शुक्रवार, 27 मार्च 2020

कोरोना लॉक डाउन का असर सरहदी सैन्य शक्ति और भक्ती आस्था केंद्र तनोट माता मंदिर में सन्नाटा ,पुजारी के आलावा कोई नहीं

कोरोना लॉक डाउन का असर

सरहदी सैन्य शक्ति और भक्ती आस्था केंद्र तनोट माता मंदिर में सन्नाटा ,पुजारी के  आलावा कोई नहीं

जैसलमेर सदियों में पहली बार सैन्य भक्ति और शक्ति आस्था केंद्र तनोट माता मंदिर में कोरोना संक्रमण के चलते  लॉक डाउन के कारन सन्नाटा पसरा हैं ,जबकि आम नवरात्रि में हज़ारो की तादाद में श्रद्धालु दर्शार्थ स्थानीय और बहरी प्रांतो से आते हैं ,खासकर सैनिक परिवारों की इस मंदिर के प्रति प्रगाढ़ आस्था हैं ,इस बार करोनाबन्दी के चलते मंदिर व्यवस्थापक ने मंदिर 31 मार्च तक आमजन के लिए  बंद रखने की घोषणा की थी ,तब से मंदिर में सिर्फ पुजारी द्वारा ही पूजा अर्चना करवाई जा रही हैं ,


तनोट राय माता  मंदिर का इतिहास

जैसलमेर से करीब 130 किमी दूर स्थि‍त माता तनोट राय (आवड़ माता) का मंदिर है। तनोट माता को देवी हिंगलाज माता का एक रूप माना जाता है। हिंगलाज माता शक्तिपीठ वर्तमान में पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लासवेला जिले में स्थित है।

भाटी राजपूत नरेश तणुराव ने तनोट को अपनी राजधानी बनाया था। उन्होंने विक्रम संवत 828 में माता तनोट राय का मंदिर बनाकर मूर्ति को स्थापित किया था। भाटी राजवंशी और जैसलमेर के आसपास के इलाके के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी तनोट माता की अगाध श्रद्धा के साथ उपासना करते रहे। कालांतर में भाटी राजपूतों ने अपनी राजधानी तनोट से हटाकर जैसलमेर ले गए परंतु मंदिर तनोट में ही रहा।

तनोट माता का य‍ह मंदिर यहाँ के स्थानीय निवासियों का एक पूज्यनीय स्थान हमेशा से रहा परंतु 1965 को भारत-पाक युद्ध के दौरान जो चमत्कार देवी ने दिखाए उसके बाद तो भारतीय सैनिकों और सीमा सुरक्षा बल के जवानों की श्रद्धा का विशेष केन्द्र बन गई।

सितम्बर 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हुआ। तनोट पर आक्रमण से पहले श‍त्रु (पाक) पूर्व में किशनगढ़ से 74 किमी दूर बुइली तक पश्चिम में साधेवाला से शाहगढ़ और उत्तर में अछरी टीबा से 6 किमी दूर तक कब्जा कर चुका था। तनोट तीन दिशाओं से घिरा हुआ था। यदि श‍‍त्रु तनोट पर कब्जा कर लेता तो वह रामगढ़ से लेकर शाहगढ़ तक के इलाके पर अपना दावा कर सकता था। अत: तनोट पर अधिकार जमाना दोनों सेनाओं के लिए महत्वपूर्ण बन गया था।

17 से 19 नवंबर 1965 को श‍त्रु ने तीन अलग-अलग दिशाओं से तनोट पर भारी आक्रमण किया। दुश्मन के तोपखाने जबर्दस्त आग उगलते रहे। तनोट की रक्षा के लिए मेजर जय सिंह की कमांड में 13 ग्रेनेडियर की एक कंपनी और सीमा सुरक्षा बल की दो कंपनियाँ दुश्मन की पूरी ब्रिगेड का सामना कर रही थी। शत्रु ने जैसलमेर से तनोट जाने वाले मार्ग को घंटाली देवी के मंदिर के समीप एंटी पर्सनल और एंटी टैंक माइन्स लगाकर सप्लाई चैन को काट दिया था।

