भी उपस्थित थे। युवा गा रहे थे - खेलिये महाराज... रंग भर हो, हो हो रंग होळी रे म्हाराज हो रंग होळी रे म्हारा राज खेलिये महाराज रंग भर हो.... जैसे फाग गीतों का सिलसिला काफी देर तक चलता रहा। मंदिर परिसर में मस्ती का आलम छाया हुआ था। इस अवसर पर फाग के रसिया स्त्री-पुरुष भी उपस्थित थे।



गेरियों ने घर-घर घूम गाया 'हालरा'



पुष्करणा समाज की और से निकाली पारंपरिक गेरे



जैसलमेर
दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर में फागोत्सव की धूम के बाद पुष्करणा समाज के सभी धड़ों की गेरे रविवार से प्रारंभ हुई। ग्यारस से ही गेरियें विभिन्न गली मौहल्लों में घूम-घूम कर अपने-अपने समाज के घरों में दस्तक दे रहे है। हालरो हुलरावों ऐं सैंयां.... थोरी बोली प्यारी लागे सहित कई तरह के श्लील ख्याल गाते गेहरिए सुर में सुर मिला कर गेर की रंगत को गहरा कर रहे है।

सदियों पुरानी परंपरा है गेर

फाल्गुन सुदी एकादशी के दिन लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में नियमित फाग खेलने के पश्चात लक्खुबीरा की गेर पूर्व महारावल के निवास की ओर प्रस्थान करने से पूर्व लक्ष्मीनाथजी का हालरा गाती है। मंदिर पैलेस में भी महारावल व राज परिवार के अन्य सदस्यों के यहां भी हालरा गाया जाता है। तत्पश्चात लक्खुबीरा, नऊव्यासों की गेर, बिरतेस्वरियों की गेर व बिस्सा केवलियों की गेर अपने-अपने धड़ों में बंट कर अपने भाईपे में हालरा गाती है।

ऐसी होती है गेर

परंपरा अनुसार तबला, झांझ, मंजीरा, मृदंग एवं अन्य वाद्य यंत्रों से सुसज्जित पारंपरिक वेशभूषा धारण किए हुए गेहरिए की गेर बारी-बारी से अपने-अपने भाइयों के घर के आगे पहुंचती है। न्यात के चौधरी की अगुवाई में होळी की गेर लेकर आए हुए गेहरिए भाइयों का स्वागत परिवार के मुखिया द्वारा अबीर-गुलाल छिड़ककर किया जाता है। इस अवसर पर अब कहीं-कहीं गेहरियों का स्वागत शीतल जल, चाय-नाश्ते और फगुवा-प्रसादी के साथ किया जाता है। इस अवसर पर गेहरिए जिस घर के आगे गेर गाई जाती है उसके पुरुष सदस्यों का नाम ले लेकर उनके सफल एवं संपन्न गृहस्थ जीवन की कामना करते हैं। गेर से प्राप्त सहयोग राशि और बधाई की वस्तुओं के संग्रहण से चारों धड़ों द्वारा गड़सीसर की पाल पर होलिका दहन से एक दिन पूर्व की रात्रि में पृथक-पृथक रूप से गोठ की जाती है।

11वीं से 18वीं सदी के शिलालेख मिले

रियां सेठों की, पीपाड़, खारिया, अरटिया कलां, संखवास, हुरड़ी, सिलारी व बुचकला आदि गांवों से करीब 22 अप्रकाशित शिलालेख खोजे गए हैं। ये शिलालेख 11वीं से 18वीं शताब्दी के हैं। ये शिलालेख मोहणोत परिवार, चौहान, मेड़तिया राठौड़, चंपावत राठौड़, श्रीमाली ब्राह्मण व भाटी वंश से संबंधित हैं।

इंटेक द्वारा स्वीकृत प्रोजेक्ट के तहत विशेषज्ञ डॉ. विक्रमसिंह भाटी ने इन गांवों से शिलालेख खोजे हैं। रियां सेठों की स्थित मोहणोत परिवार की 20 स्तंभों की कलात्मक छतरी का भी पता लगाया गया।

इसके बाहरी स्तंभों में लगे अभिलेख से पता चलता है कि गोरधनदास ने विक्रम संवत 1841 की फाल्गुन सुदी 1 को छतरी की नींव रखी। रघुनाथदास हरजीमल ने इसका निर्माण कराया। मोहणोत सेठ जीवणदास ने विक्रम संवत 1844 की माघ सुदी 15 को छतरी पर कलश चढ़ाया था।

