शनिवार, 30 मार्च 2013

30 साल पहले हत्या,8 पुलिसकर्मी दोषी

30 साल पहले हत्या,8 पुलिसकर्मी दोषी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले में 30 साल पहले हुए जघन्य हत्या काण्ड मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरों की विशेष अदालत ने आठ पुलिसकर्मियों को हत्या का दोषी करार दिया है। इस मामले में अदालत ने एक हेडकांस्टेबल को बरी कर दिया है। इस मामले में मुकदमे के दौरान दस अभियुक्तों की मृत्यु हो चुकी है।

विशेष न्यायाधीश सीबीआई राजेन्द्र सिंह की अदालत ने यह फैसला 30 वर्ष बाद दिया है। मामले की जांच सीबीआई ने की थी। वर्ष 1982 में 13 मार्च को क्षेत्राधिकारी केपी सिंह दबिश पर गए थे जहां पर मुठभेड़ में केपी सिंह की मृत्यु हो गई थी। इस मामले में 12 ग्रामीणों की भी मौत हुई थी।

सीबीआई ने कुल 19 पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांचकर आरोपत्र विशेष अदालत में दाखिल किया था। मुकदमे के दौरान 10 अभियुक्तों की मृत्यु हो गई थी तथा नौ में से एक अभियुक्त हेडकांस्टेबल प्रेम सिंह को अदालत ने बरी कर दिया है। शेष आठ पुलिसकर्मियों को दोषी करार दिया है।

नर्स के साथ गैंगरेप,3 गिरफ्तार

नर्स के साथ गैंगरेप,3 गिरफ्तार

सहरसा। बिहार के सहरसा जिले के सदर थाना क्षेत्र के हटिया गाछी के निकट शुक्रवार देर रात एक नर्स के साथ गैंगरेप करने के आरोप में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सत्यार्थी ने शनिवार को बताया किहटिया गाछी स्थित एक निजी चिकित्सालय में काम करने वाली 30 वर्षीय एक नर्स जब रात को बाजार से सब्जी खरीद कर घर लौट रही थी तभी तीन युवकों ने उसके साथ रेप किया।

उन्होंने बताया कि महिला के बयान पर संबंधित थाना में तीन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने देर रात तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार दुष्कर्मियों की पहचान हटिया गाछी निवासी मो. लाल बाबू, मो.मोजिम और मो.सजिम के रूप में की गई है। महिला को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है।

31 हत्या,13 रेप,मिली 45 साल सजा

31 हत्या,13 रेप,मिली 45 साल सजा

साराजेवो। बोस्निया की युद्ध अपराध अदालत ने 1992-95 में हुए बोस्निया युद्ध के दौरान गैर सर्बियाई नागरिकों की हत्या,प्रताडना और बलात्कार के मामले में दोषी पाए गये एक सैनिक वेसेलीन व्लाहोविचको शुक्रवार को 45 साल के कारावास की सजा सुनाई। मोंटेनेग्रो क ा नागरिक ब्लाहोविच उर्फ बात्को बोस्नियाई सर्ब सेना से जुडे एक अर्द्धसैनिक बल का सदस्य था।

बास्को के खिलाफ युद्ध अपराध मामले की सुनवाई कर रहे जज जोरान बोजिक ने अपने आदेश में कहा कि बात्को को ग्रेबाविका और राका में 31 लोगों की हत्या, कम से कम 13 महिलाओं के साथ बलात्कार और नागरिकों के खिलाफ प्रताडना और चोरी के कई आरोपों के मामले में दोषी पाया गया। मानवता के खिलाफ बात्को ने ऎसे जघन्य अपराध किए कि लोगों ने उसे ग्रेबाविका के राक्षस की संज्ञा दी थी। ऎसे मानवता विरोधी क्रूर को अंजाम देने वाले बात्को को अगले 45 साल जेल में गुजारने होंगे।

बोस्नियाई युद्ध के दौरान हुए अपराधों के लिए अब तक सर्वाधिक 65 अभियोग बात्को के खिलाफ ही लगाए गए हैं। इन अपराधों के लिए जो अधिकतम सजा दी जा सकती है वह 45 साल ही है। बात्को द्वारा किए गए अपराधों के लिए उसे इतनी ही सजा दी गई है। वात्वो(44) को 2010 में स्पेन में गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद उसे बोस्निया की अदालत में भेजा गया था।

