शुक्रवार, 9 सितंबर 2011

आईएएस जैन पर एसीबी का शिकंजा

आईएएस जैन पर एसीबी का शिकंजा

जयपुर। जयपुर-दिल्ली नेशनल हाइवे से एकाएक लापता होने के बाद सुर्खियों में आए आईएएस अधिकारी नवीन जैन अब भ्रष्टचार के मामले में घिरते नजर आ रहे हैं। आईएएस अधिकारी जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।

जैन के हनुमानगढ़ जिला कलक्टर रहने के दौरान चिकित्सा उपकरण और अन्य वस्तुओं की खरीद के मामले में हुए लाखों रूपए के घोटाले के मामले में एसीबी ने प्राथमिकी (पी) दर्ज कर ली है। इसके अलावा जैन के करौली और बारां जिला कलक्टर रहने के दौरान भी पद के दुरूपयोग के मामले में लगे आरोपों की अलग से जांच की जा रही है।

एसीबी के महानिदेशक अजीत
सिंह ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के करौली में कलक्टर रहने के दौरान लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की शिकायत भी मिल गई है, जिसकी जांच जारी है। सिंह के मुताबिक, जैन के खिलाफ हनुमानगढ़ में कलक्टर रहने के दौरान लगे आरोपों के मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है। इसके अलावा बारां जिले से मिली शिकायतों की जांच भी करवाई जा रही है।

सात से अस्सी लाख का खेल : एसीबी के सूत्रों ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के खिलाफ करौली में कलक्टर रहने के दौरान सरकारी काम-काज के प्रचार-प्रसार के मामले में लाखों रूपए का घोटाला करने की शिकायत मिली थी। सूत्रों ने बताया कि जैन के करौली में कलक्टर रहने के दौरान प्रचार-प्रसार के होर्डिंग और अन्य सामग्री के लिए सात लाख रूपए का बजट स्वीकृत हुआ था।

बताया जाता है कि जिला प्रशासन ने इस मामले में कागजों में सात लाख के बजाय करीब अस्सी लाख रूपए का खर्चा दिखा कर भुगतान उठा लिया। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने अपनी जांच शुरू की। सिंह के मुताबिक करौली प्रकरण में करीब अस्सी लाख रूपए का हेर-फेर करने का मामला सामने आया है।

एसीबी के महानिदेशक सिंह ने बताया कि आईएएस अधिकारी नवीन जैन के खिलाफ बारां में नरेगा के कामकाज की आड़ में सरकारी जमीन की हेर-फेर करने और हनुमानगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की सामग्री की खरीद में बड़ा घोटाला करने की शिकायतें भी मिली हैं। हनुमानगढ़ जिले की शिकायत के मामले में एसीबी ने प्राथमिकी भी दर्ज कर ली है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें