दिल्ली पुलिस के एक सिपाही ने सड़क हादसे में अपनी पत्नी की मौत के लिए सुपारी दे दी। उसने इसे ' हिट ऐंड रन ' केस बनाने के लिए एक लाख रुपये में कॉन्ट्रैक्ट दिया। बीवी की मौत हो जाए , यह सुनिश्चित करने के लिए स्कॉर्पियो गाड़ी का इंतजाम किया गया। इसकी टक्कर से उसकी बीवी बुरी तरह जख्मी होने के बावजूद बच गई। पुलिस ने सिपाही समेत इस साजिश में शामिल सातों मुलजिमों को गिरफ्तार कर लिया है।
25 जुलाई की दोपहर रोहिणी सेक्टर- 6 में मीना अपने बेटे को स्कूल से लेने जा रही थी। सड़क पार करते समय उसे एक स्कॉर्पियो ने जबर्दस्त टक्कर मारी। इससे मीना दूर जा गिरी और स्कॉर्पियो सवार फरार हो गए। मीना को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके सिर , पैरों और पीठ में गहरी चोटें थीं। दो घंटे बाद परेशान हाल नजर आ रहा मीना का पति मंगल सिंह अस्पताल पहुंचा। उसने बेहतर इलाज के लिए मीना को केशवपुरम के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती करा दिया। रोहिणी (नॉर्थ) थाने में रोड ऐक्सिडेंट का केस दर्ज करने की औपचारिकता पूरी हुई। स्कॉर्पियो का सुराग नहीं मिला और आउटर डिस्ट्रिक्ट पुलिस इसे हिट ऐंड रन का केस ही मानती रही।
बाइक चोरों से मिला सुराग
सोमवार रात साकेत के एसएचओ राजेंद्र सिंह , इंस्पेक्टर धर्मदेव और कॉन्स्टेबल ललिता आदि पुलिसकर्मियों ने अशोक विहार से चुराई गई बाइक पर सवार अनूप , अमित और सुबोध को गिरफ्तार किया। इन्होंने पूछताछ के दौरान रोहिणी ऐक्सिडेंट के बारे में चौंकाने वाला खुलासा किया कि मीना की हत्या के लिए मंगल सिंह ने उन्हें एक लाख रुपए की सुपारी दी थी। मंगल के अलावा उसका भाई और पिता भी दिल्ली पुलिस में हैं। मंगल और देवनगर निवासी मीना की शादी 1995 में हुई थी। उनकी तीन संतानें हुईं , लेकिन पति-पत्नी में हमेशा झगड़ा होता रहता था। मीना ने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराया , जिसमें मंगल और उसके परिवार के लोग गिरफ्तार किए गए थे।
बाद में दोनों में समझौता हुआ और दोनों रोहिणी के सेक्टर-6 में साथ रहने लगे , लेकिन मनमुटाव बना रहा। आखिरकार मंगल ने मीना का काम तमाम कराने का फैसला किया। उसने अपने दोस्त ट्रांसपोर्टर रघुबीर चाचा से बात की। साजिश इस तरह से रची गई कि मीना की मौत हत्या नहीं , बल्कि हादसा लगनी चाहिए। रघुबीर ने मंगल को आजादपुर में कार डीलर अनीस से मिलवाया। अनीस के मकैनिकों अनूप , अमित और बिल्लू को ऐक्सिडेंट की सुपारी दी गई। रकम एक लाख तय हुई , जिसमें 25 हजार अडवांस दिए गए।
जबर्दस्त टक्कर मारने के लिए भारी भरकम गाड़ी स्कॉर्पियो को किराए पर लिया गया। मंगल ने पूरे प्लान पर और 25 हजार रुपये खर्च किए। अब स्कॉर्पियो लेकर ये लोग कई बार स्कूल के पास मीना को टक्कर मारने गए , लेकिन सही मौका 25 जुलाई को मिला। उस दिन सैंट्रो कार में मंगल और रघुबीर थे , जबकि तीनों मकैनिक स्कॉर्पियो में थे। मीना को देखकर मंगल ने सिग्नल दिया। मीना को जोरदार टक्कर मारी गई। मंगल को उम्मीद थी कि उसकी मौत हो जाएगी। उसके जिंदा रहने से उसे भारी निराशा हुई , लेकिन नाटक करने वह अस्पताल पहुंच गया।
डीसीपी छाया शर्मा ने बताया कि साकेत पुलिस ने मंगल सिंह (40) , रघुबीर सिंह राठौर निवासी विजय विहार, अनीस , अमित , अनूप , बिल्लू चौधरी और सुबोध को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें रोहिणी पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा। दूसरी ओर , मीना अभी तक नर्सिंग होम में भर्ती है।
