एक्टर ने बीवी को पीटा,हुआ गिरफ्तार
नई दिल्ली। कन्नड़ फिल्मों के मशहूर एक्टर दर्शन को घरेलू हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन पर कथित रूप से पत्नी की पिटाई का आरोप है। पिटाई के दौरान दर्शन की पत्नी विजयलक्ष्मी गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे बेंगलूरू के गायत्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दर्शन और विजयलक्ष्मी की शादी 2000 में हुई थी। इनके एक बेटा भी है।
जोधपुर।आठ दिनों से लापता एएनएम भंवरी देवी के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल विश्नोई को पुलिस ने 15 सितंबर तक रिमांड पर ले लिया है। अब तक की जांच में पुलिस इस नतीजे पर पहुंच गई है कि भंवरी का अपहरण ही हुआ है।
पुलिस जांच की दिशा भी तय हो गई है और पुलिस ने दो-तीन दिन में खुलासा करने का भी दावा किया है, लेकिन खुद भंवरी के मिलने पर अभी भी संशय बना हुआ है। इस बीच, गुरुवार रात अचानक एएनएम के साथ किसी अनहोनी की आशंका की अफवाह फैल गई, लेकिन पुलिस के उच्चधिकारियों ने ऐसा कुछ भी होने से इनकार किया। पुलिस का एक ही जवाब था कि अभी इस संबंध में कोई नई जानकारी नहीं है।
बिलाड़ा थाने में एक सितंबर को भंवरी की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने 3 सितंबर को ठेकेदार सोहनलाल से पूछताछ की थी। फिर 5 सितंबर को अपहरण का मुकदमा दर्ज होने पर पुलिस ने 6 सितंबर को सोहनलाल को गिरफ्तार कर लिया।
गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश कर 7 दिन के रिमांड पर भी ले लिया गया है। हालांकि पुलिस ने सोहनलाल का सिम कार्ड व मोबाइल फोन बरामद करने और अन्य साथी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दस दिन का रिमांड मांगा था, मगर सोहनलाल के वकील अनोपसिंह चारण ने ऐतराज किया कि पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज होने से पहले ही सोहनलाल को हिरासत में ले रखा है, इसलिए इतना रिमांड नहीं मिलना चाहिए। इस पर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जांच अधिकारी एएसपी हिम्मत अभिलाष टाक को कोर्ट में बुलाया। फिर दोनों पक्षों को सुन कर 15 सितंबर तक रिमांड पर रखने के आदेश दिए।
बस दो-तीन दिन और..
हम सही दिशा में जांच कर रहे हैं, यह भी तय हो गया कि भंवरी का अपहरण हुआ है। अब अपहरण में सहयोग करने वाले सोहनलाल के साथियों की तलाश में लगे हैं। दो-तीन में खुलासा कर देंगे।
- उमेश मिश्रा, आईजी जोधपुर रेंज।
आईएएस जैन पर एसीबी का शिकंजा
जयपुर। जयपुर-दिल्ली नेशनल हाइवे से एकाएक लापता होने के बाद सुर्खियों में आए आईएएस अधिकारी नवीन जैन अब भ्रष्टचार के मामले में घिरते नजर आ रहे हैं। आईएएस अधिकारी जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।
जैन के हनुमानगढ़ जिला कलक्टर रहने के दौरान चिकित्सा उपकरण और अन्य वस्तुओं की खरीद के मामले में हुए लाखों रूपए के घोटाले के मामले में एसीबी ने प्राथमिकी (पी) दर्ज कर ली है। इसके अलावा जैन के करौली और बारां जिला कलक्टर रहने के दौरान भी पद के दुरूपयोग के मामले में लगे आरोपों की अलग से जांच की जा रही है।
एसीबी के महानिदेशक अजीत
सिंह ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के करौली में कलक्टर रहने के दौरान लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की शिकायत भी मिल गई है, जिसकी जांच जारी है। सिंह के मुताबिक, जैन के खिलाफ हनुमानगढ़ में कलक्टर रहने के दौरान लगे आरोपों के मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है। इसके अलावा बारां जिले से मिली शिकायतों की जांच भी करवाई जा रही है।