पूर्व यूगोस्लाविया के हेग में स्थित संयुक्त राष्ट्र के युद्ध अपराध न्यायाधिकरण के काम के बोझ को कम करने के उद्देश्य से सारायेवो में 2005 में बोस्निया युद्ध अपराध न्यायालय की स्थापना की गई थी। गौरतलब है कि मोंटेनेग्रो यूरोप का आज एक छोटा सा स्वतंत्र देश है लेकिन बालकन युद्ध के समय से ही यहां के लोग सर्बियाई लोगों के साथ जुड़े रहे। मोंटेनेग्रो के अधिकतर नागरिक बोस्नियाई मुस्लिमों, क्रोएट्स और कोसावो अल्बानियाइयों के खिलाफ सर्बिया की कड़ी कार्रवाइयों का समर्थन करते रहे हैं।

किशोरी व युवती ने फंदा लगाया

किशोरी व युवती ने फंदा लगाया

जोधपुर। कमला नेहरू नगर के पास चानणा भाखर क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर शुक्रवार को एक किशोरी तथा युवती ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों ही मामलों में कारणों का खुलासा नहीं हो पाया। पुलिस के अनुसार देवी रोड चानणा भाखर की विश्वकर्मा कॉलोनी निवासी तारा (16) पुत्री सुखदेव उर्फ सुखाराम बेलदार सुबह घर में चुन्नी से फंदा बनाकर पंखे के हुक पर झूल गई।

कमठा मजदूरी करने वाले किशोरी के पिता व भाई दोपहर में खाना खाने घर लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। भाई दीवार फांदकर अंदर गया और दरवाजा खोला। दोनों अन्दर पहुंचे तो पुत्री को फंदे से लटका देख चौंक गए, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। सूचना पर उप निरीक्षक सोमकरण व अन्य पुलिसकर्मी घटनास्थल पहुंचे और कार्यवाही के बाद शव महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया गया। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की है। उधर, ज्योति नगर चानणा भाखर निवासी ज्योति (19) पुत्री हनुमानसिंह ने सुबह घर के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों को पता चला तो वे युवती को महात्मा गांधी अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। परिजनों के आग्रह पर पुलिस ने बगैर कार्यवाही शव परिजनों को सौंप दिया।  

मरूधरा में फिर महकेगा गूगल!

मरूधरा में फिर महकेगा गूगल!

जैसलमेर। मरूधरा पर गूगल अपनी महक बिखरने को बेताब है। तीन दशक पूर्व अत्यधिक दोहन से नष्ट हुए गूगल के पौधों को इस बार महकाने का जिम्मा वन विभाग ने लिया है। वन विभाग की धनुवा रेंज में इन दिनों पांच हजार गूगल के पौधों की श्ृंखला तैयार हो रही है। ये पौधे अभी बाल्यवस्था में है और तीन साल बाद ये युवा अवस्था में पहुंच जाएंगे। पथरीली व बंजर जमीन पर खिलने वाली गूगल की पौध को साल में केवल 45 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। ये पौधे एक बार उग जाने के बाद उचित देखभाल पर जीवनपर्यन्त गूगल देता है। एक पौधा एक बार में दो से तीन किलो गूगल देता है।

अतिदोहन से हुए नष्ट
पूर्व में जैसलमेर की बंजर जमीन पर गूगल बहुतायात में पाया जाता था। यहां प्राकृतिक रूप से ही गूगल की पौध उग आती थी। लोगों को इसकी उपयोगिता की जानकारी होने पर उन्होंने इसका अतिदोहन किया। इससे इसकी सारी पौध नष्ट हो गई थी। इसके बाद वन विभाग ने स्थानीय प्रतिनिधियों के कहने पर गूगल की पौध श्ृंखला को दुबारा से तैयार करने का बीड़ा उठाया।

ऎसे किया तैयार
वन विभाग की धेनुआ रेंज में गूगल के पांच हजार पौधों की पहली श्ृंखला को तैयार करने के लिए 2010 में कार्य शुरू किया गया। पहले इसे प्राकृतिक पौधों की सूखी हुई जड़ व शाखाओं से नर्सरी में रूट एंड शूट पद्धति से पनपाया गया। इसके बाद इसे पथरीली व बंजर जमीन पर रोपा गया और तीन साल बाद अब इन पौधों की श्ृंखला अब निखरने लगी है।

आयुर्वेदिक औषधि में उपयोगी
गूगल से पूर्व में अगरबती व धूपबती बनाने में उपयोग होता था, लेकिन इसकी उपयोगिता आयुर्वेदिक औष्ाधियों में होने से देश व विदेशों में भी इसकी मांग बढ़ी है। अब यहां भी दुबारा से गूगल की पौध श्ृंखला तैयार हो जाने से एक बार फिर मुरधरा गूगल का उत्पादन कर सकेगी।

पहचान को तरसती राजस्थानी!

