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शुक्रवार, 20 दिसंबर 2013

राजस्थानी भाषा का राज्य स्तरीय सम्मलेन होगा आयोजित । . प्रतिभाए होगी सम्मानित

राजस्थानी भाषा का राज्य स्तरीय सम्मलेन होगा आयोजित । . प्रतिभाए होगी सम्मानित


बाड़मेर अखिल राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष राजस्थानी भाषा ,संस्कृति योगदान देने वाली प्रतिभाओ का सम्मान जायेगा ,इसके लिए जल्द बाड़मेर में राज्य स्तरीय राजस्थानी भाषा का राज्य स्तरीय बसम्मेलन का आयोजन क्या जायेगा , प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया समिति के सरंक्षक सिंह राठोड के निर्देशन में बाड़मेर में जल्द राजस्थानी भाषा के राज्य स्तरीय सम्मलेन का आयोजन कि तैयारिया आरम्भ कि गयी हें ,इस आयोजन में राजस्थानी भाषा और संस्कृति के विकास में योगदान देने वाली दस प्रतिभाओ को सम्मानित किया जाना प्रस्तावित हें। उन्होंने बताया कि इस आयोजन को अंतिम रूप देने के लिए रविवार को अहम् बैठक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड कि अध्यक्षता में आयोजित कि जायेगी ,. उन्होंने बताया कि इस राज्य स्तरीय सम्मलेन में राजस्थानी भाषा के ज्ञाता ओंकार सिंह लाखावत,राजेंद्र सिंह बारहट ,सांसद अर्जुन राम मेघवाल ,शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह ,सहित बाड़मेर जैसलमेर के सभी विधायको को आमंत्रित किया जाएगा।

मंगलवार, 17 दिसंबर 2013

नवनिर्वाचित विधायको को राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का आग्रह ,सभी को पत्र लिखे

नवनिर्वाचित विधायको को राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का आग्रह ,सभी को पत्र लिखे

बाड़मेर राजस्थान के समस्त नवनिर्वाचित विधायको को राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने पत्र लिख कर विधानसभा में राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि जिद करने का आग्रह किया हें। प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार विधानसभा के लिए नवनिर्वाचित समस्त विधायको को राजस्थानी भाषा में शपथ लेने कि जिद करने का आग्रह किया हें। उन्होंने बताया कि पत्र में लिखा हें कि आपनै राजस्थान विधान सभा रा सदस्य चुणीजवा री घणी घणी बधाई अर शुभ कामना अरज होवै सा ।आप आपरा मतदाता, राजस्थान प्रान्त , भारत देश , सगळी मानवता अर जीवाजूण रा अंजस जोग प्रतिनिधि इण कार्यकाल में सिद्ध व्हेवो । इसी म्हारी भावना ईश्वर पूरी करै । आपनै परमात्मा इसी सामरथ बक्सावै 'क आप मंसा,वाचा ,कर्मणा सूं जन जन री भावना नै आदर दे सको ।विधायिका ,कार्यपालिका ,न्यायपालिका ,मिडिया री मरजाद नै मानता थका भारत रा संविधान नै सिरोधार्य राख सको । इण भांत आप राजस्थान अर देश रै बहुआयामी विकास री गंगा रा भागीरथ बण सको । आपरौ नाम आपरा गांम ,नगर ,प्रदेश ,अर देश रै वास्तै गरब अर गुमेज रौ कारण बणै,अर इतियास में सोना रा आखरां सूं लिखीजै। आपरी विधान सभा सदस्य रै रूप में शपथ व्हैसी । जो भारत अर दुनियाँ री 22 भाषावां में राजस्थान री विधान सभा में व्है सकै ,पण राजस्थान री मायड़ भाषा राजस्थानी में नीं व्है सकै ,औ राजस्थान री जनता ,जनतंत्र ,संविधान रौ अपमान छै । गुजरात, पंजाब अर दूजा प्रांत री विधानसभा में उठै रा जनप्रतिनिधि आपरी जनता री भाषा में शपथ ले सकै ,तो राजस्थान रा विधायक ,नै आ सुविधा क्यू कोनी ? आप सूं इतिहासिक अरज छै 'क राजस्थान विधानसभा में शपथ री टैम मायड़ भाषा राजस्थानी में शपथ वास्ते अड़ो अर राजस्थान री जनता रा साचा प्रतिनिधि बणो । राजस्थानी भाषा नै संविधान री 8 वी अनुसूची में जोड़वा रा काम नै आगै बधावो । 25 अगस्त 2003 रै दिन राजस्थान विधान सभा सर्व सम्मति सूं एक संकल्प प्रस्ताव पास कर 'र राजस्थानी भाषा री संवैधानिक मान्यता वास्तै केंद्र सरकार नै भेज राख्यो छै । जिण संकल्प में राजस्थान री भावना अर पिछांण जुड़ी थकी छै । राजस्थानी भाषा अर्थात जिणरी डिंगळ -पिंगळ शास्त्रीय कविता शैलियाँ अर ढूंढाड़ी, मेवाड़ी, वागड़ी, ब्रज,हाड़ौती ,माळवी ,पहाड़ी ,मारवाड़ी ,भीली ,खानाबदोशी बोलियां छै । 2011 री जनगणना में 4 करोड़ 83 लाख जणा मातृभाषा राजस्थानी लिखवाई । आप इतियास में अमर काम रा भागी बणो ।घणी घणी बधाई अर मंगळ कामनावां रै साथै ।

शनिवार, 14 दिसंबर 2013

भाटी राजस्थानी भाषा समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त

भाटी राजस्थानी भाषा समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति राजस्थान के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट ने दफ्तरी हुकम निकल समिति के सम्भाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी को राजस्थानी भाषा कि मान्यता के लिए दिए सराहनीय योगदान को ध्यान में रखते हुए प्रदेश उप पाटवी के पद पर नियुक्ति दी हें। प्रदेश समिति द्वारा जारी आदेश में लिखा हें कि समिति के सम्भाग उप पाटवी पद पर रहते हुए चन्दन सिंह भाटी द्वारा राजस्थानी भसझा कि मान्यता के लिए उच्च स्तरीय और सराहनीय प्रयास हुए ,जिसे देखते हुए भाटी को प्रदेश कि राजस्थान के सभी जिलो में समिति के कार्यकारिणी के विस्तार और राजस्थानी भाषा के समर्थको को जोड़ने कि जिम्मेदारी दी गयी हें। महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहठ ने बताया कि राजस्थानी रत्न से समानित चन्दन सिंह भाटी को प्रदेश में राजस्थानी भाषा के अभियान कि अलख जगाने के निर्देश जरी किये हें।