मुंबई : मीरा भाईंदर में हाइवे पर स्थित स्वागतआर्केस्ट्रा बार में छापा मारकर पुलिस ने 18 बार बालाओंको गिरफ्तार किया। मीरा भाईंदर के प्रभारी डीएसपीप्रशांत देशपांडे को पता चला कि स्वागत बार में आर्केस्ट्राके नाम पर देह व्यापार चल रहा है। उन्होंने मंगलवार कीरात पहले नकली ग्राहक भेजा। भोर में ( सोमवार देर रात) बार पर छापा मारकर 18 बार बालाओं , मैनेजर और दोग्राहकों को गिरफ्तार कर लिया। नियमत : आर्केस्ट्रा बार मेंअधिक से अधिक चार गायक लड़कियां रखी जा सकती हैं।इस तरह के कामों के लिए बदनाम इस बार पर कई बारछापे मारे जा चुके हैं।
गौरतलब है कि एक बार तत्कालीन डीएसपी मैथिली झा नेभी पक्की खबर मिलने के बाद स्वागत पर छापा मारा था।उन्हें बार खाली मिला तो भी वे घंटों छानबीन करती रहीथीं। अंत में संदेहास्पद दीवार तोड़ी गई तो वहां लड़कियां मिलीं। पीछे तरफ की सुरंग से उन्हें इस कमरे में भेजागया था। चारों तरफ दीवार होने से किसी को पता ही चल पाता था कि यहां कमरा है। मजेदार बात यह है किमैथिली झा पुलिस दल के सभी सदस्यों के मोबाइल फोन अपने पास जमा करवा लेती थीं।
इंदौर।। सोलह साल की स्टूडेंट को पिस्तौल के बल पर किडनैप करके उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें उतारने और उसे ब्लैकमेल करने के आरोप में एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस महकमे को भारी शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है क्योंकि हफ्ते भर में यह दूसरी घटना है, जब शहर के किसी एसआई को आपराधिक वारदात में कथित रूप से शामिल होने के लिए बदमाशों के साथ हवालात के अंदर पहुंचते देखा गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि स्कीम नम्बर 71 इलाके में रहने वाली स्टूडेंट को एसआई रामकिशोर शिवहरे ने 5 सितंबर की रात पिस्तौल दिखाकर किडनैप किया। रामकिशोर ने लड़की को उस वक्त किडनैप किया जब वह अपने घर के पास एक आदमी से बात कर रही थी।
इसके बाद उसे जबरन एक कमरे में ले जाकर मोबाइल से उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें खींचीं गईं। इस कमरे में 2 औरतें और 3 बच्चे भी थे।
सूत्रों के मुताबिक चंदन नगर थाने में तैनात 45 साल के एसआई की इस करतूत में दो बदमाशों ने उसका साथ दिया। बदमाशों की पहचान संजय ठाकुर और विजय शर्मा के रूप में की गई है।
सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने यह धमकी देते हुए लड़की को ब्लैकमेल किया कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी तो उसकी तस्वीरों को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। लड़की छात्रा रतलाम के निर्दलीय विधायक पारस सकलेचा की परिचित है। विधायक ने लड़की के साथ जाकर पुलिस में शिकायत की।
पुलिस ने इस मामले के तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। उनके खिलाफ अपहरण, बंधक बनाने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच डीएसपी (क्राइम) जितेंद्र सिंह ने कहा, 'हमने आरोपियों के कब्जे से वह मोबाइल भी बरामद कर लिया है, जिससे लड़की की तस्वीरें खींचीं गई थीं।'
मोबाइल को जांच के लिये फॉरेन्सिक लैब भेजा गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एसआई को मंगलवार देर रात सस्पेंड कर दिया गया। उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है।