दुश्मन ने तनोट माता के मंदिर के आसपास के क्षेत्र में करीब 3 हजार गोले बरसाएँ पंरतु अधिकांश गोले अपना लक्ष्य चूक गए। अकेले मंदिर को निशाना बनाकर करीब 450 गोले दागे गए परंतु चमत्कारी रूप से एक भी गोला अपने निशाने पर नहीं लगा और मंदिर परिसर में गिरे गोलों में से एक भी नहीं फटा और मंदिर को खरोंच तक नहीं आई।

सैनिकों ने यह मानकर कि माता अपने साथ है, कम संख्या में होने के बावजूद पूरे आत्मविश्वास के साथ दुश्मन के हमलों का करारा जवाब दिया और उसके सैकड़ों सैनिकों को मार गिराया। दुश्मन सेना भागने को मजबूर हो गई। कहते हैं सैनिकों को माता ने स्वप्न में आकर कहा था कि जब तक तुम मेरे मंदिर के परिसर में हो मैं तुम्हारी रक्षा करूँगी।

सैनिकों की तनोट की इस शानदार विजय को देश के तमाम अखबारों ने अपनी हेडलाइन बनाया।

एक बार फिर 4 दिसम्बर 1971 की रात को पंजाब रेजीमेंट की एक कंपनी और सीसुब की एक कंपनी ने माँ के आशीर्वाद से लोंगेवाला में विश्व की महानतम लड़ाइयों में से एक में पाकिस्तान की पूरी टैंक रेजीमेंट को धूल चटा दी थी। लोंगेवाला को पाकिस्तान टैंकों का कब्रिस्तान बना दिया था।

1965 के युद्ध के बाद सीमा सुरक्षा बल ने यहाँ अपनी चौकी स्थापित कर इस मंदिर की पूजा-अर्चना व व्यवस्था का कार्यभार संभाला तथा वर्तमान में मंदिर का प्रबंधन और संचालन सीसुब की एक ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। मंदिर में एक छोटा संग्रहालय भी है जहाँ पाकिस्तान सेना द्वारा मंदिर परिसर में गिराए गए वे बम रखे हैं जो नहीं फटे थे।

लोंगेवाला विजय के बाद माता तनोट राय के परिसर में एक विजय स्तंभ का निर्माण किया, जहाँ हर वर्ष 16 दिसम्बर को महान सैनिकों की याद में उत्सव मनाया जाता है।

हर वर्ष आश्विन और चै‍त्र नवरात्र में यहाँ विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। अपनी दिनोंदिन बढ़ती प्रसिद्धि के कारण तनोट एक पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध होता जा रहा है।

इतिहास: मंदिर के वर्तमान पुजारी सीसुब में हेड काँस्टेबल कमलेश्वर मिश्रा ने मंदिर के इतिहास के बारे में बताया कि बहुत पहले मामडि़या नाम के एक चारण थे। उनकी कोई संतान नहीं थी। संतान प्राप्त करने की लालसा में उन्होंने हिंगलाज शक्तिपीठ की सात बार पैदल यात्रा की। एक बार माता ने स्वप्न में आकर उनकी इच्छा पूछी तो चारण ने कहा कि आप मेरे यहाँ जन्म लें।

माता कि कृपा से चारण के यहाँ 7 पुत्रियों और एक पुत्र ने जन्म लिया। उन्हीं सात पुत्रियों में से एक आवड़ ने विक्रम संवत 808 में चारण के यहाँ जन्म लिया और अपने चमत्कार दिखाना शुरू किया। सातों पुत्रियाँ देवीय चमत्कारों से युक्त थी। उन्होंने हूणों के आक्रमण से माड़ प्रदेश की रक्षा की।



माड़ प्रदेश में आवड़ माता की कृपा से भाटी राजपूतों का सुदृढ़ राज्य स्थापित हो गया। राजा तणुराव भाटी ने इस स्थान को अपनी राजधानी बनाया और आवड़ माता को स्वर्ण सिंहासन भेंट किया। विक्रम संवत 828 ईस्वी में आवड़ माता ने अपने भौतिक शरीर के रहते हुए यहाँ अपनी स्थापना की।

