शनिवार, 28 जुलाई 2012

बाढ़ ने मचाई तबाही, शहर-गांव सब डूबे, देखें तस्वीरों में...

बाढ़ ने मचाई तबाही, पचासों गांव खाली, देखें तस्वीरों में...बाढ़ ने मचाई तबाही, शहर-गांव सब डूबे, देखें तस्वीरों में...बाढ़ ने मचाई तबाही, शहर-गांव सब डूबे, देखें तस्वीरों में...बाढ़ ने मचाई तबाही, शहर-गांव सब डूबे, देखें तस्वीरों में...बाढ़ ने मचाई तबाही, शहर-गांव सब डूबे, देखें तस्वीरों में...बाढ़ ने मचाई तबाही, शहर-गांव सब डूबे, देखें तस्वीरों में...


भोपाल/सीहोर।शुक्रवार रात हुई तेज बारिश से जिलेभर के हालात खराब हो गए हैं। कई गांव डूब में आ रहे हैं और कुछ गावों में लोगों से घर खाली करवा लिए गए हैं। आष्टा नगर भी पूरी तरह से डूब में आ गया है। ऐसे में लाखों रुपए के नुकसान की आशंका है। आष्टा के साथ-साथ रेहटी और नसरुल्लागंज क्षेत्र में तेज बारिश जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। पिछले 24 घंटों में जिले की औसत बारिश साढ़े 4 इंच रिकार्ड की गई।आष्टा क्षेत्र में शुक्रवार से ही रिमझिम बारिश शुरू हुई थी। रात 1 बजे से अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। देखते ही देखते बारिश से शहर तर-बतर नजर आने लगा। सुबह चार बजे तक पार्वती नदी उफान पर आ गई और पानी पुल से ऊपर बहने लगा।रस्सी के सहारे निकाला एएनएम को : गांव कन्नौद मिर्जी से होकर जाने वाली धामनी नदी में करीब 60 साल बाद उफान आया। जिससे पूरा गांव में पानी घुस गया। पानी ज्यादा होने के बाद उप स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम सीमा गुप्ता स्वास्थ्य केंद्र की छत पर चढ़ गईं। लेकिन पानी छत तक पहुंच गया। इसके बाद किसी तरह रस्सी के सहारे सीमा गुप्ता को निकाला जा सका।टूटा संपर्क : तेज बारिश से आष्टा का संपर्क हाईवे से टूट गया। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से भेजा गया प्रशासनिक अमला भी आष्टा नहीं पहुंच सका। आष्टा के साथ-साथ आसपास के गांव हर्राजखेड़ी, बड़ोदिया गाडरी, बजाखेड़ी, अरनिया जोहरी, अरनिया राम, बापचा, सांगाखेड़ी, अरोलिया, ताजपुरा, मेंमदाखेड़ी, कन्नोद मिर्जी सहित आसपास के गांव भी डूब में आ गए। लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाकर अपना बचाव करना पड़ा।सुबह 10 बजे तक पुराने बस स्टैंड पर 8 फीट से ज्यादा पानी भर गया। साढ़े 10 बजे से पानी कम होना शुरू हुआ। लेकिन बारिश अधिक होने से अब भी हालात बेकाबू हैंपार्वती और पपनास नदी के उफान को देखते हुए पुराने बस स्टैंड पर पुलिस ने सुबह साढ़े 4 बजे हाई अलर्ट घोषित कर दिया। सुबह 6 बजे तक यहां पानी घुस आया और 7 बजे तक आधी से ज्यादा दुकानें डूब गईं।

प्रतिबन्ध के नाम पर गुटखे की सरेआम कालाबाजारी

प्रतिबन्ध के नाम पर गुटखे की सरेआम कालाबाजारी
गुटखे पर बैन या झूठी वाहवाही!
बाड़मेर । सरकार ने तम्बाकू युक्त गुटखा पर प्रतिबंध लगाकर वाहवाही तो लूट ली। इधर, पान ठेलों के अलावा किराना दुकानों में भी धड़ल्ले से गुटखा बिक रहा है।पखवाड़े बाद भी प्रशासन या पुलिस ने कार्रवाई शुरू नहीं की है। विभागों को आदेश का इंतजार है।इतना जरूर हुआ की गुताल्हे के दाम दुकानदारों ने तीन से चार गुना कर दिए ,एक रूपरे का पाउच तीन में ,पांच का बारह में ,सात का पंद्रह रुपये में मिल रहा हें ,खुले आम गुटखा मिलने से प्रतिबन्ध का असर दिखाई नहीं दिया .मजे की बात हें खाद्य निरीक्षक ,तहसीलदार की टीम द्वारा खानापूर्ति कर कार्यवाही की .प्रशासन को बताया की बाज़ार में गुटखा नहीं हें ,गलत रिपोर्टो पर कलेक्टर ने आँख मुंड कर विशवास किया जबकि हकीकत हें की बाज़ार में गुटखा मांगो उतना मिल रहा हें ,व्यापारियों ने गुटखे की कालाबाजारी शुरू कर दी ,इस काला बाजारी को प्रशासनिक शह मिली हें ,

राज्य में एक जुलाई से तम्बाकू युक्त पान मसाला और गुटखा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके बावजूद धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। पान दुकान के अलावा किराना की दुकान में भी गुटखा आसानी से मिल रहा है। आदेश जारी होने के बाद थोक और चिल्हर विक्रेताओं ने गुटखे की कीमत बढ़ा दी है। मुनाफा कमाने के लिए गुटखे की कालाबाजारी शुरू कर दी गई है। गंभीर बात तो यह है कि सरकार ने आदेश लागू किया है, फिर भी जिम्मेदार विभागों को आदेश पहंुचने का इंतजार है। जिला प्रशासन, पुलिस या औषधि प्रशासन विभाग ने अब तक कार्रवाई शुरू नहीं की है। आदेश जारी होने के बाद विक्रेताओं को अघोषित रूप से छूट दे दी गई है।


