शनिवार, 29 दिसंबर 2018

जनता चुनेगी सभापति अध्यक्ष,शैक्षणिक योग्यता समाप्त की निकाय और पंचायत चुनाव में

जनता चुनेगी सभापति अध्यक्ष,शैक्षणिक योग्यता समाप्त की निकाय और पंचायत चुनाव में 


जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की पहली मीटिंग आयोजित की गई. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं. सबसे बड़ा फैसला गहलोत कैबिनेट में पंचायती और निकाय चुनाव में शैक्षणिक बाध्यता को खत्म कर किया गया है.

ये हैं महत्वपूर्ण फैसले
-फसली ऋण माफ करने के लिए अंतर विभागीय कमेटी का किया गठन.
-वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाई जिन्हें मिलते थे ₹500 प्रति माह हम मिलेंगे 750 प्रतिमाह जिन्हें मिलते थे 750 प्रतिमाह अब मिलेंगे ₹1000 प्रति माह
-सरकार के मंत्री करेंगे जनसुनवाई
सुबह 9 से 10 बजे तक करेंगे आमजन की जनसुनवाई
-सरकारी लेटर हेड से हटेंगे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र, केवल अशोक स्तंभ रहेगा.
-नगर निगम मेयर, नगर परिषद सभापति और पालिका अध्यक्ष का अब होगा सीधा चुनाव
- पिछली गहलोत सरकार ने वापस लागू किया अपना फैसला


- व्सुन्धरा राजे सरकार के अंतिम 6 माह के कार्यकाल के निर्णयों की होगी समीक्षा, सरकार कमेटी बनाकर करेगी समीक्षा
- पंचायतीराज और निकाय चुनाव में न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता की शर्त की खत्म
- राजस्थान लॉ राजस्थान लोक सेवा प्रदान की गारंटी एक्ट होगा लागू, जवाबदेही व पारदर्शी सरकार के लिए एक्ट होगा लागू
- रिफाइनरी के काम में तेजी लाएगी
-बंद की गई हरिदेव जोशी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी को फिर से चालू किया जाएगा.
- मनरेगा के प्रभावी क्रियान्वयन की पहली प्राथमिकता, पिछले 5 सालों में रिफाइनरी को लेकर 5 सालों में शिथिलता बरती गई
- शिक्षण कर्मी सहित तमाम कर्मियों की समस्याओं का समिति करेगी समाधान, इसके लिए मुख्यमंत्री अधिकृत

IPS दिनेश एमएन ने जमकर किया डांस....सोहराबुद्दीन केस में बरी हुए पुलिस अधिकारियों की पार्टी में...Video

IPS दिनेश एमएन ने जमकर किया डांस....सोहराबुद्दीन केस में बरी हुए पुलिस अधिकारियों की पार्टी में...Video



उदयपुर. राजस्थान पुलिस में अपनी दबंग छवि के लिए पहचान रखने वाले आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन शुक्रवार शाम उदयपुर में फिल्मी गानों पर डांस करते नजर आए. मौका था पुलिस अधिकारियों की ओर से सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में बरी पुलिस अधिकारी के लिए सम्मान समारोह के आयोजन का.

इस समारोह में दिनेश एमएन ने जहां पुलिस अधिकारियों का हौसला बढ़ाया तो वही सिंघम और दबंग जैसे फिल्मी गीतों पर डांस भी किया. सोहराबुद्दीन-तुलसी एनकाउंटर केस में 13 साल बाद गत 21 दिसंबर को सभी आरोपियों के कोर्ट से बरी होने पर पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को शहर के रानी रोड स्थित इंद्रलोक गार्डन में जश्न मनाया.


कार्यक्रम में आईजी इंटेलिजेंस और जिले के पूर्व एसपी दिनेश एमएन भी पहुंचे. इंदर रेजीडेंसी में आयोजित  कार्यक्रम में जिले के पुलिस अधिकारियों सहित उनके परिवार के सदस्यों ने दिनेश एमएन सहित सीआई अब्दुल रहमान, एसआई हिमांशु, श्याम सिंह और एएसआई नारायण सिंह को बधाइयां दीं. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें बच्चे-बड़े सब ने भाग लिया.


किसी ने गाने गाए तो किसी ने डांस किया. एसीबी एसपी तेजराज, एएसपी बृजेश सोनी, नारायण सिंह, पारस जैन, डीएसपी भगवत सिंह हिंगड़, सीआई चैना राम,  भवानी सिंह, रवींद्र चारण सहित बड़ी संख्या में जिले के पुलिसकर्मी उपस्थित थे. बता दें कि 21 दिसंबर को सोहराबुद्दीन-तुलसी एनकाउंटर केस मामले में सीबीआई कोर्ट, मुंबई ने उदयपुर के छह पुलिसकर्मियों को बरी कर दिया था. इसी के साथ 22 आरोपी बरी हुए थे. केस में पुलिस अधिकारियों को साढ़े सात साल जेल में तक रहना पड़ा था. 