दस दिन में गिरा दूसरा मिराज



जयपुर। सवाई माधोपुर बामनवास के भांवरा गांव की पहाडिय़ों में वायु सेना का लड़ाकू विमान मिराज- 2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान मध्यप्रदेश के ग्वालियर एयरबेस से उड़ा था।

 

विमान के दोनों पायलट सुरक्षित बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक तौर पर विमान के इंजन में फ्यूल लीकेज होना दुर्घटना का कारण माना जा रहा है। वायुसेना ने मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं।

जानकारी के अनुसार दोपहर 12.40 पर ग्रामीणों ने पहाडिय़ों में जोरदार धमाके की आवाज सुनी। वहां आग की लपटें और धुआं भी उठ रहा था। सूचना मिलने पर बामनवास के सीओ नरेंद्र सिंह व थानाप्रभारी सुरेश चंद मौके पहुंचे।



रास्ता दुर्गम होने के कारण बचाव के लिए दुर्घटनास्थल तक पहुंचने में पुलिस को काफी परेशानी हुई। वायुसेना अपने हेलीकॉप्टरों की सहायता से दुर्घटना स्थल पर उतरने की तैयारी कर रही है।





पिछले 10 दिनों में मिराज-2000 की यह दूसरी दुर्घटना है। इस श्रेणी का एक प्रशिक्षण विमान 24 फरवरी को मध्य प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, लेकिन विमान के दोनों पायलट जान बचाने में कामयाब रहे थे।

एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 संयुक्त भारतअमरिका अभ्यास राजस्थान में प्रारंभ


एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 
संयुक्त भारतअमरिका अभ्यास राजस्थान में प्रारंभ 

एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास 201112 की शुरूआत, आज सुबह महाजन, राजस्थान में दोनों देशों के राष्ट्र ध्वजों के फहराने एवं ॔॔जन गण मन ... ’’ व ॔॔द स्टार स्पेन्गल्ड बैनर’’ की धुनों के साथ एक संक्षिप्त व प्रभावी उद्घाटन समारोह में हुई। भारतीय और अमरीकी सैनिक, अपने प्दिंदजतल ब्वउइंज टमीपबसमे ;प्ब्टद्ध एवं ।तउवनतमक च्मतेवददमस बंततपमत ;।च्ब्द्ध के साथ दोनों तरफ खड़े हुए और परेड का निरीक्षण कर रहे भारत एवं अमरीका के दो वरिष्ठतम अधिकारियों की विधिपूर्वक सैल्यूट किया। 

अमरीकी टोली का प्रतिनिधित्व कर्नल थॉमस जे रॉय, कमाण्डर द्धितीय इंजीनियर ब्रिगेड, संयुक्त राज्य सेना ने किया। उनके भारतीय समकक्ष ब्रिगेडियर बी एस थनोआ ने अपने उद्घाटन भाषण में दोनों देशों के सामुहिक व महत्वपूर्ण सहभागी विचारों प्रजातन्त्र, स्वतंत्रता, समानता व न्याय को रेखांकित किया। 

दो सप्ताह लम्बे अभ्यास में एक अमरीकी सैनिक कम्पनी और इतने ही दक्षिण पश्चिम कमान के भारतीय सैनिक भाग ले रहे हैं। इससे उन्हें संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक, जिसमें मैकनाइज्ड बल शामिल होते हैं, के रूप में अपनी युक्ति एवं तकनीकी कौशलों को निखारने में मदद मिलेगी। दोनों तरफ से निगरानी एवं ट्रेनिंग के लिए उन्नत उपकरण, आतंकवादियों से आमनेसामने की लड़ाई के लिए विशेष हथियार, विस्फोटक व प्उचतवअपेमक म्गचसवेपअम क्मअपबम ;प्म्क्द्ध का पता लगाने वाले उपकरण तथा अत्याधुनिक संचार उपकरणों को लगाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र शांति कार्यवाहियों के दौरान आने वाले संभावित खतरों से निपटने के लिए दोनों दलों द्वारा तैयार की गई टैक्टिकल डि्र्लों का संयुक्त अभ्यास मार्च के दूसरे सप्ताह में होगा। 

