शुक्रवार, 6 मई 2011

आज की ताजा खबर.बाड़मेर


राजस्व अपील न्यायालय बाड़मेर स्थानांतरित
हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन ने विरोध जताया

बाड़मेर राजस्व विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने 8 जुलाई 2007 को जारी आदेश निरस्त करते हुए जोधपुर स्थित राजस्व अपील अधिकारी के न्यायालय को तुरंत प्रभाव से बाड़मेर स्थानांतरित करने के आदेश दिए हैं। दूसरी ओर हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन ने सरकार के इस कदम पर विरोध प्रकट किया है। इसे लेकर गुरुवार को बैठक भी हुई।

एसोसिएशन के महासचिव हरीश पुरोहित ने बताया कि रणजीत जोशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह तय किया गया कि राजस्व अपील अधिकरण के बाड़मेर स्थानांतरण का विरोध करने से संबंधित ज्ञापन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फैक्स व डाक के माध्यम से भेजा जाएगा। पुरोहित ने कहा कि 6 वर्ष पूर्व भी राजस्व अधिकरण को बाड़मेर स्थानांतरित करने के प्रयास किए गए थे, जिन्हें अधिवक्ताओं ने आंदोलन कर विफल कर दिया था। उन्होंने कहा कि इस बार भी सरकार के इस कदम का भारी विरोध किया जाएगा।


टांके में गिरने से मौत
बाड़मेर बायतु
नरसाली नाडी कोलू निवासी एक विवाहिता की गुरुवार को टांके में गिरने से मौत हो गई। 108 के ईएमटी खेमाराम व भियाराम के अनुसार जमना देवी (22) पत्नी मुकनाराम जाट की पानी से भरे टांके में गिरने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे की है। मृतका का शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरूकर दी है।

सड़क दुर्घटना में एक की मौत, दो घायल
 
बाड़मेर बायतु
  जेवनियाला रोड नया गांव में रात नौ बजे बाइक व टैंकर के बीच हुई भिडं़त में एक जने की मौत हो गई, वहीं दो जने घायल हो गए। 

108 के ईएमटी खेमाराम व भियाराम के अनुसार जेवनियाला रोड नया गांव में नेवला निवासी टीलाराम(25) पुत्र पदमाराम, नया गांव बायतू निवासी रमेश (22) पुत्र तुलछाराम व हीरा राम (22) पुत्र तुलछाराम रात नौ बजे बाइक पर सवार होकर विवाह समारोह में शरीक होने जा रहे थे। इस बीच टैंकर ने बाइक को टक्कर मार दी जिससे तीनों युवक घायल हो गए। इनमें से टीलाराम की हालत गंभीर होने पर उसे जोधपुर रेफर किया गया मगर बीच रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। हादसे की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुुंच वाहनों को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
टैंकर-कार भिड़ंत में दो की मौत
बाड़मेर गुड़ामालानी  थाना क्षेत्र के डबोई गांव की सरहद स्थित नेशनल हाइवे पर गुरुवार दोपहर एक अनियंत्रित टैंकर की कार से भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना में कार में सवार दो जनों की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया गया है। पुलिस के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 पर दोपहर 12 बजे कार बाड़मेर से अहमदाबाद की ओर जा रही थी। सामने से आ रहे अनियंत्रित टैंकर की डबोई गांव के पास कार से भिड़ंत हो गई। दुर्घटना में कार में सवार बटवा अहमदाबाद निवासी नेपाभाई पुत्र मालाभाई रबारी 55 की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं अहमदाबाद निवासी बहादुरसिंह पुत्र गुलाबसिंह 30 की गुड़ामालानी में प्राथमिक उपचार के बाद सांचौर ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। दुर्घटना में नेपाभाई पुत्र जीवनभाई व भीखाभाई पुत्र शोभाभाई घायल हो गए। दुर्घटना के बाद टैंकर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवा परिजन के सुपर्द कर दिए गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर टैंकर चालक की तलाश प्रारंभ कर दी है। 

गुरुवार, 5 मई 2011

क्यों मनाई जाती हैं अक्षय तृतीया या आखा तीज









क्यों मनाई जाती हैं अक्षय तृतीया या आखा तीज

अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैंए उनका अक्षय फल मिलता ह इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता हैख्,वैसे तो सभी बारह महीनों की शुक्ल पक्षीय तृतीया शुभ होती हैए किंतुवैशाख माह की तिथि स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में मानी गई है। भविष्य पुराण के अनुसार इस तिथि की युगादि तिथियों में गणना होती हैए सतयुग और त्रेता युग का प्रारंभ इसी तिथि से हुआ है। भगवान विष्णु ने नर.नारायणए हयग्रीव और परशुराम जी का अवतरण भी इसी तिथि को हुआ था।ब्रह्माजी के पुत्र अक्षय कुमार का आविर्भाव भी इसी दिन हुआ था।इस दिन श्री बद्रीनाथ जी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है और श्री लक्ष्मी नारायण के दर्शन किए जाते हैं। प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बद्रीनारायण के कपाट भी इसी तिथि से ही पुनः खुलते हैं। वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी जी मन्दिर में भी केवल इसी दिन श्री विग्रह के चरण दर्शन होते हैंए अन्यथा वे पूरे वर्ष वस्त्रों से ढके रहते हैं। जीण्एमण् हिंगे के अनुसार तृतीया ४१ घटी २१ पल होती है तथा धर्म सिंधु एवं निर्णय सिंधु ग्रंथ के अनुसार अक्षय तृतीया ६ घटी से अधिक होना चाहिए। पद्म पुराण के अनुसा इस तृतीया को अपराह्न व्यापिनी मानना चाहिए। इसी दिनमहाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था और द्वापर युग का समापन भी इसी दिन हुआ था।ऐसी मान्यता है कि इस दिन से प्रारम्भ किए गए कार्य अथवा इस दिन को किए गए दान का कभी भी क्षय नहीं होता। मदनरत्न के अनुसाररू


महत्व


अक्षय तृतीया का सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन बिना कोई पंचांग देखे कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे विवाहए गृह.प्रवेशए वस्त्र.आभूषणों की खरीददारी या घरए भूखंडए वाहन आदि की खरीददारी से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं। नवीन वस्त्रए आभूषण आदि धारण करने और नई संस्थाए समाज आदि की स्थापना या उदघाटन का कार्य श्रेष्ठ माना जाता है। पुराणों में लिखा है कि इस दिन पितृ पक्षख्पितरों,, को किया गया तर्पण तथा पिन्डदान अथवा किसी और प्रकार का दानए अक्षय फल प्रदान करता है। इस दिन गंगा स्नान करने से तथा भगवत पूजन से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। यहाँ तक कि इस दिन किया गया जपए तपए हवनए स्वाध्याय और दान भी अक्षय हो जाता है। यह तिथि यदि सोमवार तथा रोहिणी नक्षत्र के दिन आए तो इस दिन किए गए दानए जप.तप का फल बहुत अधिक बढ़ जाता हैं।इसके अतिरिक्त यदि यह तृतीया मध्याह्न से पहले शुरू होकर प्रदोष काल तक रहे तो बहुत ही श्रेष्ठ मानी जाती है। यह भी माना जाता है कि आज के दिन मनुष्य अपने या स्वजनों द्वारा किए गए जाने.अनजाने अपराधों की सच्चे मन से ईश्वर से क्षमा प्रार्थना करे तो भगवान उसके अपराधों को क्षमा कर देते हैं और उसे सदगुण प्रदान करते हैंए अतः आज के दिन अपने दुर्गुणों को भगवान के चरणों में सदा के लिए अर्पित कर उनसे सदगुणों का वरदान माँगने की परंपरा भी है।


