4 करोड़ की जमीन 50 हजार में बेची!
चौहटन ग्राम पंचायत का मामला, उप सरपंच ने लगाया पूर्व सरपंच पर अपात्र लोगों को औनेे-पौने दामों में 44 प्लॉट आवंटित करने का आरोप, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बाड़मेर चार करोड़ रुपए की जमीन को पचास हजार रुपए में आवंटित बताकर करोड़ोंं रुपए का घोटाला करने तथा पंचायत को हानि पहुंचाने को लेकर चौहटन ग्राम पंचायत के उप सरपंच अजीतसिंह राठौड़ ने पूर्व सरपंच, पूर्व उपसरपंच और निवर्तमान ग्रामसेवक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में उन्होंने मंगलवार को कलेक्टर गौरव गोयल को ज्ञापन सौंप मामले की जांच कराने और आवंटित प्लॉटों की खरीद-फरोख्त पर पाबंदी लगाने की मांग की है।
ज्ञापन में आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत के सुंदर नगर मोहल्ले में ब्लॉक संख्या 191, 193 व 194 के 40 में से 39 प्लॉट अपात्र व्यक्तियों, जिनके पास पूर्व में रहवासीय पक्के मकान बने हैं और बाहर के लोगों को मात्र 1250 रुपए में आवंटित कर दिए। जबकि इन भूखंडों की बाजार कीमत प्रति प्लॉट 10 लाख रुपए से कम नहीं आंकी जा सकती। इस हिसाब से करीब चार करोड़ रुपए की जमीन आरोपियों ने केवल 48 हजार 7 सौ 50 रुपए में बेच दी। उन्होंने आरोप लगाया कि आजाद नगर मोहल्ले में ग्राम पंचायत की ओर से बनाए गए सार्वजनिक शौचालय को हटाकर आरोपियों ने 174-ए, 174-बी, 211-ए, 211-बी और 183-ए प्लॉट बनाकर साधन संपन्न व्यक्तियों को प्रति भूखंड 1250 रुपए में आवंटित कर दिए। जबकि यहां प्रत्येक भूखंड की बाजार कीमत 50 लाख रुपए मानी जाती है। साथ ही इन लोगों ने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रताप नगर, महावीर नगर, फतेह नगर, आदर्श नगर मोहल्लों में अपात्र व्यक्तियों को भूखंड आवंटित कर पंचायत को करोड़ो का नुकसान पहुंचाया। उन्होंने बताया कि इस भूखंड घोटाले की शिकायत पंचायत चुनाव 2010 के तुरंत बाद नवनिर्वाचित सरपंच मोहनलाल सोनी ने कलेक्टर कार्यालय में की थी। जिस पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने उक्त ग्रामसेवक पर पूरा रिकार्ड हैंडओवर नहीं करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि अपात्र व्यक्तियों के नाम से आवंटित किए गए भूखंडों को बेचा जा रहा है, साथ ही इनका पंजीयन भी किया जा रहा है। उन्होंने कलेक्टर से मामले की जांच करवाने तथा प्लॉटों के पंजीयन पर रोक लगाने की मांग की। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत की ओर से आवंटित भूखंडों के खरीफ-फरोख्त नहीं करने को लेकर विभिन्न समाचार पत्रों में आम सूचना भी प्रकाशित करवाई गई थी।
चौहटन ग्राम पंचायत का मामला, उप सरपंच ने लगाया पूर्व सरपंच पर अपात्र लोगों को औनेे-पौने दामों में 44 प्लॉट आवंटित करने का आरोप, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बाड़मेर चार करोड़ रुपए की जमीन को पचास हजार रुपए में आवंटित बताकर करोड़ोंं रुपए का घोटाला करने तथा पंचायत को हानि पहुंचाने को लेकर चौहटन ग्राम पंचायत के उप सरपंच अजीतसिंह राठौड़ ने पूर्व सरपंच, पूर्व उपसरपंच और निवर्तमान ग्रामसेवक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में उन्होंने मंगलवार को कलेक्टर गौरव गोयल को ज्ञापन सौंप मामले की जांच कराने और आवंटित प्लॉटों की खरीद-फरोख्त पर पाबंदी लगाने की मांग की है।
ज्ञापन में आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत के सुंदर नगर मोहल्ले में ब्लॉक संख्या 191, 193 व 194 के 40 में से 39 प्लॉट अपात्र व्यक्तियों, जिनके पास पूर्व में रहवासीय पक्के मकान बने हैं और बाहर के लोगों को मात्र 1250 रुपए में आवंटित कर दिए। जबकि इन भूखंडों की बाजार कीमत प्रति प्लॉट 10 लाख रुपए से कम नहीं आंकी जा सकती। इस हिसाब से करीब चार करोड़ रुपए की जमीन आरोपियों ने केवल 48 हजार 7 सौ 50 रुपए में बेच दी। उन्होंने आरोप लगाया कि आजाद नगर मोहल्ले में ग्राम पंचायत की ओर से बनाए गए सार्वजनिक शौचालय को हटाकर आरोपियों ने 174-ए, 174-बी, 211-ए, 211-बी और 183-ए प्लॉट बनाकर साधन संपन्न व्यक्तियों को प्रति भूखंड 1250 रुपए में आवंटित कर दिए। जबकि यहां प्रत्येक भूखंड की बाजार कीमत 50 लाख रुपए मानी जाती है। साथ ही इन लोगों ने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रताप नगर, महावीर नगर, फतेह नगर, आदर्श नगर मोहल्लों में अपात्र व्यक्तियों को भूखंड आवंटित कर पंचायत को करोड़ो का नुकसान पहुंचाया। उन्होंने बताया कि इस भूखंड घोटाले की शिकायत पंचायत चुनाव 2010 के तुरंत बाद नवनिर्वाचित सरपंच मोहनलाल सोनी ने कलेक्टर कार्यालय में की थी। जिस पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने उक्त ग्रामसेवक पर पूरा रिकार्ड हैंडओवर नहीं करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि अपात्र व्यक्तियों के नाम से आवंटित किए गए भूखंडों को बेचा जा रहा है, साथ ही इनका पंजीयन भी किया जा रहा है। उन्होंने कलेक्टर से मामले की जांच करवाने तथा प्लॉटों के पंजीयन पर रोक लगाने की मांग की। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत की ओर से आवंटित भूखंडों के खरीफ-फरोख्त नहीं करने को लेकर विभिन्न समाचार पत्रों में आम सूचना भी प्रकाशित करवाई गई थी।
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