रविवार, 4 मार्च 2012

अर्धनग्न महिलाओं ने किया पुलिस के सामने प्रदर्शन

मास्को.रूस के प्रधानमंत्नी और राष्ट्रपति चुनाव में यूनाईटेड रशिया पार्टी के उम्मीदवार व्लादीमीर पुतिन जैसे ही रविवार अपना मत देकर मतदान केन्द्र से बाहर निकले वैसे ही उनके शासन से खिन्न अर्धनग्न महिला प्रदर्शनकारियों ने मतदान केन्द्र पर धावा बोल दिया।

 



रूस के रशिया टुडे टेलीविजन नेटवर्क की रिपोर्ट के मुताबिक ये महिलाएं 'फेमेन' नामक महिला अधिकारों के लिये काम करने वाले समूह से जुड़ी हुई थीं। इन प्रदर्शनकारियों ने मतदान केन्द्र से मत-पेटियों को चुराने का प्रयास किया।





इनके सीनों पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ था 'मैं पुतिन के लिए चोरी करूंगी' इस नारे को पुतिन समर्थक आंदोलनकारियों के खिलाफ् एक कटाक्ष के तौर पर लिया जाता है जो महिलाओं के सौंदर्य का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने के लिए करते आए हैं।





महिला प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही मतदान केन्द्र में अपने ओवरकोट उतारकर पुतिन विरोधी नारे लगाने शुरु किए वैसे ही वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी हरकत में आ गए और प्रदर्शनकारियों को तुरंत हिरासत में ले लिया गया।





फेमेन की स्थापना 2008 में यूक्रेन में हुई थी। इस संगठन से जुडे कार्यकर्ता इससे पहले भी महिलाओं से जुडे विभिन्न मुद्दो पर अर्धनग्न प्रदर्शन करते रहे हैं। फेमेन यूक्रेन में बढ़ रहे सेक्स-पर्यटन के खिलाफ् भी समय-समय पर आवाज उठाता आया है।





उल्लेखनीय है कि रूस में रविवार को राष्ट्रपति चुनावों के लिए मतदान प्रक्रिया चल रही है। इस चुनाव में पुतिन के जीतने की पूरी संभावना जताई जा रही है।





पुतिन के अलावा रूसी कम्युनिस्ट पार्टी (केपीआरएफ्) की ओर से गेन्नादी झिगानोव,दक्षिणपंथी दल लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से व्लादीमिर झिरीनोवस्की,सोशल डेमोक्रेटिक दल जस्ट रशिया की ओर से सेर्गेई मिरोनोव और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मिखाईल प्रोखोरोव मैदान में हैं।


प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये

 प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये 

बाड़मेर दोहरे हत्याकांड के बाद आज सुबह दोनों मृतकों का पोस्ट मार्टम बालोतरा के नाहटा अस्पताल में हुआ सुबह मृतकों के परिजनों ने शव लेने से मन कर दिया सुबह तक सेकड़ो की संख्या में विश्नोई समाज के लोग अस्पताल पहुचने लगे और उन्होंने बालोतरा थाना धिकारी पर हत्यारों का साथ देने के आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की और मृतकों के परिजनों को मुआवजा व् सरकारी नौकरी की मांग की और सेकड़ो की संख्या में उपखंड कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए स्तिथि को देखते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर व् पुलिस अधीक्षक सभी अधिकारिओ के साथ वहा पहुचे जहा उन्होंने समाज के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर उचित कार्यवाही की बात कही दिन भार चले इस घटना क्रम के बाद करीब चार बजे अधिकारिओ ने धरने पर बैठे लोगो को थानाधिकारी को बल्त्र से हटा कर उनका मुख्यालय बाड़मेर करनी की बात कही और अपराधियों की मोबाईल की काल डिटेल में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के बात होने जाँच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वाशन दिया !अतिरक्त जिला कलेक्टर ने मुआवजे के लिए जिला प्रशासन की और हर संभव मदद का भरोषा दिलाया तब जाकर धरना समाप्त हुआ और प्रशासन ने परिजन को मृतकों के शव सुपुर्द किये !