धार्मिक परंपराएँ


अक्षय तृतीया के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर समुद्र या गंगा स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की शांत चित्त होकर विधि विधान से पूजा करने का प्रावधान है।नैवेद्य में जौ या गेहूँ का सत्तूए ककड़ी और चने की दाल अर्पित किया जाता है। तत्पश्चात फलए फूलए बरतनए तथा वस्त्र आदि दान करके ब्राह्मणों को दक्षिणा दी जाती है। ब्राह्मण को भोजन करवाना कल्याणकारी समझा जाता है। मान्यता है कि इस दिन सत्तू अवश्य खाना चाहिए तथा नए वस्त्र और आभूषण पहनने चाहिए। गौए भूमिए स्वर्ण पात्र इत्यादि का दान भी इस दिन किया जाता है। यह तिथि वसंत ऋतु के अंत और ग्रीष्म ऋतु का प्रारंभ का दिन भी है इसलिए अक्षय तृतीया के दिन जल से भरे घडेए कुल्हडए सकोरेए पंखेए खडाऊँए छाताए चावलए नमकए घीए खरबूजाए ककड़ीए चीनीए सागए इमलीए सत्तू आदि गरमी में लाभकारी वस्तुओं का दान पुण्यकारी माना गया है। इस दान के पीछे यह लोक विश्वास है कि इस दिन जिन.जिन वस्तुओं का दान किया जाएगाए वे समस्त वस्तुएँ स्वर्ग या अगले जन्म में प्राप्त होगी। इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा सफेद कमल अथवा सफेद गुलाब या पीले गुलाब से करना चाहिये।






अर्थात सभी महीनों की तृतीया में सफेद पुष्प से किया गया पूजन प्रशंसनीय माना गया है।


ऐसी भी मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर अपने अच्छे आचरण और सद्गुणों से दूसरों का आशीर्वाद लेना अक्षय रहता है। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा विशेष फलदायी मानी गई है। इस दिन किया गया आचरण और सत्कर्म अक्षय रहता है।


संस्कृति में


इस दिन से शादी.ब्याह करने की शुरुआत हो जाती है। बड़े.बुजुर्ग अपने पुत्र.पुत्रियों के लगन का मांगलिक कार्य आरंभ कर देते हैं। अनेक स्थानों पर छोटे बच्चे भी पूरी रीति.रिवाज के साथ अपने गुड्‌डा.गुड़िया का विवाह रचाते हैं। इस प्रकार गाँवों में बच्चे सामाजिक कार्य व्यवहारों को स्वयं सीखते व आत्मसात करते हैं। कई जगह तो परिवार के साथ.साथ पूरा का पूरा गाँव भी बच्चों के द्वारा रचे गए वैवाहिक कार्यक्रमों में सम्मिलित हो जाता है। इसलिए कहा जा सकता है कि अक्षय तृतीया सामाजिक व सांस्कृतिक शिक्षा का अनूठा त्यौहार है। कृषक समुदाय में इस दिन एकत्रित होकर आने वाले वर्ष के आगमनए कृषि पैदावार आदि के शगुन देखते हैं। ऐसा विश्वास है कि इस दिन जो सगुन कृषकों को मिलते हैंए वे शत.प्रतिशत सत्य होते हैं। राजपूत समुदाय में आने वाला वर्ष सुखमय होए इसलिए इस दिन शिकार पर जाने की परंपरा है।

बालविवाह की गाज कर्मचारियों पर गिरेगी



आखातीज पर बाल विवाह
 रोकथाम के पुख्ता प्रबन्ध
होगी जिम्मेदारी तय तथा कड़ी कार्यवाही
बाडमेर, 5 मई। जिले में अक्षय तृतीया अथवा आखातीज के मौके पर बाल विवाह की रोकथाम के लिए पुख्ता किए गए है। इस सामाजिक कुरीति के विरूद्ध समझाईश तथा कानूनी प्रावधानों के व्यापक प्रचार प्रसार पर जोर दिया गया है। साथ ही किसी क्षेत्र में बाल विवाह होने पर इस संबंधित क्षेत्र में कार्यरत सरकारी कार्मिकों की जिम्मेदारी तय कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
          जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह को रोकने के लिए ग्राम स्तर पर कार्यरत ग्राम सेवक, अध्यापक, पटवारी, भू0अ0 निरीक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, बीट कान्टेबलों की जिम्मेवारी रहेगी कि वे उनके क्षेत्र में उक्त पर्व पर आयोजित होने वाले बाल विवाह होने का अंदेशा होने पर तत्काल नजदीक के पुूलिस स्टेशन पर उक्त विवाह की सूचना उपलब्ध करावे ऐसा नहीं करने पर उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।
          उन्होंने बताया कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के अन्तर्गत सभी उपखण्ड अधिकारियों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी बनाया गया है, जो बाल विवाह रोकने के संबंध में कोई शिकायत अथवा सूचना प्राप्त होने पर संबंधित दोषी व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही करेंगे। उन्होंने बताया कि बाल विवाह को संज्ञेय अपराध मानकर संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट तथा पुलिस दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करेंगी। उन्होंने समस्त उपखण्ड मजिस्ट्रेट्स को निर्देश दिए है कि वे अधिनियम की तहत कार्यवाही करें तथा अधिनस्थ तहसीलदार, थानाधिकारी को मौके पर भेजकर  बाल विवाह रोकने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
गोयल ने बताया कि अक्षय तृतीया के पर्व पर विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाहों के आयोजन की आशंका रहती है। उन्होने संबंधित अधिकारियों को अक्षय तृतीया के अवसर पर जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बाल विवाह को रोकने के लिए अभियान चलाया जाकर तहसील व गांव स्तर पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दायित्व सौपने तथा घर-घर, गांव-गांव में बाल विवाह रोकने का सन्देश पहुंचाने तथा जन चेतना जागृत करने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है ।
नियन्त्रण कक्ष
जिले में अक्षय तृतीया पर बाल विवाह की रोकथाम के लिए जिला कार्यालय के कांफ्रेन्स हॉल में नियन्त्रण कक्ष की स्थापना की गई है। नियन्त्रण कक्ष के टेलीफोन नम्बर 2982- 222226 एवं टोल फ्री - 1077 है।  नियन्त्रण कक्ष के ऑल ओवर इन्चार्ज अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण कुमार पुरोहित होगे, जिनके टेलीफोन नम्बर कार्यालय 02982- 220007 तथा निवास 02982- 220008 है। जिला मजिस्टेªट ने जिले के उपखण्ड मजिस्टेªट्ों को बाल विवाह की रोकथाम हेतु अपने अधिनस्थ सभी तहसीलदारों, भू अभिलेख निरीक्षकों व पटवारियों को निर्देर्शित करने तथा उनके कार्यालय में नियन्त्रण कक्ष स्थापित कर 24 घण्टे कार्यशील रखने के निर्देश दिए है।

बुधवार, 4 मई 2011

समस्याओं के समाधान की राह ने दिया ग्रामीणों को दिली सुकूनजिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा ने