व्यापारी नाराज

इधर, तत्काल प्रभाव से आदेश लागू होने के बाद पान मसाला और गुटखा के थोक व्यापारी नाराज हैं। इसे लेकर बैठकें भी की जा रही हैं। उनका कहना है कि गुटखा पर प्रतिबंध लगाने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन तत्काल प्रभाव से लागू होने के कारण व्यापारियों के करोड़ों रूपए फंस गए हैं। इस पर उन्हें कुछ दिनों के लिए राहत दी जानी थी।

यह है आदेश


राज्य शासन ने जो आदेश जारी किया है, उसके मुताबिक तम्बाकू युक्त पान मसाला और गुटखा निर्माण, भंडारण, वितरण और विक्रय जुलाई से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
यह कैसे रूकेगा : पान मसाला और गुटखा पर प्रतिबंध के बाद थोक या चिल्हर व्यापारियों तक ही कार्रवाई करती है। कहीं पर भी छापा मारकर उत्पादन बंद नहीं किया गया है।

कसा तगड़ा शिकंजा

हाईकोर्ट से व्यापारियों को राहत मिल गई थी। हालांकि, इस बार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक गुटखा पर प्रतिबंध लगाया गया है, इसलिए राहत की कोई उम्मीद नहीं है।

ओलंपिक:भारत की झोली में पहली जीत

ओलंपिक:भारत की झोली में पहली जीत
 
 

लंदन। लंदन ओलम्पिक में लगातार दो झटकों के बाद पारूपल्ली कश्यप ने पुरूषों की एकल बैडमिंटन स्पर्धा में भारत को पहली जीत दिलाई। कश्यप ने बेल्जियम के खिलाड़ी युहान तान को 38 मिनट के संघर्ष में 21-14, 21-12 से मात दी। इससे पहले वी दिजु और ज्वाला गुट्टा की जोड़ी मिक्स्ड डबल में अपने ग्रुप का शुरूआती मैच हार गई।

कश्यप ने वेम्बली एरेना में खेले गए ग्रुप डी के इस मैच के साथ भारतीय दल के लिए जीत का खाता खोला। तीन मुकाबलों में युहान पर भारत की यह दूसरी जीत थी। कश्यप (25) ने पहले खेल के प्रारम्भ में सात अंकों की बढ़त बना ली। हालांकि उन्होंने बढ़त का सिलसिला बनाए रखा और दूसरे खेल के अंकों के साथ उन्होंने मैच अपने नाम कर लिया।

विश्व के 21वें वरीयता प्राप्त खिलाड़ी कश्यप ने दूसरे खेल पर अपना दबदबा बनाए रखा और उन्होंने 12 अंकों की बढ़त बना ली। इस तरह उन्होंने 14 मिनट में 21-12 से मैच अपने नाम कर लिया।

अब वितयतनाम से मुकाबला

हैदराबाद निवासी कश्यप का अब अगला मुकाबला दुनिया के 11वें नम्बर के खिलाड़ी वियतनाम के नगुयेन तेइन मिन्ह के साथ होगा। इसके पहले दिजु और ज्वाला इंडोनेशिया के तोंतोवी अहमद और लिलियाना नात्सी की जोड़ी के आगे नहीं टिक पाए और अपने मिक्स्ड डबल्स ग्रुप का शुरूआती मैच हार गए। भारतीय जोड़ी अपना सी ग्रुप का मैच 27 मिनट में 16-21, 12-21 से हार गई। पिछले वर्ष फ्रेंच ओपन के बाद इंडोनेशियाई जोड़ी के हाथों यह उनकी लगातार दूसरी हार थी।

जैसलमेर शांतिभंग के आरोप में चार महिलाओ सहित सोलह जने गिरफ्तार

जैसलमेर शांतिभंग के आरोप में चार महिलाओ सहित सोलह  जने गिरफ्तार 



जैसलमेर पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में शुक्रवार देर रात्री में गफुरभट्टा जैसलमेर में आपसी झगडा कर शांतिभंग करने के जूर्म में चम्पा पत्नी हुकमाराम, सुनीता पत्नी पुरणराम, कालकीदेवी पत्नी नथूराम, तुलछीदेवी पत्नी मनोहरलाल, मिश्रीदेवी पत्नी मांगीलाल सर्वे जाति सांसी निवासी गफूर भट्टा को शांतिभंग के आरोप में डावराराम सउनि पुलिस थाना जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा एवं दूसरी तरफ भगवानसिंह सउनि मय जाब्ता द्वारा गंगाराम पुत्र सुरताराम बेलदार नि0 पोहडा हाल मूलसागर को गॉव मूलसागर से शांतिभंग के आरोप में धारा 151 के तहत गिरफतार किया गया। इसी तरह पुलिस थाना खुहडी के हल्खा क्षैत्र से नारायणसिंह हैड कानि0 मय जाब्ता द्वारा छोटूसिंह पुत्र ईश्वरसिंह राजपुत नि0 सिपला एवं जेतमालसिंह पुत्र भूरसिंह राजपुत नि0 सिपला को गॉव सिपला से शांतिभंग के आरोप में गिरफतार किया गया।इधर  
पुलिस थाना नोख के हल्खा क्षैत्र से कन्हैयालाल उनि थानाधिकारी पुलिस थाना नोख मय जाब्ता द्वारा उदयसिंह, प्रयागसिंह, जीवणसिंह, विसराजसिंह, आम्बसिंह, भोमसिंह, चुतरसिंह, कोजराजसिंह सर्वे जाति राजपुत सर्वे नि0 भारमसर को शांतिभंग के आरोप में गिरफतार किया गया।