होली का आगाज आज, पाट बैठेंगे घुंघराले भैरुजी





होली का आगाज आज, पाट बैठेंगे घुंघराले भैरुजी



बालोतरा
होली के देवता घुंघराले भैरुजी के विवाह को लेकर पाट बिठाने की रस्म के साथ ही रविवार सुबह 10 बजे पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ होली का आगाज होगा। श्रद्धालु मगराज जिंदल ने बताया कि पाट मुहूर्त के समय भैरुजी का शृंगार करने के साथ फूल बंगला, धूप व अगरबत्ती पूजन के साथ श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया जाएगा। पाट बिठाने की रस्म अदायगी के साथ होली पर्व का आगाज किया जाएगा। इसके तहत रविवार से होली तक प्रतिदिन धूप, आरती व प्रसादी का वितरण कार्यक्रम होगा। प्रतिदिन दोपहर 3 से शाम 5.30 तथा रात 9 से 12.30 बजे तक नृत्य कलाकारों की ओर से होली फाग के गीतों के साथ रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जाएगी। सात मार्च की रात 8.30 बजे भैरु बाजार से बैंड बाजों की धुन पर घुंघराला भैरुजी की बारात रवाना होगी। बारात जूनाकोट, श्रीमालियों का चौक होते हुए लोहाणा चौक पहुंचेगी। यहां पर नृत्य कलाकार फाग गाएंगे। बारात लोहाणों का चौक से संभवनाथ चौक, श्री नृसिंह मंदिर, श्री केसरियानाथ मंदिर व सायर थाना होकर बलदेवजी की पोल में शाह हस्तीमल मदनलाल हीरालाल श्रीश्रीमाल के यहां जाएगी। तोरण व मिलनी की रस्म के बाद बाराती भैरु बाजार जानीवासा में विश्राम करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर मनोज कांकरिया, गौतमचंद गोलेच्छा, रमेश कोठारी, सोहनलाल कंदोई, महावीर सालेचा व जिनेश सालेचा सहित कई कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं।

जैसलमेर. पुस्तक का लोकार्पण करते अतिथि।

जैसलमेर. पुस्तक का लोकार्पण करते अतिथि।

शोध का अपना एक दर्शन होता है

जैसलमेर. एसबीके राजकीय महाविद्यालय में शनिवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में आधुनिक शोध प्रविधियां एवं प्रक्रियाएं विषय पर बोलते हुए मुख्य अतिथि प्राचार्य डा. जेके पुरोहित ने कहा कि शोध का अपना एक दर्शन होता है। अनुसंधान की प्रेरणा से लेकर परिणति तक शोधार्थी को प्रविधि एवं प्रक्रियाओं को आत्मसात करना होता है। विशिष्ट अतिथि उपपंजीयक बाड़मेर बद्रीनारायण बिश्नोई ने कहा कि सामाजिक अनुसंधान समाज के विद्वानों को नई दिशा देता है। सेमिनार संयोजक डा. उम्मेदसिंह इंदा ने कहा कि आधुनिक शोध सुनियोजित, सुनिश्चित कार्य विधि, विशिष्ट उद्देश्यों के लिए किए जा रहे है। मॉडल कॉलेज प्रभारी एमआर सोऊ ने सेमिनार की विषय वस्तु एवं मॉडल कॉलेज की जानकारी दी। इस अवसर पर डा. स्नेहलता की पुस्तक गठबंधन सरकार में प्रधानमंत्री की भूमिका का लोकार्पण भी किया गया। इस अवसर पर डा. अरुण जाखड़, भंवरीदेवी, सुनीता शर्मा, विरेन्द्रसिंह, अमित कुमार, पीआर चौधरी, विजय कुमार कांटीवाल, अनिल मीणा, रविशंकर सैनी, डा. मुरलीधर कटारिया, डा. चित्रा छीपा, डा. नवीन जोशी, तेजस हिरानी आदि ने शोधपत्र का वाचन किया। कार्यक्रम का संचालन डा. अशोक तंवर ने किया अंत में संयोजक डा. इंदा ने आभार प्रकट किया।

स्वर्णनगरी में होली के दिन बादशाह व जिंदा-ङ्क्षजदी के स्वांग रचने की चली आ रही है परंपरा होली के दिन दुर्ग के व्यासा पाड़ा में सजेगा दरबार तो चैनपुरा में बनेंगे जिंदा-जिंदी