जिला कलक्टर की चाँधन में रात्रि चौपाल खूब जमी,

समस्याओं के समाधान की राह ने दिया ग्रामीणों को दिली सुकून
      जैसलमेर, 4 मई/जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा की चाँधन गांव में रात्रि चौपाल खूब जमी और ग्राम्य समस्याओं का हाथों हाथ समाधान पाने के साथ ही ग्रामीणों को सरकार की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी पायी।

      जिला कलक्टर की चौपाल में ग्रामीणों ने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जिला कलक्टर से खुलकर चर्चा की। जिला कलक्टर ने सभी समस्याओं को तसल्ली से सुना और ठोस कार्यवाही तथा निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए और कई मामलों में त्वरित समाधान किया।

      रात्रि चौपाल में ग्रामीणों द्वारा चांधन से जेठा तक 4 किलोमीटर सड़क बनवाई जाने की मांग करने पर जिला कलक्टर ने सड़क निर्माण का आष्वासन दिया। ग्रामीणों द्वारा ग्राम चांधन में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं ट्रोमा सेन्टर बनाये जाने की मांग की गई जिस पर तहसीलदार, जैसलमेर को केन्द्र हेतु भूमि आरक्षित करने के निर्देष दिये गये।

      ग्राम सोजिया के ग्रामीणों द्वारा पानी की समस्या के समाधान की मांग करने पर अधीक्षण अभियन्ता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को समाधान करने के निर्देष दिये गये। ग्राम सूजिया के श्री अलारख विकलांग होने के कारण आर्थिक सहायता एवं बी.पी.एल. में नाम जुड़वाये जाने की मांग की गई जिस पर बीपीएल में नाम जुड़वाने हेतु नियमानुसार प्रक्रिया पूरी करने के निर्देष दिये गये।

      गांव चांधन में कृषि जिन्स के लिये गोदाम निर्माण के लिये नाबार्ड योजना में लाभान्वित करने के निर्देष दिये गये। ग्रामीणों की मांग पर हायर सैकण्डरी परीक्षा केन्द्र बनाये जाने के सम्बन्ध में पूर्ण रिपोर्ट भिजवाने हेतु जिला षिक्षा अधिकारी, माध्यमिक को निर्देष दिये गये।

      करमों की ढाणी से चांधन तक सड़क मरम्मत की मांग किये जाने पर अधीक्षण अभियन्ता, सा.नि.वि. को आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये। यह भी निर्देष दिये गये कि 1996 से यह सड़क क्यों नहीं बनी इसकी सूचना भेजी जाये।

      चांधन गांव में मास्टर प्लान बनाये की मांग किये जाने पर ग्रामसेवक को विकास अधिकारी से चर्चा कर मास्टर प्लान बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देष दिये गये। ग्रामीणों द्वारा नरेगा कार्यों में कच्चे काम की जगह पक्के काम लेने की मांग की गई।

      ग्रामीणों द्वारा मांग की गई कि चांधन में अनुसूचित जाति बस्ती में पीने के पानी की पाईप लाईन गटर पाईप लाईन से जुड़ गई है जिसे अलग करवाई जाए। इस पर अधीक्षण अभियन्ता, जन स्वा. अभि. विभाग को पाईप लाईन दुरूस्त करने के निर्देष दिये गये।

      ग्रामीणों द्वारा मांग की गई कि गांव में निवास कर रहे जोगी, ग्वारिया व भील बस्ती में पाईप लाईन डाली हुई है लेकिन कनेक्षन नहीं दिये गये हं। इस पर अधीक्षण अभियन्ता, जन स्वा. अभि. वि. को को आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये।

      ग्रामीणों द्वारा चांधन नदी पर बांध बनाने का आग्रह किया गया जिस पर भू जल विभाग को चांधन नदी में नलकूपों से रिचार्ज के प्रस्ताव बनाने के निर्देष दिये गये। ग्रामीणों द्वारा शमषानघाट के लिये जमीन आरक्षित करने का भी आग्रह किया गया। ग्रामीणों द्वारा सूचना के अधिकार के तहत सभी विभागों के आगे सूचना के अधिकार के प्रभारियों की सूचना के बोर्ड लगाये जाने की मांग किये जाने पर सभी विभागों को ये सूचना बोर्ड पर लगाये जाने के निर्देष दिये गये।

      ग्रामीणों द्वारा शराब की दुकान 8 बजे के बाद खुली रहने की षिकायत की गई। ग्रामीणों द्वारा डेयरी दूध की रेट बढ़ाने की भी मांग की गई। ग्रामीणों द्वारा चांधन में बुलशेड की स्थापना किये जाने की मांग की गई जिस पर प्रभारी, भू जल वैज्ञानिक को चांधन प्रभारी से चर्चा कर प्रस्ताव भिजवाने के निर्देष दिये।

      ग्रामीणों द्वारा मांग की गई कि मलूकों की ढाणी में राजीव गांधी पाठषाला बंद कर दी गई है जिसे चालू करवाया जाए। इस पर जिला षिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक को आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये।

      राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सगरा का निरीक्षण करने पर प्रधानाध्यापक राचूराम ने बताया कि विद्यालय में 106 छात्र/छात्राएं नामांकित हैं तथा कुल 4 अध्यापक कार्यरत हैं।

      ग्रामीणों द्वारा मांग की गई कि सगरा गांव में मानव रहित रेल्वे फाटक बना हुआ था जिसे बंद कर दिया गया है जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में परेषानी हो रही है तथा जो पुल बन रहा है वह छोटा है जिसे बड़ा बनाये जाने की मांग की गई। ग्रामीणों द्वारा मांग की गई कि गांव के बीचों-बीच से पानी की पाईप लाईन जा रही है जिससे एक सार्वजनिक नल गांव में लगाया जाये।

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जिला कलक्टर ने किया ग्राम्यांचलों का निरीक्षण

जैसलमेर, 4 मई/जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा ने बुधवार को जैसलमेर जिले के विभिन्न गांवों का दौरा किया और ग्रामीण विकास तथा परिवेशीय हालातों की जमीनी हकीकत जानी।

जिला कलक्टर ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सांवला का निरीक्षण किया। वहां प्रधानाध्यापक सवाईसिंह ने अवगत करवाया कि विद्यालय में 58 छात्र/छात्रांएं नामांकित हैं तथा कुल 5 अध्यापक कार्यरत हैं।

बालिका उच्च प्राथमिक सांवला के निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापिका श्रीमती तरूणा चौहान द्वारा अवगत करवाया गया कि विद्यालय में 50 छात्राएं नामांकित हैं तथा कुल 4 अध्यापिकाएं कार्यरत हैं जिनमें से 2 अध्यापिकाएं श्रीमती शारदा पुरोहित चांधन में एवं श्रीमती कौषल्या भार्गव खुमानसर विद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर है। इस पर जिला कलक्टर ने प्रतिनियुक्ति के बारे में वस्तुस्थिति की जानकारी देने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान सांवला ग्राम के बीचों-बीच सीमेन्ट की पानी के गिरे हुए ओवर हेड टेंक को वहां से हटाकर गांव से बाहर डलवाये जाने के निर्देश दिए गए।

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जैसलमेर की चित्रकला










जैसलमेर की चित्रकला 

चित्रकला
 की दृष्टि से जैसलमेर का विशिष्ट स्थान है। भारत के पश्चिम थार मरुस्थल क्षेत्र में विस्तृत इस नगर में दूर तक मरु के टीलों का विस्तार है, वहीं कला संसार का ख़ज़ाना भी कम महत्त्वपूर्ण नहीं है। प्राचीन काल से ही व्यापारिक स्वर्णिम मार्ग के केन्द्र में होने के कारण जैसलमेर ऐश्वर्य, धर्म एवं सांस्कृतिक अवदान के लिए प्रसिद्ध रहा है।चित्रकला की दृष्टि से जैसलमेर का विशिष्ट स्थान रहा है। भारत के पश्चिम थार मरुस्थल क्षेत्र में विस्तृत यह राज्य यहाँ दूर तक मरु के टीलों का विस्तार है, वहीं कला संसार का खजाना भी कम महत्वपूर्ण नहीं है। प्राचीन काल से ही व्यापारिक स्वर्णिम मार्ग के केन्द्र में होने के कारण जैसलमेर ऐश्वर्य, धर्म एवं सांस्कृतिक अवदान के लिए प्रसिद्ध रहा है। जैसलमेर में स्थित सोनार किला, चिन्तामणि पार्श्वनाथ जैन मंदिर (१४०२-१४१६ ई.), सम्भवनाथ जैन मंदिर (१४३६-१४४० ई.), शांतिनाथ कुन्थनाथ जैन मंदिर (१४८० ई.), चन्द्रप्रभु जैन मंदिर तथा अनेक वैषण्व मंदिर धर्म के साथ-साथ कला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। १८वीं-१९वीं शताब्दी में बनी जैसलमेर की प्रसिद्ध हवेलियाँ तो स्थापत्य कला की बेजोड़ मिसाल है। इन हवेलियों में बने भित्ति चित्र काफी सुंदर हैं। सालिम सिंह मेहता की हवेली, पटवों की हवेली, नथमल की हवेली तथा किले के प्रासाद और बादल महल आदि ने जैसलमेर की कलात्मदाय को आज संसार भर में प्रसिद्ध कर दिया है। जैसलमेर में स्थित सोनार क़िला, चिन्तामणि पार्श्वनाथ जैन मंदिर (1402-1416 ई.), सम्भवनाथ जैन मंदिर (1436-1440 ई.), शांतिनाथ कुन्थनाथ जैन मंदिर (1480 ई.), चन्द्रप्रभु जैन मंदिर तथा अनेक वैष्णव मंदिर धर्म के साथ-साथ कला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। 18वीं-19वीं शताब्दी में बनी जैसलमेर की प्रसिद्ध हवेलियाँ तो स्थापत्य कला की बेजोड़ मिसाल है। इन हवेलियों में बने भित्ति चित्र काफ़ी सुंदर हैं। सालिम सिंह मेहता की हवेली, पटवों की हवेली, नथमल की हवेली तथा क़िले के प्रासाद और बादल महल आदि ने जैसलमेर की कलात्मकता को आज संसार भर में प्रसिद्ध कर दिया है। जैसलमेर में चित्रकला के निर्माण, सचित्र ग्रंथों की नकल एवं प्राचीन हस्तलिखित ग्रंथों के संरक्षण के लिए जितना योगदान रहा है, उतना किसी अन्य स्थान का नही। जब आक्रमणकारी भारतीय स्थापत्य कला एवं पांडुलिपियों को नष्ट कर रहे थे, उस समय भारत के सुदूर मरुस्थली पश्चिमांचल में जैसलमेर का त्रिकुटाकार दुर्ग उनकी रक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण स्थान समझा गया। इसलिए संभात, पारण, गुजरात, अलध्यापुर एवं राजस्थान के अन्य भागों से प्राचीन साहित्य, कला की सामग्री को क़िले के जैन मंदिरों के तलघरों में सुरक्षित रखा गया। 

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सिवाना में एबीईओ रिश्वत लेते गिरफ्तार



सिवाना में एबीईओ रिश्वत लेते गिरफ्तार
20 हजार रुपए लेते रंगे हाथ एसीबी की टीम ने पकड़ा, जब्त रजिस्टर लौटाने के लिए विद्यालय में प्रस्तावित निर्माण राशि में मांगा था कमीशन

(बाड़मेर) 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को बाड़मेर के सिवाना पंचायत समिति के अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
 

आरोपी ने यह राशि जोड़ बस्ती गुड़ा नाल स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय से जब्त शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर लौटाने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत आवंटित राशि में से कमीशन के रूप में ली थी। उप महानिरीक्षक (एसीबी) संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि सिवाना थानांतर्गत गुड़ा नाल निवासी पारसमल पुत्र अमराराम ने सोमवार को जोधपुर चौकी में एक शिकायत दी थी। इसमें बताया गया था कि वह जोड़ बस्ती गुड़ा नाल में राजकीय प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक है। यहां गत 4 मार्च को सिवाना पंचायत समिति के अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कानाराम स्कूल में आया और अध्यापक उपस्थिति पंजिका अपने साथ ले गया। उसने यह रजिस्टर लौटाने के बदले और स्कूल में सर्व शिक्षा अभियान के तहत बनने वाले एक कमरे के निर्माण के लिए आवंटित राशि 1 लाख 69 हजार रुपए में से कमीशन के तौर पर 20 हजार रुपए की मांग की। शिकायत का गोपनीय सत्यापन करने के बाद मंगलवार को एसीबी टीम ने ट्रैपिंग की। सिवाना में पादरू रोड पर बंजारा बस्ती पुरोहितों का बास क्षेत्र में टीम ने आरोपी अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कानाराम को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया
बोलेरो पलटने से एक मरा 
बाड़मेर & चौहटन थानान्तर्गत एक बोलेरो पलट गई। हादसे में एक जने की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जान खां पुत्र कायम खां ने मामला दर्ज करवाया कि उसका भाई दोसू खां बोलेरो से जा रहा था। इस दौरान ईटादिया निवासी ड्राइवर धुनसिंह ने गाड़ी तेज गति से चलाई। संतुलन बिगडऩे से गाड़ी पलटी खा गई। इससे उसके भाई को गंभीर चोटें आईं। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

 ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट 

बाड़मेर & शिव थानान्तर्गत एक ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि वली मोहम्मद पुत्र सुलेमान खां निवासी राजबेरा ने मामला दर्ज करवाया कि उसका ट्रक ड्राइवर यार मोहम्मद पुत्र अली खां जीरा भरकर ऊंजा मंडी जा रहा था। इस दौरान उण्डू के पास मारु खांं, नभे खां व मीरे खां ने ट्रक रुकवाकर ड्राइवर पर लाठियां व लोहे के सरिये से हमला बोल दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बस से गिरने से विवाहिता की मौत 
बाड़मेर & सदर थानान्तर्गत बस से गिरने से एक महिला की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि महाबार पीथल निवासी चनणी देवी (22) पत्नी चन्द्र प्रकाश जाट बाड़मेर से विरात्रा जाने वाले रोडवेज बस में सवार हुई। चौहटन रोड पर वह बस से नीचे गिर गई। प्राथमिक उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

मंगलवार, 3 मई 2011

राष्ट्रीय वन्य जीव मंडल की स्थायी समिति की बैठक में गिराब से कुबरिया तक सड़क निर्माण


