शनिवार, 10 दिसंबर 2011

अरे...यदि 'ये' जिंदा है, तो फिर 'वो' कौन था?

नई दिल्ली। एक ‘जीवित’ व्यक्ति की ‘हत्या’ के रहस्य पर से परदा हटाने के लिए न्यायिक जांच का सहारा लिया गया है। सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस आर एम लोढा और न्यायमूर्ति एच एल गोखले की बेंच ने शुक्रवार को न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने झांसी के सत्र न्यायाधीश को 24 जनवरी से न्यायिक जांच शुरू करने और तीन माह के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
मामला इस तरह है कि उत्तरप्रदेश पुलिस ने 2 अगस्त 2000 को झांसी के रहने वाले भगवान दास की हत्या का मामला दर्ज करते हुए उसके गांव से एक परिवार के तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। तीनों दाल चंद, मोहन और रामेश्वर को उम्र कैद की सजा भी सुना दी गई। तीनों 11 साल से जेल में थे।

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले माह उन्हें जमानत दी है। तीनों ने कोर्ट में पेश याचिका में बताया कि भगवान दास जीवित होने का दावा कर रहा है। याचिकाकर्ताओं के इस दावे के मद्देनजर बेंच ने चार नवंबर को चारों को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए थे। सरकार ने मृतक का सौतेला भाई बताया है। राज्य सरकार ने दलील दी कि मृतक भगवान दास के जिंदा होने का याचिकाकर्ताओं का दावा गलत है। जीवित होने का दावा करने वाला व्यक्ति भगवान दास नहीं बल्कि उसका सौतेला भाई है।

हां, मुझे सीबीआई ने पीटा-महिपाल

हां, मुझे सीबीआई ने पीटा-महिपाल

जोधपुर। सीबीआई मामलों की विशेष अदालत ने भंवरी प्रकरण में गिरफ्तार पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा व परसराम विश्नोई की हिरासत अवधि 12 दिसम्बर तक बढ़ाते हुए भंवरी के पति अमरचन्द को 14 दिसम्बर तक सीबीआई रिमाण्ड पर भेज दिया। अदालत में मदेरणा के अधिवक्ता जगमालसिंह चौधरी ने सीबीआई पर प्रताड़ना का आरोप लगाया।

मजिस्ट्रेट ने मदेरणा से पूछा कि क्या आपके साथ मारपीट हुई? जवाब में मदेरणा ने हामी भरी। मजिस्ट्रेट के सवालों पर वे बोले, दिल्ली में सीबीआई ने पीटा था। अमरचंद के वकील मनीष व्यास ने आरोप लगाया कि सीबीआई ने अमरचंद के भागने की कहानी रची और पैर की हड्डी तोड़ दी। करीब 24 घंटे बाद उसे गिरफ्तार बताया गया है।

घर का खाना खाएंगे
कोर्ट ने मदेरणा को हिरासत के दौरान घर का खाना खिलाने की अनुमति दी है। मदेरणा की पत्नी व बेटी को खाना पहुंचाने की इजाजत दी गई है।

आवाज के नमूने लेने पर सुनवाई 12 को
शहाबुद्दीन और सोहनलाल की आवाज के नमूने लेने के निचली अदालत के आदेश पर रोक 13 दिसम्बर तक बढ़ाते हुए उच्च न्यायालय ने सुनवाई की अगली तिथि 12 दिसम्बर मुकर्रर की है।

अब अजा-जजा अदालत करेगी सुनवाई
शहाबुद्दीन, सोहनलाल व बलदेव की न्यायिक हिरासत अवधि भी 16 दिसम्बर तक के लिए बढ़ा दी। इस प्रकरण को अजा-जजा मामलों की विशेष अदालत में भेज दिया गया है।

मलखान-लाखाराम तलब
सीबीआई ने शुक्रवार को भंवरीदेवी के कार चालक फारूख, पीपाड़ शहर स्थित राज रेस्टोरेन्ट के कैशियर दिनेश, कार मैकेनिक जाकिर, शहाबुद्दीन को पनाह देने वाले फलोदी के इलियास व कुछ अन्य से पूछताछ की। निलम्बित उप निरीक्षक लाखाराम व विधायक मलखान को पूछताछ के लिए तलब किया। उधर, चूना भट्टा मालिक पीपाड़ निवासी गोरधनराम चौधरी 10 दिन से गायब है।

Mere Pee Ko - 1 (Ghulami)

9 साल का मासूम लेकिन इसके मास्टर माइंड ने तहलका मचा दिया

अम्बाला सिटी.देखने में मासूम चेहरा लेकिन दिमाग किसी शातिर से कम नहीं। इस मासूम ने मानव चौक के समीप शुक्रवार को शाम चार बजे गुरुद्वारे में चल रहे आनंद कारज के समय एक लड़की का बैग उड़ा लिया जिसमें लगभग डेढ़ लाख के गहने व कैश था। इसे भागते हुए लड़की के चाचा ने काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया।





गरनाला गांव के हरबंस सिंह की बेटी की शादी सेक्टर नौ स्थित कर्ण पैलेस में थी। आनंद कारज मानव चौक स्थित एक गुरुद्वारे में होने थे। दूल्हा व दुल्हन गुरुद्वारे में पहुंच चुके थे। वे सभी गुरुद्वारे में गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष बैठे थे। इतने एक नौ साल का लड़का शुभम वहां पर आया।



पहरावा उसने शादी समारोह का पहना हुआ था। उसने सिर पर रूमाल रखा और वह भी लड़की के पास जाकर बैठ गया। शुभम बच्चा था इसलिए सभी ने सोचा कि शादी में आया होगा। वहीं पर शादी में आए हरबंस सिंह के रिश्तेदार बलजीत सिंह की भतीजी भी बैठी हुई थी जिसके हाथ में कैश व गहनों का बैग था।



जब सभी माथा टेकने लगे तो लड़की ने भी बैग नीचे रखकर माथा टेकना शुरू किया। इतने में शुभम ने मौका देखा तथा उसने बैग पर हाथ साफ कर दिया। वह बैग लेकर गुरुद्वारे से बाहर निकला ही था कि लड़की ने बैग गायब होने बारे चाचा बलजीत सिंह को बताया। जब बलजीत सिंह बाहर आए तो उन्होंने शुभम के हाथ में बैग देखा, उन्होंने शुभम को पकड़ लिया। पूछताछ करने पर कुछ नहीं बता सका। पुलिस को सूचित किया गया। बलजीत सिंह ने लड़के को चौकी इंचार्ज पवन कुमार के हवाले कर दिया।



अभी शुभम से पूछताछ चल रही है। उसने अपना घर स्टेशन के पास बताया था लेकिन वहां उसका घर नहीं मिला।

64 साल की उम्र में 5वीं शादी करेंगे सलमान रुश्दी!