गहलोत केनिनेट की पहली बैठक में घोषणा पत्र बना सरकारी दस्तावेज,सौ दिन की।प्लानिंग तैयार*


गहलोत केनिनेट की पहली बैठक में घोषणा पत्र बना सरकारी दस्तावेज,सौ दिन की।प्लानिंग तैयार*

जयपुर। राजस्थान की सत्ता में आई कांग्रेस की गहलोत सरकार में आज कैबिनेट की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें सरकार की जवाबदेही तय की गई। साथ ही यह भी तय किया गया कि जन घोषणा-पत्र के 418 बिंदुओं को अमल में लाया जाएगा। इसके लिए हर मंत्री से अपने विभाग की 100 दिन की प्लानिंग मांगी गई, जिसमें बताया गया कि हर विभाग 100 दिनों में क्या कर सकता है? इसको लेकर मंत्रियों ने पूरी प्लानिंग भी रखी। बैठक में सभी मंत्रियों के साथ ही सीएम सलाहकार गोविंद शर्मा, रजिस्ट्रार नीरज के पवन, प्रमुख सचिव अभय कुमार समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। 

गहलोत कैबिनेट की पहली बैठक के लिए सभी मंत्रियों ने कल रात ही अपनी अपनी तैयारी पूरी की। बैठक के लिए डॉ. रघु शर्मा ने अफसरों के साथ लंबी चर्चा की, वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने ट्रांसपोर्ट को बारीकी से समझा। इसी तरह शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा ने भी कल रात 2 बजे तक मंथन किया। ऐसे में पहली कैबिनेट बैठक में सभी मंत्री अपने नवाचारों के साथ तैयार नजर आए।

तय हुई सरकार की जवाबदेही :
बैठक में तय किया गया कि जन घोषणा-पत्र सरकारी दस्तावेज बनेगा और किसान ऋण माफी के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। इसे लेकर एक प्रजेंटेशन भी देखा गया, वहीं कर्ज माफी सहित करीब 418 घोषणाओं पर चर्चा भी की गई। मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में जन घोषणा-पत्र के 418 बिंदुओं को अमल में लाया जाना तय किया गया और इसके लिए सरकार की जवाबदेही तय की गई, जिसका सभी मंत्रियों ने एक ध्वनि से समर्थन किया। इसके साथ ही जन घोषणा पत्र के वादों को समयबद्ध कार्यक्रम के तहत पूरा करने के निर्देश दिए गए और मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को जन घोषणा पत्र सौंपा गया।

जन घोषणा-पत्र बना सरकारी दस्तावेज :

बैठक के बाद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पिछली सरकार के 6 माह के फैसलों की समीक्षा होगी, लेकिन यह कैबिनेट के एजेंडे में शामिल नहीं है। परिवहन मंत्री खाचरियावास ने कहा कि बैठक में जन घोषणा-पत्र को मंजूर किया गया है और इसे अब सरकारी दस्तावेज बनाया गया है। हमारा पहला वादा किसानों की कर्जमाफी का था, जिसे पूरा कर दिया गया है। हमने नारा दिया था 'बदलेगा राजस्थान' और घोषणा-पत्र के आधार पर राजस्थान जल्द ही बदला हुआ दिखाई देगा।

नहीं रहे IPS मधुकर शेट्टी

नहीं रहे IPS मधुकर शेट्टी


काम को लेकर शेट्टी और आईएएस अधिकारी हर्ष गुप्ता की जोड़ी बहुत चर्चित थी. कर्नाटक के एक गांव को ग्रामीणों ने दोनों अधिकारियों के नाम पर 'गुप्ता-शेट्टी हल्ली' नाम दिया




शरत शर्मा कलागारुजांबाज आईपीएस अधिकारी मधुकर आर शेट्टी अब इस दुनिया में नहीं रहे. पुलिस विभाग के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक उन्होंने शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे हैदराबाद के कॉन्टिनेंटल अस्पताल में अंतिम सांस ली. कर्नाटक काडर के 1999 बैच का आईपीएस अधिकारी मधुकर शेट्टी को उनकी ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के लिए जाना जाता है. वह दो साल से केंद्र के डेप्युटेशन पर हैदराबाद में पोस्टेड थे.शेट्टी की निधन की खबर से कर्नाटक और हैदराबाद दोनों ही राज्यों के पुलिस महकमे में शोक की लहर है. इलाज के दौरान हेल्थ अपडेट्स को तेलंगाना के मुख्य सचिव शैलेंद्र कुमार जोशी और डायरेक्टर जनरल और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस महेंदर रेड्डी व्यक्तिगत तौर पर मॉनिटर कर रहे थे. वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के आदेश पर राज्य के एडीजी, क्राइम प्रताप रेड्डी बुधवार से हैदराबाद स्थित अस्पताल में ही थे.