शनिवार, 23 नवंबर 2013

राजस्थानी भाषा का मुद्दा भाजपा के घोषणा पत्र में शामिल ,समिति ने वसुंधरा राजे का जताया आभार


राजस्थानी भाषा का मुद्दा भाजपा के घोषणा पत्र में शामिल ,समिति ने वसुंधरा राजे का जताया आभार


बाड़मेर राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता कि मांग को लेकर लम्बे समय से आंदोलनरत संघर्ष समिति कि मांगो को भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पात्र में शमी किया हें। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के जोधपुर सम्भाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि भाजपा घोषणा पात्र समिति के सदस्य ओंकार सिंह लखावत के प्रयासो से राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता और संवर्धन ,तथा विकास के मुद्दो को प्राथमिकता दी हें। उन्होंने बताया कि भाजपा के घोषणा पात्र में राजस्थानी भाषा एवं संस्कृति के संवर्धन के लिए स्थाई तंत्र विकसित करने ,राजस्थानी भाषा को संविधान की 8 वी अनुसूची में जोड़ने हेतु प्रयास ,राजस्थानी भाषा एवं संस्कृति के उन्नयन हेतु परिणामजनक कदम उठाने . राज्य के गोरवशाली इतिहास एवं समृद्ध ग्रामीण परम्पराओ के योगदान को संगृहीत कर प्रकाशित करने हेतु समयबद्ध कार्य कियाजेन तथा वंशावली सँरक्सन अकादमीबनाने का मुद्दा घोषणा पात्र में शामिल किया गया हें ,उन्होंने बबताय कि समिति के सदस्यो ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे का आभार जताया हें। ।

शनिवार, 12 अक्तूबर 2013

बाड़मेर माँ दुर्गा को राजस्थानी भाषा के लिए दीपदान आयोजित

माँ दुर्गा को राजस्थानी भाषा के लिए दीपदान आयोजित


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा एक दिया माँ दुर्गा के नाम कार्यक्रम आयोजित किया गया । समिति सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह राठोड ने बताया की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता काम जल्द पूर्ण होने की मनिकमना लेकर समिति के कार्यकर्ता नवरात्रि पर माँ दुर्गा को दीपदान शुक्रवार की रात गढ़ जोगमाया मंदिर में आयोजित किया ,उन्होंने बताया की राजस्थानी भाषा की मान्यता का मार्ग प्रसस्त हो रहा हें। इस साल आर पी एस सी में राजस्थानी संस्कृति ,इतिहास परंपरा रीती रिवाजों आदि से जुड़े साथ फीसदी प्रश्न शामिल होंगे वही सेट में राजस्थानी भाषा का प्रश्न पत्र होगा। राजस्थान के इतिहास में प्रथम बार राजस्थानी व्याख्याताओ के बाईस पदों आर एक साथ भर्ती निकली हें। जो समिति के भरसक प्रयासों का नतीजा हें। उन्होंने बताया की राजस्थानी भाषा को मान्यता की मनोकामना लेकर शुक्रवार शाम को गढ़ जोगमाया मंदिर प्रांगन में दीपमाला माँ दुर्गा के चरणों में भेंट की की गयी । संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की प्रदेश इकाई के आदेशानुसार दीप दान कार्यक्रम आयोजित किया गया ,उन्होंने समिति के सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मोट्यार परिषद् प्रदेश मंत्री रमेश सिंह इन्दा ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,बाबु सिंह सरली सहित समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे

रविवार, 15 सितंबर 2013

रावत त्रिभुवन सिंह राजस्थानी भाषा समिति के सरंक्षक


रावत त्रिभुवन सिंह राजस्थानी भाषा समिति के सरंक्षक 


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के सरंक्षक पद पर बाड़मेर के रावत त्रिभुवन सिंह राठोड को मनोनित किया गया हें ,संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की समिति के प्रदेश अध्यक्ष के सी मालू और प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार राजस्थानी भाषा को आम जन तक पहुँचाने के लिए चलाये जा रहे अभियान को और गति देने के उद्देश्य से बाड़मेर राजघराने के रावत त्रिभुवन सिंह राठोड को समिति का सरंक्षक मनोनित किया गया। अब समिति उनकी देखरेख में कार्य करेगी ,उन्होंने बताया त्रिभुवन सिंह राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए बाड़मेर सहित राजस्थान में चलाये जा रहे अभियान से खासे प्रभावित थे ,उन्होंने समिति से जुड़ने की इच्छा जाहिर की जिस पर सर्व सम्मति से निर्णय कर श्री रावत त्रिभुवन सिंह को सरंक्षक मनोनित किया ,अपने मनोनय पर रावत त्रिभुवन सिंह ने बताया की समिति द्वारा चलाये जा रहे अभियान की समीक्षा कर इसमे और कार्यक्रम शामिल करने के प्रयासों के साथ आम जन को इससे से जोड़ा जाएगा ,उन्होंने कहा की प्राथमिक शिक्षा मायद भाषा में हो इसके लिए युद्ध स्तर पर प्रयास करेंगे।

