शुक्रवार, 29 मार्च 2013

शख्शियत 4 ..मिलिए आज ...डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी एक आदर्श युवाओं के लिए

शख्शियत 4 ..मिलिए आज ...डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी एक आदर्श युवाओं के लिए

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर ने समाज को प्रतिभारुपी कई रत्न दिए हें जिन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर समाज को नै सोच और दिशा दी .क्षेत्र चाहे कोई हो एक आदर्श स्थापित करना महत्वपूर्ण उपलब्धि होती हें .बाड़मेर की युवा पीढ़ी में आज डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी का नाम पूर्ण सम्मान और आदर के साथ लिया जाता हें .डॉ जोशी हाल में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हें ,आपने बाड़मेर को खेल जगत में नै दिशा दी ,वाही समाज के विभिन विकास की गतिविधियों में आज भी सक्रीय भागीदारी निभा रहे हें ,डॉ जोशी ने बाड़मेर जिले को शतरंज ,क्रिकेट ,जिम्नास्टिक ,बास्केट बल में नै उन्चैया दी .आज वो खेलो की राज्य स्तरीय कमेटियो में ,पदाधिकारी हें
आर सी ऐ के सक्रीय और पदाधिकारी हें ,उन्होंने बाड़मेर को खेल जगत से उस वक्त रूबरू कराया जब बाड़मेर में खेलो का प्रचलन ना के बराबर था .डॉ जोशी राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए चलाये जा रहे अभियान में सक्रीय रूप से जुड़े हें ,अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर उनके मार्गदर्शन में राजस्थानी को मान्यता के प्रयास कर रही हें ,सहज स्वभाव और सादगी उनकी विशेषता हें ,म्रदुभाशी डॉ जोशी ने अपनी अलग पहचान हर समाज में बना रखी .हर वर्ग के लोगो से उनके मधुर रिश्ते उनकी शख्शियत को खुद बयान करते हें ,मूलतः जैसलमेर के निवासी डॉ जोशी ने बाड़मेर को अपनी कर्मभूमि बनाई हें ,एक शिक्षक के टूर पर उन्होंने आदर्श स्थापित किये .बाड़मेर के विकास में ,खेल ,लोक कला ,संस्कृति ,के विकास के लिए उनके द्वारा किये प्रयासों को सलाम .

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