इससे पहले एक दूसरे मामले में पुलिस ने विजय नगर थाने में तैनात एसआई बिहारीलाल मेहर को दो सितंबर को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि जांचकर्ता अधिकारी मेहर ने करीब 9 लाख रुपए की चोरी की रकम में से 6.5 लाख रुपए हड़प लिए थे और हाथ आए चोरों को छोड़ दिया था।
आमतौर पर मॉडल का नाम लेते ही जेहन में एक खूबसूरत महिला की तस्वीर उभरती है लेकिन मैक्सिको की इन मॉडल को देखकर दुनियाभर के लोग हैरान है।
क्योंकि इन्हें देखकर यह समझ पाना मुश्किल है कि ये मॉडल हैं या बॉडीबिल्डर। मैक्सिको सिटी में पिछसे दिनों मिस मैक्सिको प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में कई मॉडल ने भाग लिया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली इन मॉडल को बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता में भी भाग लिया।
मसल्स और बाइसेप्स दिखाने के मामले में ये सुंदरियां किसी पुरूष से कम नहीं लग रहीं थीं। मसल्स बनाने में लिए ये मॉडल्स महीनों से अभ्यास कर रही हैं। दुनियाभर के फैशन विशेषज्ञों का कहना है कि यह कॉटेस्ट देखकर ऐसा लग रहा है जैसे मिस मैक्सिको बनने के लिए खूबसूरती का पैमाना अलग है।
जयपुर। राज्य के पंचायतीराज मंत्री भरतसिंह ने प्रदेश के पंच-सरपंचों से अन्ना हजारे की राह पर चलने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को अन्ना की निष्ठा-ईमानदारी से सीख लेते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में विकास योजनाओं को क्रियान्वित करना चाहिए।
हंगर प्रोजेक्ट की ओर से आयोजित राज्य के महिला पंच-सरपंचों के सम्मेलन में भरतसिंह ने अन्ना की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अन्ना ने अपने गांव में घर-घर जाकर खामियां ढूंढी और फिर उसका समाधान भी निकाला। उनकी निष्ठा-ईमानदारी की सीख विकास योजनाओं को क्रियान्वित करते हुए हमें भी लेनी चाहिए।
मंत्री के अन्ना को लेकर आ रहे बयान से एकबारगी तो सभागार में कुछ देर के लिए सन्नाटा सा पसर गया, लेकिन बाद में पंच-सरपंचों ने भी खूब तालियां बजाईं। सिंह ने कहा कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था को स्वराज से लागू करने का सपना कांग्रेस ने देखा था और इसे लागू भी किया। राज्य में आधे से अधिक महिला पंच-सरपंच हैं।
योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने की जिम्मेदारी भी आपकी ही है। सिंह ने कहा कि गांवों में आज भी तकलीफें हैं। साफ-सफाई की कमी है। शौचालय बन जाते हैं, लेकिन काम में नहीं आते। उन्होंने कहा कि आवासीय योजनाओं में जो प्लाट या मकान दिए जाएंगे, वे महिलाओं के नाम ही होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग भू्रण हत्या करते हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं, हमें शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाना होगा।
नया जमीन अधिग्रहण बिल संसद में पेश हो गया है। ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने बताया कि बिल के कई प्रावधानों पर पार्टियों के बीच मतभेद है। वो इन मतभेदों को दूर करने के लिए 15 अक्टूबर को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बिल पर चर्चा करेंगे।
जयराम रमेश के मुताबिक बिल के मसौदे में कुछ बदलाव भी किए गए हैं। दिसंबर तक जमीन अधिग्रहण कानून बन जाने की उम्मीद है।