न्यू यॉर्क।। भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी ने अपनीपूर्व प्रेमिका मिशेल बैरिश के सामने शादी का प्रस्ताव रखाहै। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले दोनों एक - दूजे सेजुदा हो गए थे। रुश्दी इसके पहले 4 बार शादी कर चुके हैं। salman-rushdie.jpg
एक न्यूज वेबसाइट ने सूत्रों के हवाले से लिखा है किउपन्यासकार रुश्दी मार्च में मिशेल से जुदा हो गए थे।उसके बाद मिशेल ने अरबपति स्टीव टीच को अपना नयाप्रेमी बना लिया था। नवंबर में स्टीव से अलग होने के 2दिन बाद रुश्दी ने मिशेल के सामने शादी का प्रस्ताव रखाहै।

सूत्र का कहना है कि रुश्दी , मिशेल पर फिदा हैं। स्टीव संगअलगाव के 48 घंटे के अंदर ही उन्होंने मिशेल के सामनेशादी करने का प्रस्ताव रख दिया।

19 जून 1947 को जन्मे सलमान रुश्दी 4 बार विवाह रचाचुके हैं। उनकी पहली पत्नी क्लेरिसा लुआर्ड थीं। दोनों 1976 से 1987 तक साथ रहे। इसके बाद उन्होंने अमेरिकीउपन्यासकार मारिऑन विगिंस से 1988 में विवाह किया। विगिंस से उन्होंने 1993 में तलाक ले लिया।



1997 में वह एलिजाबेथ वेस्ट से विवाह के बंधन में बंधे और 2004 में शादी टूट गई । 2004 में उन्होंने इंडो -अमेरिकन ऐक्ट्रेस और सुपर मॉडल पद्मा लक्ष्मी से विवाह किया। शादी 2 जुलाई 2007 में टूट गई। 2008 मेंऐक्ट्रेस रिया सेन के साथ उनका प्रेम संबंध जोड़ा गया , लेकिन बात विवाह तक नहीं पहुंची।



गौरतलब है कि सलमान रुश्दी की पुस्तक ‘ द सैटेनिक वर्सेज ’ आने के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहखामनेई ने 1989 में उनके खिलाफ मौत का फतवा जारी किया था और उसके बाद से ही रुश्दी पुलिस कीहिफाजत में रह रहे हैं।

सवाल कीजिए, फेसबुक परजवाब देगी भंवरी!

सवाल कीजिए,  फेसबुक परजवाब देगी भंवरी!
सीबीआई व दुनिया की नजर में भले ही बहुचर्चित एएनएम भंवरी देवी लापता हो, लेकिन सोशियल नेटवर्क साइट फेसबुक पर वह हर समय उपलब्ध है, बल्कि यूजर्स के सवालों के जवाब भी दे रही है! हम बात कर रहे हैं फेसबुक पर भंवरी की बनी प्रोफाइल की, जिसे इस साइट के यूजर्स न केवल पसंद कर रहे हैं, बल्कि उसके संदेशों पर कमेन्ट्स भी कर रहे हैं। इस प्रोफाइल पर भंवरी के अलग-अलग एंगल्स के फोटो के साथ ही मीडिया में दिखाए गए वीडियो भी हैं तथा लोगों के कमेन्ट्स भी।

रोचक ढंग से बनाई गई इस प्रोफाइल में किसी को भी फ्रेंड के नाते नहीं जोड़ा गया है। इस प्रोफाइल पर अलग-अलग पोल के माध्यम से दोषी लोगों के बारे में सवाल भी पूछे गए हैं। हालांकि अधिकांश लोगों ने भंवरी को ही इस प्रकरण में दोषी माना है और दूसरा नम्बर पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा का है। बहुचर्चित एएनएम के अपहरण कांड के बाद से ही चर्चा में आई इस प्रोफाइल पर भंवरी के संदेशों के माध्यम से राजनेताओं पर प्रहार किया गया है।

"प्लीज मुझे न्याय चाहिए"
मंगलवार को इस प्रोफाइल पर भंवरी देवी के नाम से एक संदेश साझा किया गया, जिसमें वह न्याय की गुहार कर रही है। इस पर यूजर्स ने बाकायदा कमेन्ट्स भी किए हैं। यह संदेश कुछ इस प्रकार है-"मैं मर गई हूं, पर प्लीज मुझे न्याय चाहिए। क्या भारत में इंसाफ होगा। प्लीज कमेन्ट्स, वाट यूं थिंक यूजर्स।"

...तो पहेली बनकर रह जाएगी
इसी साइट के एक यूजर ने इस पर कमेन्ट किया कि न्याय तो ऊपर वाले के हाथ में है। अगर तू सही है तो जरूर न्याय मिलेगा, अगर तू गलत थी तो एक पहेली बनकर रह जाएगी।

जब सीमावर्ती लोगों ने पाक के इरादे नाकाम किये ..1971 के भारत-पाक युद्ध .देखें तस्वीरें:



































जब सीमावर्ती लोगों ने पाक के इरादे नाकाम किये



भारत पाक के मध्य तृतीय युद्ध 1971 में पाक की भीषण गोलाबारी सही हैं। पाक की गोलाबारी व बमबारी का जिस दृ़ता के साथ बाड़मेर से साहसी नागरिकों ने सामना किया था, वह इतिहास बन चुका हैं। सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों ने युद्ध के दौरान विशेष उत्साह दिखाया, वहीं सेना का मार्गदर्शन कर पाक को शिकस्त देने में मदद की।

आज जब भारत पाक सीमा पर तनाव का माहौल हैं। दोनों की सेनाएं अपने अपने शस्त्र संभाल मोर्चे पर तैनात हैं। आज फिर सीमावर्ती गांवो के जवानों की भुजाएं पाक से दो चार हाथ करने को फडफडा रही हैं। सीमावर्ती गांवो के लोगो ने 1971 के युद्ध में अविस्मरणीय यादें आज भी ताजा हैं। गांवो के बुजुर्गो ने बताया कि पाक ने पहली बार एक साथ 19 बम हवाई जवाज से उतरलाई स्टेशन पर गिराए इन बमों के फटने से कोई हानि नहीं हुई। भारतीय सैनिकों ने इसी दिन 3 दिसम्बर 1971 को एंटी एयर क्राफ्ट गनो से शत्रु को भगा दिया। इसके अलावा एक केबिन, प्याऊ व दुकान नष्ट हो गई। अगले दिन 4 दिसम्बर को सायं सवा 5 बजे गडरारोड़ में एक तामलोरलीलमा के मध्य कई बम गिराए पाक ने। इसी बीच पाक ने हवाई हमले तेज कर दिये। 5 दिसम्बर को उतरलाई स्टेशन तथा गडरारोड़ में एकएक बम गिराया गया जो फटे भी मगर क्षति नहीं हुई। इस क्रम को 6 दिसम्बर को जारी रख पचपदरा मण्डली मार्ग पर स्थित मवडी गांव में एक साथ 43 बम गिराए जिसमें 41 फट ग तथा 2 बम बिना फटे ही रह गए। वहीं इसी दिन महाबार में 13 बम गिराए गए जिनमें पांच बम फटे और आठ बम बिना फटे ही रह गए। इन बमों के फटने से जानमाल की क्षति नहीं हुई क्योंकि लोग पहले से ही सुरक्षित स्थानों पर जा चुके थे।

