शनिवार, 10 दिसंबर 2011

सिरोही जालोर.....न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी





जालोर जेल से भागा सिरोही का कैदी बाड़मेर में गिरफ्तार

सिरोही जालोर कारागार से फरार सिरोही के 5 कैदियों में से एक कैदी को बाड़मेर पुलिस ने बस स्टैंड से शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया।शेष कैदियों की तलाश जारी है। गौरतलब है कि सिरोही जेल भवन में मरम्मत कार्य के दौरान कैदियों को अलग-अलग कारागार में शिफ्ट किया गया था। इनमें से 20 कैदियों को जालोर कारागार में शिफ्ट किया गया था।जालोर जेल से फरार हुए 14 कैदियों में से 5 कैदी सिरोही जेल के थे। इनमें से फरार कैदी भागीरथ पुत्र सुखाराम विश्नोई को सरूपगंज पुलिस थाना अधिकारी देवाराम ने गत 7 अक्टूबर को गिरफ्तार कर उसके पास से 301 किलो डोडा पोस्त जब्त किया था। सिरोही कारागार के फरार शेष कैदी रंगलाल पुत्र वाड़त राम मेघवाल, गणेशराम पुत्र तगाराम विश्नोई और कमल सिंह पुत्र डूंगर सिंह राजपूत की तलाश अभी जारी है। पुलिस का दावा है कि भागीरथ की गिरफ्तारी से दूसरे कैदियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने की पूरी संभावना है।



रीछ के हमले से महिला गंभीर जख्मी

माउंट आबू उतरज गांव में शुक्रवार को रीछ के हमले में महिला कृषक गंभीर रूप से जख्मी हो गई। उसे इलाज के लिए ग्लोबल अस्पताल पहुंचाया गया। उतरज निवासी गंगा कुंवर शुक्रवार को उसके कृषि फार्म हाउस में बने मकान के पीछे फसल काट रही थी। तभी अचानक फसलों के पीछे से आए रीछ ने महिला पर हमला कर दिया। रीछ ने महिला के पैर में दो-तीन जगह पंजे व दांतों से हमला कर लहूलुहान कर दिया। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास से दौड़ कर मौके पर पहुंचे लोगों ने रीछ को भगाया तथा महिला को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।



बारूद बेचने वाला गिरफ्तार

पालड़ी एम. के निकटवर्ती वाड़का गांव में दोहरा हत्याकांड का मामला, आरोपियों को न्यायिक आदेश पर जेल भेजा

सिरोही पालड़ी एम थाना क्षेत्र के वाड़का गांव में पांच दिन पूर्व दो भाइयों की हत्या के मामले में पुलिस ने हत्या के उपयोग में ली गई बंदूक में प्रयुक्त बारूद बेचने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया।उसके पास पुलिस को फ्यूज वायर भी मिले। पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी उगम सिंह से पूछताछ के बाद उस शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार वाड़का गांव में हुए दोहरा हत्याकांड के मामले की जांच कर रहे पुलिस उपअधीक्षक सीताराम मीणा को उगम सिंह से पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य मिले। उगम सिंह ने पुलिस के सामने स्वीकारा कि उसने पांच-छह माह पूर्व ही टोपीदार बंदूक अरठवाड़ा निवासी जुझार सिंह से 3 हजार रुपए में खरीदी थी। तस्दीक के दौरान पता चला कि उसके पास बंदूक नहीं है। पुलिस को उसके पास एक चाकू मिला। इस पर पुलिस ने उसे आम्र्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को ये भी बताया कि छावनी शिवगंज निवासी अकरम खां पुत्र चांद खां से बारूद खरीदा था। पुलिस ने अकरम के घर दबिश दी तो पता चला कि मुख्य बाजार में सिटीजन वॉच के नाम से दुकान है तथा वहां पर घड़ी मरम्मत करने का कार्य करता है। पुलिस को तलाशी के दौरान उसके पास 240 ग्राम बारूद तथा दो फ्यूज वायर मिले। एक वायर 13 फीट 4 इंच तो दूसरा 4 फीट 2 इंच लंबा था। पुलिस ने उसके खिलाफ भी आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। बाद में उसे जमानत पर छोड़ दिया। पुलिस ने उगम सिंह की रिमांड अवधि पूरी होने पर उसे न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने दलपतसिंह और केसरसिंह की हत्या में प्रयुक्त लाठी व अन्य हथियार पुलिस पहले ही जब्त कर चुकी है।


लाखों रुपए के चोरी के तार बरामद

तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार, करीब ९ लाख रुपए के तार जब्त

सांचौर पुलिस ने पीडब्ल्यूडी रोड स्थित एक कबाड़ी की दुकान से करीब 9 लाख रुपए की लागत के चोरी के तार जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया है।

थानाधिकारी गोपसिंह देवड़ा ने बताया कि मुखबीर से पीडब्लूडी रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल के पास कबाड़ी की दुकान पर चोरी के तार गाड़ी में भरने की इत्तला मिली। जिस पर पुलिस जाब्ते ने मौके पर पहुंचकर कबाड़ी मालिक सुभाष पुत्र घासीराम खटीक, विनोद घासीराम खटीक, किशन पुत्र जामताराम खटीक निवासी सांचौर से पूछताछ की। चोरी किए तारों के संबंध में उनके पास कोई कागजात नहीं होने व पुलिस को देखकर वे घबरा गए। जिस पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि जब्त किए गए ‘एएएसीएचआर’ स्टील वायर नर्मदा नहर की 33 केवी बिजली लाइन में प्रयुक्त होने वाले हैं। पुलिस ने 870 किलो 11 केवी लाइन के तार, 745 किलो 33 केवी टॉवर वी क्रॉस, 35 क्विंटल 38 किलो वजनी 60 फीट पीवीसी केबल बरामद की है। जिसकी अनुमानित लागत 9 लाख रुपए बताई जा रही है। कबाड़ी से भारी मात्रा में जब्त तार कहां से आया व इसके पीछे किस गिरोह का हाथ है। इस बारे में फिलहाल कोई पता नहीं लग पाया है। पुलिस फिलहाल आरोपियों से पूछताछ कर रही है।


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