खेजडी की गीली पकडी को काट कर परिवहन करते 01 गिरफतार


जैसलमेर पुलिस थाना मोहनग के हल्खा क्षैत्र में कल लक्ष्मणराम हैड कानि0 मय जाब्ता द्वारा दौराने हल्खा गस्त हरिराम पुत्र शिवलाल जाट निवासी रावला पुलिस थाना बज्जू को खेजडी की गीली लकडी काटकर बिना लाईसेन्स एवं परमिट के परिवहन करने पर वन अधिनियम के तहत गिरफतार किया गया।

राजस्थानी जन जन की भाषा ....लखारा

छात्राओ ने दिया राजस्थानी को आर टेट में शामिल करने की मांग को समर्थन
राजस्थानी जन जन की भाषा ....लखारा

 बाड़मेर आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल करने की मांग को लेकर शनिवार को कन्या महाविद्यालय में दस्तखत अभियान चलाया गया .जिसमे छात्राओ ने उत्साह के साथ इसमे भाग लेकर राजस्थानी को समर्थन दिया .अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के तत्वाधान में राजस्थानी छात्र परिषद् ,तथा मोटियार परिषद् ने शनिवार को राजस्थानी भाषा को आर टेट में शामिल करने की मांग को लेकर दस्तखत अभियान चलाया गया जिसमे महाविद्यालय की छात्राओ ने बढचढ कर हिसा लिया .छात्राओ ने राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता देने और आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल करने की मांग का जोरदार समर्थन कर अपने दस्तखत किये,इस अवसर पर छात्रा लीला लखारा ने कहा की हमारी मायड़ भाषा राजस्थानी जन जन की भाषा हें ,आम लोगो की भाषा हें ,राजस्थान समेत इसे बोलने वालो की तादाद दस करोड़ लोगो की हें ,इसके बावजूद राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं मिलाना दुर्भाग्यपूर्ण हें ,इस अवसर पर करिश्मा भाटी ने कहा की राजस्थानी भाषा को प्रतियोगी परीक्षाओ में शामिल कर युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना चाहिए .उन्होंने कहा की शीघ्र महाविद्यालय में राजस्थानी भाषा की विंग का गठन किया जाकर छात्राए अभियान का सक्रीय हिस्सा बनेगी ,इस अवसर पर लक्ष्मी बामनिया ने कहा की समिति युवा वर्ग के हितो को ध्यान में रख कार्य कर जनता को जागरूक करने का बेहतर कार्य कर रही हें .छात्राए भी इसका हिस्सा बनेगी ,इस अवसर पर छात्र परिषद् के जिला अध्यक्ष अशोक सारला ने बताया की आर टेट में राजस्थानी भाषा को शामिल करने की मांग को लेकर चलायेर जा रहे दस्तखत अभियान में बीस हज़ार से अधिक लोगो ने अपने दस्तखत कर समर्थन जाहिर किया हें आने वाले दिनों में इस अभियान को और गति दी जाएगी ,इस अवसर पर मटियार परिषद् के पाटवी रघुवीर सिंह सोधा ने कहा की दस्तखत अभियान को मिल रहे समर्थन से समिति उत्साहित हें .आम लोगो में राजस्थानी भाषा को लेकर जागरूकता आई हें .इस अवसर पर मोटियार परिषद् के शहर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ,भूर चन्द जांगिड ,तेजाराम हुडा ,खेतदान भादरेस ,जीतेन्द्र फुलवारिया सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे ,

भ्रष्ट बाबू की कारस्तानी सवा साल से लावारिस घूम रहा हैं भरतपुर कलेक्टर का चैक

 भ्रष्ट बाबू की कारस्तानी सवा साल से लावारिस घूम रहा हैं भरतपुर कलेक्टर का चैक 
सवा साल से लावारिस घूम रहा हैं भरतपुर कलेक्टर का चैक 




बाड़मेर एक भ्रष्ट बाबू की कारस्तानी के कारण एक कनेक्टर का चैक सवा साल से कैसे लावारिसों की तरह चोखटें पार कर रहा हैं।

बाडमेर के जिला कलेक्टर रहे और वर्तमान में भरतपुर कलेक्टर गौरव गोयल को शायद आप अभी भूले नहीं होंगे।जनाब जब कलेक्टर थे तो सरकारी कारिन्दें किस तरह उनकी हाजरी बजाते थे किसी को बताने की शायद जरूरत नही।गौरव गोयल का ऐक चैक जो स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर की मुख्य ब्रांच से दिनांक इक्कतीस मार्च दौ हजार ग्यारह को बैंकर चैक नम्बर 435455 जारी हुआ था।कायऐ से यह बैंकर चेक रजिर्स्टड डाक से गौरव गोयल को भेजा जाता।तगर ऐया नही हुआ।यह चेक आज भी लावारिसों की तरह चोखटें चूम रहा हे।आखिर एक कलैक्टर रैंक के व्यक्ति का बारह हजार आठ सौ छियानवे रूप्ये को बैकर चैक लावारिस किसकी कारस्तानी से हैं।किसने इस चैक को गौरव गोयल तक पहुॅचने नही दिया।बात चैक की नहीं जिला कलैक्टर कार्यालय की व्यवस्थओं की हैं।यह चैक मेरे हाथ लगा हैं इस चैक को खुर्द बुर्द करने का काम लेखा भाखा के एक लिपिक द्घारा किऐ जाने की जानकारी मिली हैं।उक्त लिपिक पर पूर्व में भी भ्रश्टाचार के आरोप लग चूके हैं।इतना ही नही कुछ रोत पूर्व लिपिक महोदय पराई स्त्री के याथ गुलछर्रे उडाने पवित्र स्थान हरिद्घार भी गये थे बाद में कववाहिता के रितेदारों कासे जानकारी होने पर जमकर इनकी धुलाई भी की गई।इस बाबू की दादागिरी देखिऐ लेखा भाखा को अपनी बपोती समझ कर मनमानी करता हैं,जिला कलैक्टर की फटकार के बाद भी कोई सुधार नही।इस लिपिक के खिलाफ मुख्यमुत्री काया्रलय से भी जॉच आ रखी हैं साथ ही जिला कलेक्टर ने भी कोशाधिकारी को जॉच दे रखी हैं।कोशाधिकारी दुविधा में हैं।जॉच में वे स्वयं और अतिरिक्त जिला कलेक्टर भी फंस रहे हैं।बहरहाल तत्कालीन जिला कलेक्टर गौरव गोयल का भुगतान उक्त लिपिक सीधे उनके खाते में भी कर सकता था मगर इसने एंसा नही कर बैंकर चैक बनाया ताकि दनकों भुगतान ना मिले ऐसा ही हुआ।वर्तमान में भरतपुर जिला कलेकटर गौरव गोयल नें बताया कि बात पैसे की नही हैं ।मगर जिस तरह लेखा भाखा द्घारा लापरवाही बरती गई हैं वो चौंकाने वाली हेैं,लेखा शाखा को भुगतान सीधे मेरे खातें में जमा करना चाहिऐ थौ।सौलह माह के बाद भी मुझे बैंकर चैक नही मिला।लेखाशाखा के लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिऐं।
लेखाशाखा के इस भ्रश्ट लिपिक के खिलाफ कार्यवाही करने का साहस कोई अधिकारी जुटा नही पा रहा जिसका कारण हैं कि सभी के सुविधा खर्चे एडजस्ट करने का जिम्मा इसके पास हैं