अपनी विफलता पर घबराए पाक ने 7 दिसम्बर को पुनः रात्रि 11 बजे 5 बम गिराए मगर हानि नहीं हुई। बाड़मेर मुख्यालय को पहली बार 8 दिसम्बर को पाक के अब झेलने का अवसर मिला। पाक रात्रि लगभग 1 बजे मालगोदाम पर बम गिरा। मालगोदाम में रखी सामग्री जल गई। वहीं 5 मालगाडी के डिब्बे जलकर राख हो गये। इसी क्रम में उतरलाई हवाई अड्डे पर 1 बजकर 20 मिनिट पर बम गिराया। तत्पश्चात बाड़मेर रेल्वे स्टेशन पर स्थित सवारी रेलगाडी पर बम गिराया इससे चार यात्री डिब्बे में ही जलकर राख हो गये। इसी स्थान पर रखी पेट्रोल व डीजल की टंकियों को नागरिक सुरक्षा के जवानों ने तुरन्त खाली कर क्षति होने से बचाया। मगर पास रखे कोयलों में आग लग चुकी थी। स्वयं सेवको ने निस्वार्थ भावना से कार्य कर मालगोदाम कार्यालय में रखा फर्नीचर, रेकर्ड व अन्य सामग्री सुरक्षित स्थान पर डाली।

इसी रात्रि को लगभग ़ाई बजे पाक हवाई जहाज ने कोयले की ़ेरी में बम डाला मगर झाति नहीं हुई। तत्पश्चात दो बम मालगोदाम पर और गिराए गए जिसमें एक बम फटा मगर नुकसान नहीं हुआ। इसी तरह अगले दिन 9 दिसम्बर को सायं सा़े पांच बजे कोनरा तथा बच्चू का तला में 17 बम गिराए जिसमें 11 बम फटे, 5 बम फटे बिना ही रह गए तथा संदेहास्पद स्थिति में भी उन बमों के फटने से नुकसान हुआ। लखा की ़ाणी जलकर राख हो गई। वहीं लगभग 65 बकरियां जिन्दा जल गई। इसी रात्रि गौर का तला में चार बम गिराए गए जो बिनो फटे रहे। इसी दिन उतरलाई में एक बम गिराया मगर क्षति नहीं हुई।

अगले दिन 10 दिसम्बर को कुड़ला गांव के दीपसिंह की ़ाणी पर दो बम गिराए। दोनो बम फट जाने से कुछ घरों में नुकसान हुआ। अगले दिन 11 दिसम्बर को लगभग सा़े 8 बजे प्रातः रावतसर, कुडला के पास बम गिरे जिससे क्षति नहीं हुई, उधर नौ बजे प्रातः उतरलाई पर 2 बम गिराए जिके फट जाने से एक जीप जल गई तथा एक हवाई जहाज को क्षति पहुंची। रात सवा नौ बजे परबतसिंह की ़ाणी की कोटडी के पास 2 बम गिरे मगर क्षति नहीं हुई। रात्रि ड़े बजे गुलाबसिंह की ़ाणी के पास एक पेट्रोल की टंकी गिराई जिससे अग लगी मगर मामूली क्षति पहुंची। 12 दिसम्बर को जयसिन्धर स्टेशन पर बमबारी की जिससे कुछ नुकसान हुआ।

प्रातः पौने नौ बजे मीठडा खुर्द में दो बम गिराए मगर क्षति नहीं हुई। इसी दिन रात्रि 12 बजे सीमावर्ती नेवराड गांव में पैराशूट से सिलेंडर उतारा गया जो लगभग 8 कि.ग्रा. था। इस रात्रि को सरली गांव में 10 बम गिराए क्षति नहीं हुई मगर 40 गुणा 15 फीट के गड्े पड गए। इसी दिन गरल गांव के समीप रोशनी वाले सिलेंडर पैराशूट से उतारकर भय का वातावरण पैदा करने का असफल प्रयास किया गया।

इस प्रकार सेडवा में एक, बामरला में दो बम गिराए मगर क्षति नहीं हुई। पाकिस्तान ने बमबारी कर बाड़मेर की जनता में भय का वातावरण बनाने का असफल प्रयास किया। पाक को भारतीय सेना ने मुंह तोड जवाब दिया। पाक द्वारा लगभग 10 दिन लगातार बम बरसाने के बावजूद नागरिक शहर में रह कर पाक हमलों का मुकाबला किया। अंत में पाक को हार का सामना करना पड़ा। लोग आज भी अतीत को यादर कर रोमांचित हो उठते हैं। मगर इस सरहदी क्षेत्र के गांवो में 1971 के युद्ध के दौरान भीषण बमबारी की गई थी जिसमें लगभग 60 फीसदी पाक बम बिना फटे रह गए थे।

पुलिस अत्याचार से त्रस्त विधायक, कहा-राजभवन के सामने कर लूंगा आत्मदाह


रांची। कांग्रेस विधायक योगेंद्र साव ने शुक्रवार को राज्यपाल डॉ. सैयद अहमद से भेंट कर कहा कि पुलिस उन्हें प्रताड़ित करना बंद नहीं करेगी, तो वह राजभवन के समक्ष आत्मदाह कर लेंगे। एक माह जेल में बंद रहने के बाद जमानत पर रिहा हुए विधायक ने कहा कि हजारीबाग के एसपी उन्हें परेशान कर रहे हैं।



इस संबंध में मुख्यमंत्री, डीजीपी, मुख्य सचिव सहित तमाम आलाधिकारियों को पत्र लिखा गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसी जलालत भरी जिंदगी एक जनप्रतिनिधि नहीं जी सकता। योगेंद्र ने कहा कि वह विधायक हैं, कोई रंगदार नहीं, लेकिन पुलिस उन्हें लगातार रंगदार साबित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने जानमाल के सुरक्षा की भी गुहार लगाई।


कहा कि दो बॉडीगार्ड दिए गए हैं, लेकिन हर 15 दिन में इन्हें बदल दिया जाता है। विधायक ने बताया कि राज्यपाल ने सारी बातें गंभीरता से सुनीं और अपने प्रधान सचिव को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया।

विधायक ने कहा कि राज्य के 46 संबद्ध कॉलेजों के स्थायीकरण के मुद्दे पर उन्होंने शिक्षक नेताओं के साथ राज्यपाल से बातचीत की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के एक मंत्री करोड़ों रुपया लेकर कोल ब्लॉक के लिए एनओसी दे रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।

बीकानेर .....न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी

मारपीट के आरोपी न्यायिक अभिरक्षा में


बीकानेर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या तीन रेखा चौधरी की अदालत ने महिला के घर में घुसकर मारपीट कर लज्जाभंग करने के आरोपी बाबूसिंह एवं रोहित सिंह राजपूत को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। प्रकरण के अनुसार परिवादी इंद्रादेवी ओझा ने एक नवंबर-2011 को पुलिस थाना नयाशहर में रिपोर्ट दी कि 27 अक्टूबर की शाम उसकी बहन के घर के आगे 5-6 लड़के शराब पीए हुए आपस में लड़ रहे थे।परिवादी द्वारा मना करने पर शाम को देख लेने की धमकी दी। शाम को परिवादी घर गई तो आरोपियों ने परिवादी के घर में घुसकर परिवादी महिला के साथ मारपीट कर लज्जाभंग की एवं गले की चेन तोड़ ली।

रिश्वत लेने का आरोपी डॉक्टर दोषमुक्त

बीकानेररिश्वत लेने के लगभग पांच वर्ष पुराने मामले में भ्रष्टाचार निवारण मामलात की अदालत ने प्रसूति रोग विभाग पीबीएम अस्पताल के तत्कालीन विभागाध्यक्ष डॉ.मुकेश राघव को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया।

इस मामले में परिवादी आडसर निवासी महावीर प्रसाद से 15 अक्टूबर-06 को परिवादी की पुत्री रजनी को अस्पताल से छुट्टी देने की एवज में एक हजार रुपए की रिश्वत लेकर टेबल पर रखवाई। आरोपी को एसीबी चौकी ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। परिवादी ने 14 अक्टूबर को-06 को इस आशय की रिपोर्ट भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चौकी को दी थी। मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से 14 गवाहों के बयान न्यायालय में करवाए गए।

लाखों रुपए ठगने वाला मुल्जिम रिमांड पर
बीकानेर  कोटगेट थाना पुलिस ने लोन देने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए ठगने के आरोपी संदीप शर्मा को रिमांड पर लिया है।

कोटगेट पुलिस थाने के एसएचओ देवानंद ने बताया कि संदीप ने बीकानेर में राधिका फायनेंस के नाम से कार्यालय खोलकर लोन देने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए ऐंठ लिए। उसे जयपुर केन्द्रीय कारागृह से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर बीकानेर लाया गया था। शुक्रवार को उसे न्यायालय में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। ठगी के इस मामले में अभियुक्त के अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जाएगी।

प्रमिला की कविताओं में राष्ट्रप्रेम के स्वर


प्रमिला की कविताओं में राष्ट्रप्रेम के स्वर

बीकानेर  संवेदनशीलता के पटल पर शब्द बनकर प्रमिला गंगल की रचनाएं आग्नेय तत्व रचनात्मक चेतना के रूप में उभरा है। यह कहना है साहित्यकार भवानीशंकर व्यास ‘विनोद’ का। कवयित्री प्रमिला गंगल की हिन्दी काव्य कृति ‘आह्वान’ तथा ‘ब्रज सुधा’ का लोकार्पण शुक्रवार को महाराजा नरेन्द्रसिंह ऑडिटोरियम नागरी भंडार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विनोद ने कहा कि ब्रज के माधुर्य के साथ मुखरित हुई ‘ब्रज सुधा’ में लौकितता में अलौकिकता, देशप्रेम के स्वर, भारतीय संस्कृति के प्रति अनुराग, समय का सत्य आदि भावों को प्रकट किया है। हिन्दी विश्वभारती अनुसंधान परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम में संवित् सोमगिरि महाराज ने कहा कि पुस्तकों में प्रमिला गंगल की भीतर की पीड़ा, आवेग, उत्साह, विद्रोह के भाव कविता बनकर प्रकट हुए हैं। मुख्य अतिथि डॉ. मदन केवलिया ने प्रमिला की कविताओं में ब्रज की मिठास व जनजागरण का स्वर बताया। विशिष्ट अतिथि गौरीशंकर आचार्य ‘अरुण’ ने कहा कि प्रमिला में स्वतंत्रता सेनानी परिवार के संस्कार है। डॉ.सत्यनारायण व्यास ने ब्रज रचना का पाठ किया। कार्यक्रम संयोजक विजय धमीजा ने डॉ. मदन सैनी द्वारा रचित आह्वान पुस्तक पर तथा ओ.पी.पाठक ने ब्रज सुधा पुस्तक पर पत्र वाचन किया। इस अवसर पर प्रमिला गंगल ने अपनी चुनिंदा रचनाओं का पाठ भी किया। परिषद के अशफाक कादरी ने बताया कि आह्वान पुस्तक में कुल 49 कविताएं है। कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

खग्रास चन्द्र ग्रहण (10 -12 -2011 _का विभिन्न राशियों पर प्रभाव--

खग्रास चन्द्र ग्रहण (10 -12 -2011 _का विभिन्न राशियों पर प्रभाव---

पंडित दयानन्द शास्त्री

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इस खग्रास चन्द्र ग्रहण का प्रभाव विभिन्न राशियों पर भिन्न-भिन्न पडे़गा. यह ग्रहण वृष राशि में रोहिणी तथा मृगशिरा नक्षत्र में लगेगा. इसलिए इस ग्रहण का प्रभाव इन दोनों नक्षत्रों के जातकों तथा राशि पर पडे़गा. इन्हें इस दिन दान तथा जाप आदि अवश्य करने चाहिए. इन्हें चन्द्र, शुक्र तथा राहु का जाप तथा दान करना चाहिए. ग्रहण का प्रभाव ग्रहण लगने के 15 दिन तक देखा जा सकता है. सभी राशियों पर इस खग्रास चन्द्र ग्रहण का प्रभाव निम्न होगा :-

मेष राशि---

इन जातकों को धन हानि उठानी पड़ सकती है. घर में कलह-क्लेश का सामना करना पड़ सकता है. घर के सुख में अथवा माता के सुख में कमी रह सकती है.

वृष राशि ---

यह ग्रहण वृष राशि में लगने के कारण इन जातकों को शारीरिक कष्ट का सामना करना पड़ सकता है. स्वास्थ्य खराब अथवा चोट आदि भी लग सकती है.

मिथुन राशि ---

इस राशि के जातकों को धन हानि हो सकती है. लाभ में कमी बनी रह सकती है. अकारण खर्चों में बढोतरी हो सकती है. आमदनी कम तो व्यय अधिक होगा.

कर्क राशि ---

कर्क राशि के जातकों को निराश नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह ग्रहण उनके लिए धन लाभ देने वाला है. उन्हें आकस्मिक लाभ हो सकता है.

सिंह राशि----

सिंह राशि के जातकों को गुप्त चिन्ता बनी रह सकती है. इन्हें अपनी चिन्ताओं को किसी के साथ अवश्य बाँटना चाहिए.

कन्या राशि----

कन्या राशि के जातकों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि उन्हें अपमान का सामना करना पड़ सकता है. इन्हें शत्रु भय भी सता सकता है.

तुला राशि---

इन जातकों को सुख की प्राप्ति होगी. गुप्त रुप से लाभ में वृद्धि होगी. राह की बाधाएँ दूर होगीं.

वृश्चिक राशि ----

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण कुछ कष्टकारी हो सकता है. इस ग्रहण का प्रभाव इनके दाम्पत्य जीवन पर पडे़गा. घर में कलह अथवा जीवनसाथी का स्वास्थ्य चिन्ता का विषय बन सकता है.

धनु राशि----

इस राशि के जातकों को शारीरिक रोगों का सामना करना पड़ सकता है. इससे मन भी दुखी रहेगा.

मकर राशि -----

मकर राशि के जातकों को संतान से कष्ट अथवा संतान को कष्ट हो सकता है. इन्हें सभी क्षेत्रों में सावधान रहना चाहिए, क्योंकि इन्हें मानहानि का सामना करना पड़ सकता है.