विक्रम संवत 999 में सातों बहनों ने तणुराव के पौत्र सिद्ध देवराज, भक्तों, ब्राह्मणों, चारणों, राजपूतों और माड़ प्रदेश के अन्य लोगों को बुलाकर कहा कि आप सभी लोग सुख शांति से आनंदपूर्वक अपना जीवन बिता रहे हैं अत: हमारे अवतार लेने का उद्देश्य पूर्ण हुआ। इतना कहकर सभी बहनों ने पश्चिम में हिंगलाज माता की ओर देखते हुए अदृश्य हो गईं। पहले माता की पूजा साकल दीपी ब्राह्मण किया करते थे। 1965 से माता की पूजा सीसुब द्वारा नियुक्त पुजारी करता है।

जेसलमेर पुलिसकर्मी की शर्मनाक हरकत,खाने के बहाने विदेशी युवती से छेड़छाड़*

                  जेसलमेर  पुलिसकर्मी की शर्मनाक हरकत,खाने के बहाने विदेशी युवती से छेड़छाड़*


जेसलमेर सरहदी जेसलमेर में कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन के दौरान एक विदेशी युवती को खाने की व्यवस्था के बहाने एक पुलिसकर्मी द्वारा छेड़छाड़ का शर्मनाक मामला महिला थाने में दर्ज हुआ है।।पुलिस उप अधीक्षक मुकेश चावड़ा ने बताया कि बेल्जियम निवासी विदेशी युवती कुछ दिन पूर्व जैसलमेर आई जो कलाकार कॉलोनी स्थित एक होटल में ठहरी हुई थी।।उसने पुलिसकर्मी मदन पालीवाल के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया है।उक्त मामला सी  आर नंबर  26 भादसं 354   ।मामले की जांच की जा रही है।।इधर सूत्रानुसार बेल्जियम की युवती जयपुर में विरासत फाउंडेशन के लिए कार्य करती है तथा जेसलमेर में मांगणियार समुदाय पर कार्य करने दस रोज पूर्व आई थी।।लॉक डाउन के दौरान यह कलाकार कॉलोनी स्थित आर्टिस्ट होटल में ठहरी हुई थी।।पुलिसकर्मी मदन पालीवाल ने रात को युवती को खाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा करने की बात कह कर उसके लिए खाना पहुंचाने होटल आया ।इस दौरान पुलिसकर्मी ने बेल्जियम की युवती के साथ छेड़छाड़ की।।घबराई युवती ने बेल्जियम एम्बेसी में फोन किया।जिस पर पुलिस  ने ततपरता दिखाई।।पुलिसकर्मी मदन पालीवाल के खिलाफ महिला थाना में मामला दर्ज किया।।जांच पुलिस उप अधीक्षक मुकेश चावड़ा कर रहे हैं।।






बाडमेर, खाद्य सामग्री के निःशुल्क वितरण एवं चिन्हित परिवारों की सूची का प्रतिपरीक्षण करने हेतु बीएलओ नियुक्त

बाडमेर,   खाद्य सामग्री के निःशुल्क वितरण एवं चिन्हित परिवारों की सूची का प्रतिपरीक्षण करने हेतु बीएलओ नियुक्त