पहचान को तरसती राजस्थानी!

बाड़मेर। आज राजस्थान दिवस है और प्रदेश राजस्थानी की मान्यता को लेकर बात कर रहा है, लेकिन एक भाषा के रूप में राजस्थानी मरूधरा में भी पहचान नहीं बना पाई है। सालों से उच्च माध्यमिक स्तर पर राजस्थानी विषय होने के बावजूद यहां अधिकांश विद्यालयों में राजस्थानी भाषा नहीं पढ़ाई जा रही है। महाविद्यालय स्तर पर तो इस विषय को शामिल ही नहीं किया गया है। हजारों की संख्या में राजस्थानी पढ़ने वालों की तादाद अंगुलियों पर गिनने लायक ही है।

राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठ रही है। इससे राजस्थानी को पहचान मिलेगी तो यहां के युवा इस विषय का अध्ययन कर रोजगार के अवसर पर सकेंगे, लेकिन विद्यालय स्तर पर राजस्थानी की स्थिति सुखद नहीं है। जिले में उच्च माध्यमिक स्तर पर राजस्थानी भाषा को शामिल किए करीब बारह साल हो चुके हैं। इस दौरान इस विषय को मात्र दो-तीन विद्यालयों में ही पढ़ाया जा रहा है। ऎसे में यह विषय आरम्भिक तौर पर ही दम तोड़ता नजर आ रहा है।

महाविद्यालय में नहीं शामिल
उच्च माध्यमिक विद्यालयों में यह विषय शामिल है, लेकिन महाविद्यालय स्तर पर यह शामिल नहीं है। ऎसे में अधिकांश विद्यार्थी आगे इसका भविष्य नहीं होने की बात कहते हुए इसे पढ़ने से परहेज कर रहे हैं।

यहां है राजस्थानी
जिले में उच्च माध्यमिक स्तर के 145 विद्यालय हैं, इनमें से मात्र राउमावि स्टेशन रोड बाड़मेर, खड़ीन, कल्याणपुर और जसोल में ही राजस्थानी भाषा पढ़ाई जा रही है। करीब पचपन निजी विद्यालय हैं, जिसमें से एक में भी राजस्थानी नहीं पढ़ाई जा रही।

प्रोत्साहन की जरूरत
प्रदेश की भाषा राजस्थानी की मान्यता नहीं होने से दिक्कत हो रही है। राजस्थानी को प्राथमिक स्तर से विषय के रूप में शामिल कर प्रोत्साहन देने की जरूरत है।
- भोमसिंह बलाई, छात्र नेता
राजस्थानी आवश्यक हो
राजस्थान में राजस्थानी आवश्यक विषय के रूप में पढ़ाया जाना चाहिए। राजस्थानी भाषा की मान्यता मिले इसके प्रयास जरूरी है।
- अशोक सारला, जिलाध्यक्ष, राजस्थानी भाषा छात्र परिषद

मान्यता जरूरी
राजस्थानी की मान्यता जरूरी है। इससे हमारी संस्कृति व सभ्यता के प्रति युवाओं की सोच बढ़ेगी और युवाओं को रोजगार में भी फायदा मिलेगा। - नीम्बाराम जांगिड़, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य

मांग नहीं आ रही
किसी विद्यालय में पन्द्रह विद्यार्थी मांग करते हैं तो वहां यह विषय पढ़ाया जा सकता है। जिले में तीन-चार विद्यालयों में यह विषय है। अन्य जगह से मांग नहीं आ रही है, ऎसे में विष्ाय नहीं पढ़ाया जा रहा। - गोरधनलाल पंजाबी, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक शिक्षा)

शुक्रवार, 29 मार्च 2013

इसी साल होंगे चुनाव? मनमोहन का तीसरे टर्म से इनकार नहीं

नई दिल्‍ली। अपने शांत स्‍वभाव के लिए जाने जाने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बातों बातों में इस बात का संकेत दे दिया है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद वह भी प्रधानमंत्री की दौड़ में शुमार हैं। प्रधानमंत्री के इस संकेत से राजनीति के गलियारों में भूचाल आ गया है। मनमोहन सिंह के इस संकेत से कांग्रेस सकते में हैं। जिसके बाद कांग्रेस ने बयान जारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का चयन चुनकर आने वाले सांसद और कांग्रेस आलाकमान ही करेगा।

मनमोहन सिंह का बयान इस लिए भी मायने रखता है, क्‍योंकि पूरी कांग्रेस राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने का ख्‍वाब देख रही है। दिग्विजय सिंह से लेकर बेनी प्रसाद वर्मा तक राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं।