जयराम रमेश ने नए जमीन अधिग्रहण बिल के लिए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के प्रयासों की भी सराहना की। जयराम रमेश ने बताया कि राहुल गांधी के प्रयासों से ही ये बिल 55 दिन में तैयार हुआ है।
नए जमीन अधिग्रहण बिल में प्रस्ताव है कि 1 से ज्यादा फसल देने वाली जमीन का सिर्फ 5 फीसदी हिस्से का ही अधिग्रहण किया जा सकता है। वहीं, 10 साल तक जमीन इस्तेमाल नहीं होने पर राज्य सरकार के पास चली जाएगी।
अधिग्रहण से पहले 80 फीसदी लोगों से सहमति जरूरी होगी। रेलवे, पोर्ट, हाइवे, पावर प्रोजेक्ट के लिए भी सहमति की शर्त लागू की जाएगी। गांवों में जमीन के बाजार भाव का 4 गुना मुआवजे के तौर पर देना होगा। शहरों में जमीन अधिग्रहण के लिए बाजार भाव का 2 गुना मुआवजा देना पड़ेगा।
अधिग्रहण से प्रभावित परिवार के 1 सदस्य को नौकरी देना जरूरी होगा। नौकरी नहीं देने पर 5 लाख रुपये का मुआवजा देना होगा। पहले साल हर महीने 3,000 रुपये और 2 से 20 साल तक हर महीने 2,000 रुपये देने होंगे।
प्रस्तावित नए जमीन अधिग्रहण बिल में अर्जेंसी क्लॉज का इस्तेमाल बहुत कम जगहों पर किया गया है। सुरक्षा से जुड़े मामलों में ही अर्जेंसी क्लॉज का इस्तेमाल किया जाएगा। बाकी मामलों में जमीन के मालिक की सहमति से ही अधिग्रहण किया जा सकता है।
हालांकि, उद्योग नए बिल के प्रस्तावों से खुश नजर नहीं आ रहा है। उद्योग का कहना है कि 1 से ज्यादा फसल देने वाली जमीन का अधिग्रहण मुश्किल बनाने से औद्योगीकरण में दिक्कतें आ सकती हैं। इसके अलावा निजी और सार्वजनिक उद्देश्य का मतलब साफ नहीं है।
बिल में उचित मुआवजा देने का प्रावधान तो दिया गया है, लेकिन मुआवजा तय करने के मापदंड साफ नहीं है। सही आंकड़ों न होने पर जमीन की उचित कीमत तय करना आसान नहीं होगा। 20 साल तक हर महीने 2,000 रुपये देने के प्रावधान पर उद्योग को कड़ा ऐतराज है।
दिल्ली धमाको का असर बाड़मेर में भी हाई अलर्ट
बाड़मेर 7 सितम्बर !
भारत पाकिस्तान सरहद पर बसे बाड़मेर जिले में दिल्ली बम धमाको के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया .बाड़मेर जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक चोबंद करने के साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों पर भी नज़र राखी जा रही हें बाड़मेर पुलिस जगह जगह एहतियात के टूर पर तैनात कर दी हें , गृह मंत्रालय ने सीमावर्ती बाड़मेर जिले में भी आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट घोषित कर दिया हैं ! बाड़मेर जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चाल्के ने बताया की बाड़मेर में सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई हैं ! साथ ही साथ सीमा पर संदिग्ध लोगो पर नज़र रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं ! इस धमाके की घटना के बाद प्रत्येक थाने को सचेत रहने के निर्देश दिए गए हैं ! खासकर होटल्स , सराय,रेल वे स्टेशन ,बस स्टैंड ,आदि स्थानों आदि की जांच करने में सादा वस्त्रधारी पुलिस भी जुट गई हैं जिसमे संदेहास्पद लोगो से पूछताछ की जा रही हैं ! दूसरी तरफ सीमा सुरक्षा बल ने भी भारत-पाक सीमा पर पेट्रोलिंग तेज़ कर दी हैं , तथा सीमा पार होने वाली गतिविधिओ पर नज़र रखी जा रही हैं ! ज्ञातव्य हैं कि जिला कलेक्टर एवं मजिस्ट्रेट द्वारा पूर्व में ही कई गाँवो में रात्रि कालीन विचरण पर पाबंदी लगा दी गई हैं !