शेट्टी के निधन की खबर की पुष्टि करते हुए एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने न्यूज 18 से कहा, “यह दुखद है. अस्पताल अधिकारियों से उनके निधन की सूचना मिली. मैंने जितने भी अधिकारियों के साथ काम किया वह उनमें सबसे बेहतरीन थे.”मधुकर शेट्टी को पिछले सप्ताह अस्पताल में भर्ती किया गया था. बुधवार को एडीजीपी रैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज 18 से कहा, “मधुकर शेट्टी देश के बेहतरीन अधिकारियों में से एक हैं. हर किसी को पता है कि लोकायुक्त में एसपी रहते हुए उन्होंने कर्नाटक में भ्रष्टाचार के खिलाफ कैसी जंग छेड़ी थी.”मधुकर शेट्टी के इलाज में की विशेषज्ञ जुटे हुए थे और तेलंगाना सरकार ने उन्हें बचाने की हरसंभव कोशिश की.

लोकायुक्त में एसपी रहते हुए उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों यहां तक कि सत्ता में बैठे बड़े नेताओं के खिलाफ भी ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी. बाद में जब उन्हें लगा कि लोकायुक्त के चीफ जस्टिस संतोष हेगड़े भेदभावपूर्ण तरीके से फैसले ले रहे हैं तो उन्होंने पढ़ाई के लिए 5 साल की लंबी छुट्टी ले ली.कर्नाटक में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में संतोष हेगड़े का भी बड़ा नाम है. यूएस में पढ़ाई के दौरान शेट्टी ने हेगड़े की खुले तौर पर आलोचना की. शेट्टी का आरोप था कि हेगड़े के विचारों में पारदर्शिता नहीं थी. उन्होंने दिसंबर, 2016 में दोबारा जॉइन किया.कुछ दिन तक वह अपने होम स्टेट में पुलिस भर्ती और ट्रेनिंग के डायरेक्टर के तौर पर पदस्थ रहे. लेकिन 1 जनवरी, 2017 को उन्हें केंद्र ने डेपुटेशन पर बुला लिया. उन्हें हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी में डिप्टी डायरेक्टर के तौर पर पदस्थ किया गया. तब से वह हैदराबाद में काम कर रहे थे.

वह कर्नाटक के चिकमगलुरु जिले के एसपी रह चुके हैं. इस दौरान आईएएस हर्ष गुप्ता इस जिले के डिप्टी कमिश्नर थे. इन दोनों की जोड़ी इनके बेहतरीन काम की वजह से काफी चर्चा में आई थी. दोनों ने मिलकर चिकमगलुरु में कई अवैध कब्जे हटवाए और गरीबों को न्याय दिलवाया. यहां के एक गांव को ग्रामीणों ने गुप्ता-शेट्टी हल्ली नाम दिया है. कन्नड़ में हल्ली का मतलब गांव होता है.शेट्टी मूलरूप से कर्नाटक के उडुपी जिले के रहने वाले थे. उन्होंने दिल्ली की जेएनयू से पढ़ाई की थी और उनके पिता वड्डरसे रघु राम शेट्टी जाने माने पत्रकार थे.

अंबाला में बड़ा सड़क हादसा, दो गाड़ियों की टक्कर में 7 लोगों की मौत

अंबाला में बड़ा सड़क हादसा, दो गाड़ियों की टक्कर में 7 लोगों की मौत


अंबाला: हरियाणा के अंबाला में शनिवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया. जहां दो गाड़ियों की टक्कर में 7 लोगों की खबर है.

मामला अंबाला के बलदेव नगर इलाके का है, जहां घने कोहरे के चलते एक अज्ञात वाहन ने दो गाड़ियों को टक्कर मार दी. 

इस हादसे मौके पर तीन बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई. गंभीर हालत में दो महिलाओं को चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है जबकि तीन का छावनी नागरिक अस्पताल में उपचार चल रहा है.

बताया जा रहा है कि हाइवे पर खड़ी दो गाड़ियों में सवार थे ये सभी लोग, जो कि चंडीगढ़ से वृंदावन जा रहे थे. लेकिन घने कोहरे के कारण सुबह करीब चार बजे कोई अज्ञात वाहन इन दोनों गाड़ियों को टक्कर मार कर फरार हो गया.

सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार सवार कुछ लोगों को अंबाला शहर जिला नागरिक अस्पताल में पहुंचाया. जहां सात को मृत घोषित कर दिया. जबकि चार महिलाओं को छावनी अस्पताल में लाया गया था.

सबसे लंबे बाल रखने का बनाया रिकॉर्ड, गिनिज बुक में नाम दर्ज

सबसे लंबे बाल रखने का बनाया रिकॉर्ड, गिनिज बुक में नाम दर्ज


अहमदाबाद: गुजरात की नीलांशी पटेल दुनियाभर में सुर्ख़ियों में छाई हुई हैं. इसके पीछे वजह है उनके लंबे बाल. जिसकी वजह से उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है.

नीलांशी पटेल ने 10 साल पहले ऐसा फैसला किया कि आज उसकी वजह से उसने एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. आपको बता दें कि 16 साल की नीलांशी ने दुनिया में किसी टीनएजर के सबसे लंबे बाल होने के गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को बना लिया है. उनके बालों की लंबाई 5 फुट 7 इंच है. यही वजह है कि दोस्तों के बीच वे रपन्जेल नाम से बुलाते हैं.


गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की जिस कैटिगरी में नीलांशी को मान्यता दी गई है वह इसकी वेबसाइट के अनुसार 2018 में दो बार अपडेट की गई है. 2018 की शुरुआत में यह रिकॉर्ड अर्जेंटीना की ऐब्रिल लॉरेनजटी के पास था, जिनके बाल 152.5 सेमी लंबे हैं. इसके बाद यह रिकॉर्ड 17 साल की कीटो कवाहरा ने तोड़ा था जिनके बाल 155.5 सेमी लंबे हैं. आखिरकार साल के आखिर में नीलांशी ने 15सेमी के मार्जिन से सबका रिकॉर्ड तोड़कर अपनी जगह बना ली.

नीलांशी पटेल का कहना है कि दस साल पहले जब वह छह साल की थी, तब वह बाल कटाने के लिए गई थी, लेकिन जब हेयर कट हुआ तो उसे बिल्कुल पसंद नहीं आया. उसी वक्त उन्‍होंने ये फैसला किया कि आगे से वह कभी हेयरकट नहीं लेगी. आज दस साल नीलांशी का यहीं फैसला उन्हें पहचान दिला रहा है.नीलांशी बताती हैं कि वह अपने बालों को सप्‍ताह में केवल एक बार धोती हैं और उन्हें संभालने में उनकी मां मदद करती हैं. नीलांशी ने बताया कि वह जब भी अपने बाल धोती हैं तो इन्हें सुखाने में आधा घंटा लग जाता है. सूखने के बाद उन्हें व्यवस्थित करने में एक घंटा लगता है.


बाड़मेर खाने के पैसे मांगे तो होटल संचालक से मारपीट, 3 आरोपी किए गिरफ्तार

बाड़मेर  खाने के पैसे मांगे तो होटल संचालक से मारपीट, 3 आरोपी किए गिरफ्तार


बाड़मेर | शहर के रेलवे स्टेशन के पास एक होटल में शुक्रवार रात करीब 11 बजे खाने के पैसों को लेकर शराबियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। खाने के पैसे मांगने पर तीन शराबियों ने होटल संचालक से मारपीट पर उतर आए।

होटल में मारपीट और हंगामा होता देख आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव कर होटल संचालक को छुड़वाया। इसी दौरान किसी ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस को देखकर शराबी भड़क गए और उलझने लगे। पुलिस काफी मशक्कत के बाद रमेश कुमार निवासी नगर, प्रवीण कुमार व उदय सिंह निवासी राणासर को पुलिस की गाड़ी में डालकर कोतवाली ले गए। शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि होटल संचालक की ओर से युवकों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं करवाया गया है।

शुक्रवार, 28 दिसंबर 2018

*राजस्थान की हवा का असर मध्य प्रदेश मै भी पड़ा,मानवेन्द्र के कारण राजपूतो ने वोट नही दिए :- शिवराजसिंह*

*राजस्थान की हवा का असर मध्य प्रदेश मै भी पड़ा,मानवेन्द्र के कारण राजपूतो ने वोट नही दिए :- शिवराजसिंह*

राजस्थान मै राजपुतो की नाराज़गी के चलते स्वाभिमान फ़ैक्टर मध्य प्रदेश को भी प्रभावित किया यह बात खुद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने स्वीकार की उन्होंने बताया की मानवेन्द्रसिंह झालावाड़ से चुनाव लड़ने की वजह से उसकी सीमा मै लगने वाली सभी सीटें प्रभावित हुई ओर उनमे से 7 सीटें तो एसी थी जो की कांग्रेस खुद हार मान चुकी थी।
चौहान ने बताया मानवेन्द्र से पार्टी को इतना नुक़सान होगा यह विश्वास नही था। जहाँ राजपुत उम्मीदवार नही था वहाँ राजपुतो ने भाजपा के विरूद्ध वोट दिया ओर एसा पहली बार हुआ।
26dec.2018 bhopal

गुरुवार, 27 दिसंबर 2018

*रूखमणी रियार ने बूंदी कलेक्टर का पदभार संभाला*

*रूखमणी रियार ने बूंदी कलेक्टर का पदभार संभाला*

2012 बैच की आईएएस अधिकारी रुक्मणि रियार ने गुरुवार को जिला कलक्टर का कार्यभार ग्रहण कर लिया। निवर्तमान जिला कलक्टर महेश चन्द्र शर्मा ने रियार को चार्ज सौंपा। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेश जोशी व अतिरिक्त जिला कलक्टर (सीलिंग) डॉ. सूरज सिंह नेगी मौजूद रहे।

स्कूली 19 वर्शीय राश्ट्रीय बास्केटबाॅल प्रतियोगिता में जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी के चार खिलाड़ी चयनित

स्कूली 19 वर्शीय राश्ट्रीय बास्केटबाॅल प्रतियोगिता में जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी के चार खिलाड़ी चयनित