सात से अस्सी लाख का खेल : एसीबी के सूत्रों ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के खिलाफ करौली में कलक्टर रहने के दौरान सरकारी काम-काज के प्रचार-प्रसार के मामले में लाखों रूपए का घोटाला करने की शिकायत मिली थी। सूत्रों ने बताया कि जैन के करौली में कलक्टर रहने के दौरान प्रचार-प्रसार के होर्डिंग और अन्य सामग्री के लिए सात लाख रूपए का बजट स्वीकृत हुआ था।
बताया जाता है कि जिला प्रशासन ने इस मामले में कागजों में सात लाख के बजाय करीब अस्सी लाख रूपए का खर्चा दिखा कर भुगतान उठा लिया। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने अपनी जांच शुरू की। सिंह के मुताबिक करौली प्रकरण में करीब अस्सी लाख रूपए का हेर-फेर करने का मामला सामने आया है।
एसीबी के महानिदेशक सिंह ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के खिलाफ बारां में नरेगा के कामकाज की आड़ में सरकारी जमीन की हेर-फेर करने और हनुमानगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की सामग्री की खरीद में बड़ा घोटाला करने की शिकायतें भी मिली हैं। हनुमानगढ़ जिले की शिकायत के मामले में एसीबी ने प्राथमिकी भी दर्ज कर ली है।
बॉलिवुड से राजनीति में आने वालीं जया प्रदा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर अमर सिंह ने अपना मुंह खोला तो बहुत से लोग मुश्किल में पड़ जाएंगे। जया ने उन लोगों को चेतावनी दी है, जिन्होंने अमर सिंह से फायदा उठाया लेकिन उनके मुश्किल वक्त में पीठ मोड़ कर खड़े हैं। गौरतलब है कि कैश फॉर वोट कांड में अमर सिंह इस वक्त दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।
गुरुवार को अमर सिंह से मुलाकात के बाद जया प्रदा ने कहा कि अमर सिंह जेल में कुछ नहीं खा रहे थे और कई बार उल्टियां भी कर रहे थे। जया ने अमर की किडनी में इंफेक्शन की भी आशंका जताई। जया प्रदा ने कहा, ' अमर सिंह को जेल में टॉइलेट से दिक्कत है। वहां का टॉइलेट साफ-सुथरा नहीं है। बीमार रहने की वजह से जेल में रहना उनके लिए ठीक नहीं है। '
जया ने कहा कि अमर सिंह के सरकार बचाने के दौरान बहुत से लोगों ने फायदा उठाया लेकिन अब कोई हाल तक नहीं पूछ रहा है। जया बोलीं, ' मुझे न्यायपालिका में यकीन है लेकिन आम आदमी पूछ रहा है कि वह जेल में क्यों हैं ?(विश्वासमत पर वोटिंग के दौरान) फायदा उठाने वाले वह नहीं थे, फायदा दूसरे लोगों को मिला था। '
जया प्रदा ने कहा कि सरकार और विपक्ष अमर सिंह को टारगेट कर रहे हैं, जबकि अमर सिंह कुछ नहीं बोल रहे हैं। अगर अमर सिंह ने अपना मुंह खोला तो बहुत से लोग मुश्किल में पड़ जाएंगे लेकिन वह बहुत शांत हैं। वह अपना वादा निभाते हैं, यह उनके चरित्र में है।
जया उन लोगों पर खूब भड़कीं, जो अमर सिंह से फायदा उठाने के बाद अब उनकी सुध नहीं ले रहे हैं। जया ने कहा, ' अमर सिंह ने अमिताभ बच्चन को उनके मुश्किल वक्त में सपोर्ट किया, लेकिन आज वह उनके साथ नहीं खड़े हैं। मायावती को हटाकर अमर सिंह ने मुलायम को मुख्यमंत्री बनवाया। मुलायम कुछ नहीं कर रहे। यही हाल कांग्रेस का है। ' जया ने ' अहसानफरामोशों ' की लिस्ट में आजम खान और राज बब्बर का नाम भी जोड़ा।
जया अमर सिंह को निर्दोष बताते हुए कहती हैं, ' उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। पैसा कहां से आया ? दिल्ली पुलिस के पास उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। राजनीतिक साजिश के तहत उनकी छवि खराब की जा रही है। '
जयपुर में रैगिंग ने ली छात्रा की जान!