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में हाईकोर्ट के बाहर बुधवार सुबह सवा दस बजे हुए धमाके में 12 लोग मारे गए हैं जबकि 65 घायल हुए हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर है। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि घटनास्थल पर 3-4 फुट गहरा गड्ढा हो गया है। अदालत के गेट नंबर पांच के पास हुए इस धमाके की जिम्मेदारी आतंकी संगठन हरकत उल जिहाद इस्लामी (हूजी) ने ली है। मीडिया को भेजे ई मेल में कहा गया है, ‘हम दिल्ली हाईकोर्ट के पास हुए बम धमाके की जिम्मेदारी लेते हैं। हमारी मांग है कि मोहम्मद अफजल गुरु की फांसी की सजा तत्काल वापस ली जाए नहीं तो हम बड़े उच्च न्यायालयों और सुप्रीम कोर्ट को भी निशाना बनाएंगे।’
दिल्ली में आज जिस सूटकेस में विस्फोटक रख कर हाई कोर्ट के बाहर धमाका कराया गया, उसे वकील बन कर आए किसी शख्स ने रखा था। खुफिया एजेंसी के एक सूत्र के मुताबिक, 'जिस तरह का ब्रीफकेस वकील रखते हैं, वैसे ही ब्रीफकेस में विस्फोटक रखा गया था। शायद इसलिए कि इस ब्रीफकेस को लावारिस देख कर भी किसी को शक नहीं हो।'
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख एस सी सिन्हा के मुताबिक एनआईए के 20 सदस्यों की विशेष टीम को ब्लास्ट की जांच सौंपी गई है। एनआईए चीफ ने कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि इस धमाके में हूजी का हाथ है। हालांकि हूजी की ओर से भेजे गए मेल पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। महाराष्ट्र एटीएस की टीम भी जांच में सहयोग करने के लिए दिल्ली आ रही है। एनएसजी के जवान भी घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंचे।
सरकार ने आज धमाके के बाद दिल्ली सहित पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया है। संसद भवन की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। संसद भवन घटनास्थल से महज ढाई किलोमीटर की दूरी पर है। हाईकोर्ट के आसपास की इमारतों पर सेना के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
हाईकोर्ट में 25 मई को भी एक छोटा धमाका हुआ था। केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि खुफिया एजेंसियों ने 20 जुलाई को दिल्ली पुलिस को अलर्ट दे दिया था। इसके बावजूद आतंकी वारदात को अंजाम देने में कामयाब रहे।
गृह सचिव के मुताबिक आज के धमाके में आईईडी और टाइमर का इस्तेमाल किया गया है। धमाके में अमोनियम नाइट्रेट का भी इस्तेमाल किए जाने की खबर है। बांग्लादेश दौरे पर गए पीएम मनमेाहन सिंह ने बम धमाके की निंदा करते हुए इसे कायराना कार्रवाई करार दिया है।
घायल लोगों को समीप के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कम से कम 55 घायल अभी तक राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। कई घायलों को सफदरजंग अस्पताल, एलएनजेपी और एम्स में भी भर्ती कराया गया है। आरएमएल में भर्ती लोगों में आठ की हालत गंभीर है। सफदरजंग अस्पताल का हेल्पलाइन नंबर 011-26707444, आरएमएल अस्पताल का हेल्पलाइन नंबर 011-23744721/ 23348200 / 23404446 / 23743769 / 23404478, एम्स का हेल्पलाइन नंबर 011-26588700 है।
पुलिस ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है। मौके पर पहुंचे स्पेशल सीपी (कानून-व्यवस्था) धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि धमाका ऐसी जगह पर हुआ जहां पर किसी के आने जाने की पाबंदी नहीं रहती है। यह पुलिस के नियंत्रण से बाहर का इलाका है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक आशंका है कि यह बम ब्रीफकेस के अंदर रखा हो। एनएसजी और फॉरेंसिक की टीम ने हालांकि कुछ सैंपल ले लिए हैं लेकिन इसके बाद बारिश की वजह से कुछ सबूत धुल जाने की आशंका है। डॉग स्क्वॉयड को भी अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा है।