जैसलमेर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने खिलाड़ियों को दी षुभकामनाएं


राज्य सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग व राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिशद द्वारा संचालित जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी के खिलाड़ी अभिमन्यू भादू, सुनील कुमार, षिवम धाभाई व विकास चैधरी का चयन स्कूल गेम्स फेडरेषन आॅफ इंडिया द्वारा आयोजित 64 वीं राश्ट्रीय विधालयी 19 वर्शीय बास्केटबाॅल प्रतियोगिता दिल्ली में 03 से 09 जनवरी 2019 तक के लिये किया गया है। राजस्थान टीम में सर्वाधिक चार खिलाड़ी जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी से लिये गये है। जैसलमेर अकादमी की टीम हाल ही में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता बाड़मेर में स्वर्ण पदक विजेता रही थी। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृश्ट खेल प्रदर्षन के आधार पर चार खिलाड़ियों का चयन राजस्थान टीम के लिये किया गया है। अकादमी के खिलाड़ियों की इस उपलब्धि के लिये सालेह मोहम्मद अल्पसंख्यक मामलात मंत्री राजस्थान सरकार एवं विधायक पोकरण व रूपाराम धनदे विधायक जैसलमेर एवं मुख्य सरंक्षक जिला बास्केबाॅल संघ जैसलमेर ने अपनी ओर से षुभकामनाएं देते हुए आषा जताई कि राश्ट्र स्तर पर स्वर्ण पदक प्राप्त करें एवं नमित मेहता जिला कलक्टर एवं पदेन अध्यक्ष जिला क्रीड़ा परिशद जैसलमेर, नारायण सिंह सचिव राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिशद जयपुर ने, जिला बास्केटबाॅल संघ के अध्यक्ष आषाराम सिंधी एवं सचिव हरीष धनदे ने खेल अधिकारी एवं अकादमी के प्रभारी लक्ष्मण सिंह तंवर, अकादमी के बास्केटबाॅल प्रषिक्षक राकेष बिष्नोई व खिलाड़ियों को षुभकामनाएॅ दी है। सभी खिलाड़ी अमर षहीद सागरमल गोपा राउमावि जैसलमेर के नियमित छात्र है। इस उपलब्धि के लिये अमर षहीद सागरमल गोपा विधालय के प्राचार्य व समस्त विद्यालय स्टाफ तथा जिले के विभिन्न खेल संघों एवं खेल प्रेमियों द्वारा खिलाड़ियों को षुभकामनाएॅ दी है।

अपराध / शराब ठेकेदार से मांगी 20 हजार रुपए की बंधी और शराब, 6000 रुपए की रिश्वत लेते थानाप्रभारी गिरफ्तार

अपराध / शराब ठेकेदार से मांगी 20 हजार रुपए की बंधी और शराब, 6000 रुपए की रिश्वत लेते थानाप्रभारी गिरफ्तार
रिश्वत लेते गिरफ्तार अराईं थानाप्रभारी रामलाल
अजमेर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के अराई थानाप्रभारी रामलाल चौधरी को छह हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई अजमेर एसीबी के पुलिस अधीक्षक कैलाशचंद्र विश्नोई के निर्देशन में एडिशनल एसपी मदनदान सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने की।

 मासिक बंधी के साथ ही झूठा मुकदमा दर्ज करने की धमकी देकर मांगे 6 हजार रुपए
एसपी कैलाशचंद्र विश्नोई ने बताया कि रिश्वत लेते पकड़ा गया सबइंस्पेक्टर रामलाल चौधरी है। वह अराईं थानाप्रभारी है। उसके खिलाफ शराब ठेकेदार रामराज नेमीचंद ने एसीबी अजमेर ब्यूरो ऑफिस में मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि अराईं थानाप्रभारी रामलाल उनसे शराब की दुकान चलाने की एवज में 20 हजार रुपए मंथली बंधी मांग रहा है।

साथ ही, चुनावों के दौरान शराब दुकान खोलने की वजह से मुकदमा दर्ज करने की धमकी देकर 6 हजार रुपए की रिश्वत और ब्लैक डॉग ब्रांड की अंग्रेजी शराब की मांग कर रहा है। इस पर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया। शिकायत सही पाए जाने पर एडिशनल एसपी मदनदान सिंह के नेतृत्व में ट्रेप रचा।

 गुरुवार को परिवादी रामराज व नेमीचंद ने थानाप्रभारी रामलाल से बातचीत की। इसके बाद थाने में रिश्वत की रकम के 6 हजार रुपए लेकर पहुंचे। वहां रिश्वत लेते ही ईशारा मिलने पर एसीबी टीम ने थानाप्रभारी रामलाल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उनसे रिश्वत की रकम बरामद कर ली है। 

'चौकीदार सोने को तैयार नहीं, चोरों की नींद उड़ी हुई है'

'चौकीदार सोने को तैयार नहीं, चोरों की नींद उड़ी हुई है'


नई दिल्ली/धर्मशालाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस पार्टी पर और अधिक तीखे हमले करते जा रहे हैं. हिमाचल में एक रैली के दौरान उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि चौकीदार के डर से चोरों की नींद हराम हो गई है. उन्होंने कहा कि चौकीदार सोने को तैयार नहीं है, इसलिए वे लोग गालियां दे रहे हैं.

उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सेना के लिए वन रैंक, वन पेंशन को लेकर सिर्फ झूठ बोला है. उऩ्होंने मात्र 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था. लेकिन हमारी सरकार ने उसे पूरा किया. इसी तरह से किसानों को भी कांग्रेस पार्टी गुमराह कर रही है. कर्जमाफी के नाम पर भी झूठ बोल रही है.

पीएम ने कहा कि आज तक पंजाब और कर्नाटक के सभी कर्जदार किसानों को इसका लाभ नहीं दिया गया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में 26,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं पर काम चल रहा है. हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर ‘जन आभार’ रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश उनके घर की तरह है और उन्होंने राज्य की यात्रा के दौरान काफी कुछ सीखा था.


उन्होंने कहा कि जिन लोगों के साथ उन्होंने काम किया, उन्हें अग्रणी नेता बनते हुए देखकर उन्हें बहुत खुशी होती है.उन्होंने हिमाचल प्रदेश को वीर जवानों की भूमि बताया जो सीमा पर सर्वोच्च बलिदान देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.

मुख्यमंत्री के तौर पर एक साल पूरा करने पर ठाकुर को बधाई देते हुए मोदी ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश मेरे घर की तरह है। मैंने पार्टी के संगठनात्मक कार्य के लिए कई वर्षों तक यहां काम किया.’’

प्रधानमंत्री भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर एक पुस्तिका का भी विमोचन करेंगे.

मोदी ने राज्य के फायदों और आम जनता के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाओं को दिखाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगाई प्रदर्शनी भी देखी.

प्रधानमंत्री के धर्मशाला में हेलीपैड पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, कांगड़ा से भाजपा सांसद शांता कुमार और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने उनका स्वागत किया.

इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी मौजूद थे.

जोधपुर में टेम्पो और बोलेरो की टक्कर में इंजीनियर की मौत, ऑफिस के बाहर शव रखकर परिजन कर रहे मुआवजे की मांग

जोधपुर में टेम्पो और बोलेरो की टक्कर में इंजीनियर की मौत, ऑफिस के बाहर शव रखकर परिजन कर रहे मुआवजे की मांग

फाइल फोटो 


जोधपुर. जिले के शेरगढ़ थाना इलाके में टेंपो ट्रेवल और बोलेरो कैंपर में हुई भिड़ंत में एक मोबाइल कंपनी के तकनीकी कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई. जिसके बाद परिजन मृतक का शव लेकर मोबाइल कंपनी के कार्यलय पहुंच गए और आर्थिक सहायता की मांग करने लगे. लेकिन, ऑफिस के कर्मचारी ताला लगाकर मौके से चले गए.

इसके बाद परिजन मृतक दिलीप सिंह का शव लेकर ऑफिस के बाहर ही बैठ गए. परिजनों का आरोप है कि मृतक दिलीप सिंह घर में कमाने वाला अकेला युवक था और उसके दो छोटी छोटी बच्चियां हैं. ऐसे में उसकी मौत के बाद उसके बच्चे और बीवी के पास आय का कोई दूसरा जरिया नहीं है. समाज के लोगों ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर इंडस कंपनी के कार्यालय के बाहर ही शव के साथ धरने पर बैठ गए.शव के साथ ऑफिस के बाहर बैठने की सूचना के बाद महामंदिर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने लोगों से समझाइश की. लेकिन, लोग कंपनी द्वारा आर्थिक सहायता नहीं देने और उचित आश्वासन नहीं मिलने तक शव के साथ इंडस मोबाइल कंपनी के ऑफिस के बाहर ही धरने पर बैठे रहने की चेतावनी दी.

बता दें इंडस मोबाइल कंपनी में तकनीकी के पद पर कार्यरत दिलीप सिंह कंपनी की साइड में तकनीकी खराबी होने की सूचना पर ठीक करने के लिए जा रहा था. इस दौरान शेरगढ़ थाना क्षेत्र के 54 मील इलाके में उसकी गाड़ी की टेंपो ट्रैवलर से भिड़ंत हो गई. जिससे दिलीप सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी.

गहलोत कैबिनेट में जगह ना पाने वाले पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी से मिलने पहुंची दिव्या और लीला मदेरणा

गहलोत कैबिनेट में जगह ना पाने वाले पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी से मिलने पहुंची दिव्या और लीला मदेरणा


जोधपुर. गुढ़ामलानी से विधायक और पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी को मंत्री ना बनाए जाने पर समर्थकों का विरोध जारी है. इस बीच ओसियां से विधायक बनीं दिव्या मदेरणा और उनकी मां लीला मदेरणा ने हेमाराम चौधरी से मुलाकात की. इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं.