जयपुर। जयपुर के भांकरोटा स्थित राजस्थान इंजीनियरिंग कालेज ऑफ वूमन में पढ़ने वाली एक छात्रा की मौत के बाद उसके पिता ने आरोप लगाया है कि उसकी मौत छत से गिरने से हुई है। आरोप है कि छत पर उसके साथ उसकी तीन सीनियर्स थीं, जो उस पर छत की डोली पर खड़ा होने के लिए दबाव बना रही थीं। इसी दौरान उसका पैर फिसला और नीचे गिरने से उसकी मौत हो गई। जबकि पुलिस और कॉलेज स्टाफ का कहना है छात्रा को माइग्रेन की शिकायत थी। इसी के चलते उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह कॉलेज भाजपा के एक प्रभावशाली नेता का है।
पिता ने कराया मामला दर्ज
मिली जानकारी के अनुसार सौम्या की मौत के बाद गुरूवार रात उसके पिता मिथलेश सिंह ने मामला दर्ज कराया है। विशाखापट्टनम में पोस्टेड उसके पिता गुरूवार शाम ही वहां से जयपुर आए थे। पिता ने कॉलेज प्रशासन और पुलिस पर भी दबाव बनाने का आरोप लगाया है। मिथलेश सिंह का कहना है कि सौम्या के साथ कॉलेज की ही कुछ सिनियर लड़कियों ने रैगिंग की थी। इसी के चलते उसकी मौत हुई है।
कॉजेल प्रशासन ने रच डाला नाटक
पिता मिथलेश सिंह ने बगरू थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। उनका कहना है कि कॉलेज प्रशासन ने उन पर दबाव बनाया कि वे पूरे मामले को रैगिंग से नहीं जोडें। रैगिंग के मामले को दबाने के लिए उल्टे कॉलेज प्रशासन ने ही उनकी बेटी सौम्या पर कुछ गंभीर आरोप लगा दिए। जबकि कुछ दिन पहले ही सौम्या कॉजेल में आई थी। शुक्रवार सुबह सौम्या का पोस्टमार्टम किया गया।
पूरे मामले में पुलिस की उपस्थिति से सौम्या के परिजनों में रोष्ा है। बताया जा रहा है कि कॉलेज भरतपुर के एक बीजेपी नेता का है। इसी के चलते पुलिस ने भी परिजनों से दूरी बना रखी है। वहीं काजेल प्रशासन भी लगातार रैगिंग के मामले को नहीं उछालने का दबाव बना रहा है। बगरू के थानाधिकारी का कहना है कि लड़की के पिता मिथलेश सिंह ने रैगिंग का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। मामले में जांच जारी है।
नई दिल्ली. बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में हुए धमाके की जांच अभी तक लगभग दिशाहीन ही है और इस बीच और आतंकी हमलों का खतरा नजर आ रहा है। गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि तीसरे ईमेल में अहमदाबाद पर हमले की ओर से इशारा किया गया है । इस खबर के बाद गुजरात में अलर्ट जारी कर दिया गया है। खबर है कि जमीयत-ए-मुजाहिदीन के पांच आतंकवादी पश्चिम बंगाल के बगदा इलाके के करीब बांग्लादेश की सीमा पार कर भारत में घुस गए हैं। इस खुफिया रिपोर्ट के बाद पुलिस और बीएसएफ को उत्तरी 24 परगना जिले में अलर्ट कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक सीमा में प्रवेश करने के बाद वे अलग-अलग दिशाओं में चले गए हैं। इनमें से एक आतंकवादी बम बनाने में एक्सपर्ट है।
आतंरिक सुरक्षा सचिव यूके बंसल ने सभी राज्यों को एडवायजरी जारी की है। एडवायजरी में कहा गया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना गृह मंत्रालय, दिल्ली पुलिस और एनआईए को दी जाए। गृह मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली धमाके के सिलसिले में बब्बर खालसा इंटरनेशनल और श्रीलंकाई आतंकवादियों एलटीटीई पर भी नजर रखी जा रही है। मंत्रालय ने सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश जारी करते हुए सभी हाईकोर्टों और इनके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने और क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) तैनात करने को भी कहा है।
वहीं, दिल्ली ब्लास्ट के बाद शुक्रवार को तीसरा ईमेल आया है। यह ईमेल दिल्ली पुलिस को भेजा गया है। 'किल इंडियंस' नाम से आए इस ताज़ा ईमेल में जल्द ही आतंकी हमले की बात कही गई है। यह ईमेल याहू अकाउंट से भेजा गया है। जांच एजेंसियां इस ईमेल की जांच कर रही हैं। केंद्र सरकार ने याहू से इस ईमेल के बारे में जानकारी मांगी है।