कुम्भ राशि----

इन जातकों के सभी मनोरथ पूर्ण होने की संभावना बनती है. मनोवांछित कार्य सिद्ध होगें.

मीन राशि ----

मीन राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण शुभफलदायी रहेगा. इन्हें धन लाभ होगा. छोटे भाई-बहनों की ओर से सुख की प्राप्ति हो सकती है.

व्यक्तिगत रूप में जिनका जन्म रोहिणी एवं मृगशिरा नक्षत्र में हुआ है तथा कुंडली में विंशोत्तरी महादशा किसी प्रबल षष्ठेश, अष्टमेश या द्वादशेश क़ी चल रही हो तो कृपया मानसिक रूप से भयंकर हानि एवं कष्ट का सामना करने के लिए तैयार रहे. किन्तु यदि शुभ लग्नेश, पंचमेश, नवमेश या द्वादशेश क़ी महादशा चल रही हो तो थोड़ी बहुत परेशानी ही होगी. उत्तरा फाल्गुनी एवं हस्त नक्षत्र में जन्म लेने वालो को पारिवारिक क्लेश का सामना करना पडेगा. चित्रा एवं स्वाती नक्षत्र वालो को अपमान एवं पदावानती झेलनी पड़ेगी. ज्येष्ठा नक्षत्र जातको को पति/पत्नी तथा बच्चो से घृणा या अपमान मिलेगा. शेष नक्षत्र में जन्म लेने वाले सामान्य रूप से ही रहेगें. पुष्य एवं अश्लेषा नक्षत्र में जन्म लेने वालो को शुभ सन्देश एवं सफलता के अलावा धन लाभ का भी बहुत बड़ा अवसर मिलेगा. उत्तरभाद्रपद, रेवती, पूर्वाफाल्गुनी एवं मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले सुख एवं उन्नति प्राप्त करेगें. कुंडली में जिसकी बुध एवं चन्द्रमा क़ी दशान्तार्दाशा चल रही होगी उन्हें भी विशेष सावधानी क़ी ज़रुरत है.

ऊपर जिनके लिए ग्रहण का फल अशुभ बताया गया है उन्हें चाहिए कि ग्रहण के दौरान समूल कुश, मंजरी समेत तुलसी के पत्ते, लाल चन्दन क़ी एक छोटी लकड़ी, हाथी के पूंछ का एक या दो बाल, अरोघ्नी, देवरस एवं निवारू साथ में रखे. इसे शास्त्रों में “सप्तार्क” कहा गया है. जब तक जगे है तब तक तो इन सब को पाकिट में ग्रहण के दौरान रखें. जब ग्रहण समाप्त हो जाय तो इन सब को स्वच्छ शुद्ध जल में ड़ाल कर स्नान कर लें. अगले दिन सूरज निकलने पर फिर इन सब को कही ज़मीन में दबा दें या कही बहते जल में ड़ाल दें. इससे ग्रहण का कुप्रभाव दूर होता है.

ग्रहण के सूतक और ग्रहण काल ...ग्रहण काल तथा बाद में करने योग्य कार्य ——

ग्रहण का सूतक काल--10 दिसम्बर 2011 के दिन खग्रास चन्द्र ग्रहण दिखाई देगा. इस ग्रहण का सूतक काल, इस दिन सुबह भारतीय समयानुसार 09:15 बजे से आरम्भ हो जाएगा.


पंडित दयानन्द शास्त्री

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ग्रहण काल तथा बाद में करने योग्य कार्य ——

ग्रहण के सूतक और ग्रहण काल में स्नान, दान, जप, पाठ, मन्त्र, सिद्धि, तीर्थ स्नान, ध्यान, हवनादि शुभ कार्यो का करना कल्याणकारी रहता है. धार्मिक लोगों को ग्रहण काल अथवा 10 दिसंबर के सूर्यास्त के बाद दान योग्य वस्तुओं का संग्रह करके संकल्प कर लेना चाहिए. तथा अगले दिन 11 दिसंबर,2011 को प्रात: सूर्योदय के समय पुन: स्नान करके संकल्पपूर्वक योग्य ब्राह्माण को दान देना चाहिए.

ग्रहण के समय स्नानादि करने के पश्चात अपने इष्टदेव का ध्यान करना चाहिए. चन्द्र ग्रहण पर भगवान चन्द्र की पूजा करनी चाहिए. चन्द्र के मंत्रों का जाप करना चाहिए. जिसकी जो श्रद्धा है उसके अनुसार पूजा-पाठ, वैदिक मंत्रों का जाप तथा अनुष्ठान आदि करना चाहिए. ग्रहण के दौरान ही अन्न, जल, धन, वस्त्र, फल आदि का अपनी सामर्थ्य अनुसार दान देना चाहिए. ग्रहण समय में पवित्र स्थलों पर स्नान करना चाहिए. इस दिन प्रयाग, हरिद्वार, बनारस आदि तीर्थों पर स्नान का विशेष महत्व होता है.

धर्म सिन्धु के अनुसार, ग्रहण मोक्ष उपरान्त पूजा पाठ, हवन- तर्पण, स्नान, छाया-दान, स्वर्ण-दान, तुला-दान, गाय-दान, मन्त्र- अनुष्ठान आदि श्रेयस्कर होते हैं। ग्रहण मोक्ष होने पर सोलह प्रकार के दान, जैसे कि अन्न, जल, वस्त्र, फल आदि जो संभव हो सके, करना चाहिए।ग्रहण के समय स्नानादि करने के पश्चात अपने इष्टदेव का ध्यान करना चाहिए. चन्द्र ग्रहण पर भगवान चन्द्र की पूजा करनी चाहिए. चन्द्र के मंत्रों का जाप करना चाहिए. जिसकी जो श्रद्धा है उसके अनुसार पूजा-पाठ, वैदिक मंत्रों का जाप तथा अनुष्ठान आदि करना चाहिए. ग्रहण के दौरान ही अन्न, जल, धन, वस्त्र, फल आदि का अपनी सामर्थ्य अनुसार दान देना चाहिए. ग्रहण समय में पवित्र स्थलों पर स्नान करना चाहिए. इस दिन प्रयाग, हरिद्वार, बनारस आदि तीर्थों पर स्नान का विशेष महत्व होता है.

धर्मसिन्धु के अनुसार ग्रहण काल में स्पर्श के समय स्नान, ग्रहण काल में मध्य समय में होम तथा देवपूजन करना चाहिए. ग्रहण मोक्ष के समय में पितरों का श्राद्ध करना चाहिए. अन्न, वस्त्र, धन आदि का अपनी क्षमतानुसार दान करना चाहिए. ग्रहण जब पूर्ण रुप से समाप्त हो जाए तब फिर स्नान करना चाहिए. यह सभी क्रम से करना चाहिए.