पीएम मनमोहन सिंह ने भरोसा जताया है कि केंद्र में यूपीए की सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। अगर सपा यूपीए से समर्थन वापस भी ले लेती है तो सरकार को कोई खतरा नहीं है। मनमोहन सिंह ने बतौर पीएम अपने तीसरे कार्यकाल से भी इनकार नहीं किया है।

डरबन से लौटते समय विशेष विमान में पत्रकारों ने जब पीएम से सवाल किया कि यदि अगले आम चुनाव में भी यूपीए की सरकार बनती है और सोनिया गांधी उन्‍हें पीएम बनाए रखना चाहती हैं तो यह उन्‍हें कबूल होगा। मनमोहन ने इस पर कहा, 'यह एक काल्‍पनिक सवाल है। वक्‍त आने पर देखा जाएगा।'

हालांकि कांग्रेस प्रवक्‍ता राशिद अल्‍वी ने कहा है कि देश का अगला पीएम कौन होगा, इसका फैसला चुने हुए सांसद और कांग्रेस आलाकमान करेगा। उन्‍होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता दिल से चाहते हैं कि राहुल गांधी देश के पीएम बनें। लेकिन मनमोहन सिंह इस वक्‍त देश के पीएम हैं।

पीएम के बयान के बाद मुलायम सिंह की तरफ से तो कोई बयान नहीं आया है लेकिन उनकी पार्टी ने कहा है कि उन्‍होंने न तो केंद्र में सरकार बनवाई और न ही सरकार गिराएंगे। यूपी सरकार में मंत्री आजम खान ने कहा कि सपा देश में सांप्रदायिक शक्तियों को सत्‍ता में आने का कोई मौका नहीं देना चाहती है। यह अलग बात है कि कांग्रेस कितनी धर्मनिरपेक्ष है लेकिन बीजेपी को सांप्रदायिक पार्टी है ही।

बीजेपी ने कहा है कि देश में कोई भी मनमोहन को पीएम के तौर पर नहीं देखना चाहता है। बीजेपी प्रवक्‍ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'भारत जैसे बड़े देश में मनमोहन सिंह का बतौर पीएम नौ साल का कार्यकाल चिंता का विषय है। देश की जनता आने वाले पांच वर्षों के दौरान उन्‍हें पीएम के तौर पर देखना चाहेगी, इसकी दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं है।' प्रसाद ने यह भी कहा कि बीजेपी का सपा के साथ कोई गठबंधन पहले भी नहीं रहा है और न ही ऐसा होने जा रहा है।

इससे पहले, सपा मुखिया मुलायम सिंह ने कहा कि उनके पास इस बात की जानकारी है कि केंद्र सरकार जल्‍द गिरेगी और चुनाव इस साल अक्‍टूबर-नवंबर में हो सकते हैं।

यूपीए और सपा के बीच जारी खींचतान के बीच चिदंबरम ने यूपी के सीएम अखिलेश सिंह की तारीफ की है। उन्‍होंने मुलायम सिंह को भरोसा दिलाया कि यूपीए की सरकार यूपी के विकास के लिए उनके साथ खड़ी है।

पिछले कुछ वक्‍त से देखने में आया है कि कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी की पकड़ पार्टी में कुछ कमजोर पड़ी है। सोनिया गांधी के लाख चाहने के बावजूद फूड सिक्‍यूरिटी बिल में सरकार ने संशोधित किया। जबकि, सोनिया और उनकी टीम एक मजबूत फूड सिक्‍यूरिटी बिल चाहती थी। इसी तरह पिछले दिनों दिग्विजय सिंह ने सोनिया पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि उनका मानना है कि सत्‍ता का दो केंद्र नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री को ही सबकुछ करने का अधिकार होना चाहिए। हालांकि, दिग्विजय सिंह के इस बयान पर अधिक बवाल तो नहीं मचा लेकिन कांग्रेस की राजनीति पर नजर रखने वाले इस बयान का कई अर्थ निकाल रहे हैं।

पिछले मंगलवार को ही कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था, `उन्‍होंने (राहुल गांधी) ने ऐसा कहीं नहीं कहा। मीडिया में जो कुछ ऐसी खबरें आ रही हैं, उससे उलझन पैदा हुई हैं। यदि देश की जनता चाहेगी तो वह (राहुल) क्‍यों नहीं (पीएम पद के कांग्रेस उम्‍मीदवार) हो सकते हैं। राहुल गांधी ने कहीं नहीं कहा कि वह प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनना चाहते। देश की जनता चाहेगी तो गांधी प्रधानमंत्री क्यों नहीं बनना चाहेंगे।`