इससे पहले कथित तौर पर हूजी और इंडियन मुजाहिदीन के नाम से ईमेल आ चुके हैं। इंडियन मुजाहिदीन की ओर से गुरुवार को कथित ईमेल पश्चिम बंगाल से भेजा गया था। कोलकाता पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि यह ईमेल कोलकाता से भेजा गया था। हालांकि जांच एजेंसियां इस मेल को फर्जी मान रही हैं, क्योंकि इसमें मुजाहिदीन की स्पेलिंग तक गलत लिखी हुई है।
इसी बीच, बुधवार को धमाके के बाद किश्तवाड़ से ईमेल भेजने वाले शख्स का स्केच पुलिस ने तैयार कर लिया है। यह स्केच एक 17-18 साल के लड़के का है। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी कुलदीप खोड़ा ने इस बारे में कहा, हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही संदिग्ध शख्स को पकड़ लेंगे। पुलिस का कहना है कि इस मामले में हिरासत में लिए गए पांच लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही यह स्केच तैयार किया गया है। स्केच दिल्ली ब्लास्ट की जांच कर रही एनआईए जारी करेगी। कैफे मालिक मसूद अजीज के अलावा उसके भाई माजिद, नौकर अश्विनी, इमरान और आशिक हुसैन नाम के लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। इमरान और आशिक कथित तौर पर उस समय साइबर कैफे में दूसरे कंप्यूटरों का इस्तेमाल कर रहे थे, जब वह लड़का ईमेल लिख रहा था। किश्तवाड़ के ग्लोबल साइबर कैफे से दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर हुए ब्लास्ट के करीब तीन घंटे बाद दिल्ली के कुछ मीडिया संगठनों को घटना की जिम्मेदारी लेते हुई ईमेल भेजे गए थे।
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर हुए ब्लास्ट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 48 घायलों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। 40 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है। धमाके की जांच में जुटी जांच एजेंसियों के हाथ अब तक कोई ठोस सुराग अब तक हाथ नहीं लगा है। जांच में जुटी एनआईए तीन वीओआईपी (वॉइसओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) कॉल की जांच कर रही है। ये कॉल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से धमाके से कुछ ही मिनट पहले की गई थीं। जांचकर्ता 250 फोन कॉल की जांच कर रहे हैं। 35 वीओआईपी कॉल की भी जांच हो रही है। ये कॉल धमाके के 45 मिनट पहले किए गए थे।
खुफिया सूत्र बताते हैं कि पहला कॉल 9.27 मिनट पर हुआ था, जबकि दूसरा 9.41 बजे और तीसरा 9.51 मिनट पर। धमाका 10.14 बजे किया गया था। ये फोन कॉल और हूजी की ओर से धमाके की जिम्मेदारी लेते हुए भेजा गया ईमेल जांच एजेंसियों को धमाके के तार कश्मीरी आतंकवादियों से जुड़े होने के संकेत देता है।
नागपुर. सैलून की आड़ में चल रहे देह व्यापार के एक ठिकाने पर पुलिस ने छापा मार कर एक युवती व दो पुरुष सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में सैलून का संचालक रुपराव निंबुलकर भी शामिल है।
गुरुवार की शाम करीब 6 बजे यह कार्रवाई पुलिस उपायुक्त पोटे के विशेष दस्ते के उपनिरीक्षक एस. डी. शिंदे ने सहयोगियों के साथ मिल कर की। यह सैलून मोहन नगर स्थित अदनान अपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर पर है।
पता चला है कि रुपराव ने डेढ़ माह पहले ही सैलून की दुकान शुरू की है। सैलून जिस कमरे में है, वह कमरा रुपराव ने लगभग डेढ़ वर्ष पहले खरीदा था। सैलून की आड़ में देह व्यापार की सूचना मिलने पर गुरुवार को उपनिरीक्षक शिंदे ने एक पंटर को ग्राहक बना कर सलून में भेजा।
उसके बाद सारी हकीकत सामने आ गई। उक्त कार्रवाई में सदर के थानेदार सोमवंशी, विशेष दस्ते के एपीआई जाधव, सिपाही रघुनाथ, सचिन, दया, महिला सिपाही पदमा और रीना ने सहयोग किया।
खर्च करो तो..