बाडमेर, 27 मार्च। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन की स्थिति में कमजोर तबके, निराश्रित एवं जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क ड्राई राशन सामग्री उपलब्ध कराने तथा वार्डवार सर्वे पश्चात् चिन्हीकरण परिवारों की सूची का प्रतिपरीक्षण करवाने हेतु वार्ड के संबंधित बूथ लेवल अधिकारियों को इमदाद हेतु लगाया गया है।
जिला कलक्टर आपदा प्रबन्धन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा अंशदीप ने बताया कि लॉकडाउन की स्थिति में कमजोर तबके, निराश्रित एवं जरूरतमंदों को निःशुल्क ड्राई राशन सामग्री उपलब्ध कराने हेतु नगर परिषद आयुक्त द्वारा वार्ड वार सर्वे करवाकर सूची उपलब्ध कराई गई है। उन्होने बताया वार्ड के संबंधित बूथ लेवल अधिकारी उक्त सूची का प्रतिपरीक्षण करने एवं खाद्य सामग्री के वितरण में आवश्यक मदद एवं व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने हेतु संबंधित बूथ लेवल अधिकारियों को अविलम्ब अधिशाषी अभियन्ता नगर परिषद बाडमेर को अपनी उपस्थिति देने के निर्देश दिए है। उन्होने बताया कि उक्त कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बरतने पर संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उक्त कार्य के सम्पादन मे संबंधित बूथ लेवल अधिकारी के परिचय पत्र को अनुमति पत्र समझा जाएगा।
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कोरोना के खिलाफ सहायता में सहयोग का सिलसिला जारी
बाड़मेर, 27 मार्च। कोरोना वायरस के संक्रमण की महामारी के खिलाफ जंग में सहायता के लिए जिले के कई भामाशाह, दानवीर एवं स्वयं सेवी संस्थाएं आगे आ रही है।
जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि गुरूवार को श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास आसोतरा द्वारा पांच लाख पचास हजार रूपये एवं ओम प्रकाश प्लांट इंजिनियर, जसोल जल प्रदूषण नियंत्रण एवं निवारण ट्रस्ट जसोल द्वारा पांच हजार रूपये के चैक मुख्यमंत्री कोविड-19 आपदा कोष हेतु उपलब्ध कराए गए है। गौरतलब है कि जिले में कोरोना महाबारी से बचाव के दौरान जरूरतमंदों की सहायतार्थ सहयोग का सिलसिला जारी है। अब तक 29 लाख निब्बे हजार रूपये की सहायता राशि के चैक प्राप्त हो चुके है।
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आमजन की समस्याओं के निराकरण हेतु प्रशासन तत्पर,
दिक्कतों के समाधान को पुख्ता प्रबन्ध
बाडमेर, 27 मार्च। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान आमजन को आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबन्ध किए गए है।
जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि जिले में प्रशासन द्वारा आम तौर पर लोगों को होने वाली दिक्कतों संबंधी प्रश्नों के संबंध में निम्नानुसार व्यवस्थाएं की गई है-
प्रश्न 1. लॉक डाउन की वजह से मेरी मजदूरी समाप्त होने से एवं पैसे नहीं होने की वजह से मुझे खाने का तैयार पैकेट चाहिए।
उतरः इस हेतु नगर परिषद क्षेत्र में संबंधित आयुक्त नगर परिषद तथा ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित विकास अधिकारी/ग्राम विकास अधिकारी से सम्पर्क किया जा सकता है।