जोधपुर। दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार सुबह हुए ब्लास्ट के विरोध में राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर मुख्यपीठ में वकीलों ने हड़ताल कर दी। राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रणजीत जोशी व लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पुष्पेन्द्रसिंह ने सुबह 11 बजे के बाद संयुक्त रूप से हाईकोर्ट में सुनवाई बंद करने की अपील की।
हाईकोर्ट की सभी अदालतों में सुनवाई स्थगित कर दी गई है। बाद में वकीलों ने आतंकी हमले के विरोध में हड़ताल की सूचना दी। दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में किए गए आतंकी हमले को न्याय व्यवस्था पर हमला बताते हुए इस कायरता पूर्ण कार्यवाही की निंदा की है।
हूजी ने ली दिल्ली ब्लास्ट की जिम्मेदारी
नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन हरकत उल जिहाद इस्लामी ने दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है।
हूजी ने एक चैनल को भेेजे ईमेल भेजकर यह जिम्मेदारी ली है। मेल में हूजी ने कहा है कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी की सजा को रोका जाना चाहिए।
अगर अफजल को फांसी को नहीं रोका गया तो सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट पर हमले होते रहेंगे। एनआईए कहना है कि वह हूजी की जिम्मेदारी वाली ईमेल की जांच कर रही है।
एनआईए के प्रमुख एससी सिन्हा ने कहा है कि ईमेल की प्रामाणिकता पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि खतरनाक आतंकी संगठन होने के कारण जांच एजेंसी हूजी के ईमेल को गंभीरता से ले रही है।
छात्रा की अश्लील फिल्म
भोपाल। एमपी नगर स्थित सोनाली होटल में एक छात्रा की अश्लील फिल्म बनाने और उसके साथ ज्यादती करने का मामला सामने आया है। इसका सनसनीखेज पहलू यह भी है कि मामले के एक आरोपी के साथ उसकी मां ने भी छात्रा के परिजनों को ब्लैकमेल कर उनसे पैसे ऎंठ लिए। मामले की रीवा में हुई शिकायत के बाद राजधानी की एमपी नगर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
रीवा निवासी बीस वर्षीय नसरीन (परिवर्तित नाम) पिछले साल जुलाई में पीएमटी की तैयारी के लिए भोपाल आई थी। वह एमपी नगर स्थित गल्र्स हॉस्टल में रहती थी। वह एमपी नगर में ही कोचिंग सेन्टर जाती थी। इस दौरान नसरीन की बिलासपुर के तालापारा की रिश्तेदार शमीम रिजवी ने उसकी मुलाकात बेटे ईशु उर्फ एहतेराम से कराई। ईशु जब भी भोपाल आता था, वह हॉस्टल में नसरीन से मिलता था। ईशु ने 10 अगस्त, 2010 को नसरीन को मां के साथ खाने पर चलने के लिए कहा।
नसरीन उसके साथ सोनाली होटल गई तो वहां शमीम की बजाय ईशु का तालापारा का ही रहने वाला दोस्त रईस मिला। दोनों ने बहाना बनाया और मां के नहीं आने की जानकारी दी। यहां भोजन करने के बाद नसरीन बेहोश हो गई। छात्रा ने पुलिस को बताया उसे शाम छह बजे होश आया तो होटल एक कमरे में पाया। उसके कपड़े शरीर पर नहीं थे। वहां मौजूद ईशु और रईस ने उसे बताया कि उसके साथ ज्यादती की फिल्म बनी है। वह किसी से कहेगी तो वह वीडियो को इंटरनेट पर डाल देंगे। इसके बाद दोनों आरोपियों ने उसके साथ फिल्म की धौंस देकर उसी होटल में कई बार ज्यादती की।