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कुछ दिन पूर्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों एवं विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक में उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने को लेकर बयानबाजी किए जाने पर नाराजगी जताई थी और कहा था कि भविष्य में वह इस तरह की बातें नहीं सुनना चाहते।

इसी साल होंगे चुनाव? मनमोहन का तीसरे टर्म से इनकार नहीं

नई दिल्‍ली। अपने शांत स्‍वभाव के लिए जाने जाने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बातों बातों में इस बात का संकेत दे दिया है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद वह भी प्रधानमंत्री की दौड़ में शुमार हैं। प्रधानमंत्री के इस संकेत से राजनीति के गलियारों में भूचाल आ गया है। मनमोहन सिंह के इस संकेत से कांग्रेस सकते में हैं। जिसके बाद कांग्रेस ने बयान जारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का चयन चुनकर आने वाले सांसद और कांग्रेस आलाकमान ही करेगा।

मनमोहन सिंह का बयान इस लिए भी मायने रखता है, क्‍योंकि पूरी कांग्रेस राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने का ख्‍वाब देख रही है। दिग्विजय सिंह से लेकर बेनी प्रसाद वर्मा तक राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं।

पीएम मनमोहन सिंह ने भरोसा जताया है कि केंद्र में यूपीए की सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। अगर सपा यूपीए से समर्थन वापस भी ले लेती है तो सरकार को कोई खतरा नहीं है। मनमोहन सिंह ने बतौर पीएम अपने तीसरे कार्यकाल से भी इनकार नहीं किया है।

डरबन से लौटते समय विशेष विमान में पत्रकारों ने जब पीएम से सवाल किया कि यदि अगले आम चुनाव में भी यूपीए की सरकार बनती है और सोनिया गांधी उन्‍हें पीएम बनाए रखना चाहती हैं तो यह उन्‍हें कबूल होगा। मनमोहन ने इस पर कहा, 'यह एक काल्‍पनिक सवाल है। वक्‍त आने पर देखा जाएगा।'

हालांकि कांग्रेस प्रवक्‍ता राशिद अल्‍वी ने कहा है कि देश का अगला पीएम कौन होगा, इसका फैसला चुने हुए सांसद और कांग्रेस आलाकमान करेगा। उन्‍होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता दिल से चाहते हैं कि राहुल गांधी देश के पीएम बनें। लेकिन मनमोहन सिंह इस वक्‍त देश के पीएम हैं।

पीएम के बयान के बाद मुलायम सिंह की तरफ से तो कोई बयान नहीं आया है लेकिन उनकी पार्टी ने कहा है कि उन्‍होंने न तो केंद्र में सरकार बनवाई और न ही सरकार गिराएंगे। यूपी सरकार में मंत्री आजम खान ने कहा कि सपा देश में सांप्रदायिक शक्तियों को सत्‍ता में आने का कोई मौका नहीं देना चाहती है। यह अलग बात है कि कांग्रेस कितनी धर्मनिरपेक्ष है लेकिन बीजेपी को सांप्रदायिक पार्टी है ही।

बीजेपी ने कहा है कि देश में कोई भी मनमोहन को पीएम के तौर पर नहीं देखना चाहता है। बीजेपी प्रवक्‍ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'भारत जैसे बड़े देश में मनमोहन सिंह का बतौर पीएम नौ साल का कार्यकाल चिंता का विषय है। देश की जनता आने वाले पांच वर्षों के दौरान उन्‍हें पीएम के तौर पर देखना चाहेगी, इसकी दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं है।' प्रसाद ने यह भी कहा कि बीजेपी का सपा के साथ कोई गठबंधन पहले भी नहीं रहा है और न ही ऐसा होने जा रहा है।

इससे पहले, सपा मुखिया मुलायम सिंह ने कहा कि उनके पास इस बात की जानकारी है कि केंद्र सरकार जल्‍द गिरेगी और चुनाव इस साल अक्‍टूबर-नवंबर में हो सकते हैं।

यूपीए और सपा के बीच जारी खींचतान के बीच चिदंबरम ने यूपी के सीएम अखिलेश सिंह की तारीफ की है। उन्‍होंने मुलायम सिंह को भरोसा दिलाया कि यूपीए की सरकार यूपी के विकास के लिए उनके साथ खड़ी है।