शनिवार, 14 सितंबर 2013

वोट की चोट से राजस्थानी की महत्वता समझ जायेंगे नेता। रावत त्रिभुवन सिंह

हिंदी की बिंदी हें राजस्थानी भाषा

वोट की चोट से राजस्थानी की महत्वता समझ जायेंगे नेता। रावत त्रिभुवन सिंह

बाड़मेर हिंदी के विकास में राजस्थानी भाषा का योगदान विषय पर एक दिवसीय सेमीनार का आयोजन हिंदी की बिंदी हें राजस्थानी भाषा बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति और जयनारायण व्यास महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुआ।
हिंदी दिवस पर हिंदी के विकास में राजस्थानी भाषा का योगदान विषय पर गोष्ठी का आयोजन पूर्व पार्षद किशन सिंह राठोड मुख्य आतिथ्य ,रावत त्रिभुवन सिंह राठोड की अध्यक्षता और रणवीर सिंह भादू , रमेश गौड़ ,इन्दर प्रकाश पुरोहित , डॉ कमलेश मुथा और शिक्षाविद महेश दादानी के विशिष्ठ आतिथ्य में महाविद्यालय प्रांगन में किया गया ,मुख्य वक्ता रावत त्रिभुवन सिंह राठोड ने कहा की ने कहा की विश्व की सबसे समृद्ध भाषा हिंदी हें ,हिंदी के विकास में राजस्थानी का विशेष योगदान हें ,प्राचीन ग्रंथो में राजस्थानी भाषा का प्रमाणिक उलेख मिलाता हें ,उन्होंने कहा की हिंदी साहित्य में से राजस्थानी साहित्य मीरा बाई ,चंदर बरदाई आदी को निकाल दे तो क्या रह जाता हें ,उन्होंने कहा की हिंदी हमारी राज भाषा हें तो राजस्थानी हमारी मायड़ भाषा हें जिसे उचित सामान संवेधानिक मान्यता देकर दिलाया जाएगा ,उन्होंने कहा की जिस प्रकार स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में भारतीय संस्कृति का बखान हिंदी में किया था उसी में राजस्थानी संस्कृति का समावेश था ,उन्होंने कहा की आज जरुरत हें आम आदमी को रहत देने की ,कोर्ट कचहरियो में अंग्रेजी में फैसले दिए जाते हें जो आम आदमी को समझ में नहीं आती ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा की विशालता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता हें की हिंदी में ४३ बोलिया हें वही राजस्थानी में ७३ बोलियाँ हें ,आज राजस्थानी संस्कृति का प्रतीक कालबेलिया नृत्य यूनेस्को की धरोहर सूचि में शामिल हो गया वही हमारा लोक प्रिय घुमर नृत्य विश्व में लोक प्रियता में चौथे स्थान पर आया,यह हमारी भाषा ही हे जिसे अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश ने विश्व की सबसे समृद्ध तेरह भाषाओ में शामिल कर मान्यता दी। इस अवसर पर रणवीर सिंह भादू ने कहा की हिंदी को राष्ट्र भाषा का संवेधानिक दर्जा हासिल नहीं हें हिंदी विश्व स्तर की भाषा बन चुकी हें ऐसे में हिंदी को राष्ट्रीय भाषा के रूप में अब अपना लेना चाहिए उन्होंने कहा की हिंदी के ख्यातनाम कवी नामवर सिंह ने कहाथा की हिंदी की जननी राजस्थानी भाषा हें ऐसे में माँ का दुत्कार और बेटी का सम्मान भारतीय परंपरा को नहीं दर्शाता ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता देकर ही हिंदी का मान बढ़ाया जा सकता हें .इस अवसर पर किशन सिंह राठोड ने कहा की हिंदी के मान सामान के साथ राजस्थानी भाषा के भारतीय साहित्य में योगदान को भुलाया नहीं जा सकता ,उन्होंने कहा की हमें मिल कर राजस्थानी भाषा को बढ़ावा देना होगा ,उन्होंने कहा की सबके विचार जानने के बाद जो तथ्य सामने आया वो यह की राजनेताओ ने राजस्थानी भाषा का शोषण अपने स्वार्थो के कारन किया ,रमेश गौड़ ने कहा की हिंदी की माँ राजस्थानी हें ,माँ घर पर हो और बेटी का सम्मान हो यह किसी भी पुत्र पुत्री को गवारा नहीं ,हिंदी के मान सम्मान में राजस्थानी को मान्यता देने से बढ़ोतरी होगी ,हम राज भाषा हिंदी का सम्मान करते हें हिंदी हमारा राष्ट्रीय गिरव हें तो राजस्थानी हमारी मायद भाषा हें ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ने कहा की राजस्थानी का इतिहास और भारतीय संस्कृति और साहित्य में अहम् योगदान हें जिसे भुलाया नहीं जा सकता ,उन्होंने कहा की हिंदी के माथे की बिंदी राजस्थानी हें इस अवसर पर चन्दन सिंह भाटी ने कहा की हिंदी हमारी राष्ट्रिय भाषा हें जिसका सामान हम करते हें मगर राजस्थानी की अनदेखी को अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा ,राजस्थानी भाषा को मायद भाषा के रूप में संवेधानिक दर्जा देना ही होगा। उन्होंने कहा की अब राजस्थानी भाषा का अधिकार हमें लेना नहीं छीनना होगा यह हमारे घरो से शुरू होगा ,नेता एक ही भाषा समझते हें वो हें वोट की भाषा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा की इस बार नेताओ पर वोट की चोट करेंगे ,राजस्थान पर वाही राज करेगा जो राजस्थानी की बात करेगा महेश दादानी ने कहा की विदेशो में हिंदी सप्ताह पन्द्र दिन का मनाया जा रहा हें जिसमे सात दिन के आयोजन हिंदी और सात दिन राजस्थानी भाषा में आयोजन किये जा रहे हें मगर अपनी ही धरा पर राजस्थानी बेगानी हें ,उन्होंने कहा की प्राथमिक विद्यालयों में राजस्थानी भाषा अनिवार्य करने की आवश्यकता हें में मनाये जाने वाले हिंदी सप्ताह के समस्त आयोजन राजस्थानी भाषा के विषयो पर ही आधारित हें ,भोम सिंह बलाई ने कहा की युवाओं का भविष्य तभी सुरक्षित रह सकता हें जब राजस्थानी को मान्यता मिले। इसके लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हें। इस अवसर पर डॉ कमलेश मूथा ने कहा की राजस्थानी और हिंदी भाषा का मिलन अनोखा हें ,इस अवसर पर महाविद्यालय अनिल सुखानी ,डॉ हितेश आचार्य ,जीतेन्द्र छंगानी ,राजेंद्र सिंह ,रमेश सिंह इन्दा ,सवाई चावड़ा ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,स्वरुप सोनी मोढा ,प्रेम सेन ,सेवा राम खत्री सहित कई अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम का सञ्चालन मांगी दान चारण झानाकाली ने किया।

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रविवार, 25 अगस्त 2013

साधू संतो और मातृ शक्ति ने राजस्थानी भाषा संकल्प हस्ताक्षर किये


राजस्थानी भाषा ही राजस्थानी संस्कृति की पहचान है।

साधू संतो और मातृ शक्ति ने राजस्थानी भाषा संकल्प हस्ताक्षर किये




अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के तत्वाधान में संकल्प पखवाड़े के तहत रविवार को संकल्प हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। हस्ताक्षर अभियान में बाड़मेर के लोगो ने विशेष कर मातृ शक्ति ,ने उत्साह और संकल्प के साथ हस्ताक्षर कर राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता पुरजोर तरीके से उठाई। रविवार को साधू संतो और मातृ शक्ति ने राजस्थानी भाषा के लिए संकल्प हस्ताक्षर कर अभियान को गति दी।

इस अवसर स्वामी प्रताप पूरी जी महाराज ने कहा की राजस्थानी अत्यन्त मिठास एवं सम्मान के भाव की भाषा है। हमारी पीढ़ीयों का लोक शिक्षण राजस्थानी भाषा में हुआ है। ऐसी सुन्दर भाषा की संवेधानिक मान्यता आवश्यक है। राजस्थानी राजस्थान के अलावा अन्य प्रान्तों में भी बोली जाती है। महाराणा कुंभा ने रसिक प्रिया टीका राजस्थानी में लिखी। इसी तरह मारवाड़ के लेखकों ,कवियों और साहित्यकारों ने आदिकाल से आधुनिक काल से राजस्थानी भाषा लेखन को समृद्व करने में ऐतिहासिक भूमिका निभाई।


