अहमदाबाद।रविवार सुबह के लगभग दस बजे एक 12 वर्षीय बच्चा दौड़ते-दौड़ते नारायणपुरा पुलिस थाने आ पहुंचा। कांपती हुई आवाज में उसने पुलिसकर्मियों की तरफ देखकर कहा... 'अंकल, मुझे बचा लीजिए... मम्मी और उनका प्रेमी मुझे मार रहे हैं...' बच्चे के मुंह से यह बात सुनकर सारे पुलिसकर्मी चौंक उठे। हेड कॉन्सटेबल लक्ष्मणभाई अभाभाई सोलंकी ने उसे अपने पास बिठाकर पानी पिलाया और उसका नाम पूछा। बच्चे ने अपना नाम आकाश (परिवर्तित नाम) बताया।
उसके कुछ रिलैक्स हो जाने पर लक्ष्मणभाई ने उससे पूरी बात पूछी। तब आकाश ने यह कहानी बताई... पापा घर पर नहीं थे और मम्मी (वंदना-परिवर्तित नाम) के मोबाइल में बैलेंस खत्म हो गया था। इसलिए मम्मी ने पापा के मोबाइल से किसी को एसएमएस किया था। इसके बाद मम्मी घर के काम में लग गईं और मैंने पापा का मोबाइल खेलने के लिए ले लिया। जब मैंने एक एसएमएस देखा तो उसमें मम्मी ने किसी को आई लव यू लिखा था।
मैंने यह बात मम्मी से पूछ ली कि उन्होंने यह मैसेज किसको किया था। तब मम्मी कुछ नहीं बोलीं। इसके कुछ देर बाद एक आदमी घर पर आया और तब मम्मी और वह आदमी मुझे पीटने लगे और बोला कि किसी को बताया तो और मारेंगे।
जब घर जाएगा, तब फिर मारूंगी...।
बच्चे की यह बात सुनकर कुछ ही देर में पुलिस ने उसकी मम्मी वंदना को यहां पर बुला लिया। लेकिन चौंकाने वाली बात यहां यह रही कि वंदना ने खुद यह बात स्वीकार कर ली कि उसका शंकर परिहार नाम के एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा है। इसके अलावा वंदना ने आकाश की पिटाई और धमकी की बात भी निडरतापूर्वक स्वीकार ली। इसके साथ ही वंदना ने पुलिस से कहा कि यह जब घर जाएगा, तब फिर मारूंगी...।
यह बात सुनकर पुलिस भी चौंक उठी। पुलिस ने मासूम बच्चे को पीटने तथा उसके धमकी देने के आरोप में वंदना और शंकर दोनों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। आकाश के अलावा वंदना की दो बेटियां भी हैं जो 12वीं कक्षा में पढ़ती हैं, जबकि आकाश 9वीं कक्षा में पढ़ता है और पति दर्जी का काम करता है।
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