प्रश्न 2. मुझे अत्यावश्यक कार्य से बाड़मेर से बाहर यात्रा करनी है, अनुमति कहां से व कैसे मिलेगी?
उतरः सार्वजनिक यात्री वाहनों के संचालन की अनुमति के लिए नगर परिषद क्षेत्र हेतु संबंधित जिला परिवहन अधिकारी तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित उपखण्ड अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। वाहन पास हेतु आप अपने स्तर पर ही ऑनलाईन लिंक https://covidbarmer. 000webhostapp.com/  से आवेदन कर सकते है।
प्रश्न 3. मेरे घर मे/पडौस में किसी व्यक्ति ने कोरोना प्रभावित क्षेत्र की यात्रा की है एवं 15 मार्च के बाद यहां लौटे है, अथवा मेरे घर या पडौस में किसी को बुखार, सर्दी, खांसी व श्वास संबंधी समस्या है, तो कहां सूचित/सम्पर्क करे?
उतरः इस स्थिति में जिला कन्ट्रोल रूम 02982-222226 अथवा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय बाडमेर के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 02982- 230462 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
प्रश्न 4. मेरे घर में कोई सदस्य बीमा है, लॉक् डाउन की वजह से बाहर नहीं जा पा रहे है, दवाई कैसे प्राप्त करें ?
उतरः लॉक डाउन के दौरान दवाई की दुकाने प्रभावित नहीं है। डाक्टर की पर्ची पुलिस कार्मिकों को दिखाकर अपने नजदीकी मेडीकल स्टोर से दवाई प्राप्त की जा सकती है।
प्रश्न 5. मैं प्रशासन को इस संकट के समय आर्थिक सहायता करना चाहता हॅू। इसके लिए ऑनलाईन भुगतान/चैक द्वारा सहायता करना चाहता हॅू। खाता संख्या/कहां सम्पर्क करें?
उतरः राज्य सरकार ने कोरोना आपदा में जनसहयोग प्राप्त करने के लिए राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 राहत कोष शुरू किया है। एसबीआई की जयपुर शासन सचिवालय शाखा में इसके लिए खुलवाए गए खाते की संख्या 39233225397 है तथा आईएफएससी कोड एसबीआईएन 0031031 है। 
प्रश्न 6. मैं तैयार खाद्य सामग्री/सूखा राशन देकर सहयोग करना चाहता हॅू, कहां सम्पर्क करे ?
उतरः इस हेतु जिला रसद अधिकारी कार्यालय के दूरभाष नम्बर 02982-220164 से सम्पर्क किया जा सकता है। साथ ही संबंधित नगर परिषद/विकास अधिकारी कार्यालय में सहयोग दिया जा सकता है।
प्रश्न 7. मेरे पडोस में कुछ लोगों द्वारा लॉकडाउन की पालना नहीं की जा रही है। लोग घर से बाहर अकारण एकत्र हो रहे है, अनावश्यक दुकाने खुली है, कहां शिकायत करें ?
उतरः इस स्थिति में पुलिस कन्ट्रोल रूम के टेलीफोन नम्बर 2982-221822 पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
प्रश्न 8. एलपीजी आपूर्ति डोर टू डोर नहीं की जा रही है अथवा आवश्यक सामग्री की निर्धारित दर से अधिक कीमत पर बिक्री (कालाबाजारी) की जा रही है। कहां शिकायत करें ?
उतरः इस हेतु जिला रसद अधिकारी कार्यालय के दूरभाष नम्बर 02982-220164 पर सम्पर्क कर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
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मुख्यमंत्री गहलोत की अपील
कोविड-19 कोष में करे सहयोग