इस अवसर पर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की राजस्थानी भाषा राजस्थान के लोगो की मातृभाषा होने के साथ ही राजस्थानी संस्कृति की पहचान है। भाषा लोगो को बान्धे रखती है भाषा ही संस्कृति को आगे ले जाती है और भाषा के बिना राजस्थान की संस्कृति की कल्पना बेमानी है। भाटी ने बताया कि राजस्थानी को आठवी अनूसूची मे जोडने हेतु 25 अगस्त 2003 को विधानसभा में सकल्प प्रस्ताव पास किया गया। जिसे दस साल आज पूर्ण हो गए। दस सालो से राजस्थानी भाषा को मान्यता का मामला संसद में अटका हें।



श्रीमती वर्षा राठी ने कहा की आठवी अनुसूची में जुडने से प्रदेश के बच्चो को राजस्थानी तृतीय भाषा के रूप में लेने की सुविधा मिल जाएगी। भारतीय प्रशासनिक सेवा मे भी हिन्दी अग्रेजी के अलावा राजस्थानी भी माध्यम होगा। प्रदेश के सांसद विधायको को भी राजस्थानी मे शपथ लेने व संवाद की सुविधा मिल सकेगी। इस अवसर पर जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ,इन्द्र प्रकाश पुरोहित रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चुली,स्वामी सत्यशील ,स्वामी अवधेश ,सवाई चावड़ा ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,अनवर सिंह बन्धडा ,कैलाश जायडू , वर्षा राठी ,सुधा डांगरा ,बसंती तापडिया ,श्यामा सोनी ,रुख्मानी मूंदड़ा ,कौशल्या चंडक ,ओम प्रकाश त्रिवेदी सहित समिति के कई थे

शुक्रवार, 23 अगस्त 2013

श्रीराम ढाका राजस्थानी भाषा समिति धोरिमना के ब्लोक अध्यक्ष मनोनित

श्रीराम ढाका राजस्थानी भाषा समिति धोरिमना के ब्लोक अध्यक्ष मनोनित
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ने श्री राम ढाका को समिति की धोरिमाना ब्लोक इकाई का अध्यक्ष मनोनित किया हें। जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ने बताया की संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी और प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार जिला पाटवी ने श्री राम ढाका को धोरीमन्ना बोलक अध्यक्ष मनोनित किया हें। उन्होंने बताया की धोरिमाना में जल्द समिति की कार्यकारिणी का गठन कर राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए व्यापक अभियान चलने के निर्देश दिए गए हें। उन्होंने बताया की धोरिमाना में राजस्थानी भाषा को मान्यता अभियान के तहत वृहद स्तर पर कार्यक्रम आरम्भ किये जायेंगे।

बुधवार, 21 अगस्त 2013

सरहद से उठी मान्यता हुंकार सरकारी तंत्र को हिला कर रख देगी

सरहद से उठी मान्यता हुंकार सरकारी तंत्र को हिला कर रख देगी
मान्यता में देरी बर्दास्त नहीं। 

अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा बुधवार को आयोजित बज्जवता रेवो जगाता रेवो ढोल थाली संकल्प रैली महावीर पार्क में सभा में तब्दील हो गई ,सभा को संबोधित करते हुए डिंगल भाषा के साहित्यकार मेघुदान छरन झानाकाली ने कहा की राजस्थान के इतिहास ,और संस्कृति को संजोने में पुरावाजो द्वारा दिए बलिदान का ही नतीजा हें की राजस्थान की लोक संस्कृति और भाषा का विश्व भर में मान सम्मान हें ,इस सामान को बचाए रखने के लिए जरुरी हें की सरकार अब राजस्थानी भाषा को मान्यता दे ,उन्होंने कहा की भाषा के बिना राजस्थान की संस्कृति और परम्पराए ख़त्म हो ,जाएगी इसीलिए भाषा का जरुरी हें,इस अवसर पर राजस्थानी भाषा के वरिष्ठ कवि महादान सिंह भादरेश ने कहा की युवाओं का मायड भाषा के प्रति झुन्झारुपन प्रेरणा योग्य हें ,उन्होंने कहा की बाड़मेर के युवाओं ने खून से ख़त लिख कर साबित कर दिया की अब सरकार नहीं चेती तो राजस्थानी आन्दोलन किस करवट बेठेगा और उसके क्या परिणाम होंगे अनुमान ही लगाया जा सकता हें ,उन्होंने कहा की विश्व के सर्वश्रेष शाद कोष और ग्रन्थ जिस भाषा के हो और उसी भाषा को मान्यता के लिए संघर्ष करना पड़े इससे ज्यादा शर्नाक बात क्या हो सकती हें ,लोक कलाकार फकीरा खान ने कहा की राजस्थानी भाषा के नूर ने राजस्थानी की संस्कृति को विदेशो में पहचान ,दिलाई मगर हम अपनी भाषा को अपने घर में सामान नहीं दिला पाए ,संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की सरकार की यह क्या निति हें राजस्थानी भाषा के साहित्यकारों ,कवियों ,लेखको ,पत्र पत्रिकाओ को समानित करती हें पुरुस्कार देती हें ,राजस्थानी भाषा के कालजयी पुरुषो महिलाओ को राजस्थानी रत्न का सम्मान देती हें मगर भाषा को मान्यता नहीं देती आखिर क्यूँ, उन्होंने कहा की सरहद से राजस्थानी भाषा को मान्यता की जो हुनकर उठी हें वो पुरे प्रदेश के सरकारी तंत्र को हिला कर रखा देगी ,इस अवसर पर रिडमल सिंह दांता ,जीतेन्द्र छंगानी ,दुर्जन सिंह गुडीसार ,बाबु भाई शेख ,रमेश सिंह इन्दा,दिग विजय सिंह चुली ने भी अपने विचार रखे। ,

ढोल थाली संकल्प रैली में उमड़ा जन समूह , अब तो मान्यता दो





राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए आगे आया बाड़मेर शहर
ढोल थाली संकल्प रैली में उमड़ा जन समूह , अब तो मान्यता दो 