रकम जमा कराई
पीडित छात्रा इसके बाद मार्च, 2011 में रीवा चली गई और परिजनों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद बीते मई में मैहर निवासी रईसा और सतना निवासी रोजी ने पीडिता के परिजनों को फिल्म के बारे में बताते हुए रकम मांगी। दोनों महिलाओं ने रीवा के महाराजा होटल में डेढ़ लाख रूपए लेकर आने के लिए कहा। परिवार ने मांग रखी कि वह सीडी लेने के बाद पैसा दे देगा। होटल में ईशु मां शमीम रिजवी के साथ था। परिवार ने मोपेड और गहने बेचकर 80 हजार रूपए का इंतजाम किया था। जब आरोपी पूरे पैसे की मांग पर अड़ रहे तब नसरीन के परिवार ने रीवा के ही एक व्यापारी से 20 हजार रूपए लेकर उन्हें दिए। इसके बाद 40 हजार रूपए शमीम रिजवी के खाते में जमा कराए।
आरोपी ईशु उर्फ ऎहतेराम, शमीम, रईस, रईसा, रोजी और नेहा रिजवी ने नसरीन से और पैसे भी मांगे। उनका कहना था कि यदि वह पैसे नहीं देते हैं तो वह नसरीन की फिल्म के बदले में उनके किसी दूसरी महिला की फिल्म नहाते हुए बनाकर उन्हें दे। तब परिवार ने आईजी रीवा से मदद मांगी। प्राथमिक जांच के उपरांत आईजी ने रीवा महिला थाने को जीरो पर प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए।
नई दिल्ली. दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर आज एक बार फिर बम धमाका हुआ है। यह धमाका गेट नंबर पांच के पास हुआ है। केंद्रीय गृह सचिव आर. के. सिंह के मुताबिक सुबह 10.14 बजे धमाका हुआ। इसमें चार लोगों के मारे जाने की पुष्टि की गई है। घायलों की तादाद 45 हो गई है। गृह सचिव के मुताबिक इस धमाके में आईईडी का इस्तेमाल किया गया है। पुलिस के मुताबिक कम से कम 9 लोग मारे गए हैं। घायलों और मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है।
बम धमाके के बाद संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही स्थगित कर दी गई है। गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक जारी है। केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम आज दोपहर 12.30 बजे बम धमाके पर बयान देंगे।
एनआईए के डीजी प्रकाश मिश्रा के मुताबिक एनआईए के अधिकारियों का एक दल घटनास्थल पर पहुंच गया है। दूसरा दल भी जल्द वहां पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि एनआईए बम धमाके की जांच में दिल्ली पुलिस को सहयोग करेगी।
जिस जगह पर यह धमाका हुआ है वहां लोग हाईकोर्ट में प्रवेश के लिए पर्चियां बनवाते हैं। गेट नंबर पांच ही मुख्य गेट है यहां से अधिकतर वकील और उनके मुवक्किल अदालत परिसर में घुसते हैं।
घायल लोगों को समीप के अस्पताल में ले जाया जा रहा है। कम से कम 24 घायल अभी तक राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। दमकम की गाडियां भी मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है। पुलिस का कहना है कि धमाका ऐसी जगह पर हुआ है जहां पर किसी के आने जाने की पाबंदी नहीं रहती है। यह पुलिस के नियंत्रण से बाहर का इलाका है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक आशंका है कि यह बम ब्रीफकेस के अंदर रखा हो। हालांकि जांच के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा।
टीवी पर दिखाई जा रही तस्वीरों में कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मौके पर मौजूद पुलिस के एक आला अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने हाईकोर्ट परिसर के आसपास भीड़ नहीं लगाने की अपील की है।