पिछले कुछ वक्‍त से देखने में आया है कि कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी की पकड़ पार्टी में कुछ कमजोर पड़ी है। सोनिया गांधी के लाख चाहने के बावजूद फूड सिक्‍यूरिटी बिल में सरकार ने संशोधित किया। जबकि, सोनिया और उनकी टीम एक मजबूत फूड सिक्‍यूरिटी बिल चाहती थी। इसी तरह पिछले दिनों दिग्विजय सिंह ने सोनिया पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि उनका मानना है कि सत्‍ता का दो केंद्र नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री को ही सबकुछ करने का अधिकार होना चाहिए। हालांकि, दिग्विजय सिंह के इस बयान पर अधिक बवाल तो नहीं मचा लेकिन कांग्रेस की राजनीति पर नजर रखने वाले इस बयान का कई अर्थ निकाल रहे हैं।

पिछले मंगलवार को ही कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था, `उन्‍होंने (राहुल गांधी) ने ऐसा कहीं नहीं कहा। मीडिया में जो कुछ ऐसी खबरें आ रही हैं, उससे उलझन पैदा हुई हैं। यदि देश की जनता चाहेगी तो वह (राहुल) क्‍यों नहीं (पीएम पद के कांग्रेस उम्‍मीदवार) हो सकते हैं। राहुल गांधी ने कहीं नहीं कहा कि वह प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनना चाहते। देश की जनता चाहेगी तो गांधी प्रधानमंत्री क्यों नहीं बनना चाहेंगे।`

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कुछ दिन पूर्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों एवं विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक में उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने को लेकर बयानबाजी किए जाने पर नाराजगी जताई थी और कहा था कि भविष्य में वह इस तरह की बातें नहीं सुनना चाहते।

बच्चों के हत्यारे के घर हथियारों का जखीरा

बच्चों के हत्यारे के घर हथियारों का जखीरा

वांशिगटन। पिछले साल दिसंबर में एक प्राथमिक पाठशाला में 20 बच्चों की निर्मम हत्या करने वाले एडम लेंजे के घर से पुलिस ने करीब 1,600 कारतूस, 11 चाकू, एक बेनट, एक पिस्तौल और तीन तलवार बरामद किए हैं। 20 वर्षीय लेंजे ने 14 दिसंबर 2012 को अपने घर पर अपनी मां नैंसी की हत्या करने के बाद कनेक्टिकट के न्यूटाउन के सैंडी हूक प्राथमिक पाठशाला में अंधाधुंध गोलीबार कर 20 बच्चों और छह वयस्कों को मौत की नींद सुला दिया था।

गुरूवार को सार्वजनिक किए गए बरामद वस्तुओं में उसकी मां द्वारा छुट्टी बिताने के लिए लेंजे को दिया गया एक कार्ड भी शामिल है। इस कार्ड के अंदर एक चेक है, जो उसकी मां ने उसे एक और बंदूक खरीदन के लिए दिए थे। राज्य के महाधिवक्ता स्टीफेंन जे. सिडेनस्काई तृतीय ने गुरूवार को एक बयान में कहा कि नये जारी दस्तावेजों से स्पष्ट खुलासा होता है कि उस दिन क्या हुआ था। लेकिन इससे स्पष्ट नहीं हो पाता कि लेंजे ने आखिर ऎसा क्यों किया।

उन्होंने कहा कि जांच जारी है। किसी अंजाम पर नहीं पहुंचा गया है। अभी कोई अंतिम राय नहीं बनाई गई है। इस बीच, स्कूल में गोलीबारी की घटना के बाद निजी हथियारों पर प्रतिबंध लगाने वाले समर्थकों की संख्या कम हुई है। उस समय घटना के तुरंत बाद कराए गए सीएनएन/ओआरसी अंतर्राष्ट्रीय सर्वेक्षण में 52 फीसदी अमेरिकीयों ने निजी हथियारों पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन किया था।

लेकिन 15-17 मार्च के बीच कराए गए ऎसे ही एक सर्वेक्षण में यह संख्या घटकर 43 फीसदी हो गई है। राष्ट्रपति बराक ओबामा के संगठित प्रयास और हथियारों पर प्रतिबंध की वकालत के बावजूद अभी तक वाशिंगटन में इस संबंध में कोई कानून पारित नहीं हो सका है। ओबामा ने इस बाबत गुरूवार को एक और जोरदार पहल करते हुए व्हाइट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि बीते एक दशक में व्यावहारिक कदम उठाने का यह सबसे बढिया अवसर है, इससे लोगों की जिंदगी बच जाएगी।