जोधपुर के कृष्णा नगर स्थित हेमाराम चौधरी के आवास पर दिव्या मदेरणा और उनकी मां लीला मदेरणा ने मुलाकात की. इस मुलाकात के राजनितिक गलियारों में कई मायने निकाले जा रहे हैं.  कांग्रेस के कद्दावार नेता रहे दिवंगत परसराम मदेरणा से हेमाराम के पारिवारिक संबंध रहे हैं. मदेरणा के लिए हेमाराम ने 1995 में गुढ़ामालानी की सीट भी खाली की थी.


समर्थक दे चुके हैं इस्तीफा
हेमाराम को कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने के कारण उनके समर्थकों ने सोमवार को अपना गुस्सा जाहिर करते हुए जयपुर में पीसीसी के समक्ष अपने इस्तीफे की पेशकश की. लेकिन उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया गया.


यहां भी मंत्री नहीं बनाने पर समर्थक नाराज
वरिष्ठ नेता डॉ सीपी जोशी समर्थकों ने बुधवार को नाथद्वारा में और विधायक गिर्राज सिंह के समर्थकों ने बाड़ी में प्रदर्शन किया. इससे पहले हेमा चौधरी, जाहिदा खान और टीकाराम जूली समर्थक भी प्रदर्शन कर चुके हैं. मेवाड़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और नाथद्वारा विधायक डॉ. सीपी जोशी को राज्य मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से नाराज उनके समर्थकों ने बुधवार को नाथद्वारा की एक होटल में बैठक की, जिसमें नाथद्वारा, राजसमंद और रेलमगरा क्षेत्र के पदाधिकारी शामिल हुए. पौन घंटे चली बैठक से पहले तो बड़ी संख्या में पदाधिकारियों के इस्तीफे की बात कही जा रही थी, लेकिन बाद में उन्होंने नरम पड़कर आलाकमान को ज्ञापन भेजते हुए धमकी दी.

जाने किस मंत्री को मिला मलाई वाला मंत्रालय और किसको...मुसीबत वाला

जाने किस मंत्री को मिला मलाई वाला मंत्रालय और किसको...मुसीबत वाला

जयपुर .  सीएम अशोक गहलोत सरकार में बने मंत्रियों को विभागों का आवंटन हो गया है. देर रात तक दिल्ली में पार्टी हाईकमान राहुल गांधी के साथ उनके आवास पर गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट की बैठक के बाद सूची पर मुहर लग सकी. इसके बाद लिस्ट को जारी कर दिया गया. सूची के जारी होने के बाद से राज्य में सियासी चर्चाओं का बाजार पूरी तरह से गर्म हो गया है. खासतौर पर उन मंत्रियों को लेकर चर्चा तेज है, जिन्हें बड़े मंत्रालय मिले हैं. इनमें कई मंत्रालय ऐसे भी हैं, जो की आम होने के बाद भी काफी खास हैं. वहीं, कुछ मंत्रालय ऐसे हैं जो कि बड़े जरूर हैं, लेकिन, उसी के अनुरूप उसकी चुनौतियां भी बनी हुई हैं.


मंत्रालयों का बंटवारा पार्टी हाईकमान के साथ मैराथन बैठक के बाद बनी सहमति से हो पाई है. ये बैठक देर रात तक चलती रही. पार्टी के उच्च सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान विभागों के बंटवारे को लेकर कई बार सियासी पेच फंसते रहे. लेकिन, आखिरकार रात दो बजे सहमति बनने के बाद टी रविकांत के दस्तखत के बाद सूची जारी कर दी गई है. हालांकि, मंत्रालयों के बंटवारे के दौरान सीएम गहलोत का पूरा प्रभाव दिखाई दिया. उन्होंने विभागों का बंटवारा अपने हिसाब से कराया है. गहलोत ने अपने पास गृह, वित्त और कार्मिक सहित 9 विभागों को रखा है. एक प्रकार से पूरी सरकार का मेन रिमोट कंट्रोल उन्होंने अपने पास ही रखा है.  जबकि, डिप्टी सीएम पायलट के पास पीडब्ल्यूडी, पंचायती राज सहित 5 विभाग  हैं. पायलट को मिले विभागों में दो विभाग पीडब्ल्यूडी और पंचायती राज हर मामले में खास हैं.


इसके अलावा कई मंत्री ऐसे भी हैं जिन्हें काफी खास मंत्रालय दिए गए हैं. जिनमें, खान,  स्वायत्त शासन, परिवहन आदि शामिल हैं. ये मंत्रालय हर सरकार में चर्चा में रहे हैं. क्योंकि, इन  विभागों को राजनीतिक हलकों में काफी मलाईदार माना जाता है. ऐसे में इन मंत्रालयों को संभालने वाले मंत्रियों को लेकर सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. वहीं, जलदाय, बिजली सहित कई बड़े मंत्रालय ऐसे भी हैं जिन्हें संभालना किसी चुनौती से कम नहीं है. क्योंकि, पिछली सरकार के दौरान भी ये विभाद सियासी रूप से काफी चर्चित रहे हैं. आपको बता दें कि बड़ें मंत्रालयों के आवंटन में दोनों खेमों (गहलोत-पायलट) को संतुलित करने का प्रयास किया गया है. आइये आज हम बताते हैं कि कौन से खास और मलाईदार माने जाने वाले और कौन से चुनौतीपूर्ण विभाग किस-किस मंत्री को मिले हैं.