रैगिंग के नाम पर छात्र से किया गया कुकर्म?

नई दिल्ली।। आगरा के इंजिनियरिंग कॉलेज में एक स्टूडेंट से रैगिंग के दौरान कुकर्म करने का मामला सामने आया है। छात्र को बेहद गंभीर हालत में दिल्ली के एम्स में एडमिट कराया गया है। उधर, पीड़ित स्टूडेंट के कमरे से भी यौनवर्धक दवाएं मिलने से अब पुलिस दूसरे ऐंगल से भी इस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।sexual-abuse 
हरियाणा के रेवाड़ी का 20 वर्षीय बलराम गिरि बरौली अहीर के साईंनाथ इंजिनियरिंग कॉलेज में मकैनिकल इंजिनियरिंग के सेकेंड सेमेस्टर का स्टूडेंट है। आरोप है कि 23 जुलाई की रात बलराम टॉइलेट के लिए निकला, तो कुछ छात्र उसे जबरन अपने कमरे में ले गए जहां उसके साथ कुकर्म किया गया।

बलराम के बड़े भाई विश्वनाथ ने कॉलेज के सीनियर छात्रों पर बलराम से दुष्कर्म करने आरोप लगाया है। विश्वनाथ के मुताबिक बलराम के दोस्तों ने उन्हें बताया कि उस रात वह जैसे-तैसे लड़खड़ाता हुआ कमरे तक पहुंचा। उसने बताया कि सीनियर ने उसके साथ बहुत बुरा किया है। 25 जुलाई को उसका प्रैक्टिकल था, लेकिन वह इसमें भी शामिल नहीं हो सका। हालत गंभीर होने पर उसे एम्स में भर्ती कराया गया।

उधर, सीओ सदर राम सुरेश यादव ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इंस्पेक्टर ताजगंज को छात्र के परिजनों से पूछताछ के लिए एम्स भेजा गया है। पुलिस स्टूडेंट्स की कहानी को शक की नजर से देख रही है। इस शक की वजह बलराम के कमरे से शक्तिवर्धक दवाओं का मिलना है।

उधर, कॉलेज की ऐंटि रैगिंग सेल ने भी छात्रों से पूछताछ के बाद रिपोर्ट तैयार कर मैनेजमेंट को सौंप दी है। हालांकि साईंनाथ यूनिवर्सिटी के कुलपति एसए मलिक के मुताबिक रैगिंग का आरोप निराधार है। छात्र को दौरे पड़ते थे, छह महीने में पहले भी दो बार दौरा पड़ चुका था।

जालोर मानसून रूठा, अब दुआओं पर भरोसा


मानसून रूठा, अब दुआओं पर भरोसा
खेतों में सूखने लगे अंकुरित पौधे, बाजार से लेकर आमजन की दिनचर्या पर असर
 
जालोर मानसून की बेरूखी का असर अब आमजन जीवन से लेकर खेतों में दिखाई देने लगा है। अब तक मानसून पर उम्मीद लगाए किसानों की आस भी टूटने लगी है और वे खेतों को ऊपर वाले के भरोसे छोड़कर दिनरात इंद्रदेव से बरसात की कामना कर रहे हैं। पांच दिन बाद सावन भी खत्म हो जाएगा और कई सालों बाद यह पहला मौका होगा जब पूरे सावन में मात्र एक बार बारिश होकर रह गई हो। ऐसे में इस साल सूखे के आसार होने लगे हैं। बाजार से लेकर घरों में और खेतों में भी इसका प्रभाव देखा जा सकता है। इधर, अगर लोक मान्यताओं और ज्योतिष की बात करें तो भाद्रपद में थोड़ी बहुत बरसात की उम्मीद है, लेकिन साथ ही प्रकृति के कुछ ऐसे भी इशारे हैं जिनसे सूखे की बात भी कही जा सकती है। बहरहाल, इस समय किसानों समेत आमजन को बरसात की सख्त आवश्यकता है और ज्यादा दिन तक यही हालात रहे तो उनके सामने पशुओं के चारे पानी का भी संकट हो जाएगा। जिसका सीधा असर महंगाई पर होगा। साथ ही दूसरी कई व्यवस्थाओं पर भी इसका असर पड़ेगा।