बाड़मेर, 27 मार्च। राज्य सरकार ने कोरोना आपदा में जनसहयोग प्राप्त करने के लिए राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 राहत कोष शुरू किया है। एसबीआई की जयपुर शासन सचिवालय शाखा में इसके लिए खुलवाए गए खाते की संख्या 39233225397 है तथा आईएफएससी कोड एसबीआईएन 0031031 है।         
    मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपील की है कि जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए दान-दाता, भामाशाह एवं आमजन इसमें बढ़-चढ़कर सहयोग कर सकते हैं।
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किसानों को बड़ी राहत कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए किया निर्णय
खरीफ सहकारी फसली ऋण जमा होंगे अब 30 जून तक

बाड़मेर, 27 मार्च। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश के किसानों को राहत देते हुए खरीफ-2019 के सहकारी अल्पकालीन फसली ऋणों की वसूली अवधि 31 मार्च से 30 जून अथवा खरीफ फसली ऋण लेने की तिथि से एक वर्ष, जो भी पहले हो तक बढ़ा दी गई है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।
आंजना ने बताया कि काश्तकारों को वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए सहकारी बैंकों से फसली ऋण प्राप्त करने वाले किसानों के ऋण वसूली की तिथि बढ़ाने का निर्णय किया है ताकि वे शून्य प्रतिशत ब्याज सुविधा का लाभ प्राप्त कर सके। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते किसानों को ऋण जमा कराने में हो रही परेशानी से मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को अवगत कराया था और श्री गहलोत ने किसानों के हित में त्वरित निर्णय लेने के लिए निर्देश दिए थे।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि राज्य में केन्द्रीय सहकारी बैंकों द्वारा ग्राम सेवा सहकारी समितियों के सदस्य काश्तकारों को अल्पकालीन फसली सहकारी ऋण वितरित किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि खरीफ में लिए गए फसली सहकारी ऋणों का चुकारा 31 मार्च तक करना होता है।
आंजना ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते राज्य सरकार ने 31 मार्च की तय देय तिथि को आगे बढ़ाते हुए अब ऋणी काश्तकारों को खरीफ फसली सहकारी ऋण 30 जून या जिस दिन ऋण लिया है उससे एक वर्ष की अवधि, इसमें से जो भी पहले हो तक जमा कराने की छूट प्रदान की है। उन्होंने बताया कि इससे राज्य में केन्द्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से वर्ष 2019 में खरीफ फसल के लिए ऋण लेने वाले लाखों किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज सुविधा का लाभ मिल सकेगा।
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लॉक डाउन में नियमित विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति पर विशेष फोकस
उच्च स्तर से हो रही सतत् मॉनिटरिंग
उपभोक्ता सेवाओं के लिए बनाए कंट्रोल रूम
बाड़मेर, 27 मार्च। कोराना वायरस की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए घोषित ‘लॉकडाउन‘ की अवधि में जिले की जनता को पेयजल और विद्युत की निर्बाध आपूर्ति के लिए जलदाय और ऊर्जा विभाग के स्तर पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं।
     जिले के प्रभारी और जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बताया कि नियमित पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की उच्च स्तर से मॉनिटरिंग के लिए दैनिक रिपोर्ट ली जा रही है तथा इसकी समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
  डॉ. कल्ला ने बिजली और पानी की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए फील्ड में कार्य कर रहे जलदाय विभाग और विद्युत कम्पनियों के अधिकारियों, कर्मचारियों और सभी तकनीकी एवं संविदा कार्मिकों के जज्बे की सराहना की है। साथ ही आमजन से आग्रह किया है कि लॉकडाऊन के सम्बंध में जारी सरकार के सभी निर्देर्शों का पूर्णतः पालन करते हुए कोरोना को हराने की इस मुहिम में अपनी भागीदारी जिम्मेदारी के साथ निभाएं। उन्होंने बताया कि फील्ड में सभी कार्मिक कोरोना से बचाव के लिए मास्क सहित आवश्यक संसाधनों के साथ कार्य करे और उन्हें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए इसके लिए भी अधिकारियों को पाबंद किया गया है।
    जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री ने बताया कि जनता को राहत प्रदान करने के लिए जोधपुर डिस्कॉम्स के तहत जिन उपभोक्ताओं के बिलों की देय तिथि 21 मार्च के बाद है, उनको आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। वहीं जलदाय विभाग में भी मार्च 2020 के जल राजस्व बिलों की देय तिथि को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस सम्बंध में विभाग के सभी खण्ड एवं उपखण्ड कार्यालयों को देय तिथि में शिथिलता देते हुए आगामी तिथियों का निर्धारण करने के लिए अधिकृत किया गया है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में घर-घर वसूली और नीलामी कार्यक्रम भी स्थगित किए गए हैं।
  डॉ. कल्ला ने बताया कि लॉक डाउन में लोगों को निर्बाध रूप से स्वच्छ पेयजल की सप्लाई में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए, इसके लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में राज्य स्तर के साथ ही सभी जिलों में ‘कंट्रोल रूम‘ बनाए गए है, वहीं जोधपुर  डिस्कॉम्स के तहत भी विद्युत आपूर्ति की निगरानी के लिए इसी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई है। ये सभी कंट्रोल रूम 24 घंटे लगातार (24 गुणा 7) उपभोक्ताओं की सेवा में कार्यरत हैं। पेयजल या विद्युत आपूर्ति के सम्बंध में किसी भी प्रकार की समस्या और शिकायत होने पर यहां सम्पर्क किया जा सकता है।
नियंत्रण कक्ष (पानी)
बाड़मेरः 02982-220253, जैसलमेरः02992-252321
राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्षः 0141- 2222585
जोधपुर विद्युत वितरण निगम
उपभोक्ता केंद्रीय कॉल सेंटर के टोल फ्री नंबर 18001806045 एवं 1912,
फोन नंबर 0291-2741912, 2970136, मोबाइन नं. 9414084682, 9414084369
एवं व्हाट्सएप नंबर 9413359064 पर संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
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बाडमेर केयर्न की साइटों पर लॉक डाउन की उड़ती धज्जियां,ऐसे तो कैसे रुकेगा कोरोना*

 बाडमेर  केयर्न की साइटों पर लॉक डाउन की उड़ती धज्जियां,ऐसे तो कैसे रुकेगा कोरोना*