सूतक व ग्रहण काल में मूर्ति स्पर्श करना, अनावश्यक खाना-पीना, मैथुन, निद्रा, तैल, श्रंगार आदि करना वर्जित होता है. झूठ-कपटादि, वृ्था- अलाप आदि से परहेज करना चाहिए. वृ्द्ध, रोगी, बालक व गर्भवती स्त्रियों को यथानुकुल भोजन या दवाई आदि लेने में दोष नहीं लगता है.भारतीय शास्त्रों में ग्रहण काल में कुछ कार्यों के बारे में बताया गया है जिन्हें ग्रहण समय में नहीं करना चाहिए. इस समय गर्भवती महिलाओं को चाकू का उपयोग नहीं करना चाहिए. सब्जी तथा फलों को नहीं काटे. पापड़ भी नहीं सेंकना चाहिए. उत्तेजित पदार्थों से दूर रहना चाहिए. इस दौरान संभोग नहीं करना चाहिए. माँस तथा मदिरा का परहेज करना चाहिए.

कुप्रभाव से ऐसे बचें —–

ग्रहण का सूतक तीन प्रहर यानी नौ घंटे पहले से शुरू होगा। सूतक और ग्रहण काल में भगवान की पूजा व मूर्ति स्पर्श नहीं करना चाहिए। ग्रहण के कुप्रभाव से बचने के लिए भगवान के नाम का स्मरण करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान व चंद्रमा से संबंधित सफेद वस्तुएं व अन्न दान करें।

चन्द्रग्रहण में बोलें चंद्र गायत्री मंत्र.. टेंशन से मिलेगा छुटकारा----

प्रतियोगिता के इस दौर में मानसिक तनाव जीवन का हिस्सा है। तनाव से बिखरा और दु:खी मन इंसान की मनोदशा ही नहीं व्यवहार में भी बुरे बदलाव लाता है। जिससे जीवन में आंतरिक ही नहीं बाहरी कलह भी स्वयं के साथ करीबी लोगों के तनाव और कष्ट का कारण बन सकता है। ऐसी दशा से बाहर आने के लिए मानसिक संयम रख तनाव का कारण बनी समस्या, असफलता या अधूरी इच्छाओं पर सकारात्मक विचार जरूरी है।



वहीं इस समस्या के धार्मिक उपायों पर विचार करें तो शास्त्रों में चन्द्र मन का स्वामी माना गया है। यही कारण है कि ज्योतिष शास्त्रों में तनाव, बेचैनी, मानसिक रोगों का कारण चन्द्र दोष माना जाता है। चन्द्र की अनुकूल स्थिति में इंसान मानसिक ऊर्जा से भरपूर, शांत और निरोगी जीवन पाता है।



वैसे तो चन्द्र दोष दूर करने के लिए सोमवार, अमावस्या का दिन बहुत ही शुभ होता है। किंतु चन्द्र दोष से पीडि़त के लिए चन्द्रग्रहण के दौरान चन्द्र उपासना बहुत ही जरूरी होती है। चन्द्रग्रहण से जुड़ी पौराणिक कथाओं के मुताबिक समुद्र मंथन से निकले अमृत के बंटवारे के दौरान पैदा हुई शत्रुता के कारण छायाग्रह राहु के द्वारा चन्द्र को ग्रसने से चन्द्रग्रहण होता है।



बहरहाल, धर्म हो य विज्ञान चन्द्र के मानव जीवन और प्रकृति पर चन्द्र के प्रभाव को स्वीकारते हैं। इसलिए अगर आप भी किसी मानसिक परेशानी या तनाव से गुजर रहें है तो मन को शांत और एकाग्र करने के लिए कल यहां बताई जा रही चन्द्र पूजा की सरल विधि के साथ चन्द्रग्रहण के दौरान इस चन्द्र गायत्री मंत्र का जप करें -



- प्रात: स्नान कर नवग्रह मंदिर या देवालय में चन्द्रदेव की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं।



- स्नान के बाद चंद्र पूजा में विशेष तौर पर सफेद सामग्रियों को अर्पित करें। इनमें सफेद चंदन, सफेद सुंगधित फूल, अक्षत, सफेद वस्त्र, दूर्वा चढ़ाकर दही या दूध से बनी मिठाईयों का भोग लगाएं।



- पूजा के बाद इस चन्द्र गायत्री मंत्र का स्मरण करें, इसी चंद्र मंत्र का चंद्रग्रहण के दौरान भी जाप करें -



ॐ क्षीरपुत्राय विद्महे, अमृत तत्वाय धीमहि। तन्नो चन्द्रः प्रचोदयात्।।



- पूजा व मंत्र जप के बाद घी व कर्पूर से आरती कर मानसिक सुख की कामना कर प्रसाद ग्रहण करें। रात्रि में चन्द्रग्रहण के दौरान मन ही मन चंद्र जप का यथाशक्ति जप मन को शांत, एकाग्र और स्थिर करने के साथ स्वास्थ्य और संतान सुख भी देने वाला माना गया है।

इस वर्ष का अंतिम ग्रहण दस दिसंबर,2011 को ---छह घंटे का पूर्ण चन्‍द्र ग्रहण---


इस वर्ष का अंतिम ग्रहण दस दिसंबर,2011 को ---छह घंटे का पूर्ण चन्‍द्र ग्रहण---

Pt. DAYANANDA SHASTRI

JHALRAPATAN CITY

पंडित दयानन्द शास्त्री

मार्ग शीर्ष पूर्णिमा अर्थात 10 दिसंबर को शनिवार के दिन चंद्रग्रहण लगेगा. यह चंद्रग्रहण ज्योतिषीय मतानुसार वृषभ पर लग रहा है. वृषभ राशि पृथ्वी के अर्द्धोन्नत पृष्ठ तल पर पड़ती है. एक मोटी गणना के अनुसार पृथ्वी का लगभग 64 हजार किलोमीटर का क्षेत्रफल ग्रहण के दौरान चन्द्रमा के प्रकाश से महरूम रहेगा. ग्रहण के दौरान चन्द्रमा के ठीक पीछे गुरु एवं इससे लगभग 61 अंश क़ी दूरी पर ठीक आगे मंगल है. चन्द्रमा मृगशीर्ष नक्षत्र, सूर्य ज्येष्ठा, मंगल पूर्वाफाल्गुनी, वक्री बुध अनुराधा, वक्री गुरु अश्विनी, शुक्र पूर्वाषाढा, शनि चित्रा, राहू ज्येष्ठा एवं केतु रोहिणी नक्षत्र में रहेगा. विश्व के लिए इसका फल निम्न प्रकार प्राप्त होगा---

मध्य भारत, सम्पूर्ण यवन प्रदेश (मुस्लिम शाषित देश जैसे इरान, इराक, बहरीन, कुवैत, ओमान, जेद्दा, दोहा, अल्जीरिया, लीबिया, इजराईल आदि), अफ्रिका का मध्य भाग जैसे जाम्बिया, घाना, इथोपिया, सोमालिया तथा केमरून आदि प्रदेश, तथा उत्तरी अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी प्रांत, चीन के सूदूरवर्ती पूर्वी प्रदेश अज्ञात बीमारी, नरसंहार एवं उग्र प्राकृतिक विपदा से गुजरेगें.



पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान 10 दिसंबर को सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की लुका छिपी का रोमांचक नजारा भारत समेत दुनिया के अधिकांश भू-भागों में देखा जा सकेगा। छह घंटे की खगोलीय घटना के दौरान चंद्रमा पूरी तरह पृथ्वी की ओट में छिप जायेगा। उज्जैन की जीवाजी वेधशाला के तकनीकी अधिकारी दीपक गुप्ता ने आज फोन पर भाषा को बताया कि पूर्ण चंद्रग्रहण की शुरूआत भारतीय समय के मुताबिक 10 दिसंबर को शाम पांच बजकर दो मिनट पर होगी और यह रात 11 बजकर दो मिनट पर खत्म हो जायेगा।

यह ग्रहण 10 दिसम्बर, 2011 दिन शनिवार को भारत में दिखाई देगा. ग्रहण की अवधि 3 घण्टे 33 मिनट तक रहेगी. शाम को 6 बजकर 15 मिनट से रात 9 बजकर 48 मिनट तक ग्रहण सारे भारत में दिखाई देगा. भारत में ग्रहण आरम्भ होने से पहले ही चन्द्र उदय हो जाएगा. भारत के सभी भागों में शाम 4:30 मिनट से 5:45 मिनट तक चन्द्र उदय हो जाएगा. इस ग्रहण का प्रारम्भ, मध्य तथा समाप्ति रुप भारत के सभी भागों में दिखाई देगा.

भारत के अतिरिक्त यह ग्रहण अफ्रीका, यूरोप, मध्य-पूर्वी एशिया, आस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरीका, ग्रीनलैण्ड, पूर्वी कनाडा, हिन्द, प्रशान्त और आर्कटिक महासागर में दिखाई देगा.

कोई दो सदी पुरानी वेधशाला के अधिकारी ने संस्थान की गणना के हवाले से बताया कि पूर्ण चंद्रग्रहण रात आठ बजकर दो मिनट पर अपने चरम स्तर पर पहुंचेगा, जब पृथ्वी की छाया से चंद्रमा पूरी तरह ढंक जायेगा। उन्होंने बताया कि पूर्ण चंद्रग्रहण का नजारा मध्य-पूर्व एशिया, अफ्रीका, यूरोप, आस्‍ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका और ग्रीनलैंड में दिखायी देगा।



यह इस साल का आखिरी ग्रहण होगा। पूर्ण चंद्रग्रहण तब होता है, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है। परिक्रमारत चंद्रमा इस स्थिति में पृथ्वी की ओट में पूरी तरह छिप जाता है और उस पर सूर्य की रोशनी नहीं पड़ती है।यह मृगशिरा नक्षत्र व वृष राशि में होगा। ग्रहण शाम 6 बजकर 15 मिनट पर शुरू होगा और रात 9 बजकर 15 मिनट पर समाप्त होगा। मृगशिरा नक्षत्र व वृष राशि वालों के लिए ग्रहण अनिष्टकारी रहेगा।चन्द्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि को होता है। सूर्य व चन्द्रमा के बीच पृथ्वी के आ जाने से पृथ्वी की छाया से चन्द्रमा का पूरा या आंशिक भाग ढक जाता है तो पृथ्वी के उस हिस्से में चन्द्र ग्रहण नजर आता है। चन्द्र ग्रहण दो प्रकार का नजर आता है। पूरा चन्द्रमा ढक जाने पर सर्वग्रास चन्द्रग्रहण तथा आंशिक रूप से ढक जाने पर खण्डग्रास चन्द्रग्रहण लगता है।पृथ्वी की छाया सूर्य से 6 राशि के अन्तर पर भ्रमण करती है तथा पूर्णमासी को चन्द्रमा की छाया सूर्य से 6 राशि के अन्तर होते हुए जिस पूर्णमासी को सूर्य एवं चन्द्रमा दोनों के अंश, कला एवं विकला पृथ्वी के समान होते हैं अर्थात एक सीध में होते हैं, उसी पूर्णमासी को चन्द्र ग्रहण लगता है।

चन्द्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी का आना ही चन्द्र ग्रहण कहलाता है। चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य व चन्द्रमा के बीच पृथ्वी इस तरह से आ जाता है कि पृथ्वी की छाया से चन्द्रमा का पूरा या आंशिक भाग ढक जाता है और पृथ्वी सूर्य की किरणों के चांद तक पहुंचने में अवरोध लगा देती है। तो पृथ्वी के उस हिस्से में चन्द्र ग्रहण नज़र आता है। चन्द्र ग्रहण दो प्रकार का नज़र आता है।



01.—पूरा चन्द्रमा ढक जाने पर सर्वग्रास चन्द्रग्रहण ।

02.–आंशिक रूप से ढक जाने पर खण्डग्रास (उपच्छाया) चन्द्रग्रहण लगता है। ऐसा केवल पूर्णिमा के दिन संभव होता है, इसलिये चन्द्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही होता है।

इस खग्रास चन्द्र ग्रहण की अवधि - भारतीय समयानुसार --

ग्रहण आरम्भ - 18:15 घण्टे

खग्रास प्रारम्भ - 19:36 घण्टे

ग्रहण मध्य या परम ग्रास - 20:02 घण्टे

खग्रास समाप्त - 20:28 घण्टे

ग्रहण समाप्त - 21:48 घण्टे

चन्द्र मलिन आरम्भ - 17:02 बजे से

चन्द्र क्रान्ति निर्मल - 23:02 बजे से

मिनी ट्रक ने ट्रेलर को मारी टक्कर, ड्राइवर सहित तीन मरे


मिनी ट्रक ने ट्रेलर को मारी टक्कर, ड्राइवर सहित तीन मरे


बाड़मेर सिणधरी क्षेत्र के पांयला गांव में मेगा हाइवे पर गुरुवार देर रात ब्रेकर पार कर रहे ट्रेलर को पीछे से आ रहे मिनी ट्रक ने टक्कर मार दी। दुर्घटना में ट्रक ड्राइवर समेत तीन जनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रेलर चालक भाग छूटा। घटना के दो घंटे बाद सिणधरी पुलिस सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला गया।

मेगा हाइवे पर पांयला कला गांव के पास गुरुवार रात्रि 11 बजे ब्रेकर क्रॉस कर ट्रेलर सिणधरी की तरफ जा रहा था। इसी दौरान पीछे से आ रहे मिनी ट्रक ने ट्रेलर को टक्कर मार दी। ट्रक तेज गति में होने से ड्राइवर उम्मेदसिंह (31)पुत्र भोजरासिंह निवासी खिंयासरिया देचू, सह चालक कालूसिंह(22) पुत्र भोजराजसिंह निवासी खिंयासरिया देचू व श्रमिक भींयाराम (35)पुत्र चिमनाराम जाट निवासी बूठ जेतमाल धोरीमन्ना की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर सिणधरी पुलिस दल मौके पर पहुंची। इस बीच ट्रेलर चालक गाड़ी को भगा ले गया। सीएचसी सिणधरी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।

टोल प्लाजा पर पकड़ा ट्रेलर. दुर्घटना के बाद ट्रेलर चालक गाड़ी भगा ले गया। भूंका भगतसिंह के पास स्थित टोल प्लाजा पर पुलिस ने चालक संदीपसिंह निवासी चाडवाल पंजाब को गिरफ्तार कर ट्रेलर को जब्त कर लिया।