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा राजस्थान विधानसभा से राजस्थानी भाषा को मान्यता सम्बंधित संकल्प प्रस्ताव पारित करने के दस साल पर आयोजित राजस्थानी संकल्प पखवाड़े के तहत बुधवार को जगाते रहो बजाते रहो ढोल थाली संकल्प रैली का आयोजन गाँधी चौक से राजस्थानी भाषा के वरिष्ट साहित्यकार मेघुदान चारण ,अन्तराष्ट्रीय लोक खान ,और राजस्थानी कवी महादान सिंह भादरेश के नेतृत्व में किया गया। रैली को मेघुदान चारण ,डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी।,ने हरी झंडी दिखाकर गांधी चौक से रवाना किया। रैली में सेकड़ो की तादाद में राजस्थानी भाषा प्रेमियों ने शिरकत की। राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता दिलाने के क्रम में राज्य सरकार को जगाने तथा उन्हें संकल्प प्रस्ताव की याद दिलाने के उद्देश्य से आयोजित इस रैली को बाड़मेर की जनता ने अभूतपूर्व सहयोग कर सफल बनाया। रैली मई मानो बाड़मेर शहर उमड़ पडा हो। ढोल की थाप और थाली की तनकर बार बार सरकार को चेता रही थी। रैली में बाड़मेर शहर सहित आस पास के गाँवो से कार्यकर्ता भी सम्मिलित हुए। मायद भाषा के प्रति बाड़मेर की जनता ने जो उत्साह दिखाया वो काबिल इ तारीफ था। रेल्ली कोतवाली थाना ,मल्लिनाथ छात्रावास होते हुए अहिंसा चौराहा ,सब्जी मंदी ,विवेकानंद चौराहा से होकर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंची। जहां ढोल के धमाको और थाली की टंकारो ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी। राजस्थानी भाषा प्रेमियों में राजस्थानी भाषा को मान्यता दो ,अब मायड भाषा का अपमान हमें दो हमारा अधिकार ,सुन ल्यो नेता सगळा डंके री चोट पैली भाषा पाछे वोट जैसे नारों से कलेक्ट्रेट परिसर गुंजायमान कर दिया। बजाता रेवो जगाता रेवो ढोल थाली रेल्ली का मल्लिनाथ छात्रावास और अहिंसा चौराहे पर बाड़मेर के नागरिको ने स्वागत किया। पुरे तीन घंटे तक चली इस रैली ने बाड़मेर की जनता को जहा राजस्थानी भाषा के प्रति जागरूक किया वाही राज सरकार को चेताया की अब राजस्थानी भाषा की मान्यता में देरी उनके लिए ठीक नहीं। रैली में संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,रिडमल सिंह दांता ,डिंगल भाषा के वरिष्ट कवी मेघुदान चारण ,राजस्थानी के साहित्यकार महादान सिंह भादरेश ,अन्तराष्ट्रीय लोक गायक फकीरा खान मांगनियार ,तगदान चारण दुदा बेरी ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ,डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ,राजेंद्र सिंह भियांड ,नरेश देव सारण ,दिनेश दवे ,छोटू सिंह पंवार ,अनिल सुखानी ,रघुवीर सिंह तामलोर ,अनवर सिंह बन्धडा ,जीतेन्द्र छंगानी ,अनिल सुखानी ,दुर्जन सिंह गुडीसर ,पार्षद सुलतान सिंह देवड़ा ,अशोक दरजी ,दीपक माली ,बलबीर माली ,मान सिंह दुधोडा ,पहाड़ सिंह तिबनियार ,अशरफ अली तेली ,बाबु भाई शेख ,मुबारक खान ,रमेश सिंह इन्दा , दीप सिंह रणधा ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,ओम सिंह दोहट ,चतुर सिंह दोहट , युसूफ खान ,कबूल खान ,सादिक खान ,सवाई चावड़ा ,दिग्विजय सिंह चुली ,ऑम प्रकाश त्रिवेदी ,सहित सेकड़ो की तादाद में मायड़ भाषा प्रेमी उपस्थित थे। रैली में ढोल थाली बजकर सरकार को सन्देश दिया की अब मान्यता में देरी बर्दास्त के बहार हें। देरी होती हें तो परिणाम भुगतने को तैयार रहे। कलेक्ट्रेट परिसर के आगे ढोल थाली बजा कर राजस्थानी भाषा को जन जन तक पहुँचाने की सार्थक पहल की जिसकी हर किसी ने सराहना की। राजस्थानी भाषा समिति के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू से मुलाक़ात कर उन्हें इक्यावन सूत्री ज्ञापन ऐ चेयर पर्सन श्रीमती गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ज्ञापन सुपुर्द किया।

शुक्रवार, 16 अगस्त 2013

खून से ख़त अब चेते सरकार ,जरुरत पडी तो बहायेंगे लहू राजस्थानी भाषा के लिए

राजस्थानी संकल्प पखवाड़े के तहत


बाड़मेर फिर लिखे खून से ख़त लिख 

खून से ख़त अब चेते सरकार ,जरुरत पडी तो बहायेंगे लहू राजस्थानी भाषा के लिए 
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा शुक्रवार शाम को राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए संकल्प पखवाड़े के तहत गांधी चौक पर यु पी ऐ अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को बाड़मेर की जनता ने खून से ख़त लिख कर राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता की ,इस अवसर पर राजस्थानी भाषा समिति के पदाधिकारी संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी , रिड़मल सिंह दांता ,इन्द्र प्रकाश पुरोहित ,सुल्तान सिंह देवड़ा ,कानजी भाई ,गोपाल गर्ग ,डॉ खुशवंत खत्री,महासचिव जीतेन्द्र छंगाणी ,दीप सिंह रणधा ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ,प्रवीण खत्री दिग्विजय सिंह चुली ,गोपाल सिंह बीदावत ,स्वरुप सिंह , बाबु भाई शेख ,मुबारक खान ,प्रेम कुमार ,नैनू सिंह चौहान ,गणेशदास जोशी ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,सवाई चावड़ा ,जीतेन्द्र फुलवरिया , ,स्वरुप सिंह भाटी , नरपत सिंह ,आलोक जैन ,प्रेम कुमार वकील सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। 

इस अवसर पर इन्दर प्रकाश पुरोहित ने कहा की युवाओं ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए जो हुंकार भरी हें इससे सरकार चेत जाये ,जरुरत पडी तो राजस्थान वासी राजस्थानी भाषा के लिए लहू बहा देंगे ,उन्होंने कहा की क्यूँ राजस्थानियों को उनके अधिकार से वंचित रखा जा रहा हें। इस अवसर पर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में संकल्प पारित किये दस वर्ष पूर्ण होने को हें मगर मान्यता की दिशा में कोई ख़ास कार्य केंद्र सरकार नहीं कर पाई ,चोदह करोड़ राजस्थानियों की भावनाओ को खून से ख़त लिख कर श्रीमती सोनिया गांधी राहुल गाँधी तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाई जा रही हें ,रिडमल सिंह दांता ने कहा की राजस्थानी भाषा के प्रति युवाओ का समर्पण काबिले तारीफ हें। 