 बाड़मेर
राष्ट्रीय वन्य जीव मंडल की स्थायी समिति की बैठक में राज्य की 11 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री जयराम रमेश ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को 26 अप्रैल, 2011 को लिखे अपने पत्र में यह जानकारी दी। बैठक 25 अप्रैल को हुई थी।

बैठक में मंजूर की गई परियोजनाओं में राष्ट्रीय चंबल घडिय़ाल अभयारण्य, धौलपुर में 330 मेगावाट क्षमता का धौलपुर गैस आधारित कंबाइंड साइकिल थर्मल ऊर्जा परियोजना स्टेज-द्वितीय, चंबल वन्य जीव अभयारण्य क्षेत्र में कोटा से भीलवाड़ा तक 16 इंच डाइमीटर की भूमिगत गैस पाइपलाइन डालने की परियोजना, माउंट आबू से अनादरा विद्युत लाइन, चंबल-भीलवाड़ा जलापूर्ति परियोजना, ओराई सिंचाई परियोजना, परवन वृहद सिंचाई एवं पेयजल आपूर्ति परियोजना करौली जिले में दोहारी लघु सिंचाई परियोजना, दर्रा वन्य जीव अभयारण्य सीमा में ग्रेवल सड़क एवं सामुदायिक कार्य, गिराब से कुबरिया तक सड़क निर्माण (बाड़मेर), गिराब से उगेरी (बाड़मेर) तक सड़क निर्माण, सवाई मानसिंह वन्य जीव अभयारण्य में ऑप्टिकल फाइबर केबल डालने के प्रोजेक्ट शामिल है।

विवाहिता ने बच्च्े सहित टांके में कूदकर जान दी


विवाहिता ने बच्च्े सहित टांके में कूदकर जान दी
बाडमेर निकटवर्ती चिलानाडी ग्राम पंचायत के सूरज बेरा गांव में एक महिला ने अपने बच्चे सहित टांके में कूद आत्महत्या कर ली।प्राप्त जानकारी के अनुसार सूरजबेरा निवासी सांरो देवी पत्नी थानाराम प्रजापत उम्र 23 वर्ष अपने पुत्र पारस को साथ लेकर पड़ोस में बने टांके में कूद गई।घटना की सूचना चुन्नीलाल पुत्र ओमाराम प्रजापत निवासी सूरजबेरा ने पुलिस को दी।सूचना मिलने पर तहसीलदार शैतानसिंह राजपुरोहित व मंडली थाने के हेड कांस्टेबल जोगाराम मौके पर पहुंचे।शवों को टांके से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सुपर्द किया गया।पुलिस ने मर्ग दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया।हादसे के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।

बाड़मेर 

नए आरटीओ ऑफिस के सामने सोमवार दिल्ली से आ रही मालाणी एक्सप्रेस के आगे कूद कर एक जने ने जान दे दी। सदर थाना के अनुसार बिसाला निवासी हनुमानराम(22) पुत्र मोहनराम ने मालाणी एक्सप्रेस के आगे कूदकर जान ने दे दी। सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस व एसडीएम सीएल देवासी मौके पर पहुंच शव को कब्जे ले लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Sampoorna Sunderkand by Ravindra Jain 1

सोमवार, 2 मई 2011

पाकिस्तान आतंकियों की शरणगाह:रक्षा मंत्री

रक्षा मंत्री एके एंटोनी जैसलमेर दौरे पर, देखी भारत पाक सीमा
जैसलमेर। रक्षामंत्री एके एंटोनी ने कहा है कि कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में मारे जाने से यह साबित हो गया है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की शरणस्थली है। अब पाकिस्तान को आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे। एंटोनी सोमवार दोपहर जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एंटोनी एक दिवसीय जैसलमेर दौरे पर हैं, वे यहां पर भारत पाकिस्तान सीमा का अवलोकन करने और इस रेगिस्तानी इलाके में सेना की तैयारियों का जायजा लेने आए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सीमा पर बरसों से आतंकी ट्रेनिंग सेंटर संचालित किए जा रहे थे। इस बारे में हमने बार बार पाक सरकार को आगाह किया, लेकिन उनकी ओर से हमेशा ही नकारा जाता रहा। मगर अब लादेन के पाकिस्तान में मारे जाने से इस बात का खुलासा हो गया कि पाकिस्तान आतंकियों की मदद कर रहा है।
 उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अमरीका के साथ रक्षा सौदा किसी राजनीतिक दबाव के तहत नहीं किया जाएगा। रक्षा सौदे सिर्फ तकनीकी व क्वालिटी आधार पर ही किए जाएंगे। हालांकि अभी रक्षा सौदों की प्रक्रिया चल रही है और रूस, यूरोप व फ्रांस से एयरक्राफ्ट खरीदने की बात चल रही है। उन्होंने कहा कि भारत परमाणु, रसायनिक व जैविक हमले से निपटने में सक्षम है व इसकी पूरी तैयारी है।

foto feature....Jain Temples of jaisalmer,rajasthan



Jain Temples of Jaisalmer













Location: In the Jaisalmer Fort

How to reach: Take a rickshaw or share an auto rickshaw

Attraction: Dilwara style paintings, Architecture

Timings: Early morning till 12 noon




Jain Temples situated in the Jaisalmer Fort are a must visit site in Jaisalmer, Rajasthan. You will find these temples to be very old and high pilgrimage as well as archeological value attached to them. These are a group of Jain temples dating back 12th and 15th centuries and are dedicated to various Jain Tirthankars (Hermits). On the walls of the temples, you can find animal & human figures, carved in famous Dilwara style.




These temples are built in the Dilwara style that is famous all over the world for its architecture. The style got its name from the famous 'Dilwara Temples' situated on Mount Abu, a famous Hill station and pilgrimage destination in Rajasthan. The Jain temples in the Jaisalmer Fort are dedicated to Rikhabdevji and Shambhavdev Ji, the famous Jain hermits known as 'Tirthankars'. Like all other structures in Jaisalmer, these temples are craved of yellow sandstones. The beautifully carves decorations on the wall will give you divine peace. The Astapadhi Temples that are situated in the same complex are a must visit too.




The temple complex is open through out the morning till 12noon, for the visitors. So try to get up a bit early or you might miss this splendor. The campus also contain Gyan Bhandar library. Well if you are a student of comparative archeology or otherwise, the library will prove to be a good place to prowl as it contains some of the rare manuscripts available in India.