इन मंत्रियों को मिले खास मंत्रालय

प्रमोद जैन भाया

सचिन पायलट खेमे के माने जाने वाले मंत्री प्रमोद जैन भाया को खान विभाग दिया गया है. खान विभाग को जहां काफी मलाईदार माना जाता है. वहीं, ये मंत्रालय हमेशा सियासी चर्चा में बना रहता है. पिछली वसुंधरा सरकार के दौरान हुए खान घोटाले के बाद इस विभाग पर सबसे ज्यादा उंगलियां उठी थी. जिसके बाद ये मंत्रालय काफी चर्चित रहा है.

शांति धारीवाल
गहलोत खेमे से आने वाले शांति धारीवाल को स्वायत्त शासन विभाग संभलवाया गया है. यह यह तीसरा मौका होगा जब गहलोत सरकार में धारीवाल स्वायत्त शासन विभाग का जिम्मा संभालेंगे. ये विभाग बजट और निकाय के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है. साथ ही इसे मलाईदार भी माना जाता है. धारीवाल पहले भी इस विभाग को संभालचुके हैं, ऐसे में वे मंत्रालय से पूरी तरह से वाकिफ भी हैं.

भंवर सिंह भाटी
गहलोत खेमे से राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी को उच्च शिक्षा का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है. उच्च शिक्षा को विभागीय रूप में काफी बड़ा माना जाता है. इसमें आने वाले बजट के लिहाज से भी ये मंत्रालय खास है.

गोविंद डोटासरा
गहलोत खेमे के ही गोविंद डोटासरा को प्राथमिक एंव माध्यमिक शिक्षा का (स्वतंत्र प्रभार) दिया गया है. ये विभाग काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. शिक्षकों का वर्ग काफी बड़ा होने के कारण ये विभाग पूरे कार्यकाल के दौरान ही चर्चा में रहता है. वहीं, शिक्षा को लेकर आने वाला बजट भी काफी बड़ा होता है.

सुभाष गर्ग
आरएलडी से जीतकर आए सुभाष गर्ग को तकनीकी शिक्षा विभाग (स्वतंत्र प्रभार), संस्कृत शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) दिया गया है. दोनों ही विभाग महत्वपूर्ण हैं. सुभाष गर्ग को  गहलोत के खेमे का ही माना जाता है.

प्रताप सिंह खाचरियावास
डिप्टी सीएम पायलट के खेमे से आने वाले मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को परिवहन विभाग संभलवाया गया है. ये विभाग काफी मलाईदार माना जाता है. हालांकि, इस विभाग में होने वाले भ्रष्टाचार के कारण आरोप भी खूब लगते रहते हैं. लेकिन, खास मंत्रालय होने के कारण इसकी चर्चा पूरे कार्यकाल के दौरान बनी रहती है.

रमेश चंद मीणा
पायलट खेमे से आने वाले मंत्री रमेश मीणा को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले संभलवाया गया है. सार्वजनित वितरण प्रणाली से जुड़ा होने के कारण ये मंत्रालय काफी चर्चा में रहता है. विभाग को मिलने वाला बजट जहां बड़ा होता है. वहीं, इस भ्रष्टाचार के कारण ये विभाग हमेशा से सवालों के घेरे में रहता है. पिछले समय में एक महिला डीएसओं के गेहूं घोटाला में फंसने के बाद विभाग काफी चर्चा में आ गया था.

इन मंत्रियों के मंत्रालयों में हैं काफी चुनौतियां
बीडी कल्ला
गहलोत खेमे के मंत्री बी डी कल्ला के पास ऊर्जा और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी और भू-जल विभाग संभलवाया गया है. ये दोनों विभाग काफी बड़े हैं और इसमें बजट भी खूब है. लेकिन, सीधे तौर पर हर आम से जुडा़ होने के कारण बिजली और जलदाय दोनों ही विभाग काफी चुनौतीपूर्ण माने जाते है. लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना कल्ला के लिए बड़ी चुनौती है. क्योंकि, बिजली और पानी को लेकर हमेशा लोगों में रोष देखने को मिलता रहा है.

रघु शर्मा
राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे के खास और गहलोत खेमे से ताल्लुक रखने वाले मंत्री रघु शर्मा के पास चिकित्सा एवं स्वास्थय के रूप में बड़ा मंत्रालय दिया गया है. इस मंत्रालय का बजट भी काफी बड़ा होता है. लेकिन, चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर ये विभाग भी हमेशा सवालों के कठघरे में खड़ा रहा है. पिछली सरकार के दौरान चिकित्सकों की हड़ताल सहित कई मामलों विभाग चर्चित रहा है. ऐसे में इसे संभालने में रघु शर्मा को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.