मात्र एक बार हुई बरसात

इस साल मानसून के दौरान जिले में मात्र एक बार बरसात हुई है। सावन शुरू होने के तीसरे दिन ही जिले भर में अच्छी बरसात हुई थी। जिससे इस साल भी अच्छे मानसून की आस बंधी थी, लेकिन उसके बाद अब तक सांचौर को छोड़कर कहीं पर भी एक भी बूंद नहीं बरसी। जिससे सूखे के आसार हो गए हैं। इस एक बरसात के बाद किसानों ने खेतों में बुवाई की थी। वह फसल अब कई जगहों पर अंकुरित हो गई है, लेकिन दूसरी बार सिंचाई के अभाव में अब वह सूखने लगी है।

सभी बांध खाली

पूरे जिले में लगभग सभी बांध इस समय खाली पड़े हैं। पिछले साल यह सारे बांध भर गए थे। एक साल के दौरान ही यह सभी इस समय खाली हैं। ऐसे में अब इन बांधों को भी पानी का इंतजार है। इसी प्रकार पाली जिले के सुमेरपुर में स्थित जवाई बांध पर पूरे जिले की नजर होती है। इस बांध के भर जाने तथा ओवरफ्लो होने से जालोर जिले की जवाई नदी में पानी आता है। साथ ही रबी की फसल के दौरान आहोर क्षेत्र के किसानों को पानी मिलता है, लेकिन इस बार यह बांध भी पानी के लिए तरस है। ऐसे में रबी के दौरान भी किसानों के सामने संकट खड़ा होगा।

क्या कहती हैं लोक मान्यताएं

इधर, अगर लोक मान्यताओं पर विश्वास किया जाए तो भाद्रपद के दौरान अच्छी बरसात की उम्मीद है। आखा तीज पर देखे गए शगुन पर गौर किया जाए तो भाद्रपद में अच्छी बरसात होनी है। यह शगुन हर साल खास मौकों पर संतों और बुजुर्ग लोगों द्वारा कई सालों से चली आ रही परंपराओं के अनुसार देखे जाते हैं। वहीं ज्योतिष के अनुसार भी भाद्रपद में बरसात के आसार हैं। इधर, एक अन्या मान्यता को माना जाए तो यदि केर के पेड़ पर लाल फूल आते हैं तो भी बरसात नहीं होती। इस साल कई जगहों पर केर के पेड़ पर लाल फूल आए हैं। हालांकि यह लोक मान्यताएं हैं, लेकिन सही स्थिति तो यह है कि लगातार बिगड़ रहे प्राकृतिक असंतुलन के कारण बरसात का चक्र भी प्रभावित हुआ है।

जिले में मुख्य बांधों की स्थिति

बांध भराव क्षमता पानी

बाकली 1220 3.30 फिट

नोसरा नहर 290.630 नहीं

चवरछा 280 1.30 फिट

सरदारगढ़ 115.440 नहीं

कलापुरा 120 नहीं

बीठन 225.620 6.5 फिट

बांडी सिणधरा 1013 0.60 मीटर

बालसमंद 101.880 नहीं

वणधर 119.081 नहीं

जैतपुरा 88.430 नहीं

चितलवाना 432.130 नहीं

(बांधों की क्षमता एमसीएफटी में)

असर अभी से साफ

: पिछले एक माह के दौरान दाल और चीन के भावों में कहीं अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

: सब्जियों के भाव 50 से 60 फीसदी बढ़ गए हैं। सब्जी विक्रेताओं के अनुसार सावन मास के दौरान ऐसा कई सालों में पहली बार हुआ है।

: कृषि विभाग ने बुवाई का लक्ष्य घटा दिया है और किसानों ने भी जोखिम ना उठाते हुए अभी कम ही क्षेत्र में बुवाई की है।

: पूरा जुलाई माह बीतने को आया, लेकिन पार अभी 40 डिग्री पर ही चल रहा है।

: प्रशासन के सामने बिजली आपूर्ति और पेयजल वितरण को लेकर समस्या खड़ी हुई। शहरों में सात आठ घंटे बिजली कटौती जारी है। गांवों में हालात और भी बुरे हैं।

: यही हाल जलापूर्ति का है। पहले से ही लोगों के आक्रोश का सामना कर रहे विभाग के सामने पर्याप्त जलापूर्ति कर पाना मुश्किलहो रहा है। जालोर शहर में सप्ताह में एक बार बमुश्किल आपूर्ति हो रही है।

सबसे बड़ी चिंता इस बात की

बरसात नहीं होने से सबसे बड़ी चिंता किसानों की है। पूरे देश की आर्थिक व्यवस्था खेती पर निर्भर है। उसमें अगर जालोर की बात की जाए तो 80 प्रतिशत लोग पूरी तरह से खेती और पशुपालन पर निर्भर है। ऐसे में बरसात नहीं होने से जिले में इसका खासा असर होगा। चारा पानी नहीं होने से पशुपालकों को पलायन करना होगा। वहीं खेती नहीं होने से किसानों के सामने कर्ज का बोझ बढ़ जाएगा। इसका सीधा असर अगले साल गेहूं, बाजरे की कीमतों और अभी से सब्जियों आदि पर पड़ेगा। इसके साथ ही दूध, घी और छाछ समेत इससे जुड़े अन्य उत्पादों की कीमतें बढऩा तय है।

मानसून की बेरूखी से पैदा होने लगे सूखे के हालात, किसानों की बढ़ गई चिंता

नागौर से ताज़ा समाचार

नागौर से ताज़ा समाचार 
नसबंदी के बावजूद हो गई फुसी के चौथी संतान
नागौर  पांच साल पहले थलांजु की फुसी देवी ने यह सोचकर नसबंदी कराई थी कि अब उसके चौथी संतान नहीं होगी। मगर शुक्रवार को यहां निजी अस्पताल में फुसी देवी के चौथी संतान हो गई।