केंद्र सरकार को इनकी भावनाओ की क़द्र कर अब मानसून सत्र में मान्यता दे देनी चाहिए। गाँधी चौक पर बाड़मेर वासियों ने बड़ी तादाद में ख़त लिखे ,शुक्रवार को स्कूल के छात्रो ने भी राजस्थानी भाषा को मान्यता के समर्थन में ख़त लिख मान्यता की गुहार की। तादाद में युवा खून से ख़त लिखने पहुंचे ,युवाओं ने अपने शारीर से बहते खून से ख़त लिख मार्मिक अपील सोनिया गाँधी से की कि अब तो हमें संवेधानिक मान्यता दो ,हमें हमारा अधिकार दो। संकल्प पखवाड़े के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस के जवानों भी अपनी भावनाए रोक नहीं पाए उन्होंने भी अपने खून से ख़त लिख राजस्थानी को मान्यता देने की अपील की।

सोमवार, 12 अगस्त 2013

खून नहीं चौदह करोड़ राजस्थानियों की भावना को समझे


खून से ख़त लिख संकल्प पखवाड़े का आगाज़

खून नहीं चौदह करोड़ राजस्थानियों की भावना को समझे 


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा सोमवार शाम को राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए संकल्प पखवाड़े का आगाज़ अहिंसा चौराहे पर यु पी ऐ अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को खून से ख़त लिख कर किया ,इस अवसर पर राजस्थानी भाषा समिति के पदाधिकारी संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,खुशवंत खत्री,महासचिव जीतेन्द्र छंगाणी ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चुली ,हिन्दू सिंह तामलोर ,बाबु भाई शेख ,मुबारक खान ,महेश गौड़ ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,सवाई चावड़ा ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,दीपक जेलिया ,स्वरुप सिंह भाटी ,लोकेन्द्र सिंह ,सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में संकल्प पारित किये दस वर्ष पूर्ण होने को हें मगर मान्यता की दिशा में कोई ख़ास कार्य केंद्र सरकार नहीं कर पाई ,चोदः करोड़ राजस्थानियों की भावनाओ को खून से ख़त लिख कर श्रीमती सोनिया गांधी राहुल गाँधी तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाई जा रही हें ,जीतेन्द्र छंगानी ने कहा की राजस्थानी भाषा के प्रति युवाओ का समर्पण काबिले तारीफ हें। केंद्र सरकार को इनकी भावनाओ की क़द्र कर अब मानसून सत्र में मान्यता दे देनी चाहिए। अंहिंसा चौराहे पर बरसात के मौसम के बावजूद बड़ी तादाद में युवा खून से ख़त लिखने पहुंचे ,युवाओं ने अपने शारीर से बहते खून से ख़त लिख मार्मिक अपील सोनिया गाँधी से की कि अब तो हमें संवेधानिक मान्यता दो ,हमें हमारा अधिकार दो। संकल्प पखवाड़े के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल के बाड़मेर में तैनात राजस्थान के अन्य जिलो के जवान भी अपनी भावनाए रोक नहीं पाए उन्होंने भी अपने खून से ख़त लिख राजस्थानी को मान्यता देने की अपील की।

रविवार, 11 अगस्त 2013

सोमवार से राजस्थानी मेरे खून में अभियान का होगा आगाज़


अब खून से लिखेंगे ख़त राजस्थानी मोटियार परिषद् 

सोमवार से राजस्थानी मेरे खून में अभियान का होगा आगाज़ 


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के घटक राजस्थानी मोटियार परिषद् और राजस्थानी छात्र परिषद् के मोटियार राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता को लेकर यु पी ऐ चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी को खून से पोस्टकार्ड लिखेंगे। यह कार्यक्रम संकल्प पखवाडा के तहत आयोजित किया जायेगा संभाग उप चन्दन सिंह भाटी ने बताया की बाड़मेर के मोटियार राजस्थानी भाषा को मानसून संसद सत्र में संवेधानिक मान्यता देने की मांग अपने लहूँ से लिखेंगे। जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ने बताया की राजस्थान वासी लम्बे अरसे से राजस्थानी को मान्यता के लिए संघर्ष कर रहे हें। गन्दी राजनीती के चलते राजस्थानी को मान्यता के मुद्दे को बार बार लटकाया जा रहा हें। जिसे राजस्थान के मोटियारो में आक्रोश पैदा हो गया हें ,उन्होंने बताया की युवा वर्ग के द्वारा राजस्थानी मेरे खून में अभियान का आगाज़ किया जायेगा जिसमे पच्चीस युवा अपने खून से ख़त लिखेंगे। ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ने बताया की सोमवार को इस अभियान का आगाज़ अहिंसा चौराहे पर सोमवार शाम चार बजे किया जायेगा। समिति ने युवाओ से आह्वान किया हें की अभियान में अधिक से अधिक संख्या में पहुँच राजस्थानी को मान्यता की आवाज़ को बुलंद करे ,,

राजस्थानी संकल्प पखवाड़े के कार्यक्रमों का निर्धारण। . खून से ख़त के साथ पखवाड़े की शुरुआत सोमवार को

राजस्थानी भाषा समिति की बैठक संपन 
संकल्प पखवाड़े के कार्यक्रमों का निर्धारण। . खून से ख़त के साथ पखवाड़े की शुरुआत सोमवार को 

