सामरिक तैयारियों की टोह ली चीनी सैनिकों ने
राजस्थान से सटी सीमा पर चाइना आर्मी पाक सेना के साथ संयुक्त अभ्यास के बहाने रेगिस्तान में लड़ी जाने वाली जंग के खतरों का अध्ययन कर गई। चीन की सेना ने संवेदनशील इलाकों और भारतीय सेना की सामरिक तैयारियों की टोह ली और पाक संचार व्यवस्था की खामियों का आकलन भी किया।
इस इलाके में भारतीय सेना को पाक सीमा में घुसने से रोकने के लिए पुल और तमाम अवरोधकों का खाका भी तैयार किया गया। चीन की सेना के रेगिस्तान में पाक सेना का वर्चस्व कायम करने के इस प्रयास से भारतीय सेना से लेकर तमाम खुफिया एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं। जैसलमेर के तनोट व किशनगढ़ के नजदीक सीमा के उस पार चाइना आर्मी पाक सेना के साथ ब्रिगेड स्तर की एक्सरसाइज कर लौटने लगी है।
चाइना आर्मी की इंजीनियरिंग रेजीमेंट ने अभ्यास के दौरान इस बारे में गहन अध्ययन किया कि रेगिस्तान में लड़ी जाने वाली जंग के दौरान भारतीय सेना पाक सेना को कहां मात दे सकती है और कौनसा इलाका सबसे संवेदनशील है। चीनी सेना ने जैसलमेर से लेकर बीकानेर सीमा तक भारतीय सेना के पाकिस्तान में घुसने की संभावना की टोह ली, ताकि उन तमाम संवेदनशील इलाकों व रास्तों पर पुल आदि अवरोधक बनाकर भारतीय सेना को आगे बढ़ने से रोका जा सके। इसके साथ ही भारतीय सेना के अत्याधुनिक बैटल टैंकों को पाकिस्तानी इलाके में कैसे धराशायी किया जा सके, इसकी विशेष ट्रेनिंग दी। इंजीनियरिंग रेजीमेंट ने पाक सैनिकों को कम समय में ब्रिज, नाले, ओवरब्रिज आदि बनाने के गुर भी सिखाए। साथ ही यह भी टोह भी ली कि भारतीय सीमा में कहां से घुसपैठ हो सकती है।
बॉर्डर पर संचार व्यवस्था का आकलन: चीनी सेना ने भारतीय सैन्य बल की संरचना से लेकर अत्याधुनिक संचार व्यवस्था का आकलन किया है। भारतीय सेना ने दो महीने पूर्व ‘विजयी भव’ नामक अभ्यास के दौरान अपनी सामरिक ताकत दिखाने के साथ मजबूत संचार व्यवस्था का प्रदर्शन किया था। चीनी सेना ने भारतीय सेना और बॉर्डर पर मजबूत संचार व्यवस्था का बारीकी से अध्ययन कर उसके अनुरूप संचार व्यवस्था मजबूत करने का खाका तैयार किया। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि भारतीय सेना के अधिकारी भी संकेत दे चुके हैं कि भारत-पाक के बीच जब कभी भी जंग होगी, रेगिस्तान के इसी इलाके मंे होगी। इस वजह से चीनी सेना का संयुक्त अभ्यास के बहाने सामरिक तैयारियांे की टोह लेना काफी गंभीर है।