एक तरफ सजता है बादशाह का दरबार तो दूसरी तरफ जिंदा-जिंदी के स्वांग



स्वर्णनगरी में होली के दिन बादशाह व जिंदा-ङ्क्षजदी के स्वांग रचने की चली आ रही है परंपरा
होली के दिन दुर्ग के व्यासा पाड़ा में सजेगा दरबार तो चैनपुरा में बनेंगे जिंदा-जिंदी



जैसलमेर
स्वर्णनगरी जैसलमेर में होली का त्यौहार अपनी अनूठी परंपराओं के चलते काफी लोकप्रिय है। स्वर्णनगरी में होली की धूम फाल्गुन शुक्ला एकम से चैत्र कृष्ण एकम तक चलती है। गेरियों की ग्यारस से निकलने वाली गेरों की धूम तथा नगर अराध्य लक्ष्मीनाथ में फाग की धूम के साथ ही धूलंडी के दिन दो निराली परंपराओं का निर्वाह अभी भी हो रहा है। एक तरफ भगवान शंकर और पार्वती का स्वांग तो दूसरी तरफ दुर्ग के व्यासा पाड़ा में सजता है बादशाह का दरबार।

दुर्ग में सजता है दरबार:होली पर बादशाह का दरबार सजाने की एक दिलचस्प परंपरा है। सोनार दुर्ग के व्यासा पाड़ा में व्यास जाति के पुष्करणा ब्राह्मण ही होली पर बादशाह बनते है। इतिहासकार नंदकिशोर शर्मा बताते है कि इस संबंध में प्रचलित कथा के अनुसार महारावल लक्ष्मण के काल में पंजाब का एक ब्राह्मण रामरक्ष दिल्ली से भागकर जैसलमेर राज्य में शरण मांगता है। व्यास जाति का वह ब्राह्मण पेशे से वैद्य था। उसने दिल्ली के तत्कालीन बादशाह के साध्य रोग का इलाज किया था। इससे प्रसन्न होकर बादशाह अपनी पुत्री की शादी उससे करना चाहता था। इस शर्त पर रामरक्ष राजी न था और वहां से भाग निकला। जैसलमेर के महारावल से उसे सम्मान देकर यहां के कुल पुरोहित की पुत्री से शादी भी करवा दी। जब यह संदेश बादशाह तक पहुंचा तो रामरक्ष को पकडऩे के लिए जैसलमेर में सैनिक भेजे। संयोग से उस दिन धूलंडी थी। महारावल को विवाद टालने का बहाना मिल गया। उसे होली के स्वांग के रूप में बादशाह बनाकर बिठा दिया गया। जिससे संतुष्ट होकर सैनिक वहां से चले गए। रामरक्ष के एक पुत्र भी था उसे शहजादा बना दिया गया था। उसी दिन से होली के अगले दिन बादशाह का दरबार सजाने की परंपरा चल पड़ी।

बादशाही बरकरार-शहजादा सलामत: धूलंडी के दिन व्यासा पाड़ा में समस्त लोग एकत्र होकर सर्व सम्मति से बादशाह व शहजादे का चुनाव करते है। जिसके बाद व्यासा पाड़ा में बादशाह का दरबार सजाया जाता है। दरबार सजने के बाद बादशाह व शहजादे को पालकी पर बिठा कर व्यासा पाड़ा से जैन मंदिर, कुंड पाड़ा होते हुए सवारी निकाली जाती है। रास्ते में लोगों द्वारा बादशाह का स्वागत किया जाता है। इस दौरान बादशाह पर कोई भी गुलाल नहीं छिड़कता है। साथ ही बादशाही बरकरार व शहजादा सलामत का जयघोष किया जाता है। कालांतर में इसके साथ बादशाह बनने वाले को पूरी जाति को गोठ(पार्टी) देने की परंपरा जुड़ गई लेकिन वह आवश्यक नहीं है।

जिंदा-जिंदी का करते है पूजन

एक तरफ दुर्ग में बादशाह का दरबार सजता है वहीं दूसरी तरफ नगर के चैनपुरा मौहल्ला में जिंदा जिंदी का स्वांग रचाया जाता है। गिरधर लाल पुरोहित ने बताया कि धूलंडी के दिन दो युवकों को जिंदा-जिंदी बनाया जाता है। जिन्हें शिव व पार्वती का रूप माना जाता है। जिंदा-जिंदी के साथ ही चैनपुरे की गैर निकलती है जो पहले पूरे मौहल्ले में घुमती है। हर परिवार द्वारा उनका पूजन किया जाता है तथा गैरियों द्वारा हालरा(खुशी व उल्लास के गीत) गाए जाते है। साथ ही गोठ के लिए सहयोग राशि भी एकत्र की जाती है। शेष त्नपज १५