थलांजु गांव के शंकरराम मेघवाल ने बताया कि उसकी पत्नी फुसी देवी ने 21 जनवरी 2007 को नसबंदी कराई थी। नसबंदी से पहले फुसी देवी के तीन संतान थी। वह चौथी संतान नहीं चाहती थी।

अलाय के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जरिए नसबंदी कराने के बाद उसे प्रमाण पत्र भी दिया गया। आठ माह पहले फुसी देवी के गर्भवती होने पर सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों से बात की गई तो इस दंपत्ति को कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। शुक्रवार को इस महिला ने चौथी संतान के रूप में नागौर के निजी अस्पताल में पुत्र को जन्म दिया। ऑपरेशन के बावजूद बच्चे होने के जिले में आधा दर्जन से अधिक मामले हो चुके हैं।

दिलाएंगे मुआवजा

॥ इस महिला के नसबंदी के बावजूद संतान हुई है तो यह मामला गंभीर है। इसकी जांच कराएंगे और महिला को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। डॉ. आरके मीणा, सीएमएचओ नागौर।


मासूम को जीप ने कुचला
नावां सिटी गांव भगवानपुरा में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे स्कूल जा रहे एक आठ वर्षीय मासूम को जीप ने कुचल लिया। घायल हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने गजेंद्र को मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना के बाद भाग रहे जीप चालक को लोगों ने पकड़ लिया और मारोठ पुलिस के हवाले कर दिया।

पुलिस के अनुसार भगवानपुरा गांव निवासी लालाराम बलाई का पुत्र गजेंद्र सुबह स्कूल के निकला था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप मारोठ नावां मार्ग पार करते समय मारोठ की ओर से आ रही जीप ने गजेंद्र को टक्कर मार दी। इससे गजेंद्र लहूलुहान हो गया मौके पर ही बेहोश हो गया। ग्रामीण उसे तुरंत नावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने काफी प्रयास किए लेकिन गजेंद्र को नहीं बचाया जा सका। घटना के बाद मौके से भाग रहे जीप के ड्राइवर को लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर हैड कांस्टेबल श्यामलाल मय जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे और मौका रिपोर्ट तैयार की। पुलिस ने जीप जब्त करते हुए चालक विक्रम को गिरफ्तार कर लिया। शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। गजेंद्र के ताऊ घीसालाल पुत्र हीरालाल मेघवाल ने थाने में जीप चालक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

बाड़मेर के युवक की गोली मारकर पली में हत्या

 
बाड़मेर के युवक की गोली मारकर पली में  हत्या 

बाड़मेर पाली शहर के पुनायता मार्ग स्थित चारभुजा नगर में गुरुवार रात करीब दो बजे जीप में सवार होकर आए तीन जनों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। गंभीर रूप से घायल युवक को उपचार के लिए जोधपुर ले जाया गया, जहां पर उसकी शुक्रवार शाम को मौत हो गई। इधर, फायर के धमाके से मोहल्लेवासियों में जाग हो गई। घटना के बाद फरार हुए आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने पाली समेत सिरोही, जालोर, बाड़मेर व जोधपुर जिले में नाकाबंदी कराई, मगर उनके बारे में सुराग नहीं मिल पाया है। 


आरोपी जैसलमेर जिले के रहने वाले है। उनको गिरफ्तार करने के लिए विशेष पुलिस दल बनाकर संभावित ठिकानों पर भेजे हैं।

पुलिस के अनुसार मूलत: शिव (बाड़मेर)के कोटडा  निवासी कानसिंह (25) पुत्र गोपालसिंह राजपूत यहां पर चारभुजा नगर में भवानीसिंह राजपुरोहित के मकान में किराएदार है। वह गुरुवार रात को अपने कमरे में सो रहा था। इस दौरान जीप में सवार तीन युवकों ने बंदूक से फायर कर उसके सीने में गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया तथा मौके पर ही छटपटाने लगा। फायर के धमाके की आवाज सुनकर मोहल्लेवासियों में जाग हो गई। कानसिंह को तत्काल उपचार के लिए बांगड़ अस्पताल लाया गया। गोली लगने के बाद अत्यधिक खून बहने पर उसे चिंताजनक हालत में जोधपुर रेफर किया, जहां शुक्रवार शाम को उसकी मौत हो गई। कोतवाली प्रभारी भंवर रणधीरसिंह के अनुसार आरोपियों की पहचान दूदिया (जैसलमेर) निवासी नीलमसिंह पुत्र हटेसिंह, उसका भाई दिलीपसिंह तथा जैसलमेर के ही नया आमला निवासी खेतसिंह सोढ़ा के रूप हुई है। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के लिए नाकाबंदी भी कराई, मगर वे हाथ नहीं लगे। इस बीच आरोपियों की तलाश में पुलिस दल बनाकर कई स्थानों पर भेजे गए है। पुलिस ने मृतक के मकान में ही रहने वाले अन्य किराएदार पूनमसिंह राजपूत पुत्र गुलाबसिंह राजपूत की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

महिला को लेकर चल रहा था विवाद
पुलिस को प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि करीब एक साल से मृतक तथा आरोपियों के बीच किसी महिला को लेकर विवाद चल रहा है। आरोपियों ने पहले भी कानसिंह को ठिकाने लगाने के लिए कई बार प्रयास किए थे, मगर वे कामयाब नहीं हो पा रहे थे। मृतक कुछ समय पहले पवन सौर ऊर्जा के उपकरण सप्लाई करने का काम करता था, बाद में वह कारखानों में जाने लगा।