पंटर ने सलून के कर्मचारी मंगेश हासोडकर से मसाज की बात की तो उसने कहा कि सलून में सब सुविधा मिलेगी। इसके लिए उसे पैसे ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे। पंटर को मंगेश ने काउंटर पर बैठे रुपराव निंबुलकर के पास भेजा।
रुपराव ने पंटर बने ग्राहक से 1500 रुपये लेने के बाद उपर बने कमरे में भेजा। कमरे में एक युवती बैठी थी। कमरे में जाने के बाद पंटर ने आस-पास जाल फैला कर बैठे पुलिसकर्मियों को संकेत कर दिया। सादे गणवेश में वहां घूम रहे पुलिसकर्मी इशारा मिलते ही हरकत में आ गए।
उपर के कमरे में महिला पुलिसकर्मी दाखिल हुई और युवती को गिरफ्तार कर लिया गया। संचालक रुपराव और मंगेश को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ सदर थाने में पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
फतेहपुर।जिला कोतवाली के मस्वानी मोहल्ला निवासी कमरुल हुदा की पुत्री फातिमा उर्फ जीनत (22) स्कूल में शिक्षक थी। उनका चचेरा भाई इरफान उससे इश्क करने लगा था। उसने अपनी बहन से निकाह का प्रस्ताव रखा। जब वह नहीं मानी तो उसने उसे मौंत की नींद सुला दी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर जीनत का शव नाले से बरामद कर लिया।
पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया कि कोतवाली इलाके के मस्वानी मोहल्ला निवासी कमरुल हुदा की पुत्री फातिमा उर्फ जीनत (22) स्कूल में शिक्षक थी। उनका चचेरा भाई इरफान उससे इश्क करने लगा था। वह शादी के लिए जीनत पर दबाव डाल रहा था। उसके इंकार करने पर उसने उसकी हत्या कर शव को सात हिस्सों में काटकर बोरे में डालकर नाले में फेंक दिया।
पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर शव बरामद कर करने के साथ ही हत्या मे प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया। हत्यारोपी को जेल भेज दिया गया है।
पाठक ने बताया कि जीनत 28 अगस्त से लापता थी। उसके पिता कमरुल हुदा ने संदेह में भाई के लड़के इरफान अहमद के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने कडाई से जब पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया।
तीन सरकारी कार्मिको की सेवाए समाप्त १७ कार्मिको के खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित
बाड़मेर जिला प्रशासन द्वारा कार्मिको की उपस्थिति तय करने के उद्देश्य से जिले में चलाये जा रहे आकस्मिक निरिक्सन में लगातार अनुपस्थित पाए गए तीन सरकारी कर्मचारियों की सेवाए समाप्त कर दी वन्ही १७ कार्मिको के खिलाफ विभागीय कार्यवाही प्रस्तावित की गयी हें.जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया की निरिक्षण टीमो द्वारा जिले के सरकारी दफ्तरों में किये जा रहे नियमित निरिक्षानो में लगातार अनुपस्थित पाए गए पवन कुमार कनिष्ठ लेखाकार बायतु भगवती महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता बगुंडी घमंडा राम जे टी ऐ बायतु की सेवाए समाप्त कर दी वंही १७ कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए गए हें