रविवार, 1 मई 2011

चंद मिनटों में हुआ बरसों की समस्या का समाधान मुख्य सचिव की सोनू में जन सुनवाई ने बांटा राहत का सोना हाथो-हाथ समाधान पाकर पुलकित हो उठे ग्रामीण





चंद मिनटों में हुआ बरसों की समस्या का समाधान
मुख्य सचिव की सोनू में जन सुनवाई ने बांटा राहत का सोना
हाथो-हाथ समाधान पाकर पुलकित हो उठे ग्रामीण
      जैसलमेर, एक मई/जैसलमेर जिले के सोनू गांव के लोगों के लिये रविवार का दिन लोक मंगल के किसी उत्सव से कम नहीं था। मौका था राजस्थान के मुख्य सचिव एस. अहमद द्वारा इस गांव में जन सुनवाई का।
      इसमें मुख्य सचिव ने ग्रामीणों की चौपाल लगाकर समस्याएं सुनी और एक-एक कर सभी समस्याओं का देखते ही देखते समाधान कर दिया।
      बरसों पुरानी मांगों और समस्याओं से चंद मिनटों में मुक्ति पाकर सोनू ग्रामवासी फूले नहीं समाये और उन्होेने मुख्य सचिव के प्रति दिल से कृतज्ञता दर्शायी।
      मुख्य सचिव ने जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी में सोनू के ग्रामीणों की समस्याओं को सुना तथा इनके बारे में विभिन्न विभागों के राज्य स्तरीय उच्चाधिकारियों से अपने मोबाइल पर बातचीत कर सारी समस्याओं का मौके पर ही निदान कर दिया। हाथों हाथ समाधान की ऐसी पहली और प्रभावी कार्यवाही ने ग्रामीणजनों को इतना खुश कर दिया कि चौपाल में रह-रह कर करतल ध्वनि कर ग्रामीण आभार जताते रहे।
      मुख्य सचिव ने जन सुनवाई के दौरान राज-काज में ढिलाई और संवेदनहीनता दर्शाने वाले कई अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई।
      सोनू गांव पहुंचने पर सरपंच पूनमसिंह व ग्रामीण जन प्रतिनिधियों व ग्राम्य स्तरीय राज्य कर्मियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया। मंगल कलश लिए सजी-धजी बालिकाओं के समूह ने ढोल-बाजों के नादों के बीच एस. अहमद की अगवानी की। सरपंच ने ग्राम पंचायत क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं पर जानकारी दी।
      जन सुनवाई में सामने आया कि क्षेत्र में भूमिहीनों के फार्म निरस्त कर दिए गये है व विण्ड पॉवर वालों के जमीने दी जा रही है। इस पर मुख्य सचिव ने भूमिहीनों को पट्टे दिए जाने की कार्यवाही आरंभ करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए व कहा कि इस बारे में तकनीकी अड़चनों को दूर किया जाना चाहिए।
     अब सोनू में घर-घर पहुंचेगा पानी
      सोनू गांव को पाईप्ड जल वितरण योजना से जोड़ कर सभी घरों को नल कनेक्शन देने की मांग पर मुख्य सचिव ने वस्तुस्थिति की जानकारी ली। इसमें यह बात सामने आयी कि योजना के निर्धारित मानदण्डों के मुताबिक सन् 2001 की जनसंख्या के आधार पर ढाई हजार की आबादी वाले गांव को पाईप्ड जल योजना से जोड़ने का प्रावधान है लेकिन सोनू की आबादी 1800 ही होने से काम नहीं हो पा रहा है। इस पर मुख्य सचिव ने जैसलमेर में क्षेत्रफल व जनसंख्या अनुपात की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए मानदण्डों में शिथिलता बरत कर सोनू गांव को जल्द से जल्द पाईप योजना से जोड़ कर ग्रामीणों के घरों तक नल कनेक्शन से पानी मुहैया कराने के निर्देश दिये।
      सोनू गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अलास्का स्थित अप्रवासी भारतीय शिक्षाप्रेमी के विज्ञान विषय खोले जाने पर शिक्षकों की तनख्वाह व अन्य सारा खर्च देने की पेशकश भरे प्रस्ताव के राज्य सरकार के स्तर पर विचाराधीन होने व अब तक निर्णय नहीं हो पाने की स्कूल प्रबंधन द्वारा जानकारी मिलने पर मुख्य सचिव एस. अहमद ने संबंधित शासन सचिव से मोबाईल पर बात कर तत्काल आवश्यक कार्यवाही कर इसका अनुमोदन करने के निर्देश दिये।
     गड़ढ़ों को भरें वरना कार्यवाही, एक अधिकारी को हटाने के निर्देश
      सोनू व आस-पास लाईम स्टोन से भरे ट्रकों की आवाजाही, खनन के लिए काफी संख्या में खोदे गए गड्ढ़ों की वजह से आने वाली समस्याओं व जनहानि-पशुहानि को रोकने के लिए गड्ढे भरवाने की ग्रामीणों की मांग पर मुख्य सचिव ने इस विषय को काफी गंभीरता से लिया। मुख्य सचिव ने आर.एस.एम.एम के उच्चाधिकारियों व इससे संबंधित राज्य स्तरीय अधिकारियों से ग्रामीणों के समक्ष ही मोेबाईल पर बात की व वस्तुस्थिति की गंभीरता से परिचय कराया व निर्देश दिये कि इन सभी गड्ढों को समयबद्ध ढंग से भरा जाए। इस मामले में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर संबंधित कंपनी के डी.जी.एम पुरोहित को तत्काल यहां से हटाने का आदेश आर.एस.एम.एम. चैयरमेन एस. अहमद ने दिया।
      मुख्य सचिव अहमद ने इस मामले में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर पुरोहित को जमकर फटकार लगाई तथा स्थानीय सरपंच को निर्देश दिये कि इस स्थिति में सुधार नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों व कंपनी के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराएं।
     श्रमिकों का शोषण करने वालों की जांच होगी
      ग्रामीणों नेे आर.एस.एम.एम. से जुड़ी कंपनियों जेसीसी, आरकेसी एवं एनसीसी में श्रमिकों से 12-12 घण्टे से अधिक काम लेकर शोषण करने तथा श्रमिकों की पीएफ राशि जमा नहीं करने की शिकायत मुख्य सचिव से की। इस पर मुख्य सचिव ने इन कंपनियों की जांच करने के निर्देश दिए व श्रम कानूनों के अन्तर्गत सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया।
     लम्बे अर्से से गायब दो डॉक्टरों की नौकरी समाप्त करें
      रामगढ़ के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक डॉक्टर के 2005 से तथा दूसरे डॉक्टर के 2010 से गायब रहने की शिकायत पर मुख्य सचिव ने राज्य अधिकारियों से बात की व दोनों डॉक्टरों को नौकरी से हटा दिये जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही इस अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति कर दिये जाने का आदेश भी दिया। लाईम स्टोन खनन में सभी कंपनियों द्वारा स्थानीय बेरोजगारों से भेदभाव की शिकायत पर उन्होंने जांच की बात कही।
     पशु चिकित्सक की नियुक्ति होगी
      सोनू के राजकीय पशु चिकित्सालय में पांच साल से डॉक्टर के नहीं होने की बात सामने आने पर उन्होंने शीघ्र नियुक्ति के निर्देश विभागीय निदेशक को दिये व कहा कि पशुओं की स्वास्थ्य रक्षा के लिये शीघ्र ही क्षेत्र में कारगर प्रयास सुनिश्चित करें।
     पूर्व सैनिकों के लिए भूमि आवंटन तत्काल करें
      मुख्य सचिव ने भूतपूर्व सैनिकों के लिये भूमि आवंटन में शिथिलता पर संबंधित अधिकारी को  डाँट पिलायी व उनके काम को असंतोषप्रद बताते हुए सोमवार को इस क्षेत्र से संबंधित सभी आवंटन कर दिए जाने का आदेश जयपुर स्थित राज्य अधिकारी को दिया व कहा कि ऐसे मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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मुख्य सचिव एस. अहमद ने जैसलमेर के पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया
मौलिकता बनाए रखते हुए प्रभावी पर्यटन विकास के निर्देश
      जैसलमेर, एक मई/मुख्य सचिव एस. अहमद ने रविवार को जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा अन्य अधिकारियों के साथ जैसलमेर जिले के पुरातात्विक व पर्यटन महत्व के स्थलों का दौरा किया।
      मुख्य सचिव ने जैसलमेर के इन दर्शनीय स्थलों को अत्यन्त खूबसूरत बताते हुए इन धरोहरों के समुचित संरक्षण एवं बेहतर रख-रखाव के लिये निर्देश दिए।
      मुख्य सचिव ने इनकी मौलिकता को अक्षुण्ण बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इनके आस-पास की भूमि किसी अन्य वाणिज्यिक प्रयोजन आदि के लिए किसी भी कंपनी को आवंटित नहीं की जानी चाहिए ताकि इन स्थलों की मौलिक सुंदरता और आंचलिक परिवेश सुकूनदायी बना रह सके।
      मुख्य सचिव शाही रेलगाड़ी से रविवार प्रातः जैसलमेर पहंुचे जहां जिला कलक्टर  गिरिराज सिंह कुशवाहा तथा जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने उनकी अगवानी करते हुए भावभीना स्वागत किया।
      इसके पश्चात मुख्य सचिव ने जैसलमेर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों कुलधरा, खाभा, राष्ट्रीय मरु उद्यान, लौद्रवा आदि को देखा। मुख्य सचिव ने सम के लहरदार रेतीले धोरों को भी देखा।
      मुख्य सचिव के दौरे में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद एच.एस.मीना, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामावतार गोठवाल, कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक गणपतलाल, कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी नाथूसिंह राठौड़ सहित कई अधिकारीगण साथ थे।
      पालीवालों के परित्यक्त गॉँवों के रूप में मशहूर कुलधरा एवं खाभा के पुरा वैभव, बस्तियों की बसावट, भवन निर्माण कला इत्यादि की झलक पाकर मुख्य सचिव खूब अभिभूत हुए।
      जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा व जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास ने कुलधरा व खाभा के पुरा वैभव व ऐतिहासिक तथ्यों के साथ ही इन क्षेत्रों के संरक्षण और विकास के लिये जिला प्रशासन व समिति के स्तर पर की जा रही गतिविधियों व योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी।
      कुलधरा में जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास ने मुख्य सचिव स. अहमद का शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया तथा समिति की गतिविधियों व पर्यटन विकास पर आधारित बहुरंगी फोल्डर भेंट किया।
      खाभा में मुख्य सचिव ने खाभ फोर्ट तथा खाभा गांव का विहंगम दृश्य देखा। उन्होंने खाभा फोर्ट में सभी हिस्सों का भ्रमण किया और वहां प्रदर्शित पुरातात्विक महत्व की सामग्री, पाषाण, फॉसिल्स तथा अन्य कलात्मक वस्तुओं को बड़ी रुचि के साथ देखा तथा विभिन्न पोस्टर्स के जरिये प्रदर्शित सामग्री के विवरण का अवलोकन किया।
      खाभा फोर्ट के ऐतिहासिक महत्व तथा पालीवालों के गांवों और उनके पलायन के बारे में उत्सुकता के साथ उन्होंने जानकारी प्राप्त की। मुख्य सचिव एस. अहमद ने लौद्रवा के ऐतिहासिक एवं प्राचीन महत्व के जैन मंदिर में विलक्षण शिल्प-स्थापत्य तथा मूर्तियों के कला सौंदर्य को देखा। लौद्रवा मंदिर में उन्होंने पीले पाषाणों पर उकेरी मूर्तियों के शिल्प सौष्ठव, शिलालेखों, कलापूर्ण द्वार आदि को भी देखा तथा बारीकी से जानकारी ली।
      मुख्य सचिव ने जैसलमेर के शिल्प सौन्दर्य और पुरा वैभव की अत्यन्त सराहना की व कहा कि इसके उपयुक्त रख-रखाव के प्रयासों के साथ ही पर्यटकों को इस ओर आकर्षित करने के और अधिक सघन प्रयास होने चाहिएं। इन सभी स्थानों पर क्षेत्रवासियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया।