चैनपुरे की गैर दुर्ग से आने वाली लक्खूबीरे की गेर के साथ मिलकर महारावल के निवास पहुंचती है। वहां से चैनपुरे व लक्खूबीरे की गेर दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर जाती है जहां लक्ष्मीनाथजी के हालरा गाने के बाद गैर समाप्ति की घोषणा होती है। इसी के साथ धूलंडी का त्यौहार भी खत्म होता है।

मानसिक विकास के लिए पढ़ें अच्छी पुस्तकें : कर्नल


  मानसिक विकास के लिए पढ़ें अच्छी पुस्तकें : कर्नल

वार्षिकोत्सव आयोजित
. भियाड़ मातेश्वरी विद्या मंदिर भियाड़ में शनिवार को वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर परेऊ मठ के महंत औंकार भारती ने कहा कि बच्चे की प्रथम गुरु मां व शिक्षक होता है। उन्होंने कहा कि बच्चों का मन कोमल होता है। बचपन में सिखाई बातें उनके भविष्य को प्रभावित करती है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बच्चों से कोई भी नशीली चीज नहीं मंगवाएं।

पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्रसिंह ने कार्यक्रम में देर से पहुंचने पर माफी मांगते हुए बच्चों से कहा कि ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ें, जिससे मानसिक विकास होता है। पढ़ाई के साथ खेलकूद पर भी ध्यान दें। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गोरधन लाल पंजाबी ने कहा कि आज के युग में गुणात्मक शिक्षा जरुरी है। हमें संस्कारवान बनकर प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर आगे बढऩा है। समाजसेवी नवलकिशोर गोदारा ने कहा कि हमें गांव के विकास के लिए शिक्षा केंद्रों की स्थापना सुदृढ़ करनी चाहिए। इस अवसर पर आजादसिंह राठौड़, बालसिंह मारुड़ी व स्वरूपसिंह चाडी ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। प्रबंधक राजेंद्रसिंह भियाड़ ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके नवलकिशोर गोदारा ने इक्कीस हजार व मोहनलाल सोनी ने पांच रुपए विद्यालय को देने की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन रघुवीरसिंह तामलोर ने किया।


शूटिंग चैम्पियनशिप में गुजरात फ्रंटियर ने जीती रैना ट्रॉफी

शूटिंग चैम्पियनशिप में गुजरात फ्रंटियर ने जीती रैना ट्रॉफी



बाड़मेर  अखिल भारतीय इंटर फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल शूटिंग चैम्पियनशिप सीएसड्ब्ल्यूटी इंदौर में आयोजित हुई। प्रतियोगिता में 123 अंक प्राप्त कर गुजरात फ्रंटियर की शूटिंग टीम ने बेहतर प्रदर्शन करने के साथ जनरल रैना ट्रॉफी पर कब्जा किया।

24 से 29 फरवरी तक चली प्रतियोगिता में सीमा सुरक्षा बल के सभी फ्रंटियर की टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में 107 अंक के साथ उत्तर बंगाल फ्रंटियर की टीम दूसरे स्थान पर रही, वहीं तीसरे स्थान पर 89 अंक प्राप्त करने वाली राजस्थान फ्रंटियर की टीम रही। टीम को पुरस्कार वितरण सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक यू.के बंसल भापुसे ने किया।गत वर्ष गुजरात फ्रंटियर की टीम आठवें स्थान पर रही। लेकिन इस बार कमांडेंट वीरेंद्र सिंह शेखावत के प्रशिक्षण व कोच एच.के हनीफ खान, सहायक कमांडेंट के निर्देशन में प्रतियोगियों ने कठिन परिश्रम व लगन के साथ इस बार पहला स्थान हासिल किया।प्रतियोगिता का सबसे अहम मैच जिसमें पूरा सेक्शन भाग लेता है उसमें 78 बटालियन जालीपा की टीम चैम्पियन रही।ओवरऑल जनरल रैना ट्रॉफी के अतिरिक्त मशीन कार्बाइन चैलेंज कप, कॉम्बेट ट्रॉफी व प्लाटून वेपन ट्रॉफी भी गुजरात फ्रंटियर की टीम ने जीती।