पति ने किया रेप,बीवी ने दिया साथ

पति ने किया रेप,बीवी ने दिया साथ
नई दिल्ली। दिल्ली में एक व्यक्ति ने 15 साल की किशोरी को अगवा कर लिया। इस व्यक्ति ने अपनी पत्नी की मदद से नाबालिग से रेप किया। इसके बाद पति-पत्नी ने किशोरी को रोहिणी इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति को बेच दिया। उसने भी नाबालिग से रेप किया।

बुधवार रात पीडिता के पड़ोस में रहने वाले सुनील और उसकी पत्नी वीना ने उसे अगवा कर लिया। सुनील ने आरती की मदद से उससे रेप किया।

सुनील ने पीडिता को धमकी दी कि अगर किसी को इस बारे में बताया तो जान से मार देगा। सुनील और वीना पीडिता को रोहिणी इलाके में ले गए। वहां ऋषि अरोड़ा नाम के एक शख्स को बेच दिया। बंसल ने भी उससे रेप किया।

पीडिता ने बंसल की पत्नी को आपबीती सुनाई। उसने मदद करने की बजाय पीडिता की पिटाई की। किसी तरह पीडिता बंसल के घर से भाग गई और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पीडिता को अगवा करने वाली दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया।

अदालत को सुनाई षड्यंत्र की कहानी

अदालत को सुनाई षड्यंत्र की कहानी
जोधपुर। एएनएम भंवरी देवी के अपहरण एवं हत्या के मामले में चार्ज बहस के दौरान शुक्रवार को सीबीआई के अधिवक्ताओं ने भंवरी के अपहरण एवं हत्या की साजिश रचने की कहानी अदालत को बताई। अभियोजन ने बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा और लूनी विधायक मलखान सिंह विश्नोई सहित अन्य आरोपियों की भूमिका के बारे भी सेशन न्यायाधीश गिरीश कुमार शर्मा को सिलसिलेवार जानकारी दी।

करीब दो घंटे से अधिक समय तक चली सुनवाई में सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक एस.एस. यादव एवं अशोक जोशी ने अपहरण और हत्या में आरोपियों की भूमिका साबित करने के लिए बीएसएनएल के बीटीएस (ब्लॉक टॉवर स्टेशन) के आधार पर आरोपियों के बिलाड़ा के इर्द-गिर्द एकत्र होने और लगातार एक-दूसरे के सम्पर्क में होने के तथ्य न्यायालय में रखे।

वकीलों ने अपहरण की साजिश में सहीराम एवं उमेशाराम की भूमिका, हत्या की योजना, महिपाल मदेरणा की संलिप्तता एवं विशनाराम गैंग से सम्बन्धों के बारे में भी तफसील ब्यौरा दिया। सीबीआई के वकीलों का कहना था कि 1 सितम्बर 2011 की सुबह सभी आरोपियों एवं भंवरी देवी की मोबाइल लॉकेशन अलग-अलग थी, लेकिन दोपहर में लगातार हुई बातचीत के बाद शाम होते-होते सभी बिलाड़ा के निकट एकत्र हो गए। सुनवाई के बाद न्यायालय ने प्रकरण की सुनवाई 1 अगस्त तक के लिए मुल्तवी कर दी।

अर्जी खारिज
इस प्रकरण में अभियोजन के सहयोग के लिए परिवादी पक्ष की ओर से पक्षकार बनाने और पैरवी करने को लेकर दायर अर्जियां अदालत ने नामंजूर कर दी। वहीं, आरोपियों को हथकड़ी लगाने के मामले में शनिवार को सुनवाई तय की है।

महिपाल को छोड़ सभी हाजिर
बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा शुक्रवार भी अदालत में नहीं आए। जबकि लूनी विधायक मलखान सिंह एवं उनके भाई परसराम सहित अन्य सभी आरोपी न्यायालय में उपस्थित थे। दोनों भाइयों की गुहार पर उन्हें कठघरे से बाहर बैंच पर बैठने की भी अनुमति दी गई।

हाईकोर्ट ने मांगी गुमशुदा लोगों की रिपोर्ट

हाईकोर्ट ने मांगी गुमशुदा लोगों की रिपोर्ट
जोधपुर। राजस्थान उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार की ढिलाई पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए राज्य में पिछले तीन वर्ष के दौरान गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में सम्पूर्ण जानकारी और अब तक की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए है। खण्डपीठ ने राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महानिरीक्षक (सिविल राइटस) के नेतृत्व में गठित विशेष सेल अब तक की कार्रवाई का भी पूरा ब्योरा पेश करने के आदेश दिए हैं।

न्यायालय ने आश्चर्य प्रकट किया कि राज्य में पिछले तीन वर्षो के दौरान चार हजार से अधिक गुमशुदा लोगों में आधे से अधिक महिलाएं है। वरिष्ठ न्यायाधीश गोविन्द माथुर व न्यायाधीश आर.एस. चौहान की खंडपीठ ने कहा कि राज्य और जिला स्तर पर मल्टी लेवल टास्क फोर्स के गठन के बावजूद अभी तक चार हजार 247 गुमशुदा व्यक्तियों का पता नहीं चला है, जिनमें दो हजार 290 महिलाएं है। उच्च न्यायालय ने कहा कि गुमशुदा लोगों में 487 लड़के व 656 लड़कियां है, जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है।

खण्डपीठ ने राज्य में टास्क फोर्स गठित होने के बाद भी पिछले छह माह में एक हजार 56 गुमशुदा व्यक्तियों को खोजने में प्रशासन के विफल रहने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की।

उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को निर्देश दिए कि अगली सुनवाई तिथि एक अगस्त को न केवल याचिकाकर्ता हंजा देवी की नाबालिग पौती पिंकी को खोज कर पेश करें, बल्कि विशेष टास्क फोर्स के पुलिस अधीक्षक राज्य के सभी जिलों में गुमशुदा हुए व्यक्तियों का सम्पूर्ण ब्यौरा तथा पुलिस व टास्क फोर्स द्वारा की गई कार्रवाई पेश करे। गौरलतब है कि जालोर की हंजा देवी ने अपनी 17 वर्षीय पोती पिंकी के 28 मार्च को गायब होने को ले कर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी।