हाई कोर्ट ब्लास्ट पीड़ितों को गुरुवार को भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। किसी ने वक्त पर शव न मिलने की शिकायत की तो किसी का कहना था कि उन्हें शव के ऊपर डालने के लिए कपड़ा आदि साथ लेकर आने के लिए कहा गया था। वहीं कई लोगों ने यह आरोप भी लगाया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी ले जाने और मोर्चरी से घर ले जाने के लिए सैकड़ों रुपये मांगे गए।
ब्लास्ट में जान गंवाने वाली वसंत विहार की नलिनी के रिश्तेदार पी. के. अग्रवाल का कहना था कि नलिनी की मौत बुधवार को दोपहर 12 बजे ही हो गई थी, बावजूद इसके 2 बजे तक उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई कि शव कब दिया जाएगा और पोस्टमॉर्टम हो चुका है अथवा नहीं। गुस्साए रिश्तेदारों ने 2 बजे यहां पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का घेराव भी किया। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री का जवाब था कि हमारी प्राथमिकता घायलों को उचित इलाज देने की है।
प्रमोद चौरसिया के परिजनों का आरोप था कि प्रमोद का शव आरएमएल से लेडी हार्डिंग की मोर्चरी तक ले जाने के लिए एंबुलेंस वालों ने 1200 रुपये मांगे और मोर्चरी से किराड़ी ले जाने के लिए उनसे 3500 रुपयों की मांग की गई। प्रमोद के रिश्तेदारों का कहना था आरएमएल अस्पताल ने शवों को ले जाने के लिए प्राइवेट वैन मंगा रखी थी। उन्हें जो वैन मुहैया कराई गई थी उसका नंबर-एचआर 69 बी 6802 था। इस वैन में आरएमएल से एक साथ तीन शव ले जाए गए और तीनों के परिजनों से 12 सौ-12 सौ रुपये लिए गए। इसी वैन को जब उन्होंने किराड़ी ले जाने के लिए अनुरोध किया तो 3500 रुपये की मांग की गई।
कुछ मृतकों के रिश्तेदारों का कहना था कि उन्हें अपने साथ कपड़ा और पॉलिथीन लेकर आने के लिए कहा गया था, हालांकि लेडी हार्डिंग अस्पताल प्रशासन ने इससे इनकार किया है।
गुरुवार को लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी के बाहर लोगों का तांता लगा हुआ था। क्षत-विक्षत शवों का पोस्टमॉर्टम यहां सुबह से ही शुरू हो गया था। करीब पांच घंटे पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया चली। पोस्टमॉर्टम करने वाले एक डॉक्टर ने बताया कि यहां लाए व्यक्तियों के शरीर में लोहे की मोटी व नुकीली कीलें, शीशे के टुकड़े, ब्लेड और प्लास्टिक के टुकड़े अंदर तक घुस गए थे। इसके अलावा काले रंग का पाउडर भी मिला है। शवों से निकले सभी तत्वों को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। पोस्टमॉर्टम के दौरान मौजूद एक स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रूम में फॉरेंसिक विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर से लेकर विभागाध्यक्ष तक सभी डॉक्टर मौजूद थे।
नई दिल्ली भ्रष्टाचार के मामलों में विपक्षी दलों और सिविल सोसायटी के हमलों का निशाना बनी मनमोहन सिंह सरकार ने नौकरशाही पर लगाम कसने के लिए जबरन रिटायरमेंट और रिटायर होने के बाद पेंशन में कटौती का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। भ्रष्टाचार पर वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्री समूह की पहली रिपोर्ट में ये सिफारिशें की गई हैं, जिन्हें सरकार तत्काल लागू करने जा रही है।