बाडमेर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत सरकार से लेकर जिला
स्तर तक युद्ध स्तर पर सब प्रयास कर रहे है।।बाडमेर  प्रशासन लॉक डाउन की
पालना करने में जी जान से जुटा है।मगर तेल गेस की खोज में जुटी केयर्न की
विभिन साइटों पर लॉक डाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही। कम्पनी सी एस आर में
संस्थाओं के साथ लोगो को जगरुके करने का दावा कर रही है मगर खुद कम्पनी
कोरोना संक्रमण को लेकर कितनी लापरवाह है यह तस्वीरों में सामने आ रहा
है।कैयर्न इंडिया द्वारा एम्  टी साइट पर तेल उत्पादन का कार्य किया जा
रहा हैं जहाँ बड़ी तादाद में कार्मिक लगे हैं ,इन कार्मिको के लिए स्थायी
तौर पर कंटेनर भोजनशाला के रूप में लगे हैं ,इन भोजनशालाओ में कम्पनी
द्वारा सोसल डेस्टिनेंस का ख्याल नहीं रखा जा रहा हे जबकि जिला प्रशासन
इन कंपनियों को पहले ही आगाह कर चूका हैं ,केयर्न में कार्यरत एक
इंजीनियर कोरोना संक्रमण का संदिग्ध के रूप में चिन्हित हो चूका हैं जिसे
आईसोलेशन में भेजा गया था ,इसके बावजूद कंपनी कोई एहतियात नहीं बरत रही
,कंपनी की साइटों पर भोजनशलाओं में बड़ी तादाद में कार्मिक एकत्रित होकर
भोजन करते हैं ,इस तरह जिला प्रशासन की मेहनत पर पानी फेरने का कार्य कर
रही है कम्पनी।

कैयर्न एनर्जी  वरिष्ठ लाइजनिंग अफसर अयोध्या प्रशाद गौड़ ने बताया की
कंपनी द्वारा साइटों पर कार्मिको के लिए भोजन अवकाश के समय में बढ़ोतरी कर
रखी हैं ,जिस साइट पर  डिस्टेटिंग  अवहेलना हुई वह साइट विल्सन कम्पनी की
हैं ,कैयर्न पुरे मामले का  पता कर रही हैं,आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई
जाएगी।

जिला कलेक्टर अंशदीप ने इस सन्दर्भ में बताया की कम्पनी लोगो को सोसल
डिस्टेटिंग के प्रति जागरूक कर रही हैं ,अगर खुद कम्पनी इसकी अवहेलना कर
रही हैं तो यह दुर्भागयपूर्ण हैंपूरा मामला जाँच करवा रहा हूँ

जैसलमेर वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए आगे आया *फ़क़ीर परिवार*

जैसलमेर  वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए आगे आया *फ़क़ीर परिवार*

जैसलमेर। कोरोना के संकट से निपटने के लिए जैसलमेर जिले में अनेक भामाशाह
आगे आ रहे हैं। इसी कड़ी में  *अल्पसंख्यक मामलात मंत्री और पोकरण विधायक
शाले मोहम्मद* तथा उनके परिवार ने हाजी फतेह मोहम्मद डिग्री कॉलेज बाड़मेर
रोड का सम्पूर्ण भवन को आम जन हितार्थ आइसोलेशन केंद्र के लिए जिला
प्रशासन को उपलब्ध करवाया है।

 फतेह मोहम्मद डिग्री कालेज के *डायरेक्टर अमीन खां* ने बताया कि
आइसोलेशन वार्ड के लिए एच एफ एम डिग्री कालेज कालेज दिया जाएगा।
अमीन खां ने जिला कलक्टर को पत्र लिखकर बाड़मेर रॉड स्थित भवन को आइसोलेशन
वार्ड के लिए देने की बात कही है। संस्थान के अमीन खान ने बताया कि
वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण जगह जगह प्रशासन को आइसोलेशन वार्ड
बनाने के लिए भवनों की आवश्यकता पड़ रही है। ऐसे में हमारी संस्थान का भी
दायित्व बनता है कि प्रशासन का सहयोग किया जाए। भवन को आइसोलेशन वार्ड
बनाने से कोरोना की चपेट में आने वाले लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने
बताया कि *मंत्री शाले मोहम्मद* के निर्देशानुसार इस आइसोलेशन वार्ड की
सारी व्यवस्थाएं फकीर परिवार द्वारा की जाएगी।गौरतलब है कि *पूर्व जिला
प्रमुख स्व फतेह मोहम्मद जी* भी गरीबो के लिए सदा मशीहा साबित हुए है एवं
समाज सेवा में अग्रणी रहे है।

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