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर की अहम् बैठक रविवार को जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता की अध्यक्षता और संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह बहती के मुख्य आतिथ्य में महावीर पार्क में आयोजित की गई ,बैठक में राजस्थानी भाषा की मान्यता के राजस्थान विधानसभा में संकल्प पारित होने के दस साल पूर्ण होने पर सरकार को संकल्प की याद दिलाने के लिए समिति द्वारा संकल्प पखवाड़े के आयोजन का निर्णय लिया गया तथा पुरे पखवाड़े के कार्यक्रमों का निर्धारण किया गया। बैठक में इन्दर प्रकाश पुरोहित ,महासचिव डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ,अनिल सुखानी ,छोटू सिंह पंवार ,जीतेन्द्र छंगानी ,सचिव अब्दुल रहमान जायडू ,अशरफ अली ,युसूफ खान ,दिनेश दावे ,मोतियर परिषद् जिला अध्यक्ष हिन्दू सिंह तामलोर ,छात्र परिषद् के जिला संयोजक भोम सिंह बलाई ,सादिक खान त्रिसिंग्दी ,छात्र मोर्चा के अध्यक्ष जीतेन्द्र फुलवरिया ,सवाई चावडा ,आवड सिंह सोढा ,विजय सिंह खारा ,लोकेन्द्र सिंह देवड़ा ,स्वरुप सिंह भाटी ,रावत प्रजापत ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,जीतेन्द्र खारा ,सहित समिति के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपश्थित थे ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ने बताया की बैठक को संबोधित संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की पचीस अगस्त दौ हज़ार तीन को अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए संकल्प सर्वसम्मति से विधानसभा में पास करवा कर केंद्र सरकार को भेजा था ,दस साल बीत जाने पर भी राजस्थानी भाषा की मान्यता पर अंतिम निर्णय नहीं हो पाया। उन्होंने कहा की अशोक गहलोत सरकार को उनका संकल्प याद दिलाने के लिए संकल्प पखवाडा का आयोजन सोमवार से किया जायेगा। उपाध्यक्ष इन्दर प्रकाश पुरोहित ने कहा की संकल्प पखवाड़े के सोमवार को समिति के कार्यकर्ता राजस्थानी म्हारे खून में अभियान के तहत खून से ख़त लिखेंगे ,साथ ही वृहद स्तर पर पोस्ट कार्ड अभियान ,पचास मीटर लम्बे फ्लेक्स पर संकल्प हस्ताक्षर अभियान ,बजाते रहो जागते रहो के तहत ढोल थाली रैली के आयोजन का मशवरा दिया ,डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी ने बाड़मेर शहर के पर राजस्थानी ओखनोन के स्टीकर लगाने की सलाह दी ,उन्होंने कहा की राज्य में अब चुनावी माहौल हे राज्य सरकार पर वोटो का दबाव बनाना जरुरी हें ,इसके लिए युवाओं को आगे आना होगा ,दिनेश दवे ने रविवार को राजस्थानी भाषा संस्कृति और परंपरा विषय पर साहित्यिक गोष्ठी के आयोजन की बात कही ,बैठक में पखवाड़े के दौरान पोस्ट कार्ड अभियान ,खून से ख़त ,हस्ताक्षर अभियान ,स्टीकर लगाओ अभियान ,ढोल थाली रेल्ली ,विचार गोष्ठी ,चर्चा ,साहित्यिक गोष्ठी ,कवि सम्मलेन ,जैसे कार्यकर्म करने की सहमति ,हुई बैठक में कार्यक्रमों का निर्धारण कर पदाधिकारियों को जिम्मेदारिय दी गई। जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ने आभार व्यक्त करते हुए कहा की संकल्प पखवाड़े के दौरान अधिक से अधिक आम जन और युवाओ को जोड़ने की आवश्यकता हें ,उन्होंने ढोल थाली रैली में सेकड़ो लोगो के शरीक होने का विश्वास दिलाया। बैठक को जीतेन्द्र छंगानी ,भोम सिंह बलाई ,युसूफ खान ने भी संबोधित किया। समिति के सिवाना ब्लोक में भी आज बैठक का आयोजन किया गया ,

बुधवार, 7 अगस्त 2013

अब खून से लिखेंगे ख़त राजस्थानी मोटियार परिषद्


अब खून से लिखेंगे ख़त राजस्थानी मोटियार परिषद्

सोमवार से राजस्थानी मेरे खून में अभियान का होगा आगाज़ 

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के घटक राजस्थानी मोटियार परिषद् के मोटियार राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता को लेकर यु पी ऐ चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी को खून से पोस्टकार्ड लिखेंगे। संभाग उप चन्दन सिंह भाटी ने बताया की राजस्थानी मोटियार परिषद के जिला पाटवी हिन्दू सिंह सोढा तामलोर के नेतृत्व में बाड़मेर के मोटियार राजस्थानी भाषा को मानसून संसद सत्र में संवेधानिक मान्यता देने की मांग अपने लहूँ से लिखेंगे। जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ने बताया की राजस्थान वासी लम्बे अरसे से राजस्थानी को मान्यता के लिए संघर्ष कर रहे हें। गन्दी राजनीती के चलते राजस्थानी को मान्यता के मुद्दे को बार बार लटकाया जा रहा हें। जिसे राजस्थान के मोटियारो में आक्रोश पैदा हो गया हें ,उन्होंने बताया की युवा वर्ग के द्वारा राजस्थानी मेरे खून में अभियान का आगाज़ किया जायेगा जिसमे पच्चीस युवा अपने खून से ख़त लिखेंगे। ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ने बताया की सोमवार को इस अभियान का आगाज़ गांधी चौक से किया जायेगा। समिति ने युवाओ से आह्वान किया हें की अभियान में अधिक से अधिक संख्या में पहुँच राजस्थानी को मान्यता की आवाज़ को बुलंद करे ,,उन्होंने बताया की खून से ख़त लिखने का सिलसिला सोमवार को शुरू करेंगे उन्होंने बताया की राजस्थानी मेरे खून में अभियान के लिए रविवार को सेवा सदन में समिति की बैठक का आयोजन किया जायेगा। 

मंगलवार, 6 अगस्त 2013

आरपीएससी की विज्ञप्ति में राजस्थानी के पद क्यों नहीं?भेजे गए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

आरपीएससी की विज्ञप्ति में राजस्थानी के पद क्यों नहीं?

अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने जताई नाराजगी

 भेजे गए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

बाड़मेर . अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा जारी व्याख्याता भर्ती परीक्षा की विज्ञप्ति में राजस्थानी विषय का एक भी पद नहीं रखे जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। इस आशय का ज्ञापन सोमवार को जिला कलेक्टर के मार्फ़त मुख्यमंत्री को भेज राजस्थानी व्याख्याताओ के पदों पर भर्ती निकलने की मांग की . समिति संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी और जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता के नेतृत्व में महासचिव जीतेन्द्र छंगानी ,दीप सिंह रणधा ,मोटियार परिषद् के जिला पाटवी हिन्दू सिंह तामलोर ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ,गनपत सिंह भाटी ताणु ,छात्र परिषद् अध्यक्ष जीतेन्द्र फुलवारिया ,मोतियर परिषद् के सह संयोजक दिग्विजय सिंह चुली ,सवाई चावड़ा ,दीपक जेलिया ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,राजू सिंह भुरटिया ,सहित समिति के अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ताओ ने अतिरिक जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सुपुर्द किया . संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के अनुसार इस मुद्दे को लेकर समिति के अग्रिम संगठन राजस्थानी मोट्यार परिषद, मायड़भाषा राजस्थानी छात्र मोर्चा, राजस्थानी चिंतन परिषद व राजस्थानी महिला परिषद के कार्यकर्ता ने सोमवार को प्रदेशभर से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया । भाटी ने आक्रोश व्यक्त किया कि आरपीएससी की विज्ञप्ति में राजस्थानी व्याख्याता के लिए पद नहीं होने से उन हजारों योग्यताधारी युवाओं की मंशाओं पर पानी फिर गया है जो इस विषय के व्याख्याता बनने के सपने संजोए हुए थे। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश में राजस्थानी व्याख्याता के 50 से अधिक पद रिक्त हैं तथा इन पदों हेतु राज्य सरकार ने स्कूलों को बजट भी आवंटित कर रखा है। जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ने कहा कि आरटेट व सेकंड ग्रेड भर्ती में भी पड़ोसी प्रांतों की भाषाओं को महत्त्व मिलता है, मगर प्रदेश की प्रमुख भाषा राजस्थानी के लिए कोई स्थान नहीं है। ऐसे में प्रदेश की भाषा और साहित्य का अध्ययन करने वाले युवाओं को निराश होना पड़ता है। वहीं स्कूलों में इस विषय के व्याख्याता के पद रिक्त होने से शिक्षण बाधित होता है। उन्होंने कहा कि आरपीएससी ने आरएएस परीक्षा में तो राजस्थानी को कुछ महत्त्व दिया है, मगर स्कूलों में इसके व्याख्याता के पदों को भरने की ओर ध्यान नहीं दिए जाने से प्रदेश के भावी प्रतिभागियों का भाषा-ज्ञान सुदृढ़ नहीं होगा और वे अपने ही प्रांत में पिछड़ जाएंगे।

शनिवार, 3 अगस्त 2013

जीतेन्द्र छंगानी महा सचिव मनोनित


जीतेन्द्र छंगानी महा सचिव मनोनित 


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के महासचिव पद पर जीतेन्द्र छंगानी को मनोनित किया हें ज़िला पाटवी रिडमल सिंह दांता ने बताया की प्रदेश अध्यक्ष के सी मालू और जोधपुर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के निर्देशानुसार राजस्थानी साहित्य से जुड़े जीतेन्द्र छंगाणी को महासचिव पद पर मनोनित किया गया हें . उन्होंने बताया की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए संसद सत्र के दौरान समिति वृहद स्तर पर अभियान चलेगी . इस अभियान के तहत यु पी ऐ चेयरपरसन श्रीमती सोनिया गांधी कांग्रेस के राष्ट्री उपाध्यक्ष राहुल गांधी और प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिखे जायेंगे .सथ ही राजस्थान सरकार को जगाने के लिए थाळी ढोल बजाओ अभियान चलेगा . जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ने बताया की छंगानी के समिति से जुड़ने से समिति का व्यापक विस्तार होगा .तथ अभियान को गति मिलेगी

बुधवार, 31 जुलाई 2013

फुलवारिया राजस्थानी छात्र परिषद् के अध्यक्ष मनोनित

फुलवारिया राजस्थानी छात्र परिषद् के अध्यक्ष मनोनित


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के घटक राजस्थानी छात्र परिषद् के जिला अध्यक्ष पद पर प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट और संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के निर्देशानुसार जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता ने जीतेन्द्र फुलवारिया को मनोनित किया हें . समिति के जिला प[रावक्ता रमेश सिंह इन्दा ने बताया की जीतेन्द्र फुलवारिया लम्बे समय से राजस्थानी भाषा के अभियान से सक्रीय रूप से जुड़े हुए हें ऽअगमि माह में राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए चलाये जाने वाले पोस्ट कार्ड अभियान में स्कूली छात्र छात्राओं की सक्रीय भागीदारी के उदेश्य से राजस्थानी छात्र परिषद् स्कूल का गठन कर जीतेन्द्र फुलवारिया को जिला अध्यक्ष मनोनित किया .साथ उन्हें सात दिवस में परिषद् की कार्यकारिणी गठित करने के निर्देश दिए गए ,

रविवार, 28 जुलाई 2013

संसद सत्र के दौरान चलेगा पोस्टकार्ड अभियान


राजस्थानी भाषा को मान्यता या राज छोडो 
संसद सत्र के दौरान चलेगा पोस्टकार्ड अभियान 


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के निर्देशानुसार बाड़मेर में राजस्थानी भाषा को मान्यता या राज छोडो अभियान संसद सत्र के दौरान चलाया जाएगा . इसके तहत प्रधानमंत्री , यू पी ऐ चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गाँधी ,राहुल गाँधी को पोस्टकार्ड लिखे जाएँगे जोधपुर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की समिति ने निर्णय लिया हें की संसद सत्र के दौरान हज़ारों की तादाद में राजस्थानी भाषा को मान्यता देने तथा इसे संविधान की आठवी सूचि में शामिल करने की पुरजोर मांग के साथ कड़े शब्दों में पोस्टकार्ड लिखे जाएँगे ,उन्होंने बताया की इन पोस्टकार्ड के साथ काली पट्टियाँ संलग्न की जाएगी . साथ ही चेतावनी होगी की यदि इस सत्र में राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता नहीं दी गई तो स्थानीय सांसदों का विरोध किया जायेगा ऱजस्थनि भाषा समर्थक वोट की चोट करेंगे . जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ने बताया की राजस्थानी के समर्थन में जिले भर से अगस्त के प्रथम सप्ताह से हज़ारो पोस्टकार्ड काली पट्टी के साथ सोनिया गाँधी ,राहुल गाँधी तथा प्रधानमंत्री को लिखे जायेंगे . 

यह अभियान जन प्रतिनिधियों के लिए चेतावनी होगी की चुनावो से पहले राजस्थानी को मान्यता नहीं मिली तो वोट की चोट के लिए तैयार रहे . जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ,सह संयोजक नरेश देव सारण ,श्रीमती उर्मिला जैन ,भोम सिंह बलाई ,रघुवीर सिंह तामलोर ,हिन्दू सिंह तामलोर ,रमेश गौड़ के नेतृत्व में पांच दलों का गठन कियास जायेगा , ग्रामीण क्षेत्रो में दिग्विजय सिंह चुली ,रहमान जायडू ,सवाई चावड़ा ,के डी चारण भादरेश ,बालोतरा में भीखदान चारण ,राणीदान रावल ,राजेंद्र सिंह कंवरली ,सिवाना में कल्याण सिंह दाखां ,जीतेन्द्र सोनी ,बायतु में महावीर जीनगर ,गुड़ा मालानी में बाबूलाल मांजू ,शिव में राजेंद्र सिंह भियांड ,आवड सिंह सोढा ,रामसर विजय सिंह खारा ,चौहटन में अदरीम खान ,को पोस्टकार्ड अभियान का प्रभारी बनाया हें .