नई व्यवस्था के तहत पेंशन में 10 % की मामूली कटौती 5 साल के लिए और कड़ी सजा के तौर पर कटौती उम्र भर हो सकती है। सूत्रों के अनुसार, भ्रष्टाचार के दोषी लोक सेवकों के मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में निपटाया जाएगा। ऐसी 71 स्पेशल सीबीआई कोर्ट में से बाकी 61 कोर्ट तेजी से बनाने के लिए यह मामला राज्य सरकारों के समक्ष उठाने और हर चौथे महीने इसकी समीक्षा का फैसला किया गया। सरकार ने परामर्श संबंधी प्रक्रिया को कुछ स्तरों पर खत्म करने का भी फैसला लिया है। लोकसेवकों पर मुकदमे की मंजूरी मिलने में देरी को ध्यान में रखते हुए मंत्री समूह का मानना है कि यह बहुत जरूरी है कि मंजूरी के बारे में निर्धारित 3 महीने में फैसला लिया जाना चाहिए। संबंधित अथॉरिटी से इसकी मंजूरी नहीं मिलने पर अगली अथॉरिटी से मंजूरी मांगी जा सकती है। अगर यह अथॉरिटी मंत्री है और मंजूरी नहीं देता, तो इसका आदेश 7 दिन के अंदर प्रधानमंत्री के पास जमा करना होगा। हर मंत्रालय और विभाग के सचिव कैबिनेट को बताएंगे कि मंजूरी का कोई भी आवेदन 3 महीने से ज्यादा लंबित नहीं है।
गौरतलब है कि इन दिनों सरकार पर मजबूत लोकपाल बिल बनाने का भारी दबाव है, जिसके तहत राजनीतिक भ्रष्टाचार के अलावा नौकरशाही में फैले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की मांग सब तरफ से की जा रही है। माना जा रहा है कि सरकारी कर्मचारी के लिए रिटायरमेंट के बाद भी जुर्माने का कानून भ्रष्टाचार को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा, जबकि अभी तक ऐसे मामलों में रिटायरमेंट के करीब पहुंचे सरकारी कर्मचारी को मामूली जुर्माने के बाद छोड़ दिया जाता है या फिर सभी लाभों के साथ रिटायर कर दिया जाता है, जिसे बदलकर पेंशन में 20 प्रतिशत कटौती के साथ जबरन रिटायरमेंट में बदला जा सकता है। हालांकि काम नहीं करने पर जबरन रिटायर किए जा रहे अफसरों की पेंशन में कटौती नहीं की जाएगी।
|
|
जयपुर। कैरिज चार्ज नहीं चुकाने के कारण बीएसएनएल के बेसिक फोन पर अब प्राइवेट सेल्यूलर ऑपरेटरों से जुड़े मोबाइल उपभोक्ताओं की बात नहीं हो सकेगी। बीएसएनएल के अधिकारियों के मुताबिक 14 सितंबर तक प्राइवेट ऑपरेटरों से इंटरकनेक्टिविटी खत्म कर दी जाएगी। माना जा रहा है कि इस निर्णय का पूरे प्रदेश पर असर पड़ेगा। दरअसल भारती हैक्साकॉम लिमिटेड, आइडिया सेल्यूलर लिमिटेड, रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड, श्याम टेलीसर्विसेज, टाटा टेलीसर्विसेज और वोडाफोन को कैरिज चार्जेज के रूप में बीएसएनएल को 37 करोड़ 65 लाख रु. चुकाने हैं। निर्धारित समय अवधि गुजरने के बाद भी ऑपरेटरों ने रुपए नहीं चुकाए।
गौरतलब है कि दो महीने पहले भी बीएसएनएल और रिलायंस के बीच इंटरकनेक्टिविटी बंद होने से प्रदेश के लाखों उपभोक्ता परेशान हुए थे।
मोबाइल पर भी इंटरकनेक्टिविटी बंद होगी
बीएसएनएल के अधिकारियों के मुताबिक अगर कैरिज चार्ज नहीं चुकाए गए तो बीएसएनएल की कनेक्टिविटी मोबाइल टू मोबाइल भी खत्म कर दी जाएगी। ये प्रक्रिया किस तारीख से शुरू करनी है, इस पर अभी निर्णय नहीं हुआ है। ये कार्रवाई रीजन वाइज की जाएगी।
इंटरकनेक्टिविटी खत्म करना अंतिम विकल्प...