कुछ महीने पहले ही (25 मई को) दिल्ली हाईकोर्ट के परिसर में धमाका हुआ था। इस धमाके में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आई थी। इस घटना की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है। हालांकि अभी कुछ संदिग्ध हिरासत में लिए गए हैं।
पाक वायुसेना के कैडेर ने बनाई अश्लील फिल्म
मेलबर्न। आस्ट्रेलिया के डिफेंस फोर्स अकादमी (एडीएफए) में प्रशिक्षण ले रहे पाकिस्तान की वायु सेना के एक कैडेर को महिला कैडेर की नहाते समय फिल्म उतारने के कारण बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
आस्ट्रेलिया की मीडिया के अनुसार कैडेर औबेद फय्याज को अनुशासनहीनता बरतने पर एडीएफए से निकाल दिया गया है। आस्ट्रेलिया अब इस मामले की जांच कर रहा है और फय्याज के बारे में आगे की कार्रवाई का निर्णय बाद में किया जाएगा।
इक्कीस साल के फय्याज पर आरोप है कि उसने मोबाइल फोन के कैमरे से गत 25 अगस्त को साथ में प्रशिक्षण हासिल कर रही एक 21 वर्षीय युवती की नहाते समय वीडियो फिल्म चुपके से बना डाली। लेकिन युवती को इसका पता चल गया और उसने अधिकारियों से इसकी शिकायत कर दी। पुलिस ने फय्याज का लैपटाप, मोबाइल फोन और मेमोरी कार्ड जब्त कर लिया है। फय्याज एडीएफए में जनवरी में आया था।
दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में फिर ब्लास्ट
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में ब्लास्ट की खबर है। निजी चैनलों के हवाले से आई खबरों के मुताबिक हाईकोर्ट के गेट के पास धमाका हुआ है। गेट नंबर तीन के पास एक कार में हुआ है। बताया जा रहा है कि कार के नीचे विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। ब्लास्ट के बाद अफरा तफरी मच गई है। अभी तक ब्लास्ट में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। गौरतलब है कि इससे पहले भी दिल्ली हाईकोर्ट परिसर के गेट के बाहर धमाका हुआ था।
पखवाड़े भर से ज्यादा समय से बंद पड़े हैं नेहड़ क्षेत्र के रास्ते, नर्मदा के ओवरफ्लो पानी से घिरे कई गांव
चितलवाना नर्मदा नहर के ओवरफ्लो पानी के कारण नेहड़ क्षेत्र की जनता पिछले पंद्रह-बीस दिन से काफी परेशान हैं। हालात यह है कि नेहड़ के कई गांव दिनों दिन बढ़ रहे पानी से घिरते जा रहे हैं। ऐसे में ये गांव टापू बनते जा रहे हैं, लेकिन इन गांवों में रहने वाली जनता की फरियाद भी सुनने वाला कोई नहीं है। पर्याप्त संसाधनों के अभाव में ग्रामीण स्वयं के स्तर पर इस पानी की निकासी का कोई प्रबंध भी नहीं कर पा रहे हैं। जिससे उन्हें ना केवल आवागमन में परेशानी हो रही है, बल्कि अब तो ग्रामीण राशन की सामग्री इक_ा करने में भी तकलीफ झेलरहे हैं।
ऐसा भी नहीं कि जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को इस स्थिति के बारे में पता नहीं, लेकिन किसी ने इस संबंध में कार्यवाही के लिए पहल नहीं की है। पिछले कई दिनों से नर्मदा मुख्य कैनाल से लूणी नदी में छोड़ा जा रहा ओवरफ्लो का पानी अब नेहड़वासियों के लिए मुसीबत बन गया है। पानी ने गांव के मुख्य रास्तों को बंद कर दिया है।
ऐसे में नेहड़वासियों का पंचायत समिति मुख्यालय से संपर्क भी नहीं हो पा रहा है। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में पिछले नौ दिन से हो रही रुक-रुक कर बारिश के कारण हालात दिनों दिन विकट होते जा रहे हैं। जगह-जगह पानी का भराव होने से मच्छरों की तादाद भी काफी बढ़ गई है। जिससे मौसमी बीमारियों ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया है। अगर जल्द ही प्रशासन की ओर से पानी की निकासी को लेकर कोई समाधान नहीं किया गया तो गांवों में स्थिति भयावह हो जाएगी