सेक्शन टीम के कप्तान शैलेंद्र सिंह यादव, सहायक कमांडेंट, कोच व फ्रंटियर के प्रतियोगियों को उनके आगमन पर 78 बटालियन जालीपा के प्रांगण में समादेष्टा वीरेंद्र सिंह शेखावत व सभी कार्मिकों का फूल मालाओं से स्वागत किया। यह पहला अवसर है जब गुजरात फ्रंटियर ने अखिल भारतीय स्तर की शूटिंग प्रतियोगिता जीती है। 78 बटालियन में प्रशिक्षित गुजरात फ्रंटियर की वालीबॉल टीम भी अंतर फ्रंटियर वालीबॉल चैंपियनशिप में हाल ही में विजेता रही। महानिरीक्षक गुजरात फ्रंटियर ए.के सिन्हा ने समादेष्टा 78 बटालियन को बधाई दी।

फिर तो हवलदार करेंगे थानेदारी?

फिर तो हवलदार करेंगे थानेदारी?
बाड़मेर। यदि यही हाल रहा तो फिर हवलदार थानों में थानेदारी करते नजर आएंगे। पुलिस उप निरीक्षक (सब-इंस्पेक्टर) के रिक्त पदों के चलते पुलिस महकमे को अनुसंधान अधिकारियों की कमी खल रही है और हवलदारों के कंधों पर थानेदारी आ गई है। हालत यह है कि पुलिस उप निरीक्षकों के करीब पचास फीसदी पद खाली चल रहे हैं।

पुलिस महकमे की महत्वपूर्ण कड़ी पुलिस उप निरीक्षक है। थानों में दर्ज होने वाले अधिसंख्य मामलों की जांच पुलिस उप निरीक्षक स्तर के अधिकारियों द्वारा की जाती है। राज्य में सब-इंस्पेक्टर की भर्ती अंतिम बार 2005 में हुई थी। वर्ष 2009 में निकली सब-इंस्पेक्टर की भर्ती अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। हालांकि यह भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद विभाग को 500 सब-इंस्पेक्टर मिल जाएंगे, लेकिन फिलहाल स्थिति यह है कि पुलिस महकमा गहरे संकट से जूझ रहा है।

यह है जोधपुर रेंज का हाल
जोधपुर रेंज में सब-इंस्पेक्टर के करीब एक सौ पद रिक्त चल रहे हैं। प्रत्येक रेंज में रिक्त पदों की संख्या का आंकड़ा एक सौ से अधिक ही है। जोधपुर रेंज में बाड़मेर जिले में सब-इंस्पेक्टर के 23, जैसलमेर में 14, सिरोही में 10, जालौर में 7, जोधपुर ग्रामीण में 12 व पाली में 20 पद रिक्त है। ये रिक्त पद पूरे महकमे के लिए सिरदर्द बने हुए हैं।

अब हवलदारों का सहारा
पुलिस उप निरीक्षक के अधिकारियों की कमी होने के कारण मामलों की जांच की भार हवलदारों के जिम्मे आ गया है। ए एस आई स्तर के अधिकारियों की अधिक उम्र व अन्वेषण में विशेषज्ञता नहीं होने के चलते ऎसी हकीकत बनी है। यदि यही हाल रहा तो कुछ थानों में हवलदारों को थानाधिकारी का दायित्व भी संभालना पड़ सकता है।

न्याय में देरी
पुलिस मुख्यालय के निर्देश है कि बकाया मामलों का आंकड़ा पांच प्रतिशत से अधिक नहीं रहना चाहिए, लेकिन सब-इंस्पेक्टर के रिक्त पदों के चलते यह आंकड़ा करीब पंद्रह प्रतिशत पर चल रहा है। इस हालत में पुलिस के स्तर पर ही न्याय में देरी हो रही है।

गंभीर समस्या है
रिक्त पदों की समस्या सब जगह है। बाड़मेर जिले में सब-इंस्पेक्टर के करीब पचास फीसदी पद रिक्त है। पुलिस महकमे के लिए यह गंभीर समस्या है। सब-इंस्पेक्टर भर्ती पूर्ण होने के बाद राहत मिलेगी।
-संतोष चालके, पुुलिस अधीक्षक, बाड़मेर