‘‘निजी ऑपरेटर कैरिज चार्ज नहीं चुका रहे हैं। कई बार नोटिस भेज चुके है। पिछले दिनों हुई बैठक में निजी ऑपरेटरों ने समय मांगा था, जो खत्म हो गया है। ऐसे में हमारे पास इंटरकनेक्टिविटी खत्म करने का ही विकल्प बचा है।
-संजय कुमार, महाप्रबंधक (विपणन), बीएसएनएल
लुधियाना। अगर आप अपने मृत रिश्तेदार की आंखे दान करना चाहते हैं या अपनी आंखें दान करने के लिए फार्म भरना चाहते हैं तो बस आपको 1919 नंबर पर फोन करना होगा। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फेमिली वेलफेयर ने नेत्र दान करने वालों की सुविधा के लिए 1919 टोल फ्री नंबर देश भर में जारी करने का फैसला किया है। यह नंबर अभी सिर्फ देश के छह शहरों में चल रहा है।
अगले साल तक पूरे देश में एिटवेट कर दिया जाएगा। आप जैसे ही यह नंबर डायल करेंगे तो नजदीक के आई बैंक की टीम घर आकर मृतक की आंखें ले जाएगी या फिर आंखें दान करने वाले का फार्म भरेंगी। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फेमिली वेलफेयर के असिस्टेंट डायरेटर जनरल डॉ. एएस राठौर ने बताया कि आई डोनेशन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पूरे देश में 1919 टोल फ्री नंबर शुरू करने का फैसला किया है।
जोधपुर।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एएनएम प्रकरण में कहा है कि न तो किसी ने सीडी देखी है और न ही किसी का नाम सामने आया है। मामले में पुलिस को निष्पक्ष जांच के आदेश दे दिए हैं। कोई दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री गहलोत गुरुवार शाम यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि किसी ने नेताओं की ऐसी कोई सीडी नहीं देखी है और न अब तक ऐसी कोई सीडी सामने आई है। बिना सीडी देखे किसी पर आरोप लगाना ठीक नहीं है।
सुराग मिला, एएनएम नहीं :आठ दिनों से लापता एएनएम भंवरी देवी के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल विश्नोई को पुलिस ने 15 सितंबर तक रिमांड पर ले लिया है। जांच में पुलिस इस नतीजे पर पहुंच गई है कि भंवरी का अपहरण ही हुआ है। पुलिस इस दिशा में जांच कर रही है।
पुलिस जांच की दिशा भी तय हो गई है और पुलिस ने दो-तीन दिन में खुलासा करने का भी दावा किया है, लेकिन खुद भंवरी के मिलने पर अभी भी संशय बना हुआ है।
इस मामले में किसी मंत्री का नाम नहीं आया है। यदि जांच में किसी का भी नाम आता है तो पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। इसके लिए डीजी को जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने एमडीएम अस्पताल में हाल में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से हुई तीन मरीजों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। गहलोत ने कहा, ‘मैं खुद चिकित्सा सेवाओं के लिए आगे आकर काम करता रहा हूं। जोधपुर की जनता के लिए हार्ट सर्जरी सहित कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। यहां के मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य तथा अधीक्षक को इसलिए फ्री-हैंड छोड़ रखा है, ताकि आम जनता को चिकित्सा सेवा में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आए।’
पाली। कलेक्टर नीरज के पवन तथा एसपी अजयपाल लांबा को कथित रूप से जान से मारने की धमकी वाला पत्र मिला है। गुरुवार सुबह किसी ने धमकी भरा पत्र कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ी नगर परिषद आयुक्त की कार में रख दिया। आयुक्त ने यह पत्र बाद में कलेक्टर को सौंपा। इस तरह का पत्र भेजने वाले ने अपना नाम रूपसिंह बताते हुए कलेक्टर को लैंडलाइन नंबर पर फोन भी किया और वही धमकी दोहराई। कलेक्टर-एसपी का कहना है कि किसी सिरफिरे अथवा नशे की लत वाले व्यक्ति की यह करतूत है, जिसके बारे में पता लगाया जा रहा है।
पत्र में क्या लिखा
लाल रंग की स्याही वाले पेन से सादे कागज पर कलेक्टर- एसपी को संबोधित करते हुए लिखा है कि आप दोनों की मौत हमारे हाथ से होगी। पत्र में लिखा गया है कि मैं रोजाना सुबह 5 बजे 7 ग्राम अफीम खाता हूं, जबकि मेरे पिताजी रोजाना 13 ग्राम अफीम का सेवन करते हैं। पत्र के नीचे फिर से जान से मारने की धमकी दोहराई गई है। पत्र के एक कोने में किसी मोहनलाल पूनमजी का नाम लिखा गया है। गांव का नाम विंगरला (रानी) लिखा हुआ है। फौजी (एमपीसीसी) लिख कर हस्ताक्षर किए गए हैं और 7 सितंबर,11 की तारीख लिखी हुई है।