गिरोह का सरगना गिरफ्तार ,

गिरोह का सरगना गिरफ्तार
गुड़ामालानी। उपखण्ड क्षेत्र सहित जिले भर में लम्बे समय से हो रहे विद्युत ट्रांसफार्मर चोरी के मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने में आखिर पुलिस को सफलता मिल ही गई। पांच दिन पूर्व क्षेत्र के उदाणियों की ढाणी में ट्रांसफार्मर चोरी के दौरान करंट से मरे एक आरोपी की मोबाइल कॉल डिटेल एवं साथी आरोपियों से मिले सुरागो के आधार पर गुड़ामालानी पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना को नागौर जिले के खींवसर गांव से दबिश देकर गिरफ्तार किया।

पूछताछ में आरोपी ने उपखण्ड व बाड़मेर, नागौर व जालोर जिले में दो दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर चोरी करना स्वीकार किया है।

पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के निर्देशानुसार विद्युत ट्रांसफार्मर चोरी की गुड़ामालानी क्षेत्र के उदाणियों की ढाणी सरहद में पांच दिन पूर्व हुई चोरी की घटना में करंट से मरे एक आरोपी अर्जुनराम पुत्र मोटाराम निवासी खण्डाली के मौत के बाद उसकी जेब से मिले मोबाइल की कॉल डिटेल एवं दो साथी आरोपियों से पूछताछ के दौरान मिले सुरागो के आधार पर गठित पुलिस टीम ने आज सवेरे नागौर जिले के खींवसर गांव से आरोपी मोटाराम पुत्र नारूराम निवासी प्रेम नगर को घर से गिरफ्तार किया।

बस पलटने से एक की मौत, चौदह घायल
धोरीमन्ना। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 पर स्थित खत्रियों की बेरी फांटा पर बाड़मेर की तरफ जा रही एक निजी बस पलटने से उसमें सवार एक जने की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई व चौदह जने घायल हो गए। छह जनों की हालत गंभीर होने से रेफर किया गया है। थानाधिकारी लूणसिंह भाटी ने बताया कि पदमाराम पुत्र गेनाराम निवासी धोरीमन्ना ने रिपोर्ट पेश की कि उसका रिश्तेदार बंशीलाल पुत्र पूर्णमल निवासी जटियों का वास बाड़मेर धोरीमन्ना में अपने रिश्तेदारों की मृत्यु पर दाह संस्कार में शामिल होकर वापस घर जा रहा था।

एक निजी बस में सवार होकर जाते समय खत्रियों की बेरी से बस तेज गति लापरवाही से पलटने से बंशीलाल की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। बस में घायलों को धोरीमन्ना अस्पताल लाया गया। इसमें घमण्डा पुत्र आदूराम निवासी दूधिया, लाछी पत्नी पनाराम निवासी खुमे की बेरी, भायन्ती पत्नी इलियास निवासी दूधिया, तीजा पत्नी जीयाराम निवासी केकड़, धूडी पत्नी आईदान निवासी केकड़, चुनी पत्नी सुखराम निवासी हीरकन का थान मीठड़ा की हालत गंभीर होने पर छह जनों को रेफर किया गया।

कबू पत्नी चंदाराम निवासी लोहारवा भोमा पुत्र केशरा निवासी बाछड़ाऊ, मंजूर पुत्र मीरा खान निवासी दूधिया, लाछी पत्नी भीखाराम सनावड़ा (कला), इमरती पुत्र नारणाराम, कमला पत्नी देरामाराम निवासी दूधिया, सुखराम पुत्र सोनाराम हीरकन का थान मीठड़ी व देवी पुत्री बालाराम निवासी दूधू का धोरीमन्ना अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही एसएचओ लूणसिंह भाटी मय पुलिस दल ने घटनास्थल पर पहुंच कर घायलों को धोरीमन्ना अस्पताल पहुंचाया। बस को जब्त कर चालक टीकमाराम पुत्र केशाराम निवासी डूंगरों का तला को गिरफ्तार किया है।

शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

यूपी में स्कूल की छत गिरने से 6 बच्चों की मौत


Roof of school collapses in UP, 6 children killed 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बिजनौर में शुक्रवार को एक सरकारी सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूल की छत गिरने से छह बच्चों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए।

हादसा चांदपुर थाना क्षेत्र के जलीलपुर गांव स्थित मंशा देवी जूनियर हाई स्कूल का है, जहां आज दोपहर को पांचवीं कक्षा के कमरे की छत ढहने से वहां पढ़ाई कर रहे बच्चे उसकी चपेट में आ गए। कक्षा में मौजूद बच्चों की संख्या करीब 22 बताई जा रही है।

चांदपुर थाना प्रभारी एस. पी. राय ने बताया कि अब तक छह बच्चों की मौत की पुष्टि हो गई है, जबकि सात अन्य बच्चों की हालत गंभीर है, जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। राय ने बताया कि मलबा हटाकर राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है। कुछ और छात्र मलबे में दबे हो सकते हैं, इसकी आशंका हालांकि कम है।

उन्होंने कहा कि जिस कमरे में बच्चे पढ़ रहे थे, उसके ऊपर चार-पांच दिन पहले एक कमरे का निर्माण हुआ था। उसी नए कमरे की छत गिरने से नीचे के कमरे की छत भी ढह गई, जिसमें बच्चे पढ़ रहे थे।

उधर, परिजनों ने आरोप लगाया है कि निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण छत गिरी। उधर, घटना के बाद से स्कूल का प्रबंधक फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है।