चाची के साथ रेप करने वाला अरेस्ट

चाची के साथ रेप करने वाला अरेस्ट

नवादा। बिहार के नवादा जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र में संपत्ति विवाद में अपनी ही चाची के साथ दुष्कर्म करने के एक आरोपी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार पड़रियां गांव निवासी मुकेश यादव और राजेश यादव ने गुरूवार रात अपने ही चाचा के घर में घुसकर न केवल उनकी तथा उनके पुत्र की जमकर पिटाई की, बल्कि कथिततौर पर चाची के साथ दुष्कर्म भी किया।

नारदीगंज के थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि आरोपी मुकेश यादव को आज गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके पास से एक देशी पिस्तौल और 11 गोली बरामद की गई है। अन्य आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।

उन्होंने बताया कि काफी दिनों से दोनों परिवारों के बीच भूमि को लेकर विवाद चल रहा है। इस मामले की एक प्राथमिकी थाने में दर्ज करा दी गई है तथा पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पीडिता को चिकित्सीय जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है।

अश्लील वीडियो: थाने पहुंची "जस्सी"

अश्लील वीडियो: थाने पहुंची "जस्सी"



मुंबई। टीवी एक्ट्रेस मोना ने कथित तौर पर अपने अश्लील एमएमएस के खिलाफ मुबंई पुलिस से शिकायत की है। 23 सैकेंड के इस क्लिप में मोना जैसी दिखने वाली एक महिला बिना कपड़ों के दिख रही है।

मोना ने कहा कि मैंने साइबर क्राइम ब्रान्च में इसकी शिकायत दर्ज करवाई, जांच जारी है। यह मॉफ्र्ड वीडियो है।

उल्लेखनीय है कि "जस्सी जैसी कोई नहीं" टीवी सीरियल से मशहूर हुई मोना सिंह के कथित अश्लील वीडियो ने फिल्म इंडस्ट्री में नया बवाल खड़ा कर दिया है।

हालांकि,यह अभी तक साफ नहीं हो सका है कि इस अश्लील वीडियो में दिखने वाली महिला असल में मोना सिंह है या कोई अन्य।

एक मीडिया हाउस के वेबपोर्टल पर मोना सिंह जैसी दिखने वाली इस महिला के वीडियो क्लिपिंग के स्टील्स भी अपलोड किए हैं,जिनके आधार पर लोग इसे माना सिंह ही मान रहे हैं।

मुशर्रफ पर फेंका जूता,नाक पर लगा

मुशर्रफ पर फेंका जूता,नाक पर लगा
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर पाक के सिंध हाई कोर्ट में पेशी के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने जूता फेंक दिया। जूता मुर्शरफ की नाक पर लगा। हालांकि इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है न ही यह जानकारी मिल पाई है कि जूता किसने फेंका था।

जाहिर है कि इस तरह जूता फेंके जाने का मतलब मुशर्रफ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का एक तरीका है। उल्लेखनीय है कि मुशर्रफ इससे पहले कोर्ट से बाहर आते वक्त वकीलों का विरोध प्रदर्शन झेल चुके हैं।


टेलिवीजन रिपोर्ट के मुताबिक मुशर्रफ पर जूता उस वक्त फेंका गया जब वे कोर्ट से बाहर निकल रहे थे। गौरतलब है कि जज केस में मुशर्रफ की प्रोटेक्टिव बेल 15 दिनों के लिए और बढ़ा दी है। इससे पहले भी सिंध हाई कोर्ट ने मुशर्रफ की प्रोटेक्टिव बेल 15 दिन के लिए बढ़ा दी थी।

सुनवाई के दौरान सिंध सरकार ने सिंध हाई कोर्ट के निर्णय का विरोध यह कहते हुए किया कि मुशर्रफ भगौड़े रह चुके हैं और इस बिनाह पर उन्हें बेल नहीं दी जानी चाहिए। हालांकि एसएचसी चीफ जस्टिस मुशिर अलाम ने सिंध एडवोकेट जनरल की दलील को ठुकराते हुए परवेज मुशर्रफ की प्रोटेक्टिव बेल 15 दिन के लिए बढ़ा दी है।

भाजपा विधायक की सेक्स सीडी पर बवाल

भाजपा विधायक की सेक्स सीडी पर बवाल

बेंगलूरू। कर्नाटक एक बार फिर सेक्स सीडी की वजह से चर्चा में आ गया है। कथित रूप से भाजपा के विधायक रघुपति भट्ट को यौन गतिविधि में संलिप्त दिखाते हुए एक सीडी सामने आई है जिसे लेकर बवाल मच गया है। भट्ट ने राज्य में 5 मई को होने जा रहे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है।