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      मुख्य सचिव ने राष्ट्रीय मरू उद्यान देखा, गोड़ावण की झलक पायी
      जैसलमेर, एक मई/ मुख्य सचिव एस. अहमद ने रविवार को अपनी जैसलमेर यात्रा के दौरान राष्ट्रीय मरु उद्यान देखा। मुख्य सचिव ने विभागीय अधिकारियों से उद्यान के बारे में जानकारी प्राप्त की।
      मुख्य सचिव ने मरु उद्यान के अंदरूनी हिस्सों का सफर किया तथा प्रसिद्ध गोड़ावण पक्षी की झलक पायी। मुख्य सचिव ने मरु उद्यान क्षेत्र में स्थानीय सरपंच तथा अन्य ग्राम्य जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणजनों से चर्चा की तथा क्षेत्रीय वन सम्पदाओं के संरक्षण-संवर्धन का आह्वान किया।
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मुख्य सचिव एस. अहमद ने सीमा क्षेत्र को देखा,
किशनगढ़ फोर्ट का किया अवलोकन
      जैसलमेर, एक मई/ मुख्य सचिव एस. अहमद ने जैसलमेर यात्रा के दौरान रविवार शाम भारत-पाक सीमा क्षेत्र का दौरा किया व बॉर्डर ऑपरेशन पोस्ट को देखा।
      सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने मुख्य सचिव का स्वागत किया। मुख्य सचिव ने जिला कलक्टर गिरिराज सिंह कुशवाहा के साथ सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों से सीमा क्षेत्रीय गतिविधियों पर चर्चा की। मुख्य सचिव ने रविवार को प्राचीनतम किशनगढ़ फोर्ट को देखा तथा इसके ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व की जानकारी प्राप्त की।
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टीसी ने चलती ट्रेन में एक महिला यात्री से दुष्कर्म किया


आबूरोड (सिरोही)। अजमेर-दादर एक्सप्रेस टे्रन के एसी कोच में एक टीसी ने चलती ट्रेन में एक महिला यात्री से दुष्कर्म किया। आरोपी को आबूरोड पहुंचने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया वहीं रेलवे ने आरोपी टीसी को पहले निलम्बित किया बाद में उसकी सेवाएं समाप्त कर दी। जीआरपी के पुलिस उपअधीक्षक सुरेश कुमार परमार ने बताया कि ट्रेन शुक्रवार रात अजमेर से रवाना हुई थी।
जनरल कोच में सफर कर रही आबूरोड निवासी महिला को टीसी दिनेशदत्त मिश्रा (52) रात 11 बजे ब्यावर स्टेशन पर बहला कर स्लीपर कोच में ले गया। ट्रेन फालना स्टेशन पहुंची तो मिश्रा उक्त महिला को अपने साथ थर्ड एसी कोच बी-2 की 55 नम्बर सीट पर ले गया। महिला का आरोप है कि टे्रन रवाना होने पर टीसी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। 
इसी कोच में सवार सूरत निवासी दामोदर पारीक व अन्य यात्रियों ने आरोपी टीसी को पकड़ा और दादर स्टेशन पर फोन किया। सूचना मिलने पर आबूरोड जीआरपी थानाधिकारी ने रात करीब साढ़े बारह बजे आबूरोड स्टेशन पर आरोप की पुष्टि होने पर आरोपी टीसी को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार सुबह पीडिता व आरोपी का मेडिकल कराया गया। जीआरपी थानाधिकारी के अनुसार घटना के दौरान आरोपी टीसी ऑफ ड्यूटी था।
आरोपी की सेवाएं समाप्त
रेल प्रशासन ने आरोपी टीसी दिनेशदत्त मिश्रा की सेवाएं समाप्त कर दी है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अघिकारी ललित बोहरा ने बताया कि इसके अलावा टीसी अर्जुन सिंह राठौड़ को निलंबित किया गया है।
कुएं में गैस, पांच की मौत 