यूं पकड़ में आया: मिनी ट्रक के ट्रेलर में घुसने के बाद ट्रेलर चालक तो पहले भी भाग गया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर ट्रेलर नहीं था। लेकिन हादसे के दौरान ट्रेलर के पीछे लगी नंबर प्लेट नीचे गिर गई थी। इसके आधार पर पुलिस ने टोल प्लाजा को सूचना दी। जिस पर ट्रेलर पकड़ में आ गया।

एक घंटे तक तड़पते रहे घायल

हादसे के बाद ट्रक के केबिन में फंसे घायल करीब एक घंटे तक जिंदगी व मौत से जूझते रहे। हाइवे से गुजर रहे वाहन चालकों ने भी घायलों की सहायता की हिम्मत नहीं जुटाई। पुलिस मौके पर पहुंची तब तक काफी देर हो चुकी थी।

सिरोही जालोर.....न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी





जालोर जेल से भागा सिरोही का कैदी बाड़मेर में गिरफ्तार

सिरोही जालोर कारागार से फरार सिरोही के 5 कैदियों में से एक कैदी को बाड़मेर पुलिस ने बस स्टैंड से शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया।शेष कैदियों की तलाश जारी है। गौरतलब है कि सिरोही जेल भवन में मरम्मत कार्य के दौरान कैदियों को अलग-अलग कारागार में शिफ्ट किया गया था। इनमें से 20 कैदियों को जालोर कारागार में शिफ्ट किया गया था।जालोर जेल से फरार हुए 14 कैदियों में से 5 कैदी सिरोही जेल के थे। इनमें से फरार कैदी भागीरथ पुत्र सुखाराम विश्नोई को सरूपगंज पुलिस थाना अधिकारी देवाराम ने गत 7 अक्टूबर को गिरफ्तार कर उसके पास से 301 किलो डोडा पोस्त जब्त किया था। सिरोही कारागार के फरार शेष कैदी रंगलाल पुत्र वाड़त राम मेघवाल, गणेशराम पुत्र तगाराम विश्नोई और कमल सिंह पुत्र डूंगर सिंह राजपूत की तलाश अभी जारी है। पुलिस का दावा है कि भागीरथ की गिरफ्तारी से दूसरे कैदियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने की पूरी संभावना है।



रीछ के हमले से महिला गंभीर जख्मी

माउंट आबू उतरज गांव में शुक्रवार को रीछ के हमले में महिला कृषक गंभीर रूप से जख्मी हो गई। उसे इलाज के लिए ग्लोबल अस्पताल पहुंचाया गया। उतरज निवासी गंगा कुंवर शुक्रवार को उसके कृषि फार्म हाउस में बने मकान के पीछे फसल काट रही थी। तभी अचानक फसलों के पीछे से आए रीछ ने महिला पर हमला कर दिया। रीछ ने महिला के पैर में दो-तीन जगह पंजे व दांतों से हमला कर लहूलुहान कर दिया। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास से दौड़ कर मौके पर पहुंचे लोगों ने रीछ को भगाया तथा महिला को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।



बारूद बेचने वाला गिरफ्तार

पालड़ी एम. के निकटवर्ती वाड़का गांव में दोहरा हत्याकांड का मामला, आरोपियों को न्यायिक आदेश पर जेल भेजा

सिरोही पालड़ी एम थाना क्षेत्र के वाड़का गांव में पांच दिन पूर्व दो भाइयों की हत्या के मामले में पुलिस ने हत्या के उपयोग में ली गई बंदूक में प्रयुक्त बारूद बेचने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया।उसके पास पुलिस को फ्यूज वायर भी मिले। पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी उगम सिंह से पूछताछ के बाद उस शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार वाड़का गांव में हुए दोहरा हत्याकांड के मामले की जांच कर रहे पुलिस उपअधीक्षक सीताराम मीणा को उगम सिंह से पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य मिले। उगम सिंह ने पुलिस के सामने स्वीकारा कि उसने पांच-छह माह पूर्व ही टोपीदार बंदूक अरठवाड़ा निवासी जुझार सिंह से 3 हजार रुपए में खरीदी थी। तस्दीक के दौरान पता चला कि उसके पास बंदूक नहीं है। पुलिस को उसके पास एक चाकू मिला। इस पर पुलिस ने उसे आम्र्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को ये भी बताया कि छावनी शिवगंज निवासी अकरम खां पुत्र चांद खां से बारूद खरीदा था। पुलिस ने अकरम के घर दबिश दी तो पता चला कि मुख्य बाजार में सिटीजन वॉच के नाम से दुकान है तथा वहां पर घड़ी मरम्मत करने का कार्य करता है। पुलिस को तलाशी के दौरान उसके पास 240 ग्राम बारूद तथा दो फ्यूज वायर मिले। एक वायर 13 फीट 4 इंच तो दूसरा 4 फीट 2 इंच लंबा था। पुलिस ने उसके खिलाफ भी आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। बाद में उसे जमानत पर छोड़ दिया। पुलिस ने उगम सिंह की रिमांड अवधि पूरी होने पर उसे न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने दलपतसिंह और केसरसिंह की हत्या में प्रयुक्त लाठी व अन्य हथियार पुलिस पहले ही जब्त कर चुकी है।


लाखों रुपए के चोरी के तार बरामद

तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार, करीब ९ लाख रुपए के तार जब्त

सांचौर पुलिस ने पीडब्ल्यूडी रोड स्थित एक कबाड़ी की दुकान से करीब 9 लाख रुपए की लागत के चोरी के तार जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया है।

थानाधिकारी गोपसिंह देवड़ा ने बताया कि मुखबीर से पीडब्लूडी रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल के पास कबाड़ी की दुकान पर चोरी के तार गाड़ी में भरने की इत्तला मिली। जिस पर पुलिस जाब्ते ने मौके पर पहुंचकर कबाड़ी मालिक सुभाष पुत्र घासीराम खटीक, विनोद घासीराम खटीक, किशन पुत्र जामताराम खटीक निवासी सांचौर से पूछताछ की। चोरी किए तारों के संबंध में उनके पास कोई कागजात नहीं होने व पुलिस को देखकर वे घबरा गए। जिस पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि जब्त किए गए ‘एएएसीएचआर’ स्टील वायर नर्मदा नहर की 33 केवी बिजली लाइन में प्रयुक्त होने वाले हैं। पुलिस ने 870 किलो 11 केवी लाइन के तार, 745 किलो 33 केवी टॉवर वी क्रॉस, 35 क्विंटल 38 किलो वजनी 60 फीट पीवीसी केबल बरामद की है। जिसकी अनुमानित लागत 9 लाख रुपए बताई जा रही है। कबाड़ी से भारी मात्रा में जब्त तार कहां से आया व इसके पीछे किस गिरोह का हाथ है। इस बारे में फिलहाल कोई पता नहीं लग पाया है। पुलिस फिलहाल आरोपियों से पूछताछ कर रही है।