उडुपी से दो बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले भट्ट ने हालांकि इस बात से इनकार किया है कि सीडी में जो पुरूष दिख रहा है वह वे ही हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद जोशी ने कहा कि पार्टी केवल तभी कार्रवाई कर सकती है जब यह साबित हो जाए कि सीडी में दिखाई देने वाला पुरूष भट्ट ही हैं।

भट्ट ने कन्नड़ टीवी चैनल को उडुपी से कहा कि उन्हें सीडी की प्रति बुधवार देर रात मिली है। उन्होंने इसे अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश होने का संदेह जताया। चैनल ने भी इस सीडी को अत्यंत "स्पष्ट" न होने के आधार पर प्रसारण नहीं किया है। भट्ट ने कहा कि चुनाव से दूर रहने का उनका फैसला पार्टी को असहज स्थिति से उबारना है।

भट्ट इससे पहले जुलाई 2008 में तब विवादों में आ गए थे जब पांच दिनों तक लापता रहने के बाद उनकी पत्नी पदमप्रिया दक्षिणपश्चिम दिल्ली के द्वारका के एक अपार्टमेंट में मृत पाई गई थी। कर्नाटक पुलिस ने 32 वर्षीया पkप्रिया की मौत को आत्महत्या बताया और इसके लिए भट्ट के बचपन के मित्र अतुल राव को आरोपी बनाया। मामला अभी अदालत में विचाराधीन है।

शख्शियत 4 ..मिलिए आज ...डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी एक आदर्श युवाओं के लिए

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बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर ने समाज को प्रतिभारुपी कई रत्न दिए हें जिन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर समाज को नै सोच और दिशा दी .क्षेत्र चाहे कोई हो एक आदर्श स्थापित करना महत्वपूर्ण उपलब्धि होती हें .बाड़मेर की युवा पीढ़ी में आज डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी का नाम पूर्ण सम्मान और आदर के साथ लिया जाता हें .डॉ जोशी हाल में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हें ,आपने बाड़मेर को खेल जगत में नै दिशा दी ,वाही समाज के विभिन विकास की गतिविधियों में आज भी सक्रीय भागीदारी निभा रहे हें ,डॉ जोशी ने बाड़मेर जिले को शतरंज ,क्रिकेट ,जिम्नास्टिक ,बास्केट बल में नै उन्चैया दी .आज वो खेलो की राज्य स्तरीय कमेटियो में ,पदाधिकारी हें
आर सी ऐ के सक्रीय और पदाधिकारी हें ,उन्होंने बाड़मेर को खेल जगत से उस वक्त रूबरू कराया जब बाड़मेर में खेलो का प्रचलन ना के बराबर था .डॉ जोशी राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए चलाये जा रहे अभियान में सक्रीय रूप से जुड़े हें ,अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर उनके मार्गदर्शन में राजस्थानी को मान्यता के प्रयास कर रही हें ,सहज स्वभाव और सादगी उनकी विशेषता हें ,म्रदुभाशी डॉ जोशी ने अपनी अलग पहचान हर समाज में बना रखी .हर वर्ग के लोगो से उनके मधुर रिश्ते उनकी शख्शियत को खुद बयान करते हें ,मूलतः जैसलमेर के निवासी डॉ जोशी ने बाड़मेर को अपनी कर्मभूमि बनाई हें ,एक शिक्षक के टूर पर उन्होंने आदर्श स्थापित किये .बाड़मेर के विकास में ,खेल ,लोक कला ,संस्कृति ,के विकास के लिए उनके द्वारा किये प्रयासों को सलाम .

मुंबई: साकीनाका में दो मंजिला इमारत की दीवार गिरी, 5 मरे



मुंबई।मुंबई के साकीनाका इलाके में एक दोमंजिला इमारत की एक दीवार गिर गई है। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है। जबकि तीन लोग बुरी तरह घायल हैं। फिलहाल कई लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है। मौके पर बम निरोधक दस्ता पहुंच गया है। एटीएस की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। फिलहाल राहत और बचाव का काम किया जा रहा है।



चश्मदीदों के मुताबिक ऊपरी मंजिल की एक दीवार पास के एक मकान के ऊपर गिर गई। दीवार की चपेट में 8 लोग आ गए। कई लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने का अंदेशा है। इस हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई है। मौके पर बम निरोधक दस्ता पहुंच गया है। राहत और बचाव का काम किया जा रहा है।






जांच एजेंसियों को धमाके की वजह से दीवार गिरने की आशंका है। जिस मकान की दीवार गिरी है उससे 200 फीट की दूरी पर एक मकान में दरार आ गई है। इसलिए पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। हादसे की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एटीएस की टीम भी पहुंच गई है।