कोटा। जिले के मोड़क थाना क्षेत्र में ढाबादेह के निकट एक फैक्ट्री परिसर में बने कुएं में जहरीली गैस के असर से पांच जनों की मौत हो गई। पांचों मृतक एक ही परिवार के हैं। कई घंटों की मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला जा सका। घटना की सूचना पर पुलिस व प्रशासन के तमाम आला अफसर मौके पर पहुंच गए। उन्हें निकालने के प्रयास में उतरा एक एएसआई व चार अन्य लोग भी अचेत हुए हैं, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ढाबादेह से करीब एक किमी दूर झालावाड़ रोड पर ही एक पत्थर घिसाई फैक्ट्री है। फैक्ट्री परिसर में स्थित कुएं में लगे इंजन में तेल डालने के लिए करीब 4.30 बजे हैदर अली (24) पुत्र मोहम्मद अजीम उतरा तो वह बाहर नहीं आया। इसके आबिद उर्फ राजू (25) पुत्र जमील अहमद, बाबू (75) पुत्र अलादीन, रमजान खान (45) पुत्र गुलशेर खान, रशीद  (40) पुत्र बाबू खां कुएं में उतरे, लेकिन देर तक वे भी बाहर नहीं आए। बाद में फारूख, रईस व दौलत तथा ढाबादेह चौकी का एएसआई नेनूराम भी उन्हें निकालने के लिए कुएं में उतरे।
 इनके भी बाहर नहीं आने पर मौके पर काफी भीड़ जमा हो गई। किसी ने फोन कर मोड़क पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने फारूख, रईस, दौलत तथा एएसआई नेनूराम को निकाल मोड़क चिकित्सालय पहुंचाया। जहां से नेनूराम को झालावाड़ अस्पताल रैफर कर दिया। रात करीब साढ़े 9 बजे कोटा से आरएसी, डीएससीएल व नगर निगम के आपदा प्रबंधन दल के सदस्य मौके पर पहुंचे और करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पांचों के शव एक-एक कर बाहरनिकाले जा सके

 अंतिम छोर के गांवों में जल संकट 

बालोतरा। खत्म होने आए अप्रेल माह के साथ चरम सीमा पर पहुंची गर्मी से इन दिनों हर कहीं पानी को लेकर त्राहि त्राहि मची हुई है। रेतीले इलाकों में बसे गांव व ढाणियों में हालात इतने अघिक खराब है कि रहवासी परिवार बूंद बूंद पानी को तरस गए है। उण्डू-नवातला पेयजल योजना का अंतिम छोर के गांवों में नहीं पहुंचते पानी के साथ क्षेत्र में हैण्डपम्प खुदाई के कछुआ गति के चलते काम से ग्रामीणों के दु:खमय जीवन में परेशानियां और अघिक बढ़ गई है। शीघ्र ही काम को गति देकर हैण्ड पम्पों की खुदाई नहीं की गई तो हालात बूते से बाहर हो जाएंगे।
पंचायत समिति बालोतरा की सीमा से सटी पंचायत समिति बायतु के अंतिम सीमा पर बसे ग्राम पंचायतों में योजना के नहीं पहुंच रहे पानी पर सांसद, विधायक बायतु की अनुशंषा व नियतांश कोष से जलदाय विभाग ने हैण्ड पम्प खुदाई की बड़ी संख्या में स्वीकृतियां जारी की थी ताकि प्रभावित ग्राम पंचायतों के परेशान ग्रामीणों को राहत पहुंचाई जा सके। करीब दो से डेढ़ महिने पहले  इन हैण्डपम्पों की जारी स्वीकृतियां व हुए टेण्डरों पर ग्रामीणों में खुशी छा गई थी, लेकिन खत्म होने आए अप्रेल माह तक प्रभावित ग्राम पंचायतों में कुछ इने गुने ही हैण्ड पम्प खुदने से परेशान ग्रामीण आज भी राहत को तरस गए है।
कार्य की कछुला चाल, ग्रामीण बेहाल
उण्डू-नवातला पेयजल योजना से जुड़ी अंतिम ग्राम पंचायत सणतरा, लापून्दड़ा, खारापार, चीबी, कूम्पलियां आदि में एक बूंद भी योजना के नहीं पहुंच रहे पानी से परेशान ग्रामीणों की मांग पर सांसद, विधायक बायतु ने क्षेत्र के गांवों में हैण्ड पम्प खुदाई की विशेष स्वीकृतियां दिलाई दी।  कार्य की कछुआ चाल पर अभी तक बमुश्किल एक से डेढ़ दर्जन हैण्ड पम्प ही खुद पाए है। ग्राम पंचायत कुम्पलिया में स्वीकृत बारह में से अब तक नाममात्र खुदे चार हैण्ड पम्पों पर इस बात को समझा जा सकता है। इससे पहले से ही परेशान ग्रामीणों की दिक्कतें और अघिक बढ़ गई है।
राहत का सपना चूर-चूर
पंचायत समिति क्षेत्र में स्वीकृत हैण्ड पम्पों की खुदाई का कार्य मानसून शुरू होने तक पूरा हो जाए तो गनीमत है। स्वीकृत करीब डेढ़ सौ में से एक से दो दर्जन हैण्ड पम्पों की ही खुदाई हो पाई है। खुदाई के कार्य में नाममात्र की लगी दो मशीनें दिन में दो ही हैण्डपम्पों की खुदाई करती है। ऎसे में स्वीकृत हैण्ड पम्पों की लंबी सूची पर आधे जून माह तक इनकी खुदाई हो जाए तो बड़ी बात होगी। इसके चलते पेयजल समस्या से निजात मिलने को लेकर ग्रामीणों का सपना चूर चूर हो गया है।
पेयजल के लिए त्राही-त्राही
ग्राम पंचायत कुम्पलिया सहित समीप की ग्राम पंचायतों में उण्डू नवातला योजना का एक बूंद नहीं पहुंच रहे पानी से ग्रामीणों व पशुपालकों की हालत खराब है। धीमी गति से हैण्ड पम्प खुदाई का हो रहा कार्य आग में घी डालने का कार्य कर रहा है। ग्रामीणों को राहत पहुंचाने के लिए कार्य में गति लाएं।
- दौलतराम गोदारा, सदस्य जिला सहायता समिति
कोशिश जारी है
हैण्डपंपों की स्वीकृति व टेण्डर देरी से जारी होने पर काम अभी गति नहीं पकड़ पाया है। इस काम के लिए दो मशीनें लगाई हुई है। 15 मई तक शेष हैण्ड पंपों की खुदाई का कार्य पूरा करने का प्रयास रहेगा।
- भंवरलाल जाटोल, अघिशासी अभियंता, उत्तर खंड जलदाय विभाग